उपेन्द्र कुशवाहा और मनन मिश्रा ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए भरा नामांकन पर्चा, दोनो की जीत सुनिश्चित

डेस्क : बिहार के राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के नामांकन का आज अंतिम उपेन्द्र कुशवाहा और मनन मिश्रा ने नामांकन पर्चा भरा। एनडीए की ओर से जहां RLM प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा और भाजपा की ओर से मनन मिश्रा अपना अपना नामांकन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के दोनो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा सहित कई अन्य नेता मौजूद रहे। 

बता दें लोकसभा चुनाव में भाजपा के विवेक ठाकुर और राजद की मीसा भारती को मिली जीत के बाद बिहार कोटे से राज्यसभा की दो सीटें खाली हुई थी। जिसपर उपचुनाव होने जा रहा है। दोनों सीटों के उपचुनाव में जहां उपेन्द्र कुशवाहा का नाम पहले ही घोषित कर दिया गया था, वहीं मनन मिश्रा के नाम पर बीते मंगलवार की शाम भाजपा हाई कमान की हुई बैठक में मुहर लगी थी। 

दोनो की जीत है सुनिश्चित

उपेन्द्र कुशवाहा और मनन मिश्रा का निर्विरोध जीतना तय है। दरअसल, दोनों सीटों के उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग की ओर से दो अलग अलग नोटिफिकेशन जारी किए गए हैं। ऐसे में मतदान की स्थिति में बिहार विधानसभा के सदस्यों द्वारा दो अलग अलग मतपत्र पर दो बार वोटिंग करने का अवसर रहेगा। चूकि बिहार में एनडीए को पूर्ण बहुमत है इसलिए विधायकों की अधिकतम संख्या के आधार पर एनडीए के दोनों उम्मीदवारों को ज्यादा वोट मिलेगा। इसी कारण विपक्ष की ओर से किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। एनडीए के दोनों प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय है।

बिहार में अब अपराधियों और नक्सलियों की खैर नही : जल्द ही आधुनिक उपकरणों से लैस होने जा रहा एसटीएफ और एटीएस

डेस्क : बिहार पुलिस की दो विशेष इकाइयों एसटीएफ (स्पेशल टॉस्क फोर्स) और एटीएस (आतंकवाद निरोध दस्ता) को अधिक सशक्त बनाने की कवायद शुरू की गई है। इनके लिए आधुनिक उपकरणों की खरीद की जाएगी।

पुलिस महकमा के स्तर से तैयार 20 करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर गृह विभाग ने मुहर लगा दी है। इस राशि से इन इकाइयों के लिए नाइट विजन जैसे आधुनिक उपकरणों की खरीद होगी। इसकी मदद से जंगली या वीरान इलाकों में रात के दौरान भी सर्च ऑपरेशन चलाने में सहयोग मिलेगा। रात में मुठभेड़ के दौरान इन्हें बेहद सशक्त तरीके से लड़ने में ये उपकरण काफी सहयोगी साबित होंगे। 

अपराधियों, नक्सलियों और आतंकवादियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने वाली एसटीएफ और एटीएस दोनों इकाइयों के लिए नाइट विजन डिवाइस, वॉकी-टॉकी, जीपीएस ट्रैकर, ड्रैगन लाइट जैसे अत्याधुनिक उपकरणों के अलावा बम से सुरक्षा के लिए विशेष तरह के सूट, लेजर रेंज फाइंडर, मल्टीपर्पस चाकू, स्मार्ट वॉच, कोमोडो डैगर आदि की खरीद की जाएगी। 

एटीएस के लिए खासतौर से हर मौसम में उपयोग होने वाले हल्के टेंट, जीपीएस ट्रैकर और वॉकी-टॉकी जैसे विशेष उपकरणों की खरीद होगी। वहीं, बिहार गृह रक्षा वाहिनी मुख्यालय के लिए 14 नए वाहनों की खरीद भी की जाएगी। इसके लिए गृह विभाग ने 3 करोड़ 3 लाख रुपये की स्वीकृति दी है।

इस राशि से प्रमंडलीय समादेष्टाओं के लिए 4, जबकि जिला समादेष्टा के लिए 1-1 स्कार्पियो वाहन की खरीद होगी। इसके अलावा 40 सीटों वाली 5 वातानुकूलित बसें और 3 ट्रक खरीदे जाएंगे। परेड के निरीक्षण के लिए एक महिन्द्रा थार की भी खरीद होगी।

भारत बंद का बिहार में दिख रहा व्यापक असर : राजधानी पटना में बंद समर्थकों ने जबरन दुकाने कराई बंद

डेस्क : दलित और आदिवासी संगठनों ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के हालिया सुझाव के विरोध में आज बुधवार को भारत बंद की घोषणा की है। बंद को राजद व बसपा ने समर्थन दिया है।

देशभर में भारत बंद का असर सुबह से ही दिखने लगा है। इधर बिहार में भी भारत बंद का असर दिख रहा है। सुबह से ही राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में बंद समर्थक सड़क पर आगजनी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। पटना में अब प्रदर्शनकारियों की उदंडता दिखने लगी है। प्रदर्शनकारी जबरन दवा दुकान को बंद करा रहे हैं। 

बता दें कि, सरकार के द्वारा साफ तौर पर प्रदर्शनकारियों को हिदायत दी गई है कि भारत बंद के दौरान वो निजी, सरकारी अस्पतालों और दवा दुकानों को बंद नहीं कराएंगे। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी लगातार पटना में जबरन दवा दुकान बंद करा रहे हैं। पटना के पीएमसीएच के पास भी प्रदर्शनकारियों का भारी बवाल जारी है। 

आरक्षण बिल के विरोध में शामिल भीम आर्मी के प्रदर्शनकारियों ने अशोक राज पथ स्थित मेडिकल दवा दुकानों को जबरन बंद करा रहे हैं। प्रदर्शनकारी लाठी डंडो के साथ पटना की सड़कों पर उतरे हैं और जबरन दुकानों को बंद करा रहे हैं। लाउडस्पीकर लगाकर प्रदर्शनकारी जबरन दुकान बंद कर रहे हैं। पटना का डाक बंगला चौराहा पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मान लेते हैं तो तब तक वो ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे। वहीं भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात हैं। 

वहीं बिहार के कई जिलों में भी भारत बंद का असर दिख रहा है। बिहार के भोजपुर में भारत बंद के समर्थन में विभिन्न दलों के नेताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर चक्का जाम कर दिया है। जिससे रेल सेवा प्रभावित हुई है। इसी तरह जहानाबाद, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर समेत तकरीबन तमाम जिलों में बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। सड़को पर गाड़ियों की आवाजाही बंद है। सबसे ज्यादा परेशानी दूर-दराज से आने वाले लोगों को हो रही है।

*पटना पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 1 लाख के इनामी समेत 3 कुख्यात को दबोचा*

डेस्क : पटना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने बीते वर्ष पीरबहोर थाना क्षेत्र में पुलिस कर्मियों को बाम लगाकर कैदी वाहन से फरार नीरज चौधरी सहित तीन कुख्यात को गिरफ्तार किया है। नीरज की गिरफ्तारी पर पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा था। जबकि तीन लाख के इनाम का प्रस्ताव बीते दिनों भेजा गया है। अन्य बदमाशों की पहचान विवेक पटेल और पीयूष गुप्ता के रूप में हुई है। सागर यादव गिरोह के तीनों बदमाश पटना जिला के टॉप-10 अपराधी हैं। उनपर हत्या, डकैती और लूट के अनेक मामले दर्ज हैं। नीरज के पास से पुलिस ने एक पिस्टल और पांच कारतूस से भरी मैगजीन बरामद की है। बता दें कि आलमगंज में हत्या के मामले में पुलिस ने नीरज को गिरफ्तार किया था। बेऊर में बंद आरोपित को 15 जून 2023 को जेल से पेशी के लिए कैदी वाहन से पटना सिविल कोर्ट ले जाया जा रहा था। इसी दौरान पीरबहोर थाना क्षेत्र में आरोपित ने पुलिसकर्मियों की आंख में बाम लगा दिया था और फरार हो गया था। फरारी के बाद नीरज ने अपने साथियों के साथ मिलकर बहादुरपुर, गौरिचक और खुसरुपुर इत्यादि थाना क्षेत्र में लूट की एक के बाद एक चार घटनाओं को अंजाम दिया था। वहीं, चौक थाना इलाके में आरोपित ने इसी वर्ष राहुल कुमार सहित दो लोगों को गोली मार दी थी। बाद में घायल राहुल की मौत हो गई थी। मामले में शामिल अन्य आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए थे। लेकिन नीरज पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा था। सिटी एसपी ईस्ट भारत सोनी ने बताया कि राहुल की हत्या की गंभीरता को देखते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा एसआईटी का गठन किया गया था। पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। इसी बीच पता चला कि नीरज अपने साथियों के साथ सोमवार को राखी बंधवाने हाजीपुर इलाके में आने वाला है। जिसके बाद पुलिस की टीम वहां मुस्तैद हो गई। जैसे ही बदमाश वहां पहुंचे नीरज चौधरी (शिकारपुर, चौक), विवेक पटेल (मारूफगंज बाजार, चौक) और पीयूष (छोटी नगला, मालसलामी) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में नीरज के पास से हथियार और कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में पता चला कि पुलिस की सक्रियता के बाद नीरज झारखंड में छुपा था।
राज्यसभा के लिए आज एनडीए प्रत्याशी के तौर पर उपेन्द्र कुशवाहा और मनन मिश्रा भरेंगे नामांकन पर्चा*

डेस्क : बिहार के राज्यसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के नामांकन का आज अंतिम दिन है। आज बुधवार को एनडीए के दोनों प्रत्याशी नामांकन दाखिल करेंगे। रालोमो सुप्रीमो सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा बतौर एनडीए के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे। जबकि दूसरी सीट पर भाजपा कोटे से वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्र नामांकन दाखिल करेंगे। नामांकन दाखिल करते समय एनडीए के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि मीसा भारती के पाटलिपुत्र से और विवेक ठाकुर के नवादा से लोकसभा सांसद बनने के कारण इन दोनों सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। मीसा भारती के स्थान पर रालोमो सुप्रीमो उपेन्द्र कुशवाहा राज्यसभा जाएंगे। इनका कार्यकाल चार वर्ष का होगा। वहीं विवेक ठाकुर के स्थान पर मनन कुमार मिश्र राज्यसभा जाएंगे। इनका कार्यकाल दो वर्ष का होगा।
क्रीमी लेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के हालिया सुझाव के विरोध में आज भारत बंद, राजधानी पटना मे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम*

डेस्क : दलित और आदिवासी संगठनों ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आरक्षण में क्रीमी लेयर संबंधी सुप्रीम कोर्ट के हालिया सुझाव के विरोध में आज बुधवार को भारत बंद की घोषणा की है। बंद को राजद व बसपा ने समर्थन दिया है। नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ दलित एंड आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन्स ने सरकार से आरक्षण पर नए कानून पारित करने और उसे संविधान की नौवीं सूची में शामिल करने की मांग की है। भारत बंद को लेकर पटना के कई स्कलों को बुधवार को बंद रखने की घोषणा की गई है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। इनमें पटना में डीएवी पब्लिक स्कूल की सभी शाखाएं, डीपीएस, ओपेन माइंडस, बेली रोड शामिल हैं। इधर भारत बंद को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहेगी। राजधानी पटना में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये हैं। सभी संवदेनशील स्थानों पर जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। डाकबंगला चौराहा, अशोक राजपथ, नेहरू पथ, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत अन्य जगहों पर पुलिसकर्मियों को चौकस रहने के निर्देश दिये गये हैं। डाकबंगला चौराहा पर कई थानों की पुलिस के अलावा डीएसपी स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। फुलवारी में बंद के समर्थन में मंगलवार की शाम बाइक रैली निकाली गई। वहीं अशोक राजपथ पर भी अलग-अलग थाना इलाकों में पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। दूसरी ओर डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि पुलिस ने किसी भी स्कूल को बंद न करने की अपील की है। शहर में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं। अगर किसी ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन छोड़कर कानून तोड़ने की कोशिश की तो उस पर विधि-सम्मत कार्रवाई की जायेगी।
बिहार से राज्य सभा उपचुनाव के दो सीटों के लिए एनडीए ने अपने दूसरे प्रत्याशी के नाम का किया एलान, बीजेपी ने इन्हें बनाया अपना प्रत्याशी

डेस्क : सात राज्यों की 10 राज्यसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव चुनाव  में बिहार के दो सीट शामिल है। इन दोनो सीटों के लिए एनडीए ने अपने एक प्रत्याशी का उपेन्द्र कुशवाहा के तौर पर नाम का एलान पहले ही कर दिया था। वहीं आज दूसरी सीट के लिए भी प्रत्याशी के नाम का एलान हो गया।

कल चुनाव के लिए नामांकन का कल आखिरी दिन है। आखिरी दिन से ठीक पहले बीजेपी ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। बिहार में रास की दो सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। जिसमें उपेन्द्र कुशवाहा का नाम का एलान पहले ही हो गया था। वही आज बीजेपी ने एनडीए के दूसरे प्रत्याशी का नाम का एलान करते हुए मनन कुमार मिश्रा को बिहार से रास का उम्मीदवार बनाया है।

मनन कुमार मिश्रा गोपालगंज के रहने वाले हैं और सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील हैं। वर्तमान में बार कौंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन के पद पर हैं। वहीं, दूसरी सीट से उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए के उम्मीदवार होंगे। भाजपा ने कुल 9 प्रत्याशियों के नाम की सूची जारी की है।

बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष व वरीय अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा को भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सभा उम्म्मीदवार बनाया है। वे पटना हाईकोर्ट में  अधिवक्ता के रूप में  प्रैक्टिस की। बाद में  बिहार राज्य बार कॉउन्सिल के सदस्य चुने गये। वे बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया में  बिहार राज्य बार  कॉउन्सिल के  प्रतिनिधि बने। वे रिकॉर्ड बार  बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रहे और वर्तमान में इस पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने भाजपा से जुड़ कर दल के लिए कार्य करते रहे हैं।
UPSC में लेटरल एंट्री भर्ती की प्रक्रिया पर रोक का केन्द्रीय मंत्री चिराग ने किया स्वागत, कहा-मेरी पार्टी कभी नही रहा इसका पक्षधर

डेस्क : विपक्ष के साथ-साथ एनडीए में शामिल कुछ दलों द्वारा यूपीएससी द्वारा लेटरल एंट्री के माध्यम से सचिव और निदेशक जैसे पदों पर नियुक्ति का विरोध किये जाने के बाद केन्द्र सरकार ने इसपर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इस बावत आज मंगलवार को कार्मिक मंत्रालय ने यूपीएससी को पत्र जारी किया।

इधर केन्द्र सरकार के इस फैसले का केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री का आभार जताया है। चिराग पासवान ने अपने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर लिखा है....केंद्र सरकार द्वारा UPSC में लेटरल एंट्री के द्वारा भर्ती की प्रक्रिया का मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) कभी पक्षधर नहीं रही है। मेरी मांग थी की कोई भी सरकारी नियुक्तियां आरक्षण के प्रावधानों को ध्यान मंर रखकर होनी चाहिए। आज प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर इस प्रक्रिया को रद्द करने के फैसले लिया गया है , जिसका मैं और मेरी पार्टी स्वागत करती है। प्रधानमंत्री आदरणीय श्री जी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार समाज में कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए संकल्पित है , ऐसे में ये फैसला दलितों और पिछड़ों के पक्ष में है। यह फैसला प्रधानमंत्री जी की सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके लिए मैं और मेरी पार्टी प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती है।

बताते चले कि यूपीएससी ने हाल ही में लैटरल एंट्री के माध्यम से संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव सहित 45 मध्यम स्तर के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए था। कई विपक्षी दलों ने इस फैसले का विरोध किया। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव जैसे नाम प्रमुख रहे। इतना ही नहीं एनडीए सरकार में शामिल चिराग पासवान भी इस फैसले पर असहमति जताया था। विपक्ष के तमाम नेताओ ने मोदी सरकार पर इन नियुक्तियों के माध्यम से आरक्षण के प्रावधानों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद अब मोदी सरकार ने विज्ञापन पर रोक लगाने का फैसला लिया है।
तेजस्वी यादव का केन्द्रीय मंत्री मांझी और चिराग पर तीखा तंज : संविधान किया जा रहा खत्म, इन्हें बस सरकार में बैठकर मलाई खाने से...

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और चिराग पासवान पर तीखा कटाक्ष किया है। साथ ही दोनो से इस्तीफे की मांग की है।

तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीजेपी के लोग संविधान बदल रहे और ये दोनो टुकुर टुकुर देख रहे हैं।चाहे संविधान खत्म हो जाए, आरक्षण खत्म हो जाए, ये लोग बैठ के मलाई खाते रहेंगे। उन्हें बंगला और सिक्योरिटी मिल गया है उसी से खुश है।

तेजस्वी ने कहा कि, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी क्या कर रहे हैं, बस ताक रहे हैं, इन लोगों को तो इस्तीफा दे देना चाहिए।  मांझी जी क्रीमी लेयर का सपोर्ट कर रहे हैं। अरे आप अपने बेटे को और खुद क्यों कुर्सी पर बैठे हैं त्याग दे दीजिए। अभी उपचुनाव होगा तो इनके ही घर के लोग चुनाव लड़ेंगे ये दोहरी नीति नहीं चलेगी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, देश की जनता देख रही है इन नेताओं को समय आने पर जवाब दिया जाएगा। नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी समर्थन कर रहे हैं, ये लोग बस मलाई खाना चाहते हैं, चाहे संविधान खत्म हो जाए, आरक्षण खत्म हो जाए, ये लोग बैठ के मलाई खाते रहेंगे।
गिरिराज सिंह का बड़ा बयान : संकट में है बंगाल का अस्तित्व, ममता बनर्जी आगे सीएम रही तो पश्चिम बंगाल बन जाएगा दूसरा बांग्लादेश

डेस्क : केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल का अस्तित्व खतरे में है। वहीं उन्होंने इसके के लिए सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि ममता बनर्जी बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों का आधार कार्ड बना रही हैं। ममता बनर्ती अगर आगे भी सीएम रहीं तो वह दिन दूर नहीं जब पश्चिम बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन जाएगा।

गिरिराज सिंह ने कहा है कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुराचार के बाद उसकी हत्या यह बहुत ही अजीब है। मैं हैरान हूं। बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से खराब हो चुकी है। ममता बनर्जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। कानून व्यवस्था और सत्ता उनके हाथ में है। अगर उनसे नहीं संभल रहा है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर उन्हें सत्ता से नहीं हटाया गया, तो पश्चिम बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन जाएगा।

गिरिराज सिंह ने कहा कि दिल्ली में जो महिला मेड हैं वह बांग्लादेशी हैं। यहां आराम से घूम रही हैं और काम कर रही हैं। बांग्लादेश की बांग्ला भाषा में बात करती हैं। बंगाल में एक गहन जांच की जरूरत है। ममता बनर्जी वोट की लालच में अवैध घुसपैठियों को रेड कार्पेट दे रही हैं। ममता बनर्जी आज बंगाल के सारे अस्तित्व को खत्म कर रही हैं, इसलिए इस पर जांच होनी चाहिए।