बांग्लादेश के बाद क्या पाकिस्तान में भी होने वाला है तख्तापलट, जानें क्यों सड़कों पर उतरे हजारों प्रदर्शनकारी?

डेस्क: बांग्लादेश की तर्ज पर क्या पाकिस्तान में भी तख्तापलट होने वाला है? आखिर क्यों हजारों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। सबके हाथों में पोस्टर, बैनर, पैम्फलेट और झंडे हैं। प्रदर्शनकारी सड़कों पर घूम-घूमकर सरकार के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। यहां भी हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों का व्यापक दौर शुरू हो चुका है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर कर बवाल काट रहे हैं। इससे पाकिस्तान सरकार की अभी से सांसें फूलने लगी हैं। पाकिस्तान को डर है कि कहीं ये आंदोलन भी बांग्लादेश की तरह हिंसा और दंगे में न बदल जाए, जहां से तख्तापलट का खतरा है।

पाकिस्तान में बिजली की दरों में वृद्धि और दुकानदारों पर लगाए गए नए करों के विरोध में बुधवार को व्यापारी हड़ताल पर चले गए। यहां प्रमुख शहरों और नगरीय क्षेत्रों में अपने कारोबार बंद कर दिए। पिछले महीने पाकिस्तान द्वारा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ सात अरब अमेरिकी डॉलर के नए ऋण के लिए समझौता किए जाने के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने बिजली की दरों में लगातार वृद्धि की है। इन बढ़ती दरों ने भारी असंतोष पैदा कर दिया है।

बिजली बिल में बढ़ोत्तरी से आम लोग सड़कों पर उतरे
लगातार बिजली की बढ़ती कीमतों के चलते आम पाकिस्तानी परेशान हो चुके हैं और वह अब विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज पूरे पाकिस्तान में अधिकतर बाजार बंद रहे, हालांकि दवाओं की दुकानें और किराना दुकानें खुली रहीं। हड़ताल कर रहे एक नेता काशिफ चौधरी ने कहा कि आम जनता को असुविधा न हो, इसलिए इन दुकानों को बंद नहीं किया गया। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद, निकटवर्ती शहर रावलपिंडी और देश की सांस्कृतिक राजधानी लाहौर तथा मुख्य आर्थिक केंद्र कराची में दुकानें बंद रहीं। हड़ताल का आह्वान धार्मिक जमात-ए-इस्लामी पाकिस्तान पार्टी के प्रमुख नईम-उर-रहमान ने किया और अधिकांश व्यापारी संगठनों ने इसका समर्थन किया।

उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा और दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांतों में व्यापारियों ने आंशिक हड़ताल की, जहां कुछ दुकानें खुली रहीं। हड़ताल का उद्देश्य हाल ही में बिजली बिलों में की गई बढ़ोतरी तथा आईएमएफ के साथ हुई वार्ता के बाद लगाए गए विवादास्पद कर को वापस लेने के लिए सरकार पर दबाव डालना है। जुलाई में हुआ समझौता पाकिस्तान द्वारा अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देने और वैश्विक ऋणदाता से आर्थिक सहयोग के माध्यम से अपने ऋणों से निपटने के लिए किया गया नवीनतम प्रयास था। इस वर्ष की शुरुआत में, आईएमएफ ने पाकिस्तान के लिए 1.1 अरब डॉलर के तत्काल ऋण को मंजूरी दी थी।
ममता बनर्जी का विवादित बयान, कहा- “बंगाल में आग लगी तो यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दिल्ली भी जलेंगे..."


डेस्क : बंगाल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हुई हत्या की घटना ने पूरे देश को तो घटना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हिलाकर रख दिया है. इसकी बानगी उनके ताजा बयान में नजर आती है, जिसमें उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और बंगाल की संस्कृति एक है. कई लोग बंगाल को बांग्लादेश समझ रहे हैं. याद रखियेगा कि अगर बंगाल में आग लगाने की कोशिश की तो उत्तर प्रदेश, असम और पूर्वोत्तर, भारत में सब जगह आग लगेगी.

पश्विम बंगाल में हो रहे प्रदर्शन को लेकर ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए है. ममता बनर्जी ने कहा कि इस्तीफा मांगना है, तो पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा मांगो. उन्होंने कहा कि ईडी, सीबीआई सभी जालसाज हैं. एजेंसियों से लोगों पर अत्याचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कल जो सड़कों पर उतरे थे सभी बाहरी हैं.

ममता बनर्जी ने बंगाल में छात्रों इस प्रदर्शन को बीजेपी की साजिश बताते हुए कहा कि ‘मैंने भी छात्र राजनीति की है. मैं कोलकाता पुलिस को सैल्यूट करती हूं, जिन्होंने इतने संयम से कोलकाता की रक्षा की. बीजेपी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘बीजेपी चाहे जितनी साजिश कर ले, लेकिन बीजेपी सफल नहीं हो पाएगी. पूरे भारत में बीजेपी कहीं नहीं जीतेगी.

हैदराबाद में भूलक्ष्मी मंदिर में अज्ञात लोगों ने तोड़ी मूर्ति, घटना के विरोध नारेबाजी, पुलिस ने दो को दबोचा


डेस्क: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद स्थित भूलक्ष्मी मंदिर में कुछ अज्ञात लोगों ने हमला बोल दिया और मूर्ति को खंडित कर दिया। घटना सोमवार की रात की है। पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। घटना संतोष नगर थाना क्षेत्र की है। उधर, घटना के विरोध में भारी भीड़ मंदिर में जुटी। लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। मामले की सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंचा। स्थानीय पार्षद पर आरोप लगे हैं।

साउथ ईस्ट डीसीपी कांति लाल पाटिल ने कहा कि घटना सोमवार की रात 11:30 से 12 बजे के बीच की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। इनमें से एक व्यक्ति मुख्य रूप से जिम्मेदार है। प्रारंभिक जांच में दो लोगों के नाम सामने आए हैं। जांच अभी जारी है। डीसीपी ने कहा कि घटना में शामिल सभी लोगों को पकड़ा जाएगा। फिलहाल हमले के पीछे राजनीतिक मकसद का कोई सबूत नहीं मिला है।

भाजपा भाग्य नगर जिला अध्यक्ष समरेड्डी सुरेन्द्र रेड्डी ने बताया कि यह घटना चंद्रयानगुट्टा विधानसभा क्षेत्र के रक्षापुरम कॉलोनी में स्थित भूलक्ष्मी मंदिर की है। मूर्ति को क्षतिग्रस्त किया गया है। स्थानीय पार्षद और उनके लोगों ने यह कृत्य किया है। यह पहली बार नहीं हुआ है। पिछले पांच सालों से ऐसा हो रहा है। इस मंदिर पर पांच बार हमला हो चुका है।

भाजपा नेता ने कहा कि दो साल पहले भी विनायक मंडप में ऐसा ही हुआ था। उन्होंने कहा कि यह मंदिर पुलिस स्टेशन से सिर्फ 50 वर्ग गज की दूरी पर है। यहां पुलिस नियमित गश्त करती है, लेकिन आज कोई गश्त नहीं हुई। दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन वे मुख्य अपराधी नहीं हैं।
कोलकता डॉक्टर रेप केस: नबन्ना मार्च में बवाल, छात्र संगठनों पर लाठी चार्ज, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

डेस्क: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दरिंदगी से दुष्कर्म और फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या करने के मामले में छात्र संगठन 'नबन्ना अभियान' मार्च निकाल रहे हैं। इस प्रदर्शन को लेकर कोलकाता में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल

आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स को खींचकर हटा दिया और 'नबन्ना अभियान' मार्च निकाला। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। वहीं, पुलिस ने हावड़ा ब्रिज से प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

पुलिस और प्रदर्शनकारी भिड़े

आरजी कर मामले में 'नबन्ना अभियान' मार्च निकालते हुए प्रदर्शनकारी हावड़ा के संतरागाछी में पुलिस बैरिकेड पर चढ़ गए। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों के साथ भिड़ गए और बैरिकेड तोड़ दिए। इस पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सह वाइस प्रिंसिपल सप्तर्षि चटर्जी ने कहा, 'सीबीआई की टीम सभी दस्तावेज और कंप्यूटर, हार्ड डिस्क देखने मेरे कार्यालय आई थी। उन्होंने जब्त कर लिया और सभी सामानों को ले गए और हमें एक जब्ती सूची दी। मैं कल सीजीओ कॉम्प्लेक्स में अपने हस्ताक्षर प्रमाणित करने गया था जो पहले से ही सभी दस्तावेजों पर थे। हर दिन हम छात्रों से बात करते हैं और संकाय सदस्य अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं ताकि मरीजों को परेशानी न हो। मुझे लगता है कि आरजी कार धीरे-धीरे सामान्य जीवन में वापस आ रहे हैं क्योंकि मरीज की संख्या जो लगभग 100 थी, अब 1000 को पार कर गई है। ओपीडी और इमरजेंसी सहित सभी विभाग काम कर रहे हैं।'
नाभा जेल ब्रेक मामले में पंजाब पुलिस को मिली बड़ी सफलता, मास्टरमाइंड रोमी को हांगकांग से लाया जा रहा भारत, 6 गैंगस्टर को ले गया था भगाकर


डेस्क: नाभा जेल ब्रेक के मास्टराइंड  रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को हांगकांग से भारत लाया जा रहा है। शाम 4 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां रोमी को लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचेगी।


नाभा जेल ब्रेक मामले में रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को भगोड़ा घोषित कर दिया गया था। लेकिन पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की मदद से उसे अब हांगकांग से भारत लाया जा रहा है। जांच एजेंसियों के मुताबिक रमनजीत आतंकी गैंगस्टर नेक्सेस का नोडल प्वाइंट था। ये ड्रग्स और आर्म्स स्मगलिंग के कई मामलों में शामिल था।


एजेंसियों के मुताबिक नाभा जेल ब्रेक मामले में रमनजीत की मुख्य भूमिका थी जिसमे कई गैंगस्टर पुलिसकर्मी बनकर जेल पहुंचे थे और हाई सिक्योरिटी जेल को तोड़कर 6 गैंगस्टर और बड़े अपराधियों को  छुड़ाकर ले गए थे।

नाभा जेल ब्रेक के मामले में रोमी ने पैसा, हथियार और दूसरे लॉजिस्टिक स्पोर्ट मुहैया कराए थे। रमनजीत उर्फ रोमी के खिलाफ 2017 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी हुआ था जिसके बाद हांगकांग पुलिस ने उसे 2018 में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

हाल ही में 6 अगस्त 2024 को हांगकांग स्पेशल एडमिस्ट्रेटिव रीजन ने 6 अगस्त को रमनजीत के सरेंडर का ऑर्डर जारी किया था। पंजाब पुलिस के मुताबिक साल 2018 से ही वो रमनजीत उर्फ रोमी के प्रत्यपर्ण की कोशिश कर रही थी और पंजाब पुलिस हांगकांग भी गई थी। इन कोशिशों में अब सफलता हाथ लगी है।
इजरायल की हमास पर बड़ी कार्रवाई, स्कूल की बिल्डिंग पर हमला कर 12 आतंकियों को मार गिराया


डेस्क: गाजा की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि एक स्कूल में शरण लिए गए स्थान पर इजरायली हमले में मंगलवार (20 अगस्त, 2024) को कम से कम 12 लोग मारे गए, जबकि इजरायली सेना ने कहा कि उसने हमास कमांड सेंटर पर हमला किया।


एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बस्सल ने एएफपी को बताया, "हमारे दल ने मुस्तफा हाफिज स्कूल से 12 शहीदों को निकाला, जिस पर गाजा शहर के पश्चिम में इजरायली कब्जे ने बमबारी की थी।" उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के बीच हजारों विस्थापित फिलिस्तीनियों ने इस स्कूल में शरण ली है।


इज़रायली सेना ने कहा कि स्कूल को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि इसमें कमांड एवं नियंत्रण केंद्र स्थित था। सेना ने एक बयान में कहा, "हमास आतंकवादियों ने आईडीएफ (इज़राइली सेना) सैनिकों और इज़राइल राज्य के खिलाफ हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने के लिए कमांड-एंड-कंट्रोल सेंटर का इस्तेमाल किया।" उसने कहा कि उसने स्कूल के अंदर सक्रिय आतंकवादियों पर सटीक हमला किया।


बासल ने पहले बताया था कि इस हमले में सात लोगों की मौत हो गई है और 15 लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने बताया कि हमला स्कूल भवन की दूसरी मंजिल पर हुआ था। नवीनतम मृत्यु संख्या की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी।

एएफपी की तस्वीरों में दिखाया गया है कि स्कूल मलबे में तब्दील हो गया है, तथा हमले के बाद बड़ी संख्या में फिलीस्तीनी पुरुष और महिलाएं, जिनमें से कई के हाथ में बच्चे थे, घटनास्थल से भाग रहे हैं।

हाल के सप्ताहों में, इजरायली सेना ने गाजा में, मुख्य रूप से गाजा शहर में, कई स्कूलों पर हमला किया है और उन पर हमास के कमांड सेंटर होने का आरोप लगाया है, जिसे इस्लामी समूह ने नकार दिया है।

इस महीने की शुरुआत में, सेना ने गाजा शहर में अल-तबीन स्कूल पर हमला किया था, जिसमें नागरिक सुरक्षा एजेंसी के अनुसार 93 फिलिस्तीनी मारे गए, जबकि सेना ने कहा कि 31 आतंकवादी मारे गए।


मेगास्टार चिरंजीवी के प्रशंसक ने तिरुमाला की एक अनूठी तीर्थयात्रा की, उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण को भविष्य में मुख्यमंत्री बनने की भी शुभकामना दी

डेस्क: रामचंद्रपुरम मंडल के बलिजापल्ली गांव के मेगास्टार चिरंजीवी के समर्पित प्रशंसक ईश्वर रॉयल ने अपनी हार्दिक भक्ति का परिचय देते हुए तिरुमाला की एक अनूठी तीर्थयात्रा शुरू की। दिग्गज अभिनेता और उनके परिवार के प्रति अटूट श्रद्धा रखने वाले ईश्वर ने एक खास उद्देश्य से यह यात्रा की - चिरंजीवी की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करना और अपने भाई पवन कल्याण को मुख्यमंत्री बनने के लिए ईश्वर का आशीर्वाद मांगना।

बुधवार को, ईश्वर ने चंद्रगिरी मंडल में श्रीनिवास मंगापुरम की सीढ़ियों से अपनी यात्रा शुरू की, जो अपने आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। शुरू करने से पहले, उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए श्रीवारी सीढ़ी की पहली सीढ़ी पर एक विशेष पूजा की। उनकी यात्रा को और भी असाधारण बनाने वाली बात यह थी कि उन्होंने सीढ़ियों पर चढ़ते समय पोरलू डंडालू रखने का फैसला किया, जो भक्ति और प्रतिबद्धता का एक प्रतीकात्मक कार्य था।

ईश्वर की तीर्थयात्रा का विशेष महत्व है क्योंकि यह गुरुवार को होने वाले चिरंजीवी के जन्मदिन समारोह के साथ मेल खाती है। उन्होंने बताया कि उनकी प्रार्थना चिरंजीवी और उनके परिवार की खुशहाली और दीर्घायु के लिए है, और वे उनके लिए सौ साल तक अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना करते हैं। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि पवन कल्याण, जो वर्तमान में उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं, एक दिन मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होंगे और अपने कई समर्थकों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे।

इस कार्यक्रम में तिरुपति टीटीडी सहकारी कर्मचारी बैंक के अध्यक्ष चीरला किरण, बलिजा सेना जिला प्रवक्ता गोपीनाथ, जन सेना पार्टी के अध्यक्ष तापसी मुरली रेड्डी और अन्य स्थानीय नेताओं सहित कई प्रमुख हस्तियाँ शामिल हुईं।

MUDA Scam: सीएम सिद्धारमैया को मिला कांग्रेस विधायकों का साथ, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार बोले- हमारी सरकार को अस्थिर करने की हो रही साजिश


डेस्क: मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले को लेकर कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि आज हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हमारे सभी विधायक सीएम सिद्धारमैया के साथ खड़े होंगे। पूरी कांग्रेस पार्टी सीएम सिद्धारमैया के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमारे खिलाफ राजनीति कर रहे हैं। राज्यपाल ने बिना किसी जांच के सीएम के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है।

डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं जो कभी नहीं होगा, हमें इसकी परवाह नहीं है कि वे क्या कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्यपाल थावरचंद गहलोत पर अभियोजन स्वीकृति अनुरोधों को मंजूरी देते समय भेदभाव करने का बुधवार को आरोप लगाया। सिद्धरमैया ने कहा कि लोकायुक्त की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सोमवार को एक बार फिर राज्यपाल को एक प्रस्ताव सौंपा है, जिसमें कथित अवैध खनन पट्टा मामले में केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति मांगी गई है।

एसआईटी ने पिछले साल नवंबर में, केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री कुमारस्वामी पर मुकदमा चलाने के लिए गहलोत से अनुमति मांगी थी। आरोप है कि कुमारस्वामी ने 2007 में राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘श्री साई वेंकटेश्वर मिनरल्स’ को कथित तौर पर कानून का उल्लंघन करके खनन पट्टा दिया था। सिद्धरमैया ने कोप्पल जिले के गनीगेरा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्यपाल ने 26 जुलाई को उन्हें ‘‘कारण बताओ नोटिस’’ जारी किया, जबकि उसी दिन उन्हें उनके (मुख्यमंत्री के) खिलाफ अभियोजन की मंजूरी संबंधी अनुरोध पत्र मिला था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कुमारस्वामी के मामले में गहलोत ने कोई कार्रवाई नहीं की।
कोलकाता रेप और मर्डर केस: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान हसने पर कप‍िल सिब्बल को लगी फटकार, ‘किसी की जान चली गई, कम से कम हंसिए तो मत'


डेस्क : कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को जबरदस्त बहस हुई. सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई से अब तक की जांच रिपोर्ट देने को कहा था. इस दौरान सीबीआई की जॉइंट सेक्रेटरी रैंक की अफसर भी मौजूद थी. ममता बनर्जी सरकार का बचाव करते-करते कपिल सिब्बल ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को दलीलों के जरिए दबाव में लाने की कोशिश की.

पोस्टमार्टम और अननेचुरल डेथ की एंट्री को लेकर तुषार मेहता अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि एफआईआर अस्पताल की तरफ से नहीं दर्ज करायी गई, बल्कि पीड़िता के पिता की मिन्नतों के बाद दर्ज की गई। सिब्बल ने हंसते हुए उनके सवाल का जवाब दिया तो एसजी ने कहा कि किसी की मौत हुई है। उस मामले की सुनवाई चल रही है। आप हंस कैसे कर सकते हैं। किसी की गरिमा का सवाल है।

CJI चंद्रचूड़ और कपिल सिब्बल आमने -सामने आ गए। CJI चंद्रचूड़ ने कहा कि “कपिल सिब्बल जी, बंगाल का रेप कांड बहुत ही गंभीर मामला है! ऐसे संवेदनशील मुद्दे राजनीति के लिए नहीं होते हैं, कृपया इसका राजनीतिकरण मत करिए। आप सुनवाई के दौरान हंसने लगे, ये आपको शोभा देता है क्या? आप बंगाल सरकार के प्रतिनिधि हैं लेकिन जरा उस रेप पीड़िता के बारे में भी सोचिए, उनके माता-पिता के बारे में सोचिए! ”

वहीं सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कोर्ट को कहा कि वह एक स्टेट (बंगाल) के तरफ से वकील बने हैं सोशल मीडिया पर मेरा इतना विरोध हो रहा है और लोग मेरे स्विस बैंक के अकाउंट दिखाने लगे हैं।

इसपर तुरंत ही सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा यह आरोप आपके वर्तमान क्लाइंट के द्वारा ही शुरू किया गया था । आपको बता दें कि तुषार मेहता का इशारा केजरीवाल के तरफ था जिन्होंने मंच से कपिल सिब्बल का नाम और अकाउंट नंबर बोलकर बताया था कि कपिल सिब्बल का स्विस बैंक में खाता है।

इससे पहले सुनवाई में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिकी दर्ज करने में देरी को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार को फटकार लगाई थी। मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यह घटना पूरे भारत में चिकित्सकों की सुरक्षा के संबंध में व्यवस्थागत मुद्दे को उठाती है। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा था कि अगर महिलाएं काम पर नहीं जा पा रही हैं और काम करने की स्थितियां सुरक्षित नहीं हैं तो हम उन्हें समानता से वंचित कर रहे हैं।



यूपी में सरकारी कर्मचारियों को बतानी होगी चल-अचल संपत्ति, वरना नहीं मिलेगा प्रमोशन, अगस्त की सैलरी भी नहीं


डेस्क: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक और बड़ा फैसला किया है। सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि अब राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को अपनी चल और अचल संपत्ति घोषित करनी होगी। इसके लिए आखिरी तारीख 31 अगस्त रखी गई है। अगर आखिरी तारीख तक ये काम नहीं होता है तो कर्मचारियों की अगस्त महीने की सैलेरी नहीं आएगी। इसके साथ ही सरकारी कर्मचारियों का प्रमोशन भी नहीं होगा। आइए जानते हैं इस आदेश के बारे में विस्तार से।

जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार के चीफ सेक्रेटरी ने सभी विभागों के प्रमुखों को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सभी सरकारी कर्मचारी 31 अगस्त तक चल-अचल संपत्ति घोषित करें नहीं तो उनका प्रमोशन नहीं होगा। इसके साथ ही कर्मचारियों की अगस्त महीने की सैलरी भी नहीं आएगी। सरकारी कर्मियों को संपत्ति घोषित करने का निर्देश पहले भी दिया जा चुका है लेकिन संतोषजनक रिस्पांस नहीं मिलने पर सरकार ने कड़ा फैसला लिया है।

दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य कर्मचारियों को मानव संपदा पोर्टल पर चल और अचल संपत्ति का विवरण दर्ज कराने को कहा जा रहा है। पहले संपत्ति घोषित करने की तारीख 31.12.2023 तक रखी गई थी। इसके बाद निर्धारित समयावधि 30.06.2024 बताई गई थी। इसके बाद पोर्टल पर चल अचल सम्पत्ति का विवरण प्रस्तुत किये जाने हेतु निर्धारित समयावधि दिनांक 31.07.2024 तक बढ़ायी गयी। हालांकि, सम्पत्ति का विवरण प्रस्तुत करने वाले कार्मिकों की संख्या बहुत कम है।

सरकार के आदेश में कहा गया है कि मानव सम्पदा पोर्टल पर सम्पत्ति विवरण प्रस्तुत करने की कार्यवाही चूंकि प्रथम बार की जा रही है इसलिए कठिनाईयों एवं समस्त परिस्थिितयों को ध्यान में रखते हुए कार्मिकों को पोर्टल पर सम्पत्त विवरण दर्ज करने हेतु एक अवसर और प्रदान किया गया है। इसलिए चल-अचल समपत्ति का विवरण पोर्टल पर प्रस्तुत करने के लिए अंतिम तिथि 31 अगस्त, 2024 निर्धारित किये जाने का निर्णय लिया गया है।