रक्षा बंधन पर बिहार के महिलाओं को राज्य सरकार देने जा रही बड़ी सौगात, जानिए क्या है वह

डेस्क : रक्षा बंधन के मौके पर बिहार की नीतीश सरकार महिलाओं को बड़ी सौगात देने जा रही है। राज्य सरकार महिलाओं को रक्षा बंधन के दिन मगंलवार 19 अगस्त को बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की सिटी सर्विस की बसों में नि:शुल्क यात्रा करने का मौका दिया।

रक्षाबंधन के दिन पथ परिवहन निगम द्वारा संचालित बसों में यात्रा करने वाली महिलाएं व छात्राओं को फ्री बस की सुविधा सुबह छह बजे से रात के 9:30 बजे तक मिलेगी। बिहार राजपथ परिवहन निगम की पटना नगर बस सेवा की मार्ग संख्या 111, 111 ए, 222, 444, 555, 666, 888, 888 ए 100, 200, 999 एवं पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से परिचालित बसों में मुफ्त यात्रा कर सकती हैं। इसमें हाजीपुर के लिए परिचालित होने वाली बसें भी शामिल हैं। 

दरअसल, परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी के निर्देश के आलोक में पटना शहरी क्षेत्रों में रक्षाबंधन पर महिलाओं एवं छात्राओं को नि: शुल्क यात्रा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। 

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सिटी सर्विस की बसों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने एवं सुरक्षित सफर के लिए रक्षाबंधन पर विशेष सुविधा प्रदान की जाएगी।

परिवहन सचिव ने बताया कि बिहार राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा राजधानी में कुल 135 सिटी सर्विस की बसों का परिचालन किया जा रहा है। इनमें 25 इलेक्ट्रिक एवं शेष सभी सीएनजी बसें हैं।

इन सभी बसों में रक्षाबंधन के दिन महिलाओं एवं छात्राओं के लिए बस सेवा पूरी तरह फ्री रहेगी। 65 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित है।

जहानाबाद के बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर के पास हुए भगदड़ मामले में जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, थानाध्यक्ष सहित 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड

डेस्क : बीते 12 अगस्त को जहानाबाद जिले के बराबर पहाड़ी स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर परिसर के पास भगदड़ मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। अपर समाहर्ता (आपदा) ब्रजेश कुमार की अध्यक्षता में गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट पर बराबर थानाध्यक्ष सहित पांच पुलिस पदाधिकारी और छह सिपाही को निलंबित कर दिया है। 

इसके अलावा दो सिविल दंडाधिकारी, सिविल सर्जन और दो चिकित्सकों के विरुद्ध आरोप पत्र गठित कर संबंधित विभाग को अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की अनुशंसा की गयी है। वहीं, कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में कुल 48 व्यक्तियों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है।

जांच कमेटी ने 15 अगस्त को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जहानाबाद को रिपोर्ट सौंपी थी। कमेटी की रिपोर्ट के आलोक में 11 पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए निलंबित कर विभागीय कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। इसमें बराबर थानाध्यक्ष सह पुलिस अवर निरीक्षक शैलेश कुमार, तीन पुलिस अवर निरीक्षक, एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक एवं छह सिपाही शामिल हैं। 

बराबर में प्रतिनियुक्त सिविल दंडाधिकारियों में जिला आपूर्ति पदाधिकारी वंदना कुमारी एवं मखदुमपुर के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी पुरुषोतम कुमार के कार्यस्थल से अनुपस्थित रहने पर इनके विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की है।

बता दें जहानाबाद जिल में स्थित बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर में 12 अगस्त को हुई भगदड़ 7 लोगों की मौत हो गई थी और 15 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

बड़ी खबर : पूर्व बाहुबली विधायक सुनील पांडे बेटे समेत बीजेपी में हुए शामिल, बेटे विशाल प्रशांत को मिल सकता है विस उपचुनाव में टिकट

डेस्क : बिहार के राजनीति हलके से एक बड़ी खबर सामने आई है। बाहुबली पूर्व विधायक सुनील पांडे रविवार को बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। सुनील पांडे के बेटे विशाल प्रशांत ने भी पार्टी की सदस्यता ले ली है।

वहीँ, बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद सुनील पांडे ने 'जय श्री राम' के नारे लगाए और कहा कि वह लगातार एनडीए के ही कार्यकर्ता रहे हैं लेकिन आज अपनी पार्टी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में उनका मकसद बीजेपी को जीत दिलाना और सरकार बनाना होगा। ऐसे में इस उपचुनाव को विधानसभा चुनाव 2025 का रिहर्सल माना जा रहा है। इसलिए सभी दल मजबूत उम्मीदवार ढूंढ रहे हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक भाजपा ने तरारी विधानसभा सीट से पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे सुनील पांडेय के बेटे पर दांव लगाने की तैयारी कर रही है। 

 

दरअसल, सुनील पांडे को 2006 में पटना के एएसपी को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद नीतीश कुमार ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कहा जा रहा है कि तरारी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी सुनील पांडे के बेटे संदीप पांडे को अपना उम्मीदवार बना सकती है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने सुनील पांडे को पार्टी की सदस्यता दिलाई सदस्यता दिलाई। दिलीप जायसवाल ने तरारी विधानसभा उपचुनाव को लेकर सुनील पांडे के पार्टी में शामिल होने के संकेत दिए थे। 

आपको बता दें कि बिहार में चार सीटों पर उपचुनाव होना है। तरारी विधानसभा सीट से भाकपा माले के सुदामा प्रसाद अब संसद बनकर दिल्ली के सदन पहुंच चुके हैं। ऐसे वहीं, रामगढ़ विधानसभा सीट से आरजेडी से विधायक रह चुके और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह बक्सर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए हैं।  

बिहार की चार विधानसभा सीटों तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज में उपचुनाव होना है , इन चारों सीट के विधायक सुदामा प्रसाद, सुधाकर सिंह, सुरेंद्र यादव और जीतन राम मांझी ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। जिसके बाद उनलोगों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जिस वजह से उपचुनाव हो रहा है।

केंद्र सरकार बाबा साहेब के लिखे संविधान और आरक्षण के साथ मजाक एवं खिलवाड़ कर रही है : तेजस्वी यादव

डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने केन्द्र सरकार पर देश के संविधान के साथ खिलवाड़ करने का बड़ा आरोप लगाया है। 

तेजस्वी ने कहा है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा लेटरल इंट्री के माध्यम से सीधी नियुक्ति में आरक्षण खत्म करने और बाबा साहेब के लिखे संविधान और आरक्षण के साथ कैसा मजाक एवं खिलवाड़ कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यूपीएससी ने लेटरल इंट्री के जरिए सीधे 45 संयुक्त सचिव, उप सचिव और निदेशक स्तर की नौकरियां निकाली हैं, लेकिन इनमें आरक्षण का प्रावधान नहीं है। अगर यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से 45 आईएएस की नियुक्ति करती तो उसे एससी/एसटी और ओबीसी को आरक्षण देना पड़ता यानि 45 में से 22-23 अभ्यर्थी दलित, पिछड़ा और आदिवासी वर्गों से चयनित होते। 

उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार यवस्थित तरीके से आरक्षण को समाप्त कर रही है। जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।

डॉक्टरों के हड़ताल का बिहार में व्यापक असर, मरीजों और परिजनों का हाल बेहाल

डेस्क : कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए निर्मम रेप और हत्याकांड को लेकर पूरे देश के डॉक्टरों में आक्रोश व्याप्त है। घटना के विरोध में हर रोज प्रदर्शन हो रहे है। वही डॉक्टरों द्वारा काम-काज भी ठप किया जा रहा है। इधर बिहार में आईएमए द्वारा 24 घंटे के हड़ताल के आह्वान का व्यापक असर रहा। राजधानी पटना के तकरीबन सभी बड़े अस्पतालों में डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से मरीज और उनके परेशान रहे। 

बीते शनिवार को आईजीआईएमएस के इमरजेंसी में मरीजों को हड़ताल का हवाला देकर भर्ती नहीं किया गया। दूर दराज से ओपीडी में दिखाने आए मरीज दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। ओपीडी के बाहर एक मरीज गर्मी के कारण जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। लेकिन उनकी चीख पुकार सुनने वाला भी कोई नहीं था।

इमरजेंसी के मुख्य द्वार पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ रहा। इमरजेंसी से बाहर निकल रहे एक मरीज के परिजन ने बताया कि उनके रिश्तेदार 15 अगस्त की रात से एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं। वहां बहुत खर्च हो रहा है। आईजीआईएमएस में भर्ती कराने आए थे, लेकिन हड़ताल के कारण भर्ती नहीं हो सके। मनेर निवासी प्रवीण कुमार के फेफड़े में पानी भर गया है। सीने में दर्द है। लेकिन उन्हें बिना भर्ती कराए लौटा दिया गया।

अपनी मां को दिखाने के लिए आए के परिजन ने बताया कि 13 अगस्त से ही इंतजार कर रहे हैं। उनकी मां रामरती देवी को पेट की नली में पथरी है, जिसका ऑपरेशन होना है। 13 अगस्त को निबंधन हो गया था, लेकिन 14 से अचानक चिकित्सक हड़ताल पर चले गए। ऐसे ही कई मरीजों ने अपनी व्यथा सुनाई। 

इसी तरह की स्थिति पटना के तकरीबन सभी सरकारी अस्पतालों की रही। हर जगह मरीज परेशान और बेहाल दिखे।

मौसम अलर्ट : बिहार में मानसून के जोर पकड़ने के आसार, पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में आज हल्की बारिश के आसार

डेस्क : पिछले कुछ दिनों से बिहार में मानसून की बेरुखी के बाद एकबार फिर इसके जोर पकड़ने के आसार है। मौसम विभाग ने पटना सहित प्रदेश के कई जिलों में 20 अगस्त से फिर मानसून के जोर पकड़ने की संभावना जताई है। इस कारण अधिकतर जगहों पर माध्यम से तेज बारिश हो सकती है। 

वहीं राजधानी पटना में उमश भरी गर्मी की मार झेल रहे लोगों के लिए भी राहत की खबर है। मौसम विभाग के अनुसार आज रविवार और कल सोमवार को पटना समेत कई जगहों पर गरज-तड़क के साथ हल्की बारिश होने के आसार है।

शनिवार को मानसून की सक्रियता कम रही। लेकिन रोहतास के चेनारी में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार चेनारी में 50 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। प्रदेश में पिछले चार-पांच दिनों से मानसून की गतिविधि कमजोर पड़ने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो-तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया। 1 से 15 अगस्त के बीच सामान्य से 27 अधिक बारिश हुई ।

हर साल बारिश से पहले पटना नगर निगम राजधानी में जल जमाव नहीं होने का करता है दावा, चंद घंटे की बारिश में डूब जाता है पटना, जिम्मेवार कौन

डेस्क : पटना नगर निगम द्वारा हर साल यह दावा किया जाता है कि इस साल बरसात में राजधानी पटना में जल जमाव नहीं होगा। लेकिन ऐसा होता नहीं है। दावे सिर्फ दावे बनकर रह जाते है। राजधानीवासियों को बरसात के दिनों में वाटर लौगिग का सामना करना ही पड़ता है। इस साल भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है। 

बरसात से पहले पटना नगर निगम और नगर विकास मंत्री द्वारा यह दावा किया गया था कि बरसात में राजधानी पटना में कहीं भी जल जमाव नही हो इसके पुख्ता इंतजाम किए गए है। लेकिन इनका दावा कोरा ही साबित हुआ। 

पिछले दिनों महज कुछ घंटों की बारिश में ही राजधानी पटना का रामकृष्ण नगर, राजीव नगर, इंद्रपुरी, जगनपुरा, खेमनीचक, नंदलाल छपरा और खेतान मार्केट समेत कई इलाकों में पानी भर गया। इन इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। वहीं, इस जलजमाव के बीच कूड़ों के ढेर से उठती सड़ांध ने सांस लेना भी दूभर कर दिया है। कुछ जगहों पर तो मेनहोल भी खुले हुए हैं, जिसकी वजह से लोगों का सड़क पर चलना काफी खतरनाक है।

इतना ही नहीं पटना में हुई बारिश के कारण के कई माननिय के आवास में भी पानी भर गया। पूर्व मंत्री व राजद विधायक तेजप्रताप यादव के सरकारी आवास में पानी भर गया थे। जिससे वहां की स्थिति खराब हो गई थी। तेजप्रताप ने अपने आवास की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी पोस्ट की थी। साथ ही उन्होंने लिखा कि 26 स्ट्रैंड रोड में मुझे रहने के लिए जो सरकारी आवास मिला है, वहां की स्थिति चंद घंटों की बारिश में ही दयनीय हो गई है। जब विधायक आवास का यह हाल है, तो जनता का क्या हाल होगा। आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं।

स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सड़क पर उतर जलमग्न क्षेत्रों का दौरा किया था और अधिकारियों को जल्द से जल्द स्थिति में सुधार लाने की हिदायत दी थी। 

ऐसे में सबसे अहम सवाल यह है कि हर बरसात से पहले पटना नगर निगम और नगर विकास विभाग द्वारा इसके लिए बड़ी राशि खर्च करती है। लेकिन स्थिति जस की तस रहती है। आखिर इसके लिए जिम्मेवार कौन है।

बिहार के चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अभी करना होगा लंबा इंतजार, चुनाव आयोग ने बताया कारण

डेस्क : बिहार के चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर अभी लंबा इतंजार करना होगा। बिहार के 4 विधानसभा सहित देश के 46 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव कब होंगे इसे लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि फ़िलहाल इन क्षेत्रों में उपचुनाव नहीं होंगे। न सिर्फ 46 विधानसभा बल्कि वायनाड लोकसभा में भी उपचुनाव को लेकर लम्बा इंतजार करना होगा। 

उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में रिक्ति होने के छह महीने के भीतर उपचुनाव हो जाने चाहिए। फ़िलहाल देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसी समस्या है। वहीं वायनाड में भूस्खलन से बड़ा नुकसान हुआ है। इसलिए जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनावों के बाद सभी 46 विधानसभा क्षेत्रों और वायनाड लोकसभा में उपचुनाव के लिए तारीखों का ऐलान एक साथ किया जाएगा। 

बता दें बिहार में लोकसभा चुनावों में तरारी, रामगढ़, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों के विधायकों ने संसदीय चुनाव में जीत हासिल की है। इसी कारण बिहार की इन 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।

*दो लाख का इनामी सिवान का कुख्यात गोलू सिंह गिरफ्तार, आईपीएस अधिकारी पर भी गोली चलाने का है आरोप

डेस्क : सिवान जिले के जीबी नगर तरवारा थाना क्षेत्र के माधोपुर निवासी दो लाख का इनामी कुख्यात अपराधी गोलू सिंह गिरफ्तार हो गया है। पुलिस को लंबे समय से फरार चले रहे कुख्यात गोलू सिंह को तलाश रही थी। 

गिरफ्तार गोलू सिंह पर हत्या,लूट,रंगदारी जैसे संगीन अपराधों की लंबी लिस्ट है। जिसके कारण काफी दिनों से पुलिस उसको ढूंढ रही थी, जब भी उसकी गिरफ्तारी के लिए जब भी पुलिस छापेमारी करती थी वह पुलिस के आंख में धूल झोंक कर फरार होने में कामयाब हो जाता था और आपराधिक घटनाओं को लगातार अंजाम देता रहता था।

पुलिस ने बताया कि 15 अगस्त को बिहार/नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र से कुख्यात अपराधी गोलु सिंह उर्फ अंशु सिंह उम्र 32 वर्ष पिता चंन्द्रशेखर सिंह सा० माधोपुर थाना जीवी नगर जिला सिवान को STF और DIU सिवान एवं जीवी नगर थाना के पदाधिकारी/बल के द्वारा गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधी गोलु सिंह के द्वारा दिये गए स्वीकारोक्ती बयान के आधार पर इनके निशान देही पर अवैध एक देशी पिस्टल दो जिन्दा गोली, 637 ग्राम चरस, स्मैक 34 ग्राम एव दो मोबाइल फोन जब्त किया गया है।

बताया गया कि 2019 में आईपीएस कांतेश मिश्रा सिवान में एसएसपी के पद पर कार्यरत थे। इसी दौरान 21 जनवरी को वह एक मामले में छापेमारी करने के लिए गए हुए थे। जहां खुद को बचाने के लिए गोलू सिंह ने उन पर गोली चला दी थी। हालांकि उस घटना में कांतेश मिश्रा बाल बाल बच गए थे।

मंत्री अशोक चौधरी ने मुकेश सहनी से मुलाकात का खोला राज, अनंत सिंह के रिहाई को लेकर विपक्ष के आरोप पर कही यह बात

डेस्क : बीते दो-तीन दिनों से यह चर्चा जोरो पर है कि वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी एकबार फिर एनडीए के साथ जा सकते है। यह चर्चा उस वक्त और जोर पकड़ लिया जब वीआईपी सुप्रीमो की बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी से मुलाकात हुई। लेकिन आज मंत्री अशोक चौधरी ने प्रेस-वार्ता का आयोजन कर मुकेश सहनी की पीछे की वजह का खुलासा किया है। 

मंत्री अशोक चौधरी ने बताया कि, वो वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के मुलाकात करने गए थे क्योंकि वो उनके पिता की श्राद्ध कर्म में नहीं जा पाए थे। उन्होंने कहा कि उनका मुकेश सहनी के साथ राजनीति को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई बल्कि वो केवल उनके पिता की निधन को लेकर उनसे मिलने गए थे। 

वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या सहनी जदयू में शामिल होंगे तो इसको लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि भविष्य में क्या होने वाला है इसको लेकर हम अभी बयान नहीं दे सकते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि सहनी आरक्षण को लेकर राजनीति कर रहे हैं। यह उनकी राजनीति है।

वही मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह की जेल से रिहाई को लेकर राष्ट्रीय जनता दल द्वारा जदयू पर अनंत सिंह को छुड़वाने का आरोप लगाया जा रहा हैं। इसको लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि बिना पढ़े लिखे लोग राजनीति करते हैं तो यहीं होता है। पढ़ लिखकर राजनीति करना चाहिए पद मिल जाने से कोई पढ़ लिख नहीं लेता है। उनको समझना चाहिए कि इसमें पार्टी कहीं नहीं है, सरकार कहीं नहीं है, यह कोर्ट का फैसला है।