@Gaya वायरल ऑडियो सुने
पता नहीं यहां मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बैठा है रे, मुकेश सहनी क्या कर लेगा...शब्द अभद्र है, आमस थानाध्यक्ष का गालियों से भरा ऑडियो वायरल
गया। गया जिले के आमस पुलिस स्टेशन के थानाध्यक्ष का दिमाग इन दिनों सातवें आसमान पर है। उनके दिलों दिमाग के ऊपर खाकी वर्दी की गर्मी इस कदर तारी है कि वे पीड़ित को हर तरह की गालियों से नवाजने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं। गाली देने का आलम यह है कि वे पूर्व मंत्री मुकेश सहनी को भी गाली देने से भी तनिक भी बाज नहीं आते हैं।
थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार द्वारा मुकेश सहनी को गाली देते हुए एक ऑडियो वायरल हो रहा है। आडियो शुक्रवार की दोपहर की है। उस वायरल आडियो में वे कह रहे हैं कि पता नहीं तुमको यहां मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बैठा है, मुकेश सहनी क्या कर लेगा...इसके आगे शब्द अभद्र है, इस वजह से लिखा नहीं जा सकता।
दरअसल वीआईपी पार्टी के प्रखण्ड अध्यक्ष अनिल कुमार की बाइक शेरघाटी कोर्ट से 14 सितंबर को चोरी हो गई थी। बाइक चोरी की रिपोर्ट उसने आमस थाने में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कराने के दो दिन बाद वह थाने में गया और पुलिस द्वारा की कार्रवाई की जानकारी लेनी चाही। लेकिन उसे कोई जानकारी नहीं दी गई। इसके बाद उसने अपनी पार्टी के प्रदेश युवा अध्यक्ष से आमस थानाध्यक्ष को फोन कराया। लेकिन थानाध्यक्ष और युवा नेता के बीच बहस हो गई। इसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर से अनिल थाने गया। थाने में वह थानेदार इंद्रजीत कुमार से मिला। थानेदार इंद्रजीत कुमार उसे देखते ही बुरी तरह भड़क गए।
थाने में गाली गलौज का अंश
थानेदार किसी को किसी मामले में केस करने को गाली दे रहे हैं। इसी बीच अनिल कुमार भी थानेदार के पास पहुंचता है। अनिल कुमार को देखते ही वे आपा खो बैठते है। कहने लगते हैं,,,
थानेदार- का है रे, तू बड़ी पैरवी कराता है, एं, उ बोलता है कि हम पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पीए बोल रहे हैं, त यहां कोई चौकीदार बैठा है, उ बोलता है फुटेज चेक कीजिए, फुटेज दीजिए, उ हमको अनुसन्धान करने का तरीका सिखाएगा एं, उ का है रे हमर बाप है, कि उ हमर कोई डीएसपी- एसपी है। अब तो उ मंत्री भी नहीं है , मंत्रियो होगा त हम... न सुनेंगे। बड़ी मुकेश सहनी पर तू उछल रहा है।
अनिल- न सर हम काहेला उछलेंगे। थानेदार- तुमको पता नही है कि यहां मुख्यमंत्री के रिश्तेदार बैठा है।
अनिल- सब पता है सर,
थानेदार-... पता है तोरा,... कवाड़ लेगा मुकेश सहनिया, भाग साला यहां से।
इतना सुनते ही अनिल चौधरी मौके से गाली बात का ऑडियो रिकार्ड कर थाने से निराश लौट जाता है।
इस संबंध में आमस थानाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार से फोन पर बात कि तो उन्होंने कहा कि मैंने किसी को गाली नहीं दी है। फिर उन्होंने कहा कि आपको कैसे पता कि हम ही गाली दे रहे हैं। इस पर रिपोर्टर ने कहा कि पीड़ित अनिल कुमार का आरोप है कि आप गाली दे रहे हैं। इस पर थानेदार ने कहा कि तो अब आप क्या करेंगे। तो उन्हें बताया गया कि जो आप कह रहे हैं। वही लिखा जाएगा। तो उन्होंने कहा ठीक है।
इधर, जब एसएसपी आशीष भारती से बात हुई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जानकारी मिली है। हमने सम्बन्धित एसडीपीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है।
वहीं देर रात पीड़ित अनिल कुमार और vip पार्टी के जिलाध्यक्ष राज सहनी ने बताया कि देर शाम एसडीपीओ का फोन आया था। उन्होंने अपने ऑफिस में बुलाया था। उनके पास जब गया तो उन्होंने पूरी घटना की जानकारी ली। साथ ही में उन्होंने गाली गलौज से जुड़ा ऑडियो भी लिया। इसके अलावा उन्होंने पूरी घटना से सम्बंधित एक आवेदन भी लिखवाया है।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
मगध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह पर कार्यशाला का हुआ आयोजन, बताये गए पोषण से संबंधित जानकारी
गया। स्वयंसेवी संस्था कौंसिल आफ मगध वूमेन एम्पावरमेंट कुजापी के द्वारा मगध उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में "राष्ट्रीय पोषण माह" पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मगध प्रमंडल के सुप्रसिद्ध शिशु रोग विशेषज्ञ डा० किसलय पराग शामिल हुए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का स्वागत पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र भेंटकर कर किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बताया कि "राष्ट्रीय पोषण माह हर साल सितंबर के महीने में मनाया जाने वाला एक वार्षिक अभियान है इसका मकसद कुपोषण को दूर करना और बेहतर पोषण के साथ स्वास्थ्य के लिए जागरूकता बढ़ाना है। ऐसे लगातार कार्यक्रम स्वयंसेवी संस्था के द्वारा आयोजित किया जाता है।
विद्यालय के प्राचार्य प्रवीण रंजन गांधी ने बताया कि जीवन के विभिन्न चरणों में व्यक्तियों की पोषण संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने वाले आहार को बढ़ावा देने की जरूरत है l मौके पर धन्यवाद झापन संस्था के अध्यक्ष नवीन रंजन ने किया l कार्यक्रम में समाजिक कार्यकर्ता सुधीर कु०, सदस्य दिवेश कु०, निशी , दीनू आदर्श, कृष्णा मांझी, शांति देवी, एवं सैकड़ों विद्यार्थी शामिल हुए l
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
पितृ पक्ष मेला में आए हुए एक तीर्थ यात्री अपने परिजनों से बिछड़े: पुलिस ने ढूंढ कर परिजनों से मिलाया, तीर्थ यात्री ने गया पुलिस को दिया धन्यवाद
गया। बिहार के गया में इन दिनों पितृपक्ष मेला चल रहा है और लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गयाजी पहुंच रहे है।
पितृ पक्ष मेला का आज पांचवा दिन है और ऐसे में गया पुलिस भी अपनी पूरी ड्यूटी निष्ठा और लग्न के साथ कर रही है। पिंडदानियों की हर समस्याओं का निष्पादन के लिए 24 घंटा गया पुलिस तैनात है और किसी तरह का कोई समस्या ना हो इसका भी ख्याल रखा जा रहा है।
इसी क्रम में आज चांद चौरा मोड़ स्थित पश्चिमी पुलिस शिविर के पुलिस पदाधिकारी को सूचना मिली की पितृ पक्ष मेला में आए हुए एक तीर्थ यात्री अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं। इसके बाद तैनात पुलिस कर्मियों ने मिसाल का परिचय देते हुए गुमशुदा हुए तीर्थ यात्री को खोज निकाला। इसके बाद उनके परिजनों से संपर्क कर उनको सकुशल सुपुर्द किया गया। इसके लिए तीर्थ यात्री के परिजनों ने गया पुलिस को आशीर्वाद देते हुए धन्यवाद दिया।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
जीबीएम कॉलेज में "नाटक में अभिनय की प्रक्रिया" विषय पर व्याख्यान सह लघु कार्यशाला का आयोजन
गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में आईक्यूएसी एवं हिन्दी विभाग के संयुक्त संयोजन में दिनांक 14 सितंबर, 2024 से 30 सितंबर, 2024 तक मनाये जा रहे हिन्दी पखवाड़े के तहत "नाटक में अभिनय की प्रक्रिया" पर एक-दिवसीय व्याख्यान-सह-लघु कार्यशाला का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित जगजीवन महाविद्यालय के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार, जीबीएम कॉलेज के हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्यारे माँझी, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सुरबाला कृष्णा, डॉ सुनीता कुमारी, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, वनस्पति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ रुखसाना परवीन एवं अन्य प्रोफेसर्स ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन करके किया। डॉ. सुरबाला कृष्णा ने प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. बाउरी एवं मुख्य वक्ता डॉ प्रदीप कुमार का स्वागत अंगवस्त्र पहना कर किया।
हिन्दी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनीता कुमारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। हिन्दी विभाग की छात्रा आशु, मानसी, श्वेता, अनुष्का शर्मा, आकांक्षा, शैली पाठक, दीपशिखा मिश्रा, श्रुति एवं नैना ने "हिन्दी भाषा, राष्ट्र की भाषा' एवं पिंगा गं पोरी...लटपट-लटपट कमर दामिनी, अधर रागिनी, हो..." गीतों पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी। छात्राओं ने कविता एवं गीतों की भी प्रस्तुति दी। मंच का संचालन करते हुए डॉ प्यारे मांझी ने छात्राओं से अमीर खुसरो द्वारा लिखी गयी पहेलियाँ पूछीं।
मुख्य वक्ता डॉ. प्रदीप कुमार ने कुशल अभिनय के लिए अच्छे संप्रेषण को अनिवार्य शर्त बताया। मंचन के बिना नाटक को अधूरा बतलाते हुए डॉ. प्रदीप ने छात्राओं के समक्ष विभिन्न परिस्थितियाँ देकर आशु अभिनय करने कहा। उन्होंने कुशल अभिनेता बनने के लिए व्यक्तित्व की महानता और तथा संवेदनशीलता को जरूरी ठहराया। कहा कि देखना (अॉबजर्वेशन), कल्पना करना (इमैजिनेशन) एवं प्रकटीकरण अथवा संप्रेषण (एक्सप्रेशन) अच्छे अभिनय के लिए आवश्यक तत्व हैं। कार्यक्रम को संबोधित करती हुई कॉलेज पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने हिन्दी को समग्र हिन्दुस्तान के हृदय की भाषा बतलाया, जो देश की स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए अत्यावश्यक है।
डॉ. रश्मि ने अपने स्वरचित मुक्तक "हृदय की प्यास है हिन्दी, हृदय की भूख है हिन्दी। विटप है यह वतन, तो कोकिला की कूक है हिन्दी। ये तुलसी-सी सुखद, पावन; प्रबल दिनकर सरीखी है। विचारों, भावनाओं से सजा संदूक है हिन्दी" द्वारा कहा कि हम सभी के सामूहिक प्रयत्न से ही हिन्दी राजभाषा से राष्ट्रभाषा बन सकेगी। हिन्दी की दुर्दशा के लिए अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं को दोष देते रहने की जगह हिन्दी के उत्थान हेतु मनसा वाचा कर्मणा प्रयत्न करना चाहिए। नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी ने हिन्दी व्याकरण पढ़ते रहने की जरूरत पर बल दिया, ताकि बोलते, पढ़ते और लिखते समय त्रुटियाँ कम हों।
उर्दू विभाग की नवनियुक्त सहायक प्राध्यापिका डॉ नुर्द्रुतुन निशा ने हिन्दी और उर्दू को बहन बताते हुए चर्चित शेर "उर्दू और हिन्दी में बस फ़र्क है इतना, हम देखते हैं ख्वाब, वो देखते हैं सपना" पढ़ा। कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष प्रीति शेखर ने इमोशनल डेवलपमेंट के लिए भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ बनिता कुमारी ने कहा कि हिन्दी भाषा का प्रयोग करते समय अत्यंत सावधान रहना चाहिए। उसे तोड़-मरोड़ कर बोलने से बचना चाहिए। प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ सहदेब बाउरी ने हिन्दी विभाग को एक लाभप्रद व्याख्यान-सह-कार्यशाला के आयोजन हेतु हार्दिक शुभकामनाएं दीं। प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ. फरहीन वज़ीरी, डॉ जया चौधरी, डॉ. सीता, डॉ. अमृता कुमारी घोष, डॉ. पूजा राय, डॉ. शुचि सिन्हा, डॉ. आशुतोष कुमार पांडेय, डॉ. सीता की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुरबाला कृष्णा ने किया।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
गया के जिलाधिकारी 776 सीढ़ियों चढ़कर पहुंच गए प्रेतशिला: ज्यादा भीड़ को देखकर तीर्थ यात्रियों को कतार में लगाने लगे, देंखे सुविधाओं को
गया. पितृपक्ष मेला 17 सितंबर से प्रारंभ है। हर दिन लाखों लाख की संख्या में तीर्थयात्री अपने पूर्वजों की तर्पण गयाजी के विभिन्न वेदी स्थलों पर कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज प्रेतशिला वेदी स्थल पर अत्यधिक भीड़ होने की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम स्वमं पहुंचकर भीड़ प्रबंधन का जायजा लेने लगे।
प्रेतशिला के ऊपर जाने वाली सीढ़ियों पर भारी भीड़ यात्रियों की देखी गयी। डीएम स्वमं 776 सीढ़ियों को चढ़ते हुए तीर्थयात्रियों को कतार में लगाने लगे, ताकि सीढ़ी चढ़ने वाले यात्री और सीढ़ी से उतरने वाली यात्रियों को किसी प्रकार का कोई समस्या नही हो सकें चुकी प्रेतशिला में 776 सीढ़ी है सभी सीढियां पूरी तरह खड़ी रूप में हैं। डीएम ने प्रेतशिला के ऊपरी चोटी पर पहुच कर यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं को देखा और निर्देश दिया कि चुकी सीढ़िया की संख्या काफी ज्यादा है बाबजूद लोग पिंडदान करने ऊपर चोटी पर आते हैं, उनकी व्यवस्था में कोई कमी नही रखे, पानी टॉयलेट की पूरी व्यवस्था रखे। पानी सप्लाई बंद बिल्कुल नही हो, टॉयलेट की सफाई लगातार हो, इसे सुनिश्चित करे।
साथ ही चोटी पर नोडल पदाधिकारी के रूप में अंचलाधिकारी नगर को लगाया है, जो पूरी व्यवस्था को निगरानी करेंगे। साथ ही प्रेतशिला के नीचे सीढ़ी पर प्रखंड विकास पदाधिकारी नगर को लगाया गया है, जो केवल भीड़ प्रबंधन को देखेंगे। इसके अलावा प्रेतशिला वेदी के सम्पूर्ण प्रभार में जोनल पदाधिकारी सह वरीय उप समाहर्ता धीरज कुमार एव ज़िला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया कि लगातार भीड़ पर नजर रखे। भीड़ कॉहि भी स्थिर नही हो, भीड़ लगातार मूवमेंट करते रहे, इसे देखते रहे। इस अवसर पर अपर समाहर्ता राजस्व, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
डिप्टी मेयर चिंता देवी ने ब्रह्मासत सरोवर का निरीक्षण की: बोली- पिंडदानी धूप में पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर
गया। गया नगर निगम के डिप्टी मेयर चिंता देवी ने शनिवार को ब्रह्मासत सरोवर का निरीक्षण की। इस दौरान निरीक्षण के क्रम में डिप्टी मेयर चिंता देवी ने देश-विदेश से आए हुए पिंडदानियों से मिलकर हाल-चाल को जानी।
इस मौके पर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने मीडिया से बात करते हुए बोली कि पितृपक्ष मेला 2024 में ब्रह्मसत सरोवर में पिंडदानी खुले सरोवर में धूप के नीचे पसीना बहा कर पिंडदान करने पर मजबूर हैं।
ब्रह्मसत सरोवर में छोटा सा पंडाल बनाकर छोड़ दिया गया हे जिससे पिंडदानी को पिंडदान करने में काफी ही दिक्कतें का सामना करनी पड़ रही है। इसमें सबसे बड़ा दोषी ठेकेदार है। डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि जो काम पहले गया नगर निगम के द्वारा होता था, वह अब ठेकेदार और एनजीओ के माध्यम से किया गया, लेकिन पूरी व्यवस्था नहीं किया गया।
आज भी जिस तरह से पितृपक्ष मेला में गया नगर निगम के कर्मी लगकर मेहनत कर रहे हैं उतना कोई भी ठेकेदार और एनजीओ का कर्मी नहीं कर रहा है। हम चाहते थे कि गया नगर निगम के जरिए ही पूरा काम हो।
नवादा की घटना पर राजद प्रदेश महासचिव बोले- केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को यादव समाज पर प्रहार करना गलत, फालतू बातें को करें बंद नहीं तो जनता
गया। गया शहर के गेवाल बीघा स्थित प्रोफेसर कॉलोनी में राजद के नव मनोनीत टिकारी संगठन जिला राजद किसान प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अवधेश यादव के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के मसीहा लालू प्रसाद यादव के निर्देश पर किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण उर्फ चंदन यादव ने जो हम पर विश्वास जताया है उस पर हम खरा उतारने का कोशिश करेंगे। इस प्रेस वार्ता में नालंदा के पूर्व प्रत्याशी रहे राजद नेता अशोक कुमार आजाद ने नवादा की घटना का निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के मानसिकता पर अफसोस जाहिर किया है।
जिसमें बिना जांच पड़ताल किए हुए मांझी जी के द्वारा यादवों को बदनाम कर पिछड़ा, दलित, अतिपिछड़ा, महादलित के एकता को खंडित करने का कुत्सित प्रयास किया गया है। इस प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी महासभा बिहार एडवोकेट वीरेंद्र कुमार उर्फ वीरेंद्र गोपन केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के द्वारा यादवों के बदनाम करने के मकसद से जो बयान दिया गया है उसकी निंदा करते हुए कहा की मांझी जी आप महज मंत्री पद के लालच में यादव समुदाय को बदनाम कर रहे है। उन्होंने जीतन राम मांझी एवं उनके बेटे संतोष मांझी को चुनौती देते हुए कहा की अगर आप और आपके पार्टी को यादवो से इतना ही नफरत है तो सबसे पहले आपके जो दल में यादव हैं उनको आप अपने दल से निकालने का हिम्मत करें, नहीं तो फालतू बातें करना बंद करें। अगर नहीं किया तो बिहार के खासकर मगध के पिछड़ा दलित-महा दलित समाज आपको माफ नहीं करेगा।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
जीबीएम कॉलेज में 'स्टार्टअप बिहार' के तहत 'आउटरीच प्रोग्राम' का हुआ आयोजन
गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी एवं अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. नगमा शादाब की देखरेख में 'स्टार्टअप बिहार' के तहत छात्राओं के लिए 'आउटरीच प्रोग्राम' का आयोजन किया गया।
प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, डिस्ट्रिक्ट स्टार्टअप को ऑर्डिनेटर सुशांत कुमार, कार्यक्रम संचालक डॉ. नगमा शादाब, प्रो. अफशाँ सुरैया, नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी, एनसीसी सीटीओ डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, एनएसएस पदाधिकारी डॉ. प्रियंका कुमारी एवं परीक्षा प्रभारी डॉ प्यारे माँझी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रभारी प्रधानाचार्य ने मुख्य वक्ता सुशांत कुमार, कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रोफेसर्स एवं छात्राओं का स्वागत किया। उन्होंने स्टार्टअप योजना के पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए इसे व्यावसायिक नवाचार का अति लाभप्रद माध्यम बताया। डॉ. बाउरी ने छात्राओं से कार्यक्रम का यथासंभव लाभ उठाने की गुजारिश की। मुख्य वक्ता ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से स्टार्टअप से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं से छात्राओं को परिचित कराया। इसके तहत प्राप्त सुविधाओं को बिन्दुबार समझाया। छात्राओं ने स्टार्टअप योजना से संबंधित प्रश्न पूछकर कार्यक्रम का लाभ उठाया।
ज्ञातव्य है कि स्टार्टअप इंडिया, भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत देश में स्टार्टअप सपोर्ट हब विकसित किए गये हैं। इस योजना के तहत, महिला उद्यमियों और एससी और एसटी समुदायों के उद्यमियों को ऋण राशि दी जाती है। कॉलेज की पीआरओ डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि मुख्य वक्ता सुशांत कुमार ने छात्राओं को अपनी ओर से इनोवेटिव प्रोजेक्ट का ब्लूप्रिंट तैयार करने का कार्य सौंपा है।
छात्राएं अपना स्टार्टअप प्रोजेक्ट डॉ नगमा शादाब के पास जमा करेंगी। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थानों पर चयनित छात्राओं को मोमेंटो देकर सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्रोफेसर्स के अलावा प्राची, मुस्कान, रिया, दिव्या, काजल, अन्या, हर्षिता, तान्या, अन्या, श्रेया, आस्था, प्रगति, संजना, रूपाली, श्वेता, प्रीति, अनुष्का, भूमि, लक्ष्मी आदि अनेक छात्राओं की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने किया।
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Sep 22 2024, 14:20