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Sep 07 2024, 10:42

हाथरस में भीषण सड़क हादसा :एक परिवार से 12 लोगों समेत कुल 17 की गई जान, गांव में एक के बाद एक शव पहुंचने पर मची चीख पुकार


लखनऊ । यूपी के हाथरस में भीषण सड़क हादसा होने के बाद जब मृतकों का शव एक के बाद एक शव एम्बुलेंस से गांव पहुंच तो पूरा इलाका दहल गया। पूरे गांव में पूरी रात या तो एंम्बुलेंस की आवाज या फिर चीत्कार गूंजती रही है। इस हादसे में सबसे दर्दनाक रहा कि 17 मौतों में एक ही परिवार के 12 लोगाें समेत 16 की जान अकेले आगरा के सैमरा गांव के लोगों की हुई है। इसीलिए जैसे-जैसे शव गांव में पहुंचे गए वैसे-वैसे चीख पुकार मचती रही। चूंकी गांव के लोग कभी इतनी ज्यादा लाशें एक साथ कभी देखी नहीं थी।

चुन्नी बैंड संचालक के परिवार के 12 लोगों की गई जान

सैमरा गांव निवासी चुन्नी बैंड के संचालक बेदरिया के परिवार के 12 लोगों की सड़क हादसे में मौत हुई है। बेदरिया के घर में उनका अकेला बेटा शान मोहम्मद ही बचा है। फोन पर जब शान मोहम्मद को हादसे की खबर मिली तो वह जमीन पर गिर पड़े। मुंह से एक ही बात निकली, मेरी तो उजड़ गई दुनिया, सब बर्बाद हो गया। शान की पत्नी और 3 बच्चों की मौत इस हादसे में हुई है।हाथरस हादसे में 17 मृतकों में से 16 खंदौली के गांव सैमरा के हैं। बेदरिया का पुश्तैनी काम बैंड का है। उनके तीन बेटे छोटे अली, इरशाद और शान मोहम्मद हैं। छोटे अली पिता के साथ बैंड का काम देखते थे। वहीं इरशाद फेरी लगाकर बर्तन बेचते थे, जबकि शान का बाइक रिपेयरिंग का काम है।

मृतकों के परिजनों की चीख सुनकर लोगों का कांप उठा कलेजा

जानकारी के अनुसार सैमरा में पांच भाइयों बेदरिया, लतीफ, मुन्ना, चुन्नासी और नूर मोहम्मद के घर मातम छाया है। हादसे में बचे परिजन  शुक्रवार की रात अपनों की लाश का इंतजार करते दिखे। हूटर बजाते एम्बुलेंस जैसे ही गांव में पहुंचती, परिजन की चीखें और तेज हो जा रही थीं। 12 शव देर रात तक पोस्टमार्टम होने के बाद पहुंच गए थे। इनमें बच्चे, युवक-युवती और बुजुर्ग शामिल थे।शव से लिपटकर परिजन का विलाप और उनकी चीखें लोगों के सीने भेद रहीं थी। पड़ोसी नसुरुद्दीन ने बताया कि बेदरिया की बेटी असगरी सासनी के गांव मुकुंदखेड़ा में ब्याही है। इनकी दादी सास के चालीसा में जाने के लिए 35 सदस्य मैक्स गाड़ी से गए थे। क्या पता था कि इनमें से कई दोबारा लौटकर नहीं आएंगे।


लोगों के घरों में नहीं जले चूल्हे, पूरी रात मृतक के परिजनों को बंधाते रहे ढांढस

एक ही खानदान के लोगों की मौत से सैमरा में मातम छा गया। हादसे की जानकारी जिसे हुई, वही सकते में आ गया। सैमरा के घरों में चूल्हे नहीं जले और पूरी रात गांव के लोग मृतकों के परिजन को ढांढस बंधाते रहे। सेमरा गांव काफी बड़ा है।गांव वालों के मुताबिक पांचों भाइयों का परिवार गांव से ही किराए पर मैक्स गाड़ी करके चालीसा में गया था। पूरा गांव एकजुट होकर मृतकों के परिजन को सांत्वना दे रहा था।बस्ती में शव लाने से पहले पुलिसकर्मियों को स्थान खोजने की कवायद करनी पड़ी। यहां 16 शव आने थे। काफी खोजबीन करने के बाद जगह नहीं मिलने की वजह से स्कूल परिसर के बाहर तंबू लगाकर शव रखे गए।


इनकी चली गईं जानें, कई परिवार में कोई नहीं बचा

बता दें कि हादसे में बेदरिया के बेटे इरशाद, उनकी पत्नी आबिदा, 6 महीने का बेटा आरिफ, छोटे अली, उनकी पत्नी शबाना, 7 साल की बेटी सोना, 5 साल की परी, 3 साल का बेटा मोहम्मद अली, शान मोहम्मद की पत्नी नसरीन, बेटा 10 साल का अल्फेज, 9 साल का अली जान और 6 साल की आफरीन की मौत हुई है। हाथरस में शान की बहन की दादी सास का इंतकाल हो गया था, जिनके चालीसा में परिवार के लोगों समेत 35 लोग गए थे। वहीं दूसरी तरफ इस हादसे में पत्नी और तीन बच्चों को खोने वाले शान मोहम्मद अपने बीमार और दिव्यांग चाचा चिन्माशी के साथ घर में रुक गए थे। शाम को 6 बजे हाथरस में हादसे का फोन आया तो मौत की खबर सुनते ही चीखने लगे। कुछ देर तो लोगों को समझ में ही नहीं आया कि क्या हो गया। बाद में जब लोगों को हादसे का पता चला तो जुटे लोग अवाक रह गए।

हादसे में पांच भाइयों के तीन परिवार के लोगा काल के गाल में समा गए

सैमरा गांव में पहली बार दिल दहलाने वाले इतने बड़े हादसे ने आसपास क्षेत्रों के लोगों को भी हिलाकर रख दिया है। दुर्घटना में पांच भाइयों के तीन परिवार के लोग काल के गाल में समा गए। पहली बार कब्रिस्तान में एक साथ इतने शव दफन करने के लिए लाए गए हैं। कब्रें खुदवाने के लिए प्रशासन को जेसीबी मंगवानी पड़ी। गांव वालों का यही कहना रहा कि पहली बार कब्रिस्तान में एक साथ इतने शव दफनाए जाएंगे। इससे पहले कभी भी इतने शव एक साथ कब्रिस्तान नहीं ले जाए गए। देर रात तक शवों के आने का सिलसिला जारी रहा।

ऐसे हुआ हाथरस में सड़क हादसा

यूपी के हाथरस जिले में आगरा- हाथरस मार्ग पर रोडवेज बस और सवारियों से भरे छोटे मालवाहक वाहन के बीच आमने- सामने की हुई टक्कर में 17 की मौत हो गई और सात बच्चों समेत 18 लोग घायल भी हुए हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में भेजा गया है। रोडवेज बस में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं। हादसा शुक्रवार शाम करीब छह बजे हाथरस के थाना चंदपा इलाके में नगला भुस बाईपास कपूरा चौराहे के पास हुआ। बताया जा रहा है कि सवारियों से भरे मालवाहक वाहन को गलत तरीके से एक वाहन ने ओवरटेक किया। चालक ने बचने की कोशिश की लेकिन बारिश से सड़क गीली होने के कारण अनियंत्रित होकर वह रोडवेज से टकरा गई।

दादी के चालीसवें में शामिल होने के बाद लौट रहे थे घर

ये सभी लोग हाथरस के गांव मुकुंदखेड़ा निवासी राजुद्दीन की दादी के चालीसवें में शामिल होने के बाद सेमरा (आगरा) लौट रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि मालवाहक वाहन के परखच्चे उड़ गए। इसमें 35 लोग सवार थे। टक्कर के बाद लोग उछलकर सड़क किनारे झाड़ियों में जाकर गिर गए। हादसे के बाद जमा हुए लोगों ने फंसे लोगों को बाहर निकाला। लोग खून से सने थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। सबसे ज्यादा उन्हीं की हालत खराब थी।लोगों ने पुलिस को सूचना दी। घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने 17 को मृत घोषित कर दिया। मरने वालों में 16 आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र के गांव सेमरा के रहने वाले थे, जबकि एक फिरोजाबाद जनपद का निवासी था।

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Sep 06 2024, 20:23

हाथरस में भीषण सड़क हादसा: रोडवेज बस ने मैक्स में मारी टक्कर, 11 लोगों की मौत
लखनऊ । यूपी के हाथरस में भीषण सड़क हादसा हो गया। यहां के कोतवाली चंदपा क्षेत्र के कपूरा चौराहे के निकट रोडवेज की जनरथ बस ने मैक्स में टक्कर मार दी। प्राप्त सूचना के अनुसार, हादसे में मैक्स और बस में सवार 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि, महिलाओं और बच्चों सहित 16 से अधिक घायल हो गए। जिला अस्पताल में घायलों का उपचार चल रहा है।

हादसे में घायल आगरा के थाना खंदौली क्षेत्र के सेंगरा निवासी शबाना ने बताया कि वह सासनी क्षेत्र के मुकंद खेरा गांव में अपनी ननद की ददिया सास की तेरहवीं में शामिल होकर अपने गांव लौट रही थी। शबाना के मुताबिक, मैक्स में करीब 35 लोग सवार थे।मौके पर डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल पहुंचे है। अधिकारियों ने हादसे के बारे में जानकारी ली। साथ ही गंभीर घायलों को उपचार के लिए अलीगढ़ रेफर कर दिया है। पुलिस-प्रशासन राहत बचाव में जुटा है।

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Sep 06 2024, 16:19

एसजीपीजीआई की एसोसिएट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करके दो करोड़ की ठगी करने वाले गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार
लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को एसजीपीजीआई की एसोसिएट प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट करके लगभग दो करोड़ रूपये की ठगी करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को जनपद लखनऊ से गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम हरिप्रिया प्रधान पत्नी भोलेष खमारी निवासी नागेन पल्ली नागेष्वर षिव मंदिर के पास, थाना टाउन, पोस्ट तोरा, बरगढ़, उड़ीसा, जितेन्द्र कुमार यादव पुत्र दषरथ लाल यादव नि0 83 सी/10 जेड ब्रिघू मार्ग, छोटा बघाड़ा, थाना कर्नलगंज, प्रयागराज, हितेष उर्फ ज्ञानचन्द्र पुत्र नगीना राम निवासी सोफीपुर जबानिया, थाना भुड़कुड़ा, गाजीपुर है।

पुलिस अधिकारी बनकर दो करोड़ रुपये खाते में करा लिया ट्रांसफर

विगत दिनों एसपीजीआई लखनऊ की एसोसिएट प्रोफेसर के मोबाइल पर किसी अज्ञात नम्बर से काल आया। जिस पर उनके द्वारा काल रिसीव करने पर कालर द्वारा स्वयं को सीबीआई मुम्बई का पुलिस अधिकारी बताकर कहा गया कि मनी लाड्रिंग का केस हुआ जिसमें आपके खाते का इस्तेमाल किया गया है। इसी तरह बात करके उनको प्रभाव मे लेते हुए बैंक व उनकी सारी डिटेल प्राप्त कर लिया गया। जिसके उपरान्त लगभग पांच दिन से अधिक समय तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया एवं उनके खाते से लगभग दो करोड़ से अधिक का पैसा अपने खाते में ट्रान्सफर कर लिया गया। ठगी का अहसास होने पर इनके द्वारा साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसी के बाद से इनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा था।

अधिकारी बताकर किसी न किसी बहाने डराने का करते थे काम

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पछूताछ में बताया कि हम लोगों का एक गिरोह है, जो लोगों के मोबाईल नम्बरों पर काल करके खुद को पुलिस/सीबीआई अधिकारी बताकर किसी न किसी बहाने से डराते-धमकाते है और उनकी व्यक्तिगत जानकारी लेकर उनके खाते से रूपये लेकर हम खुद से अरेंज करे हुए अलग- अलग लोगों के खातों में रूपये ट्रांस्फर करके उन रूपयों से हम लोग बायनेन्स ऐप पर पीटूपी के माध्यम से थर्ड पर्सन  के खातों में रूपये ट्रांसफर कर यूएसडीटी की ट्रेडिंग करते है। जिससे यह लोग यूएसडीटी आनलाइन खरीद कर आनलाइन ही बेच देते हैं। यदि उस यूएसडीटी को थर्ड पार्टी के माध्यम से बेचते हैं, तो उसके अच्छे दाम मिल जाते हैं। जिस कारण यह लोग अधिकतर थर्ड पार्टी ही बचेते हैं।

अन्य साथियों को गिरफ्तार करने में जुटी एसटीएफ

इस काम में यह लोग किसी न किसी से फ्राड करके लिए हुए पैसे सेे ही ट्रेडिंग करते है इसलिए यह लोग अपना एकाउण्ट इस्तेमाल न करक अलग-अलग लोगों को प्रलोभन देकर उनसे खाता खुलवाते है और उस खाते की किट (एटीएम, पासबुक, चेकबुक, रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर) अपने पास रख लेते हैं। जिससे कि ओटीपी व अन्य वेयरिफिकेशन में कोई समस्या न आय और पैसा आसानी से निकाला जा सके।  अभियुक्तों द्वारा बताये गये बैंक खाते, वालेट आदि की जानकारी व गिरोह के अन्य सदस्यो की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जोयेगा। उपराेक्त गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज किये जाने के बाद जेल भेज दिया गया।

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Sep 06 2024, 15:28

69 हजार शिक्षक भर्ती: अभ्यर्थियों ने मंत्री संजय निषाद का आवास घेरा
लखनऊ। हाईकोर्ट डबल बेंच का आदेश आने के बाद से लगातार 69 हजार शिक्षक भर्ती के अंतर्गत नियुक्ति की मांग को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी आंदोलनरत हैं। अभ्यर्थी रोजाना किसी न किसी मंत्री के आवास घेर रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के आवास का घेराव किया। यहां बड़ी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थी जोरदार नारेबाजी करते हुए हाईकोर्ट डबल बेंच के फैसले का पालन करने व नियुक्ति दिए जाने की मांग की।

किसी के आश्वासन से कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही

इससे पहले इन अभ्यर्थियों ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और राज्य कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के आवास का घेराव कर चुके हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि इन सभी मंत्री नेताओं ने अभी तक केवल आश्वासन दिया है किसी के आश्वासन से कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही।आंदोलन व धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि हम ओबीसी और एससी वर्ग के नेताओं और मंत्रियों के आवास का घेराव इसलिए भी कर रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कर इस मामले का समाधान कराये। हम सभी अभ्यर्थी पिछले चार साल से सड़कों पर भटक रहे हैं अब कोर्ट का फैसला आया है तो इसका पालन किया जाना चाहिए।

वर्ष 2018 में यह भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी

अमरेंद्र पटेल ने बताया कि वर्ष 2018 में यह भर्ती प्रक्रिया शुरू हुई थी। जब इसका परिणाम आया तो इसमें व्यापक स्तर पर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ अन्याय किया गया और उन्हें नौकरी देने से वंचित कर दिया गया। एक लंबे आंदोलन और न्यायिक प्रक्रिया से गुजरने के बाद बीते 13 अगस्त 2024 को लखनऊ हाई कोर्ट के डबल बेंच ने हम आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के हित में फैसला सुनाया है और नियमों का पालन करते हुए अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने का आदेश दिया है। लेकिन सरकार इस प्रकरण में हीला हवाली कर रही है हम चाहते हैं की सरकार जल्द से इस प्रकरण का समाधान करें और एक शेड्यूल जारी करके बताएं कि हम पीड़ितों की नियुक्ति कब की जा रही है।

पटेल ने कहा कि, कोर्ट ने 69 हजार शिक्षक भर्ती मूल चयन सूची रद्द करते हुए सरकार को तीन महीने के अंदर आरक्षण नियमों का पालन करते हुए नई सूची जारी करने का आदेश दिया है। लेकिन सरकार ने अभी तक कोई काम शुरू नहीं किया है केवल एक मीटिंग की है। हमारी मांग है कि सरकार हमारी चयन संबंधित प्रकिया का कार्यक्रम शेड्यूल जारी कर दे।

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Sep 06 2024, 13:02

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे की कार दुर्घटनाग्रस्त, बाल-बाल बचे

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे की कार एक सड़क हादसे में बाल-बाल बच गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब रायबरेली में अपनी ससुराल पिछ्वारा से लौटते समय उनकी कार में ट्रक ने टक्कर मार दी। हालांकि ग़नीमत रही कि केवल कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ। हादसे के बाद उपमुख्यमंत्री के बेटे योगेश मौर्य सुरक्षित अपने घर की ओर रवाना हो गए।

जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की देर शाम लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य की कार में ऊँचाहार से गुजरते समय टक्कर मार दी। घटना के बाद चालक मौके से ट्रक को लेकर फरार हो गया। घटना जगतपुर थाना क्षेत्र के पास की है। कार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य के साथ बहू अंजली व नातिन भी सवार थी। इस हादसे में योगेश मौर्य के साथ कार सवार बहू व नातिन सभी बाल-बाल बच गए हैं।

उल्लेखनीय है कि योगेश माैर्य अपनी ससुराल से पत्नी अंजली और बेटी को लेकर प्रयागराज की ओर जा रहे थे, तभी रास्ते में उनकी कार हादसे का शिकार हाे गई।माैके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें तत्काल जगतपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद सभी प्रयागराज के लिए रवाना हो गए। पुलिस का कहना है कि टक्कर मारने वाले ट्रक की तलाश की जा रही है।

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Sep 06 2024, 10:59

बाराबंकी में भीषण सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत, तीन की हालत गंभीर
लखनऊ/बाराबंकी। जिले के बड्डूपुर थाना क्षेत्र में देर रात एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। इस सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। अभी भी कई लोग गंभीर घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा। कुछ को ट्रामा सेंटर लखनऊ रेफर कर दिया गया है। हादसे की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार झा व पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह भारी लाव लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों की तत्परता से मदद कराने में जुटे रहे। यह सड़क हादसा इतना भयानक था कि पुलिस अधीक्षक ने देवा, कुर्सी, फतेहपुर, जहांगीराबाद, सतरिख समेत कई थानों की पुलिस जिला अस्पताल से लेकर घटना स्थल तक लगा दी थी।

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया गुरुवार की रात कुर्सी महमूदाबाद रोड पर थाना बड्डूपुर क्षेत्र के लखनऊ-महमूदाबाद मार्ग पर दो कारें व एक ऑटो रिक्शा में जोरदार भिड़ंत हो गई। इस हादसे में पांच लोगों के मरने की जानकारी मिली है। बताया कि जानकारी करने पर पता चला कि उमरा गांव निवासी 58 वर्षीय अजीज अहमद के सीतापुर जिले में महमूदाबाद क्षेत्र के रहने वाले एक रिश्तेदार का बृहस्पतिवार की शाम इंतकाल हो गया था। शाम को अजीज अहमद अपनी पत्नी सायरा बानो, वहिदून निशा, ताहिरा बानो, साबरीन और आठ माह की बच्ची अक्सा के साथ गांव के ही इरफान के आटो से महमूदाबाद के लिए निकले थे। जैसे ही वह इनैतरपुर के पास पहुंचे तभी सामने से आ रही एक कार ने आटो में जोरदार टक्कर मारते हुए दूसरी ओर से आ रही इमेज कार से टकराती हुईतालाब में जा गिरी।

टक्कर इतनी जोरदार थी आटो के परखच्चे उड़ गए। घटना के बाद चीख पुकार सुनकर गांव के लोग इकट्ठे हो गए। उन्होंने हादसे की जानकारी पुलिस को दी।मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तत्काल आसपास की सीएचसी भिजवाया। जहां दाे लोगों की मौत हो गई थी। वही गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने तीन अन्य लोगों को मृत घोषित कर दिया। घटना में कई अन्य घायलों की हालत गंभीर बनी हुई हैं। क्रेन मंगा कर तालाब से कार निकलवाई गई। देर रात का मामला था दिन होते ही पुलिस तालाब व आस पास घटना वाले स्थान पर देख रही है कि कहीं कोई घायल पड़ा तो नहीं है। फतेहपुर की क्षेत्राधिकारी डॉ बीनू सिंह कई थानों की फोर्स के साथ अभी भी मौके पर मौजूद हैं।फिलहाल पुलिस ने हादसे में मृत पांच शवाें काे पाेस्टमाटर्म के लिए भेजते हुए उनकी पहचान के आधार पर परिजनाें काे सूचना दी। घटना में अग्रिम कार्रवाई जारी

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Sep 06 2024, 10:31

महाराजा बिजली पासी, उदा देवी और टिकैत राय के बगैर लखनऊ का इतिहास अधूरा : राजनाथ सिंह
लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार नवलकांत सिन्हा की पुस्तक 'गुमनाम हिंदू राजा टिकट राय' का गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विमोचन किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु के साथ राजधानी लखनऊ से जुड़े पत्रकारिता जगत के नवभारत टाइम्स के संपादक सुधीर मिश्रा, हिंदुस्तान टाइम्स के संपादक प्रांशु मिश्रा, दैनिक जागरण के संपादक आशुतोष शुक्ला, संपादक प्रवीण कुमार समेत कई अन्य बड़े नाम उपस्थित रहे।

पुस्तक विमोचन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लोगों के साथ सहज संवाद हो, यह मेरी सोच रहती है। पांच दिन पहले मुझे इस कार्यक्रम के बारे में जानकारी हुई है। लखनऊ का सांसद हूं। यदि लखनऊ के बारे में, यहां की सख्शियत के बारे में और इतिहास के बारे में कोई कार्यक्रम हो और अगर मैं उसमें उपस्थित न रहूं तो अपराध बोध होता है। नवलकान्त सिन्हा जी ने यह पुस्तक लिखी है। सच कहूं तो आजकल मेरे पास किताब पढ़ने का समय नहीं है। यह दुर्भाग्य है। यह पुस्तक लखनऊ पर है। लखनऊ मेरे दिल के करीब है। मैं गाजियाबाद से सांसद था। अन्य राज्यों से भी मुझे चुनाव लड़ने को कहा गया था लेकिन मैंने लखनऊ को चुना। भाइयों किसी शहर को जानने के लिए वहां की संस्कृति के बारे में जानना जरूरी है।

अब तक लखनऊ पर लिखी गयी पुस्तकें नवाबों के इर्द गिर्द थी। लेकिन लखनऊ नवाबों के अलावा भी है, यह जानना जरूरी है। वह केवल एक हिस्सा था। महाराजा बिजली पासी, उदा देवी और टिकैत राय के बगैर अधूरा है। यह किताब उस मिथक को तोड़ती है। यह किताब लखनऊ के दूसरे पक्ष के बारे में बताएगी। पत्रकार व्यंग्यकार के बाद नवलकान्त ने इतिहास में भी हाथ आजमाना शुरू किया है। इस पुस्तक में लखनऊ के बारे में चर्चा हुई है। इस शहर की प्रगति के नायकों में बहुत से गुमनाम चेहरे हैं। ऐसे ही हिन्दू राजा टिकैत राय हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा कि उन्होंने हिन्दू मंदिरों का निर्माण कराया। विद्यालयों की स्थापना की। राजा टिकैत राय सर्व धर्म समभाव पर भरोसा करते थे। यानी उस समय में भी वह सबका साथ सबका विकास करते थे। आम जन को जल उपलब्ध कराया गया था। उनके द्वारा बनवाये गए तालाब इस बात की गवाही देते हैं। उनके द्वारा बनवाये गए बाजार इस बात की तस्दीक करते हैं कि किसान प्रधान देश में बाजार की भी आवश्यकता होती है। स्पष्ट करना चाहता हूं कि इस दानवीर के बिना लखनऊ का इतिहास अधूरा है। उन्होंने देश मे 100 शिव मंदिर बनवाये। अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर के निर्माण में भी उनका योगदान रहा है।

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Sep 06 2024, 10:30

बिजनेस और सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स में टॉप अचीवर स्टेट बना उत्तर प्रदेश

लखनऊ। प्रदेश में उद्योगों और उद्यमियों को बढ़ावा दे रही योगी सरकार को उसकी उत्कृष्ट नीतियों और प्रयासों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला है। भारत सरकार के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (डीपीआईटी) ने उत्तर प्रदेश को बिजनेस रिफॉर्म्स एक्शन प्लान 22 (BRAP 22) के तहत टॉप अचीवर स्टेट के अवॉर्ड से सम्मानित किया है।

गुरुवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को यह अवार्ड प्रदान किया। उत्तर प्रदेश को यह अवार्ड दो बिजनेस सेंट्रिक और एक सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स के लिए प्रदान किया गया है। बिजनेस रिफॉर्म्स में सेक्टोरल लाइसेंस के लिए ऑनलाइन सिंगल विंडो सिस्टम, लैंड एडमिनिस्ट्रेशन और बिजनेस के लिए लैंड और प्रॉपर्टी ट्रांसफर जैसी सुविधाएं शामिल हैं तो सिटीजन सेंट्रिक रिफॉर्म्स में बिजनेस के लिए यूटिलिटी परमिट प्राप्त करना, कंस्ट्रक्शन परमिट इनेबलर और इंस्पेक्शन इनेबलर्स जैसी सुविधाएं सम्मिलित हैं।

गुरुवार को देश की राजधानी दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग भारत सरकार द्वारा आयोजित उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश को दोनों क्षेत्रों में टॉप अचीवर राज्य घोषित किया गया। समागम में उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर औद्योगिक नीति एवं विकासोन्मुखी योजनाओं की वजह से देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश में व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसी बदलाव का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर राज्य बन गया है। मंत्री नंदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में अपने सर्वोत्तम योगदान हेतु प्रतिबद्ध हैं।

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Sep 06 2024, 10:29

अखिलेश यादव से पेरिस ओलम्पिक 2024 के रेसलिंग में कांस्य पदक विजेता अमन सेहरावत ने भेंट की
लखनऊ। समाजवादी पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बुधवार को पेरिस ओलम्पिक 2024 के रेसलिंग में कांस्य पदक विजेता अमन सेहरावत ने भेंट की और उनका आशीर्वाद लिया।

अखिलेश यादव ने अमन सेहरावत को बधाई देते हुए कहा कि खेलकूद को प्रोत्साहन देने पर ही खेल प्रतियोगिताओं में भारत नम्बर एक पर पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा खेलकूद को बढ़ावा और सम्मान दिया। समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताजी मुलायम सिंह यादव स्वयं भी कुश्ती के नामी पहलवान थे। उन्होंने और समाजवादी सरकारों ने खेलकूद को प्राथमिकता दी। कई खिलाड़ियों को यशभारती से सम्मानित करके उनका मान बढ़ाया।

उन्होंने बताया कि समाजवादी सरकार में प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं को नकद धनराशि के साथ सरकारी नौकरी में भी वरीयता दी गई थी। समाजवादी सरकार में ही इकाना अन्तररराष्ट्रीय स्टेडियम राजधानी में बनाया गया। सैफई में मास्टर चंदगीराम के नाम से स्टेडियम बनाया गया। जिलों में भी स्टेडियम बनाये गये तथा ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को भी बढ़ावा दिया गया था।

अमन सेहरावत 21 वर्ष के ओलम्पिक के युवा खिलाड़ी है। वे हरियाणा के झज्जर क्षेत्र के गांव बिहरोड के निवासी है और साधारण किसान परिवार से है। अमन सेहरावत के साथ सागर पहलवान, संदीप सेहरावत, अर्जुन सेहरवत, खाप के प्रदेश प्रधान तथा राजीव शर्मा ने भी अखिलेश यादव से भेंट की। इस अवसर पर सपा के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद रहे।

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Sep 05 2024, 15:40

आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से किसानों को सशक्त बना रही योगी सरकार
लखनऊ। किसानों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उनकी कृषि संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए योगी सरकार अनेक कदम उठा रही है। इसी क्रम में योगी सरकार ने गुरुवार को इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (आईएफसी) के सहयोग से और यूरोपीय यूनियन के ACSIIS कार्यक्रम एवं गूगल के साथ साझेदारी में, एग-टेक स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन का उद्देश्य कृषि को आधुनिक बनाने वाली पहलों का प्रदर्शन करना और राज्य में कृषि के भविष्य पर चर्चा करना है।

उल्लेखनीय है कि एग-टेक स्टार्ट-अप समिट एक ऐसा मंच प्रदान करता है जिसमें देश भर के 25 से अधिक एग टेक्स, नीति निर्माता, निवेशक, शिक्षा जगत के प्रतिनिधि और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे पारिस्थितिकी तंत्र निर्माताओं के साथ मिलकर, कृषि आय और स्थिरता को बढ़ाने के लिए अनुकूलित प्रौद्योगिकियों और समाधानों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

किसानों की समस्या का होगा समाधान

होटल ताज में आयोजित एगटेक स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन-2024 में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने विजन डॉक्यूमेंट फ़ॉर एगटेक का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए कृषि का पावर हाउस है। कृषि को प्रभावित करने वाली दो महत्वपूर्ण चीजें हैं, वेदर और प्राइसिंग। इन दोनों से किसानों और कृषि को निजात दिलाने के लिए आईएफसी और वर्ल्ड बैंक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

इस युग में टेक्नोलॉजी और डिजिटल तकनीक का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। कृषि विभाग और उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत कुछ वर्षों से इस इनीशिएटिव को आगे बढ़ाया है। इसमें किसानों के जीवन के साथ-साथ कृषि में सकारात्मक बदलाव करने की क्षमता है। एगटेक इसमें मददगार होगा। यह किसानों की तमाम तरह की समस्याओं का समाधान करेगा, जैसे किसानों को कम पैसे में पूरा क्रेडिट मिल जाए। प्रत्येक किसान को उसके उत्पादन की अधिक से अधिक कीमत मिले।

प्राइवेट सेक्टर के साथ साझेदारी पर फोकस

इस दौरान कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका गर्ग ने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप किसानों की आय को दोगुना करने का प्रयास कर रही है। इस क्रम में उत्तर प्रदेश पहले ही एग्रीस्टैक के साथ डिजिटल कृषि के क्षेत्र में प्रवेश कर चुका है। भारत सरकार ने डिजिटल कृषि को लेकर सॉइल हेल्थ टेस्टिंग समेत कई प्रस्तावों की घोषणा की है। इसको देखते हुए हम प्राइवेट सेक्टर के साथ और अधिक साझेदारी पर फोकस कर रहे हैं। आईएफसी की कंट्री मैनेजर भारत एवं मालदीव वेंडी वर्नर ने कहा कि उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर के क्षेत्र में काफी अच्छा कर रहा है और इसमें काफी पोटेंशियल है।

हम यह सुनिश्चित करने के लिए यूपी में एक साथ काम कर रहे हैं कि प्राइवेट सेक्टर इनोवेटिव सॉल्यूशंस का एक महत्वपूर्ण माध्यम हो सकता है। हमने भारत में करीब 9 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। मालूम हो कि सम्मेलन में स्टार्टअप्स की एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें बुआई से लेकर कटाई के बाद के समाधान और नवाचारी बाजार तक पहुंच के समाधान शामिल होंगे।