*Mumbai City FC brush past Chennaiyin in Kalinga Super Cup*

Sports 

 BHUBANESWAR : Lallianzuala Chhangte delivered a captain’s performance with a dazzling brace as Mumbai City FC breezed past Chennaiyin FC 4-0 in a dominant Round of 16 encounter of the 2025 Kalinga Super Cup at the Kalinga Stadium on Wednesday, April 23, 2025. The first half ended 1-0.

Nikolaos Karelis (43’) scored the first goal for Mumbai City FC at the stroke of half time before Lallianzuala Chhangte (64’, 86’) stole the show with his two goals. Substitute Bipin Singh (90’) capped off the win with a strike in the last minute. 

Mumbai City FC, still smarting from a heavy 0-5 defeat against Bengaluru FC in the ISL knockout rounds, responded in emphatic fashion to book their place in the Kalinga Super Cup quarter-finals. Their opponents, Chennaiyin FC, had finished a disappointing 11th in the ISL, and their Super Cup journey came to an end after another underwhelming performance.

From the opening whistle, Mumbai City were on the front foot. The attacking trio of Chhangte, Karelis, and Jorge Ortiz looked sharp, with intricate passing and excellent movement that repeatedly exposed gaps in the Chennaiyin backline.

Chhangte nearly opened the scoring early on when he latched onto a defensive error, glided past his marker and unleashed a shot towards the far post only to see it come back off the woodwork.

Chennaiyin struggled to settle into the game and were denied what looked like a potential penalty after Daniel Chima Chukwu was brought down in the box by Vikram Pratap Singh, but the referee waved play on.

The breakthrough finally came in the 43rd minute. A half-cleared corner fell kindly to Hitesh Sharma, who lofted a teasing ball into the box. Chennaiyin goalkeeper Mohammad Nawaz was a tad late in coming out to affect a save and Nikolaos Karelis made no mistake, nodding home from close range to put the Islanders ahead at the break.

After the interval, Mumbai City resumed their control. Ortiz and Chhangte combined beautifully to carve open chances, and the latter came close again before Chennaiyin nearly found an equaliser. Lukas Brambilla danced past Mumbai City goalkeeper TP Rehenesh and seemed destined to score, but Mehtab Singh’s goal-line clearance denied Chennaiyin a lifeline.

That moment proved to be the turning point. In the 64th minute, Ortiz once again danced past his marker and slipped Karelis in behind. The Greek forward’s effort across goal wasn’t the cleanest, but Chhangte was there at the far post to tap it into an open net and double Mumbai City’s lead.

Chhangte struck again in the 86th minute with a touch of class. Ortiz played a sublime outside-of-the-boot flick to send him through. The winger cut inside on his favoured left foot and curled a low shot past the goalkeeper to make it 3-0.

In the last minute of the game, Chhangte turned provider. A delicate scooped pass found Bipin Singh in the box, who brushed aside pressure from Mandar Rao Desai and calmly slotted home to complete the rout.

Lallianzuala Chhangte was presented the Kalinga Player of the Match award

पीएम मोदी संग मुलाकात में मोहम्मद यूनुस ने उठाया शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा, क्या करेगा भारत

#mohammad_yunus_demanded_sheikh_hasina_extradition_during_meeting_with_modi

भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तल्खी के बीच बैंकॉक की धरती पर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच मुलाकात हुई। थाईलैंड में बिम्सटेक सम्मेलन के इतर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। यह बैठक इसलिए खास है, क्योंकि शेख हसीना सरकार के जाने के बाद यह दोनों देशों के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक है। दोनों नेताओं के बीच कई कई मु्द्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान यूनुस ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण का भी मु्द्दा उठाया।

पीएम मोदी की थाईलैंड यात्रा पर ब्रीफ्रिंग देते हुए मिसरी ने कहा, 'पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर बातचीत हुई। इस बारे में मैं और कुछ नहीं कह सकता।'

बता दें कि मोहम्मद यूनुस ने पहले भारत से शेख हसीना की प्रत्यर्पण की मांग कर चुके हैं। यूनुस का कहना है कि भारत में रहकर शेख हसीना बांग्लादेश की राजनीति को अस्थिर कर रही है, जिससे वहां के लोकतंत्र को खतरा हो गया है।

वहीं, बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के दौरान मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा भारत के सामने उठाया है। मोहम्मद यूनुस और पीएम मोदी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने दोनों नेताओं के बीच की इस बैठक को "बहुत उपयोगी और रचनात्मक" बताया है।

शफीकुल आलम ने कहा है कि "हमने भारत के साथ आपसी हितों के सभी मामलों पर चर्चा की है।" बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "मुख्य सलाहकार ने बांग्लादेश के लिए महत्वपूर्ण सभी मुद्दों को उठाया। चर्चा में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण, भारत में रहते हुए उनकी तरफ से दिए जाने वाले भड़काऊ बयान, सीमा पर हत्याओं का मुद्दा, गंगा जल संधि का नवीनीकरण और लंबे समय से लंबित तीस्ता संधि पर चर्चा की गई।" उन्होंने आगे कहा कि "दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत सकारात्मक और उत्पादक रही।"

बता दें कि शेख हसीना पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश में हुए एक हिंसक प्रदर्शन के बाद भागकर भारत आ गई थीं। उन्हें फिलहाल नई दिल्ली ने शरण दे रखा है। उनके खिलाफ बांग्लादेश में दर्जनों मुकदमें दर्ज किए गये हैं, जिनमें उनके ऊपर हत्या के मुकदमें भी दर्ज हैं। बांग्लादेश कई बार औपचारिक तौर पर शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर चुका है।

थाईलैंड में साथ नजर आए पीएम मोदी और यूनुस, मुलाकत के लिए मिन्नत के बीच आई दिलचस्प तस्वीर

#mohammad_yunus_sat_dinner_table_with_pm_modi

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस एक साथ बैठे नजर आए। ये दिलचस्प तस्वीर बैंकॉक में बिम्सटेक समूह के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान सामने आई। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन शामिल होने के लिए थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हैं। जहां रात्रिभोज के समय पीएम मोदी के साथ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस बैठे दिखाए दिए।बिम्मसटेक शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के बीच द्विपक्षीय चर्चाओं की संभावना से पहले रात्रिभोज में दोनों नेता बगल-बगल बैठे दिखाई दिए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस बैंकॉक में बिम्सटेक समूह के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक साथ बैठे नजर आये। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनवात्रा ने इस भोज की मेजबानी की। यूनुस के कार्यालय ने कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिसमें चाओ फ्राया नदी के तट पर स्थित होटल 'शांगरी-ला' में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख को मोदी के बगल में बैठे देखा जा सकता है।

ये तस्वीर ऐसे समय में सामने आई है, जब कहा जा रहा है कि पीएम मोदी शुक्रवार यानी आज बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के साथ वार्ता कर सकते हैं। मोदी की यूनुस से मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हसीना के सत्ता से बाहर होने और उस देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास आई है। भारत और बांग्लादेश के संबंधों की बात करें तो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। लेकिन, शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद नई सरकार की भारत के प्रति नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। यह मुलाकात यूनुस की हाल की चीन यात्रा की पृष्ठभूमि में भी अहम है, जहां उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के बारे में कुछ टिप्पणियां की थीं, जो भारत को पसंद नहीं आईं।

पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर भारत आने के बाद मोदी-यूनुस के बीच यह पहली मुलाकात होगी। बांग्लादेश लगातार इस कोशिश में लगा हुआ है कि पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की द्विपक्षीय मुलाकात हो जाए। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से इतर होने की संभावना है। मोहम्मद यूनुस एक जाने-माने अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, और बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत उनकी नीतियों को लेकर उत्सुक है। अगर मोदी और यूनुस की मुलाकात होती है, तो इसमें क्षेत्रीय सहयोग, व्यापार, सुरक्षा और सीमा संबंधी मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

कितना अहम है मोहम्मद यूनुस का चीन दौरा, बांग्लादेश को क्या उम्मीदें?

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राजधानी ढाका में सेना की तैनाती, सैन्य अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक, छात्रों का विरोध सहित कई अन्य कारणों से बांग्लादेश में फिर से तख्तापलट की चर्चा शुरू हो गई है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस चीन के दौरे पर हैं। मोहम्मद यूनुस 26 मार्च को चीन पहुंचे हैं। इस दौरान वो हैनान प्रांत में होने वाले बोआओ फोरम में हिस्सा लेंगे, जिसमें एशिया के कई देश हिस्सा ले रहे हैं। इस फोरम में भाग लेने के बाद वो चीन सरकार से मिले आधिकारिक निमंत्रण पर बीजिंग का दौरा करेंगे और 28 मार्च को राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक होगी।

जिनपिंग और मोहम्मद यूनुस के बीच की द्विपक्षीय बैठक करीब 30 मिनट तक चलेगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की बातचीत होगी। वहीं इस द्विपक्षीय बैठक को वजन देने के लिए अब दोनों ही पक्षों की तरफ से 12-12 अधिकारियों का डेलीगेशन इसमें मौजूद रहेगा। यानि इस द्विपक्षीय बैठक में दोनों राष्ट्राध्यक्षों को मिलाकर 13-13 लोग शामिल होंगे। इस बैठक का मतलब ये है कि चीन, बांग्लादेश को काफी महत्वपूर्ण देश की तरह भाव दे रहा है। जाहिर तौर पर वो भारत के ऊपर बांग्लादेश में कूटनीतिक बढ़त हासिल करना चाहता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बैठक को औपचारिक रूप देकर चीन ने इसके महत्व को बढ़ा दिया है।

दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक से बांग्लादेश और चीन के संबंध ना सिर्फ काफी मजबूत होने की संभावना है, बल्कि दोनों देशों के बीच नये अवसरों के भी खुलने की संभावना होगी। बांग्लादेशी एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर दे रहे हैं कि चीन के साथ संबंध मजबूत होने से वैश्विक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। जाहिर तौर पर उनका इशारा भारत को लेकर है।

भू-राजनीति संतुलन

अंतरराष्ट्रीय संबंध विश्लेषकों का कहना है कि खासतौर पर अंतरिम सरकार के उच्चतम स्तर का पहला द्विपक्षीय दौरा होने की वजह से यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। विश्लेषकों का मानना है कि मुख्य सलाहकार की यात्रा से भू-राजनीति को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।

अवामी लीग के सत्ता से बेदखल होने के बाद से बांग्लादेश के पड़ोसी भारत के साथ राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। दूसरी ओर, अमेरिका के पिछले बाइडन प्रशासन के साथ तो अंतरिम सरकार का मैत्रीपूर्ण संबंध देखने को मिला था। लेकिन इस बारे में मौजूदा ट्रंप प्रशासन की नीति अब भी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

विश्लेषकों का कहना है कि एक ओर भारत और चीन के बीच क्षेत्रीय प्रभुत्व के सवाल पर तनातनी चल रही है। दूसरी ओर, वैश्विक स्तर पर चीन और अमेरिका के बीच की खींचतान किसी से छिपी नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के संबंधों में कड़वाहट और बढ़ी है। इन वजहों से इस मुद्दे पर भी चर्चा हो रही है कि मोहम्मद यूनुस की चीन यात्रा से बांग्लादेश के पड़ोसी भारत और अमेरिका के साथ संबंधों पर असर पड़ेगा।

आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में उम्मीद

वहीं, विश्लेषकों का ये भी मानना है कि मुख्य सलाहकार के इस दौरे से बांग्लादेश को आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में फायदा मिलने की संभावना ही ज़्यादा है। इस दौरे के दौरान विशेष रूप से व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय विकास के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय चर्चा की उम्मीद है।

प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने ऐसे समय में बांग्लादेश की बागडोर संभाली है जब देश की अर्थव्यवस्था कई किस्म के दबावों से जूझ रही है। ऐसे में आर्थिक स्थिति को सुधारना ही उनकी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। विश्लेषकों का कहना है कि देश की मौजूदा आर्थिक परिस्थिति में चीन जैसे बड़े और स्थिर आर्थिक साझेदार के सकारात्मक समर्थन की जरूरत है।

विदेश मंत्रालय के सलाहकार तौहीद अहमद ने बीते रविवार को पत्रकारों को बताया कि मुख्य सलाहकार के इस दौरे के दौरान चीन के साथ किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए जाएंगे। लेकिन कुछ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर ज़रूर किए जा सकते हैं।तौहीद अहमद ने स्थानीय पत्रकारों से कहा था कि चीन के साथ आपसी संबंधों में बांग्लादेश वाणिज्य और निवेश को ही सबसे ज़्यादा अहमियत देगा।

चीन ने वर्ष 1975 में बांग्लादेश को मान्यता देकर राजनयिक संबंध कायम किया था। इस साल दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने जा रहे हैं। ढाका में चीन के राजदूत याओ वेन के मुताबिक, राजनयिक संबंधों को 50 साल पूरे होने के संदर्भ में प्रोफ़ेसर यूनुस का चीन दौरा मील का पत्थर साबित होगा।

कांग्रेस नेता की रोहित शर्मा पर ये कैसी टिप्पणी? बीजेपी बोली-चैंपियन का अपमान

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कांग्रेस की एक नेता ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऐसा बयान दिया है कि बवाल मच गया है। कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रोहित शर्मा के वजन को लेकर टिप्पणी की है। हालांकि, शमा मोहम्मद का ये बयान उन्ही पर भारी पड़ता दिख रहा है।बीजेपी ने कांग्रेस नेता को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे एख चैंपियन (रोहित) का अपमान बताया है।

चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की शानदार जीत के बाद कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस और कप्तानी पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित शर्मा मोटे हैं, उन्हें अपना वजन कम करना चाहिए। शमा मोहम्मद ने यह भी कहा कि रोहित भारत के सबसे निराश करने वाले कप्तान हैं।

कांग्रेस नेता यही नहीं मानी, उन्होंने रोहित शर्मा को एक औसत दर्जे का कप्तान बताया और कहा कि वे सिर्फ भाग्यशाली हैं कि वे भारतीय टीम के कप्तान हैं।

कांग्रेस की प्रवक्ता के बयान देने के बाद पार्टी ने खुद शमा मोहम्मद के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी पर जो टिप्पणियां की पार्टी के आधिकारिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

उन्हें एक्स से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का निर्देश दिया गया है और भविष्य में अधिक सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों के योगदान को सर्वोच्च सम्मान देती है और उनकी विरासत को कम आंकने वाले किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है।

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तंज कसते हुए लिखा कि कांग्रेस अब चाहती है कि राहुल गांधी क्रिकेट खेलें। प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। अब वे भारतीय क्रिकेट टीम पर निशाना साध रहे हैं। क्या वे चाहते हैं कि राजनीति में असफल रहने के बाद अब राहुल गांधी क्रिकेट खेलें!'

यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन
#mohammad_yunus_demand_uk_pm_keir_starmer_to_sack_sheikh_hasina_niece_tulip_siddiq
* भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की। एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।” *शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?* संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं। *शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक* बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।
यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन

#mohammadyunusdemandukpmkeirstarmertosacksheikhhasinaniecetulip_siddiq

भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की।

एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं।

यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।”

शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?

संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक

बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।

*Bowlers help Bengal script stunning win vs MP in Ranji Trophy*

Sports News 

Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant performance by the bowlers, Bengal outclassed Madhya Pradesh by 11 runs in the Elite Group C match to register their first victory of the Ranji Trophy season on Saturday. 

Bengal, who bagged six points from the win, currently have 14 points from five games. 

Chasing 338 to win on the fourth and final day, Madhya Pradesh were bowled out for 326. Shahbaz Ahmed (4-48), Mohammad Shami (3-102), Rohit Kumar (2-47) and Md Kaif (1-50) were superb with the ball for Bengal. 

Earlier, after posting 228 in their first innings, Bengal bundled out MP for 167. In their second innings, Bengal scored 276 to hand a challenging target to the home side.

Shahbaz was awarded the player of the match for his all-round performance. 

Bengal will next face Haryana, followed by Punjab at home in their final two group-stage matches.

 Pic Courtesy by: CAB

Brilliant Shami bags 4 to put Bengal on top against MP in Ranji Trophy
*Sports News*



*Khabar kolkata Sports Desk:* India star pacer Mohammad Shami marked an outstanding return to competitive cricket by bagging an impressive 4 for 54 to put Bengal in a commanding position against Madhya Pradesh in the Ranji Trophy Elite Group C match in Indore on Thursday.

Shami, Suraj Sindhu Jaiswal (2-35), Md Kaif (2-41) and debutant Rohit Kumar (1-27) helped Bengal bundle out Madhya Pradesh for just 167 in their first innings to bag the all-important first innings lead.

Earlier, Bengal posted 228 in their first innings.

At stumps on Day 2, Bengal, in their second innings, were 170/5 with a lead of 231 runs.

Sudip Chatterjee (40) and Sudip Kumar Gharami (40) impressed while Writtick Chatterjee (33 not out) and Wriddhiman Saha (21 not out) remained unbeaten at stumps.

*Pic Courtesy by: CAB*
*Shami back in action, Shahbaz hits 92 for Bengal against MP in Ranji Trophy*

Sports News

Khabar kolkata sports Desk: India star pacer Mohammad Shami made a remarkable return to competitive cricket for Bengal while all-rounder Shahbaz Ahmed played a fighting knock of 92 against Madhya Pradesh on Day 1 in the Ranji Trophy Elite Group C match in Indore on Wednesday.

Shami, who was out of competitive action since India’s ODI World Cup final in Ahmedabad last November, bowled 10 overs including a maiden while giving away 34 runs.

While other Bengal batters found the going tough, Shahbaz hit 16 fours and 1 six in his 80-ball innings while skipper Anustup Majumdar (44) also impressed as Bengal scored 228 in their first innings.

For MP, Aryan Pandey and Kulwant Khejroliya bagged four wickets each.

In reply, MP, were 103/1 at stumps on the opening day. Md Kaif bagged the only wicket for Bengal. Rohit Kumar, who made his debut for Bengal, received his cap from Shami.

PIC Courtesy by:CAB

*Mumbai City FC brush past Chennaiyin in Kalinga Super Cup*

Sports 

 BHUBANESWAR : Lallianzuala Chhangte delivered a captain’s performance with a dazzling brace as Mumbai City FC breezed past Chennaiyin FC 4-0 in a dominant Round of 16 encounter of the 2025 Kalinga Super Cup at the Kalinga Stadium on Wednesday, April 23, 2025. The first half ended 1-0.

Nikolaos Karelis (43’) scored the first goal for Mumbai City FC at the stroke of half time before Lallianzuala Chhangte (64’, 86’) stole the show with his two goals. Substitute Bipin Singh (90’) capped off the win with a strike in the last minute. 

Mumbai City FC, still smarting from a heavy 0-5 defeat against Bengaluru FC in the ISL knockout rounds, responded in emphatic fashion to book their place in the Kalinga Super Cup quarter-finals. Their opponents, Chennaiyin FC, had finished a disappointing 11th in the ISL, and their Super Cup journey came to an end after another underwhelming performance.

From the opening whistle, Mumbai City were on the front foot. The attacking trio of Chhangte, Karelis, and Jorge Ortiz looked sharp, with intricate passing and excellent movement that repeatedly exposed gaps in the Chennaiyin backline.

Chhangte nearly opened the scoring early on when he latched onto a defensive error, glided past his marker and unleashed a shot towards the far post only to see it come back off the woodwork.

Chennaiyin struggled to settle into the game and were denied what looked like a potential penalty after Daniel Chima Chukwu was brought down in the box by Vikram Pratap Singh, but the referee waved play on.

The breakthrough finally came in the 43rd minute. A half-cleared corner fell kindly to Hitesh Sharma, who lofted a teasing ball into the box. Chennaiyin goalkeeper Mohammad Nawaz was a tad late in coming out to affect a save and Nikolaos Karelis made no mistake, nodding home from close range to put the Islanders ahead at the break.

After the interval, Mumbai City resumed their control. Ortiz and Chhangte combined beautifully to carve open chances, and the latter came close again before Chennaiyin nearly found an equaliser. Lukas Brambilla danced past Mumbai City goalkeeper TP Rehenesh and seemed destined to score, but Mehtab Singh’s goal-line clearance denied Chennaiyin a lifeline.

That moment proved to be the turning point. In the 64th minute, Ortiz once again danced past his marker and slipped Karelis in behind. The Greek forward’s effort across goal wasn’t the cleanest, but Chhangte was there at the far post to tap it into an open net and double Mumbai City’s lead.

Chhangte struck again in the 86th minute with a touch of class. Ortiz played a sublime outside-of-the-boot flick to send him through. The winger cut inside on his favoured left foot and curled a low shot past the goalkeeper to make it 3-0.

In the last minute of the game, Chhangte turned provider. A delicate scooped pass found Bipin Singh in the box, who brushed aside pressure from Mandar Rao Desai and calmly slotted home to complete the rout.

Lallianzuala Chhangte was presented the Kalinga Player of the Match award

पीएम मोदी संग मुलाकात में मोहम्मद यूनुस ने उठाया शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा, क्या करेगा भारत

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भारत-बांग्लादेश के रिश्तों में तल्खी के बीच बैंकॉक की धरती पर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच मुलाकात हुई। थाईलैंड में बिम्सटेक सम्मेलन के इतर पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। यह बैठक इसलिए खास है, क्योंकि शेख हसीना सरकार के जाने के बाद यह दोनों देशों के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक है। दोनों नेताओं के बीच कई कई मु्द्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान यूनुस ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण का भी मु्द्दा उठाया।

पीएम मोदी की थाईलैंड यात्रा पर ब्रीफ्रिंग देते हुए मिसरी ने कहा, 'पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस के बीच शेख हसीना के प्रत्यर्पण पर बातचीत हुई। इस बारे में मैं और कुछ नहीं कह सकता।'

बता दें कि मोहम्मद यूनुस ने पहले भारत से शेख हसीना की प्रत्यर्पण की मांग कर चुके हैं। यूनुस का कहना है कि भारत में रहकर शेख हसीना बांग्लादेश की राजनीति को अस्थिर कर रही है, जिससे वहां के लोकतंत्र को खतरा हो गया है।

वहीं, बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के दौरान मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा भारत के सामने उठाया है। मोहम्मद यूनुस और पीएम मोदी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने दोनों नेताओं के बीच की इस बैठक को "बहुत उपयोगी और रचनात्मक" बताया है।

शफीकुल आलम ने कहा है कि "हमने भारत के साथ आपसी हितों के सभी मामलों पर चर्चा की है।" बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "मुख्य सलाहकार ने बांग्लादेश के लिए महत्वपूर्ण सभी मुद्दों को उठाया। चर्चा में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण, भारत में रहते हुए उनकी तरफ से दिए जाने वाले भड़काऊ बयान, सीमा पर हत्याओं का मुद्दा, गंगा जल संधि का नवीनीकरण और लंबे समय से लंबित तीस्ता संधि पर चर्चा की गई।" उन्होंने आगे कहा कि "दोनों शीर्ष नेताओं के बीच बातचीत सकारात्मक और उत्पादक रही।"

बता दें कि शेख हसीना पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश में हुए एक हिंसक प्रदर्शन के बाद भागकर भारत आ गई थीं। उन्हें फिलहाल नई दिल्ली ने शरण दे रखा है। उनके खिलाफ बांग्लादेश में दर्जनों मुकदमें दर्ज किए गये हैं, जिनमें उनके ऊपर हत्या के मुकदमें भी दर्ज हैं। बांग्लादेश कई बार औपचारिक तौर पर शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर चुका है।

थाईलैंड में साथ नजर आए पीएम मोदी और यूनुस, मुलाकत के लिए मिन्नत के बीच आई दिलचस्प तस्वीर

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस एक साथ बैठे नजर आए। ये दिलचस्प तस्वीर बैंकॉक में बिम्सटेक समूह के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान सामने आई। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिम्सटेक शिखर सम्मेलन शामिल होने के लिए थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में हैं। जहां रात्रिभोज के समय पीएम मोदी के साथ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस बैठे दिखाए दिए।बिम्मसटेक शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के बीच द्विपक्षीय चर्चाओं की संभावना से पहले रात्रिभोज में दोनों नेता बगल-बगल बैठे दिखाई दिए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस बैंकॉक में बिम्सटेक समूह के नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज में एक साथ बैठे नजर आये। थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनवात्रा ने इस भोज की मेजबानी की। यूनुस के कार्यालय ने कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिसमें चाओ फ्राया नदी के तट पर स्थित होटल 'शांगरी-ला' में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख को मोदी के बगल में बैठे देखा जा सकता है।

ये तस्वीर ऐसे समय में सामने आई है, जब कहा जा रहा है कि पीएम मोदी शुक्रवार यानी आज बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस के साथ वार्ता कर सकते हैं। मोदी की यूनुस से मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हसीना के सत्ता से बाहर होने और उस देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के बाद से भारत और बांग्लादेश के संबंधों में खटास आई है। भारत और बांग्लादेश के संबंधों की बात करें तो दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ संबंध रहे हैं। लेकिन, शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद नई सरकार की भारत के प्रति नीति को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। यह मुलाकात यूनुस की हाल की चीन यात्रा की पृष्ठभूमि में भी अहम है, जहां उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के बारे में कुछ टिप्पणियां की थीं, जो भारत को पसंद नहीं आईं।

पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़कर भारत आने के बाद मोदी-यूनुस के बीच यह पहली मुलाकात होगी। बांग्लादेश लगातार इस कोशिश में लगा हुआ है कि पीएम मोदी और मोहम्मद यूनुस की द्विपक्षीय मुलाकात हो जाए। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन से इतर होने की संभावना है। मोहम्मद यूनुस एक जाने-माने अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, और बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भारत उनकी नीतियों को लेकर उत्सुक है। अगर मोदी और यूनुस की मुलाकात होती है, तो इसमें क्षेत्रीय सहयोग, व्यापार, सुरक्षा और सीमा संबंधी मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।

कितना अहम है मोहम्मद यूनुस का चीन दौरा, बांग्लादेश को क्या उम्मीदें?

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राजधानी ढाका में सेना की तैनाती, सैन्य अधिकारियों की इमरजेंसी बैठक, छात्रों का विरोध सहित कई अन्य कारणों से बांग्लादेश में फिर से तख्तापलट की चर्चा शुरू हो गई है। इस बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस चीन के दौरे पर हैं। मोहम्मद यूनुस 26 मार्च को चीन पहुंचे हैं। इस दौरान वो हैनान प्रांत में होने वाले बोआओ फोरम में हिस्सा लेंगे, जिसमें एशिया के कई देश हिस्सा ले रहे हैं। इस फोरम में भाग लेने के बाद वो चीन सरकार से मिले आधिकारिक निमंत्रण पर बीजिंग का दौरा करेंगे और 28 मार्च को राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक होगी।

जिनपिंग और मोहम्मद यूनुस के बीच की द्विपक्षीय बैठक करीब 30 मिनट तक चलेगी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आमने-सामने की बातचीत होगी। वहीं इस द्विपक्षीय बैठक को वजन देने के लिए अब दोनों ही पक्षों की तरफ से 12-12 अधिकारियों का डेलीगेशन इसमें मौजूद रहेगा। यानि इस द्विपक्षीय बैठक में दोनों राष्ट्राध्यक्षों को मिलाकर 13-13 लोग शामिल होंगे। इस बैठक का मतलब ये है कि चीन, बांग्लादेश को काफी महत्वपूर्ण देश की तरह भाव दे रहा है। जाहिर तौर पर वो भारत के ऊपर बांग्लादेश में कूटनीतिक बढ़त हासिल करना चाहता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि बैठक को औपचारिक रूप देकर चीन ने इसके महत्व को बढ़ा दिया है।

दोनों देशों के बीच होने वाली द्विपक्षीय बैठक से बांग्लादेश और चीन के संबंध ना सिर्फ काफी मजबूत होने की संभावना है, बल्कि दोनों देशों के बीच नये अवसरों के भी खुलने की संभावना होगी। बांग्लादेशी एक्सपर्ट्स इस बात पर जोर दे रहे हैं कि चीन के साथ संबंध मजबूत होने से वैश्विक संतुलन बनाए रखने में मदद मिलेगी। जाहिर तौर पर उनका इशारा भारत को लेकर है।

भू-राजनीति संतुलन

अंतरराष्ट्रीय संबंध विश्लेषकों का कहना है कि खासतौर पर अंतरिम सरकार के उच्चतम स्तर का पहला द्विपक्षीय दौरा होने की वजह से यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण हो गई है। विश्लेषकों का मानना है कि मुख्य सलाहकार की यात्रा से भू-राजनीति को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।

अवामी लीग के सत्ता से बेदखल होने के बाद से बांग्लादेश के पड़ोसी भारत के साथ राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। दूसरी ओर, अमेरिका के पिछले बाइडन प्रशासन के साथ तो अंतरिम सरकार का मैत्रीपूर्ण संबंध देखने को मिला था। लेकिन इस बारे में मौजूदा ट्रंप प्रशासन की नीति अब भी स्पष्ट नहीं हो सकी है।

विश्लेषकों का कहना है कि एक ओर भारत और चीन के बीच क्षेत्रीय प्रभुत्व के सवाल पर तनातनी चल रही है। दूसरी ओर, वैश्विक स्तर पर चीन और अमेरिका के बीच की खींचतान किसी से छिपी नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने के बाद दोनों देशों के संबंधों में कड़वाहट और बढ़ी है। इन वजहों से इस मुद्दे पर भी चर्चा हो रही है कि मोहम्मद यूनुस की चीन यात्रा से बांग्लादेश के पड़ोसी भारत और अमेरिका के साथ संबंधों पर असर पड़ेगा।

आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में उम्मीद

वहीं, विश्लेषकों का ये भी मानना है कि मुख्य सलाहकार के इस दौरे से बांग्लादेश को आर्थिक और व्यापारिक क्षेत्र में फायदा मिलने की संभावना ही ज़्यादा है। इस दौरे के दौरान विशेष रूप से व्यापार, निवेश और क्षेत्रीय विकास के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय चर्चा की उम्मीद है।

प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस ने ऐसे समय में बांग्लादेश की बागडोर संभाली है जब देश की अर्थव्यवस्था कई किस्म के दबावों से जूझ रही है। ऐसे में आर्थिक स्थिति को सुधारना ही उनकी सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है। विश्लेषकों का कहना है कि देश की मौजूदा आर्थिक परिस्थिति में चीन जैसे बड़े और स्थिर आर्थिक साझेदार के सकारात्मक समर्थन की जरूरत है।

विदेश मंत्रालय के सलाहकार तौहीद अहमद ने बीते रविवार को पत्रकारों को बताया कि मुख्य सलाहकार के इस दौरे के दौरान चीन के साथ किसी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए जाएंगे। लेकिन कुछ सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर ज़रूर किए जा सकते हैं।तौहीद अहमद ने स्थानीय पत्रकारों से कहा था कि चीन के साथ आपसी संबंधों में बांग्लादेश वाणिज्य और निवेश को ही सबसे ज़्यादा अहमियत देगा।

चीन ने वर्ष 1975 में बांग्लादेश को मान्यता देकर राजनयिक संबंध कायम किया था। इस साल दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे होने जा रहे हैं। ढाका में चीन के राजदूत याओ वेन के मुताबिक, राजनयिक संबंधों को 50 साल पूरे होने के संदर्भ में प्रोफ़ेसर यूनुस का चीन दौरा मील का पत्थर साबित होगा।

कांग्रेस नेता की रोहित शर्मा पर ये कैसी टिप्पणी? बीजेपी बोली-चैंपियन का अपमान

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कांग्रेस की एक नेता ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ऐसा बयान दिया है कि बवाल मच गया है। कांग्रेस की प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन रोहित शर्मा के वजन को लेकर टिप्पणी की है। हालांकि, शमा मोहम्मद का ये बयान उन्ही पर भारी पड़ता दिख रहा है।बीजेपी ने कांग्रेस नेता को घेरना शुरू कर दिया है। भाजपा ने इसे एख चैंपियन (रोहित) का अपमान बताया है।

चैंपियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की शानदार जीत के बाद कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की फिटनेस और कप्तानी पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- एक खिलाड़ी के तौर पर रोहित शर्मा मोटे हैं, उन्हें अपना वजन कम करना चाहिए। शमा मोहम्मद ने यह भी कहा कि रोहित भारत के सबसे निराश करने वाले कप्तान हैं।

कांग्रेस नेता यही नहीं मानी, उन्होंने रोहित शर्मा को एक औसत दर्जे का कप्तान बताया और कहा कि वे सिर्फ भाग्यशाली हैं कि वे भारतीय टीम के कप्तान हैं।

कांग्रेस की प्रवक्ता के बयान देने के बाद पार्टी ने खुद शमा मोहम्मद के बयान से किनारा कर लिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. शमा मोहम्मद ने क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी पर जो टिप्पणियां की पार्टी के आधिकारिक दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व नहीं करती है।

उन्हें एक्स से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का निर्देश दिया गया है और भविष्य में अधिक सतर्क रहने की सलाह भी दी गई है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस खेल जगत के दिग्गज खिलाड़ियों के योगदान को सर्वोच्च सम्मान देती है और उनकी विरासत को कम आंकने वाले किसी भी बयान का समर्थन नहीं करती है।

कांग्रेस प्रवक्ता की टिप्पणी पर भाजपा ने भी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने तंज कसते हुए लिखा कि कांग्रेस अब चाहती है कि राहुल गांधी क्रिकेट खेलें। प्रदीप भंडारी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए। अब वे भारतीय क्रिकेट टीम पर निशाना साध रहे हैं। क्या वे चाहते हैं कि राजनीति में असफल रहने के बाद अब राहुल गांधी क्रिकेट खेलें!'

यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन
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* भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की। एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।” *शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?* संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं। *शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक* बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।
यूके की महिला मंत्री के पीछे क्यों पड़ी बांग्लादेश की यूनुस सरकार, शेख हसीना से है कनेक्शन

#mohammadyunusdemandukpmkeirstarmertosacksheikhhasinaniecetulip_siddiq

भारत को अकड़ दिकान के बाद अब बांग्‍लादेश की मोहम्‍मद यूनुस सरकार ने ब्रिटेन की कीर स्टारमर सरकार पर निशाना साधा है। इसकी वजह हैं ब्रिटेन की श्रम मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं। बांग्‍लादेश ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्‍टार्मर से मांग की है कि वो ट्यूलिप सिद्दीक को हटाएं। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुश ने ब्रिटिश मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक और उनके परिवार की संपत्तियों की जांच की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ट्यूलिप ने अपनी चाची और पूर्व बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान संपत्तियां हासिल की थी। मोहम्मद युनूस ने बांग्लादेश को संपत्तियां लौटाने की मांग की।

एक साक्षात्कार में उन्होंने शेख हसीना के पीएम पद से हटने के बाद भी सिद्दीक और उनके परिवार द्वार संपत्तियों के इस्सेमाल पर निंदा की। साक्षात्कार में मोहम्मद युनूस ने कहा, "यह एक सीधी डकैती के बारे में है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकार पर फर्जी तरीके से धन का गबन करने का आरोप लगाया।" बता दें कि सिद्दीक ब्रिटेन लेबर कैबिनेट के सदस्य हैं, जो ट्रेजरी और सिटी मंत्री के आर्थिक सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं।

यूनुस ने द संडे टाइम्स को बताया कि वह चाहते हैं कि ब्रिटेन का भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) शेख हसीना की भतीजी की संपत्तियों की जांच करे। हसीना की अवामी लीग के सहयोगियों द्वारा ब्रिटेन में खरीदी गई संपत्तियां बांग्लादेश को वापस कर दी जानी चाहिए। यूनुस ने अखबार से कहा, “अंतरिम सरकार की यही मंशा है। उन्हें कैसे वापस लाया जाए।”

शेख हसीना की भतीजी पर क्‍या है आरोप?

संडे टाइम्स ने खुलासा किया था कि दो बांग्लादेशी बिजनेसमैन ने साल 2005 में शेख हसीना की सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील मोइन गनी को ब्रिटेन के हैम्पस्टेड में एक फ्लैट गिफ्ट किया था। गनी ने इसे 2009 में सिद्दीक की बहन अजमीना को गिफ्ट कर दिया। बाद में खुद यूके की मंत्री ट्यूलिप सिद्दीक उसमें रहने लगी। उनके पास ब्रिटेन के किंग्स क्रॉस में एक फ्लैट भी है जो उन्हें 2004 में अब्दुल मोतालिफ ने दिया था। उनका संबंध भी शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी से है। उन्‍होंने यह घर किराए पर दिया हुआ है। दावा किया गया कि सिद्दीक की मां रेहाना लंदन में 1.4 मिलियन पाउंड यानी 15 करोड़ रुपये के घर में रह रही थी। यह घर बांग्लादेश के एक बिजनेसमैन सलमान एफ रहमान के परिवार का था। वो भी हसीना सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

शेख हसीना की भतीजी हैं सिद्दीक

बता दें कि ट्यूलिप सिद्दीक पूर्व बांग्लादेशी पीएम शेख हसीना की भतीजी हैं और लेबर पार्टी की श्रम मंत्री है। सिद्दीक ट्रेजरी की आर्थिक सचिव हैं और वे ब्रिटेन में वित्तीय बाजारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियानों में शामिल रही हैं।

*Bowlers help Bengal script stunning win vs MP in Ranji Trophy*

Sports News 

Khabar kolkata sports Desk: Riding on a brilliant performance by the bowlers, Bengal outclassed Madhya Pradesh by 11 runs in the Elite Group C match to register their first victory of the Ranji Trophy season on Saturday. 

Bengal, who bagged six points from the win, currently have 14 points from five games. 

Chasing 338 to win on the fourth and final day, Madhya Pradesh were bowled out for 326. Shahbaz Ahmed (4-48), Mohammad Shami (3-102), Rohit Kumar (2-47) and Md Kaif (1-50) were superb with the ball for Bengal. 

Earlier, after posting 228 in their first innings, Bengal bundled out MP for 167. In their second innings, Bengal scored 276 to hand a challenging target to the home side.

Shahbaz was awarded the player of the match for his all-round performance. 

Bengal will next face Haryana, followed by Punjab at home in their final two group-stage matches.

 Pic Courtesy by: CAB

Brilliant Shami bags 4 to put Bengal on top against MP in Ranji Trophy
*Sports News*



*Khabar kolkata Sports Desk:* India star pacer Mohammad Shami marked an outstanding return to competitive cricket by bagging an impressive 4 for 54 to put Bengal in a commanding position against Madhya Pradesh in the Ranji Trophy Elite Group C match in Indore on Thursday.

Shami, Suraj Sindhu Jaiswal (2-35), Md Kaif (2-41) and debutant Rohit Kumar (1-27) helped Bengal bundle out Madhya Pradesh for just 167 in their first innings to bag the all-important first innings lead.

Earlier, Bengal posted 228 in their first innings.

At stumps on Day 2, Bengal, in their second innings, were 170/5 with a lead of 231 runs.

Sudip Chatterjee (40) and Sudip Kumar Gharami (40) impressed while Writtick Chatterjee (33 not out) and Wriddhiman Saha (21 not out) remained unbeaten at stumps.

*Pic Courtesy by: CAB*
*Shami back in action, Shahbaz hits 92 for Bengal against MP in Ranji Trophy*

Sports News

Khabar kolkata sports Desk: India star pacer Mohammad Shami made a remarkable return to competitive cricket for Bengal while all-rounder Shahbaz Ahmed played a fighting knock of 92 against Madhya Pradesh on Day 1 in the Ranji Trophy Elite Group C match in Indore on Wednesday.

Shami, who was out of competitive action since India’s ODI World Cup final in Ahmedabad last November, bowled 10 overs including a maiden while giving away 34 runs.

While other Bengal batters found the going tough, Shahbaz hit 16 fours and 1 six in his 80-ball innings while skipper Anustup Majumdar (44) also impressed as Bengal scored 228 in their first innings.

For MP, Aryan Pandey and Kulwant Khejroliya bagged four wickets each.

In reply, MP, were 103/1 at stumps on the opening day. Md Kaif bagged the only wicket for Bengal. Rohit Kumar, who made his debut for Bengal, received his cap from Shami.

PIC Courtesy by:CAB