UPSC में लेटरल एंट्री भर्ती की प्रक्रिया पर रोक का केन्द्रीय मंत्री चिराग ने किया स्वागत, कहा-मेरी पार्टी कभी नही रहा इसका पक्षधर

डेस्क : विपक्ष के साथ-साथ एनडीए में शामिल कुछ दलों द्वारा यूपीएससी द्वारा लेटरल एंट्री के माध्यम से सचिव और निदेशक जैसे पदों पर नियुक्ति का विरोध किये जाने के बाद केन्द्र सरकार ने इसपर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। इस बावत आज मंगलवार को कार्मिक मंत्रालय ने यूपीएससी को पत्र जारी किया।

इधर केन्द्र सरकार के इस फैसले का केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान ने स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री का आभार जताया है। चिराग पासवान ने अपने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट पर लिखा है....केंद्र सरकार द्वारा UPSC में लेटरल एंट्री के द्वारा भर्ती की प्रक्रिया का मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) कभी पक्षधर नहीं रही है। मेरी मांग थी की कोई भी सरकारी नियुक्तियां आरक्षण के प्रावधानों को ध्यान मंर रखकर होनी चाहिए। आज प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर इस प्रक्रिया को रद्द करने के फैसले लिया गया है , जिसका मैं और मेरी पार्टी स्वागत करती है। प्रधानमंत्री आदरणीय श्री जी के नेतृत्व वाली केंद्र की एनडीए सरकार समाज में कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए संकल्पित है , ऐसे में ये फैसला दलितों और पिछड़ों के पक्ष में है। यह फैसला प्रधानमंत्री जी की सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके लिए मैं और मेरी पार्टी प्रधानमंत्री का धन्यवाद करती है।

बताते चले कि यूपीएससी ने हाल ही में लैटरल एंट्री के माध्यम से संयुक्त सचिव, निदेशक और उप सचिव सहित 45 मध्यम स्तर के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए था। कई विपक्षी दलों ने इस फैसले का विरोध किया। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव जैसे नाम प्रमुख रहे। इतना ही नहीं एनडीए सरकार में शामिल चिराग पासवान भी इस फैसले पर असहमति जताया था। विपक्ष के तमाम नेताओ ने मोदी सरकार पर इन नियुक्तियों के माध्यम से आरक्षण के प्रावधानों का पालन नहीं करने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद अब मोदी सरकार ने विज्ञापन पर रोक लगाने का फैसला लिया है।
तेजस्वी यादव का केन्द्रीय मंत्री मांझी और चिराग पर तीखा तंज : संविधान किया जा रहा खत्म, इन्हें बस सरकार में बैठकर मलाई खाने से...

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी और चिराग पासवान पर तीखा कटाक्ष किया है। साथ ही दोनो से इस्तीफे की मांग की है।

तेजस्वी यादव ने कहा है कि बीजेपी के लोग संविधान बदल रहे और ये दोनो टुकुर टुकुर देख रहे हैं।चाहे संविधान खत्म हो जाए, आरक्षण खत्म हो जाए, ये लोग बैठ के मलाई खाते रहेंगे। उन्हें बंगला और सिक्योरिटी मिल गया है उसी से खुश है।

तेजस्वी ने कहा कि, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी क्या कर रहे हैं, बस ताक रहे हैं, इन लोगों को तो इस्तीफा दे देना चाहिए।  मांझी जी क्रीमी लेयर का सपोर्ट कर रहे हैं। अरे आप अपने बेटे को और खुद क्यों कुर्सी पर बैठे हैं त्याग दे दीजिए। अभी उपचुनाव होगा तो इनके ही घर के लोग चुनाव लड़ेंगे ये दोहरी नीति नहीं चलेगी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि, देश की जनता देख रही है इन नेताओं को समय आने पर जवाब दिया जाएगा। नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी समर्थन कर रहे हैं, ये लोग बस मलाई खाना चाहते हैं, चाहे संविधान खत्म हो जाए, आरक्षण खत्म हो जाए, ये लोग बैठ के मलाई खाते रहेंगे।
गिरिराज सिंह का बड़ा बयान : संकट में है बंगाल का अस्तित्व, ममता बनर्जी आगे सीएम रही तो पश्चिम बंगाल बन जाएगा दूसरा बांग्लादेश

डेस्क : केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल का अस्तित्व खतरे में है। वहीं उन्होंने इसके के लिए सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जोरदार हमला बोला है। गिरिराज सिंह ने कहा है कि ममता बनर्जी बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों का आधार कार्ड बना रही हैं। ममता बनर्ती अगर आगे भी सीएम रहीं तो वह दिन दूर नहीं जब पश्चिम बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन जाएगा।

गिरिराज सिंह ने कहा है कि कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ दुराचार के बाद उसकी हत्या यह बहुत ही अजीब है। मैं हैरान हूं। बंगाल में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह से खराब हो चुकी है। ममता बनर्जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। कानून व्यवस्था और सत्ता उनके हाथ में है। अगर उनसे नहीं संभल रहा है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर उन्हें सत्ता से नहीं हटाया गया, तो पश्चिम बंगाल दूसरा बांग्लादेश बन जाएगा।

गिरिराज सिंह ने कहा कि दिल्ली में जो महिला मेड हैं वह बांग्लादेशी हैं। यहां आराम से घूम रही हैं और काम कर रही हैं। बांग्लादेश की बांग्ला भाषा में बात करती हैं। बंगाल में एक गहन जांच की जरूरत है। ममता बनर्जी वोट की लालच में अवैध घुसपैठियों को रेड कार्पेट दे रही हैं। ममता बनर्जी आज बंगाल के सारे अस्तित्व को खत्म कर रही हैं, इसलिए इस पर जांच होनी चाहिए।
पीके का तेजस्वी पर बड़ा हमला : केवल पिता की राजनीतिक विरासत मिल जाने से कोई बिहार का राजनेता नहीं बन जाता है

डेस्क : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि केवल पिता की राजनीतिक विरासत मिल जाने से कोई बिहार का राजनेता नही बन जाता है।

दरअसल राजद के कार्यकर्ताओं द्वारा जनसुराज में शामिल होने की खबर के बाद राजद द्वारा जनसुराज पर यह आरोप लगाया गया है कि जनसुराज द्वारा पैसा देकर राजद के लोगों को शामिल कराया जा रहा है। इस आरोप पर जनसुराज के सूत्रधार पीके ने यह हमला बोला है।

उन्होंने कहा है कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद जी ने ही पत्र लिखकर अपने कार्यकर्ताओं और नेताओ से कहा कि आप जन सुराज में शामिल न हों। तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए बयान का मतलब यह है कि वे खुद अपनी ही पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर सवाल उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि यदि वे कह रहे हैं कि राजद के लोग पैसा लेकर जन सुराज में जा रहे हैं, तो इसका मतलब यह है कि वे खुद अपनी पार्टी के सदस्यों की नियत पर शक कर रहे हैं। ये तो तेजस्वी की राजनीतिक नादानी दिखाता है कि वह अपने ही कार्यकर्ताओं को बिका हुआ बता रहे हैं। यह साफ जाहिर होता है कि केवल पिता की राजनीतिक विरासत मिल जाने से कोई बिहार का राजनेता नहीं बन जाता है। लालटेन से किरासन तेल निकलने के डर से तेजस्वी बौखलाए हुए हैं।

प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि राजनीति में ऐसे बयान अक्सर विरोधियों को कमजोर दिखाने के लिए दिए जाते हैं लेकिन कभी-कभी ये खुद की पार्टी में असंतोष और अव्यवस्था का संकेत भी दे देते हैं। इससे यह भी साफ़ होता है कि जन सुराज आंदोलन की तरफ से राजद को एक चुनौती महसूस हो रही है। तेजस्वी यादव के बयान से यह प्रतीत होता है कि वे जन सुराज की बढ़ती लोकप्रियता से चिंतित हो गए है इसलिए वे इसे रोकने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।
शिक्षक भर्ती टीयर-3 : बैंकलॉग जोड़ते हुए होगी शिक्षक पदों की गणना, जिलों को दिया गया निर्देश

डेस्क : बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक बहाली में बैकलॉग पदों की गिनती होगी। शिक्षा विभाग ने सभी जिलों से पहले और दूसरे चरण की शिक्षक बहाली के बाद खाली रह गए शिक्षकों के पद की जानकारी मांगी है। दो चरणों की शिक्षक बहाली के बावजूद खाली रह गए पदों को भी तीसरे चरण की बहाली में जोड़ा जाएगा। 

शिक्षा विभाग ने प्रथम और द्वितीय चरण की शिक्षक नियुक्ति के बाद नौंवीं-दसवीं और 11वीं-12वीं में शिक्षकों के रिक्त रह गये पदों को जोड़ते हुए तीसरे चरण के लिए कोटिवार पदों की गणना का निर्देश जिलों को दिया है।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। पत्र में जिलों को कहा गया है कि बैकलॉग की गणना करते हुए कोटिवार पद तीन दिनों के अंदर विभाग को भेजें। शिक्षा विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि शिक्षकों के कोटिवार पदों की गणना जिलाधिकारी के माध्यम से कराकर भेजना है। विभाग ने इस पत्र के साथ सभी जिलों को एक फॉरमेट भी भेजा है, जिसमें पूरी रिपोर्ट सौंपनी है।

जिलों को भेजे गए पत्र में शिक्षा विभाग ने यह भी कहा है कि पूर्व में जिलों के द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट में बैकलॉग की गणना नहीं की गयी थी। इसलिए नये सिरे से जिलों को यह भेजना है।

मौसम अलर्ट : बिहार में फिर से मानसून हो रहा सक्रिय, राज्य के इन पांच जिलों में आज से अगले दो दिनों तक भारी बारिश और वज्रपात का अलर्ट*

डेस्क : बिहार में एकबार फिर से मानसून के सक्रिय होने के आसार दिख रहे है। राजधानी पटना सहित प्रदेश में आज मंगलवार से मानसून की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। इस दौरान सूबे के अधिकतर जगहों पर मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद, जमुई और बांका जिले के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। वहीं उत्तर-पूर्व और दक्षिणी भागों के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, बुधवार को पश्चिम चंपारण, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, अरवल, जमुई, बांका में भारी और कैमूर, रोहतास में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी है। अन्य जगहों पर गरज-तड़क के साथ मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून के लो प्रेशर का सिस्टम बने रहने के कारण बारिश की गतिविधि कमजोर है। मगर एक-दो दिनों में लो प्रेशर का सिस्टम समाप्त होने की संभावना है। दरअसल, मानसून में लंबे समय तक तेज बारिश के लिए जिस सिस्टम की जरूरत होती है वह सिस्टम अब तक नहीं बन पाया है। इसी कारण मानसून में अच्छी बारिश नहीं हो पा रही है।
एनडीए प्रत्याशी के तौर पर कल राज्यसभा सदस्य के लिए नामांकन दाखिल करेंगे उपेन्द्र कुशवाहा*

बिहार की दो राज्यसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। दोनों सीटों पर एनडीए का ही उम्मीदवार होगा। एक सीट पर उपेंद्र कुशवाहा के नाम पर पहले से ही मुहर लग चुकी है जबकि दूसरी सीट के लिए भी उम्मीदवार का नाम फाइनल हो गया है। राज्यसभा की दूसरी सीट पर बीजेपी का उम्मीदवार होगा। किसी भी वक्त उम्मीदवारों की लिस्ट जारी हो सकती है। राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 21अगस्त को राज्यसभा सदस्य के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। पूर्व में 20 अगस्त को नामांकन दाखिल किए जाने का कार्यक्रम था, किंतु राज्यसभा की दूसरी सीट के लिए उम्मीदवार तय होने में देरी के कारण नामांकन कार्यक्रम को एक दिन आगे बढ़ा दिया गया है। सोमवार को राष्ट्रीय लोक मोर्चा, बिहार के महासचिव एवं प्रवक्ता राम पुकार सिन्हा ने बताया कि दिन के ग्यारह बजे बिहार विधान मंडल में एनडीए गठबंधन के सभी वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में उपेंद्र कुशवाहा नामांकन दाखिल करेंगे। गौरतलब है कि बिहार में राज्यसभा की रिक्त दो सीटों पर उपचुनाव हो रहा है। भाजपा नेता विवेक ठाकुर ने नवादा जबकि राजद नेत्री डॉ. मीसा भारती ने पाटलिपुत्र संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दिया था। एक सीट भाजपा ने सहयोगी पार्टी रालोमो प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा को दी है।
*आईजीआईएमएस में MBBS की सीटें बढ़ाने की NMC से मिली मंजूरी, इसी सत्र से अब इतने सीटों पर होगा नामांकन

* डेस्क : एमबीबीएस की पढ़ाई करने वालों के लिए एक बड़ी खबर है। अब उन्हें पटना के आईजीआईएमएस में एमबीबीएस करने का मौका मिल सकता है। आईजीआईएमएस में एमबीबीएस की 30 सीटें बढ़ गई हैं। इस सत्र (2024-25) से ही 150 सीटों पर नामांकन होगा। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने संस्थान में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने की मंजूरी दी है। इस संबंध में एनएमसी का एक पत्र सोमवार को अस्पताल प्रशासन को मिला है। गौरतलब है कि इससे पूर्व संस्थान में अबतक हर वर्ष एमबीबीएस की 120 सीटों पर नामांकन होता था। संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि एमबीबीएस की सीटें 120 से बढ़ाकर 150 करने का प्रस्ताव एनएमसी को भेजा गया था। उन्होंने बताया कि एनएमसी की एक टीम अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने भी पिछले महीने आई थी और सुविधाओं पर संतोष प्रकट की थी। इसके बाद आयोग ने प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।
कल मंगलवार को होने वाली बिहार कैबिनेट की बैठक की बदली तारीख, अब इस दिन होगी बैठक

पटना : कल मंगलवार 20 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। इस संबंध में कैबिनेट सचिवालय की तरफ से सभी मंत्रियों को सूचना भी जारी कर दी गई थी। लेकिन अब तारीख बदल गई है। कैबिनेट की बैठक अब 20 की बजाय 21 अगस्त को होगी। मंत्रिपरिषद की बैठक अब 21 अगस्त बुधवार की शाम 4 बजे से मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में होगी।  

गौरतलब है कि बिहार कैबिनेट की बैठक के लिए पहले मंगलवार का दिन निर्धारित था लेकिन अलग-अलग कारणों से मंगलवार की जगह कैबिनेट की बैठक किसी भी दिन बुलाई जाने लगी है। मंगलवार की जगह अब कैबिनेट की बैठक किसी भी दिन हो जाती है। पहले कैबिनेट की बैठक 20 अगस्त को बुलाई गई थी लेकिन अपरिहार्य कारणों ने अब यह बैठक मंगलवार की जगह बुधवार को होगी।

21 अगस्त की महत्वपूर्ण कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बड़े फैसले लेने की संभावना है। इसके पहले इस महीने 6 तारीख को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई थी, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए थे।

रक्षाबंधन के पावन मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने पेड़ को राखी बांधकर मनाया रक्षाबंधन का त्योहार, प्रदेश और देशवासियों को दी राखी की बधाई

डेस्क : आज रक्षाबंधन के पावन पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ईको पार्क में पेड़ को राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। वहीं मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन पर्व के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को बधाई दी है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक वरवड़े, पटना के डीएम डॉ० चन्द्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह सहित अन्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी मौजूद रहे।

दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रक्षा बंधन एवं 'बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस' के पावन अवसर पर पटना स्थित राजधानी वाटिका में 'बाम्बेक्स इपलीटिका' वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर राजधानी वाटिका में 'डोरंडा' पौधे का रोपण भी किया।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में लिखा कि राज्य में इको टूरिज्म को भी बढ़ावा देने की दिशा में भी तेजी से काम आगे बढ़ रहा है। सरकार की योजनाओं एवं प्रयासों से राज्य के लोग पर्यावरण एवं जीव-जंतुओं के संरक्षण तथा वृक्षारोपण के प्रति जागरूक हो रहे है। सीएम नीतीश ने एक्स पर लिखा, “रक्षाबंधन भाई-बहन के प्यार एवं स्नेह का त्यौहार है। रक्षाबंधन के अवसर पर प्रदेश एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं”।

बताते चले कि 13 अगस्त 2012 को रक्षाबंधन के अवसर पर मुख्यमंत्री ने "बिहार वृक्ष सुरक्षा दिवस" का शुभारंभ किया था। इसका उद्देश्य था कि पर्यावरण के प्रति लोग जागरूक हों, पौधों को संरक्षित करें और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। जलवायु परिवर्तन से पृथ्वी पर हो रहे नुकसान को कम करने के लिए वृक्षारोपण करना एवं इन्हें बचाना अतिआवश्यक है। जल-जीवन-हरियाली एवं अन्य योजनाओं के अन्तर्गत बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया जा रहा है।