बाढ़ ने फिर बढ़ाये कदम, लोग सहमे
नवाबगंज (गोंडा)। माझा क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ का जल स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। लोग पुनः पलायन करने को विवश हों गए हैं। साकी पुर, दत्तनगर, व्योन्दा माझा के दर्जनों मजरे बाढ़ से घिर चुके हैं। इसके पूर्व दो बार बाढ़ का पानी बढ़ने के बाद घट चुका है। तीसरी बार सरयू बढ़ने से लोग चिंता में हैं। जानवरों के चारे को लेकर पशु पालक ज्यादा चिंतित दिख रहे हैं। दत्तनगर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि राजाराम यादव के अनुसार पाड़ी व बाड़ी माझा पूरी तरह पानी से घिर गया हैं यहां कटान भी हों रही है। लोग परेशान हैं। व्योन्दा माझा, साकीपुर व तुलसीपुर में भी कटान तेज है। लोगों को सरकार से मुआवजे की उम्मीद दिख रही है। व्योन्दा माझा प्रधान केशव राम यादव ने बताया कि गाँव में पशु संक्रमित बीमारी के शिकार हों गए हैं सात जानवर मर चुके हैं। किन्तु गाँव में टीकाकरण व दवा वितरण का कार्य ठप है।
शुक्रवार को पशुधन विकास अधिकारी दवा लेकर व्योन्दा बाजार पहुंचे किन्तु गाँव में न जाकर वहीं से वापस लौट गए। गाँव में जानवर अब भी संक्रमण के शिकार हैं। कागजो में भले बाढ़ पीड़ितों को व्यवस्थाएं भरपूर मिल रही हों किन्तु जमीनी हकीकत इसके उलट है। सूत्रों की माने तो दत्तनगर में बाढ़ किट वितरण को लेकर दो पक्षो में जमकर मारपीट भी हों चुकी है। मामले को आपसी विवाद दिखाते हुए दोनों पर शांति भंग में पुलिस कार्यवाही भी कर चुकी है।
पलटी नाव, बाल बाल बचे लोग
दत्तनगर के ढेमवा पुल तक पहुंचने के लिए प्रशासन ने नाव संचालन पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। और न ही सरकारी नाव ही दी है। लोग निजी नाव स्टीमर का उपयोग कर आ जा रहे हैं। और लोगों से मनमाना किराया भी वसूल रहे हैं। बुधवार की शाम एक स्टीमर नदी के किनारे पलट गयी। गनीमत रही कोई हताहत नहीं हुआ। पहिले भी यहां नाव पलट चुकी है। किन्तु इनपर प्रतिबंध नहीं लग रहा है। स्थानीय पुलिस चौकी पर नाव चलवाने का आरोप भी लगता रहा है।
Aug 23 2024, 18:28