राज्य में फिर शुरु होगी सीएम ग्रामीण सेतु योजना, ग्रामीण कार्य विभाग करेगा 100 मीटर तक के लंबे पुल-पुलियों का निर्माण
डेस्क : बिहार में एकबार फिर से मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना प्रारंभ होगी। राज्य सरकार आठ साल बाद फिर से इस योजना को शुरु करने पर बीते मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक मे अपनी मुहर लगा दी है।
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कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध संपर्कता के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना की स्वीकृति दी गयी है। इसके तहत ग्रामीण पथों पर आवश्यकतानुसार पुल-पुलियों का निर्माण किया जाएगा। इस योजना में 100 मीटर तक के लंबे पुल-पुलियों का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग करेगा जबकि 100 मीटर से अधिक लंबे पुल-पुलियों का निर्माण पुल निर्माण निगम करेगा। हालांकि, निर्माण के लिए पुल-पुलियों का चयन ग्रामीण कार्य विभाग ही करेगा। वहां से लंबाई के अनुसार निर्माण की जिम्मेवारी अलग-अलग सौंपी जाएगी।
बताते चलें कि 2016 में मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना को बंद कर दिया गया था। बीते दिनों दो दर्जन ग्रामीण पुल-पुलियों के क्षतिग्रस्त होने और इनके रख-रखाव को लेकर समस्या खड़ी होने के बाद राज्य सरकार ने इस योजना को फिर शुरू करने का निर्णय लिया था जिस पर मुहर लगी है।









डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। आज मुख्य सचिवालय स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष में हुई कैबिनेट की बैठक में 46 महत्वपूर्ण एजेंडों पर मंत्रिपरिषद की ओर से मंजूरी दी गई है।
बता दें इसके पहले भी बड़ी संख्या में पुलिस उपाधीक्षकों को वरीय पुलिस उपाधीक्षक में प्रोन्नति दी गई थी। वही अब वरीय पुलिस उपाधीक्षक को एएसपी और एएसपी को स्टाफ ऑफिसर में प्रोन्नत किया गया है।
जिन 14 पुलिस उपाधीक्षक को वरीय पुलिस उपाधीक्षक में प्रोन्नति दी गई है, उनमें राजकुमार साह , संजीत कुमार प्रभात, संजीव कुमार, सिंधु शेखर सिंह, गणपति ठाकुर, सौरभ जायसवाल, अमित कुमार, कुमार सुमित, दिलीप कुमार, रंजन कुमार, अशोक कुमार पांडेय, संतोष कुमार ,ओम प्रकाश अरुण और रविशंकर प्रसाद शामिल हैं। यह सभी अधिकारी मूल कोटि के हैं।
Sep 11 2024, 09:21
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