आशा बहुएं जिलाधिकारी के माध्यम से भेजेगी उप मुख्यमंत्री को ज्ञापन

लखनऊ । राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने आज लखनऊ में प्रदेश की आशा बहुओं से आॅनलाइन बैठक कर 20 सितंबर को जिलाधिकारी कार्यालय पर आशा बहुओं के धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की समीक्षा किया। जे एन तिवारी ने अवगत कराया है कि आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष कुसुम लता यादव, 20 सितंबर को जिलाधिकारी को ज्ञापन दिए जाने के कार्यक्रम को लेकर बहुत सक्रिय है।

प्रदेश भर मे जिलाधिकारी कार्यालय पर आशा बहुएं एकत्र होकर उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपेगी। जे एन तिवारी ने अवगत कराया है कि आशा बहू का शोषण चरम पर है। आशा बहुएं प्रधान मंत्री मातृ वंदन योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं का फार्म ?150 में भर्ती थी। उनसे यह काम छीनकर आंगनवाडी को दे दिया गया है और आंगनवाडी को इस काम की लिए सरकार ?300 दे रही है। आशा बहुएं प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना का काम वापस लेने, आशा बहू को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देती हुई न्यूनतम मानदेय 18000 रुपए निर्धारित किए जाने, 10 लाख का बीमा किए जाने, आशाओं के क्षेत्र में रहने के लिए कमरे की व्यवस्था किए जाने, संगिनी के लिए स्कूटी उपलब्ध कराने सहित कई मांगों पर कार्यवाही नहीं होने से नाराज हैं ।

उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन देकर अपना विरोध प्रकट कर रही हैं।20 सितंबर के ज्ञापन कारक्रम को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का पूरा समर्थन है संयुक्त परिषद महामंत्री अरुणा शुक्ला ने कहा है कि संयुक्त परिषद ने आशा बहुओं की मांगों को 25 अक्टूबर को लखनऊ में आयोजित विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में शामिल किया है जिसमें प्रदेश की सभी जनपदों से 10,000 से अधिक आशा बहुएं प्रतिभाग करेंगी। आज की आॅनलाइन बैठक में संयुक्त परिषद की महामंत्री अरुणा शुक्ला एवम्आशा हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन की अध्यक्ष कुसुम लता यादव के साथ प्रदेश भर से सैकड़ों आशा बहुएं जुड़ी हुई थी ।

तीसरे दिन भी मलबा हटाने में जुटी रही टीम

ड्रमंडगंज। ड्रमंडगंज घाटी स्थित मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भूस्खलन का मलबा हटाने में तीसरे दिन गुरुवार को कार्यदाई संस्था डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी लगे रहे। मलबा पूरी तरह से साफ नही हो पाने से शाम छह बजे तक बंद लेन से आवागमन शुरू नही हो सका था। बीते मंगलवार को भारी बारिश के चलते ड्रमंडगंज घाटी में कई जगहों पर भूस्खलन हो गया था। जिसे हटाने के लिए तीन दिन से एनएचएआई व कार्यदाई संस्था डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी की टीम लगी हुई है।

गुरुवार को भी टीम पोकलेन मशीन व जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाने में जुटी रही। पहाड़ से गिरे मलबे को साफ करने में टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।भूस्खलन होने के बाद एक लेन से आवागमन बंद कर मलबा को साफ किया जा रहा है।डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरा मलबा लगभग साफ कर लिया गया है।बचे खुचे मलबे को हटाने के बाद गुरुवार रात से बंद लेन से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा।बरम बाबा मोड़ पर गिरी चट्टान को हटाने के लिए कटर मशीन मंगवाई गई है।

मंडलीय अस्पताल में खून की दलाली का धंधा, अधिवक्ता की शिकायत पर हुआ खुलासा

मीरजापुर। मंडलीय अस्पताल में खून चढ़ाने के एवज में मरीज के तीमारदार से वसूली का धंधा फल-फूल रहा है। ऐसा ही एक मामला मंडलीय अस्पताल का सामने आया है जहां संविदा आउटसोर्स कर्मचारियों ने खून दिलाने के नाम पर मरीज के तीमारदार से 6 हजार रुपए ऐंठ लिए। जानकारी होने पर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता की सूचना पर मंडलीय अस्पताल के प्रमुख अधिक्षक डा एके सिन्हा ने जांच कराई तो जांच में दोषी पाए गए एक स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वॉय आगबबूला होकर मरीजों को धमकाने लगे हैं। 

बताया जा रहा है कि दोषी कर्मचारियों द्धारा पीड़ित पर शिकायत वापस लेने के लिऐ दबाव बनाया जा रहा था। प्रमुख अधिक्षक डा एके सिन्हा ने दोषी पाए गए कर्मचारियों पर कार्यवाही के लिऐ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को पत्र लिखा है। अब देखना यह है कि इस मामले में कार्रवाई क्या होती है। डाक्टर एके सिन्हा के मुताबिक, 16 सितंबर 2024 को प्रात: 10:39 बजे प्रयागराज से हाईकोर्ट के एक अधिवक्ता का फोन उनके पास आता है जिसमें बताया गया कि जिला अस्पताल के पुरुष मेडिकल वार्ड में बेड संख्या 23 पर कृष्णा नाम का एक मरीज भर्ती है, जिसे खून चढ़वाने के एवज में एक स्टाफ द्वारा ? 6000 लिया गया है एवं उसके पश्चात खून चढ़ाया गया। उनके द्वारा बताया गया कि मरीज के माता पिता मजदूरी कर जीवन यापन करते हैं और उन्होंने यह ?6000 किसी से उधार लेकर दिए हैं। 

यह शिकायत मिलने पर मरीज के माता-पिता को बुलाया तो उनके द्वारा भी यही बात बताई गई कि पैसे लेकर मेरे मरीज को खून चढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि यहां के स्टाफ के द्वारा पहले मुझे रुपए 10000 की मांग की गई की जा रही थी, फिर ? 6000 पर बात तय हुई। उसके बाद ?6000 लेकर खून दिया गया। यह भी बताया गया कि कृष्णा को शौच के रास्ते से खून आ रहा था जिस कारण 9 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह पूछने पर कि जिस स्टाफ ने आपसे पैसा लिया है क्या आप उसे पहचान सकते हैं तो उन्होंने कहा कि हम उन्हें पहचानते हैं और वह अभी सुबह की ड्यूटी में नहीं है। 16 सितंबर को ही दोपहर 2:45 पर मैट्रन की सहायिका तथा कुछ महिला पुलिस आरक्षी एवं पुरुष पुरुष आरक्षी को लेकर उक्त मरीज के पास वार्ड में जाने पर मरीज की मां ने श्रीमती प्रतिमा स्टाफ नर्स (आउटसोर्स) की ओर इशारा कर एवं उन्हें टच कर बताया कि यही मैडम मुझसे खून के लिए ?6000 ली है। 

इनके द्वारा यह भी बताया गया कि एक और स्टाफ फोन पर बात कर कहीं से खून मंगवाने की बात कर रहा था। पूछने पर पता चला कि फोन पर खून मंगवाने वाले का नाम अजय वार्ड बाय (आउटसोर्स) है। दूसरे दिन 17 सितंबर 2024 को मरीज के माता, पिता एवं भाई ने बताया कि कल रात 8:00 बजे तक उक्त स्टाफ नर्स मुझे धमकाते रहे और आज सुबह भी धमका रहे हैं कि एक तो मैंने खून दिलवा कर तुम्हारे बेटे की जान बचाई और तुम मेरी शिकायत कर रहे हो। मुझे मेरा दिया हुआ खून लौटाओ तभी मैं तुम्हें ?6000 लौटाऊंगी। मरीज की मां ने हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रही थी कि मेरा बेटा बहुत डरा हुआ है और अस्पताल में नहीं रहना चाह रहा है, किसी भी तरह आज शाम तक मेरे मरीज को छुट्टी कर दीजिए।

 जिस ब्लड ग्रुप का खून मंगाया गया, उस ब्लड ग्रुप का खून उक्त दिवस को हमारे अस्पताल के ब्लड बैंक के स्टॉक में था। इस सम्पूर्ण प्रकरण की जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को देते हुए घटना की सूचना लिखित रूप में एवं सारे सबूत के साथ उपलब्ध करा दिया गया है तथा प्रधानाचार्य से आग्रह किया है कि उक्त प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान में लेकर संलिप्त स्टाफों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो सके और किसी मरीज के साथ अस्पताल में कोई अन्याय न हो पाए। अब देखना यह है कि इस मामले में प्रधानाचार्य क्या कार्रवाई सुनिश्चित करतें हैं।

36 घंटे बाद भी नही शुरू हुई विद्युत आपूर्ति, गांवों में छाया अंधेरा

 

मीरजापुर। जिले के ड्रमंडगंज क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश से मंगलवार भोर से विद्युत आपूर्ति बाधित है। दूसरे दिन बुधवार शाम पांच बजे तक विद्युत आपूर्ति शुरू नही हो पाई। जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से जगह-जगह विद्युत पोल धराशाई हो गए और तार टूटने से विद्युत व्यवस्था चरमरा गई।

 मंगलवार को क्षेत्र में अंधेरा पसरा रहा बुधवार शाम तक बिजली नही आने से लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में अवर अभियंता विद्युत सलमान अहमद ने बताया कि हलिया क्षेत्र में जगह जगह तार और विद्युत पोल गिर पड़े हैं जिन्हें दुरुस्त करवाया जा रहा है। विद्युत पोल व गिरे हुए तारों को ठीक करने के बाद बुधवार देर शाम तक विद्युत आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

योग गुरु ज्वाला को जेकेएस ग्रुप आॅफ एजूकेशन लखनऊ ने किया सम्मानित

मीरजापुर। राजधानी लखनऊ में जेकेएस ग्रुप आॅफ एजुकेशन संस्था के संस्थापक व सीओई संदीप पांडेय ने योग के क्षेत्र में विश्व पटेल पर काम करने वाले जाने माने राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगाचार्य योगी ज्वाला सिंह को योग क्षेत्र में सराहनी व आदर्श करने के लिए के लिए संस्था की ओर से प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सम्मानित किया है।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज के युवाओं के चहते व उनके रोल मॉडल के रूप में अद्भुत तथा सुन्दर कार्य करने वाले व देश के युवाओं को योग के माध्यम से नई दशा एवं दिशा देने का कार्य कर रहे योग गुरु योगी ज्वाला जी की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है।

इन्होंने छोटी सी उम्र में जितनी उपलब्धियां हासिल की है वह आज के युवाओं के लिए एक सिख है। जिनसे प्रेरणा लेकर आज का युवा भी अपने जीवन सही दशा व दिशा प्रदान कर खुद को स्वस्थ निरोग एवं प्रसन्न बन सकता है। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरु को आंगवस्त्रम भेंट करते हुए पुरुषों में उत्तम मयार्दा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम के चिन्ह प्रदान कर सम्मानित करते हुए उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित कर उनका धन्यवाद ज्ञापित किया।

ड्रमंडगंज घाटी में हुए भूस्खलन के बाद दूसरे दिन भी मलबा हटाने में लगी रही टीम

ड्रमंडगंज।ड्रमंडगंज घाटी के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग पर बारिश के दौरान मंगलवार दोपहर में हुए भूस्खलन के मलबा को हटाने में दूसरे दिन बुधवार को एनएचएआई व कार्यदाई संस्था डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी लगी रही। अत्यधिक मात्रा में गिरे मलबा को हटाने में टीम मंगलवार से ही जुटी हुई है।

भारी बारिश के कारण मंगलवार को बड़े पैमाने पर ड्रमंडगंज घाटी में भूस्खलन होने से पहाड से पत्थरों और मिट्टी का मलबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिर पड़ा था। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई जगह मलबा गिरने से टीम को मलबा हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।बरम बाबा मोड़ के पास भूस्खलन से विशाल चट्टान गिर पड़ी है चट्टान को हटाने के लिए मशीन मंगवाई गई है।

बुधवार को डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के योगेन्द्र शर्मा टीम के साथ मलबा को साफ कराने में लगे रहे। पत्थरों के बड़े टुकड़ों को पोकलेन मशीन की मदद से बाहर किया जा रहा है। पोकलेन मशीन व जेसीबी मशीन की मदद से राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिखरे मलबे को हटवाया जा रहा है। मंगलवार दोपहर से ही एक लेन को बंद कर मलबा साफ किया जा रहा है। वाहनों के एक लेन से आने जाने दिया जा रहा है।डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के इंजीनियर योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि ड्रमंडगंज घाटी में हुए भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरे मलबा को मंगलवार से ही साफ किया जा रहा है।

बुधवार रात तक मलबा को साफ कर लिया जाएगा। मलबा साफ होने के बाद दोनों लेन से आवागमन शुरू हो जाएगा।

Mirzapur : खोजी अभियान के आठवें दिन तक जनपद में मिले 68 नए टीबी रोगी

मीरजापुर। शासन के आदेश क्रम में क्षय विभाग द्वारा जनपद के समस्त जनसंख्या का 20% जनसंख्या लक्ष्य करते हुए विभागीय कर्मियों द्वारा 9 सितंबर से 20 सितंबर तक अज्ञात टीबी मरीजों को खोजने के लिए अभियान चलाया जा है।

इस अभियान में अब तक 4644 संदिग्ध मरीजों की जानकारी सामने आने पर उनकी विभागीय स्तर से जांच कराई गई, जांचोपरांत 68 नए टीबी रोगी मिले, जिनको विभाग द्वारा अविलंब इलाज पर लेते हुए उनकी दवा शुरू कर दी गई। अभियान के तहत क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा 18 सितंबर 2024 को जिला मुख्यालय एरिया के सुंदर घाट, वासलीगंज, संघ मोहाल, हयात नगर में लगी टीमों के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए उन्हें लोगों को टीबी के संपूर्ण लक्षणों से परिचित कराने के साथ-साथ सरकारी स्तर से उपलब्ध सभी नि:शुल्क सुविधाओं की जानकारी अवश्य देने को कहा गया।

जिससे कि ज्यादा से ज्यादा अज्ञात टीबी मरीजों को खोज कर इलाज पर लिया जा सके साथ ही 2025 तक देश को टीबी मुक्त भारत बनाने की प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा किया जा सके। उपरोक्त भ्रमण में क्षय विभाग के पंकज सिंह, अवध बिहारी कुशवाहा एवं संबंधित क्षेत्र की आशाएं व आंगनबाड़ी कार्यकत्री मौजूद रहें।

पितृपक्ष में शास्त्रीय विधानों के साथ आचरण की शुद्धता भी जरूरी

मिर्जापुर। 'पितृ-पक्ष की महत्ता' से अवगत कराने के लिए विन्ध्य संत मण्डल द्वारा एक संगोष्ठी की गई जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं को अवगत कराया गया कि वे हर स्थिति में सोलह दिनों के इस पर्व पर दिवंगत पितृ देवताओं के निमित्त शास्त्रों द्वारा निर्देशित कर्म अवश्य करें।

यदि कोई पूर्णतया साधन विहीन हो तो भी भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के बाद पितृ देवताओं को दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके श्रद्धापूर्वक अपनी विवशता बताते हुए जल से अर्घ्य दें।

नगर के गैबीघाट स्थित श्री बाल हनुमान मंदिर पर बुधवार को आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता मण्डल के अध्यक्ष भरत गिरि महाराज ने की जबकि मुख्य वक्ता के रूप में बरकछा आश्रम के सन्त धर्मराज महाराज ने कहा कि पितरों के सम्मान में किसी विद्वान को भोजन, दान के साथ गाय, कौआ, चींटी एवं कुत्ते आदि को भी अग्रासन देना चाहिए। ये जीव पर्यावरण संरक्षण में भूमिका अदा करते हैं।

इस अवसर पर गैबीघाट के महात्मा ने कहा कि लोग प्रश्न करते हैं कि पशु-पक्षियों को कुछ खिलाने से क्या पितरों को अंश प्राप्त होता है? इसका उत्तर यही है कि जैसे विदेशों में प्राप्त डॉलर-दीनार भारत में आते-आते रुपए में बदल जाता है, उसी तरह अग्रासन भी पितरों तक पहुंच जाता है। इसी क्रम में कचहरी बाबा आश्रम के संत श्रीकांत महाराज ने कहा कि पितरों का ऋण चुकाए बिना मुक्ति नहीं मिलती ।

अन्य वक्ताओं में छीतपुर आश्रम के पंचू महाराज, जालपा देवी आश्रम के दिव्यानन्द महाराज, विजय नारायण दास, मण्डल के कोतवाल तेजबली दास, पुरोहित श्याम सुंदर शुक्ल आदि ने पितृ पक्ष के सरलतम उपायों पर प्रकाश डाला तथा इस अवधि में आचरण की शुद्धता पर अपनाने की सलाह दी गई, क्योंकि छल-छद्म में लगे संतानों को देखकर पितरों को कष्ट मिलता है। संगोष्ठी का संचालन सलिल पांडेय ने किया।

अभिरूप वर्मा ने इंस्पायर्ड अवार्ड योजना के राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में अपने द्वारा बनाई गयी सेमी ऑटो मेटिक बीज बोने की मशीन का किया प्रदर्शन

मीरजापुर। विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय नव प्रवर्तन प्रतिष्ठान अहमदाबाद के देख रेख में आयोजित इंस्पायर्ड अवार्ड योजना के वर्ष 2022 के राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन 17 से 19 नवम्बर तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में हाल नंबर में आयोजित की जा रही है।

इस कार्यक्रम में सेंट मैरिज स्कूल पिली कोठी मिर्जापुर के छात्र अभिरूप वर्मा का चयन राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित किया गया है। अभिरूप वर्मा ने सेमी ऑटो मैटिक बीज बोने की मशीन किसानों के लिए विकसित की है। यह मशीन स्वचालित कार्य क्षमता के साथ मशीन कुशलता पूर्वक मिट्टी में लगभग 5 से 6 सेमी की गहराई पर छेद करती है जिससे सटीक बीज प्लेसमेंट की सुविधा मिलती है और बीज की बर्बादी भी कम होती है।

यह मशीन किसानों के लिए बहुत लाभप्रद होंगी। इस मशीन को बनाने में विद्यालय के शिक्षक डॉक्टर मनोज कुमार एवं इनके चाचा गौरव वर्मा ने सहयोग किया‌ जिला विज्ञान क्लब समन्यवयक सुशील कुमार पाण्डेय ने बताया कि इंस्पायर्ड अवार्ड कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है जिसमें कक्षा 6 से 10 तक के बच्चों द्वारा नए विचार मांगे जाते है।

जिसमें पूरे देश के बच्चे अपने आईडिया विद्यालय के माध्यम से ऑन लाइन भेजते है जो आईडिया राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान द्वारा चयनित किये जाते हैं उन बच्चों को 10000 रूपये उनके खाते में भेजे जाते हैं। इस धनराशि से बच्चे अपने आईडिया को मॉडल के रूप मे विकसित करते है‌। जिनका मूल्यांकन अंचल, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर चयनित मॉडल के छात्रों को जापान एक्सपोजार विजिट के लिए भेजा जाता है।

अभिरूप वर्मा का चयन विभिन्न स्तरों से होता हुआ राष्ट्रीय स्तर के लिए किया गया है। उत्तर प्रदेश से केवल 6 आईडिया ही राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित किया गया है यह जिले के लिए गर्व की बात है। यह चयन वर्ष 2022 के कार्यक्रम का है. इस समय अभिरूप वर्मा कक्षा 11 के गणित वर्ग के छात्र है इनका मॉडल किसानों के लिए बहुत उपयोगी है। इस कार्यक्रम में पूरे देश से 432 मॉडल प्रस्तुत किये जायेंगे। आज इनके मॉडल का मूल्यांकन जूरी के सदस्यों द्वारा किया गया, परिणाम 19 को घोषित किये जायेगे।

भारी बारिश के कारण ड्रमंडगंज घाटी में हुआ भूस्खलन

ड्रमंडगंज, मीरजापुर। मंगलवार सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग के ड्रमंडगंज घाटी में मंगलवार दोपहर बड़े पैमाने पर कई जगह भूस्खलन हो गया। जिसके चलते नेशनल पर मिट्टी और पत्थरों का मलबा फैल गया है।

मध्यप्रदेश की ओर जाने वाले मार्ग पर भूस्खलन होने से भूस्खलन वाले मार्ग पर आवागमन बंद कराते हुए वाहनों को एक लेन से आने जाने दिया जा रहा है।इससे पहले 18 अगस्त को पहली बार 27 अगस्त को दूसरी बार 28 अगस्त तीसरी बार और 4 सितंबर को चौथी बार भूस्खलन हुआ था।सूचना पर पहुंची एनएचएआई व कार्यदाई संस्था डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी की टीम नेशनल हाईवे पर फैले मिट्टी व पत्थरों के मलबे को हटाने में जुट गई है।

लगातार बारिश होने के कारण नेशनल हाईवे पर फैले मलबे को साफ करवाने में टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम न लगने पाए इसलिए वाहनों को एक लेन से आने जाने दिया जा रहा है। बारिश का क्रम लगातार जारी रहने से अभी भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के मोहम्मद उस्मान ने बताया कि भारी बारिश के कारण ड्रमंडगंज घाटी में जगह जगह भूस्खलन हो गया है। पहाड़ से गिरे मिट्टी और पत्थरों के मलबे को टीम के साथ मिलकर हटवाया जा रहा है। वाहनों को एक लेन से आने जाने दिया जा रहा है। मलबा साफ होने के बाद दोनों लेन से आवागमन शुरू करवा दिया जाएगा।