आजमगढ़:कमरे में विवाहिता का मिला शव, कारणों का पता लगाने में जुटी कोतवाली पुलिस

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। फूलपुर कोतवाली के ऊदपुर गांव में विवाहिता का शव उसके कमरे में मिलने से सनसनी फैल गयी। पुलिस ने धावा को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

कंचन विश्वकर्मा( 23) पुत्री सुख्खू विश्वकर्मा निवासी बमहौर थाना मुबारकपुर की शादी एक वर्ष पूर्व राहुल विश्वकर्मा पुत्र स्व बाबूराम विश्वकर्मा निवासी ऊदपुर के साथ हुई थी।

रविवार को देर शाम 7:30 बजे उसी के कमरे में विवाहिता का शव मिला था। ग्राम प्रधान अमित यादव ने रात 11 बजे पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस के साथ ही फॉरेंसिक टीम भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। सब इंस्पेक्टर दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि मृतका के गले पर निशान देखने को मिला है। बाकी कही चोट का निशान नही मिला। शव को चिकित्सीय परीक्षण के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है। चिकित्सीय परीक्षण की रिपोर्ट प्राप्त होने पर घटना के कारणों की जानकारी हो पाएगी।

मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल वर्मा, प्रभारी निरीक्षक शशिचन्द चोधरी ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। मृतका का पति राहुल विश्वकर्मा मुंबई में रहकर फर्नीचर का काम करता है। अभी इनके पास कोई संतान नही है। फूलपुर कोतवाल शशि चंद चौधरी ने बताया कि अभी तक तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सास, देवर को थाना ले आयी है।

आजमगढ़ :आईए जानते हैं श्राद्ध 2024 कब से शुरू हो रहा है

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़::भारतीय सनातन धर्म में पित्र पक्ष महालया का बहुत बड़ा महत्व है इस वर्ष पित्र पक्ष 17 सितंबर 2024 को अपराहन 11:05 से पूर्णिमा श्राद्ध किया जाएगा नारायण ज्योतिष परामर्श एवम अनुसंधान केन्द्र फूलपुर प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य पं० ऋषिकेश शुक्ल ने बताया की जो श्रद्धा से किया जाए वही श्राद्ध प्रतिवर्ष भाद्रपद माह की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक का समय श्राद्ध कर्म के रुप में जाना जाता है। 17 सितम्बर मंगलवार से श्राद्ध पक्ष, पितृपक्ष महालय शुरू हो रहा है | इस पितृपक्ष अवधि में पूर्वजों के लिए श्रद्धा पूर्वक किया गया दान तर्पण रुप में किया जाता है. पितृपक्ष पक्ष को महालय या कनागत भी कहा जाता है. मान्यता अनुसार सूर्य के कन्याराशि में आने पर पितर परलोक से उतर कर कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अपने पुत्र - पौत्रों के यहां आते हैं।

श्राद्ध संस्कार

मृतक के लिए श्रद्धा से किया गया तर्पण, पिण्ड तथा दान ही श्राद्ध कहा जाता है और जिस मृत व्यक्ति के एक वर्ष तक के सभी और्ध्व दैहिक क्रिया-कर्म सम्पन्न हो जाते हैं, उसी को "पितर" को पितर कहा जाता है. वायु पुराण में लिखा है कि "मेरे पितर जो प्रेतरुप हैं, तिलयुक्त जौं के पिण्डों से वह तृप्त हों. साथ ही सृष्टि में हर वस्तु ब्रह्मा से लेकर तिनके तक, चाहे वह चर हो या अचर हो, मेरे द्वारा दिए जल से तृप्त हों।

भारतीय सनातन धर्म एवं शास्त्रों के अनुसार जिन व्यक्तियों का श्राद्ध मनाया जाता है, उनके नाम तथा गोत्र का उच्चारण करके मंत्रों द्वारा जो अन्न आदि उन्हें दिया समर्पित किया जाता है, वह उन्हें विभिन्न रुपों में प्राप्त होता है. जैसे यदि मृतक व्यक्ति को अपने कर्मों के अनुसार देव योनि मिलती है तो श्राद्ध के दिन ब्राह्मण को खिलाया गया भोजन उन्हें अमृत रुप में प्राप्त होता है. यदि पितर गन्धर्व लोक में है तो उन्हें भोजन की प्राप्ति भोग्य रुप में होती है. पशु योनि में है तो तृण रुप में, सर्प योनि में होने पर वायु रुप में, यक्ष रुप में होने पर पेय रुप में, दानव योनि में होने पर माँस रुप में, प्रेत योनि में होने पर रक्त रुप में तथा मनुष्य योनि होने पर अन्न के रुप में भोजन की प्राप्ति होती है।

श्राद्ध का कारण

प्राचीन शास्त्रों के अनुसार सावन माह की पूर्णिमा से ही पितर पृथ्वी पर आ जाते हैं. वह नई आई कुशा की कोंपलों पर विराजमान हो जाते हैं. श्राद्ध अथवा पितृ पक्ष में व्यक्ति जो भी पितरों के नाम से दान तथा भोजन कराते हैं अथवा उनके नाम से जो भी निकालते हैं, उसे पितर सूक्ष्म रुप से ग्रहण करते हैं. ग्रंथों में तीन पीढि़यों तक श्राद्ध करने का विधान बताया गया है. पुराणों के अनुसार यमराज हर वर्ष श्राद्ध पक्ष में सभी जीवों को मुक्त कर देते हैं. जिससे वह अपने स्वजनों के पास जाकर तर्पण ग्रहण कर सकते हैं।

तीन पूर्वज पिता, दादा तथा परदादा को तीन देवताओं के समान माना जाता है. पिता को वसु के समान माना जाता है. रुद्र देवता को दादा के समान माना जाता है. आदित्य देवता को परदादा के समान माना जाता है. श्राद्ध के समय यही अन्य सभी पूर्वजों के प्रतिनिधि माने जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार यह श्राद्ध के दिन श्राद्ध कराने वाले के शरीर में प्रवेश करते हैं अथवा ऎसा भी माना जाता है कि श्राद्ध के समय यह वहाँ मौजूद रहते हैं और नियमानुसार उचित तरीके से कराए गए श्राद्ध से तृप्त होकर वह अपने वंशजों को सपरिवार सुख तथा समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. श्राद्ध कर्म में उच्चारित मंत्रों तथा आहुतियों को वह अपने साथ ले जाकर अन्य पितरों तक भी पहुंचाते हैं।

17 सितंबर 2024 से 02 अक्टूबर 2024 तक

जो श्रद्धा से किया जाए वही श्राद्ध

पितृ पक्ष 2024 की तिथियां:

17 सितंबर दिन मंगलवार - पूर्णिमा श्राद्ध

18 सितंबर दिन बुधवार - प्रतिपदा श्राद्ध

19 सितम्बर दिन गुरुवार - द्वितीया श्राद्ध

20 सितंबर दिन शुक्रवार - तृतीया श्राद्ध

21 सितंबर दिन शनिवार - चतुर्थी श्राद्ध

22 सितंबर दिन रविवार - पंचमी श्राद्ध

23 सितंबर दिन सोमवार - षष्ठी श्राद्ध

24 सितंबर दिन मंगलवार - सप्तमी श्राद्ध

25 सितंबर दिन बुधवार - अष्टमी श्राद्ध

26 सितंबर दिन गुरुवार - नवमी श्राद्ध

27 सितंबर दिन शुक्रवार - दशमी श्राद्ध

28 सितंबर दिन शनिवार - एकादशी श्राद्ध

29 सितंबर दिन रविवार - द्वादशी श्राद्ध

30 सितंबर दिन सोमवार - त्रयोदशी श्राद्ध

01 सितंबर दिन मंगलवार - चतुर्दशी श्राद्ध

02 सितंबर दिन बुधवार - अमावस्या का श्राद्ध एवं पितृ विसर्जन तर्पण।

ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल

9450591477

मृतक पीआरडी जवान के पत्नी व बच्चों की मददगार बनी पुलिस, दिया आर्थिक सहयोग

आजमगढ़,अहरौला।‌ मृत पीआरडी जवान के आर्थिक सहयोग को अहरौला थाने के लोग मृत की विधवा शीला देवी व बच्चों के भविष्य को देखते हुए शनिवार को शीला देवी को आर्थिक सहायता दी गई।थानाध्यक्ष मनीष पाल ने अपने हाथों से सहयोग राशि का लिफाफा मृतक के पिता देवराज की मौजूदगी में शीला देवी को प्रदान किया। थानाध्यक्ष मनीष पाल ने मृतक के पुत्र प्रीतम को हौसला दिया कि पढ़ाई लिखाई में अगर कहीं कोई समस्या हो तो हमसे बात करना।

बताते चलें दमदीयवना गांव निवासी विजय कुमार यादव 35 पुत्र देवराज पीआरडी में सेवा रत थे बीते 26 अगस्त को ड्यूटी के दौरान शाम को अचानक अस्वस्थ होने पर आनन-फानन में परिजन इलाज के लिए फूलपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां से डॉक्टरों ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया रात में परिजन पीआरडी जवान विजय कुमार को लेकर लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया जहां 28 अगस्त को दोपहर में मौत हो गई मृतक पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर था दो पुत्र एक पुत्रीका पिता था मौत से बच्चों का भविष्य खराब न होने पाएं थाना के स्टाफ ने मानवता पेश करते हुए आगे भी हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। मौके पर थानाध्यक्ष मनीष पाल, आशुतोष त्रिपाठी, हे.विजय यादव, चालक राजेश वर्मा, आरक्षी बंदना, अंजलि आदि लोग मौजूद रहे।

सोशल मीडिया पर वायरल आपत्तिजनक व भड़काऊ पोस्ट पर भाजपाइयों में आक्रोश

बलरामपुर, अहरौला । आजकल सोशल मीडिया पर एक पोस्ट बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक के द्वारा अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुख्तार अंसारी की फोटो को टैग करके उस पर आपत्तिजनक व भड़काऊ किस्म की बातें को लिखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया है ।

जिस पोस्ट पर उसने हिंदुओं की आने वाली सात नस्लों को चैलेंज देते हुए लिखा कि जब उत्तर प्रदेश में एक मुसलमान के मरने पर खौफ के कारण धारा 144 लगानी पड़ी और उसने आगे लिखा कि हिंदुओं की सात नस्ले भी मिलकर कभी हिंदू राष्ट्र नहीं बना पाएंगे इसी पोस्ट को संज्ञान में लेते हुए भाजपाइयों ने आज अहरौला थाने पर लिखित तहरीर देकर थाना अध्यक्ष से कार्रवाई की मांग की ताकि शांति और सौहार्द बना रहे वायरल पोस्ट की पड़ताल करने पर पता चला कि युवक जीशान पुत्र अज्ञात अहरौला थाना क्षेत्र अंतर्गत परगासपुर निवासी कमरुद्दीन का नाती है ।

जिसके खिलाफ गांव के ही ओम प्रकाश यादव भाजपा नेता वा अन्य भाजपा पदाधिकारी ने अहरौला थाने में तहरीर देकर बताया कि जिसान 3 दिन पहले फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट किया है जिस हिंदू समाज में काफी आक्रोश है उन्होंने थाना अध्यक्ष से ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की है ।

*आजमगढ़: मिट्टी लदी ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दबने से 14 साल की लड़की की मौके पर मौत*

सिद्धेश्वर पाण्डेय

आजमगढ़- फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के खानजहापुर बनतरिया गांव की 14 साल की खुशी यादव पुत्री मनोज यादव शनिवार सुबह जौनपुर जनपद के शाहगंज सेंट थामस इंटर कॉलेज गई हुई थी। खुशी क्लास 8बीं की छात्रा थी। स्कूल से पढ़कर साईकिल से घर वापस आ रही थी कि शाहगंज दादर बाईपास रोड पर सामने से मिट्टी से लदी तेज़ गति से आ रहा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर साईकिल में टकरा गया। जिससे खुशबू ट्राली के नीचे चली गई।

ट्राली का चक्का खुशी के सिर पर चढ़ गया। जिससे मौके पर ही खुशी की मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंची शाहगंज की पुलिस ट्रैक्टर ट्राली कोतवाली थाने ले गई शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। खुशी चार बहनों में दूसरे नंबर की थी। प्रतिदिन साईकिल से स्कूल जाती थी। शनिवार को दिन में दो बजे तेज़ रफ़्तार मिट्टी लदी ट्रैक्टर ट्राली से। दर्द नाक मौत हो गई परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

*आजमगढ़: हिन्दी दिवस का हुआ आयोजन, भाषा के महत्व एवं उपयोगिता पर हुई चर्चा*

सिद्धेश्वर पाण्डेय

आजमगढ़- फूलपुर तहसील के अम्बारी स्थित प्रसाद स्मारक राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शनिवार दिनांक 14 सितंबर 2024 को हिन्दी दिवस धूम धाम से मनाया गया। इस दौरान हिंदी के महत्व और हिंदी की उपयोगिता के महत्व पर प्रकाश डाला गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो0 जयसिंह ने किया तथा छात्राओं को संबोधित करते हुए कहां कि यह दिन हमें हिंदी भाषा का सम्मान करने और इसका उपयोग बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के असिस्टेंट प्रोफ़ेसर विजय कुमार शुक्ल ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी देश की सांस्कृतिक एकता को दर्शाती है। यह दिन हमें हमारी सांस्कृतिक धरोहर की याद दिलाता है और नई पीढ़ी को अपनी मातृभाषा के प्रति गर्व महसूस कराता है।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ यादवेंद्र कुमार आर्य,श्री अरविंद कुमार, डॉ सुशील त्रिपाठी,डॉ पूजा, डॉ प्रतिभा,डॉ प्रगति, डॉ मोनिका देवी, एवं छात्राओं में आयुषी,इस्पा, बन्दना,किरन, आलिया,सोम्मैया, रूक्कसार,रिशु,आदि उपस्थित रही कार्यक्रम का संचालन श्री अरूण प्रताप यादव एवम् धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुशील त्रिपाठी ने किया।

*आजमगढ़: फूलपुर में विशेष मानसिक चिकित्सा शिविर का आयोजन, 509 मरीजों की हुई जांच और इलाज*

सिद्धेश्वर पाण्डेय

आजमगढ़- शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी फूलपुर आजमगढ़ पर विशेष मानसिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अखिलेश कुमार की देखरेख में किया गया। 509 मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज किया गया।

शिविर का उद्घाटन नगर पंचायत अध्यक्ष फूलपुर राम अशीष बरनवाल ने फीता काटकर किया। शिविर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फूलपुर के सभी चिकित्सक चिकित्सा कर्मी तन मन से लगे रहे। नोडल चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर मोहम्मद अजीम ने एक दिन पूर्व से ही शिविर को सफल बनाने में अपना सर्वोच्च योगदान दिया तथा बड़ी ही सक्रियता से मेले के संपन्न होने तक लग रहे।

जिला अस्पताल आजमगढ़ से भी मानसिक रूप विशेषज्ञ चिकित्सा शिविर में भाग लिया। नगर क्षेत्र तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने बहुत ही भारी संख्या में उपस्थित रहकर अपने-अपने रोगों का इलाज करवाया। शिविर में कुल 509 मरीज का परीक्षण एवं सफल उपचार किया गया।

*आजमगढ़: वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में मनाया गया हिंदी दिवस*

उपेन्द्र कुमार पांडेय

आजमगढ़- हिंदी दिवस बड़े धूमधाम से वेदांता इंटरनेशनल स्कूल में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि आजमगढ़ के प्रतिष्ठित कवि,लेखक, रचनाकार, साहित्यकार, विभिन्न सम्मानों से सम्मानित, सेवानिवृत्त हिंदी शिक्षक राजाराम सिंह, स्कूल के संरक्षक अरविंद सिंह, प्रधानाचार्या और हिंदी शिक्षकों के साथ मां सरस्वती की पूजा और दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके बाद छात्र-छात्राओं में सृष्टि यादव, प्रतीक सिंह, दृष्टि शर्मा, मानवी राय, रिया, मयूरा, अंशिका सिंह, यशा जावेद, अनुपमा, महद जावेद, गौरव सिंह, कृष्णा तिवारी, रुद्र, अनन्या यादव, रोली, अनुपम और गंगा सिंह ने हिंदी के महत्व पर भाषण, कविताएँ, श्लोक, कबीर के दोहे, नाटक और गीत प्रस्तुत किए। पूरे कार्यक्रम का संचालन श्रेया सिंह ने किया।

मुख्य अतिथि राजाराम सिंह ने हिंदी को राजभाषा और मातृभाषा बताते हुए कहा कि हिंदी एक ऐसी भाषा है जिसमें तमोगुण है और इसकी लिपि का व्यापक महत्व है। उन्होंने हिंदी के समृद्ध स्वरूप पर प्रकाश डालते हुवे कहा कि मातृ, मातृभूमि और मातृभाषा ये हमारी मूल है हमको हमेशा इसको याद रखना है।

वेदांता इंटरनेशनल स्कूल के संरक्षक अरविंद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक और छात्र मिलकर कार्य करें क्योंकि शिक्षा का क्षेत्र सबसे उत्कृष्ट क्षेत्र है। विद्यालय एक ऐसा स्थान है जहाँ हर प्रकार के उत्सव और विशेष दिवस मनाकर छात्रों को प्रेरित किया जाता है और उनका ज्ञानवर्धन किया जाता है।

प्रधानाचार्या डॉली शर्मा ने कहा, "जैसे बिना बिंदी के श्रृंगार अधूरा होता है, वैसे ही बिना हिंदी ज्ञान अधूरा है। हम नई भाषाएँ सीखेंगे, लेकिन अपनी जड़ भाषा हिंदी को कभी नहीं भूलेंगे।वेदांता में हमारा विश्वास है कि हम आकाश को छूने का लक्ष्य रखते हैं, लेकिन हमारे पैर सदा ज़मीन पर रहेंगे।" यह विचार विद्यालय की दृष्टि और मूल्यों को दर्शाता है, जहां नई ऊँचाइयों को छूने की आकांक्षा के साथ-साथ जड़ों और मूलभूत सिद्धांतों को हमेशा सम्मानित करने का संकल्प है।

कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि को प्यार का प्रतीक अंगवस्त्रम व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नीलम चौहान, आरती सिंह, किशन मिश्रा, कुमकुम दुबे, अनीता सिंह,फहीम अहमद, इंद्रजीत साहनी, अनिल कुमार शुक्ला, सुनीता दीक्षित, रीना यादव, बागेश्वर गिरी सहित सभी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

*आजमगढ़: देवदूत वानर सेना की बैठक*

रिपोर्ट सुमित उपाध्याय

आजमगढ़- अहरौला ब्लॉक क्षेत्र के पखनपुर गांव में संतोष सिंह की दुकान पर देवदूत वानर सेना की खुली बैठक हुई। बैठक में मुख्य रूप से देवदूत वानर सेवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद दुबे उपस्थित रहे। इस बैठक में कई अहम बिंदुओं पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि इस संगठन में आप लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में जुड़िए और असहाय परेशान लोगों की मदद करिए इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में अगर आप किसी का सहयोग किसी तरह से करते हैं तो वह बहुत खुश होगा और आपको भी कही न कही मानसिक शांति मिलेगी और इसकी खुशी होगी कि आज आपने किसी बेसहारा की मदद की है।

इसी के साथ ही साथ उन्होंने कहा कि हमारा संगठन बहुत ही अच्छे से कार्य कर रहा है और बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है आज हमारे संगठन की स्थिति यह है कि आज हमारा संगठन विशव के 14 देशों में फैल चुका है और इसके सदस्य 14 देश में बन चुके हैं इसी कड़ी में हम आजमगढ़ जिले को भी संगठन से बहुत तेजी के साथ जोड़ना चाह रहे हैं और बहुत आगे ले जाना चाह रहे हैं संगठन में आप लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में संगठन में जुड़े और इस संगठन को मजबूती के साथ और आगे बढ़ाए । जिससे और ज्यादा लोगो की मदद की जा सके।

इसी कड़ी में देवदूत वानर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद दुबे के द्वारा पखनपुर ग्राम निवासी संतोष सिंह को आजमगढ़ जिले का जिला उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया। देवदूत वानर सेवा का जिला उपाध्यक्ष मनोनीत होने के बाद संतोष सिंह ने कहा कि मैं इस संगठन में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलुगा और बड़ी ईमानदारी के साथ काम करूंगा और इस संगठन को अपने जिले में बहुत ही आगे ले जाने की कोशिश करूंगा।

इस दौरान संगठन में उपस्थित लोगों के द्वारा कई अन्य विषयों पर भी चर्चा हुई और इसके बाद इस बैठक का समापन किया गया। इस बैठक के दौरान देवदूत वानर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश चंद दुबे ,संतोष सिंह जिला उपाध्यक्ष आजमगढ़ सहित अन्य लोग लोग मौजूद रहे।

*आजमगढ़: ट्रेन से कटकर वृद्ध की मौत*

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़- फूलपुर कोतवाली के पूराघंनी गांव के पास रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर वृद्ध की मौत हो गयी। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पूराघंनी गांव निवासी प्रकाश( 60) पुत्र सूचित शुक्रवार की सुबह लगभग 11 बजे घर से शौच के लिए रेलवे ट्रैक की तरफ गए थे। इस बीच गोदान अप की चपेट में आ गए। जिससे उनकी मौत हो गयी। काफी देर तक घर वापस न आने पर पत्नी धर्मा देवी ढूढने गयी। लगभग 12 बजे रेलवे ट्रैक पर शव देख उसके होश उड़ गए। उसने परिजनों को सूचना दिया। परिजन और गांव के लोग शव को घर ले आये। सूचना पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ग्रामीणों के अनुसार प्रकाश को सुनाई कम देता था। वह कमजोर भी हो गए थे। शायद ट्रेन आने की आवाज उन्हें सुनाई नहीं दी। उनके पास 5 पुत्र चंदन, आनन्द, दिलीप, गुलशन, मनीष और दो पुत्रियां गीता और रेखा हैं। चंदन और गीता की शादी हो चुकी है। दुखद घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।