कंगना रनौत के कृषि कानून समर्थन पर कांग्रेस का पलटवार: प्रमोद तिवारी ने कहा - बीजेपी के मन में यही है

बीजेपी की मंडी से सांसद कंगना रनौत के तीन कृषि कानून पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और उप नेता राज्यसभा प्रमोद तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि कंगना ने वही कहा जो पूरे बीजेपी के मन में है. तिवारी ने दावा किया कि जिस दिन बीजेपी मजबूत होगी उस दिन यह लोग ये तीनों काला कानून वापस लाएंगे. मीडिया से बात करते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि आखिर कंगना रनौत है कौन यह बताया जाए, यह वही कंगना है जिनको प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने अवॉर्ड दिया था, जिसने इंदिरा गांधी पर फिल्म बनाई.

प्रमोद तिवारी ने कंगना को लेकर कहा कि यह वही है जिनको मोदी सरकार ने अपने शासनकाल में बहुत खुश होकर पद्म पुरस्कार पद्मश्री दिया. ये वही है जो इंदिरा गांधी जी पर इमरजेंसी फिल्म बना रही है और वह फिल्म कैसे बन रही है कौन फाइनेंस कर रहा है इसके लेकर तमाम चर्चाएं हैं. कांग्रेसी सांसद ने कहा कि कंगना भाजपा के सर्वोच्च नेतृत्व के बहुत करीब हैं, जिन्हे मुंबई से निकाल कर मंडी ले जाया गया. हिमाचल प्रदेश में चुनाव लड़ाया गया, मोदी जी से लेकर नीचे के नेताओं तक की लाइन लग गई थी इनके प्रचार में, इनको जिताने के लिए.

बीजेपी वापस लाएगी काले कानून

कांग्रेस सांसद ने दावा करते हुए कहा कि जिस दिन भारतीय जनता पार्टी शक्तिमान बनेगी दूसरों पर निर्भर नहीं रहेगी, उसी दिन यह तीनों काले कानून लाएगी. कंगना रनौत ने वही बोला है जो भाजपा के मन में है. भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा जान ले, पहचान ले, समझ ले और नोट कर ले जब तक कांग्रेस और इंडिया गठबंधन है किसानों के खिलाफ यह तीनों काले कानून नहीं लाने देंगे

क्या कहा था कंगना ने

मंडी सीट से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने मांग करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार को 3 कृषि कानूनों को फिर से लाना चाहिए जिन्हें भारी विरोध के बाद वापस ले लिया गया था. ये तीनों कानून किसानों के हित में थे और उन्हें खुद इसे वापस लाने की मांग करनी चाहिए. हालांकि खुद कंगना रनौत ने कहा, हो सकता है कि उनकी इस बात पर विवाद हो, लेकिन इसे लागू करना चाहिए.

किसानों पर बयान देकर विवाद में फंसी कंगना रनौत, बाद में वापस लिया बयान, जाने विपक्ष ने क्या कहा

अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाली मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कृषि कानून पर बयान देकर देश का सियासी पारा बढ़ा दिया. हालांकि उन्होंने अपने बयान में ही उम्मीद जताई थी कि इस पर विवाद हो सकता है. कंगना के बयान को निजी बताते हुए बीजेपी ने बयान से किनारा कर लिया. आखिरकार विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना बयान को वापस ले लिया है.

कंगना रनौत ने कहा, ‘पिछले बीतें कुछ दिनों में मीडिया ने किसान कानून से संबंधित कुछ सवाल किया और मैंने सुझाव दिया कि किसानों को किसान कानून वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए. मेरी इस बात से बहुत से लोग निराश हैं. जब ये आया था तब बहुत से लोगों ने समर्थन किया था, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री जी ने बड़े संवेदनशीलता से वापस ले लिया था. मेरे विचार अपने नहीं होने चाहिए, मेरी पार्टी का स्टैंड होना चाहिए. अगर अपनी सोच से किसी को निराश किया है तो मुझे खेद रहेगा. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं

विपक्षी दलों ने बीजेपी का छिपा एजेंडा बताया

बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि बीजेपी की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और उनका बयान कृषि बिलों पर बीजेपी के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है. वहीं, विपक्षी दलों ने इसे बीजेपी का छिपा एजेंडा बताया. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि उनके बयान से बीजेपी का हिडेन एंजेडा सामने आ गया है. मामले पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी को जवाब देना चाहिए. साथ ही सरकार में सहयोगी जेडीयू ने भी कंगना के बयान का विरोध किया.

कंगना के बयान पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी की सांसद कंगना रनौत का कहना है कि तीन कृषि कानून को लागू करने का समय आ गया है. हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी तो ये तीन काले कानून लागू करेंगे. मैं चुनौती देता हूं. हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनेगी और कोई ताकत नहीं है जो तीन काले कानूनों को फिर से लागू करवा सके.

मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘750 किसानों की शहादत के बाद भी किसान विरोधी बीजेपी और मोदी सरकार को अपने घोर अपराध का अहसास नहीं हुआ. तीन काले किसान-विरोधी कानूनों को फिर से लागू होने की बात की जा रही है. कांग्रेस पार्टी इसका कड़ा विरोध करती है. किसानों को गाड़ी के नीचे कुचलवाने वाली मोदी सरकार ने हमारे अन्नदाता के लिए कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें सबका इस्तेमाल किया, ये भारत के 62 करोड़ किसान कभी भूल नहीं पाएंगे. इस बार हरियाणा समेत सभी चुनावी राज्यों से किसानों पर खुद प्रधानमंत्री द्वारा संसद में किसानों को आंदोलनजीवी और परजीवी की अपमानजनक टिप्पणी का करारा जवाब मिलेगा.’

सरकार ने 2021 में वापस ले लिए थे तीनों कानून

दरअसल, मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में 3 कृषि कानून पारित किए थे, जिनका किसानों ने जमकर विरोध किया था. एक साल से भी ज्यादा समय तक किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर धरना प्रदर्शन किया था. इस दौरान कई किसानों की मौत होने के भी आरोप लगाए गए थे. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए साल 2021 में सरकार ने इन तीनों कानूनों को निरस्त करने का ऐलान किया था. पीएम मोदी ने किसान कानूनों को वापस लेते हुए कहा था कि मैं किसानों को समझा नहीं पाया, कहीं चूक हुई है.

नवरात्रि के नौ दिन: इस दिन से शुरू हैं शारदीय नवरात्रि, जान लीजिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं

हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि पूजा की शुरुआत होती है. इस साल शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार से आरंभ होंगी. धार्मिक मान्यता के अनुसार नवरात्रि में होने वाली नौ दिनों की पूजा में मां दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है. शारदीय नवरात्रि का मुख्य उद्देश्य मां दुर्गा की पूजा करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना है.

माना जाता है कि इन नौ दिनों में मां दुर्गा धरती पर निवास करती हैं और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. मान्यता के अनुसार, नवरात्रि के दिन बेहद पवित्र होते हैं, इन दिनों में भले ही आपने व्रत नहीं भी रखा हो, लेकिन इन दिनों में कुछ कामों को गलती से भी नहीं करना चाहिए. कुछ काम नवरात्रि के दौरान जरूर करने चाहिए, मान्यता है कि ऐसा करने से नवरात्रि की पूजा का शुभ फल मिलता है, आइए जानते हैं.

कब है शारदीय नवरात्रि 2024?

पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 अक्टूबर की सुबह 12 बजकर 19 मिनट से होगा, और इसका समापन अगले दिन 4 अक्टूबर की सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार से आरंभ होंगी और इस पर्व का समापन 12 अक्टूबर 2024, दिन शनिवार को होगा.

शारदीय नवरात्रि में करें ये काम

मां दुर्गा को लाल रंग बहुत पसंद है.

लाल रंग को समृद्धि, सौभाग्य, शक्ति, और प्रेम का प्रतीक माना जाता है.

नवरात्रि में मां दुर्गा को लाल रंग के फूल चढ़ाएं और लाल रंग की चुनरी या वस्त्र जरूर चढ़ाएं.

नवरात्रि में माता दुर्गा के अलग अलग रूपों की पूजा करें.

विशेष रूप से रोजाना अर्पित करने के लिए नए फूल, फल, और मिठाइयां मां दुर्गा को अर्पित करें.

नवरात्रि में प्रतिदिन माता दुर्गा के मंत्रों का जप करें और ध्यान करें. इससे मन की शांति और एकाग्रता बढ़ती है और परिवार में खुशहाली आती है.

नवरात्रि के पावन दिनों में जरूरतमंदों को दान दें या उनकी सेवा करें. यह बहुत ही पुण्य का कार्य माना जाता है जिसे करने पर शुभ फल की प्राप्ति होती है.

शारदीय नवरात्रि में भूल से भी न करें ये काम

नवरात्रि के 9 दिनों तक अखंड ज्योति जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है, लेकिन अगर अखंड ज्योत जला रहे हैं, तो घर को कभी खाली न छोड़ें साथ ही अखंड ज्योत को बुझने न दें.

नवरात्रि के 9 दिनों में भूल से भी तामसिक भोजन और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.

नवरात्रि के दिनों में नकारात्मकता से दूर रहें और अच्छे विचारों को अपनाएं किसी भी प्रकार के विवाद या झगड़े से बचें.

पूजा के समय अनुशासन का पालन जरूर करें. समय पर उठना, और भक्ति भाव से माता रानी की पूजा अर्चना नवरात्रि के दिनों में आवश्यक होता है.

पवन कल्याण Vs प्रकाश राज: तिरुपति लड्डू विवाद पर दो दिग्गजों की जुबानी जंग, क्या है इस विवाद की जड़?

आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और फिल्म अभिनेता प्रकाश राज के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तिरुपति लड्डू विवाद को लेकर वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है, जिसमें जनसेना प्रमुख ने फिल्म इंडस्ट्री पर धर्म से जुड़े मुद्दों को हल्के में लेने का आरोप लगाया. इसके बाद एक बार फिर प्रकाश राज की एक बार प्रतिक्रिया सामने आई है और उन्होंने कहा है कि विदेश में शूटिंग कर रहा हूं और वापस आने के बाद आपके सवाल का जवाब दूंगा

प्रकाश राज ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैंने आपकी प्रेस मीट देखी. मैंने जो कहा और आपने जो गलत व्याख्या की, वह आश्चर्यजनक है. मैं विदेश में शूटिंग कर रहा हूं. आपके सवालों का जवाब देने के लिए वापस आऊंगा. इस बीच मैं सराहना करूंगा यदि आप मेरे पिछले ट्वीट को देख सकें और समझ सकें. बस पूछ रहा हूं…’

प्रकाश राज के सवाल का पवन दिया था जवाब

बीते दिन पवन कल्याण ने प्रकाश राज पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘मैं हिंदू धर्म की पवित्रता और खाद्य पदार्थों में मिलावट जैसे मुद्दों पर बात कर रहा हूं. मुझे इन मामलों पर क्यों नहीं बोलना चाहिए? मैं आपका सम्मान करता हूं प्रकाश राज, और जब धर्मनिरपेक्षता की बात आती है तो यह पारस्परिक होना चाहिए. मुझे समझ में नहीं आता कि आप मेरी आलोचना क्यों कर रहे हैं. क्या मुझे सनातन धर्म पर हमलों के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए? प्रकाश को सबक सीखना चाहिए. फिल्म इंडस्ट्री और अन्य लोगों को इस मुद्दे को हल्के में नहीं लेना चाहिए, मैं सनातन धर्म के बारे में बहुत गंभीर हूं.’

इससे पहले एक्टर प्रकाश राज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, ‘डियर पवन कल्याण, ये उस राज्य में हुआ है जहां आप उपमुख्यमंत्री हैं. प्लीज जांच कीजिए, दोषियों को ढूंढिए और कड़ी कार्रवाई कीजिए. आप इस मुद्दे को सेंसेशनल क्यों बना रहे हैं और इसे राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा क्यों बनाना चाहते हैं? देश में पहले ही बहुत सांप्रदायिक तनाव है (केंद्र में बैठे आपके दोस्तों की कृपा से).’

हिम्मत नगर में दर्दनाक हादसा: कार और ट्रक की टक्कर में 7 लोगों की मौत, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल

गुजरात में साबरकांठा जिले के हिम्मत नगर में बुधवार की अल सुबह बड़ा हादसा हुआ है. यहां एक तेजरफ्तार कार ने आगे चल रहे ट्रक में टक्कर मार दी. हादसे के वक्त कार की स्पीड इतनी थी कि आधी कार ट्रक में घुस गई. इस हादसे में कार में सवार 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने घायल को अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताजा रही है. आशंका है कि यह हादसा कार चालक को नींद का झोंका आने की वजह से हुआ. फिलहाल पुलिस घटना के कारणों की जांच कर रही है.

पुलिस के मुताबिक कार में कुल 8 लोग सवार थे और शामलाजी से चलकर अहमदाबाद जा रहे थे. पुलिस ने घायल और मृतक की पहचान करने के बाद उनके परिजनों को सूचित कर दिया है. इसी के साथ मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. यह हादसा सुबह साढ़े चार बजे के आसपास की बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक इस हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. अनुमान है कि हादसे के वक्त की स्पीड 120 किमी प्रतिघंटा से अधिक रही होगी.

गाड़ी को काट कर निकालने पड़े शव

चूंकि कार का अगला हिस्सा ट्रक में पीछे से अंदर घुस गया था. इसलिए पुलिस और फायर विभाग के कर्मचारियों ने बड़ी मुश्किल से कार को काट कर शवों को बाहर निकाला. साबरकांठा एसपी विजय पटेल के मुताबिक घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को मौके पर रवाना कर दिया गया था. पुलिस ने तुरंत घायल को गाड़ी में से निकालकर अस्पताल पहुंचाया. वहीं मृतकों का शव गाड़ी में से निकालने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. उन्होंने बताया कि घायल और मृतकों की पहचान हो गई है. उनके आने पर शवों का पोस्टमार्टम होगा.

नींद की वजह से हादसे की आशंका

घटना की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस हादसे की वजह कार चालक को नींद आना हो सकता है. पुलिस के मुताबिक हादसे के वक्त ट्रक अपनी सामान्य स्पीड में चल रहा था. जबकि कार की स्पीड बहुत ज्यादा थी. ऐसे में हो सकता है कि कार चालक को झपकी आ गई हो और जब तक वह अपनी गाड़ी को कंट्रोल करता, कार की ट्रक में टक्कर हो गई हो. पुलिस के मुताबिक घटना की जानकारी ट्रक चालक ने ही पुलिस को दी है.

कोलकाता मर्डर केस: टीएमसी विधायक निर्मल घोष से सीबीआई ने की पूछताछ, नए खुलासे की उम्मीद

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में पिछले महीने एक महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या की जांच सीबीआई कर रही है. इसी सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस विधायक निर्मल घोष से केंद्रीय एजेंसी की पूछताछ जारी है. घोष सोमवार को सीबीआई के सामने पेश हुए. एक अधिकारी ने बताया कि टीएमसी के पनिहाटी के विधायक निर्मल घोष सुबह साढ़े 10 बजे सीबीआई के कार्यालय पहुंचे थे.

अधिकारी ने ये भी बताया कि अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग में डॉक्टर-प्रोफेसर अपूर्ब बिस्वास से भी इसी मामले के सिलसिले में सीबीआई पूछताछ कर रही है. सीबीआई अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि जांच एजेंसी ने आरजी कर अस्पताल की घटना के बारे में पूछताछ के लिए उन्हें बुलाया था.

शक के घेरे में टीएमसी नेता निर्मल घोष

उन्होंने बताया कि टीएमसी नेता निर्मल घोष को उस दिन अस्पताल और शवदाह गृह समेत कई अन्य जगहों पर भी देखा गया था, ऐसे में जांच एजेंसी को संदेह है कि घोष ने मृत चिकित्सक का जल्द से जल्द अंतिम संस्कार कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अधिकारी ने ये भी बताया कि एजेंसी को कॉल डिटेल मिली हैं जिसमें पता चला है कि आरजी कर अस्पताल के गिरफ्तार पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष और निर्मल घोष के बीच 9 अगस्त को बातचीत हुई थी. ऐसे में जांच एजेंसी जानना चाहती है कि आखिर उन दोनों के बीच क्या बातचीत हुई थी.

कई लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी

सीबीआई ने इससे पहले आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के करीबी माने जाने वाले बिरुपाक्ष बिस्वास से भी पूछताछ की थी. बिस्वास पर विभिन्न अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया था. अबतक सीबीआई इस मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

9 अगस्त को हुई थी घटना

दरअसल बीते 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार किया गया था, उसके बाद बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई थी. मृतक का शव अर्ध नग्न अवस्था में सेमिनार हॉल में पड़ा मिला था. वहीं मौके से मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुआ था.

घटना से देशभर में मचा था बवाल

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला है कि महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ था, उसके बाद उसकी हत्या की गई थी. इस घटना से हड़कंप मच गया था. डॉक्टर के साथ हुई इस दरिंदगी ने सभी को हिलाकर रख दिया था. मामले में जमकर राजनीति भी हुई. घटना से सूबे की सरकार पर चौतरफा हमला हुआ. वहीं इस जघन्य घटना से नाराज डॉक्टर हड़ताल पर चल गए, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. देशभर में घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए गए. फिलहाल मामले की जांच सीबीआई कर रही है.

नक्सलियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस का बड़ा ऑपरेशन: तीन नक्सली मारे गए, एके-47 राइफल और हथियार बरामद

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में बड़ी कामयाबी मिली है.नारायणपुर में सुरक्षाबलों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया है. इसमें एक महिला नक्सली भी है. मारे गए नक्सलियों के पास से सुरक्षाबलों को एके-47 सीरीज की राइफल और अन्य हथियार व गोलाबारूद बरामद हुआ है. ये जानकारी नायाणपुर पुलिस ने दी है. उन्होंने बताया कि इलाके में अभी सर्च ऑपरेशन जारी है.

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने के साथ ही पुलिस लगातार उन्हें मुख्यधारा में लाने के भी प्रयास कर रही है. इस कड़ी में पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली थी. दंतेवाड़ा जिले में 3 महिला नक्सलियों और एक पुरुष नक्सली ने सरेंडर किया था. इन पर 20 लाख रुपये का इनाम था.

2020 में पुलिस ने शुरू किया था ‘लोन वर्राटू’

इसको लेकर पुलिस की ओर से बताया गया था कि जून 2020 में ‘लोन वर्राटू’ (स्थानीय गोंडी बोली में बोले जाने वाला शब्द जिसका अर्थ है

अपने घर/गांव वापस लौटो) अभियान शुरू किया गया था. इसके तहतअब तक दंतेवाड़ा में 872 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ा है और मुख्यधारा में लौटे हैं.

तामो सूर्या और उसकी पत्नी पर था 8-8 का इनाम

अधिक जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने कहा था कि एक दंपति समेत 4 नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया. इसके लिए वो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के सामने पहुंचे थे. सरेंडर करने वालों में हुंगा तामो उर्फ ​​तामो सूर्या (37) और उसकी पत्नी आयती ताती (35) माओवादियों की क्षेत्रीय कंपनी नंबर-2 में थे. दोनों पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था.

बीजापुर हमले में शामिल थे ये लोग

उन्होंने बताया कि 2018 में छत्तीसगढ़-तेलंगाना अंतरराज्यीय सीमा पर पामडे (बीजापुर) के जंगलों में सुरक्षाकर्मियों पर हमला हुआ था.

कथित रूप से ये लोग उसमें शामिल थे. इसके अलावा दो महिला नक्सलियों देवे उर्फ ​​विज्जे (25) पर तीन लाख और माडवी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था.

25-25 हजार रुपये की सहायता दी गई

पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले ये चारों लोग पड़ोसी सुकमा जिले के रहने वाले हैं. नक्सलवाद का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में आए इन चारों लोगों को 25-25 हजार रुपये की सहायता दी गई है. इसके साथ ही सरकार की नीति के तहत इनका पुनर्वास किया जाएगा.

सेल्फी लेना अब साइबर अपराधियों का नया हथकंडा: कैसे आपकी एक सेल्फी से हो सकती है आपकी बैंक अकाउंट खाली,जाने कैसे बचें


आजकल सेल्फी लेना फैशन बन गया है. हर कोई अपनी खूबसूरत तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर करना चाहता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यह आदत आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकती है?

साइबर क्रिमिनल्स अब सेल्फी का इस्तेमाल करके आपकी पर्सनल से लेकर बैंक अकाउंट की जानकारी चुरा सकते हैं. इसके बाद आपके बैंक अकाउंट पर साइबर अटैक करके खाली भी कर सकते हैं. साइबर हैकर्स के लिए सेल्फी से धोखाधड़ी करना नया हथकंडा है. इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत है.

सेल्फी ऑथेंटिकेशन और साइबर फ्रॉड

आपने देखा होगा कि कई ऐप्स और वेबसाइट्स में अपनी पहचान साबित करने के लिए सेल्फी लेने को कहा जाता है. इसे सेल्फी ऑथेंटिकेशन कहा जाता है. यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जिसका इस्तेमाल यह चेक करने के लिए किया जाता है कि आप वही व्यक्ति हैं, जिसके होने का आप दावा कर रहे हैं.

ज्यादातर बैंक या फिनटेक कंपिनयां सेल्फी से लोगों की वेरिफिकेशन करने का काम करते हैं. लेकिन इसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल साइबर अपराधी आपका फायदा उठाने के लिए भी कर सकते हैं.

सेल्फी से कैसे होता है फ्रॉड?

फिशिंग अटैक: साइबर अपराधी आपको फिशिंग ईमेल या एसएमएस भेजते हैं जिनमें आपको एक लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है. जब आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं तो आप एक फर्जी वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं जहां आपको अपनी सेल्फी खींचने और अपलोड करने के लिए कहा जाता है. इस तरह आपकी सेल्फी का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.

मैलवेयर: साइबर अपराधी आपके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल कर देते हैं, जिससे आपके फोन के कैमरा का कंट्रोल उन तक पहुंच जाता है. इस तरह वे आपके बिना बताए आपकी सेल्फी ले सकते हैं, और उसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.

सोशल मीडिया और डीपफेक: साइबर हैकर्स आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल से आपकी तस्वीरें चुराकर उनका इस्तेमाल डीपफेक के लिए कर सकते हैं. डीपफेक का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से की जाने वाली नकल है. इसमें किसी की तस्वीर से नकली फोटो और वीडियो बनाना शामिल है. इसमें वॉयस की नकल का भी इस्तेमाल किया जाता है.

सेल्फी से साइबर धोखाधड़ी

बैंक फ्रॉड करना: साइबर अपराधी आपकी सेल्फी का इस्तेमाल करके आपके बैंक अकाउंट में सेंधमारी कर सकते हैं और आपके पैसे निकाल सकते हैं.

लोन लेना: साइबर हैकर्स आपकी सेल्फी का इस्तेमाल करके आपके नाम पर लोन ले सकते हैं.

सिम कार्ड क्लोन करना: आपकी सेल्फी का इस्तेमाल करके साइबर क्रिमिनल्स आपके सिम कार्ड को क्लोन कर सकते हैं और आपके मोबाइल नंबर पर आने वाले सभी ओटीपी को रिसीव कर सकते हैं.

खुद को बचाने के तरीके

किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें.

अपने सभी अकाउंट्स के लिए मजबूत और यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें.

सिक्योरिटी बढ़ाने के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (Two-Factor Authentication) का यूज करें.

अपने फोन के सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें.

एक अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके आप अपने फोन को मैलवेयर से बचा सकते हैं.

सोशल मीडिया पर सावधान रहें और निजी जानकारी को सोशल मीडिया पर शेयर करने से बचें

अगर आपको लगता है कि आपके साथ कोई साइबर फ्रॉड हुआ है तो तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें. आपको हमेशा सावधान रहना चाहिए और अपनी पर्सनल जानकारी किसी को नहीं बतानी चाहिए.

बिहार किसानों के लिए प्रेरणा: विजय कुमार की बैंगन की खेती से कमाए साढ़े तीन लाख रुपये

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के तुरकौलिया के अमवा गांव के रहने वाले किसान विजय कुमार ने महज साढ़े चार कट्ठा खेत में बैगन की खेती कर महज दो महीने में साढ़े तीन लाख रुपये से ज्यादा की कमाई की है. उनके बैगन की बंपर की खेती को देखने आ रहे किसान दांतो तले उंगली दबा रहे हैं. बैगन की खेती करने वाला ये किसान पहले बरसों से चली आ रही परंपरागत तरीके से खेती करता आ रहा था.

इससे उसे सिर्फ अपने पेट पालने भर तक का मुनाफा हो पाता था, लेकिन जबसे उसने आधुनिक तकनीक से खेती करना शुरू किया तो मानो उसकी लॉटरी लग गयी है.

खेती करने की इस खास तरकीब से वो एक सफल किसान बन गया है. महज दो से तीन महीनों में उसने बैगन को बेच कर और ज्यादा उन्नत खेती करने के लिए अब अपना ट्रैक्टर भी खरीद लिया है. इससे वो अब ज्यादा खुशी महसूस कर रहा है. किसान विजय के अनुसार पहले उसने खेती की शुरुआत की तो वहां फसल ज्यादा नही हो पाती थी. फिर उसने कृषि विभाग के सलाहकार से मुलाकात कर खेती का नया तरीका जाना और फिर उसके बताये हुए तरीके से करना शुरू कर दिया. इसके बाद उसको फायदा ही फायदा होना शुरू हो गया है.

कौन से तरीके का किया इस्तेमाल?

उसने बताया कि आजकल लोग खेत में लगातार दवाओं का इस्तेमाल करते हैं, जिससे उस जमीन की उर्वरा शक्ति खत्म हो जाती है, लेकिन उसने पुरानी तरकीब अपनाते हुए मवेशी खाद के साथ-साथ वैज्ञानिक पद्वति से रासायनिक खादों का भी प्रयोग करना शुरू किया है. इस कारण उत्पादन और ज्यादा बढ़ता जा रहा है. किसान विजय के मुताबिक वो बैगन से प्रतिदिन आठ से दस हजार रुपये तक की कमाई कर लेता है. इसके बाद वो काफी ख़ुशहाल है. किसान विजय के मुताबिक, इस बार बैगन का बम्पर उत्पादन हुआ है.

वहीं दूसरी तरफ अगर रेट की बात करें तो शादी ब्याह के सीजन में उसने 5000 से लेकर 6000 तक प्रति क्विंटल के दर से बेचा है तो वही अभी सितंबर महीना में 3500 रुपये क्विंटल की हिसाब से अभी विक्री हो रही है. विजय के मुताबिक, जून महीने से लेकर नवंबर महीने तक यानी लगभग आठ महीने तक ये बैगन लगातार निकलता रहेगा. फिर उसके बाद फूल गोभी और फिर से बैगन की खेती करूंगा. ताकि, अभी से ज्यादा मुनाफा मिलता रहेगा और मैं खुशहाल रहूंगा.

छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से राजनांदगांव में 8 लोगों की मौत, 1 घायल

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक बड़ा हादसा हो गया. यहां आकाशीय बिजली गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई. मामला सोमानी थाना क्षेत्र के जोरातराई गांव का है. जिले से लगभग 12 किलोमीटर दूर जोरातराई गांव पड़ता है जहां दोपहर अचानक मौसम खराब हो गया और आकाशीय बिजली गिरने की घटना सामने आई. इस हादसे में कुल आठ लोगों की मौत हो गई जिसमें से चार युवक और चार स्कूली बच्चे हैं जबकी हादसे में एक व्यक्ति बुरी तरह से घायल है. घायल व्यक्ति का इलाज जारी है.

पूरे देश में इस वक्त अजीब का मौसम हो गया है. जहां कई इलाकों में बाढ़ जैसी हालत है तो वहीं कई इलाकों में तेज धूप और चिपचिपी गर्मी हो रही है. इसी बीच छत्तीसगढ़ में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. यहां के कई ग्रामीण क्षेत्रों में बाढ़ आई हुई है तो वहीं कई जगह पर तेज बारिश और कड़कड़ाती बिजली ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है.

बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत

ऐसे ही सोमवार दोपहर, राजनांदगाव जिले के सोमानी थाना क्षेत्र के जोरातराई में अचानक मौसम खराब हो गया और तेज बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से 8 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. मिली जानकारी के मुताबिक, बिजली गिरने से जहां चार युवकों की मौत हो गई तो वहीं आकाशीय आपदा की चपेट में आने से चार स्कूली बच्चों की भी दर्दनाक मौत हो गई. घटना से आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया. इस दुर्घटना में एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. युवक को लोगों ने तुरंत इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया है.

मौके पर पहुंचा राहत दल

अस्पताल में युवक का इलाज चल रहा है. वहीं घटना की जानकारी के बाद स्थानीय प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंच गए हैं और राहत का काम शुरू कर दिया गया है. ग्रामीणों में इस हादसे को लेकर डर का माहौल है. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वो बारिश और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी खुले क्षेत्र में न जाएं. साथ ही बच्चों और बूढ़ों को भी जितना हो सके ऐसे मौसम में बाहर ना रहने दें.