इंटरव्यू के बाद ट्रेनी के 200 पद पर होगी बहाली
दरभंगा जिला में रामनगर आईटीआई के पास संयुक्त श्रम भवन लहरिया सराय कार्यालय परिसर में जॉब कैंप का आयोजन अगले शनिवार को किया जाएगा। सुबह 10:00 बजे से लेकर 3:00 बजे कैंप लगेगा। ट्रेनी के लिए 200 पदों पर साक्षात्कार के बाद बहाली होगी। जानकारी सहायक निदेशक नियोजन अवर प्रादेशिक नियोजनालय दरभंगा ने दी है। बताया कि अभ्यर्थियों की उम्र सीमा 18 वर्ष से 26 वर्ष निर्धारित है। नियोजक मैट्रिक, 12वीं और आईटीआई उत्तीर्ण पुरुष अभ्यर्थियों की बहाली की जाएगी। उन्होंने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों को 14,000/- रुपए प्रतिमाह के अलावे मुफ्त आवास, भोजन, परिवहन, बोनस, मेडिकल आदि की सुविधा दी जाएगी। साथ ही 3 वर्ष के सफलतापूर्वक प्रशिक्षण कार्य अवधि के बाद इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।

नियोजनालय निबंधन अनिवार्य है

उप निदेशक, जन-सम्पर्क सत्येन्द्र प्रसाद ने कहा कि जॉब कैंप में भाग लेने के लिए अभ्यर्थियों के लिए नियोजनालय निबंधन अनिवार्य है। इच्छुक अभ्यर्थी भारत सरकार के NCS Protal (www.ncs.gov.in) पर जाकर खुद से या इस नियोजनालय में आकर निबंधन करा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी अपना बायोडाटा, सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र, 05 रंगीन फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और अन्य प्रमाण पत्र के साथ जॉब कैंप में भाग ले सकते हैं। बायोडाटा, सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्र की छाया प्रति साथ में अवश्य लाएंगे।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
युवक ने शादी का झांसा देकर बनाए संबंध; कुंडली पुलिस ने किया गिरफ्तार, जेल भेजा
हरियाणा के सोनीपत में शादी का झांसा देकर एक महिला से रेप किया गया। इसको लेकर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन के बाद दुष्कर्म के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। वहां सुनवाई के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान सुमित निवासी जीवन विहार कालोनी मुरथल सोनीपत के तौर पर हुई है। उसके खिलाफ थाना कुंडली में केस दर्ज किया गया था।

जानकारी के अनुसार 18 जुलाई को थाना कुण्डली में दरभंगा बिहार निवासी एक महिला ने शिकायत दी थी कि उसकी सुमित के साथ पहचान थी। युवक ने उसे झांसा दिया कि वह उसके साथ शादी करेगा। इससे दोनों में मेल मिलाप बढ़ गया। युवक ने इसके बाद उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए।

उसने इनकार किया, लेकिन शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया। थाना कुण्डली की अनुसंधान टीम में नियुक्त महिला ASI सुमन ने अपनी पुलिस टीम के साथ कार्रवाई करते हुए पीड़ित महिला के कोर्ट के आदेशानुसार मजिस्ट्रेट के सामने बयान दज्र कराए। इसके बाद महिला विशेषज्ञ व लीगल ऐड से उसकी काउंसिलिंग करवाई।

दूसरी तरफ कार्यवाही करते हुए पुलिस ने घटना में संलिप्त आरोपी सुमित निवासी जीवन विहार कालोनी, मुरथल सोनीपत को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया है। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट
धूप-बारिश में बर्बाद हो रही निःशुल्क मिलने वाली दवाइयां
दरभंगा के सदर पीएचसी में लाखों रुपए की दवाइयां बारिश के झोंके और धूप के कारण बर्बाद हो रही है। इन दवाइयों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों के बीच निःशुल्क वितरण किया जाना था, लेकिन दवाइयां खराब हो रही है। पीएचसी के बरामदे पर दवाइयों को छोड़ दिया गया है। दवा भंडारण के लिए जगह का अभाव है।

दवाइयां करीब 20 दिन से ऐसी स्थिति में है। जिससे गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। वहीं, इस मामले में सीएस ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं दी गई है। सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि सिविल सर्जन ऑफिस से ये सभी दवाएं मिली हैं, जो एडिशनल पीएचसी और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के लिए है।

यहां दवा रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, मजबूरी में बाहर रखना पड़ता है। पीएचसी को प्रखंड से कुल 8 कमरे मिले हैं। उसी में अस्पताल चल रहा है। बाद में अस्पताल को दवा भंडारण के लिए एक रूम और मिला, लेकिन फिर भी दवाइयां बरामदे पर है। क्षति का आंकड़ा लगाना मुश्किल है।

दवा भंडारण की समस्या पहले से है। चूंकि स्टोर रूम पर्याप्त नहीं है। क्षति का जिम्मेदार सरकार है। मेरे पास दवा रखने के लिए रूम नहीं है। सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि मैंने देखा नहीं है कि दवाइयां कितनी भीगी है। इस बात की जानकारी सदर पीएचसी के प्रभारी ने मुझे नहीं दी है।

जानकारी दी जाती तो हम व्यवस्था करते। फिलहाल दवाइयां कितनी भीगी है ये आंकड़ा मेरे पास नहीं है। इस बात की जानकारी पीएचसी के प्रभारी को देना है। जांच में अगर लापरवाही सामने आएगी, तो हम कार्रवाई करेंगे।

दरभंगा से आरफा प्रवीण की रिपोर्ट
शाम में घर से निकली युवती की सुबह मिली लाश
दरभंगा में एक युवती की तालाब में डूबकर मौत हो गई। मृतका की पहचान पड़री गांव निवासी कुमोद ठाकुर की 20 वर्षीय पुत्री आरती कुमारी है। अनुमान लगाया जा रहा कि मंगलवार शाम पूजा के लिए सती स्थान गई होगी। तालाब में पैर धोने के दौरान सीढ़ी पर फिसल गई होगी।

घर वाले युवती की खोजबीन में रात भर लगे रहे। बुधवार को सुबह तालाब में शव दिखा। जानकारी सरपंच अच्युतानंद ठाकुर और बिरौल पुलिस को दी गई। मामला बिरौल थाना क्षेत्र के पड़री गांव की है।

पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से शव को तालाब से निकाला। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। पुलिस निरीक्षक सह बिरौल थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस को मौके पर भेजा गया।

शव को अपने कब्जे में लेकर लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेजा जा रहा है। बाकी मामले में जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दरभंगा से आरफा प्रवीण की रिपोर्ट
बीएड में पहली सूची के आधार पर 50 प्रतिशत नामांकन
दो वर्षीय बीएड और शिक्षा शास्त्र में नामांकन के लिए प्रथम चयन सूची के आधार 50 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने आवंटित कॉलेजों में नामांकन करा लिया है। प्रथम सूची में नामांकन के लिए उपलब्ध 37,300 सीटों के लिए अभ्यर्थियों को विभिन्न महाविद्यालयों में नामांकन के लिए सीटें आवंटित की गई थी। अभ्यर्थियों को 26 जुलाई से 10 अगस्त तक आवंटित महाविद्यालयों में प्रमाण-पत्र सत्यापन कराकर नामांकन लेना था।

इसके तहत 10 अगस्त तक कुल 18,779 अभ्यर्थियों ने आवंटित महाविद्यालय में नामांकन ले लिया है। बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि रिक्त सीटों पर नामांकन के लिए 13 अगस्त को दूसरी सूची जारी की जाएगी।

अभ्यर्थी आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगइन कर 14 से 25 अगस्त तक तीन हजार रुपए शुल्क जमा कर सकते हैं। 14 से 27 अगस्त तक आवंटित महाविद्यालयों में पेपर सत्यापन के बाद नामांकन ले सकेंगे। कहा कि अभ्यर्थियों को नामांकन कराने में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए सहायता नंबर लगातार कार्य कर रहा है।

342 बीएड कॉलेजों में 37,300 सीट बता दें

कि 25 जुलाई को बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने प्रथम चयन सूची प्रकाशित की थी। इसमें बिहार के 342 बीएड कॉलेजों में आवंटित 37,300 सीटों के विरुद्ध 37,198 अभ्यर्थियों को कॉलेज आवंटित किया गया था। प्रथम चयन सूची के आधार पर 14 से 25 अगस्त तक अभ्यर्थी आवंटित कॉलेजों के लिए सहमति देंगे।

इसके बाद 14 से लेकर 27 अगस्त तक आवंटित कॉलेजों में पेपर सत्यापन होगा। तीसरी चयन सूची 29 अगस्त को जारी होगी।

बता दें कि बिहार के विश्वविद्यालयों के कुल 342 बीएड कॉलेजों में 37,300 सीट पर ही होना है।

कहां कितना हुआ नामांकन

प्रथम चरण के तहत 50.21 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने अपना नामांकन करा लिया है। प्रथम चरण में कुल अभ्यर्थियों में बीआरए बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर में 3104, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय पटना में 3310, मगध विश्वविद्यालय बोधगया में 3128, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा में 1776, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय पटना में 1594, एमएमएचएएनपी विश्वविद्यालय पटना में 1591, वीकेएस विश्वविद्यालय आरा में 1273, जेपी विश्वविद्यालय छपरा में 737, टीएमबी विश्वविद्यालय भागलपुर में 643, बीएनएम विश्वविद्यालय मधेपुरा में 674, पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया में 494, मुंगेर विश्वविद्यालय में 201, पटना विश्वविद्यालय में 194 और केएसडीएस विश्वविद्यालय दरभंगा के लिए 60 (केवल शिक्षा शास्त्र) ने अपना-अपना नामांकन सुनिश्चित करा लिया है।
यहां के मुसलमान को गाली और शेख हसीना से दोस्ती
बांग्लादेश में बिगड़े हालात को लेकर पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है। पप्पू ने कहा कि सरकार यहां के मुसलमान को गाली देती। दूसरी तरफ शेख हसीना से दोस्ती करती है। यह अच्छी बात है कि वह भारत की दोस्त है। तो हमारी भी दोस्त हैं। दरभंगा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते उन्होंने पूछा कि बांग्लादेश की स्थिति पर केंद्र सरकार मौन क्यों है। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश में बिगड़े हालात को बाहरी साजिश बताया है। पप्पू ने कहा कि बांग्लादेश में आंदोलन का आधार आरक्षण नहीं था बल्कि बाहरी ताकतों के साजिश का यह शिकार हुआ है।

पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बांग्लादेश में अभी जो हालात हैं, उससे पाकिस्तान, नेपाल और वियतनाम खुश हैं। चीन के दोनों हाथों में लड्डू है। अमेरिका वहां अपना एयर बेस बना रहा है और हमारी सरकार यहां मौन धारण करके बैठे हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की इकोनॉमी भारत से बेहतर है।

पप्पू यादव का पूरा बयान


पप्पू यादव ने कहा, 'शेख हसीना भारत की अच्छी दोस्ती हैं, यह अच्छी बात है कि वह भारत की दोस्त है। तो हमारी भी दोस्त हैं, लेकिन जब बांग्लादेश में भी हमारा रिश्ता भी चीन के हाथ में डगरा के बैगन की तरह चल जाए और हमारे लोग सुरक्षित नहीं हो।

बॉर्डर सुरक्षित नहीं हो और हम मौन धारण कर रहे हो तो समझ सकते है कि क्या हाल है। एक मेरा सच्चा दोस्त था। बांग्लादेश। 1971 में इंदिरा गांधी ने जिस तरह से पाकिस्तान से अलग किया।

अब पाकिस्तान मजा ले रहा है। चीन के दोनों हाथों में लड्डू है। अमेरिका वहां अपना एयर बेस बनाने के लिए हस्तक्षेप कर रहा है। अमेरिका का जो मकसद था अब साफ दिख रहा है। पाकिस्तान, नेपाल और वियतनाम खुश है। अब सवाल उठता है कि आपके दोस्त कौन हैं।


बांग्लादेश में बाहरी ताकत से स्थिति हुई खराब

उन्होंने कहा, 'बांग्लादेश की इकोनॉमी भारत की इकोनॉमी से बेहतर है। वहां आरक्षण के मुद्दों को लेकर स्थिति खराब नहीं हुई है। बल्कि भारत के पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों को कमजोर करने की एक बाहरी साजिश है। उनका एक ही मकसद है, जो भारत का दोस्त है, उसे कमजोर करो।
DMCH में सीटी स्कैन की होगी व्यवस्था
उतर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल डीएमसीएच में उत्तर बिहार समेत नेपाल तक के मरीज इलाज कराने आते है। इसी वजह से इस अस्पताल पर मरीजों की संख्या का दबाव है। मरीजों की परेशानियों को दूर करने के लिए डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. अलका झा ने विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की थी। जिसके बाद मरीज के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

अधीक्षक कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में विभागाध्यक्षों ने अधीक्षक को बताया कि मरीजों के समुचित उपचार के लिए कई ऐसी दवाओं की जरूरत पड़ती है जिसकी सप्लाई बीएमएसआईसीएल की ओर से नहीं हो रही है।

इसमें कई इंजेक्शन के साथ दवाई शामिल है। अधीक्षक ने विभागाध्यक्षों को ऐसी जरूरी दवाओं की सूची उपलब्ध कराने को कहा। जल्दी ही सीटी स्कैन की सुविधा दी जाएगी। जिसका शुल्क तय होगा।

शुल्क निर्धारण पर हुई चर्चा

उन्होंने बताया कि सूची बीएमएसआईसीएल को भेजकर उन दवाओं को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जाएगा। बैठक के दौरान अस्पताल में संचालित रेडियोलॉजी विभाग के सीटी स्कैन का शुल्क निर्धारण करने पर भी वार्ता हुई।

अधीक्षक ने बताया कि इसे लेकर केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित शुल्क के अलावा कई अन्य अस्पतालों की दर सूची मांगी है। जल्द ही न्यूनतम शुल्क पर मरीजों को सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है।
दरभंगा में जलजमाव से झील बनी सड़क
दरभंगा जिले के किरतपुर प्रखंड के रसियारी गांव से किरतपुर जाने वाली सड़क हल्की बारिश में झील में तब्दील हो जाती है। वहीं आज सड़क पर जलजमाव की समस्या को लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर धान की रोपनी किया। स्थानीय ग्रामीण कन्हैया कुमार, कौशल झा, श्यामल कुमार, मनीष कुमार ने बताया कि लगभग 10 वर्षों से बारिश के समय सड़क पर जल जमाव की समस्या बनी हुई। ऐसे में ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। जल जमाव की समस्या को लेकर अब तक स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई पहल नहीं हो सका। गांव के छोटे छोटे बच्चे और लोगों को प्रखंड मुख्यालय, विद्यालय, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र, जन वितरण प्रणाली केंद्र आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। सड़क में जलजमाव के दुर्गंध से कीड़े-मकोड़े पनपने लगते है।

7 से 8 महीने तक होती है परेशानी

कन्हैया कुमार ने बताया कि रसियारी गांव से मुख्य सड़क होने के कारण लोगों को किरतपुर बांध पर इन्ही रास्ते से जाना पड़ता है।

आगे उन्होंने बताया है कि यह रोड दर्जनों गांव छिलकौरा, तेतरी, नीमा, दोहथा, बागरस को जोड़ने वाली सड़क है। इस रोड से रोजाना पांच हजार लोगों का आना-जाना रहता है, लेकिन अब तक जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इससे लोगों को जलजमाव की समस्या 7 से 8 महीने झेलनी पड़ती है।

अंचलाधिकारी ने कहा- जल्द ही समस्या से मिलेगा छुटकारा

वहीं आक्रोशित लोगों ने शनिवार को सड़क पर बास-बल्ला लगाकर रसियारी गांव से किरतपुर मुख्य मार्ग पर जाने वाले सड़क को टीनही पुल के पास कई घंटों तक जाम कर प्रदर्शन किया। इस दौरान धान का रोपनी किया और स्थानीय मुखिया फेकन कामती, विधायक स्वर्णा सिंह और दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर का पुतला दहन कर नारेबाजी किया।

मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर जाम को खत्म करवा दिया और आवागमन चालू करवा दिया। इस संबंध में अंचलाधिकारी आशुतोष सनी ने बताया है कि पीडब्ल्यूडी बेनीपुर को जानकारी दे दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर ही लोगो को जलजमाव की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
स्पॉट नामांकन के लिए 13 तक ऑनलाइन आवेदन
स्नातक प्रथम सेमेस्टर सत्र 2024-28 के स्पॉट राउंड में नामांकन के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बार फिर मौका दिया है। यह मौका पूर्व में आवेदन करने वाले छात्रों को ही दी गई है। सूचित किया गया है कि कॉलेजों में रिक्त सीट के विरुद्ध अधिकतम पांच कॉलेजों का चयन कर सकते हैं। इसके लिए 11 से 13 अगस्त तक ऑनलाइन आवेदन की तिथि निर्धारित कर दी गई है।

अध्यक्ष छात्र कल्याण डॉ. विजय कुमार यादव ने अधिसूचना जारी करते हुए बताया है कि छात्रों को आवेदन करने के लिए पुनः कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। कॉलेज रिक्त सीटों की सूची नामांकन पोर्टल पर उपलब्ध करा दी गई है।

विश्वविद्यालय की ओर से रिक्त बचे सीटों को अनारक्षित मानते हुए मेधा अंक के आधार पर विषयवार चयनित छात्रों की सूची 14 अगस्त को विश्वविद्यालय की बेवसाइट पर जारी की जाएगी।

विषय परिवर्तन का अवसर मिल सकता

चयनित छात्र-छात्राएं 16 से 20 अगस्त तक आवंटित कॉलेजों में नामांकन ले सकते हैं। अबतक नामांकन के बाद बचे सभी चयन पत्र को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।

अध्यक्ष छात्र कल्याण ने कहा कि यदि किसी छात्रों को पूर्व में आवेदन करते समय कोई त्रुटि हो गई हो तो मेजर विषय छोड़कर अन्य सभी प्रकार के सुधार कर सकते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन 20 अगस्त के बाद रिक्त बचे सीटों के विरुद्ध नामांकन के लिए छात्रों को विषय परिवर्तन करने का अवसर दे सकता है
कर्ज मुक्ति, खाद्य सुरक्षा व एमएसपी की गारंटी देने की मांग
एमएसपी की गारंटी, कर्ज मुक्ति, खाद्य सुरक्षा की गारंटी करने, बहुराष्ट्रीय कंपनियों भारत छोड़ो, भारत सरकार डब्ल्यूटीओ से बाहर आओ, चार श्रम कोड़ को रद्द करो आदि नारों के साथ विरोध मार्च निकाला गया।

संयुक्त किसान मोर्चा और श्रमिक संगठनों के देशव्यापी आह्वान के तहत भारत छोड़ो दिवस पर सयुंक्त किसान मोर्चा और श्रमिक संगठन के दरभंगा इकाई के बैनर तले विशाल विरोध मार्च और सभा का आयोजन किया गया।

राजीव चौधरी, धर्मेश यादव और महेश दूबे की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षता में सभा हुई।