सेना भर्ती के द्वितीय चरण हेतु चयनित अभ्यर्थियों को तत्काल रिपोर्ट करने का निर्देश; समय-सीमा सीमित

रांची आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस (ARO) रांची द्वारा अगस्त-सितंबर 2025 में आयोजित भर्ती रैली में सफल हुए अग्निवीर अभ्यर्थियों का रेजिमेंटल सेंटरों के लिए चरणबद्ध डिस्पैच (भेजना) किया जा रहा है।

द्वितीय चरण डिस्पैच हेतु महत्वपूर्ण सूचना

सेना भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत द्वितीय चरण (2nd Phase) डिस्पैच हेतु चयनित कुछ अग्निवीर अभ्यर्थियों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं किया है। इस संबंध में ARO रांची द्वारा निम्नलिखित अनिवार्य निर्देश दिए गए हैं:

  • तत्काल रिपोर्ट: डिस्पैच की समय-सीमा अत्यंत सीमित है। अतः चयनित अभ्यर्थियों को तत्काल Army Recruitment Office Ranchi में आवश्यक दस्तावेजों सहित रिपोर्ट करना अनिवार्य है।
  • प्रतीक्षा सूची को अवसर: जो अभ्यर्थी बिना सूचना के रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं, उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची (Waiting List) के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जा सकता है।
  • अनुरोध: सभी चयनित अग्निवीरों से अनुरोध है कि वे विलंब न करें और यथाशीघ्र कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी डिस्पैच प्रक्रिया पूर्ण कराएं।

इच्छुक न होने पर आवेदन

यदि कोई अभ्यर्थी किसी वैध व्यक्तिगत/पारिवारिक कारणवश डिस्पैच के लिए इच्छुक नहीं है, तो उनसे अनुरोध है कि वे लिखित रूप में आवेदन प्रस्तुत करें, ताकि उनकी असहमति समय रहते दर्ज की जा सके और प्रक्रिया में अनावश्यक विलम्ब न हो।

अग्निवीर भर्ती: नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और क्लर्क/SKT लिखित परीक्षा परिणाम घोषित; ARO रांची ने चयनित अभ्यर्थियों को तुरंत दस्तावेज सत्यापन के लिए

रांची: आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा अग्निपथ योजना के तहत आयोजित अग्निवीर नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल (SKT) पदों की भर्ती के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के परिणाम आज आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिए गए हैं।

दस्तावेज सत्यापन के लिए तत्काल रिपोर्ट करें

चयनित सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया गया है कि वे बिना देरी किए निर्धारित तिथि एवं समय पर आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची में अपने सभी मूल दस्तावेजों (Original Documents) और उनकी दो सेट स्व-अभिप्रमाणित फोटोकॉपी के साथ उपस्थित हों। यह उपस्थिति दस्तावेज सत्यापन, मेडिकल परीक्षण एवं अन्य औपचारिकताएँ समय पर पूरी करने के लिए अनिवार्य है।

आवश्यक दस्तावेजों की सूची:

ऑनलाइन परीक्षा का एडमिट कार्ड

आधार कार्ड

10वीं एवं 12वीं की अंकतालिका एवं प्रमाण-पत्र

डोमिसाइल (झारखंड राज्य का स्थायी निवास प्रमाण-पत्र)

जाति प्रमाण-पत्र (यदि लागू हो)

चरित्र प्रमाण-पत्र (6 माह से पुराना न हो)

NCC प्रमाण-पत्र और खेल प्रमाण-पत्र (यदि हो तो)

20 पासपोर्ट साइज हालिया रंगीन फोटो (सफेद बैकग्राउंड)

भर्ती रैली के समय जारी सभी दस्तावेज एवं स्लिप

महत्वपूर्ण सूचना

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दस्तावेज सत्यापन में अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थिता स्वतः रद्द मान ली जाएगी। इसके साथ ही यह भी सूचित किया गया है कि अग्निवीर जनरल ड्यूटी (GD) एवं ट्रेड्समैन का लिखित परीक्षा परिणाम बहुत शीघ्र घोषित किया जाएगा।

सभी अभ्यर्थियों को नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर अपडेट देखने की सलाह दी गई है।

वोट चोरी' को लेकर पूर्व नौकरशाहों और जजों के निशाने पर राहुल गांधी, 272 हस्तियों ने लिखा ओपन लेटर

#272retierdjudgesbureaucratsarmyofficersslamrahulgandhi

कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग के खिलाफ लगार बयानबाजी जारी है। चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों को लेकर 272 हस्तियों ने खुला खत लिखा है। इन हस्तियों ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी द्वारा चुनाव आयोग पर बार-बार किए जा रहे हमलों को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है। इन हस्तियों में 16 जज, 14 राजदूतों सहित 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह और 133 सेवानिवृत्त सशस्त्र बल अधिकारी शामिल हैं।

जनता का भरोसा कमजोर करने की कोशिश का आरोप

देश के 272 पूर्व शीर्ष अधिकारियों, जजों, राजनयिकों और सेना के अफसरों ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन लोगों ने एक खुला पत्र जारी कर कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी 'चुनाव आयोग सहित संवैधानिक संस्थाओं में जनता का भरोसा कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

“यह दिखाने की कोशिश कि देश की संस्थाएं ठीक तरह काम नहीं कर रहीं”

समूह ने पत्र जारी कर कहा है कि ये आरोप राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट की आड़ में छिपाने की कोशिश है। 'Assault on National Constitutional Authorities' नाम के टाइटल वाले पत्र में कहा गया कि कुछ विपक्षी नेता 'जहरीली बयानबाजी' और 'बिना सबूत के आरोपों' के जरिए यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि देश की संस्थाएं ठीक तरह काम नहीं कर रहीं।

“न्यायपालिका, संसद के बाद चुनाव आयोग की बारी”

पत्र में लिखा है, पहले उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी पर सवाल उठाए, फिर न्यायपालिका, संसद और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को निशाना बनाया और अब चुनाव आयोग की बारी आ गई है। पत्र में राहुल गाँधी पर सीधा हमला करते हुए लिखा गया है, लोकसभा में विपक्ष के नेता ने बार-बार चुनाव आयोग पर हमला करते हुए दावा किया है कि उनके पास सबूत है कि चुनाव आयोग वोट चोरी करा रहा है और उनकी बात 100% प्रमाणित है। उन्होंने यहाँ तक कहा कि अगर मुख्य चुनाव आयुक्त या चुनाव आयुक्त रिटायर भी हो जाएँ, तो वह उन्हें भी छोड़ेंगे नहीं।

कोई औपचारिक शिकायत नहीं करवाने पर उठाया सवाल

आगे पत्र में कहा गया है, इतने गंभीर आरोप लगाने के बावजूद उन्होंने अब तक कोई औपचारिक शिकायत, या शपथपत्र के साथ, दर्ज नहीं कराई। जिससे उन्हें अपनी बात के लिए जवाबदेह न होना पड़े।

“राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट का रूप देने का प्रयास”

पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस और अन्य दलों के कई नेता, वाम समर्थित NGOs, कुछ अकादमिक और चर्चा में बने रहने वाले लोग भी इसी तरह की आक्रामक बयानबाज़ी कर रहे हैं। लेकिन चुनाव आयोग अपने SIR मॉडल की पद्धति सार्वजनिक कर चुका है, न्यायालय की निगरानी में सत्यापन हुआ है, और पात्र मतदाताओं को जोड़ने व अपात्रों को हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई। ऐसे में यह आरोप सिर्फ राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट का रूप देने का प्रयास लगता है।

सर्प संरक्षणकर्मी शिव खनाल सम्मानित

PoK खुद कहेगा मैं भारत हूं...', मोरक्को की धरती से राजनाथ सिंह का 'ऑपरेशन सिंदूर' पर कड़ा संदेश

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को भरोसा जताया कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को बिना किसी आक्रामक कदम के वापस हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि अब वहां के लोग खुद ही मौजूदा शासन से आजादी की मांग कर रहे हैं। राजनाथ सिंह मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर पाकिस्तान को करारा मैसेज दिया है। मोरक्को में भारतीय सुमदाय से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को फिर से शुरू किया जा सकता है।

राजनाथ सिंह दो दिन के दौरे पर मोरक्को पहुंचे हैं। यहां उन्होंने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के नए व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8x8 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का उद्घाटन किया। यह अफ्रीका में किसी भारतीय रक्षा कंपनी का पहला संयंत्र है। इस दौरान राजनाथ सिंह ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया।

पीओके अपने आप भारत का होगा- राजनाथ सिंह

मोरक्को में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- पीओके अपने आप हमारा होगा। पीओके में मांगें उठने लगी हैं, आपने नारे सुने होंगे। मैं 5 साल पहले कश्मीर घाटी में एक कार्यक्रम में भारतीय सेना को संबोधित कर रहा था, तब मैंने कहा था कि हमें पीओके पर हमला करके कब्जा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वह वैसे भी हमारा है; पीओके खुद कहेगा, 'मैं भी भारत हूं'। वह दिन आएगा।

हमने धर्म देखकर नहीं, उनका कर्म देख कर मारा-राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- जिन्ह मोहि मारा, तिन्ह मोहि मारे...इस बार भी यही हुआ। हमने उन्हीं लोगों को मारा जिन्होंने हमारे लोगों को मारा। हमने किसी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया। केवल भारत ही ऐसा चरित्र रख सकता है। अगर हम चाहते तो किसी भी सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान पर हमला कर सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हमें भारत के इस चरित्र को कायम रखना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा-आतंकवादी यहां आए और हमारे नागरिकों का धर्म पूछकर उन्हें मार डाला। हमने किसी का धर्म देख नहीं, उनका कर्म देख कर मारा है।

ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 या पार्ट- 3 पर क्या बोले?

भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे और तीसरे चरण की संभावना पर अपना रुख स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को फिर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि यह कब और कैसे होगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 या पार्ट- 3 करना है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। यह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करता है। अगर वे आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं, तो उन्हें जवाब मिलेगा।

*Three unknown facts about Ramayana*

Desk: Ramayana is not just about the story of the war between Ram and Ravana. This story contains various pictures of the life of the people of that era. Naturally, many anecdotes have been created - most of which are unknown to us. Three such facts are -

1) Bali of the Ramayana is the hunter named Jara of the Mahabharata who was responsible for the killing of Krishna during the Dwapara Yuga.

2) According to many Ramayanas other than Valmiki, Surpanakha was married and instigated Ravana to abduct Sita in revenge for Rama killing her husband, the 'evil-minded demon'.

3) In the last war between Rama and Ravana, Bali's son Angad played a huge role in Rama's victory. Ravana was performing a yagna before going to war. Angad and some of the monkey army arrived there to spoil the yagna, but Ravana's attention could not be diverted by anything. Finally, Angad started pulling on Queen Mandodari's braid. Even then, Ravana remained steadfast. But Mandodari taunted Ravana and said that Rama was doing so much for his wife and Ravana was unable to protect his wife from this monkey clan. After hearing this, Ravana broke the yagna and chased away Angad and his army, and needless to say, he was defeated in the war.

Courtesy by: www.machinnamasta.in

नेपाल में अंतरिम पीएम के नाम पर फिर यूटर्न, देर रात खत्म हुआ सस्पेंस, सुशीला कार्की के नाम पर लगी मुहर

#susheela_karki_to_head_caretaker_government_army_chief_gen_z_group_talk

नेपाल में राजनीतिक उथल पुथल के बीच आज नई सरकार को लेकर सहमति बन सकती है। देर रात राष्ट्रपति आवास पर हुई बैठक के दौरान नई सरकार को लेकर सहमति बन गई है। नई सरकार की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की होंगी। नेपाल के सेना प्रमुख और राष्ट्रपति ने उनके नाम पर सहमति जता दी है।

नेपाल अब भी सुलग रहा है। इस बीच देश की कमान आर्मी ने संभाल ली है। मगर सत्ता का संकट अब भी बरकरार है। नेपाल में आर्मी चीफ और राष्ट्रपति अंतरिम सरकार गठन करने की कवायद में जुटे हैं। केपी ओली के इस्तीफे के 60 घंटे बाद भी नेपाल पीएम के रूप में सुशीला कार्की का नाम सामने आया है। गुरुवार की आधी रात को आर्मी चीफ, राष्ट्रपति और अन्य लोगों की एक खास मीटिंग हुई। उसमें सुशीला कार्की पर सभी सहमत हुए। हालांकि अभी भी पेच फंसा हुआ है।

इस बीच नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिगदेल, मुख्य न्यायाधीश प्रकाश मान सिंह राउत और सीपीएन (माओवादी सेंटर) नेताओं के बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के भी इस बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। उम्मीद की जा रही है कि नेपाल पीएम पर आज आम सहमति बन जाएगी।

दरअसल, जेन जी के नेतृत्व वाले युवा प्रदर्शनकारियों ने पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए अपना समर्थन दिया है। मगर एक धड़ा अब भी इसे लेकर सहमत नहीं है। जेन जी प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने की प्रक्रिया अटक गई है। देश में कर्फ्यू लगा हुआ है। आर्मी कानून-व्यवस्था संभाल रही है। इस बीच नेपाल के अंतरिम पीएम के चयन पर ही सस्पेंस छाया है।

देश में जारी राजनीतिक संकट के बीच 'We Nepali' ग्रुप के अध्यक्ष और जेन ज़ी आंदोलन के नेता सुदन गुरुंग ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के नाम का समर्थन किया है। गुरुंग ने साफ कहा है कि संसद का विघटन उनकी मूल मांग है और तभी एक नई अंतरिम कैबिनेट का गठन होना चाहिए। गुरुंग ने कहा, "हम पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नेतृत्व स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।" हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि जेन-जी पीढ़ी इस कैबिनेट की निगरानी करेगी, ताकि जनता की अपेक्षाओं के मुताबिक काम हो सके।

जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को किया ढेर

#jammu_kashmir_gurez_sector_terrorists_neutralising_by_indian_army

जम्मू और कश्मीर में सेना के एंटी-टेरर अभियान जारी है। इसी क्रम में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में नौशेरा नार्द के पास एलओसी पर सेना ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संभावित घुसपैठ की कोशिश के बारे में दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरेज सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और उन्हें चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर के तुरिना इलाके में रविवार को सुरक्षाबलों और संदिग्ध आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में बड़ा तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसी दौरान थोड़ी देर के लिए दोनों ओर से फायरिंग हुई, जिसके बाद आतंकी घने जंगल की ओर भाग निकले थे। फायरिंग के बाद सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया था। इसमें ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से जंगल और आसपास के इलाकों में तलाशी भी ली गई थी।

अमेरिका ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को आतंकवादी संगठन घोषित किया, मुनीर के यूएम दौरे के बीच एलान

#balochistanliberationarmyakabladesignatedforeignterroristorg

अमेरिका ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) व उसकी विंग मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) घोषित कर दिया। यह घोषणा पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल जनरल असीम मुनीर के अमेरिका दौरे के दौरान की गई है। ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान सरकार के साथ करीबी बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। बता दें कि बीएलए ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की नाक में दम किया हुआ है। उसने पाकिस्तानी सेना के अलावा अर्धसैनिक बलों और चीनी नागरिकों पर कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने इसकी जानकारी दी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा, आज विदेश विभाग बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और उसके उपनाम मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) के रूप में नामित कर रहा है। मजीद ब्रिगेड को बीएलए के पिछले विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) के साथ एक सहयोगी के रूप में जोड़ रहा है।

क्यों लगा प्रतिबंध?

विदेश विभाग ने कहा कि 2024 में बीएलए ने कराची हवाई अड्डे और ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर के पास हुए आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी। 2025 में मार्च में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण के पीछे भी उसका हाथ था। बीएल ने 300 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया था। उस घटना में 31 नागरिकों व सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। 2019 में हुए कई हमलों के बाद बीएलए को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित किया गया था। इस साल मार्च में इस अलगाववादी समूह ने क्वेटा से पेशावर जा रही एक ट्रेन को हाईजैक करने की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें दर्जनों यात्री और सैनिक मारे गए थे।

आतंकवाद के खिलाफ ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता का जिक्र

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, विदेश विभाग द्वारा आज की गई कार्रवाई आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आतंकवादियों को नामित करना इस अभिशाप के विरुद्ध हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों के लिए समर्थन को कम करने का एक प्रभावी तरीका है। आज की कार्रवाई संशोधित आव्रजन एवं राष्ट्रीयता अधिनियम की धारा 219 और संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के अनुसार की गई है। संघीय रजिस्टर में प्रकाशन के बाद एफटीओ प्रभावी हो जाते हैं।

रांची में 22 अगस्त से अग्निवीर भर्ती रैली, 8वीं पास युवाओं को सेना में सुनहरा अवसर

रांची, 03 अगस्त 2025: झारखंड के युवाओं के लिए भारतीय सेना में शामिल होने का एक सुनहरा अवसर आ रहा है। सेना भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा आयोजित अग्निवीर भर्ती रैली 2025-26 का आयोजन 22 अगस्त 2025 से 04 सितंबर 2025 तक रांची के खेलगांव स्टेडियम में किया जाएगा। यह भर्ती रैली झारखंड के मूल निवासी युवाओं के लिए खुली है, जो न्यूनतम 8वीं पास हैं और देश सेवा का जुनून रखते हैं।

भर्ती के लिए उपलब्ध पद:

इस रैली के माध्यम से निम्नलिखित अग्निवीर पदों के लिए चयन किया जाएगा:

अग्निवीर (सामान्य ड्यूटी)

अग्निवीर (तकनीकी)

अग्निवीर (क्लर्क/स्टोर कीपर तकनीकी)

अग्निवीर ट्रेड्समैन (10वीं पास)

अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं पास)

एडमिट कार्ड और डाउनलोड प्रक्रिया:

जिन अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (सीईई) सफलतापूर्वक पास कर लिया है, उनके एडमिट कार्ड उनके पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेज दिए गए हैं। अभ्यर्थी अपने एडमिट कार्ड को भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in से अपने पंजीकृत खाते के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण निर्देश:

रैली में प्रवेश के लिए ऑनलाइन जनरेटेड रंगीन एडमिट कार्ड अनिवार्य है। इसके बिना किसी भी अभ्यर्थी को रैली में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड में उल्लिखित तिथि और समय पर ही रैली स्थल पर पहुंचना होगा।

सभी अभ्यर्थियों को अपने साथ ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक मूल दस्तावेज लाने होंगे।

रैली में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए एंड्रॉयड फोन लाना अनिवार्य है।

एडमिट कार्ड डाउनलोड में समस्या होने पर:

यदि किसी अभ्यर्थी को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में किसी प्रकार की समस्या आ रही है, तो वे तत्काल सेना भर्ती कार्यालय, रांची में संपर्क कर सकते हैं। कार्यालय का पता सेना भर्ती कार्यालय, मेन रोड (ओवर ब्रिज), रांची, झारखंड है। अभ्यर्थी अपनी समस्या के समाधान के लिए कार्यालय में सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया पर जोर:

सेना भर्ती के निदेशक, कर्नल विकास भोला ने स्पष्ट किया है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे किसी भी दलाल या फर्जी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कर्नल भोला ने जोर देकर कहा कि केवल योग्यता और क्षमता के आधार पर ही अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा और किसी भी प्रकार की दलाली या भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होगी।

रैली स्थल पर सुविधाएं:

भर्ती रैली के दौरान अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं, जिनमें मेडिकल कवर और एंबुलेंस सुविधा, ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था, विश्राम क्षेत्र और अन्य मूलभूत सुविधाएं शामिल हैं। ये सभी आवश्यक सुविधाएं सुबह 4:00 बजे से सक्रिय रहेंगी।

उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी रांची, श्री मंजुनाथ भजन्त्री ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे भर्ती प्रक्रिया में पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ भाग लें। उन्होंने कहा, "यह झारखंड के युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा और देशभक्ति को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर है। सभी अभ्यर्थी दलालों से सावधान रहें और केवल अपनी मेहनत और योग्यता पर भरोसा करें।"

अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर जा सकते हैं या सेना भर्ती कार्यालय, रांची से संपर्क कर सकते हैं।

सेना भर्ती के द्वितीय चरण हेतु चयनित अभ्यर्थियों को तत्काल रिपोर्ट करने का निर्देश; समय-सीमा सीमित

रांची आर्मी रिक्रूटमेंट ऑफिस (ARO) रांची द्वारा अगस्त-सितंबर 2025 में आयोजित भर्ती रैली में सफल हुए अग्निवीर अभ्यर्थियों का रेजिमेंटल सेंटरों के लिए चरणबद्ध डिस्पैच (भेजना) किया जा रहा है।

द्वितीय चरण डिस्पैच हेतु महत्वपूर्ण सूचना

सेना भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत द्वितीय चरण (2nd Phase) डिस्पैच हेतु चयनित कुछ अग्निवीर अभ्यर्थियों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं किया है। इस संबंध में ARO रांची द्वारा निम्नलिखित अनिवार्य निर्देश दिए गए हैं:

  • तत्काल रिपोर्ट: डिस्पैच की समय-सीमा अत्यंत सीमित है। अतः चयनित अभ्यर्थियों को तत्काल Army Recruitment Office Ranchi में आवश्यक दस्तावेजों सहित रिपोर्ट करना अनिवार्य है।
  • प्रतीक्षा सूची को अवसर: जो अभ्यर्थी बिना सूचना के रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं, उनके स्थान पर प्रतीक्षा सूची (Waiting List) के अभ्यर्थियों को अवसर दिया जा सकता है।
  • अनुरोध: सभी चयनित अग्निवीरों से अनुरोध है कि वे विलंब न करें और यथाशीघ्र कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी डिस्पैच प्रक्रिया पूर्ण कराएं।

इच्छुक न होने पर आवेदन

यदि कोई अभ्यर्थी किसी वैध व्यक्तिगत/पारिवारिक कारणवश डिस्पैच के लिए इच्छुक नहीं है, तो उनसे अनुरोध है कि वे लिखित रूप में आवेदन प्रस्तुत करें, ताकि उनकी असहमति समय रहते दर्ज की जा सके और प्रक्रिया में अनावश्यक विलम्ब न हो।

अग्निवीर भर्ती: नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और क्लर्क/SKT लिखित परीक्षा परिणाम घोषित; ARO रांची ने चयनित अभ्यर्थियों को तुरंत दस्तावेज सत्यापन के लिए

रांची: आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा अग्निपथ योजना के तहत आयोजित अग्निवीर नर्सिंग असिस्टेंट (NA) और अग्निवीर क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल (SKT) पदों की भर्ती के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (CEE) के परिणाम आज आधिकारिक वेबसाइट पर घोषित कर दिए गए हैं।

दस्तावेज सत्यापन के लिए तत्काल रिपोर्ट करें

चयनित सभी अभ्यर्थियों को सूचित किया गया है कि वे बिना देरी किए निर्धारित तिथि एवं समय पर आर्मी भर्ती कार्यालय, रांची में अपने सभी मूल दस्तावेजों (Original Documents) और उनकी दो सेट स्व-अभिप्रमाणित फोटोकॉपी के साथ उपस्थित हों। यह उपस्थिति दस्तावेज सत्यापन, मेडिकल परीक्षण एवं अन्य औपचारिकताएँ समय पर पूरी करने के लिए अनिवार्य है।

आवश्यक दस्तावेजों की सूची:

ऑनलाइन परीक्षा का एडमिट कार्ड

आधार कार्ड

10वीं एवं 12वीं की अंकतालिका एवं प्रमाण-पत्र

डोमिसाइल (झारखंड राज्य का स्थायी निवास प्रमाण-पत्र)

जाति प्रमाण-पत्र (यदि लागू हो)

चरित्र प्रमाण-पत्र (6 माह से पुराना न हो)

NCC प्रमाण-पत्र और खेल प्रमाण-पत्र (यदि हो तो)

20 पासपोर्ट साइज हालिया रंगीन फोटो (सफेद बैकग्राउंड)

भर्ती रैली के समय जारी सभी दस्तावेज एवं स्लिप

महत्वपूर्ण सूचना

अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि दस्तावेज सत्यापन में अनुपस्थित रहने पर अभ्यर्थिता स्वतः रद्द मान ली जाएगी। इसके साथ ही यह भी सूचित किया गया है कि अग्निवीर जनरल ड्यूटी (GD) एवं ट्रेड्समैन का लिखित परीक्षा परिणाम बहुत शीघ्र घोषित किया जाएगा।

सभी अभ्यर्थियों को नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर अपडेट देखने की सलाह दी गई है।

वोट चोरी' को लेकर पूर्व नौकरशाहों और जजों के निशाने पर राहुल गांधी, 272 हस्तियों ने लिखा ओपन लेटर

#272retierdjudgesbureaucratsarmyofficersslamrahulgandhi

कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग के खिलाफ लगार बयानबाजी जारी है। चुनाव आयोग पर लगाए गए गंभीर आरोपों को लेकर 272 हस्तियों ने खुला खत लिखा है। इन हस्तियों ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी द्वारा चुनाव आयोग पर बार-बार किए जा रहे हमलों को लेकर भी अपनी चिंता जाहिर की है। इन हस्तियों में 16 जज, 14 राजदूतों सहित 123 सेवानिवृत्त नौकरशाह और 133 सेवानिवृत्त सशस्त्र बल अधिकारी शामिल हैं।

जनता का भरोसा कमजोर करने की कोशिश का आरोप

देश के 272 पूर्व शीर्ष अधिकारियों, जजों, राजनयिकों और सेना के अफसरों ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन लोगों ने एक खुला पत्र जारी कर कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी 'चुनाव आयोग सहित संवैधानिक संस्थाओं में जनता का भरोसा कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

“यह दिखाने की कोशिश कि देश की संस्थाएं ठीक तरह काम नहीं कर रहीं”

समूह ने पत्र जारी कर कहा है कि ये आरोप राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट की आड़ में छिपाने की कोशिश है। 'Assault on National Constitutional Authorities' नाम के टाइटल वाले पत्र में कहा गया कि कुछ विपक्षी नेता 'जहरीली बयानबाजी' और 'बिना सबूत के आरोपों' के जरिए यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि देश की संस्थाएं ठीक तरह काम नहीं कर रहीं।

“न्यायपालिका, संसद के बाद चुनाव आयोग की बारी”

पत्र में लिखा है, पहले उन्होंने भारतीय सेना की बहादुरी पर सवाल उठाए, फिर न्यायपालिका, संसद और संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को निशाना बनाया और अब चुनाव आयोग की बारी आ गई है। पत्र में राहुल गाँधी पर सीधा हमला करते हुए लिखा गया है, लोकसभा में विपक्ष के नेता ने बार-बार चुनाव आयोग पर हमला करते हुए दावा किया है कि उनके पास सबूत है कि चुनाव आयोग वोट चोरी करा रहा है और उनकी बात 100% प्रमाणित है। उन्होंने यहाँ तक कहा कि अगर मुख्य चुनाव आयुक्त या चुनाव आयुक्त रिटायर भी हो जाएँ, तो वह उन्हें भी छोड़ेंगे नहीं।

कोई औपचारिक शिकायत नहीं करवाने पर उठाया सवाल

आगे पत्र में कहा गया है, इतने गंभीर आरोप लगाने के बावजूद उन्होंने अब तक कोई औपचारिक शिकायत, या शपथपत्र के साथ, दर्ज नहीं कराई। जिससे उन्हें अपनी बात के लिए जवाबदेह न होना पड़े।

“राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट का रूप देने का प्रयास”

पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस और अन्य दलों के कई नेता, वाम समर्थित NGOs, कुछ अकादमिक और चर्चा में बने रहने वाले लोग भी इसी तरह की आक्रामक बयानबाज़ी कर रहे हैं। लेकिन चुनाव आयोग अपने SIR मॉडल की पद्धति सार्वजनिक कर चुका है, न्यायालय की निगरानी में सत्यापन हुआ है, और पात्र मतदाताओं को जोड़ने व अपात्रों को हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई। ऐसे में यह आरोप सिर्फ राजनीतिक हताशा को संस्थागत संकट का रूप देने का प्रयास लगता है।

सर्प संरक्षणकर्मी शिव खनाल सम्मानित

PoK खुद कहेगा मैं भारत हूं...', मोरक्को की धरती से राजनाथ सिंह का 'ऑपरेशन सिंदूर' पर कड़ा संदेश

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को भरोसा जताया कि भारत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को बिना किसी आक्रामक कदम के वापस हासिल करेगा। उन्होंने कहा कि अब वहां के लोग खुद ही मौजूदा शासन से आजादी की मांग कर रहे हैं। राजनाथ सिंह मोरक्को में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर पाकिस्तान को करारा मैसेज दिया है। मोरक्को में भारतीय सुमदाय से बात करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को फिर से शुरू किया जा सकता है।

राजनाथ सिंह दो दिन के दौरे पर मोरक्को पहुंचे हैं। यहां उन्होंने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के नए व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (WhAP) 8x8 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का उद्घाटन किया। यह अफ्रीका में किसी भारतीय रक्षा कंपनी का पहला संयंत्र है। इस दौरान राजनाथ सिंह ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया।

पीओके अपने आप भारत का होगा- राजनाथ सिंह

मोरक्को में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- पीओके अपने आप हमारा होगा। पीओके में मांगें उठने लगी हैं, आपने नारे सुने होंगे। मैं 5 साल पहले कश्मीर घाटी में एक कार्यक्रम में भारतीय सेना को संबोधित कर रहा था, तब मैंने कहा था कि हमें पीओके पर हमला करके कब्जा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वह वैसे भी हमारा है; पीओके खुद कहेगा, 'मैं भी भारत हूं'। वह दिन आएगा।

हमने धर्म देखकर नहीं, उनका कर्म देख कर मारा-राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा- जिन्ह मोहि मारा, तिन्ह मोहि मारे...इस बार भी यही हुआ। हमने उन्हीं लोगों को मारा जिन्होंने हमारे लोगों को मारा। हमने किसी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान पर हमला नहीं किया। केवल भारत ही ऐसा चरित्र रख सकता है। अगर हम चाहते तो किसी भी सैन्य या नागरिक प्रतिष्ठान पर हमला कर सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। हमें भारत के इस चरित्र को कायम रखना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा-आतंकवादी यहां आए और हमारे नागरिकों का धर्म पूछकर उन्हें मार डाला। हमने किसी का धर्म देख नहीं, उनका कर्म देख कर मारा है।

ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 या पार्ट- 3 पर क्या बोले?

भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के दूसरे और तीसरे चरण की संभावना पर अपना रुख स्पष्ट किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को फिर से शुरू किया जा सकता है। हालांकि, उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि यह कब और कैसे होगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पार्ट-2 या पार्ट- 3 करना है या नहीं, यह कहना मुश्किल है। यह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करता है। अगर वे आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं, तो उन्हें जवाब मिलेगा।

*Three unknown facts about Ramayana*

Desk: Ramayana is not just about the story of the war between Ram and Ravana. This story contains various pictures of the life of the people of that era. Naturally, many anecdotes have been created - most of which are unknown to us. Three such facts are -

1) Bali of the Ramayana is the hunter named Jara of the Mahabharata who was responsible for the killing of Krishna during the Dwapara Yuga.

2) According to many Ramayanas other than Valmiki, Surpanakha was married and instigated Ravana to abduct Sita in revenge for Rama killing her husband, the 'evil-minded demon'.

3) In the last war between Rama and Ravana, Bali's son Angad played a huge role in Rama's victory. Ravana was performing a yagna before going to war. Angad and some of the monkey army arrived there to spoil the yagna, but Ravana's attention could not be diverted by anything. Finally, Angad started pulling on Queen Mandodari's braid. Even then, Ravana remained steadfast. But Mandodari taunted Ravana and said that Rama was doing so much for his wife and Ravana was unable to protect his wife from this monkey clan. After hearing this, Ravana broke the yagna and chased away Angad and his army, and needless to say, he was defeated in the war.

Courtesy by: www.machinnamasta.in

नेपाल में अंतरिम पीएम के नाम पर फिर यूटर्न, देर रात खत्म हुआ सस्पेंस, सुशीला कार्की के नाम पर लगी मुहर

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नेपाल में राजनीतिक उथल पुथल के बीच आज नई सरकार को लेकर सहमति बन सकती है। देर रात राष्ट्रपति आवास पर हुई बैठक के दौरान नई सरकार को लेकर सहमति बन गई है। नई सरकार की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की होंगी। नेपाल के सेना प्रमुख और राष्ट्रपति ने उनके नाम पर सहमति जता दी है।

नेपाल अब भी सुलग रहा है। इस बीच देश की कमान आर्मी ने संभाल ली है। मगर सत्ता का संकट अब भी बरकरार है। नेपाल में आर्मी चीफ और राष्ट्रपति अंतरिम सरकार गठन करने की कवायद में जुटे हैं। केपी ओली के इस्तीफे के 60 घंटे बाद भी नेपाल पीएम के रूप में सुशीला कार्की का नाम सामने आया है। गुरुवार की आधी रात को आर्मी चीफ, राष्ट्रपति और अन्य लोगों की एक खास मीटिंग हुई। उसमें सुशीला कार्की पर सभी सहमत हुए। हालांकि अभी भी पेच फंसा हुआ है।

इस बीच नेपाल के सेना प्रमुख अशोक राज सिगदेल, मुख्य न्यायाधीश प्रकाश मान सिंह राउत और सीपीएन (माओवादी सेंटर) नेताओं के बीच शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी। नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल के भी इस बैठक में भाग लेने की उम्मीद है। उम्मीद की जा रही है कि नेपाल पीएम पर आज आम सहमति बन जाएगी।

दरअसल, जेन जी के नेतृत्व वाले युवा प्रदर्शनकारियों ने पूर्व चीफ जस्टिस सुशीला कार्की को अंतरिम प्रधानमंत्री के लिए अपना समर्थन दिया है। मगर एक धड़ा अब भी इसे लेकर सहमत नहीं है। जेन जी प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनाने की प्रक्रिया अटक गई है। देश में कर्फ्यू लगा हुआ है। आर्मी कानून-व्यवस्था संभाल रही है। इस बीच नेपाल के अंतरिम पीएम के चयन पर ही सस्पेंस छाया है।

देश में जारी राजनीतिक संकट के बीच 'We Nepali' ग्रुप के अध्यक्ष और जेन ज़ी आंदोलन के नेता सुदन गुरुंग ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की के नाम का समर्थन किया है। गुरुंग ने साफ कहा है कि संसद का विघटन उनकी मूल मांग है और तभी एक नई अंतरिम कैबिनेट का गठन होना चाहिए। गुरुंग ने कहा, "हम पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नेतृत्व स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।" हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि जेन-जी पीढ़ी इस कैबिनेट की निगरानी करेगी, ताकि जनता की अपेक्षाओं के मुताबिक काम हो सके।

जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर घुसपैठ की कोशिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को किया ढेर

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जम्मू और कश्मीर में सेना के एंटी-टेरर अभियान जारी है। इसी क्रम में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। जम्मू और कश्मीर के बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में नौशेरा नार्द के पास एलओसी पर सेना ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा संभावित घुसपैठ की कोशिश के बारे में दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरेज सेक्टर में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और उन्हें चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मार गिराया।

इससे पहले, जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर के तुरिना इलाके में रविवार को सुरक्षाबलों और संदिग्ध आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में बड़ा तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। जानकारी के अनुसार, सुरक्षाबलों को इलाके में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी। इसी दौरान थोड़ी देर के लिए दोनों ओर से फायरिंग हुई, जिसके बाद आतंकी घने जंगल की ओर भाग निकले थे। फायरिंग के बाद सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया था। इसमें ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से जंगल और आसपास के इलाकों में तलाशी भी ली गई थी।

अमेरिका ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी को आतंकवादी संगठन घोषित किया, मुनीर के यूएम दौरे के बीच एलान

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अमेरिका ने बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) व उसकी विंग मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) घोषित कर दिया। यह घोषणा पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल जनरल असीम मुनीर के अमेरिका दौरे के दौरान की गई है। ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पाकिस्तान सरकार के साथ करीबी बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। बता दें कि बीएलए ने बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की नाक में दम किया हुआ है। उसने पाकिस्तानी सेना के अलावा अर्धसैनिक बलों और चीनी नागरिकों पर कई हमलों की जिम्मेदारी ली है।

अमेरिकी विदेश विभाग ने इसकी जानकारी दी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा, आज विदेश विभाग बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) और उसके उपनाम मजीद ब्रिगेड को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) के रूप में नामित कर रहा है। मजीद ब्रिगेड को बीएलए के पिछले विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) के साथ एक सहयोगी के रूप में जोड़ रहा है।

क्यों लगा प्रतिबंध?

विदेश विभाग ने कहा कि 2024 में बीएलए ने कराची हवाई अड्डे और ग्वादर बंदरगाह प्राधिकरण परिसर के पास हुए आत्मघाती हमलों की जिम्मेदारी ली थी। 2025 में मार्च में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन के अपहरण के पीछे भी उसका हाथ था। बीएल ने 300 से अधिक यात्रियों को बंधक बना लिया था। उस घटना में 31 नागरिकों व सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। 2019 में हुए कई हमलों के बाद बीएलए को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) घोषित किया गया था। इस साल मार्च में इस अलगाववादी समूह ने क्वेटा से पेशावर जा रही एक ट्रेन को हाईजैक करने की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें दर्जनों यात्री और सैनिक मारे गए थे।

आतंकवाद के खिलाफ ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता का जिक्र

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, विदेश विभाग द्वारा आज की गई कार्रवाई आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आतंकवादियों को नामित करना इस अभिशाप के विरुद्ध हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और आतंकवादी गतिविधियों के लिए समर्थन को कम करने का एक प्रभावी तरीका है। आज की कार्रवाई संशोधित आव्रजन एवं राष्ट्रीयता अधिनियम की धारा 219 और संशोधित कार्यकारी आदेश 13224 के अनुसार की गई है। संघीय रजिस्टर में प्रकाशन के बाद एफटीओ प्रभावी हो जाते हैं।

रांची में 22 अगस्त से अग्निवीर भर्ती रैली, 8वीं पास युवाओं को सेना में सुनहरा अवसर

रांची, 03 अगस्त 2025: झारखंड के युवाओं के लिए भारतीय सेना में शामिल होने का एक सुनहरा अवसर आ रहा है। सेना भर्ती कार्यालय, रांची द्वारा आयोजित अग्निवीर भर्ती रैली 2025-26 का आयोजन 22 अगस्त 2025 से 04 सितंबर 2025 तक रांची के खेलगांव स्टेडियम में किया जाएगा। यह भर्ती रैली झारखंड के मूल निवासी युवाओं के लिए खुली है, जो न्यूनतम 8वीं पास हैं और देश सेवा का जुनून रखते हैं।

भर्ती के लिए उपलब्ध पद:

इस रैली के माध्यम से निम्नलिखित अग्निवीर पदों के लिए चयन किया जाएगा:

अग्निवीर (सामान्य ड्यूटी)

अग्निवीर (तकनीकी)

अग्निवीर (क्लर्क/स्टोर कीपर तकनीकी)

अग्निवीर ट्रेड्समैन (10वीं पास)

अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं पास)

एडमिट कार्ड और डाउनलोड प्रक्रिया:

जिन अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन (सीईई) सफलतापूर्वक पास कर लिया है, उनके एडमिट कार्ड उनके पंजीकृत ईमेल आईडी पर भेज दिए गए हैं। अभ्यर्थी अपने एडमिट कार्ड को भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in से अपने पंजीकृत खाते के माध्यम से डाउनलोड कर सकते हैं।

महत्वपूर्ण निर्देश:

रैली में प्रवेश के लिए ऑनलाइन जनरेटेड रंगीन एडमिट कार्ड अनिवार्य है। इसके बिना किसी भी अभ्यर्थी को रैली में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड में उल्लिखित तिथि और समय पर ही रैली स्थल पर पहुंचना होगा।

सभी अभ्यर्थियों को अपने साथ ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक मूल दस्तावेज लाने होंगे।

रैली में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के लिए एंड्रॉयड फोन लाना अनिवार्य है।

एडमिट कार्ड डाउनलोड में समस्या होने पर:

यदि किसी अभ्यर्थी को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में किसी प्रकार की समस्या आ रही है, तो वे तत्काल सेना भर्ती कार्यालय, रांची में संपर्क कर सकते हैं। कार्यालय का पता सेना भर्ती कार्यालय, मेन रोड (ओवर ब्रिज), रांची, झारखंड है। अभ्यर्थी अपनी समस्या के समाधान के लिए कार्यालय में सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक संपर्क कर सकते हैं।

पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया पर जोर:

सेना भर्ती के निदेशक, कर्नल विकास भोला ने स्पष्ट किया है कि भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष होगी। उन्होंने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे किसी भी दलाल या फर्जी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कर्नल भोला ने जोर देकर कहा कि केवल योग्यता और क्षमता के आधार पर ही अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा और किसी भी प्रकार की दलाली या भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होगी।

रैली स्थल पर सुविधाएं:

भर्ती रैली के दौरान अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं, जिनमें मेडिकल कवर और एंबुलेंस सुविधा, ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था, विश्राम क्षेत्र और अन्य मूलभूत सुविधाएं शामिल हैं। ये सभी आवश्यक सुविधाएं सुबह 4:00 बजे से सक्रिय रहेंगी।

उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी रांची, श्री मंजुनाथ भजन्त्री ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे भर्ती प्रक्रिया में पूरी तैयारी और आत्मविश्वास के साथ भाग लें। उन्होंने कहा, "यह झारखंड के युवाओं के लिए अपनी प्रतिभा और देशभक्ति को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर है। सभी अभ्यर्थी दलालों से सावधान रहें और केवल अपनी मेहनत और योग्यता पर भरोसा करें।"

अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट www.joinindianarmy.nic.in पर जा सकते हैं या सेना भर्ती कार्यालय, रांची से संपर्क कर सकते हैं।