कांग्रेस की तरह किसानों को झांसा देकर ठगने का काम नहीं करती है मोदी सरकार, उनकी आय बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार कटिबद्ध :- अरविन्द सिंह

डेस्क :- मोदी सरकार कांग्रेस की तरह किसानों को झांसा देकर उन्हें ठगने का काम नहीं करती हैं,  बल्कि अपने वादों को मंजूरी देकर किसानों के उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने का काम करती है। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कही है।

उन्होंने कहा है कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए मोदी सरकार कटिबद्ध हैं इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मोदी सरकार 14235.30 करोड़ रुपये की कुल लागत वाली सात योजनाओं के जरिए किसानों का जीवन स्तर को बेहतर बनाने तथा उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार दृढ़ता पूर्वक काम कर रही है।

मोदी सरकार अपने योजनाओं परियोजनाओं के जरिए लगातार किसानों के उन्नति का मार्ग प्रशस्त करने का काम कर रही है। इसलिए 2,817 करोड़ रुपये कुल परिव्यय के साथ डिजिटल कृषि मिशन के जरिए जो की सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के स्वररूप पर आधारित हैं। इसमें प्रौद्योगिकी का उपयोग के जरिए किसानों का जीवन को बेहतर बनाने का काम करेगी मोदी सरकार, वहीं कुल 3,979 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ खाद्यान्नब के लिए फसल विज्ञान और पोषण संबंधी सुरक्षा का मार्ग प्रशस्त करने का काम कर रही है मोदी सरकार। इससे  किसानों को जलवायु लचीलेपन के लिए तैयार किया जाएगा और 2047 तक किसानों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करेगी मोदी सरकार। और तो और 2,291 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ कृषि शिक्षा, प्रबंधन और सामाजिक विज्ञान को मजबूत करने का काम करेगी मोदी सरकार, इसके द्वारा कृषि छात्रों और शोधकर्ताओं को वर्तमान चुनौतियों के लिए तैयार किया जाएगा।

श्री अरविन्द ने कहा कि मोदी सरकार साथ ही 1,702 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के जरिए पशुधन स्वास्थ्य एवं उत्पादन को बनाए रख कर पशुधन और डेयरी से किसानों की आय को बढ़ाना का काम करेगी। इसके अतिरिक्त किसानों की आय बढ़ाने के लिए 1129.30 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ बागवानी पौधों से किसानों की आय बढ़ाना की दिशा में काम सुनिश्चित करेगी मोदी सरकार।

जबकि दूसरी ओर मोदी सरकार कृषि क्षेत्र को और बेहतर बनाने के लिए 1,202 करोड़ रुपये के परिव्यय के द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण करने का काम करेगी।  और साथ ही प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए 1,115 करोड़ रुपये के परिव्यय के जरिए प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन कर के *कृषि क्षेत्र और किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने तथा उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत होकर दृढ़ता पूर्वक काम कर रही है मोदी सरकार।

वहीं मोदी सरकार हर वह मुमकिन प्रयास और पहल कर रही है जिससे किसानों की उन्नति हो सके और उन्हें ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाया जा सके। मोदी सरकार कांग्रेस की तरह सिर्फ कहने में नहीं जनता को किए गए अपने वादों को मंजूरी देकर के, अपने वादों पूरा कर के दिखाने में विश्वास रखती हैं।
बिहार के एक कोचिंग संस्थान में फायरिंग, गोली लगने से एक छात्रा गंभीर रुप से घायल

डेस्क : बिहार के शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले बच्चों के हथियार लेकर पहुंचने और गोली चलाने की खबर कुछ ज्यादा ही मिलनी शुरु हो गई है। बीते दिनों प्रदेश के सुपौल जिले में एक निजी स्कूल के नर्सरी के छात्र ने तीसरी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे को गोली मार दी थी। वहीं अब एक ऐसी घटना मुजफ्फरपुर जिले से सामने आई है। जहां एक कोचिंग सेंटर में पिस्टल लेकर पहुंचे एक छात्र द्वारा गोली चलाने से एक छात्रा घायल हो गई है। जिसे इलाज के लिए अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। 

मिली जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र  स्थित मेंटोर वाटिका कोचिंग सेंटर में दसवीं कक्षा की पढ़ाई चल रही थी। कक्षा का ही एक छात्र घर से लोडेड पिस्टल लेकर पहुंच गया था। जैसे ही क्लास खत्म हुई और बच्चे जाने की तैयारी में थे, तभी हंसी मजाक में छात्र ने अपने बैग से पिस्टल निकाल लिया और गोली चला दी। गोली वहां मौजूद छात्रा को लग गई और छात्रा बेहोश होकर गिर गई।

घटना के बाद घायल छात्रा को गंभीर स्थिति में मुजफ्फरपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि छात्रा के साथ पढ़ने वाली ही एक छात्रा ने घटना को अंजाम दिया है। घटना के बाद इलाक़े में हड़कंप मच गया है।

इस दौरान छात्र ने मजाक-मजाक में गोली चला दी जो एक छात्रा को लग गई। छात्रा बेहोश होकर गिर गई। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। अन्य बच्चे भागने लगे, तभी उपस्थित शिक्षक ने इस बात की सूचना परिजनों को देते हुए तत्काल इलाज के लिए छात्रा को मुजफ्फरपुर के निजी अस्पताल में भेजा, जहां उसका इलाज चल रहा है।

गोली छात्रा के कमर के पास लगी है। वहीं छात्रा ने बताया कि कोचिंग क्लास में मेरे पीछे एक लड़का बैठा था। वह मेरे ही गांव का है, जिसके द्वारा गोली मार दी गई है। वहीं पुलिस इस बात की अब खोजबीन में जुट गई है कि आखिर यह हथियार बच्चे को मिला कहां से? क्या हथियार घर से लाया था या फिर किसी ग्रुप से खरीदा गया?

पूरे मामले में पूछे जाने पर सकरा थाना के थानेदार राजू कुमार पाल ने बताया कि घटना के बाद आरोपित छात्र फरार हो गया है। पुलिस की टीम कार्रवाई में जुटी है। जल्द उसकी गिरफ्तारी होगी।
बिहार के 14 डीएसपी को मिली प्रोन्नति, गृह विभाग ने जारी की अधिसूचना

डेस्क : बिहार में अधिकारियों का स्थानांतरण और प्रोन्नति देने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में अब राज्य सरकार ने 14 पुलिस उपाधीक्षकों को वरीय पुलिस उपाधीक्षक में प्रोन्नति दी है। इस संबंध में गृह विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है। बता दें  इसके पहले भी बड़ी संख्या में पुलिस उपाधीक्षकों को वरीय पुलिस उपाधीक्षक में प्रोन्नति दी गई थी। वही अब वरीय पुलिस उपाधीक्षक को एएसपी और एएसपी को स्टाफ ऑफिसर में प्रोन्नत किया गया है। जिन 14 पुलिस उपाधीक्षक को वरीय पुलिस उपाधीक्षक में प्रोन्नति दी गई है, उनमें राजकुमार साह , संजीत कुमार प्रभात, संजीव कुमार, सिंधु शेखर सिंह, गणपति ठाकुर, सौरभ जायसवाल, अमित कुमार, कुमार सुमित, दिलीप कुमार, रंजन कुमार, अशोक कुमार पांडेय, संतोष कुमार ,ओम प्रकाश अरुण और रविशंकर प्रसाद शामिल हैं। यह सभी अधिकारी मूल कोटि के हैं।

इन्हें वेतनमान स्तर-11 में प्रोन्नति दी गई है।अब ये सभी पुलिस उपाधीक्षक वरीय पुलिस उपाधीक्षक कहे जाएंगे। पदभार ग्रहण करने की तिथि से इन सभी अधिकारियों का वरीय पुलिस उपाधीक्षक का वेतनमान मिलेगा।
*बिहार में बालू के अवैध खनन पर रोक लगाने को लेकर बड़ी पहल, अब ऐसे वाहनों को ही जारी होगा ई-चालान*

डेस्क : प्रदेश में बालू के अवैध खनन रोकने के लिए सरकार द्वारा बड़ा कदम उठाया गया है। वाहनों की आवाजाही और इसके रूट निर्धारण को लेकर इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली की मदद से चौकसी शुरू की गई है। अब जिन वाहनों में जीपीएस उपकरण लगे होंगे, सिर्फ उन्हें ही ई-चालान जारी होंगे। बिना ई-चालान वाहनों का बालू घाटों से बाहर निकलना और चेक पोस्ट पार करना संभव नहीं होगा।

सभी बालू घाटों या खनन पट्टा वाले इलाकों की गूगल मैप पर को-ऑर्डिनेट (निर्देशांक) निर्धारित किया गया है, ताकि इनके सही स्थान की जानकारी हो सके। खनन वाले सभी घाटों पर सीसीटीवी कैमरे से चौबीस घंटे नजर रखी जा रही है। 

इसके लिए खनन विभाग के मुख्यालय में 24 घंटे काम करने वाले कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की स्थापना की गई है। यहां बालू लोड करने के लिए आने वाले जीपीएस से लैस वाहनों के को-ऑर्डिनेट का मिलान किया जाता है। इसके बाद ही इनका ई-चालान जारी होगा। संबंधित वाहन का सही लोकेशन के साथ चालान में यह दर्ज हो जाता है कि किस घाट से कितने बजे बालू लोड किया और इसे कहां तक जाना है।

बिहार कैडर के प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने मुख्यालय में दिया योगदान, डीजीपी ने शिष्टाचार मुलाकात के दौरान दिए यह सुझाव*

डेस्क : बिहार कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2021-22 बैच के प्रशिक्षु पदाधिकारियों ने एनपीए, हैदराबाद में दूसरे चरण की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय में योगदान दिया है। उन्हें छह दिवसीय प्रशिक्षण के लिए पटना हाईकोर्ट के साथ संबद्ध किया गया है।

वहीं पुलिस मुख्यालय में योगदान देने के बाद इन प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों ने बिहार के पुलिस महानिदेशक आलोक राज से शिष्टाचार मुलाकात कर मार्गदर्शन प्राप्त किया। इस दौरान डीजीपी ने इन अफसरों को सुझाव दिया की स्पीडी ट्रायल से अपराधियों को त्वरित सजा दिलाएं। सोमवार को सरदार पटेल भवन स्थित पुलिस मुख्यालय में हुई इस मुलाकात के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेन्द्र सिंह गंगवार एवं पुलिस महानिरीक्षक (मुख्यालय) विनय कुमार भी मौजूद थे। 

प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों में मोहिबुल्लाह अंसारी, कोटा किरण कुमार, शैलेन्द्र सिंह, अतुलेश झा, अभिनव, सुश्री दिव्यांजली जायसवाल एवं शिवम धाकड़ शामिल थे। डीजीपी आलोक राज ने इन प्रशिक्षु पदाधिकारियों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी। 

बिहार कैडर के प्रशिक्षु पुलिस पदाधिकारियों में शैलेन्द्र सिंह एवं अतुलेश झा मूल रूप से उत्तर प्रदेश, कोटा किरण कुमार तेलंगाना, सुश्री दिव्यांजली जायसवाल छत्तीसगढ़, शिवम धाकड़ मप्र, सुश्री भावरे दीक्षा अरुण महाराष्ट्र की एवं मोहिबुल्लाह अंसारी तथा अभिनव बिहार के हैं।

बालू माफिया सुभाष यादव और अशोक गुप्ता के खिलाफ ईडी की बड़ी कार्रवाई, करोड़ो रुपये की संपत्ति को किया जप्त

डेस्क : बिहार के बालू माफिया के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बालू का अवैध खनन कर करोड़ों के राजस्व चोरी मामले में ब्रॉडसन्स कॉमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के दो प्रबंध निदेशक (एमडी) और निदेशक की संपत्ति जब्त कर ली है। दोनों ने बालू की काली कमाई की बदौलत यह अकूत संपत्ति जब्त की है।

कंपनी के निदेशक सुभाष यादव की पटना के संपतचक इलाके में मौजूद जमीन के तीन बड़े प्लॉट को जब्त किया गया है, जिनकी कीमत 44 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। इनका रकवा कई एकड़ में है।

इसके अलावा इस कंपनी के प्रबंध निदेशक अशोक कुमार गुप्ता की देहरादून में मौजूद एक बोर्डिंग स्कूल में आधे से अधिक की हिस्सेदारी वाली संपत्ति भी जब्त कर ली गई है। यह करीब 23 करोड़ रुपये की है। इस तरह ब्रॉडसन्स कंपनी के इन दोनों मालिकों की मिलाकर 67 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति को प्रारंभिक रूप से जब्त कर ली गई है।

गौरतलब है कि सुभाष यादव राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। बिहार में उनको बालू किंग के नाम से भी जाना जाता है। सुभाष मूल रूप से दानापुर अनुमंडल में आने वाले हेतनपुर दियारा के रहने वाले हैं। सुभाष यादव पहले से बालू तस्करी और अवैध कमाई के आरोप में जेल में बंद हैं। बालू तस्करी और अवैध कमाई के मामले में ईडी ने इसी साल मार्च में सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने 9 मार्च को सुभाष यादव के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की थी। रेड में 2 करोड़ कैश के साथ बेनामी संपत्ति के सबूत मिलने के बाद बालू कारोबारी और आरजेडी नेता सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया था। उससे पहले आयकर विभाग की ओर से छापेमारी की गई थी। सुभाष यादव के पार्टनर अशोक कुमार के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई थी।

सीएम नीतीश कुमार ने आज बाढ़ अनुमंडल में दिए कई सौगात, करोड़ों रुपये की योजनाओं का किया उद्घाटन और निरीक्षण

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ अनुमंडल में करोड़ों रुपये की कई योजनाओं का उद्घाटन और निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वप्रथम बख्तियारपुर-मोकामा फोरलेन पर रेलवे ओवर ब्रिज, ताजपुर-करजान सड़क संपर्क पथ का गहन अवलोकन किया।

तत्पश्चात सीएम ने नव निर्मित बेलछी प्रखंड सह अंचल कार्यालय का उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया। बाढ़ के बाद मोकामा पहुंचे मुख्यमंत्री ने औन्टा-सिमरिया गंगा पुल का अवलोकन कर मरांची प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र का उद्घाटन किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और पूर्व मंत्री नीरज कुमार भी साथ रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री का जेडीयू नेताओं पवन कुमार, दयानंद सिंह, हाथीदह उप मुखिया विकास कुमार समेत कई अन्य नेताओं ने स्वागत किया। समारोह समाप्त होते ही मुख्यमंत्री पटना के लिए रवाना हो गए।

बिहार में शराबबंदी को लेकर एकबार फिर बोले केन्द्रीय मंत्री मांझी : बड़े-बड़े अधिकारी शराब का करते हैं सेवन, इस मामले में सिर्फ इनलोगो को होती है सजा


डेस्क : बिहार में शराबबंदी को लेकर अक्सर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी बयान देते रहते है। उन्होंने एक बार फिर इस मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है। मांझी ने कहा है कि बड़े-बड़े अधिकारी शराब का सेवन करते हैं। शराब पीने के मामले में मजदूर और गरीबों को जेल भेजा जा रहा है, जबकि शराब तस्कर नहीं पकड़े जा रहे हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि 18 वर्षों में नीतीश कुमार ने बिहार को बदलने का काम किया है।

वहीं केंद्रीय मंत्री ने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू प्रसाद और उनकी पत्नी रावड़ी देवी के मुख्यमंत्री काल में क्या होता था, बिहार में यह सब को पता है। जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए का परचम लहराएगा।

आरक्षण के नाम पर पिछड़े समाज के बांटने के सांसद चिराग पासवान के आरोप पर उन्होंने कहा कि इस मामले पर सभी के अपने विचार हैं। उनको पता होना चाहिए कि 22 अनुसूचित जातियों में कम से कम 18 ऐसी जातियां हैं जिनमें शिक्षा की दर 20 प्रतिशत भी कम है।

बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत की खबर : 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने पर भी मिलेगा यह लाभ

डेस्क : बिहार सरकार के कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत वाली खबर है। राज्य सरकार में कार्यरत सरकारी कर्मियों को 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने पर भी नोशनल (काल्पनिक) वेतनवृद्धि का लाभ मिलेगा। वित्त विभाग ने 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों के सेवानिवृत्ति लाभ की गणना में होने वाली परेशानियों का समाधान कर दिया है।

वित्त विभाग के सचिव द्वारा जारी निर्देश के अनुसार सरकारी कर्मियों के सेवानिवृत्ति लाभों की गणना नोशनल वेतन-वृद्धि के आधार पर होगी। मालूम हो कि नोशनल वेतन-वृद्धि वैचारिक व्यवस्था है। इसका कोई निर्धारित फॉर्मूला नहीं है। सामान्यत सरकारी कर्मियों की वेतन वृद्धि एक जुलाई और एक जनवरी से लागू होता है। ऐसी स्थिति में 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्ति होने पर उनके वित्तीय लाभों की गणना में परेशानी आती है। इसी को देखते हुए वित्त विभाग ने ऐसे सरकारी कर्मियों को नोशनल वेतन वृद्धि देने का निर्णय लिया है।

दरअसल पिछले कुछ दिनों से कई विभागों से इन दो तिथियों (30 जून और 31 दिसंबर को) को सेवानिवृत्त होने वाले सरकारी सेवकों की सेवानिवृत्ति लाभ को लेकर वित्त विभाग से दिशा-निर्देश मांगी जा रही थी। इसको लेकर मामला न्यायालय तक पहुंचता रहा है। अब भविष्य में इस तरह की कोई समस्या नहीं होगी, क्योंकि ऐसे सरकारी सेवकों के सेवानिवृत्त लाभों के संदर्भ में वित्त विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।

मौसम का हाल : अगले तीन में राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के आसार

डेस्क : उमश भरी भीषण गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलावासियों के लिए एक राहत भरी खबर है। अगले तीन दिनों में उन्हें गर्मी से राहत मिल सकती है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में 12 से 14 सितंबर के बीच बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 10 या 11 सितंबर को बिहार में एक सिस्टम बनने की उम्मीद है। इससे बारिश की गतिविधि में बढ़ोतरी होगी।

हालांकि अगले तीन दिनों तक प्रदेश वासियों को गर्मी सताएगी। वातावरण में आद्रता की मात्रा अधिक रहने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास होगा। इस दौरान राज्य का अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

वहीं मौसम विभाग ने सोमवार को उत्तर-पूर्व, दक्षिण-पश्चिम और पटना सहित दक्षिण-मध्य भागों के जिले में गरज व तड़क के साथ हल्की बारिश होने को लेकर पूर्वानुमान जताया है। जबकि रविवार को पटना सहित कुछ जिलों में दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई। पटना सहित राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक सूरज के तल्ख तेवर होने के कारण लोगों को भीषण गर्मी का एहसास होगा। इस दौरान कुछ जगहों पर बादल छाए रहने की उम्मीद है। जिस कारण बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। बूंदाबांदी या बारिश होने के दौरान लोगों को भीषण गर्मी से आंशिक तौर पर राहत मिलेगी। लेकिन विशेष कर दोपहर के समय लोगों को भीषण गर्मी का एहसास हो सकता है। राजधानीवाशी रविवार को उमस भरी गर्मी के कारण परेशान रहे।

पटना का मौसम सुबह से ही सूरज के तल्ख तेवर होने के कारण गर्म रहा। जिस कारण लोगों को सुबह से ही भीषण गर्मी का एहसास हो रहा था। इसी कारण पटना के अधिकतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हुई। राजधानी का अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि प्रदेश का सबसे गर्म शहर 38.4 डिग्री सेल्सियस के साथ नालंदा जिले का राजगीर रहा।