Mirzapur : बिहार मॉडल का अनुकरण सभी राज्यों को करना चाहिए : श्रवण कुमार सिंह मंत्री बिहार सरकार

मिर्जापुर। जब तक गली कूचों जंगल पहाड़ों में रहने वाला गरीब व्यक्ति का जीवन स्तर ऊपर नहीं उठ जाता तब तक नीतीश सरकार ऐसे लोगों की भलाई करती रहेगी। उक्त बातें उत्तर प्रदेश जदयू के प्रभारी एवं बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार सिंह ने कही।

वह जिले के विकास खंड राजगढ़ क्षेत्र स्थित लूसा डाक बंगले पर सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार मॉडल का विकास देश के सभी राज्यों को करना चाहिए। जैसा नीतीश कुमार ने बिहार में विकास किया है सभी राज्यों में होना चाहिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के डाक बंगले में कार्यकर्ता सम्मेलन के पश्चात उन्होंने कहा कि बिहार में 94 लाख ऐसे परिवारों को चिन्हित किया गया है। जिनकी आमदनी ₹6000 से भी कम है। जिन्हें तो वक्त की रोटी मुश्किल से मिल पाती है ऐसे लोगों को सरकार ₹200000 अंशदान के रूप में दे रही है। जिससे स्वयं का रोजगार करके अपने जीवन को ऊंचा उठा सकता है।

यह कार्य 3 सालों में सरकार के प्रयास से हुआ है 94 हजार लोगों को अगले दो वर्षों में प्रधानमंत्री रोजगार योजना से  उनके निवास बनवाएंगे। जिन लोगों के पास उनकी अपनी भूमि नहीं है और वह उसी गांव में निवास करना चाहता है तो ऐसे लोगों को सरकार दो विस्वा ₹100000 मेंजमीन खरीद कर अपने पैसे से देगी 132000 लगाकर उनका घर एवं शौचालय बनवाएगी। इस प्रकार से ऐसे परिवारों को 232000 का सरकार अनुदान दे रही है। इसके बाद संगठन पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में चुनाव होने वाले हैं ऐसे में हमारी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के साथ एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर हम चुनाव लड़ेंगे और 27 में होने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश में भी हम चुनाव लड़ेंगे और सत्ता के भागीदारी बनेंगे।

इससे पहले आने वाले पंचायत के चुनाव में दमदारी के साथ वह त्रिस्तरीय चुनाव भी लड़ सके और पार्टी को ऊपर उठा सके और बिहार सरकार की मॉडल को वह गांव-गांव घर-घर तक पहुंचा सके। इस मौके पर पारसनाथ सिंह, सुशील कश्यप, जयप्रकाश सिंह, संतोष पटेल, बीएल भारती, डॉक्टर कयामू, जितेंद्र सिंह रिंकू, दिलीप सिंह पटेल, लाल जी, राजू, सनोवर अली, हकीम चंद्र, अब्दुल रहीम, इम्तियाज अली आदि लोग रहे।
विहिप का उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित करना:सत्यप्रकाश

मीरजापुर:विश्व हिन्दू परिषद्  जिला चुनार का स्थापना दिवस  जमुई पर सोमवार को सम्पन्न हुआ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रान्त सहमंत्री सत्यप्रकाश व मुख्य वक्ता प्रांत मिलन केंद्र प्रमुख अविनाश रहे।मुख्य अतिथि प्रान्त सहमंत्री सत्यप्रकाश ने कहा की विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू संगठन विश्व हिंदू परिषद है जिसकी स्थापना परम पूज्य चिन्मयानंद जी के मुंबई स्थित  संदीपनी साधनालय मे 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर हुई थी इसका उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित करना,हिन्दू धर्म की रक्षा और हिन्दू समाज के धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों पर काम करना है ।

1966 प्रयाग में सम्पन्न प्रथम हिन्दू सम्मलेन में सभी सम्प्रदायों के प्रमुख धर्माचार्यो व संतो ने एक मंच पर उपस्थित होकर घोषणा की, धर्मान्तरण को रोककर भिन्न-भिन्न कारणों से मुसलमान,इसाई बने हिन्दुओ को पुन:हिन्दू धर्म में लाने का संकल्प लिया गया, 1969 में उडुपी में संत सम्मेलन हुआ जिसमे पूज्य संतो ने एक स्वर में घोषणा की हिन्दू धर्म शास्त्रों में छुआ-छूत का कोई स्थान नहीं है उन्होंने ने यह नारा दिया की हिंदवा: सोदरा: सर्वे- न हिन्दू पतितो भवेत्’ मम दीक्षा हिन्दू रक्षा, मम मंत्र समानता।

1970 में असम के जोरहट शहर में हुआ पूर्वोत्तर राज्यों की हिन्दू सम्मेलन में जनजाति बंधुओ के बीच देशभर के साधू संतो ने नागा रानी गाईन्डील्यु के साथ के उद्घोषणा की वनवासी बंधू समाज का अनन्य हिस्सा मिशनरियो,अलगाववादियों के षड्यंत्रों पर विराम लगना प्रारंभ हुआ विहिप ने भारत में गौ रक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है जिसके परिणाम स्वरुप देश में गौवंश पर कड़े कानून बने गौशालायो की स्थापना की है भारत में गौ रक्षा विभाग द्वारा दो सौ से ज्यादा गौशालाए चलाई जा रही है, गौ हत्यारो से अभी तक लगभग 25 लाख से अधिक गौ वंश को बचाया गया है,अवैध धर्मान्तरण को रोकने तथा धर्मांतरितो को स्वधर्म में वापस लाना विहिप ने अभी तक 40 लाख से अधिक भाई-बहनों को धर्म परिवर्तन से बचाया है तथा 9 लाख से ज्यादा हिन्दू भाई-बहनों को स्वधर्म में वापस लाये है ।

पिछले 8 हजार बहनों को लव जिहाद के षड्यंत्र से बचाया,बासवाड़ा में भी 300 से ज्यादा विद्यालय 20 छात्रावास तथा 100 से अधिक संस्कार केन्द्रों के माध्यम से इसाई बन चुके 50 हजार हिन्दुओ की घर वापसी कराइ गई ।सेवा के क्षेत्र में विश्व हिन्दू परिषद् के सेवा विभाग द्वारा संचालित 4500 सेवा प्रकल्प चलते है जिनमे 21 प्रान्तों के 93 स्थानों पर 840 संस्कारशालाये संचालित है जिनमे 1700 बच्चे पढ़ते है, अनुसूचित जनजातीय क्ष्रेत्रो में संचालित है ।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता विश्व हिन्दू परिषद् के प्रान्त मिलन केंद्र प्रमुख अविनाश ने कहा की विहिप ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की मुक्ति के लिए व्यापक आन्दोलन चलाया इस आन्दोलन के कारण 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी ढांचे को हिन्दू समाज ने ध्वस्त कर दिया,2019 में सुप्रीम कोर्ट ने श्रीरामजन्मभूमि के पक्ष में निर्णय दिया, 22 जनवरी 2024 को रामलला विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भव्य रूप से संपन्न हुआ उसी दिन दुनिया भर के लाखो मंदिरों में भव्य कार्यक्रम भी संपन्न हुए,विश्व हिन्दू परिषद् के द्वारा 1995 में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने अमरनाथ को यात्रा को बंद करने की धमकी देते हुए कहा की अगर कोई आयेया तो वापस नहीं जायेगा संतो के आह्वाहन पर विश्व हिन्दू परिषद् ने इस चुनौती को स्वीकार किया और 51 हजार बजरंग दल के कार्यकर्ता 1 लाख अन्य शिवभक्तो के इस दुर्गम यात्रा पर आये आज लाखो शिवभक्त अमरनाथ यात्रा पर आते है ।
इस अवसर पर विहिप के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंह ने कहा की हिन्दू समाज के सामने कई सामाजिक,धार्मिक और राजनीतिक चुनौतिया है, भारत में कई क्षेत्रो में धर्मान्तरण एक गंभीर मुद्दा है,जहाँ आर्थिक शैक्षिक या अन्य प्रकार के प्रलोभन का आश्रय लेकर लोगो को धर्मान्तरण के लिए प्रेरित किया जाता है ।जातिवाद और क्ष्रेत्रवाद पर भ्रामक षड़यंत्रकारी विमर्श बनाया जा रहा है,हिन्दू धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व संरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा है,नई पीढ़ी में धार्मिक शिक्षा और धर्म के प्रति जागरूकता में कमी है जिससे धार्मिक पहचान व संस्कारो में कमी आ रही है ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मेजर कृपाशंकर सिंह व संचालन विहिप के जिला मन्त्री कृष्ण गोपाल ने किया।जिला मंत्री कृष्ण गोपाल ने कहा की बंगलादेशी मुसलमानों का घुसपैठ,धर्मान्तरण हिन्दू समाज के वृद्धि दर की कमी के संकट पैदा हो रहा है,युवावो और बच्चो में धार्मिक शिक्षा और हिन्दू धर्म के मूल्यों की जानकारी देने के लिए कार्यक्रम चलाये जा सकते है,जातिगत विभाजन को कम करने व हिन्दू समाज में एकता स्थापित करने के लिए अभियान चलाना चाहिए,सामाजिक न्याय और समरसता के सिद्धांतो को बढावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित होने चाहिये,धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए क़ानूनी और सामजिक उपायों को लागु करने में सहयता प्रदान करना उपेक्षित है, हिन्दू समाज को धार्मिक स्थलों को सुरक्षा और संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना होगा इस अवसर पर संत सुशीलानंद,अनमोल, विभाग उपाध्यक्ष श्रीराम, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख अभिजीत,जिला संघसंचालक गौतम,जिला सयोंजक बाबू कुशवाहा,जिला कार्यवाह रामबालक,जिला सह कार्यवाह अमित,विवेकानंद व सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।
पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के कार्यकाल में उनके द्वारा किए गए सामाजिक समरसता के कार्यों पर डाला गया प्रकाश

मीरजापुर। अपराध निरोधक एवं मानवाधिकार संगठन की एक आवश्यक जिला स्तरीय बैठक पक्का पोखरा पुलिस कॉलोनी में योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय बीपी सिंह जी के कार्यकाल में उनके द्वारा किए गए सामाजिक समरसता के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए एक निर्णय लिया गया कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री जी के सर्व समाज हित के कार्य को दृष्टिगत रखते हुए उन्हें मरणोपरांत पुण्यतिथि पर भारत रत्न दिए जाने की बात रखी गई स्वर्गीय विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रयागराज मांडा से राजा थे जो समाजसेवी व देश प्रेमी थे।

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह जी के द्वारा आजादी के उपरांत मंडल कमीशन की रिपोर्ट जो लंबे समय से निर्णय के बाद बंद रखा गया था। उसे भारतीय मूल निवासियों को जो लाभ मिलता उसे ध्यान में रखकर अत्यधिक विरोध के बाद भी उजागर कर लोगों को लाभ दिया, जिससे अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों को उसका लाभ मिला। स्वर्गीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भारतीय समाज के वंचित शोषित एवं दलित समाज को उनके हक अधिकार को जो बहुत संख्यक हैं। उन्हें मंडल कमीशन की रिपोर्ट में उजागर कर लाभ दिया जिसे कभी भी बुलाया नहीं जा सकता।

मोहनलाल यादव द्वारा बताया गया कि जब स्वर्गीय प्रधानमंत्री जी विदेश में इलाज हेतु भर्ती थे उस समय उन्हे किडनी एवं ब्लड की जरूरत थी उस समय मेरे द्वारा किडनी एवं ब्लड मिजार्पुर से भेजने की बात कही गई थी, जिसका प्रकाशन भी समाचार पत्रों में हुआ था। यह निर्णय मोहनलाल यादव जो राज्य कर्मचारी संगठन के नेता हैं सिर्फ इन महान पुरुष को देश की जरूरत को ध्यान में रखकर निर्णय लिया गया था। बैठक में बबलू खान, वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम ओझा, सौंपा संपादक विष्णुकांत पांडेय, अवनीश शुक्ल, आदि उपस्थित रहे।

भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं से मिलती है प्रेरणा : अवनीश उपाध्याय

मीरजापुर। नगर के डंगहर हाइडिल कॉलोनी अन्तर्गत अमर ग्लोबल स्कूल में जन्माष्टमी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर एकेडमिक डायरेक्टर अवनीश उपाध्याय ने विद्यालय के सभी छात्र छात्राओं को जन्माष्टमी त्योहार के बारे में बताया।

उन्होनें बताया कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन को लोग इस तरह से मनाते हैं जैसे कि स्वयं श्री कृष्ण ने उनके घर में जन्म लिया हो। भारत के प्रत्येक व्यक्ति इस पावन त्योहार को बहुत श्रद्धा से मनाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था।

इसलिए जन्माष्टमी मथुरा का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार हैं।विद्यालय में जन्माष्टमी से संबंधित कार्यक्रम रखने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को श्री कृष्ण के बारे में बताना एवं उन्हें हमारे भारतीय संस्कृति के बारे में अवगत कराना था। श्री कृष्ण विष्णु भगवान के 8 वे अवतार माने गए हैं। इस दिन विद्यालय के छोटे छोटे नन्हें मुन्ने बालक और बालिकाओं ने श्रीकृष्ण का रूप धारण किया और अपनी बाल लीलाओं को दिखाकर सभी के मन को मोह लिया। इस दौरान विद्यालय की सभी शिक्षक और शिक्षिकायें उपस्थित रहीं।

विंध्यवासिनी छठ पूजा उत्सव में रात भर भक्त गीत, संगीत के सागर में गोता लगाते रहें भक्तगण

विंध्याचल, मीरजापुर। मां विंध्यवासिनी देवी जी का छठ पूजा उत्सव तथा मां छठी मैया 19 वां छठ पूजन उत्सव मां विंध्यवासिनी देवी जी के धाम प्रांगण में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।सबसे पहले मां विंध्यवासिनी देवी जी का वृहद श्रृंगार पूजन, मां दुर्गा जी का चंडी पाठ हवन, कन्या पूजन भोग प्रसाद वितरण, भंडारा, शायन काल देवी जागरण में रात भर भक्त भक्ति के सागर में डुबकी लगाते रहें तथा मंदिर प्रांगण में दीपदान किया गया।

देवी जागरण का शुभारंभ गणेश वंदना फिर मां विंध्यवासिनी देवी जी के भजन से किया गया। इस दौरान तबला पर बबलू मिश्रा, ढोलक पर अनुराग झा, आर्गन पर नागेंद्र दुबे, पैड पर अनुपम सिंह आदि वादकों ने सबसे पहले अपने वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी से सबको देवी जागरण के प्रति आकर्षित किया और सब जिस प्रकार से गीत गाते उसी प्रकार से भक्तों के ऊपर भाव भंगिमा दिखाई पड़ता था कभी एकदम शांत चित्त से भजन सुनते तो कभी खड़े होकर झूमने लगते थे। लोकप्रिय गायक ज्योति तिवारी जी ने मां का भजन गाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तो एक के बाद एक सभी गायक और गायिकाओं ने देवी जागरण के कार्यक्रम में चार चांद लगा रहे थे तो वहीं शिव पार्वती की मनोहर झांकी ने रात भर देवी जागरण की शमा बांध रखा था। रक्षा ऊमर ने मैय्या तेरी चरणों.. गाकर वाहवाही लूटी।

लोक प्रिय गायक प्रभा सोनकर ने गणेश वंदना जैसे ही गाना शुरू किया "सारे जगत में सबसे पहले तेरी पूजा हो रिया, गणपति बप्पा मोरिया मंगल मूर्ति मोरिया" गाते ही खूब तालियां बटोरी इसके बाद फिर अपने मधुर स्वर में एक से बढ़कर एक भजन प्रस्तुत किया।विक्की तिवारी (छोटा पागल) गायक वाराणसी ने भी मुझे दास बनाकर रख लेना, मेरी मैय्या जी अपने चरणों में जाकर लोगों को खूब झुमाया। राजेश परदेशी (मनोज तिवारी) बाड़ी शेर पर सवार रुपवा मनवा मोहत बा गाया। सपना पांडेय गायिका वाराणसी ने भी माई तोहरी चरणीय में गाकर खूब वाह वाही लूटी। इसी तरह रात भर कलाकारों ने अपने अपने स्वर में श्रोताभक्तो को भक्ति की सागर में गोता लगवाते रहें। इस दौरान संस्था के अध्यक्ष पंडित अर्जुन पांडेय, मुख्य सतिशचंद्र पांडेय, मुख्य व्यवस्था प्रमुख पाताल चंद्र पांडेय जी सभी भक्तों को अंग वस्त्र पहनाकर सम्मान किया।

भक्तगण पंकज शुक्ला (शुकुलपुर लालानगर), दिलीप अग्रवाल (सूरत) अभय कुमार सिंह (बिहार), निशान्त पाण्डेय (बिहार), धानू भारती (बिहार), रंजीत सिंह (बिहार), डा विनोद (बिहार), विजय तिवारी (बिहार), सुमेश्वर (बिहार), गंगाधर शुक्ला (प्रयागराज),

हरि ओम पाण्डेय (लखनऊ), सतीश चौबे (सागर रायपुर), संतोष पाण्डेय (सागर रायपुर), श्याम मुरारी द्विवेदी (औराई), त्रिपुरारी द्विवेदी (औराई), रिंकू शुक्ला (औराई, विवेक पाण्डेय (मीरजापुर), दिलीप अग्रवाल (कोलकाता), विद्या धर तिवारी (रघुरामपुर), विष्णु गुप्ता (माखनभोग), प्रभात जायसवाल (लालू), अवनीश पाठक, जितेन्द्र पाठक (अध्यक्ष नपाअ गोपीगंज), शिवकान्त शुक्ला (प्रधानजी), मुन्ना बाबा, अशोक कुमार अग्रवाल (ज्ञानपुर) आदि लोग उपस्थित।

राजयोगिनी दादी प्रकाशमनी जी का 17 वीं स्मृति दिवस विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया

मीरजापुर। ब्रह्मा कुमारी संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमनी जी का 17 वीं स्मृति दिवस संस्था के स्थानीय सेवा केंद्र प्रभु उपहार भवन में विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया गया।

इस अवसर पर प्रातः काल से ही संपूर्ण मानव जाति के कल्याण हेतु अखंड योग ध्यान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। तत्पश्चात दादी जी के चित्र पर सेवा केंद्र संचालिका बिन्दू दीदी जी और वरिष्ठ भाई बहनों ने माल्यार्पण किया। सभी भाई, बहनों ने भी दादी जी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बी के प्रदीप भाई ने दादी जी को अपने गीत के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बी के बिन्दू दीदी जी ने दादी जी के साथ के अपने अनुभव साझा करते हुए सभी को उनके बताए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। एक चल चित्र के माध्यम से दादी जी का संपूर्ण जीवन चरित्र सभी को दिखाया गया।

दादी जी को अनेक विश्वविद्यालयों ने मानद डाक्टरेट की उपाधि से और संयुक्त राष्ट्र संघ ने पूरे विश्व में मानवता की निःस्वार्थ सेवा हेतु शांति दूत सम्मान से सम्मानित किया था। दादी जी ने 25 अगस्त 2007 को अपनी नश्वर काया का परित्याग किया। तभी से संस्था इस दिन को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाती है, कार्यक्रम में मुख्य रूप से मीरजापुर पीएसी के कमांडेंट आईपीएस विकास कुमार वैद्य जी बीके विभा वैद्य जी, बीके जयश्री, बीके राजकन्या, बीके महिमा, बीके रूपाली, बीके नीति, बीके नेहा बहन, बीके पंकज भाई समेत सैकड़ो की संख्या में भाई बहने उपस्थित रहे।

Mirzapur:बीपी मंडल की सपा ने मनाई जयंती

मिर्जापुर। समाजवादी पार्टी ने सामाजिक न्याय के प्रणेता, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बीपी मंडल जी की जयन्ती के अवसर पर पार्टी के जिला कार्यालय लोहिया ट्रस्ट में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजली अर्पित की गयी। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार आरक्षण को समाप्त कर रही है।

पिछड़े, दलित, आदिवासी अल्पसंख्यक और महिलाओं के साथ बर्बतापूर्वक अन्याय व अत्याचार चरम सीमा पर है। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने मंडल कमीशन की नौकरी और शिक्षण संस्थाओं में 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया था। उसमेें भी वर्तमान सरकार पिछड़ों की अनदेखी कर रही है। मंडल कमीशन की सभी सिफारिशें लागू की जाएं।

इस मौके पर जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह पटेल, अशोक यादव, दामोदर प्रसाद मौर्य, रोहित बिन्द, भरत लाल बिन्द, अनीष खान, चन्दन पटेल, अरशद अली, शिवकुमार, मेवालाल प्रजापति आदि मौजूद रहे।

Mirzapur : विश्व हिन्दू परिषद के 60 वर्ष पूर्ण (षष्टी पूर्ति) होने पर मनाया गया उत्सव

मीरजापुर। विश्व हिन्दू परिषद विश्व का सबसे बड़ा हिन्दू संगठन है, जिसकी स्थापना परम पूज्य चिन्मयानंद के मुंबई स्थित संदीपनी साधनालय में 29 अगस्त 1964 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर हुई थी। इसका उद्देश्य हिन्दू समाज को संगठित करना, हिन्दू धर्म की रक्षा और हिन्दू समाज के धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयो पर काम करना है। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त उपाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहां की 1966 प्रयाग में समपन्न प्रथम हिन्दू सम्मलेन में सभी सम्प्रदायों के प्रमुख धर्माचार्यो व संतो ने एक मंच पर उपस्थित होकर घोषणा की, धर्मान्तरण को रोककर भिन्न-भिन्न कारणों से मुसलमान, इसाई बने हिन्दुओ को पुन: हिन्दू धर्म में लाने का संकल्प लिया गया, 1969 में उडुपी में संत सम्मेलन हुआ जिसमे पूज्य संतो ने एक स्वर में घोषणा की हिन्दू धर्म शास्त्रों में छुआ-छुट का कोई स्थान नहीं है।

उन्होंने ने यह नारा दिया की हिंदवा: सोदरा: सर्वे- न हिन्दू पतितो भवेत्’ मम दीक्षा हिन्दू रक्षा, मम मंत्र समानता। 1970 में असम के जोरहट शहर में हुआ पूर्वोत्तर राज्यों की हिन्दू सम्मेलन में जनजाति बंधुओ के बीच देशभर के साधू संतो ने नागा रानी गाईन्डील्यु के साथ के उद्घोषणा की वनवासी बंधू समाज का अनन्य हिस्सा मिशनरियो, अलगाववादियों के षड्यंत्रों पर विराम लगना प्रारंभ हुआ। विहिप ने भारत में गौ रक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है जिसके परिणाम स्वरुप देश में गौवंश पर कड़े कानून बने गौशालायो की स्थापना की है भारत में गौ रक्षा विभाग द्वारा दो सौ से ज्यादा गौशालाए चलाई जा रही है, गौ हत्यारो से अभी तक लगभग 25 लाख से अधिक गौ वंश को बचाया गया है।

अवैध धर्मान्तरण को रोकने तथा धर्मांतरितो को स्वधर्म में वापस लाना विहिप ने अभी तक 40 लाख से अधिक भाई-बहनों को धर्म परिवर्तन से बचाया है तथा 9 लाख से ज्यादा हिन्दू भाई-बहनों को स्वधर्म में वापस लाये है पिछले 8 हजार बहनों को लव जिहाद के षड्यंत्र से बचाया, बासवाड़ा में भी 300 से ज्यादा विद्यालय 20 छात्रावास तथा 100 से अधिक संस्कार केन्द्रों के माध्यम से इसाई बन चुके 50 हजार हिन्दुओ की घर वापसी कराइ गई। सेवा के क्षेत्र में विश्व हिन्दू परिषद के सेवा विभाग द्वारा संचालित 4500 सेवा प्रकल्प चलते है जिनमें 21 प्रान्तों के 93 स्थानों पर 840 संस्कारशालाये संचालित है जिनमें 1700 बच्चे पढ़ते है, अनुसूचित जनजातीय क्षेत्रों में संचालित है।

इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के विभाग मंत्री रामचंद्र शुक्ल ने कहा की विहिप ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की मुक्ति के लिए व्यापक आन्दोलन चलाया। इस आन्दोलन के कारण 6 दिसम्बर 1992 को बाबरी ढांचे को हिन्दू समाज ने ध्वस्त कर दिया, 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने श्रीरामजन्मभूमि के पक्ष में निर्णय दिया, 22 जनवरी 2024 को रामलला विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव भव्य रूप से सम्पन्नन्न हुआ उसी दिन दुनिया भर के लाखो मंदिरों में भव्य कार्यक्रम भी संपन्न हुए, विश्व हिन्दू परिषद के द्वारा 1995 में जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों ने अमरनाथ को यात्रा को बंद करने की धमकी देते हुए कहा की अगर कोई आयेगा तो वापस नहीं जायेगा ।

संतो के आह्वाहन पर विश्व हिन्दू परिषद ने इस चुनौती को स्वीकार किया और 51 हजार बजरंग दल के कार्यकर्ता 1 लाख अन्य शिवभक्तो के इस दुर्गम यात्रा पर आये आज लाखो शिवभक्त अमरनाथ यात्रा पर आते है। इस अवसर पर विहिप के जिलाध्यक्ष श्रीमान माता सहाय ने कहा की हिन्दू समाज के सामने कई सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक चुनौतिया है, भारत में कई क्षेत्रो में धर्मान्तरण एक गंभीर मुद्दा है, जहां आर्थिक शैक्षिक या अन्य प्रकार के प्रलोभन का आश्रय लेकर लोगों को धर्मान्तरण के लिए प्रेरित किया जाता है। जातिवाद और क्ष्रेत्रवाद पर भ्रामक षड़यंत्रकारी विमर्श बनाया जा रहा है,हिन्दू धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व संरक्षण एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, नई पीढ़ी में धार्मिक शिक्षा और धर्म के प्रति जागरूकता में कमी है जिससे धार्मिक पहचान व संस्कारो में कमी आ रही है।

इस अवसर पर विहिप के जिला मन्त्री श्री कृष्ण सिंह पटेल ने कहा की बंगलादेशी मुसलमानों का घुसपैठ,धर्मान्तरण हिन्दू समाज के वृद्धि दर की कमी के संकट पैदा हो रहा है, युवाओं और बच्चो में धार्मिक शिक्षा और हिन्दू धर्म के मूल्यों की जानकारी देने के लिए कार्यक्रम चलाये जा सकते है, जातिगत विभाजन को कम करने व हिन्दू समाज में एकता स्थापित करने के लिए अभियान चलाना चाहिए,सामाजिक न्याय और समरसता के सिद्धांतो को बढावा देने के लिए कार्यक्रम आयोजित होने चाहिये, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए क़ानूनी और सामजिक उपायों को लागु करने में सहयता प्रदान करना उपेक्षित है, हिन्दू समाज को धार्मिक स्थलों को सुरक्षा और संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करना होगा। विभाग संगठन मंत्री अमित, विभाग सत्संग प्रमुख अखिलेश, विभाग संयोजक प्रवीण, जिला सह मंत्री अभय, प्रचार प्रसार प्रमुख अरविंद सारस्वत, नगर संयोजक चन्द्र प्रकाश, जिला कालेज विद्यार्थी सम्पर्क प्रमुख सुब्रतो, संजय के साथ कई कार्यकर्ता उपस्थित रहें।

*दो दिवसीय कजली उत्सव के समापन अवसर पर नामचीन कलाकारों के द्वारा की गयी प्रस्तुति*

मिर्जापुर - माॅं विन्ध्यवासिनी देवी के धाम विन्ध्याचल में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार प्रयागराज द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय कजली उत्सव के समापन अवसर पर प्रदेश के नामचीन कलाकारों के द्वारा अपनी प्रस्तुति की गयी। कार्यक्रम के समापन अवसर पर उत्तर मध्य क्षेत्र सास्ंकृतिक केन्द्र के सहायक निदेशक शील द्विवेदी ने उपस्थित लोगो को सम्बोधित करते हुये कहा कि भारतीय परम्परा में प्रचलित विविध लोक कलाओं के संरक्षण के लिए संस्कृति मंत्रालय कटिबद्ध हैं जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रो के लोक विधाओं को आगे बढ़ाने के लिए उन क्षेत्रों में लोक उत्सव का कार्यक्रम किया जाता हैं। उसी के दृष्टिगत जनपद मीरजापुर के सुप्रसिद्ध लोक विधा कजली के संरक्षण एवं उसे आगे बढ़ाने के दृष्टिगत संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज के द्वारा विन्ध्याचल में दो दिवसीय कजली उत्सव का आयोजन किया गया हैं। उन्होने कहा कि कजली विधा को आगे बढ़ाने एवं प्रदेश व देश में उसकी प्रसिद्ध दिलाने के दृष्टिगत प्रयास रहेगा कि प्रत्येक वर्ष माॅं विन्ध्यवासिनी देवी के धाम विन्ध्याचल में कजली उत्सव का कार्यक्रम कराया जाए जिससे यंहा के नई पीढ़ी के गायक कलाकार जुड़कर इस विधा को आगे ले जा सकें। दो दिवसीय कजली उत्सव को सफल बनाने में जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के के अलावा अध्यक्ष विंध्य पंडा समाज पंकज द्विवेदी, मंत्र भानू पाठक व विंध्याचल के सभी वरिष्ठजनों द्वारा पूरा सहयोग प्रदान किया गया इसके लिए हम सभी उनके आभारी हैं।

आज के कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद मीरजापुर के अन्तर्राष्ट्रीय लोकगायिका उषा गुप्ता के द्वारा किया गया। उनके द्वारा ‘‘झूला झूले मैय्या निमिया के डार में सावन की बहार में ना...’’ देवी कजरी सुनाकर माॅं विन्ध्यवासिनी को समर्पित किया गया। तत्पश्चात श्रोताओं की मांग कजली के अनेक विधाओं के गीत भी प्रस्तुत किए गए। जनपद के ही लोकगायिका कल्पना गुप्ता ने भी कजली उत्सव मंच पर "माई मोरी बिगड़ी बनाई देतू...." अनेक कजली गीत प्रस्तुत कर लोगो को भाव विभोर किया गया। तत्पश्चात आकाशवाणी व दूरदर्शन प्रयागराज की सुप्रसिद्ध लोकगायिका आश्रया द्विवेदी के द्वारा कजली की प्रस्तुति कर लोगो को मंत्रमुग्ध किया गया। आश्रया के द्वारा ‘‘ . अनेक मीरजापुरी कजरी ’गीत के साथ अपने सुप्रसिद्ध अंदाज में सुनाया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेन्द्र तिवारी उर्फ लल्लू तिवारी के द्वारा करते हुए अपने अंदाज से लोगो को आकर्षित करने हेतु मजबूर किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी के0एम0 द्विवेदी, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय व कार्यक्रम समन्वय शैलेन्द्र द्वारा सभी कलाकारों को पुष्प गुच्छ भेंटकर सम्मानित किया गया।

*एक तरफा लिंगभेदी महिला कानूनों में संशोधन को लेकर प्रदर्शन, कानूनों का दुरूपयोग रोकने व पुरूष आयोग के गठन की मांग*

मिर्जापुर- एक तरफा लिंगभेदी महिला कानूनों में संशोधन और महिला कानूनों का दुरुपयोग रोके जाने व पुरुष आयोग के गठन को लेकर न्यास संकल्प परिवार फाउंडेशन के तत्वाधान में सिटी क्लब के मैदान में सत्याग्रह आंदोलन करते हुए जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान वक्ताओं ने महिला सुरक्षा के नाम पर बनाये गये कानूनों का इस्तेनाल सुरक्षा की बजाय 99% तक प्रताड़ना के लिए किया जा रहा है, का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोभी महिलाओं के द्वारा अपने स्वार्थ, बदला लेने, किसी की छवि खराब करने के लिए, या पर-पुरुष सम्बन्ध (जिसे कानूनी मान्यता प्राप्त है और पति विरोध नहीं कर सकता है) को छुपाने के लिए, पुरुषों को ब्लैकमेल करने के लिए, समझौता के नाम पर रुपया उगाही के लिए, सिर्फ अपनी मनमानी चलाने के लिए इन महिला कानूनों का व महिला आयोग का दुरुपयोग कर रही है। ज्यादातर महिलायें निर्दोष पुरुषों तथा उनके परिवार के ऊपर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, गुजारा भत्ता, छेड़छाड़, बलात्कार इत्यादि झूठे आरोपों को लगाकर पुरुष तथा उनके परिवार को पुरी तरह से तबाह व बर्बाद कर रही है।

बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे Legal Terrorism अर्थात कानूनी आतंकवाद तक की संज्ञा सन 2005 में ही दे दी थी। इन महिला कानूनों के दुरुपयोग के परिणाम स्वरुप हमारे देश के कई होनहार पुरुष, इन महिलाओं के द्वारा झूठे मुकदमें किये जाने की धमकी तथा मुकदमों से आहत व प्रताड़ित होकर, मानसिक रुप से बुरी तरह बर्बाद किये जा रहे है। वर्षों तक कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पर भी न्याय नहीं मिलता, या 10-20 साल में निर्दोष पाए जाने तक वह बर्बाद हो चुके होते हैं। पूरी न्याय प्रणाली भी एकतरफा महिलावादी सोच से ग्रस्त होने के कारण, पुरुष अदालतों में भी हर कदम पर अपमानित होता है। यही सब एकतरफा सुनवाई और न्यायालय में न्याय के नाम पर की जा रही प्रताड़ना से आहत होकर आज महिला से तीन गुना ज्यादा तक पुरुष आत्महत्या कर लेने पर मजबूर है। पुरुष को सिर्फ अत्याचारी और रुपया कमाने की एक मशीन मात्र समझा जाता है। घरेलू हिंसा कानून भी सिर्फ महिलावादी होने कारण पुरुष पर हुई घरेलू हिंसा की कोई सुनवाई का प्रावधान ही नहीं है। यही कारण है कि आज आत्महत्या की सबसे बड़ी वजह घरेलू कलह है, जिसमें महिला से तीन गुना ज़यादा पुरुष आत्महत्या कर रहे हैं। विगत वर्ष भी 1,22,000 से अधिक पुरुषों ने आत्महत्या कर ली थी।

इसके अलावा पत्नी व उसके प्रेमी से मिलकर, जान से मार दिए गये पतियों की संख्या अतिरिक्त है। कहा कि झूठी रिपोर्ट लिखवाने वालों के साथ-साथ झूठी व अधूरी जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों, जिनकी एक तरफा महिला पक्षीय जांच न्यायालय में गलत पाए जाने के बावजूद, उनको 1% भी सजा नहीं होती है। यही कारण है कि आज महिला अपराध के झूठे मुकदमें बेधड़क और बेखौफ लिखवाए जाते हैं और दबाव बनाकर रुपयों की उगाही का धंधा चल रहा है। पेशेवर तरीके से रेप का केस लिखाने का कानूनी-धंधा चल रहा है और बेगुनाह पति, पुरुष आत्महत्या कर रहे हैं या उनका पूरा जीवन सरकार द्वारा बर्बाद किया जा रहा है। कहा कि आज स्थिति यह है कि पत्नी अपने प्रेमी के साथ खुल्लम-खुल्ला सम्बन्ध बना रही हैं और पति व पुलिस कोर्ट कुछ नहीं कर सकते हैं, जबकि पत्नी को रोकने के आरोप में पति को पत्नी की आज़ादी रोकने व घरेलू हिंसा का दोषी मानकर या दौरान कोर्ट कार्यवाही पति से गुजाराभत्ता दिलवाया जाता है। ऐसी स्थिति में पति इस समाज में अपने को ठगा-सा और अपमानित होकर इस मानसिक स्थिति से गुजरता है और पति के लिए फांसी जैसी क्रूरतम सजा निर्धारित की जाती है, ताकि समाज इस "महिला आज़ादी" में बाधा न पहुंचाए। अगर पत्नी की जारता (एडल्ट्री) स्पष्ट भी हो जाती है तो भी पुलिस, अधिकारी, कोर्ट सब अपने को महिला- अधिकार कानून के आगे मजबूर बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। एडल्ट्री (जारता) की खुली छूट होने के कारण अब आम जनता की बजाय यह गंदगी सरकारी कार्यालयों, पुलिस थानों, सरकारी आवासों, कॉर्पोरेट व जगह-जगह खुले oyo होटलों में आम हो चुकी है, स्त्री को वेश्यावृत्ति का पेशा चुनने का "हक" पहले ही कोर्ट दे चुकी हैं। यदि कोई पति जारता के आधार पर तलाक लेना चाहे तो भी पति को उस तलाकशुदा पत्नी को आजीवन गुजाराभत्ता देना तय कर दिया जाता है, क्योंकि "कभी-कभी" जारता में रहने वाली (या कहे कि रंगे हाथ पकड़ी जाने वाली) पत्नी को कोर्ट जारता नहीं मानती है। बच्चों की कस्टडी भी पत्नी को दे दी जाती है, भारी भरकम मेंटेनेंस बांधकर ऐसे में पति अब क्या करे।

इस दौरान संगठन के अध्यक्ष संस्थापक जराफत खान, कमाल अहमद, अतुल केशरी, जहूर खां, जुबेर, सन्नी वर्मा,रानू, रतन यादव, मनीत गुप्ता आदि लोगों सहित बड़ी संख्या में सोनीपत हरियाणा, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, भदोही, मीरजापुर, हापुड़, मेरठ इत्यादि से महिला पीड़ित पुरुषों ने भाग लिया।