बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में हुआ हिंदी टाइपिंग प्रतियोगिता का आयोजन
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में 18 अगस्त को हिन्दी प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित 'हिंदी पखवाड़ा' के तहत विश्वविद्यालय के अधिकारी,कर्मचारी एवं विद्यार्थियों के लिए हिंदी टाइपिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। आयोजन समिति के सदस्यों में विश्वविद्यालय हिन्दी अधिकारी डॉ. शिवकुमार त्रिपाठी एवं हिन्दी अनुवादक श्रीमती संध्या दीक्षित सम्मिलित हैं।
 
प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभागियों ने हिंदी टाइपिंग के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस प्रकार की प्रतियोगिताओं को आयोजित कराने का मुख्य उद्देश्य लोगों को अपनी मातृभाषा के प्रति जागरूक करना है, जिससे वह अपनी मातृभाषा की महत्ता को समझे और स्वयं को वैश्विक स्तर पर भी गौरवान्वित महसूस करें। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शिक्षक, गैर शिक्षण कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
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26वां दिव्यांगजन स्थापना दिवस समारोह पर श्रवणबाधित और चलन क्रिया से ग्रसित दिव्यांगजनों को हियरिंग एंड ट्राई-साइकिल और व्हीलचेयर की गईं वितरित
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करने के उद्देश्य से 18 सितंबर 1998 को स्थापित राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय का 26वां स्थापना दिवस समारोह बुधवार को लखनऊ में उत्साहपूर्वक आयोजित किया गया। इस अवसर पर दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहलों की शुरुआत और वितरण कार्यक्रम आयोजित किए गए।

समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि, सुभाष चन्द शर्मा, प्रमुख सचिव, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग, उप्र शासन द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन कार्यालय का उद्देश्य दिव्यांगजनों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें न्याय दिलाना है। यह कार्यालय समाज में दिव्यांगजनों की मुख्यधारा में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा है। आज इस समारोह का आयोजन कर हमें गर्व महसूस हो रहा है, और हमें इस दिशा में और आगे बढ़ने की आवश्यकता है। समारोह के दौरान श्रवणबाधित दिव्यांगजनों को हियरिंग एड्स तथा चलन क्रिया से ग्रसित दिव्यांगजनों को ट्राई-साइकिल और व्हीलचेयर प्रदान की गईं। साथ ही, टीसीआई एक्सप्रेस फाउंडेशन, जयपुर फुट और पुनर्वास केंद्र लखनऊ के सहयोग से 12 दिव्यांगजनों को कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किए गए। यह कार्यक्रम न केवल दिव्यांगजनों के लिए आवश्यक उपकरण प्रदान करने का मंच बना, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन भी दिया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, लखनऊ द्वारा एक विशेष दिव्यांगता प्रमाण-पत्र शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 50 दिव्यांगजनों के यूडीआईडी कार्ड और दिव्यांगता प्रमाण-पत्र तत्काल जारी किए गए। इस शिविर से दिव्यांगजनों को उनके अधिकारों और सेवाओं तक सीधी पहुंच प्राप्त हुई। समारोह में दिव्यांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रतिष्ठित व्यक्तियों को भी सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख नाम थे गौरव खन्ना, राष्ट्रीय पैरालंपिक कोच, अभय प्रताप सिंह, ज्वाइंट सेक्रेटरी, डीसीसीआई एवं अध्यक्ष, व्हीलचेयर क्रिकेट एसोसिएशन, इच्छा पटेल, पैरालंपिक भारोत्तोलन गोल्ड मेडलिस्ट, पलक कोहली, पैरालंपिक बैडमिंटन खिलाड़ी, और डा. अमित केसरी, कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जन, एसजीपीजीआई, लखनऊ। इन सभी को मुख्य अतिथि द्वारा शॉल, स्मृति चिह्न और बालवृक्ष देकर सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि भूपेन्द्र एस. चौधरी, निदेशक, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने इस अवसर पर कहा कि दिव्यांगजन हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा हैं, और उनका सशक्तीकरण हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। बिना दिव्यांगजनों की सक्रिय भागीदारी के राष्ट्र की प्रगति अधूरी है। समारोह के अध्यक्ष और राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन, प्रो. हिमांशु शेखर झा ने अपने संबोधन में कहा कि हमारा कार्यालय दिव्यांगजनों को न्याय दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। हम उन दिव्यांगजनों की भी समस्याओं को हल करने के लिए मोबाइल कोर्ट्स का संचालन कर रहे हैं, जो स्वयं हमारे पास नहीं आ सकते हैं। समारोह का समापन उपायुक्त, शैलेन्द्र कुमार सोनकर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी उपस्थित दिव्यांगजन लाभार्थियों और अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर 100 से अधिक दिव्यांगजन उपस्थित रहे, जिन्होंने समारोह का हिस्सा बनकर इसका महत्व और भी बढ़ा दिया। समारोह में अन्य गणमान्य अधिकारियों में जयनाथ यादव, संयुक्त निदेशक, रणजीत सिंह, संयुक्त निदेशक, अमित कुमार राय, उप निदेशक और कई अन्य प्रमुख अधिकारी भी शामिल रहे।
केन्द्रीय वर्कशाप में सुन्दरकाण्ड और विश्वकर्मा पूजा
लखऩऊ। लोक निर्माण विभाग केन्द्रीय वर्कशाप हेवलेक रोड़ पर विभागाध्यक्ष इं. संजीव कुमार भारद्वाज की उपस्थिति मेें भगवान विश्वकर्मा का पूजन समारोह किया गया वर्कशाप में स्थिति भगवान विश्वकर्मा मंदिर में पंडित प्रदीप की उपस्थित में सुन्द्रर काण्ड के उपरान्त विधि विधान से हवन भूजन कर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई।

पूंजन समारोह में मुख्य अभियंता इं. यू.के . सिंह और एम.एस. यादप, अधीक्षण अभियंता इं. आर.एम. श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता इं. रंजीता प्रसाद, सहायक अभियंता इं. शरद कुमार नायक, केन्द्रीय कार्यशाला की इंचार्ज इं. आरती पाण्डे, इं. शिवानी श्रीवास्तव,इ. सुनील पाल अन्य घटक संगठनों के अध्यक्ष आदि उपस्थित रहे। चालक संघ के अध्यक्ष शिवकुमार यादव ने बताया कि केन्द्रीय कार्यशाला के अलावा गोसाईगंज प्लांट में भी विश्वकर्मा पूजन समारोह का आयोजन किया गया। महामंत्री सुभाष चन्द्र मिश्रा ने सभी को प्रसाद वितरण किया। आगंतुको को स्वालाप्हार की व्यवस्था चालक संघ के उपाध्यक्ष मनोज कुमार रावत द्वारा की गई।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले 2 नगर निगम, 5 नगर पालिका व 10 नगर पंचायतें होंगी सम्मानित
लखनऊ। प्रदेश के नगरों को स्वच्छ और सुन्दर बनाने, आम जनमानस को शुद्ध वातावरण व पेयजल की आपूर्ति करने के लिए नगर विकास विभाग प्रतिबद्ध है। इसके दृष्टिगत नगरीय निकायों में 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक विशेष स्वच्छता अभियान तथा 25 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक "सतत् 155 घण्टे का स्वच्छता अभियान" चलाये जाने का आह्वान किया गया।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में स्वच्छता मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान की शुरुआत की। वहीं नगर विकास मंत्री ए.के. शर्मा ने इस अभियान की शुरुआत जौनपुर की शाहगंज नगर पंचायत में आयोजित स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में प्रतिभाग और श्रमदान कर की। उन्होंने कहा कि स्वच्छ को स्वभाव और संस्कार में स्थापित करना ही मुख्य उद्देश्य है, और यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।स्वच्छता ही सेवा 2024 अंतर्गत "स्वभाव स्वच्छता-संस्कार स्वच्छता" की थीम पर प्रदेश के सभी निकायों में जनप्रतिधियों के साथ ही जनमानस ने भी बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग कर रहे हैं।

साथ ही सभी नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी और स्वच्छता के कार्यों में तत्परता से जुटे कार्मिकों ने नगरीय निकाय निदेशालय से इस अभियान की हो रही ऑनलाइन मॉनिटरिंग में भी निकयों में हो रहे कार्यों को दिखाते हुए जानकारी दी। प्रदेश में चल रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों की सफाई कर उन्हें सुन्दर बनाने के साथ ही आम जनमानस के स्वभाव और संस्कार में भी स्वच्छता और उसके मूल्यों को स्थापित भी करना है। निदेशक नगरीय निकाय श्री अनुज झा ने बताया कि प्रदेश में 114500 कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 53762 लक्षित इकाइयां व 47587 सी.टी.यू. को चिन्हित किया गया है। इस अभियान में 57 हजार से अधिकारी लोगों ने प्रतिभाग किया है। सफाई मित्रों के लिए 4237 “सफाईमित्र सुरक्षा शिविर” का आयोजन कर स्वास्थ्य परीक्षण व सरकारी योजनाओं का लाभ देने की व्यवस्था की गयी है। ऑनलाइन मॉनिटरिंग के दौरान प्रदेश के कई जिलों के मा. प्रभारी मंत्री, मा. सांसद, मा. विधायक, महापौर, चेयरमैन, जिलाधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारीयों ने भी श्रमदान करते हुए स्वच्छता का सन्देश जनमानस को दिया। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान के दौरान लखनऊ में प्रमुख सचिव श्री अमृत अभिजात ने स्वच्छ भारत मिशन के 10 वर्ष पूर्ण होने पर बधाई देते हुए कहा कि इस अभियान अन्तर्गत निकायों में साफ-सफाई व्यवस्था, नाला-नालियों की सफाई, जल निकासी की समुचित व्यवस्था, शुद्ध पेय जल की उपलब्धता, मार्ग प्रकाश व्यवस्था को और सुदृढ़ करने का कार्य किया जायेगा। नियमित रूप से सुबह 5 बजे से 8 बजे तक साफ-सफाई करायी जायेगी। माइक्रो प्लान बनाकर प्रत्येक मोहल्लों, वार्डो की सड़कों व गलियों की सफाई के लिए सफाई कर्मियों की बीट बनायें और नियमित ऑनलाइन व ऑफलाइन मॉनीटरिंग की जाए। मुख्य बाजारों, प्रमुख सार्वजनिक स्थलों बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सांस्कृतिक एवं पर्यटन स्थलों, शिक्षण संस्थानों इत्यादि के आस-पास के क्षेत्रों में शाम 4 बजे से 8 बजे के बीच भी द्वितीय पाली में सफाई का कार्य एवं कूड़े का उठान कराया जायेगा। निकाय क्षेत्र में स्थित जलाशय, तालाब व नदी के तट की साफ-सफाई स्वयं के संसाधनों तथा जन सहयोग (वॉलंटियर / स्वैच्छिक संगठन / व्यापार मण्डल / उद्योग मण्डल) के माध्यम से करायी जाए।

नगर विकास के सभी अधिकारीगण अपने निकायों के महापौर और अध्यक्षों के संपर्क में रहते हुए कार्यक्रम और और भी वृहद् रूप देकर सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रदेश की 2 नगर निगमो, 05 नगर पालिकाएं व 10 नगर पंचायतों को सम्मानित भी किया जाएगा। एक जुट हुआ प्रदेश, बनेगा स्वच्छ भारत – स्वच्छ उत्तर प्रदेश* राष्ट्रपिता महात्मा गांधी “बापू” के स्वच्छता के सन्देश को जन-जन तक पहुंचाने और उनको स्वाभाव और संस्कार में स्वच्छता को स्थापित करने के लिए प्रदेश के सभी निकायों में एकजुटता के साथ विशेष अभियान की शुरुआत हुई। जौनपुर की शाहगंज नगर पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने श्रमदान, स्वच्छता प्लेज, पौधोंरोपण, स्वच्छ संवाद व सफाई मित्रों का सम्मान कर इस विशेष अभियान की शुरुआत की।

वहीं अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप साही ने राम की नगरी में विशेष सफाई अभियान में प्रतिभाग करते हुए श्रमदान करते हुए जनमानस को बताया कि स्वच्छता ही सबसे बड़े सेवा है। उन्होंने कहा कि आज इस अभियान की शुरुआत सरयू नदी के तट पर गुप्तार घाट, श्रीराम की पैड़ी, रामघाट व मंडी स्थल पर सफाई अभियान से की। उसके पश्चात् प्लोग रन और विभिन्न स्वच्छता संवाद कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत और स्वच्छ उत्तर प्रदेश की अवधारणा को साकार करना ही राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि है। मथुरा के महापौर विनोद अग्रवाल जी और प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने भी ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर जनमानस को स्वच्छता का सन्देश दिया और जिले में आयोजित श्रमदान और अन्य कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। जिलाधिकारी संभल राजेंद्र पेंसिया ने स्वयं श्रमदान करते हुए आर.आर.आर. सेंटर और वेस्ट तो वंडर पार्क का शुभारंभ किया। जिले में स्वच्छता पर संवाद और प्लोग रन का भी आयोजन किया जा रहा है। जिलाधिकारी मिर्ज़ापुर ने मां विन्ध्याचल धाम में विशेष सफाई अभियान में प्रतिभाग कर श्रमदान करते हुए जिले को स्वच्छता का सन्देश दिया। प्रतापगढ़ के बेल्हादेवी मंदिर में जिलाधिकारी के नेतृत्व में भी जनप्रतिनिधियों ने भी श्रमदान किया। अपर निदेशक ऋतु सुहास ने काकोरी के शीतला माता मंदिर में चेयरमैन गोविन्द साहू के नेतृत्व में चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान में प्रतिभाग किया। वहीँ प्रदेश के अन्य निकायों के अधिशासी अधिकारीयों ने भी जनप्रतिनिधियों और जनता के सहयोग से स्वच्छता कार्यक्रमों के आयोजन की जानकारी दी। एकत्र कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर न छोड़ें, सेनेट्री लैण्ड फिल साईट भिजवाएं : प्रमुख सचिव प्रमुख सचिव ने कहा कि सफाई के समय एकत्र किये गये कूड़े को उसी समय सेनेट्री लैण्ड फिल साईट पर अथवा उचित स्थान पर भिजवायें। किसी भी दशा में एकत्र कूड़े अथवा सिल्ट को सड़क पर नहीं छोड़ा जाये। निकाय के नियंत्रणाधीन सार्वजनिक व सामुदायिक शौचालयों में भी साफ-सफाई व्यवस्था एवं विसंक्रमण की कार्यवाही सुनिश्चित करें। जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित करते सूक्ष्म कार्ययोजना बनातव हुए नियमित रूप से दिन में एण्टीलार्वा स्प्रे का छिड़काव तथा शाम के समय फॉगिंग करायी जाये। सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर निकायों में ब्लीचिंग पाउडर, मैलाथियान डस्ट, चूना इत्यादि का नियमित छिड़काव भी कराया जायेगा। गार्बेज वर्नेबल प्वाइंट को शत्-प्रतिशत समाप्त करते हुए उन स्थलों का सौन्दर्यीकरण भी कराया जायेगा। नगर में होल्डिंग के स्थलों का चिन्हाकन कर उन्हें व्यवस्थित एवं उनका मानकीकरण किया जायेगा। कुछ प्रोमिनेंट स्थलों पर स्थानीय निकाय की तरफ से होर्डिंग व डिजिटल होर्डिंग लगाकर आम जनमानस को नागरिक सुविधाओं और स्वच्छता के बारे में जानकारी देते हुए जागरूक किया जा सके। प्रमुख सचिव ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने एवं एक्यूआई (AQI - Air Quality Index) को मानक के अनुरूप रखने के लिए वैज्ञानिक तरीके से रोड़ साइड प्लान्टेशन तथा ग्रीन बेल्ट विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निकाय नियंत्रणाधीन पार्को में भी साफ-सफाई व्यवस्था कराते हुए सौन्दर्गीकरण कराया जाये।

स्वच्छ सारथि क्लब, स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति के साथ दिखी जनभागीदारी स्वच्छता के विशेष अभियान में स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति ने महत्वपूर्ण भूमिका के साथ साफ-सफाई अभियान में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, स्वयं सेवी संस्थाओं को प्रोत्साहित कर श्रमदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं दैनिक जीवन एवं स्कूल परिसरों में साफ-सफाई व्यवस्था तथा स्कूल परिसरों को प्रतिबन्धित प्लास्टिक मुक्त करने के लिए शिक्षकों एवं छात्रों को शपथ दिलायी गयी। स्वच्छता के प्रति जागरूक करते युवाओं, महिलाओं, गृहणियों के लिए विभिन्न आई.ई.सी. कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कैंप लगाकर साफ-सफाई व्यवस्था, कूड़े का पृथक्करण, प्रतिबंधित प्लास्टिक का उपयोग न करने इत्यादि के विषयगत विशेष रूप से प्रचार-प्रसार अभियान चला गया। एन.सी.सी. कैडेट्स, छात्रों, वॉलंटियर, स्वैच्छिक संगठनों, व्यापार मण्डल, उद्योग मण्डल, जनप्रतिनिधियों इत्यादि का भी सहयोग लिया जा रहा है। स्थायी एवं अस्थायी पी.ए. सिस्टम का उपयोग करते हुए जनसामान्य को जागरूक भी किया जा रहा है। *निकायों में हो रही शुद्ध पेयजल अपूर्ति की व्यवस्था* जल संस्थान व निकाय के अधिकारी पेयजल व्यवस्था से जुड़े नलकूप, हैण्डपम्पस्, पाइपलाइन्स व अन्य उपकरणों का संचालन निकाय में निर्बाध पाइप पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं। नगरीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा यूजर एन्ड पॉइंट (उपभोक्ता द्वारा उपयोग प्वाईन्ट) पर जल के नमूने एकत्र कर उनका ओ.टी. टेस्ट किया जा रहा है। साथ ही इन नमूनों का वायरोलॉजिकल, बैक्टिरियोलॉजिकल एवं केमिकल एनालिसिस भी किया जा रहा है। नगरीय क्षेत्र में सीवर लाईन तथा पानी की पाईप लाईन की सघन चैकिंग की जा रही है। यदि कहीं सीवर अथवा पानी की पाईप लाईन में ब्रेकेज अथवा लीकेज मिलने पर उसे तत्काल सही किया जा रहा है। *निकायों में मार्ग प्रकाश से सम्बंधित सभी व्यवस्थायें को भी सुदृढ़ किया जा रहा है* निकाय का संबंधित यांत्रिकी विभाग सभी स्ट्रीट लाइट्स को समुचित रूप से क्रियाशील करने में प्रयासरत है। इनकी मरम्मत, अनुरक्षण व खराब लाइट्स को बदलने की कार्यवाही शीघ्र पूर्ण की जा रही है। स्ट्रीट लाईट मरम्मत करने के बाद समुचित इन्सुलेटेड टेपिंग कराने एवं उक्त का परीक्षण के बाद ही प्रकाश बिन्दु को ऊर्जीकृत किया जा रहा है, जिससे कि विद्युत धारा का प्रवाह जलीय क्षेत्रों में न हो सके।

प्रतिबन्धित प्लास्टिक के उत्पादों के विरुद्ध चलाएं अभियान जनमानस को किया जा रहा जागरूक

स्वच्छता ही सेवा 2024 की थीम "स्वभाव स्वच्छता -संस्कार स्वच्छता" अभियान अंतर्गत प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग तथा निर्माण पर पूर्णत्या रोक लगाने का प्रयास निकायों में किया जा रहा है। प्रतिबन्धित प्लास्टिक कैरी बैग तथा प्लास्टिक या थर्मोकोल से निर्मित एक बार उपयोग के पश्चात निस्तारण योग्य कप, गिलास, प्लेट, इत्यादि उत्पादों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही भी की जा रही है। वहीं जनसामान्य के मध्य प्रतिबन्धित प्लास्टिक उपयोग के विरुद्ध जनजागरूकता अभियान चलाकर प्लास्टिक कैरीबैग के स्थान पर अन्य विकल्पों यथा जूट बैग, कपड़ों का बैग इत्यादि का उपयोग करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। *अतिक्रमण मुक्त निकाय, निराश्रित गोवंशों को गो आश्रय स्थल व यातायात व्यवस्था में भी हो रहा सुधार* प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में विशेष अभियान चलाकर पार्को, सड़कों, फुटपाथों एवं पार्किंग क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाकर व सफाई करते हुए सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों को संवेदनशीलता से पकड़कर निकाय द्वारा संचालित गो आश्रय स्थलों में रखा जाये। साथ ही प्रदेश के नगर निगमों में स्थापित आई.सी.सी.सी. (I.C.C.C.) एवं आई.टी.एम.एस. (I.T.M.S.) के माध्यम से यातायात का प्रबंधन भी सुनिश्चित किया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा 2024 अभियान में प्रदेश के सभी निकायों में हो रहे स्वच्छता सम्बंधित कार्यक्रमों की ऑनलाइन मॉनिटरिंग प्रमुख सचिव नगर विकास श्री अमृत अभीजात, सचिव श्री अजय कुमार शुक्ला, निदेशक श्री अनुज कुमार झा, अपर निदेशक श्रीमती ऋतु सुहास, श्री असलम अंसारी, श्री सुनील यादव, स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की टीम द्वारा नगरीय निकाय निदेशालय में स्थापित डीसीसीसी कक्ष से की जा रही है। वहीं सभी नगर निगमों के नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन नगरीय की टीम समेत स्वच्छता कार्यों में जुड़े कर्मिक भी ऑनलाइन माध्यम से प्रतिभाग कर स्वच्छता कार्यों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
नानपारा मस्जिद में जलसा ईद मिलादुन्नबी का आयोजन
लखनऊ। पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर कैंट रोड कैसरबाग स्थित मस्जिद नानपारा में एक शानदार जलसे का आयोजन किया गया
जिसकी सदारत हाफिज वकारी शफीक इमाम नानपारा मस्जिद ने की।

नबी की शान में नात पढ़ने वाले कारी इजरायल ने एक सुंदर नात पेश की हजरत मोहम्मद मुस्तफा की शान में सदर हाफिज वाकारी शफीक अहमद ने कहा कि हमारे पैगंबर मोहम्मद मुस्तफा जमाने को सही राह दिखाने के लिए एक रोशनी बनकर आए।

उन्होंने अपने किरदार से इस्लाम को फैलाया और लोगों को रहने सहने जिंदगी गुजारने का ढंग बताया। मौलाना शारीक नदवी ने कहा कि हजरत मोहम्मद तमाम इंसानियत आलम के लिए रहमत बनाकर भेजे गए। आप हर जानदार के लिए दुनिया में रहमत बनकर आए और इंसानियत की रहनुमाई की l


नानपारा मस्जिद में चलने वाले मदरसे के बच्चों ने तिलावत, नात, तकरीर, हदीस पेश किये। इन सभी बच्चों को मस्जिद में पधारे अतिथियों और नमाजियों ने पुरस्कार भी दिएडॉक्टर जलाल ने भी नाते नबी और आशार पेश किये। ईद मिलादुन्नबी के मेहमानी खुसुशी डॉक्टर नासिर, डॉक्टर अरशद , कारी इसराइल, कारी रफीक, मौलाना इम्तियाज, पार्षद यावर हुसैन रेशू, हाफिज अलीम सहित मस्जिद के तमाम नमाजी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे
प्रधानमंत्री यूपीनेडा द्वारा गुजरात के गांधीनगर में आयोजित 4th Globle RE-INVEST 2024 समिट में लगाई गई प्रदर्शनी का किया अवलोकन
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने रविवार को गुजरात के गांधीनगर में भारत सरकार के न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय द्वारा आयोजित 4th Globle RE-INVEST 2024 समिट में यूपीनेडा द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अवलोकन कराया।

ऊर्जा मंत्री ने इस दौरान उत्तर प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की प्रधानमंत्री को जानकारी दी। उन्होंने पीएम सूर्य घर योजना तथा प्रदेश के शहरों को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए किये जा रहे कार्यों की अद्यतन जानकारी दी। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति से संतोष व्यक्त किया और उन्होंने अपने वक्तव्य में भी अयोध्या को मॉडल सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिए किए जा रहे कार्यों तथा प्रदेश के अन्य शहरों में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे कार्यों और इसके सामाजिक, आर्थिक एवं पर्यावरणीय लाभों की प्रशंसा की।
सुरक्षित जीवन का अर्थ, संरक्षा बिना सब व्यर्थ
लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन में एवं वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी डॉ शिल्पी कनौजिया के निर्देशन तथा संरक्षा सलाहकार/यातायात मनोज कुमार पांडेय एवं संरक्षा सलाहकार/लोको अरविन्द कुमार की उपस्थिति मे गोंडा-मनकापुर के मध्य एलसी 245 पीएल एवं एलसी 244 बी तथा मनकापुर रेलवे स्टेशन परिसर में काकुल फाउंडेशन संस्था द्वारा नुक्कड नाटक के माध्यम से सड़क उपयोगकर्ताओं को रेलवे ट्रैक को अनाधिकृत स्थानों से पार न करने, केवल रेलवे फाटको से ही ट्रैक पार करने और गेटमैन पर अनाधिकृत दबाव न डालने, रेलवे फाटको पर सावधानी बरतने, रेलवे ट्रैक एवं विद्युत पोल से उचित दूरी बनाए रखने के संबंध मे आम जनमानस को जागरूक किया गया।
बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत आयोजित हुआ‌ स्वच्छता अभियान कार्यक्रम
लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 15 सितंबर को केंद्र सरकार के निर्देशानुसार 'स्वच्छता पखवाड़ा' के तहत स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय में बिरसा मुंडा छात्र गतिविधि केंद्र एवं अम्बेडकर भवन  व इसके आसपास के क्षेत्र में सफाई अभियान चलाया गया और सभी को स्वच्छ वातावरण के प्रति जागरूक किया गया। इस अभियान में विश्वविद्यालय प्रभारी सेनीटेशन डॉ रवि शंकर वर्मा, अन्य शिक्षकगण, अधिकारीगण, गैर शिक्षण कर्मचारी एवं विद्यार्थी मौजूद रहें।
                
रक्तदान की परम्परा को जारी रखे डिप्लोमा इंजीनियर्स: कुॅवर बृजेश सिंह
लखनऊ 15 सितम्बर। डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ लखनऊ मण्डल की ओर से हर साल की तरह इस वर्ष भी हृदय सम्राट स्व. आर.के. दत्त के परिनिर्वाण दिवस पर रक्तदान, वृक्षारोपण, दरिद्रनारायण भोज और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मण्डल स्तर पर विश्वेश्रैया प्रेक्षागृह लोक निर्माण विभाग में इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्य मंत्री लोक निर्माण विभाग कुॅंवर बृजेश सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि इस जीवनदायी रक्त को एकत्रित करने का एकमात्र उपाय है रक्तदान। स्वस्थ लोगों द्वारा किये गये रक्तदान का उपयोग जरूरतमंद लोगों को खून चढानें के लिये किया जाता है। अनेक कारणों से जैसे उन्नत सर्जरी के बढतें मामलों तथा फैलती जा रही जनसंख्या में बढती जा रही बीमारियों आदि से खून चढाने की जरूरत में कई गुना वृद्वि हुई है, लेकिन रक्तदाताओं की कमी वैसी ही बनी हुई है।  डिप्लोमा इंजीनियर्स का यह कार्य समाज के साथ विभाग के लिए उपलब्धि है। शासकीय दायित्वों के साथ रक्तदान की परम्परा को जारी रखें। डिप्लोमा इंजीनियर इंजीनियरिंग विभागों की रीड है और यह वह पहली कड़ी है जहां से विकास धरातल पर उतरता है।


उत्तर प्रदेश डिप्लोमा यह महासंघ लखनऊ मंडल द्वारा महासंघ के संस्थापक सदस्य हृदय सम्राट स्वर्गीय आर दत्त जी की 36वीं पुण्यतिथि पर अभियंता दिवस के अवसर पर आयोजित बृहद रक्तदान कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता इंजीनियर संजीव भारद्वाज ने कहा कि यह नेक कार्य आपके सामाजिक चिन्तन का प्रतीक है। इस तरह के आयोजन से समाज को बेहतर दिशा मिलती है। इस अवसर पर केजीएमयू की ब्लड एवं ट्रांसफ्यूजन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉक्टर तूलिका चन्द्रा जी ने रक्तदान की महत्ता और रक्तान करने के फायदे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान से दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। रक्तदान से रक्त की चिपचिपाहट कम होती है। रक्तदान से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। शरीर में ज़्यादा आयरन होने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। रक्तदान से शरीर में आयरन का स्तर संतुलित रहता है। रक्तदान से वज़न कम करने में मदद मिलती है। रक्तदान से कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है। मण्डल अध्यक्ष इं. राजर्षि त्रिपाठी और सचिव इं. प्रदीप कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के डिप्लोमा इंजीनियर्स इस तरह का आयोजन अपने अपने जिले में किया गया लक्ष्य के अनुसार तीन हजार यूनिट रक्तदान किया गया। इसके अलावा वृक्षारोपण, दरिनारायण भोज के साथ तकनीकि सहित अन्य महत्वपूर्ण बिन्दू पर संगोष्ठी का आयेाजन किया गया।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर्स महासंघ के समस्त संरक्षक मंडल प्रांतीय अध्यक्ष इं. एच मिश्रा, महासचिव नितेंद्र श्रीवास्तव, इं. एनडी द्विवेदी सहित संम्बद्ध घटक संघ के प्रांतीय पदाधिकारी गढ़ उपस्थित थे। मंडल अध्यक्ष राजर्षि त्रिपाठी एवं मंडल सचिव प्रदीप शुक्ला ने बताया किइस अवसर पर राजधानी के सभी प्रमुख ब्लड बैंक एसजीपीजीआई किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी बलरामपुर हॉस्पिटल श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल हॉस्पिटल एवं नारायण चौरिटेबल ग्रुप उपस्थित रहे जिम महासंघ के सदस्यों द्वारा कल 234 यूनिट रक्तदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष राजर्षि त्रिपाठी द्वारा की गई एवं संचालन मंडल सचिव प्रदीप शुक्ला द्वारा किया गया।

   
तीन लाख रुपए में बने चबूतरे, टैंक रखने के प्रयास मात्र से हुए धराशायी

लखनऊ। भ्रष्टाचार का दीमक सर्वत्र समान रूप से व्याप्त होने के कारण लोगों की गाढ़ी कमाई से अधिकारी और ठेकेदार मालामाल हो रहे हैं l प्रकरण यह है कि, कैंट स्थित सशत्र बल अधिकरण लखनऊ के सामने दो चबूतरों का निर्माण कुछ दिन पहले इसलिए कराया गया था कि, उस पर लोगो के दर्शनार्थ दो टैंक रखवाए जाने थे l सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके निर्माण में करीब तीन लाख रुपए और कुछ का कहना है कि पांच से ग्यारह लाख रुपए खर्च किए गए लेकिन, जैसे ही टैंक को रखने का प्रयास किया गया बालू निर्मित चबूतरे तास के पत्ते की तरह बिखर गए l मौके पर पहुंचे बार के पूर्व महामंत्री विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि, चबूतरों के निर्माण में प्रयुक्त किए गए मटेरियल में बालू के अलावा कुछ भी नहीं है। दोनों चबूतरों को मिटटी भरकर ऊपर से जिस प्रकार से प्लास्टर कर दिया गया है इससे ऐसा लगता है कि, इसके निर्माण में बीस हजार रुपए से ज्यादा का खर्च नहीं आया होगा, उन्होंने यह भी बताया कि, अभी यह जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी है कि, इसका निर्माण सेना के इंजीनियरों द्वारा कराया गया है या अधिकरण के रजिस्ट्रार द्वारा और वास्तविक रूप से कितना खर्च आया है, इसकी जानकारी प्राप्त होने के बाद उचित कार्यवाही के लिए संबंधित उच्च-अधिकारियों से मांग की जाएगी कि, प्रकरण की जांच की जाए कि, इतनी बड़ी रकम एक ट्रक मिटटी और एक ट्राली बालू में खर्च करने का जादू कैसे किया गया l