डॉक्टर व दवा लेकर देवलटाँड़ पहुंचे आजसू नेता हरेलाल महतो, डायरिया पीड़ित मरीजों का कराया उपचार

देवलटाँड़ में दिन रात उपलब्ध रहेगा जन सेवा ही लक्ष्य का एम्बुलेंस

सरायकेला : डायरिया की चपेट में आने की खबर पाकर आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो ईचागढ़ प्रखंड के देवलटाँड़ गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डायरिया पीड़ित मरीजों तथा उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। वहीं, हरेलाल महतो के साथ पहुंचे डॉक्टर पार्थो गोराई की टीम ने डायरिया पीड़ितों का उपचार किया व जरूरी दवा खाने को दिया। डॉक्टर पार्थो गोराई ने डायरिया पीड़ित मनीषा कुमारी, शकुंतला मुंडा, दुर्गा चरण महतो, संपत्ति देवी, हेमानी प्रमाणिक, मुकेश प्रमाणिक का स्वास्थ्य जांच किया। 

इसके साथ ही हरेलाल महतो ने ग्रामीणों के बीच ब्लीचिंग पाउडर वितरण किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने हरेलाल महतो को दुख जताते हुए बताया कि सुबह से शाम तक सरकारी एम्बुलेंस बुलाते रह गए लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई। ग्रामीणों की समस्या जानने के बाद हरेलाल महतो ने अपना निजी एम्बुलेंस को देवलटाँड़ में ही रखने की बात कही। 

उन्होंने कहा कि जब तक डायरिया का प्रकोप है, तब तक गांव में एम्बुलेंस उपलब्ध रहेगा। हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा में कुव्यवस्था चरम पर है। सरकारी सिस्टम विफल हो चुकी हैं, जिसके कारण जनता को सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आकर 35 साल से ईचागढ़ विधानसभा में राजनीति कर रहे लोगों ने जनता के बारे में नहीं सोचा। उनलोगों ने ईचागढ़ के जनता को केवल वोटबैंक समझ लिया है। 

हरेलाल महतो ने कहा कि हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं। मौके पर पार्टी के ईचागढ़ प्रखंड अध्यक्ष गोपेश कुमार महतो, भगत सिंह मुंडा, विजय गोराई, रासबिहारी लायेक, कार्तिक प्रमाणिक, भगीरथ मछुवा आदि उपस्थित थे।

डॉक्टर व दवा लेकर देवलटाँड़ पहुंचे आजसू नेता हरेलाल महतो, डायरिया पीड़ित मरीजों का कराया उपचार

देवलटाँड़ में दिन रात उपलब्ध रहेगा जन सेवा ही लक्ष्य का एम्बुलेंस

सरायकेला : डायरिया की चपेट में आने की खबर पाकर आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो ईचागढ़ प्रखंड के देवलटाँड़ गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डायरिया पीड़ित मरीजों तथा उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। वहीं, हरेलाल महतो के साथ पहुंचे डॉक्टर पार्थो गोराई की टीम ने डायरिया पीड़ितों का उपचार किया व जरूरी दवा खाने को दिया। डॉक्टर पार्थो गोराई ने डायरिया पीड़ित मनीषा कुमारी, शकुंतला मुंडा, दुर्गा चरण महतो, संपत्ति देवी, हेमानी प्रमाणिक, मुकेश प्रमाणिक का स्वास्थ्य जांच किया। 

इसके साथ ही हरेलाल महतो ने ग्रामीणों के बीच ब्लीचिंग पाउडर वितरण किया। इस मौके पर ग्रामीणों ने हरेलाल महतो को दुख जताते हुए बताया कि सुबह से शाम तक सरकारी एम्बुलेंस बुलाते रह गए लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई। ग्रामीणों की समस्या जानने के बाद हरेलाल महतो ने अपना निजी एम्बुलेंस को देवलटाँड़ में ही रखने की बात कही। 

उन्होंने कहा कि जब तक डायरिया का प्रकोप है, तब तक गांव में एम्बुलेंस उपलब्ध रहेगा। हरेलाल महतो ने कहा कि ईचागढ़ विधानसभा में कुव्यवस्था चरम पर है। सरकारी सिस्टम विफल हो चुकी हैं, जिसके कारण जनता को सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। उन्होंने कहा कि बाहर से आकर 35 साल से ईचागढ़ विधानसभा में राजनीति कर रहे लोगों ने जनता के बारे में नहीं सोचा। उनलोगों ने ईचागढ़ के जनता को केवल वोटबैंक समझ लिया है। 

हरेलाल महतो ने कहा कि हम राजनीति में सेवा करने के लिए आए हैं। मौके पर पार्टी के ईचागढ़ प्रखंड अध्यक्ष गोपेश कुमार महतो, भगत सिंह मुंडा, विजय गोराई, रासबिहारी लायेक, कार्तिक प्रमाणिक, भगीरथ मछुवा आदि उपस्थित थे।

आशीष अग्रवाल (भा. प्र. से.) ने परियोजना निदेशक आईटीडीए के रुप में पदभार ग्रहण किया

जनहित मे संचालित योजनाओं का प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का रहेगा प्रयास- श्री आशीष अग्रवाल (भा.प्र.से.)

सरायकेला : आशीष अग्रवाल (भा.प्र.से.) आज परियोजना निदेशक आईटीडीए सरायकेला-खरसावां रूप में श्री प्रभात कुमार बरदियार से पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के पाश्चात्य श्री अग्रवाल नें कार्यालय प्रकोष्ठ मे एक परिचयात्मक बैठक में अपने अधीनस्थ कार्यालय के कर्मचारियों के साथ बातचीत की।

 तथा पदाधिकारियों/कर्मचारियों से सार्वजनिक महत्व के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करने का आग्रह किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार जनहित मे कई कल्याणकारी योजनाए संचालित कर रही है.

हमारी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि सभी योग्य लाभुकों को योजनाओं का लाभ मिले तथा योजनाओं को निश्चित समयावधी मे क्रियान्वयन किया जा सके ताकि किसी भी लाभुक को अनावश्यक कार्यालय का चक्कर ना लगाना पड़े.

ईचागढ़ के जाहेरडीह से छोटा आमड़ा तक 2 करोड़ 14 लाख कि लागत से बनने वाले सड़क का विधायक ने किया शिलन्यास


सरायकेला : मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत स्वीकृत ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के जाहेरडीह से छोटा आमड़ा तक 2.70 किमी सड़क का शीलान्यास सोमवार को विधायक सविता महतो ने विधिवत शीलापट्ट अनावरण कर किया। इसी क्रम में विधायक ने विधायक योजना से स्वीकृत गौरांगकोचा के काठघोड़ा में लाल मोहन उरांव के खेत के सामने घर के सामने आरसीसी पुलिया से बुढ़ा उरांव के खेत तक 5 सौ फिट पीसीसी व पातकुम के बाकोलतोड़ीया में 5 सौ फिट पीसीसी का भी उद्घाटन किया।

 इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा जाहेरडीह से छोटा आमड़ा तक 2.70 किमी सड़क 2 करोड़ 14 लाख रुपये कि लागत से निर्माण होगा। उन्होंने कहा काठधोड़ा में 7 लाख 24 हाजार 5 सौ रुपये व बाकोलतोड़ीया में 10 लाख 20 हाजार 7 सौ रुपये कि लागत से पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया। विधायक ने कहा ग्रामीणों के मांग पर गांव में पीसीसी सड़क का निर्माण कराया गया। 

उन्होंने कहा पीसीसी सड़क का निर्माण होने से ग्रामीणों को यातायात में सहूलियत होगा। वही उन्होंने कहा कि जाहेरडीह से छोटा आमड़ा तक सड़क निर्माण का मांग ग्रामीणों का काफी पुराना था। लोगो के मांग पर अमल करते हुए सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने सड़क निर्माण करने वाले संवेदक को सड़क का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण व ससमय करने का निर्देश दिया। 

इस अवसर पर झामुमो केंद्रीय सदस्य काबलु महतो, प्रखंड अध्यक्ष निताई उरांव, सचिव अभय यादव, किसुन किस्कु, सपन आदित्यदेव, पशुपति बागची, कनीय अभियंता दिनेश महतो समेत काफी संख्या में ग्रामीण महिला पुरुष व झामुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनायी गयी

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में रामधारी सिंह दिनकर की जयंती मनायी गयी एवं उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित किया गया.

इस अवसर पर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे जी ने कहा रामधारी सिंह 'दिनकर' ' (23 सितम्‍बर 1908- 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे।

वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। राष्ट्रवाद अथवा राष्ट्रीयता को इनके काव्य की मूल-भूमि मानते हुए इन्हे 'युग-चारण' व 'काल के चारण' की संज्ञा दी गई है।दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे।

 एक ओर उनकी कविताओं में ओज, विद्रोह, आक्रोश और क्रान्ति की पुकार है तो दूसरी ओर कोमल शृंगारिक भावनाओं की अभिव्यक्ति है। इन्हीं दो प्रवृत्तियों का चरम उत्कर्ष हमें उनकी कुरुक्षेत्र और उर्वशी नामक कृतियों में मिलता है।

'खिलाफ कविताओं की रचना की। एक प्रगतिवादी और मानववादी कवि के रूप में उन्होंने ऐतिहासिक पात्रों और घटनाओं को ओजस्वी और प्रखर शब्दों का तानाबाना दिया। उनकी महान रचनाओं में रश्मिरथी और परशुराम की प्रतीक्षा शामिल है। 

उर्वशी को छोड़कर दिनकर की अधिकतर रचनाएँ वीर रस से ओतप्रोत है। भूषण के बाद उन्हें वीर रस का सर्वश्रेष्ठ कवि माना जाता है।

उन्होंने सामाजिक और आर्थिक समानता और शोषण के खिलाफ कविताओं की रचना की। एक प्रगतिवादी और मानववादी कवि के रूप में उन्होंने ऐतिहासिक पात्रों और ज्ञानपीठ से सम्मानित उनकी रचना उर्वशी की कहानी मानवीय प्रेम, वासना और सम्बन्धों के इर्द-गिर्द घूमती है। उर्वशी स्वर्ग परित्यक्ता एक अप्सरा की कहानी है। वहीं, कुरुक्षेत्र, महाभारत के शान्ति-पर्व का कवितारूप है। यह दूसरे विश्वयुद्ध के बाद लिखी गयी रचना है। वहीं सामधेनी की रचना कवि के सामाजिक चिन्तन के अनुरुप हुई है। संस्कृति के चार अध्याय में दिनकरजी ने कहा कि सांस्कृतिक, भाषाई और क्षेत्रीय विविधताओं के बावजूद भारत एक देश है इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहे ऐडवोकेट निखिल कुमार, शांति राम महतो,अनूप महतो, कृष्णा पद महतो, शशि भूषण महतो,गौरव महतो, जोयदीप पाण्डेय, आदि उपस्थित रहे.

सरायकेला: देवलटांड गांव में डायरिया का प्रकोप ,स्थानीय मुखिया विपिन सिंह मुंडा समेत गांव के लगभग एक दर्जन से अधिक लोग डायरिया की चपेट में

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के ईचागढ़ प्रखंड अंतर्गत देवलटांड गांव में डायरिया का प्रकोप है। स्थानीय मुखिया विपिन सिंह मुंडा समेत गांव के लगभग एक दर्जन से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं ।

 वर्तमान में गांव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इलाजरत सभी मरीज खतरे से बाहर हैं. लेकिन, गांव में डायरिया का प्रकोप आने के कारणों का पता लगाया जा रहा है. हालांकि, इसकी बड़ी वजह दूषित पानी और गंदगी को माना जा रहा है. बहरहाल, देवलटांड में डायरिया फैलने के बाद संबंधित मौन धारण किए हुए हैं.

 डायरिया का प्रकोप रोज बढ़ते रहने के कारण गांव में भय का माहौल व्याप्त है ।

 लोगों ने तत्काल शिविर लगाकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है. गांव में ब्लीचिंग व डीडीटी का छिड़काव करने की भी मांग की गई है. वहीं ग्रामीण गांव के चापाकलों के पानी की जांच कराने की मांग कर रहे हैं. गांव में लगाए गए सोलर पानी टंकियों की भी सफाई कराने की मांग हो रही है. दूषित पानी से भी बीमारी बढ़ने की आशंका है ।

तीन का रिम्स में चल रहा इलाज

क्षेत्र में इलाज की सुविधा नहीं रहने के कारण इनमें से आधे से अधिक का इलाज क्षेत्र से बाहर चल रहा है. डायरिया से पीड़ित देवलटांड पंचायत के मुखिया का इलाज सिल्ली के पास सिंहपुर में चल रहा है. जबकि गांव के मुकेश प्रमाणिक, गीता देवी मुंडा, संजय प्रमाणक का इलाज रिम्स, रांची में चल रहा है. वहीं गांव के दुर्गा महतो व उनकी पत्नी, सुरेश महतो, संपत्ति देवी आदि काे इलाज के लिए पातकुम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ईचागढ़ भेजा गया है. डायरिया पीड़ितों की संख्या रोज बढ़ रही है. सोमवार की सुबह भी संजय प्रमाणिक नामक बच्चा डायरिया की चपेट में आ गया. डायरिया के लक्षण दिखाई देते ही परिजन उसे इलाज के लिए तत्काल रांची ले गए. इसके अलावा कई लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. डायरिया का प्रकोप फैलने के बाद भी गांव की स्वास्थ्य व्यवस्था नर्स के हाथों में है. सरकारी नर्स गांव में सुबह दस से शाम चार बजे तक मरीजों की खोज करने के साथ इलाज भी कर रही हैं. अबतक गांव में सरकारी चिकित्सक नहीं पहुंचे हैं ।

ओडीएफ गांव है देवलटांड

देवलटांड में डायरिया फैलने के बाद खुले में शौच मुक्त और लोगों को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति कराए जाने के सरकार व प्रशासन के सारे दोवों की पोल खुल रही है. डायरिया फैलने की मुख्य वजह खुले में शौच, दूषित भोजन व पेयजल को माना जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार भारत की ग्रामीण आबादी का कम से कम एक छठा हिस्सा अब भी खुले में शौच करता है और एक चौथाई के पास स्वच्छता की बुनियादी सुविधाएं तक नहीं है ।

 वास्तविकता यह है कि खुले में शौच बंद नहीं हुआ है और अभी भी यह काफी हद तक प्रचलित है. अब समय आ गया है कि देवलटांड के ग्रामीण अपने मील के पत्थर ओडीएफ का पुनर्मूल्यांकन करें, ताकि गांव में किसी प्रकार की महामारी दोबारा नहीं हो. बताया जा रहा है कि गांव की मुख्य सड़क पर जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा रहता है. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए नहीं तो गांव में स्थिति भयावह हो सकती है।

सरायकेला : आजसू पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से संदीप मंडल ने दिया इस्तीफा

सरायकेला : ईचागढ़ विधान सभा से युवा और समाजसेवी संदीप मंडल में आज आजसू पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा दिया साथ ही जिला अध्यक्ष को लिखा पत्र कहा में वर्तमान युवा मोर्चा जिला सचिव हूं, आज से मैं विभिन्न कारणों के कारण मै पार्टी से अपने प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।

 आज से मैं अपने ईचागढ़ क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से एक समाजसेवी के रूप में समाज में जाकर मै समाज का सेवा करूंगा आज से मेरा आजसू पार्टी से कोई रिश्ता नाता नहीं रहा।

क्यू छोड़ रहा हे युवा कार्यकर्ता आजसू पार्टी नाता कही न कही लोगो को ठेस पहुंचता है। पुराना कार्यकर्ता को मान सम्मान नही मिलने के कारण आज आजसू से पलायन कर रहे लोग ।

चर्चा है कि जल्द संदीप मंडल स्वच्छ चांडिल स्वस्थ्य चांडिल का दामन थामने की बाते सामने आ रहा है ।

सरायकेला में जन सेवा की बड़ी जीत:भाजयुमो जिला मंत्री आकाश महतो की पहल से खराब ट्रांसफार्मर बदला गया

सरायकेला :जन_सेवा_ही_लक्ष्य_है , विगत कई दिनों से चौका खूंटी "चांदनी चौक" स्थित 100kb का ट्रांसफार्मर खराब पड़ा था, जिससे सेंकड़ों परिवार अंधकारमय जीवन जीने को मजबूर थे। 

ग्रामीणों ने सूचना भाजयुमो जिला मंत्री आकाश महतो को दीया। आकाश महतो ने चांडिल बिजली विभाग के पदाधिकारियों से बात कर ट्रांसफार्मर उपलब्द्ध करवाया। 

आज खूंटी पंचायत के माननीय मुखिया सुकराम मांझी जी एवं गण्यमान लोगों के उपस्थिति में नारियल फोड़कर विधिवत उद्घाटन कियें। 

इस अवसर पर समाजसेवी विभीषण महतो जी, सुशेन महतो जी, रुसु गोराई जी, नयन सिंह जी, ज्ञानी सिंह जी, वीरेंद्र रजक जी समेत दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।

आद्रा मंडल में "स्वच्छता ही सेवा अभियान-24" के तहत RRR (रीड्यूस, रियूज, रीसायकल) और "आर्ट ऑफ वेस्ट" अभियान का हुआ आयोजन।


सरायकेला : दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा मंडल में स्वच्छता पखवाड़ा "स्वच्छता ही सेवा अभियान-24" के अंतर्गत RRR (रीड्यूस, रियूज, रीसायकल) और "आर्ट ऑफ वेस्ट" अभियान का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मंडल के विभिन्न रेलवे स्टेशनों, कार्यालयों और इकाइयों में स्वच्छता को बढ़ावा देना तथा कचरे के पुनः उपयोग और पुनर्चक्रण के महत्व पर प्रकाश डालना था।

अभियान के तहत विशेष स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें रेलवे परिसर, प्लेटफार्म और अन्य सार्वजनिक स्थानों की सफाई की गई। इस अभियान में रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर सक्रिय भागीदारी की, साथ ही स्थानीय नागरिकों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया।

RRR (रीड्यूस, रियूज, रीसायकल) 

के पहले 'आर' का उद्देश्य कचरे को कम करना है, दूसरे 'आर' के माध्यम से वस्तुओं के पुनः उपयोग पर जोर दिया गया, और तीसरे 'आर' के अंतर्गत पुनः चक्रण योग्य वस्तुओं को अलग कर उनका नए उद्देश्यों के लिए उपयोग करने पर बल देना है।

 

इसी उद्देश्य हेतु विभिन्न रेलवे कार्यालयों और इकाइयों में अनुपयोगी सामग्रियों का पुनः उपयोग और कचरे को कला के रूप में परिवर्तित करने के प्रयास को बढ़ावा दिया गया, जिससे न केवल कचरे को कम किया जा सके, बल्कि इसे एक रचनात्मक रूप में प्रस्तुत भी किया जा सके। इस अभियान के माध्यम से कर्मचारियों और यात्रियों से अपील की गई कि वे पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें और इस दिशा में सक्रिय रूप से भाग लें। 

ज्ञात हो कि स्वच्छता पखवाड़ा "स्वच्छता ही सेवा अभियान-24" के अंतर्गत आद्रा मंडल में विभिन्न स्वच्छता संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि स्वच्छता के प्रति जागरूकता को और बढ़ावा दिया जा सके।

 इस अभियान के तहत आद्रा मंडल में अन्य गतिविधियाँ भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें सफाई अभियान, जागरूकता कार्यक्रम, और स्वास्थ्य शिविर प्रमुख हैं। ये सभी स्वच्छता गतिविधियाँ महात्मा गांधी की जयंती (2 अक्टूबर) तक जारी रहेंगी।

सरायकेला : शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न हुआ पहले दिन का झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023


30 केन्द्रों पर आयोजित परीक्षा में 2773 परीक्षार्थी हुए शामिल

 

सरायकेला : झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा आयोजित झारखण्ड सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा-2023 का पहला दिन जिले में शांतिपूर्ण, कदाचारमुक्त एवं सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ। जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री रवि शंकर शुक्ला के निर्देशानुसार जिले के वरीय प्रशासनिक-पुलिस पदाधिकारियों ने भ्रमणशील रहते हुए परीक्षा प्रक्रिया के हरेक गतिविधि पर नजर रखी। 

 

गौरतलब है कि जिला में 30 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं जिसमें आज कुल 12863 परीक्षार्थियों में से 2773 परीक्षार्थी शामिल हुए। परीक्षा के कदाचार मुक्त संचालन के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्टैटिक दण्डाधिकारी-सह- परीक्षा केन्द्र पर्यवेक्षक, दण्डाधिकारी, उड़नदस्ता अधिकारी समेत पर्याप्त संख्या में पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा के दौरान असामाजिक तत्वों के द्वारा किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो इसके लिए परीक्षा केंद्र के 100 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू है।