नारायण आईटीआई लुपुंगडीह में विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर नए कोर्स के नए सत्र का किया गया शुभारंभ

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह नीमडीह परिसर में विश्वकर्मा पूजा के शुभ उपलक्ष में नए नए कोर्स के नए सत्र के शुभारंभ का आयोजन किया ।

पूरे देश में संस्थाओं ने उनके जन्मदिन को सेवा पखवाड़े के नाम से मनाने के निर्णय लिया है। आज नारायण संस्थान में मुख्य अथिति द्वारा भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी जन्म दिन पर केक काटकर मनाए।

नारायण आईटीआई संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटा शंकर पांडेय जो ने कहा की संस्थान की स्थापना 2014 में इलेक्ट्रीशियन और फिटर की संबंधता मिल था और 2019 में नए कोर्स के रूप में आया था फायर टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट , हेल्थ सेफ्टी एनवायरनमेंट, सर्वर (अमीन) का मिला संबंधता मिला था और 2024 में इलेक्ट्रोनिक मैकेनिक, स्विंग टेक्नोलॉजी , कोपा, विगत ट्रेडों में सीटों की संख्या में बढ़ोतरी हुई और उन्होंने कहा की इस क्षेत्र के लोगों ने संस्थान को बहुत ज्यादा योगदान रहा और संस्थान के संस्थापक ने कहा की हमारे संस्थान से हमारे दो विधार्थी इंडिया लेवल टॉप स्थान में रहे । बहुत खुशी की बात है सुदूर क्षेत्र के विद्यार्थी इंडिया लेवल में टॉप हो रहे हैं और  चतरा के भाजपा सांसद कालीचरण सिंह के द्वारा नए कोर्स नए सत्र का प्रारंभ किया गया ।

 इस शुभ अवसर पर छात्र के सांसद आदरणीय काली चरण सिंह जी ने सभी छात्र-छात्राओं के बीच मार्गदर्शन देते हुए कहा की संस्थान के संस्थापक डॉ जटाशंकर पांडे जी को बहुत बधाई दी और उन्होंने कहा इस क्षेत्र के लिए इतना बड़ा सोच रखने वाले हमारे साथी दो जटाशंकर पांडे जी ने इतना बड़ा संस्थान खोलकर इस क्षेत्र को कुशलकारीगर को प्रगति की ओर ले जा रहा है और सांसद जी ने कहा जब भी इस संस्थान को हमें जरूर होगा सदा हम संस्थान के साथ जुड़े रहेंगे । और उन्होंने इंडिया लेवल टॉप किए विद्यार्थियों को सम्मानित किया । इस अवसर पर मुख्य रूप से मौजूद रहे टाटा स्टील के सीनियर मैनेजर नवनीत , टाटा कमेंट्स के एक्जीक्यूटिव मैनेजर शिल्पी कुमारी , खबर मंत्र के जोनल हेड सत्येंद्र कुमार , संजय कुमार,सिंह सुधिस्ठ कुमार, नावेद,विद्याधर गोप , प्रशांत गोप, लुपुंगडीह पंचायत के उपमुखिया दुर्गा चरण गोप, ग्राम प्रधान लक्ष्मण गोप,उत्तम कुमार दास ,शांतिराम महतो कृष्णा पद महतो,पवन कुमार माता अजय मंडल गौरव महतो, जयंतो बनर्जी,आदि मजोद रहे।

कोल्हान में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के कारण चांडिल डैम का जलस्तर 183.50मीटर पर पहुंचा, आस पास के गांव में दहशत


सरायकेला : कोल्हान में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश के कारण चांडिल डैम का जलस्तर का रिकॉर्ड 183.50 मीटर पर पहुंच गया। डैम की लंबाई 900 मीटर, ऊंचाई लगभग 60 मीटर, जलस्तर 192 मीटर अंतिम आज साम तक जलस्तार का मापी 183.50 मीटर, साथ ही 13 रेडियल गेट 4 सलूईस गेट है ।

सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना से यह डैम 22 हजार हेक्टर में जमीन में फैले हुए है जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांव आज प्रभावित हुए।

 ईचागढ़ के सतह कुरुकतुपा , दयापुर,बाबूचामदा और लोपसाडीह गांव के चारो ओर पानी ही पानी जिसके कारण कोई घरों का दीवार धव्स हो गया । 

 विस्थापित गांव में डैम का पानी घुस गया। कई गांव में तीन से चार मीटर तक पानी प्रवेश कर गया। गांव के जलमग्न होने से लोगों को परेशानी के सामना करना पड़ा।वही, आवागमन प्रभावित हो रहा है। गांव के कई इलाके टापू में तब्दील हो गए थे। आधी रात के बाद विस्थापित गांव में जलस्तर बढ़ने से विस्थापित आधी रात में ही गांव छोड़कर सुरक्षित जगह में जाना शुरू कर दिया था । पहली बार चांडिल डैम का जलस्तर 183.50 मीटर पर पहुंचा है। इधर, बढ़ते जल स्तर को देखते हुए चांडिल डैम के कुल 13 फाटक में से 12 फाटक को खोल दिया गया।

 8 रेडियल गेट एक एक मीटर और 4 रेडियल गेट दो दो मीटर खुला गया ।जिससे स्वर्णरेखा नदी पूरे उफान पर आ गई। चांडिल डैम से 90,000 क्यूसेक पानी स्वर्णरेखा नदी में छोड़ा जा रहा है। जिससे स्वर्णरेखा नदी के तटीय इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। 

डैम के जलस्तर बढ़ने से चांडिल डैम के नौका विहार स्थल पूरी तरह से डूब गया।जिससे पिछले तीन दिनों से बोटिंग बंद है।आधी रात में गांव में डैम के पानी घुसने तथा लोगों को घर द्वार छोड़ने पर विस्थापितों में सरकार व विभाग के प्रति रोष है।रात भर ग्रामीण ऊंचे स्थान में आश्रय लिया था ।आज सभी लोग सुरक्षित जगह पर पहुंचे ।

सरायकेला : जिले में लगातार हो रही भारी बारिस से स्वर्णरेखा एवं खरकाई नदी खतरे के निशान से ऊपर,


प्रभावित क्षेत्रों में विशेष सावधानी बरतने को की जा रही है अपील

नदी किनारे स्थित गाँव/टोला को कराया जा रहा है खाली, पदाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के दिए गए है निर्देश

सरायकेला : जिले में तीन दिन से लगातार हो रही भारी बारिश एवं स्वर्णरेखा, खरकाई नदियों पर अवस्थित बांधों से पानी को छोड़े जाने के कारण दोनों नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। स्वर्णरेखा भवन, आदित्यपुर स्थित बाढ़ कोषांग से हर दो-दो घंटे के अंतराल पर दोनों नदियों के बहाव के संबंध में आंकड़े जारी कर जिला प्रशासन और प्रभावित क्षेत्र के लोगों को सतर्क किया जा रहा है। शिफ्ट इंचार्ज, बाढ़ कोषांग, जमशेदपुर के द्वारा आज दिनांक 17 सितंबर 2024 के पूर्वाह्न 6:00 बजे जारी आंकड़े के अनुसार स्वर्णरेखा नदी मानगो पुल पर प्रदर्शित खतरे के निशान 121.50 मीटर से ऊपर 122.86 मीटर पर बह रही है, जबकि खरकाई नदी आदित्यपुर पर प्रदर्शित खतरे के जलस्तर 129 मीटर से ऊपर 133. 15 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। इन नदियों पर स्थित कुछ बाँध FLR ( full reservoir level) तक पहुँच गए हैँ. इस कारण इन बांधों से नदियों में और पानी छोड़े जाने की सम्भावना है, जिससे नदियों के जल स्तर में और वृद्धि होंगी। 

बाढ़ कोषांग, जमशेदपुर के इंचार्ज ऑफिसर के द्वारा सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत खरकाई/स्वर्णरेखा नदी के किनारे वाले क्षेत्र पर हाई अलर्ट जारी करने की आवश्यकता बताई गई है।

 उपायुक्त के स्तर से जारी निर्देश के अनुसार जिला प्रशासन के सभी संबंधित अधिकारियों को खरकाई/स्वर्णरेखा नदी के किनारे वाले विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्र को 12:00 दोपहर तक खाली करने का आदेश दिया गया है। कुकड़ू और ईचागढ़ प्रखंड को अपने 24 घंटे तक हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। साथ ही कुकडू प्रखंड के ओड़िया, जानूम पंचायत में पड़ने वाले गांव और ईचागढ़ प्रखंड के मोइसारा पंचायत, बांदु पंचायत, पातकुम पंचायत के गाँव में विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है। 

 गम्हरिया-आदित्यपुर क्षेत्र अंतर्गत असंगी, वास्तु विहार, बाबाकुड़ी, कुलुपटगा, रायडीह बस्ती, शांतिनगर, मांझीटोला, सालडीह बस्ती, जयप्रकाश उद्यान और अन्य क्षेत्र में भी विशेष सावधानी बरने की जरूरत है।

जिला प्रशासन द्वारा लगातार नदी किनारे स्थित क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों को सावधान किया जा रहा है। तथा बेसमेंट वाले भवनों में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया है।

जलमग्न हुए ईचागढ़ गांव के पीड़ितों से मिलने पहुंचे आजसू नेता हरेलाल महतो


विस्थापितों का दुश्मन है हेमंत सरकार : हरेलाल महतो

सरायकेला : चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के कारण सोमवार को ईचागढ़ गांव के साथ बाबूचामदा आदि गांव जलमग्न हो गया है। ईचागढ़ गांव का सड़क पूरी तरह से डूब चुका है। शाम तक लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण ईचागढ़ गांव के कई घरों में भी पानी घुस आया है। घरों में पानी घुसने के बाद कई लोगों ने अपने घरों का सामान लेकर पलायन कर लिया है। लोगों ने ट्रैक्टर, टेंपो, वैन आदि वाहनों से घरों के सामानों को दूसरे सुरक्षित स्थान तक ले जा रहे हैं।

 जलमग्न होने की सूचना पर आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो दलबल के साथ पहुंचकर ईचागढ़ गांव के ग्रामीणों से मुलाकात की। हरेलाल महतो ने पीड़ित ग्रामीणों की समस्या पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान हेमंत सरकार हमारे विस्थापित परिवारों का दुश्मन है। हर साल जानबूझकर गांवों को डुबोया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसी हेमंत सरकार ने विस्थापितों को न्याय दिलाने के लिए विस्थापन आयोग गठन करने का वादा किया था, पौने पांच साल के कार्यालय में विस्थापन आयोग का गठन तो दूर की बात है, उसकी चर्चा भी नहीं हुई। लेकिन हर साल विस्थापितों के घर, बाड़ी व खेतों को डुबाने का काम जारी है। हरेलाल महतो ने कहा कि मैं सभी पीड़ित विस्थापित परिवारों के साथ खड़ा हूँ, हर मंच पर विस्थापितों के दर्द पर बात करेंगे। 

उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि विस्थापित अपने पीड़ा को छिपाने के बजाय दुनिया के सामने रखे, तो शायद इस गूंगी सरकार को आपकी पीड़ा सुनाई दे।

रेलकर्मियों की सतर्कता से नई दिल्ली भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस बड़े हादसे से बच गई।


सरायकेला : पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के घटना सोमवार की सुबह करीब 10 बजे रेलवे कर्मचारियों को बाराभूम स्टेशन की अप मेन लाइन में दरार दिखी, उन्होंने तुरंत मामले की सूचना स्टेशन मास्टर को दी।

 उस वक्त उस लाइन से राजधानी एक्सप्रेस को गुजरना था। ड्राइवर को ट्रेन को स्टेशन पर रोकने का निर्देश दिया गया। इसके बाद ट्रेन को लूप लाइन से भेजा गया है। खबर पाकर रेलवे की इंजीनियरिंग शाखा के कर्मचारी पहुंच गये। 

दरार ठीक करने के बाद उस लाइन पर रेल परिचालन फिर से शुरू हो गया। इस संबंध में दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा डिवीजन के सीनियर डीसीएम विकास कुमार ने कहा कि छोटी सी दरार थी। यह कम समय में ठीक हो कर दिया गया है। इससे ट्रेनों की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा।

चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद ईचागढ़ गांव के आस पास जलमग्न, वहां के निवासी दहशत में

सरायकेला : कोल्हान में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना बने चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद ईचागढ़ गांव के साथ।बाबू चामन्दा भी जलमग्न हो गया है ।

 गांव की सड़कें पानी में डूबी हुई हैं. स्कूल और बासंती मंदिर भी जलमग्न हैं. सड़कों पर घुटने तक पानी भरा हुआ है. ऐसे में लोगों को यह डर सता रहा है कि कहीं उनके घर भी जलमग्न ना हो जाएं और उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े. ईचागढ़ समेत डूब क्षेत्र के कई गांवों में डैम का पानी पहुंच गया है. 

ऐसे में विस्थापित अब दहशत के साये में रहने पर मजबूर हैं। लगातार हो रही बारिश के बीच चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ते हुए डूब क्षेत्र के गांवों में स्थित विस्थापित परिवारों के मकानों की ओर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में विस्थापित परिवारों का धड़कन बढ़ता जा रहा है।

आज चांडिल डैम बढ़ता जा रहा जलस्तर

झमाझम हो रही बारिश के बाद डैम का जलस्तर 181.95 मीटर तक पहुंच गया है. डैम का जलस्तर बढ़ने के कारण परियोजना प्रशासन ने 9 रेडियल गेटों को एक-एक मीटर तक खोल दिया गया है । 

 रेडियल गेट को एक-एक मीटर तक खोलकर जलस्तर को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि देर रात से डैम का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ. इसके बाद परियोजना प्रशासन ने डैम के तीन रेडियल गेटों को खोलने का निर्णय लिया ।

 शाम 6 बजे तक बढ़कर 181.95 मीटर तक पहुंच गया. रेडियल गेट खोले जाने के बाद भी डैम का जलस्तर बढ़ता जा रहा है. वैसे परियोजना प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है. जलस्तर बढ़ते रहने की स्थिति में और अधिक रेडियल गेटों को खोले जाने की संभावना है ।

चांडिल के भादूडीह में "जन सेवा ही लक्ष्य" ने आयोजित की बुद्धिजीवी एवं शिक्षक सम्मान समारोह

क्षेत्र के चंहुमुखी विकास के लिए सभी बुद्धिजीवी एवं शिक्षकगण हरेलाल महतो को आशीर्वाद दें : डोमन सिंह मुंडा 

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के भादूडीह कैप्स में "जन सेवा ही लक्ष्य" की ओर से बुद्धिजीवी एवं शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में चांडिल अनुमंडल समेत अन्य क्षेत्रों के बुद्धिजीवी वर्ग के लोग तथा सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों के शिक्षक, सेवानिवृत्त शिक्षक शामिल हुए। इस अवसर पर "जन सेवा ही लक्ष्य" के संस्थापक हरेलाल महतो ने सभी बुद्धिजीवियों एवं शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

समारोह का शुभारंभ भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं द्वितीय राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व प्रशासनिक अधिकारी एवं आजसू बुद्धिजीवी मंच के केंद्रीय अध्यक्ष डोमन सिंह मुंडा शामिल थे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में रांची यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ मुकुंद मेहता ने समारोह में भाग लिया।

 समारोह को संबोधित करते हुए डोमन सिंह मुंडा ने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी जीवन में सफल होना चाहते हैं तो एक गुरु का मार्गदर्शन अति आवश्यक होता है। उन्होंने कहा कि यदि वह प्रशासनिक अधिकारी बने थे तो उसके पीछे भी उनके गुरुओं का अहम योगदान रहा है। डोमन सिंह मुंडा ने कहा कि वह ईचागढ़ विधानसभा के अलग अलग प्रखंड में बतौर प्रखंड विकास पदाधिकारी के रूप में कार्य किया है। इसके अलावा ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उनका ससुराल है, इसलिए हम चाहते हैं कि ईचागढ़ जैसे पिछड़े क्षेत्र का विकास हो। डोमन सिंह मुंडा ने कहा कि वर्तमान समय में समाजसेवी हरेलाल महतो काफी अच्छा कार्य कर रहे हैं, हरेलाल महतो संघर्ष करते हुए लोगों की सेवा कर रहे हैं।

 उन्होंने कहा कि क्षेत्र के चंहुमुखी विकास के लिए सभी बुद्धिजीवी एवं शिक्षकगण हरेलाल महतो को आशीर्वाद प्रदान करें। 

सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए रांची यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ मुकुंद मेहता ने कहा कि बुद्धिजीवी और शिक्षक हमेशा समाज को शिक्षित बनाने की दिशा में कार्य करते हैं। ऐसे में जो लोग बुद्धिजीवियों और शिक्षकों को सम्मान देते हैं, वैसे लोगों को सदैव हमारा आशीर्वाद मिलता है। मुकुंद मेहता ने कहा कि हरेलाल महतो ने समाज को नई दिशा देने का ऐतिहासिक पहल किया है जो सराहनीय है। 

सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व प्राचार्य डॉ गुरुपद राजवार ने कहा कि शिक्षकों को सम्मान मिलना चाहिए और जब कोई समाजसेवी स्वयं सामने आकर हम शिक्षकों को सम्मानित करते हैं तो काफी अच्छा लगता है। उन्होंने आयोजनकर्ता हरेलाल महतो को अपनी शुभकामनाएं दी। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हरेलाल महतो ने कहा कि निजी स्तर जितना संभव हो रहा है जनता की सेवा कर रहे हैं। गुरुजनों और बुद्धिजीवियों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से मानसिक शक्ति मिलती हैं, समाजसेवा की प्रेरणा मिलती हैं। हरेलाल महतो ने कहा बुद्धिजीवियों एवं शिक्षकों के मार्गदर्शन से ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र को नंबर वन बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अबतक जितने भी जनप्रतिनिधि बने हैं, ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विकास के लिए कार्य नहीं किया है। क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था का घोर अभाव है। एकमात्र सिंहभूम कॉलेज ही इस क्षेत्र का डिग्री कॉलेज है, जहां विद्यार्थियों के लिए कोई सुविधा नहीं है। हरेलाल महतो ने कहा अब से वे क्षेत्र भ्रमण के दौरान बुद्धिजीवियों एवं शिक्षकों के साथ समस्याओं पर चर्चा करेंगे और उनका मार्गदर्शन लेकर ही कार्य करेंगे। इस अवसर पर सिंहभूम कॉलेज के प्राचार्य सरोज कुमार कैवर्त, शहीद धनंजय महतो की पत्नी बारी देवी, योगेंद्र नाथ महतो, बैद्यनाथ महतो, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक दत्ता, प्रोफेसर प्रल्हाद महतो, डॉ इंद्रजीत गोराई, डॉ अफरोज, डॉ एके सिंह, गौरी लायक, कुणाल दास, भीष्मदेव सिंह मुंडा, बासुदेव प्रमाणिक, अमला मुर्मू, दुर्योधन गोप, अरुण महतो, गोपेश महतो, दिगंबर सिंह, तुलसी महतो आदि मौजूद थे।

लगातार बारिश के कारण स्वर्णरेखा नदी में बढ़ा जलस्तर, चांडिल डैम का 8 रेडियल गेट खुला,आसपास के लोगों को किया गया सतर्क


सरायकेला खरसावां जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण खरकई एवं स्वर्णरेखा नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। खरकई नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, वहीं स्वर्णरेखा नदी भी खतरे के निशान के नजदीक है।

चांडिल डैम का जलाशय में जलस्तर खतरे में देखते हुए 8 रेडियल गेट एक एक मीटर खुला गया । जिसे जमशेदपुर पश्चिम बंगाल खतरे में ।

जिलेवासियों से अपील है नदी किनारे नहीं जाएं जिससे किसी तरह से जानमाल का नुकसान हो।

"टाटा-पटना वंदे भारत का चांडिल और बोकारो स्टेशन पर हुआ भव्य स्वागत"


 प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने टाटानगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन संख्या 20893 (टाटानगर-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन आद्रा मंडल के चांडिल और बोकारो स्टेशनों पर ठहरेगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर चांडिल और बोकारो स्टेशनों पर भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

जहाँ चांडिल में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय प्रतिष्ठित विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई तथा बोकारो स्टेशन पर माननीय सांसद धनबाद, श्री दुलू महतो, और बोकारो विधायक बिरंची नारायण के प्रतिनिधि मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों ही स्टेशनो पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमे स्काउट एंड गाइड एवं विभिन्न विद्यालयों के विधार्थियो की मनोरंजक प्रस्तुतियों ने आयोजन को विशेष बनाया।

चंडील तथा बोकारो स्टेशन के आस पास के विभिन्न विद्यालयों में "रेलवे के विकास में इंजीनिरिंग का योगदान" विषय पर निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था जिसके विजेताओं को अपर मंडल रेल प्रबंधक आद्रा, श्री खागेंद्र नाथ घोष ने बोकारो में तथा अतिथिगण द्वारा चांडील में पुरस्कृत किया गया। दोनों स्टेशनों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, प्रतिष्ठित नागरिकों, और छात्रों की उपस्थिति में वंदे भारत एक्सप्रेस का भव्य स्वागत हुआ। रेलवे अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर आगे की यात्रा के लिए रवाना किया।

इस अवसर पर अपर मंडल रेल प्रबंधक आद्रा, श्री खागेंद्र नाथ घोष, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री विकास कुमार, अन्य रेलवे अधिकारी, साथ ही ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के भाजपा नेता देवाशीष राय ,विशाल चौधरी ,दिवाकर सिंह ,श्यामल मुनका के सैकडो ग्रामीण ,प्रेस और मीडिया के प्रतिनिधि तथा स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।

सरकारी योजनाओं से जनता को कितना लुभा पाएगी झारखंड सरकार...?

क्या इन योजनाओं में होगा स्थायित्व या पूर्व की सरकार के तरह वोट के बाद हो जाएगी बंद...!


झारखंड डेस्क

झारखंड में चुनाव निकट है।एनडीए हो चाहे इंडिया गठबंधन सभी जनता को लुभाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। चुनाव जैसे हीं नज़दीक आता है नेताओं को जनता 4की दुख तकलीफ दिखने लगती है।

सरकार नई योजनाओं के द्वारा जनता को लाभ पहुंचाने लगते हैं और विपक्ष में बैठे लोग सरकार में वापस आने के लिए योजनाओं की झड़ी लगाने लगते हैं।

झारखंड में भी सरकार ने जनता के लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। एक माह पहले मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हुई है। इसके तहत 18 साल से 49 साल की युवतियों और महिलाओं के खाते में सम्मान राशि के रूप में एक-एक हजार दिये जा रहे हैं।

 अब तक दो किस्त जारी भी हो चुकी है। इस योजना के लाभार्थियों की संख्या 50 लाख से ज्यादा हो चुकी है। वहीं सर्वजन पेंशन योजना के तहत 50 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांग को भी हर माह एक-एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं। 

इस योजना के लाभुकों की संख्या करीब 27 लाख हो चुकी$ है.यही स्थिति 2019 के विधानसभा चुनाव के वक्त भी दिखी थी। तब झारखंड में रघुवर दास की सरकार थी। उस सरकार ने किसानों को टारगेट करते हुए प्रति एकड़ पांच हजार और अधिकतम पांच एकड़ के बदले 25 हजार रु देना शुरू किया था। अक्टूबर, 2019 के अंत तक 16.14 लाख किसानों को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत प्रथम किस्त का भुगतान किया गया था। जबकि 9.27 लाख किसानों को दूसरी किस्त भी मिल गई थी। हालांकि सरकार बदलते ही वह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। यही हाल महिलाओं के नाम से एक रुपए में 50 लाख रु.तक की जमीन रजिस्ट्री प्लान का भी हुआ।

इन योजनाओं के लिए कहां से आएंगे पैसे?

अब सवाल उठता है कि हर साल मंईयां सम्मान योजना मद में करीब 6000 करोड़ रु सर्वजन पेंशन योजना मद में करीब 3,200 रु. यानी कुल 9,200 करोड़ रु. कहां से आएंगे।

इसे चुनावी फायदे के मकसद से तो शुरू किया गया है। इसपर राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव से मीडिया के सबाल पर जो जवाब आया है उसके अनुसार बजट के मामले को लेकर डिस्कस नहीं किया उन्होंने कहा इस पर डिसकस करना उचित नही है ,लेकिन हर साल इतनी बड़ी राशि कहां से आएगी इसके जवाब में उन्होंने बताया कि सरकार अलग-अलग टैक्स से पैसे वसूलती है। उसका इस्तेमाल इन योजनाओं को जारी रखने के लिए किया जाएगा।

 उन्होंने कहा कि संभव है कि इंफ्रास्ट्रक्चर के काम पर थोड़ा असर पड़े। लेकिन उससे ज्यादा जरुरी है गरीबों और जरुरतमंदों को उनके पैरों पर खड़ा करना।

वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव का कहना है कि आज मंईयां सम्मान के साथ-साथ सर्वजन पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। एक परिवार में औसतन तीन से पांच हजार रु. पहुंच रहे हैं।

यह समझना जरूरी है कि इससे जनता की पर्चेजिंग कैपेसिटी बढ़ेगी। इससे राज्य की बुनियादी अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम ही होता है सवाल खड़े करना। इसको चुनावी फायदे से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने पूरे विश्वास के साथ कहा कि सरकार की आर्थिक स्थिति बेहतर है। इसलिए ये दोनों योजनाएं चलती रहेंगी।

क्या वोट के लिए यह सब हो रहा है..?

विपक्ष का यही आरोप है कि वोट के लिए हो रहा है यह सब।इसी लिए मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का जोरशोर से प्रचार प्रसार हो रहा है। 

वैसे सीएम हेमंत सोरेन को भरोसा है कि इसकी बदौलत विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को आधी आबादी का आशीर्वाद मिलेगा। लेकिन विपक्षी दल खासकर भाजपा और आजसू इसको लेकर सरकार की नीयत पर सवाल खड़े कर रहे हैं। 

इसे वोट लेने का हथकंडा बताया जा रहा है।

भाजपा नेता बार-बार सरकार के वादों को याद दिला रहे हैं। पूछ रहे हैं कि " हमे तो नहीं मिला, आपको मिला क्या"।

हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी का वादा, बेरोजगारी भत्ता, महिलाओं को बिना ब्याज 50 हजार के ऋण का वादा, हर महिला को प्रति माह 2000 रु. चूल्हा भत्ता, सभी प्रखंड में 264 कोल्ड स्टोरेज का निर्माण, गरीब परिवारों को 72,000 रु. हर साल, विधवा महिलाओं को हर माह 2,500 रु., तीन जिलों (चाईबासा, पलामू और हजारीबाग) को उप-राजधानी बनाने का वादा, अनुबंध और संविदाकर्मियों का स्थायीकरण, गरीब बेटियों की शादी के वक्त सोने का सिक्का देने का वादा क्यों पूरा नहीं हुआ।

हेमंत सरकार को योजना से जनता के आशीर्वाद की आस है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंईयां सम्मान योजना और सर्वजन पेंशन योजना को लेकर आशान्वित हैं।

 उनको भरोसा है कि इसबार का चुनाव में भी उनको जनता का आशीर्वाद मिलेगा। 13 सितंबर को मंईयां सम्मान योजना की दूसरी किस्त जारी करते वक्त दिल की बात उनकी जुबां पर आ गई थी। उन्होंने लाभुकों से पूछा था कि "आपलोगों का आशीर्वाद हमलोग पर है ना। आशीर्वाद रहेगा? आगे हमको याद रखिएगा कि नहीं ". वहीं भाजपा के नेतृत्व में एनडीए ने बांग्लादेशी घुसपैठ की वजह से घट रही आदिवासी आबादी को अपना सबसे बड़ा मुद्दा बना लिया है. लिहाजा, इस बार के चुनाव में राहत बनाम अस्तित्व वाली लड़ाई देखने को मिल सकती है.यह भी पढ़ें:मंईयां सम्मान योजना की दूसरी किस्त जारी, पोडियम पर वॉक करते हुए सीएम ने पूछा- आगे हमको याद रखिएगा कि नहीं।