हरियाणा मॉब लिंचिंग,बीफ खाने के शक में मजदूरों की पिटाई: एक की मौत, एक घायल,7 लोगो को किया गिरफ्तार

हरियाणा के चरखी दादरी में बीफ खाने के शक में दो प्रवासी मजदूरों की बेरहमी से पिटाई कर दी गई. इनमें से एक की मौत हो गई जबकि एक बुरी तरह घायल हो गया. हरियाणा पुलिस ने घटना में शामिल सात लोगों को अरेस्ट कर लिया है. इनमें से तीन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. बाकी पुलिस रिमांड पर हैं. सभी से पूछताछ की जा रही है.

पुलिस ने प्रतिबंधित मांस के सैंपल को टेस्ट के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में भेज दिया. यह पूरी घटना 27 अगस्त की है. बाढड़ा के डीएसपी भरत भूषण ने इस पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 27 अगस्त को हमें सूचना मिली थी कि हंसावास खुर्द गांव की झुग्गियों में कुछ लोग प्रतिबंधित मांस खा रहे हैं. वहां पर उस संस्था के लोग भी शामिल थे, जिन्होंने शिकायत की थी.

मांस के सैंपल को पुलिस ने FSL लैब भेजा

हमने वहां जाकर खाए जा रहे मांस का सैंपल लिया और उसे टेस्ट के लिए एफएसएल लैब में भेज दिया है. अगली कार्यवाही लैब रिपोर्ट पर निर्भर करेगी. डीएसपी ने बताया कि इस सब के बीच शक के आधार पर शिकायतकर्ताओं ने अन्य झुग्गियों में जाकर दो लोगों का किडनैप कर उनकी पिटाई की, जिस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई और दूसरा घायल है.

अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी

उन्होंने आगे बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से 3 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और 4 पुलिस रिमांड पर हैं. पूछताछ जारी है और अगर अन्य नाम सामने आते हैं, तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा. पीड़ित पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना का रहने वाला है और यहां कूड़ा बीनने का काम करता था.

एसएसबी और राज्य पुलिस की

एक-एक कंपनी यहां तैनात की गई है. हम सोशल मीडिया पोस्ट पर भी लगातार नजर रख रहे हैं. हालांकि, अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि व्यक्ति ने मांस खाया था या फिर उसकी हत्या केवल शक के आधार पर की गई.

मॉब लिंचिंग ठीक नहीं- CM सैनी

हरियाणा बीफ केस को लेकर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि मॉब लिंचिंग जैसी बातें ठीक नहीं हैं. हमने गोमाता के संरक्षण के लिए विधानसभा के अंदर भी कड़ा कानून बनाया है. गोमाता पर कोई समझौता नहीं है. गांव के अंदर गोमाता के लिए इतनी श्रद्धा है कि अगर उनको पता चल जाए कि इस प्रकार का ये हालात कर रहे हैं, तो वो गांव के लोग हैं, इनको कौन रोकता है, फिर उसके अंदर क्या हुआ क्या नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. ये घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं.

क्या है पूरा मामला?

चरखी दादरी जिले के बाढड़ा गांव में 27 अगस्त को गोरक्षा दल के लोगों ने दो प्रवासी मजदूरों की लाठी और डंडों से जमकर पिटाई की थी. इस हमले में पश्चिम बंगाल के रहने वाले साबिर मलिक की मौत हो गई और दूसरा मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया था. आरोप लगाया गया कि दोनों मजदूरों ने बीफ खाया किया है. जिन सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उसमें दो नाबालिग हैं.

आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का कहर,विजयवाड़ा और गुंटूर में बारिश के कारण भूस्खलन में 7 लोगों की मौत, मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान

आंध्र प्रदेश में बारिश का कहर जारी है. बारिश और भूस्खलन के कारण गुंटूर और विजयवायड़ा में कुल सात लोगों की मौत हो गई है. विजयवाड़ा के मोगालीपुरम में भूस्खलन के कारण 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि गुंटूर में तीन लोगों की मौत हुई है. आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों, खासकर गुंटूर और विजयवाड़ा में बारिश के कारण भूस्खलन हुआ और सड़कें जलमग्न हो गई हैं. इससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.

शहर में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण कई घरों पर पत्थर टूटकर गिरे, जिससे कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. भूस्खलन में मृतकों की पहचान मेघना, अन्नपूर्णा, बोलेम लक्ष्मी और लालू के रूप में हुई है.

बारिश के कारण विजयवाड़ा बस स्टैंड जलमग्न हो गई है. इस कारण पंडित नेहरू बस स्टैंड पर कई बसें बारिश के पानी में डूब गईं. इससे यातायात भी प्रभावित हुआ है.

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने के साथ ही सरकारी मदद का आश्वासन दिया.

गुंटूर पानी में बह गये तीन लोग

गुंटूर जिले के उप्पलापाडु गांव में बाढ़ के पानी में एक कार बह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई. मृतकों में राघवेंद्र नामक एक शिक्षक और दो छात्र सात्विक, माणिक शामिल हैं.

दुखद घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री नारा लोकेश ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता करेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें इस खबर से गहरा सदमा लगा कि इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई. मूसलाधार बारिश के क गुंटूर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. पानी के तेज बहाव में कार बह गया. एर्राबलम के शिक्षक राघवेंद्र राव, उप्पलापाडु के छात्र सौरीश बाबू और मनविक की मौत हो गई.

मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

दूसरी ओर, पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी पर बना गंभीर दबाव उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर तूफान में बदल गया है. यह पिछले तीन घंटों के दौरान उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट पर 10 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है.

शनिवार आधी रात को इसके उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों के बीच विशाखापत्तनम गोपालपुर के बीच कलिंगपट्टनम के पास तट को पार करने, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ने की संभावना है. औसत समुद्र तल पर मॉनसून ट्रफ अब उत्तर-पूर्व से सटे उत्तर-पश्चिम अरब सागर के चक्रवाती केंद्र से लेकर नलिया, मालेगांव, ब्रह्मपुरी, जगदलपुर, कलिंगपट्टनम, पश्चिम मध्य और निकटवर्ती उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के चक्रवात केंद्र तक फैली हुई है. इससे इलाके में भारी बारिश की संभावना है.

बिहार में एनआईए की माओवादी पर बड़ी कार्रवाई,बरामद किए आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण और गोला-बारूद

नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी ने प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है.

एजेंसी ने इस दौरान बिहार के दो जिलों के सात जगहों पर बड़ी छापेमारी की. इसमें एनआईए को कई आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण, दस्तावेज और गोला-बारूद बरामद हुए.

एनआईए ने आधिकरिक बयान में बतााया गया कि सभी उपकरणों को जब्त कर लिया गया है.

एनआईए ने बताया कि भाकपा (माओवादी) के दो प्रमुख नेताओं विजय कुमार आर्य और उमेश चौधरी की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में शुक्रवार को कैमूर जिले के पांच और रोहतास जिले के दो स्थानों पर छापेमारी की गई थी.

दोनों नेताओं को अप्रैल 2022 में रोहतास से पकड़ा गया था और उस समय आर्य के पास से लेवी रसीदें, पर्चे और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए थे.

एनआईए ने दायर किया आरोप पत्र

आर्य और चौधरी के अलावा तीन आरोपी अनिल यादव उर्फ ​​अनिल व्यास, राजेश कुमार गुप्ता और रूपेश कुमार सिंह इस समय न्यायिक हिरासत में हैं. एनआईए ने इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर किया है. इसके अलावा एनआईए ने बयान में कहा कि शुक्रवार की छापेमारी के दौरान मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड, डिजिटल उपकरण, कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज, डायरियां तथा गोला-बारूद जब्त किए गए हैं.

चुनाव के पहले बड़ी कार्रवाई

इसमें कहा गया कि भाकपा (माओवादी) कैडर ने भर्ती और लेवी संग्रह के माध्यम से संगठन को पुनर्जीवित करने के लिए काम करने के बारे में सूचना जुटाने की खातिर उपकरणों और दस्तावेजों की जांच जारी है. बिहार चुनाव से पहले इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि आने वाले बिहार चुनाव में इस तरह के संगठन माहौल को बिगाड़ सकते हैं, और चुनाव में अराजकता भी फैला सकते हैं.

मणिपुर में हिंसा जारी, बीजेपी नेता के घर पर हमला

मणिपुर में दंगो की आग अभी तक शांत नही हुई है. बीजेपी नेता माइकल लामजाथनांग घर को एक बार फिर से अज्ञात हमालवरों ने हमला किया. बीजेपी नेता के माता पिता के घर के साथ ही बदमाशों ने एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया. इस मामले पर पुलिस ने बताया कि 20 से ज्यादा बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया है. इस मामले पर सीएम एन बीरेन सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट भी किया.

उन्होंने कहा, ‘माइकल लामजाथांग के माता-पिता के घर पर आज तीसरी बार आगजनी हुई है. मैं इस की घटना की कड़ी निंदा करता हूँ. शांति रैलियों की आड़ में हमारे लोगों को बार-बार निशाना बनाना, ये एक बेहद परेशान करने वाली प्रवृत्ति है. उकसावे की ऐसी हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.

मुख्यमंत्री ने आगे लिखा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाए. इसके अलावा, संभावित खतरों की पहले से चेतावनी के बावजूद पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए.’ माना जा रहा मुख्यमंत्री के इस एक्स पर पोस्ट से पुलिस ज्यादा हरकत में आएगी. इससे पहले भी भाजपा प्रवक्ता पर के घर पर हमले हो चुके हैं, हालांकि उन जांच में अभी तक पुलिस को बड़ा सुराग नहीं मिला है.

क्यों हुआ हमला?

चुराचांदपुर जिले के पेनियल गांव में लामजाथांग के घर पर पिछले हफ्ते भी एक बड़ा हमला किया गया था. उस समय 30 से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने इनके इस गांव वाले पर कई राउंड फायरिंग की थी. इसके साथ ही घर से जुड़ी संपत्तियों के कुछ हिस्सों में आग लगा दी. ये हमला इसलिए किया गया था क्यों कि लामजाथांग ने कुकी वर्चस्व और उसके एजेंडे पर एक टीवी डिबेट में कुछ बोला था. इस चर्चा के बाद के कुछ घंटों बाद ही उनके घर पर हमला हुआ था

दिल्ली के भारत मंडपम में जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन,डीवाई चंद्रचूड़ ने अहम चीजों पर डाली रोशनी

सुप्रीम कोर्ट के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर जिला न्यायपालिका के राष्ट्रीय सम्मेलन में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, केरल न्यायपालिका में 72 प्रतिशत न्यायिक अधिकारी महिलाएं हैं. उन्होंने कहा, केरल आशाजनक तस्वीर पेश करता है.

दिल्ली के भारत मंडपम में शनिवार को इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. डीवाई चंद्रचूड़ इस सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं, साथ ही इस सम्मेलन में कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी शामिल हुए.

महिलाओं की बढ़ रही संख्या

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में जिला अदालतों में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है, केरल इसमें सबसे आगे रहा है, जहां 72 प्रतिशत न्यायाधीश महिलाएं हैं. महिलाओं की न्यायपालिका में बढ़ती भागीदारी को सीजेआई ने भविष्य की एक आशाजनक न्यायपालिका की तस्वीर करार दिया.

उन्होंने कहा, साल 2023 में राजस्थान में सिविल जजों की कुल भर्ती में 58% महिलाएं थीं. राजधानी दिल्ली में नियुक्त न्यायिक अधिकारियों में 66% महिलाएं थीं, उत्तर प्रदेश में साल 2022 में सिविल जज (जूनियर डिवीजन) के लिए नियुक्तियों में 54% महिलाएं थीं, केरल में न्यायिक अधिकारियों की कुल संख्या में से 72% है.

CJI ने बताया कैसे न्यायिक ढांचा होगा मजबूत

सीजेआई ने कहा कि ग्रामीण अदालत की एक युवा महिला जिला न्यायाधीश ने हाल ही में उनसे अपने अनुभव साझा किए, महिला जज ने सीजेआई को बताया कि बार के बाकी सारे जज को जितना सम्मान दिया जाता हैं उतना युवा महिला जज को नहीं दिया जाता. इस बात को सामने रखते हुए सीजेआई ने कहा, ऐसा लगता है कि महिला जज को जो सम्मान नहीं दिया जा रहा है उसकी वजह उनकी उम्र और जेंडर है, जोकि गलत है. ऐसे उदाहरण निराशाजनक हो सकते हैं. ऐसे समय में अपने युवा सहयोगियों को आपको समर्थन करना चाहिए जोकि न्यायिक संस्थान के ढांचे को मजबूत करेगा.

जिला अदालत काफी अहम

जिला अदालतों की जिम्मेदारी पर सीजेआई ने कहा कि कई नागरिक वकीलों का खर्च उठाने में असमर्थ हैं. उनमें वैधानिक अधिकारों के बारे में जागरूकता की कमी है और अदालतों तक पहुंचने में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं. ऐसे में जिला अदालत के न्यायधीश इन लोगों की मदद करते हैं, इनके अधिकारों की रक्षा करते हैं. सीजेआई ने कहा, हमारे काम की कामयाबी इसी में है कि नागरिक क्या सोचते हैं, वहीं तय करते हैं कि उन्हें हम पर भरोसा है या नहीं और समाज के प्रति हमारी अपनी जवाबदेही की यहीं परीक्षा होती है.

सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा, जिला न्यायपालिका को एक जबरदस्त जिम्मेदारी निभाने के लिए गठित किया गया था और इसे ‘न्यायपालिका की रीढ़’ माना जाता है. साथ ही उन्होंने जोर दिया कि जिला न्यायपालिका का काफी महत्व है और इन्हें सुबोर्डिनटे जूडिशीएरी (Subordinate Judiciary) नहीं कहा जाना चाहिए.

जिला अदालत कानून का बुनियादी ढांचा

सीजेआई ने न्यायपालिका के महत्व को सामने रखते हुए कहा, जिला अदालत कानून के बुनियादी ढांचे के विकास की देखरेख करते हैं, वे अपने काम के दौरान पैरालीगल, कानूनी सहायता समितियों और लोक अदालतों के साथ काम करते हैं. सीजेआई ने जिला अदालतों के जजों से कहा कि युवा वकील, जो सीधे यूनिवर्सिटी से कोर्ट में आते हैं और अपने सफर की शुरुआत करते हैं उन्हें जिला अदालतों के जज गाइड करें.

सोशल मीडिया पर किडनी क्यों बेचा रहे है लोग,फेसबुक ने उठाया ये बड़ा कदम

म्यांमार में आलम यह है कि लोग खुद की किडनी (Kidney) तक बेचने को मजबूर हैं. किडनी बेचने के लिए वे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं. 'सीएनएन' की रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार के लोग सोशल मीडिया पर किडनी बेचने से जुड़े पोस्ट कर रहे हैं. पोस्ट में वे ब्लड ग्रुप तक बता रहे हैं और खरीदारों से मैसेज की अपील कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो इस तरह के मैसेज भी किए जिनमें कहा गया, "मेरा ब्लड टाइप O है, प्लीज DM (डायरेक्ट मैसेज) करें."

मीडिया रिपोर्ट के जरिए किडनी की पेशकश करने वाले कई लोगों का पता चला है. खबर के मुताबिक, म्यांमार के तीन लोगों ने हाल ही में एक फेसबुक ग्रुप पर अंग बेचने की पेशकश की और इस बारे में उन्होंने अंग व्यापार में शामिल करीब दो दर्जन लोगों से भी बात की. किडनी डोनर से बात करने वाले ये लोग खरीदार और एजेंट बताए जा रहे हैं.

फेसबुक ने बड़ा कदम उठाते हुए इस उस ग्रुप को हटा दिया है जिसको अंग बेचने की पेशकश की गई थी. फेसबुक की ओर से कहा गया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ऐसी सामग्री की अनुमति नहीं देता जिसमें मानव शरीर के अंगों को खरीदा या बेचा जाए. इसके साथ ही फेसबुक ने इसे नियमों का उल्लंघन बताते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही है.

हुआ बड़ा खुलासा

जानकारी दी गई कि इस ऑनलाइन अंग व्यापार ग्रुप में विक्रेता, बिचौलियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. बिचौलियों के भी इसमें काफी एक्टिव होने की बात कही जा रही है. बिचौलियों का काम डोनर को रिसीवर से मिलाना है और उसके बाद इस पूरे प्रोसेस के जरूरी डॉक्यूमेंटस बनाने के साथ ही सर्जरी की व्यवस्था करना भी बताया गया.

अली अब्बास जफर की यशराज फिल्म्स के साथ वापसी

सलमान खान, कटरीना कैफ, रणवीर सिंह जैसे और भी कई बड़े स्टार के साथ सुपरहिट फिल्में देने वाले फेमस फिल्ममेकर अली अब्बास जफर एक बार फिर यशराज फिल्म के साथ वापसी करने जा रहे हैं.

अली ने इसी प्रोडक्शन हाउस से अपनी पहली चार फिल्मों का डायरेक्शन किया था, जिसमें से सबसे पहली फिल्म 2011 में आई थी.

सोर्स के मुताबिक, अली अब्बास यशराज फिल्म के साथ कोलैबोरेशन करने के साथ ही 1, 2 नहीं बल्कि कई फिल्में करने वाले हैं. इस कोलैबोरेशन का लोगों को बेसब्री से इंतजार है. YRF के बैनर तले अली अब्बास ने कई हिट फिल्में दी हैं, जिसमें से सबसे पहली फिल्म साल 2011 में आई ‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ थी, जो कि रोमांटिक-कॉमेडी थी. इस फिल्म में कटरीना कैफ, इमरान खान और अली जफर लीड रोल में थे. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही.

‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ से की शुरुआत

‘मेरे ब्रदर की दुल्हन’ की सक्सेस के बाद ही उन्होंने अपने दूसरे प्रोजेक्ट में हाथ लगाया जो कि ‘गुंडे’ थी. ये एक एक्शन फिल्म थी, जो कि साल 2014 में आई थी. इस फिल्म में रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, इरफान खान और प्रियंका चोपड़ा शामिल थे. ‘गुंडे’ भी एक सक्सेसफुल फिल्म साबित हुई. दो फिल्मों के लगातार हिट होने के बाद अली ने YRF के साथ मिल बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. अली के डायरेक्शन में ही फिल्म ‘सुल्तान’ आई, जिसकी सक्सेस से हर कोई वाकिफ है. सलमान खान और अनुष्का शर्मा के लीड रोल के साथ इस रेस्लिंग ड्रामा को ऑडियंस ने काफी पसंद किया. फिल्म के साथ ही साथ इसके गाने भी हिट थे. ये फिल्म 2016 में आई थी, ये फिल्म YRF स्टूडियो की सबसे बड़ी फिल्म साबित हुई. इसने दुनियाभर से 600 करोड़ से ज़्यादा की कमाई की थीं

YRF के बैनर के बाहर बनी ‘भारत’

बड़ी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ ही अली ने YRF की सबसे पॉपुलर स्पाई यूनिवर्स फ्रेंचाइजी के दूसरे पार्ट पर काम किया, जिसका नाम ‘टाइगर जिंदा है’ था. इस फिल्म में सलमान और कटरीना कैफ लीड रोल में थे, फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई भी की. ‘टाइगर जिंदा है’, YRF के बैनर के साथ अली की आखिरी फिल्म थी. YRF के बैनर के बाहर अली के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म सलमान खान और कटरीना कैफ स्टारर ‘भारत’ थी, जो कि साल 2019 में आई थी. ये फिल्म यूं जे-क्यू की बनाई साउथ कोरिया की फिल्म ‘ओड टू माई फादर’ पर बनाई गई थी. ये फिल्म भी एक सक्सेसफुल फिल्म थी. ‘भारत’ का प्रोडक्शन सलमान खान फिल्म्स, रील लाइफ प्रोडक्शन और टी-सीरीज के बैनर तले बनी थी.

वेब सीरीज में भी किया है काम

अली ने वेब सीरीज पर भी काम किया है, जो कि ‘तांडव’ थी. साल 2021 में आई इस सीरीज में सैफ अली खान लीड रोल में थे. ‘तांडव’ के कुछ हिस्सों ने एक संगठन को ऑफेंड कर दिया. प्राइम वीडियो ने तुरंत ही उस सीन को सीरीज से हटा दिया और बाद में अली जफर को लोगों से माफी भी मांगनी पड़ी. साल 2022 में उन्होंने नेटफ्लिक्स ड्रामा ‘जोगी’ पर काम किया, जिसमें दिलजीत दोसांज थे. अली ने पिछले साल ही एक एक्शन थ्रिलर भी बनाई, जिसका नाम ‘ब्लडी डैडी’ था, ये फ्रेंच फिल्म ‘Sleepless Nights’ का रीमेक है. इसमें शाहिद कपूर शामिल थे. ‘ब्लडी डैडी’ का प्रोडक्शन जियो ने किया.

प्रोजेक्ट्स का बेसब्री से इंतजार

अली की हालिया फिल्म अक्षय कुमार और टाइगर श्रॉफ स्टारर बड़ी बजट की एक्शन फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ थी, जिसे दर्शकों ने ज्यादा पसंद नहीं किया. ये फिल्म इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई थी. अली अब्बास का वापस से YRF के साथ काम करना काफी दिलचस्प साबित होने वाला है.

हालांकि अभी तक ये नहीं पता चला है कि दोनों किस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले हैं, लेकिन आने वाली उनकी फिल्मों को देखना काफी मजेदार होने वाला है.

अमेरिका और साउथ कोरिया में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि, भारत में भी सावधानी बरतने की जरूरत"

भारत में एक बार फिर कोविड-19 दस्तक देने वाला है, जिसके संकेत मिलने शुरू हो गए हैं. देश ने 2020-21 तक कोविड महामारी का सामना किया था, जिसके बाद अब एक बार फिर कोविड-19 की आहट सुनाई दे रही है. दरअसल, पूरी दुनिया में अमेरिका से लेकर साउथ कोरिया तक कोविड के केस सामने आने शुरू हो गए हैं.

इसी बीच नोएडा में शिव नाडर यूनिवर्सिटी के वायरोलॉजिस्ट प्रोफेसर दीपक सहगल ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, भारत में भी एक बार फिर कोविड-19 दाखिल हो सकता है, जिसके लिए अभी से सावधानी बरतनी शुरू कर देनी चाहिए.

अमेरिका में कोविड केस में बढ़ोतरी

अमेरिका में कोविड केस की तादाद में इजाफा हो रहा है, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुमान के मुताबिक, देश के 25 राज्यों में कोविड संक्रमण बढ़ रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के अस्पताल में इस समय 4 हजार से ज्यादा लोग भर्ती हैं. साथ ही साउथ कोरिया में भी बड़ी संख्या में कोविड के केस देखे जा रहे हैं.

WHO की रिपोर्ट के मुताबिक 24 जून से 21 जुलाई के बीच 85 देशों में हर हफ्ते SARS-CoV-2 के लिए औसतन 17,358 कोविड टेस्ट किए गए.

भारत में कितने कोविड केस?

भारत में फिलहाल कितने एक्टिव केस सामने आए हैं, इस पर WHO ने रिपोर्ट पेश की है, जिसके मुताबिक, भारत में जून से जुलाई के बीच 908 कोविड के मामले सामने आए, साथ ही इस बीच 2 लोगों की मौत भी दर्ज की गई. प्रोफेसर दीपक सहगल ने बताया, भारत में हालात अन्य देशों की तरह गंभीर नहीं है, लेकिन हमें कोविड-19 के कहर के लिए तैयार रहने की जरूरत है.दीपक सहगल ने कहा, वायरस एक बार फिर से सामने आ रहा है, WHO ने बताया कि दुनिया में इस वायरस से लगभग 26 प्रतिशत मौतें हुई हैं और 11 प्रतिशत की कोविड केस में बढ़ोतरी हुई.

स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट आई सामने

इस बार जिस कोविड का कहर सामने आया है वो KP वेरिएंट से संचालित होता है – जो ओमिक्रॉन से संबंधित है. जनवरी में ओमिक्रॉन पहली बार विश्व स्तर पर पहचाना गया. भारत में, KP.2 का पहली बार दिसंबर 2023 में ओडिशा में पता चला था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड से पता चला कि भारत के कई राज्यों में 279 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, साथ ही कोविड मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. असम, नई दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोविड संक्रमण में इजाफा देखा जा रहा है.

स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने क्या कहा?

हालांकि, कोविड के एक बार फिर दस्तक देने के बाद भी हालात सामान्य है. स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने जुलाई में संसद में बताया कि देश में हालात सामान्य है और अभी अस्पताल में कोविड केस की बढ़ोतरी नहीं देखी गई है. सहगल ने कहा, “सरकार ने निगरानी बढ़ा दी है. साथ ही देश में आबादी के हिसाब से उचित मात्रा में कोविड-19 के टीके भी मौजूद हैं. सहगल ने कहा, बूस्टर वैक्सीन की खुराक इसमें मदद करेगी.

किसान आंदोलन के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर रॉबर्ट वाड्रा ने कंगना रनौत पर साधा निशाना,कहा संसद में रहने के लायक नहीं

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाद्रा ने किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर टिप्पणी के लिए बीजेपी सांसद कंगना रनौत पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कंगना संसद में रहने के लायक नहीं हैं. पत्रकारों से बातचीत में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि कंगना एक महिला हैं. मैं उनका सम्मान करता हूं. लेकिन मुझे लगता है कि वह संसद में रहने के लायक नहीं हैं.

उन्होंने आगे कहा कि वह (कंगना) शिक्षित नहीं हैं. मुझे लगता है कि वह लोगों के बारे में नहीं सोचतीं. वह सिर्फ अपने बारे में सोचती हैं. उन्हें महिलाओं के बारे में सोचना चाहिए. मेरी अपील है कि पूरा देश एक साथ आए और महिला सुरक्षा के मुद्दे पर आगे बढ़े. रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है और सभी राजनीतिक दलों को इसके समाधान के लिए एक साथ आना चाहिए.

हिमाचल प्रदेश की मंडी से लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान आंदोलन में लंबी प्लानिंग थी. इस दौरान भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी, लेकिन देश के मजबूत नेतृत्व के कारण ऐसा नहीं हुआ. किसान आंदोलन में प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैलाई गई. कंगना ने कहा कि वहां रेप हो रहे थे, लोगों को मारकर लटकाया जा रहा था.

कंगना के इस बयान को लेकर जमकर बवाल हुआ. कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी सांसदों ने कंगना की इस टिप्पणी पर बीजेपी पर जमकर हमला बोला. किसानों पर टिप्पणी करने के बाद कंगना ने जातीय जनगणना को भी बयान दिया था.

जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए- कंगना

उन्होंने कहा था कि देश में जातीय जनगणना नहीं होनी चाहिए. बीजेपी सांसद के इस बयान से भी मामला गरम हो गया था. पिछले दिनों इन्हीं मुद्दों को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. जानकारी के मुताबिक, इस मुलाकात में नड्डा ने कंगना को नीतिगत मुद्दों पर न बोलने की नसीहत दी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन वंदे भारत ट्रेनों को दिखाएंगे हरी झंडी,जानिए रूट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी. पीएमओ की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीनों वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे. अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस तीन रूटों पर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी. ये ट्रेनें उत्तर प्रदेश में मेरठ से लखनऊ, कर्नाटक में मदुरै से बेंगलुरु और तमिलनाडु में चेन्नई से नागरकोइल के बीच चलेंगी.

मेरठ सिटी से उत्तर प्रदेश में लखनऊ तक वंदे भारत से यात्रियों को दोनों शहरों के बीच मौजूदा सबसे तेज ट्रेन की तुलना में करीब 1 घंटे की बचत होगी. इसी तरह, चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत ट्रेन 2 घंटे से कुछ अधिक और मदुरै-बेंगलुरु वंदे भारत ट्रेन लगभग 1 घंटे 30 मिनट में यात्रा पूरी करेंगी.

ये नई वंदे भारत ट्रेनें क्षेत्र के लोगों को तेज गति और आराम के साथ यात्रा करने का विश्वस्तरीय साधन प्रदान करेंगी. वे तीन राज्यों – उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक में यात्रियों को भी बेहतर सेवाएं देंगी. इन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की शुरुआत से नियमित यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्र समुदाय की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी.

नई वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों को विश्वस्तरीय अनुभव प्रदान करेंगी. यात्रा का समय कम करेंगी और पर्यटन को बढ़ावा देंगी. इसके उद्घाटन के लिए तीनों स्टेशनों पर बड़ा मंच बनाया गया है. इस अवसर के लिए पूरे स्टेशन को सजाया गया है. साथ ही यहां लोगों के बैठने के लिए कुर्सियों की भी व्यवस्था की गई है ताकि सभी लोग वर्चुअल माध्यम से वंदे भारत ट्रेनों के शुभारंभ के साक्षी बन सकें.