राहुल गांधी से मिली मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, कहा- कांग्रेस को लोगों के जनभावनाओं को समझना होगा


नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के आमंत्रण पर मांडर विधायक ने नयी दिल्ली में की उनसे मुलाक़ात

रांची : मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष तथा लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के विशेष आमंत्रण पर बुधवार को नयी दिल्ली में उनसे मुलाकात की। शिल्पी ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी से बस एक ही बात कही कि कांग्रेस देश में लोगों के दिलों में है और जनमानस की भावनाओं को समझकर यदि रणनीति तैयार की जाये तो इसके अच्छे नतीजे आयेंगे। साथ ही अनेक वैसी जटिल समस्याओं के समाधान में सहायता मिलेगी जो पिछले 10 साल में पैदा हुई हैं। 

संगठन की स्थिति की जानकारी ली

गौरतलब है कि 13 अगस्त को फोन पर श्री गांधी के कार्यालय ने शिल्पी नेहा तिर्की को बुधवार को एक विशेष बैठक और मुलाकात के लिये आमंत्रित किया था। मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने शिल्पी नेहा तिर्की से झारखंड में कांग्रेस की संगठनात्मक स्थिति के साथ ही सरकार की गतिविधियों की भी जानकारी ली। राहुल ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में आनेवाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र एकजुटता के साथ इंडिया गठबंधन चुनाव लड़ेगा और लोगों को सच्चाई तथा ज़मीनी हक़ीक़त बताने की जरूरत है।

Breaking news: राजधानी रांची में जारी है देह व्यापार का धंधा, अरगोड़ा के होटल मौर्य से छह लड़कियों को पुलिस ने लिया हिरासत में


रिपोर्टर जयंत कुमार 

 राजधानी रांची में सेक्स रैकेट का धंधा लगातार जारी है। थमने का नाम नहीं ले रहा। अब रिहाइसी इलाकों में भी सेक्स रैकेट जोर-जोर से चल रहा है। पुलिस ने आज दोपहर अरगोड़ा थाना क्षेत्र के होटल मौर्य में छापेमारी कर छह लड़कियों को हिरासत में लिया है। सभी को हिरासत में लेकर अरगोड़ा थाना ले गई है।

पुलिस छापेमारी तो लगातार कर रही है लेकिन रोकथाम के कोई उपाय नहीं नजर आ रहे। बता दे की इस छापेमारी में भी छह लड़कियों को पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि सभी लड़कियां बंगाल की रहने वाली है। 

हटिया DSP प्रमोद मिश्रा ने बताया कि सूचना मिली थी कि अरगोड़ा थाना क्षेत्र में देह व्यपार का धंधा चल रहा है। जिसके आधार पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में होटल मौर्या से छह लड़कियों को पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी क्षेत्र में जिस्मफरोशी का धंधा नहीं चलने दिया जाएगा।

पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का ब्रेस्ट कैंसर से हुआ निधन,याद में बनेगा मेमोरियल


पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया। मियावकी ने अपनी आवाज से इन पात्रों को जीवन दिया था, और उनकी अद्वितीय कला और योगदान के कारण उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली थी। उनकी याद में एक मेमोरियल का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके फैंस और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। उनका काम और उनकी आवाज हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेगी।

बता दे की लंबे समय से रेचेल ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। आखिर 46 साल की उम्र में उन्होंने इस बीमारी से जंग हार ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की जानकारी दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर की है। इस दुखद खबर के आते ही मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोग रेचेल लिलिस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जाहिर है कि पोकेमॉन: द फर्स्ट मूवी में ब्रॉक, ऐश केचम, पिकाचु और मिस्टी जैसे कैरेक्टर्स को काफी पसंद किया जाता है। वहीं मिस्टी और जेसी को आवाज रेचेल लिलिस ने दी थी। अब उनके निधन के बाद कौन इन कैरेक्टर्स को आवाज देगा यह जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

दोस्त ने शेयर की इमोशनल पोस्ट

एक्ट्रेस रेचेल लिलिस की दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, 'हम सभी रेचेल लिलिस को उनके निभाए गए शानदार कैरेक्टर्स के लिए जानते हैं। वो अपनी खूबसूरत आवाज, आपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और अपने उल्लेखनीय अभिनय कौशल से हमारे शनिवार की सुबह और स्कूल के पहले और बाद के घंटों को सुकून से भर देती थीं।' वेरोनिका ने रेचेल लिलिस को 'असाधारण प्रतिभा' के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एक उज्ज्वल प्रकाश जो बोले या गाते हुए रेचेल की आवाज से चमकता था, उसे याद किया।

एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए किया याद

वेरोनिका टेलर ने रेचेल लिलिस को उनकी कई एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'रेचेल उस उदार प्रेम और समर्थन के लिए बहुत आभारी थीं जो उन्हें उस वक्त मिला जब वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रही थीं। उनके नकारात्मक सफर को प्यार और सपोर्ट ने सकारात्मकता में बदला है। उनका परिवार भी उनके फैंस को धन्यवाद देना चाहता है। फिलहाल वो निजी तौर पर शोक मना रहे हैं। आगे चलकर रेचेल लिलिस के लिए एक स्मारक बनवाने की योजना बनाई जा रही है।'

फैंस दे रहे श्रद्धांजलि

उधर, रेचेल लिलिस के निधन की खबर से उनके फैंस का दिल टूट गया है। उनके दोस्त और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच एक यूजर ने लिखा, 'अलविदा और बचपन की यादों के लिए आपका धन्यवाद रेचेल लिलिस।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. आपकी मौत से बहुत बुरा लगा है। हमें खेद है। आपके परिवार को हमारी तरफ से शोक संवेदनाएं।' गौरतलब है कि रेचेल लिलिस ने अपने 20 साल के करियर में 120 से ज्यादा कैरेक्टर प्ले किए थे। उन्होंने पोकेमॉन, हंटर x हंटर, रिवोल्यूशनरी गर्ल यूटेना, बर्सर्क, सोनिक एक्स और सुपर स्मैश ब्रदर्स जैसे शोज में अपनी आवाज दी थी।

आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करे


आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाना एक निरंतर प्रयास है। हर रिश्ता अनोखा होता है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत होते हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं जो आपकी रिलेशनशिप को और भी गहरा बना सकते हैं।

1. खुली और ईमानदार बातचीत

संचार किसी भी रिश्ते की नींव होती है। अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से साझा करें। गलतफहमियों से बचने के लिए ईमानदार और साफ-सुथरी बातचीत बहुत जरूरी है।

2. एक-दूसरे का सम्मान करें

किसी भी रिश्ते में सम्मान का विशेष महत्व होता है। एक-दूसरे की भावनाओं, विचारों और सीमाओं का सम्मान करें। इससे रिश्ता और मजबूत बनता है और आप दोनों के बीच का विश्वास बढ़ता है।

3. समय बिताना और ध्यान देना

व्यस्त जीवन में एक-दूसरे के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। एक साथ समय बिताने से आपसी समझ और गहराई बढ़ती है। एक-दूसरे पर ध्यान दें और उनकी जरूरतों को समझें।

4. विश्वास बनाए रखें

एक सफल रिश्ते की नींव में विश्वास का बड़ा योगदान होता है। एक-दूसरे पर विश्वास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी के साथ ईमानदार हैं। धोखा या बेईमानी से बचें क्योंकि यह रिश्ते को कमजोर कर सकता है।

5. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें

छोटे-छोटे इशारों से भी प्यार जताया जा सकता है, जैसे कि सरप्राइज गिफ्ट, तारीफ, या सिर्फ एक प्यारा सा मैसेज। ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते को जीवंत और रोमांचक बनाए रखते हैं।

6. समझौता करना सीखें

हर रिश्ते में कभी-कभी मतभेद होते हैं। समझौता करने और अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता रिश्ते को बनाए रखने में मदद करती है। अपने अहंकार को पीछे छोड़कर समझदारी से समस्याओं का समाधान करें।

7. साथ में लक्ष्य तय करें

जब आप और आपका साथी जीवन के लक्ष्यों पर साथ मिलकर काम करते हैं, तो इससे रिश्ते में गहराई और मजबूती आती है। एक-दूसरे के सपनों और महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करें और मिलकर उन्हें पूरा करने की कोशिश करें।

8. समय-समय पर रोमांस को पुनर्जीवित करें

समय के साथ रिश्तों में एकरूपता आ सकती है, लेकिन रोमांस को बनाए रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डेट पर जाना, साथ में यात्रा करना या कुछ नया करने की कोशिश करना रिश्ते को ताजगी देता है।

9. स्वस्थ स्पेस देना

रिश्ते में स्वतंत्रता और स्पेस का भी महत्व होता है। अपने साथी को उनकी व्यक्तिगत जगह दें और उन पर विश्वास बनाए रखें। स्वस्थ सीमाओं का पालन करने से आप दोनों की व्यक्तिगत पहचान भी बनी रहती है।

10. एक-दूसरे को स्वीकार करें

हर इंसान की कुछ खामियां होती हैं, और रिश्ते में यह समझना जरूरी है कि आप एक-दूसरे को उसी रूप में स्वीकार करें। बदलाव की कोशिश करने के बजाय, साथी की अच्छाइयों को महत्व दें और उनकी कमजोरियों को समझें।

निष्कर्ष

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथी के साथ एक सकारात्मक और संतुलित रिश्ता बनाए रखें। प्यार, सम्मान, और समझदारी से हर रिश्ता और भी खूबसूरत बनता है।

शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, हजारीबाग में हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या के बाद पुलिस रेस,कई जगहों पर मारे छापेमारी


शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, हजारीबाग में हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या के बाद पुलिस-प्रशासन रेस हो गया है। आरोपी जेपी कारा के कैदी शाहिद अंसारी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने मंगलवार को उसके धनबाद स्थित आवास समेत अन्य जगहों पर छापे मारे। एसपी अरविंद सिंह जेेपी कारा पहुंचे और कैदियों से पूछताछ की।

इधर, एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में हवलदार चोहन हेम्ब्रम के साथ अस्पताल में तैनात सिपाही बासुदेव महतो और बृजेन्द्र कुमार को निलबिंत कर दिया गया है। दोनों घटना के वक्त बैरक में सोते मिले। 

बता दें कि अस्पताल में भर्ती कैदी शाहीद ने रविवार की रात करीब 11.40 बजे हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या कर फरार हो गया था। आरोपी शाहीद धनबाद के पाथरडीह चासनाला का रहने वाला है और जेपी केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे धनबाद जेल से यहां शिफ्ट किया गया था।

हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पुलिसकर्मी की हत्या कर फरार आरोपी शाहीद अंसारी की तलाश में पुलिस लगातार जगह-जगह छापेमारी कर रही है। पुलिस टेक्निकल सेल की मदद से शाहीद की तलाश में जुटी है। वहीं पुलिस शाहीद की मां मोमिना खातून से कड़ी पूछताछ की। 

मोमिना ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हजारीबाग जेल से 24 जुलाई को मेरे मोबाइल पर फोन आया कि तुम्हारा पुत्र शाहीद की तबीयत ठीक नहीं है, वह अस्पताल में भर्ती है। 

25 जुलाई को हजारीबाग लोक नायक जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार पहुंची, जहां मुझे एक चिट्ठी मिली, जिससे पता चला कि मेरा बेटा शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती है। मोमिना ने बताया कि बेटा के साथ अस्पताल में दो से तीन दिन रह कर बेटा की सेवा किया। पुत्र को पेट में काफी दर्द था। वह कपड़े काफी गंदे पहने हुए थे, जिसे मैंने साफ कर दिया। जब पुत्र जेल में था तो फोन किया करता था। अब फोन नहीं आ रहा है।

पुलिस ने अपराधी शाहीद के ससुराल एवं शादीशुदा बहन मुमताज बेगम एवं शाहिदा खातून बहनों से फोन पर बात कर जानकारी मांगी है। मां ने बताया कि मेरे पति मरहूम अजीज मियां इस्को कंपनी के चासनाला में कार्य करते थे। चासनाला साउथ कॉलोनी शिव मंदिर के पास टायर मरम्मत की दुकान चलाते थे। पुत्र भी उसी दुकान में काम करता था। शाहिद कभी अपराधी चरित्र का नहीं था। बाद में किसी संगत में पड़कर उसने मेरे घर को बर्बाद कर दिया।

वहीं पाथरडीह थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक ने बताया कि हजारीबाग पुलिस के साथ चासनाला साउथ कॉलोनी अपराधी शाहिद अंसारी के घर में तलाशी किया गया, लेकिन शाहिद घर पर नहीं मिला। मां एवं घर में उसकी पुत्री अफसाना खातून 17 वर्ष से पूछताछ की गई। हजारीबाग पुलिस की एसआईटी टीम मामले की छानबीन कर रही है।

स्कूली बच्चों से भरी एक मैजिक वैन को एक दूसरी वाहन ने मारी टक्कर, कई बच्चे घायल

झारखंड के हजारीबाग में स्कूली बच्चों से भरी एक गाड़ी हादसे का शिकार हो गई है। यह हादसा चौपारण में हुआ है। जीटी रोड स्थित बारा मोड़ के पास एक थार गाड़ी ने मैजिक वैन को टक्कर मार दी।

 मैजिक में डैफोडिल स्कूल के बच्चे सवाल थे। जानकारी के मुताबिक, इस सड़क दुर्घटना में करीब आधा दर्जन बच्चे चोटिल हो गए हैं।

जानकारी के मुताबिक, इस हादसे में करीब छह बच्चे घायल हो गए हैं। अन्य बच्चों को घर भेज दिया गया है। दरअसल, एक थार गाड़ी बच्चों के मैजिक वैन से टकरा गई। यह हादसा किस वजह से हुआ इस बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हो सकी है।

आइए जानते है कौन सा योगासन करने से फेफड़े से बलगम निकलते हैं।

फेफड़ों से बलगम निकालने के लिए कुछ योगासन बहुत प्रभावी साबित हो सकते हैं। ये आसन न केवल फेफड़ों को साफ करने में मदद करते हैं, बल्कि श्वसन प्रणाली को भी मजबूत बनाते हैं। यहाँ कुछ ऐसे योगासन हैं जो बलगम निकालने में सहायक होते हैं:

1. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह छाती को फैलाता है, जिससे फेफड़ों में हवा का प्रवाह बढ़ता है और बलगम को बाहर निकालने में आसानी होती है।

विधि:

पेट के बल लेट जाएं।

हाथों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं।

सिर को ऊपर की ओर रखें और छाती को आगे की ओर खींचें।

इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और गहरी सांस लें।

2. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)

यह आसन छाती को खोलता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। यह आसन फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने के लिए बहुत उपयोगी है।

विधि:

दंडासन में बैठ जाएं और बाएं पैर को मोड़ें।

दाहिने पैर को बाएं घुटने के बाहर रखें।

बाएं हाथ को दाहिने पैर के घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर रखें।

गहरी सांस लेते हुए शरीर को दाईं ओर मोड़ें।

इस स्थिति को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर विपरीत दिशा में दोहराएं।

3. कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breathing Technique)

 

कपालभाति एक प्रमुख प्राणायाम है जो फेफड़ों से बलगम निकालने में मदद करता है। यह श्वसन प्रणाली को साफ करता है और बलगम को फेफड़ों से बाहर निकालने में प्रभावी है।

विधि:

सीधे बैठें और गहरी सांस लें।

नाक से तेजी से सांस छोड़ें, जैसे पेट को अंदर की ओर खींच रहे हों।

यह प्रक्रिया तेजी से और बार-बार करें, शुरुआत में 30 बार और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।

4. पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों की सफाई के लिए अच्छा माना जाता है। यह फेफड़ों पर दबाव डालता है जिससे बलगम को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।

विधि:

सीधे बैठें और पैर सामने की ओर फैलाएं।

गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।

हाथों से पैरों को पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाने का प्रयास करें।

इस स्थिति में कुछ समय तक रहें और धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आएं।

5. उत्तानासन (Standing Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों को शक्ति प्रदान करता है और बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

विधि:

सीधे खड़े हो जाएं और गहरी सांस लें।

सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को जमीन की ओर लाएं।

सिर को ढीला छोड़ दें और इस स्थिति में कुछ समय तक बने रहें।

निष्कर्ष

उपरोक्त योगासनों का नियमित अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ रखने और बलगम निकालने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, गहरी सांस लेने की तकनीकें और प्राणायाम भी श्वसन प्रणाली की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी भी योगासन को करने से पहले अपने डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।

बांग्लादेश में गंभीर हालातो के बीच अपने वतन भारत लौटा हिंदू परिवार ने बताई अपनी आप बीती


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : बांग्लादेश में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अब नई अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है लेकिन हिंसा का दौर अभी भी जारी है। बता दें, बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर बवाल शुरू हुआ था जिसके कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।

बांग्लादेश में खराब हालात के कारण कई भारतीय छात्र और वहा काम के शिशीले में गए लोग भी वहां फंसे हुए हैं और धीरे धीरे भारत लौट रहे हैं। भारतीय उच्चायोग भी इसके लिए उनकी मदद कर रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय भी पूरे हालात पर नजर बनाए हुए है और सिविल एविएशन, इमिग्रेशन, बंदरगाहों और सीमा सुरक्षा बल के साथ सहयोग कर रहा है।

ऐसा ही रांची का एक परिवार है जो बांग्लादेश से वापस अपने वतन लोटआया। रांची के रहने वाले सुरेश चौधरी का पुत्र अपने परिवार के साथ बांग्लादेश में फंसा था, अब यह परिवार सकुशल वापस अपने वतन लौट आया। डर के साथ बिताए वो दिन को मनीष चौधरी ने स्ट्रीट बज के साथ साझा की और चौंकाने वाले खुलासा किया। मनीष चौधरी एक प्राइवेट कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत है, जिसका प्रोजेक्ट बांग्लादेश में चल रहा है। मनीष पिछले लगभग 2 साल से वहां रह रहे थे, जबकि उनकी पत्नी और दो बच्चों को बंगलादेश गए लगभग एक साल हुए था। वह सभी बांग्लादेश के रांगपुर शहर में रह रहे थे। हिंसा के दौरान उनका परिवार वहां फंस गया। मनीष ने बताया कि जब वहां हालात बिगड़े तो उनके घर के पास भी कुछ लोगों का जमावड़ा दिखा। जब उन्होंने सेवा से बात की तो उनकी मदद के लिए वह वहां पहुंच गए। लेकिन उन्होंने कहा कि यह लोग बाहर से आए थे उनके पड़ोस में रहने वाले लोग अच्छे थे व मिलनसार थे। जब हिंसा ज्यादा बड़ी तो लोकल अथॉरिटी और हमारी कंपनी के द्वारा भी हमें यह साफ-साफ निर्देशित था कि हमें अपने घर से बाहर बेवजह नहीं निकलना है।

आठ दिनों तक अपने घर में कैद रहा यह परिवार

मनीष चौधरी का पूरा परिवार करीब आठ दिनों तक रंगपुर स्थित घर में कैद रहा। कर्फ्यू के कारण वह घरों से बाहर नहीं निकलते थे हालांकि बीच में छूट मिलने की वजह से बाजार से जरूरी सामानों को लेकर चले आते थे। वह कहते हैं कि वहां का माहौल भी शांत था, और पड़ोसी अच्छे थे। बाबजूद इसके उनका परिवार डर के साए में जी रहा था। मनीष कहते हैं कि वहां के प्रशासन के द्वारा उन लोगों को सुरक्षा के साथ-साथ अन्य सहायता मुहैया कराई जा रही थी। लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं के प्रति उपजी अराजक स्थिति के कारण मन में डर समाया हुआ था। बांग्लादेश से भारत सड़क मार्ग से आने में उन्हें किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। अब वह वतन आकर काफी खुश है।

कोलकाता के ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म, मर्डर केस में देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल जारी,रांची के RIMS में पेन डाउन हड़ताल

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : कोलकाता में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में देशभर में रोष देखने को मिल रहा है। इस घटना के बाद से ही पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक के राज्यों में कई अस्पतालों में अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है। वही राजधानी रांची के बड़े अस्पताल के जूनियर डॉक्टरो ने भी हड़ताल की घोषणा कर दी है। हालांकि मानवता को देखते हुए इमरजेंसी में लोगों का इलाज चल रहा है।

बता दे कि कुछ दिनों पूर्व पश्चिम बंगाल के कोलकाता मे एक ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म कर हत्त्या का मामला सामने आया जो देश के लोगो को झक-झोर के रख दिया है। आज राजधानी रांची स्थित RIMS मे जूनियर डॉक्टरों के द्वारा आक्रोश प्रदर्शन किया गया डॉक्टरों ने जमकर प्रदर्शन किया मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लाने की माँग को लेकर डॉक्टर हाथ में वी डिमांड्स सेफटी एंड सिक्योरिटी की बैनर पोस्टर लेकर प्रदर्शन करते दिखे।

जन विरोधी बिजली वितरण निगम अब सरकार विरोधी हरकतों पर उतरी, घरेलू उपभोक्ताओं का जेब है कटने वाली

राज्य सरकार के दो सौ यूनिट बिजली फ्री पर JBVNL बैक डोर से पैसा वसूलने की तैयारी में जुटी

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड की स्थापना के समय से ही देखा गया है कि विभाग अपने कार्यकलापों में सुधार करने की बजाय नई दर प्रस्ताव के साथ उपस्थित हो जाता है और नई दर प्राप्त करने में वह सफल भी रहता है। महेश 3 महीने के अंतराल में ही JBVNL अपने नए प्रस्ताव के साथ उपस्थित हो गया है जिसका पूरी तरह से विरोध झारखण्ड चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज कर रही है। 

झारखण्ड चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के सदस्य अजय भंडारी ने कहा JBVNL ने अप्रैल महीने में नई प्रस्ताव लाई थी महज तीन महीने में फिर से नई प्रस्ताव लाई है। इसके अनुसार बड़े उपभोक्ताओं के लिए मामूली वृद्धि प्रस्तावित की गई है वहीं घरेलू व छोटे उपभोक्ताओं की बात करें तो उसमें 50 से 300% से भी अधिक की वृद्धि प्रस्तावित की गई है। जो JBVNL की मानसिकता दर्शाती है कि उपभोक्ताओं के साथ कितना ज्यादती हो रहा है। विभाग के द्वारा जो फिक्स चार्ज लगता है, इसका भावार्थ है कि उपभोक्ताओं के द्वार पर बिजली की लाइन पहुंचने व उसके रख रखाव का खर्च के लिए विभाग पैसे लेता है। लेकिन यह खर्च जो है वह ऐसे उपभोक्ता होंगे जो विगत 40 वर्षों से अधिक समय से दे रहे होंगे वह भी बढ़ते हुए दर पर, और ना मालूम भविष्य में कब तक उनसे लिया जाएगा। विभाग के इस निर्णय का सबसे अधिक प्रभाव राज्य के कमजोर और निम्न आयवर्ग वाले लोगों पर पड़ेगा। आम जनता के ऊपर इसका प्रभाव कैसे पड़ेगा। 

चैम्बर के सदस्यों ने दूसरे राज्यों से इसकी तुलना भी की कि कितना ज्यादा चार्ज है। वहीं अगर बिजली व्यवस्था की बात करें तो राजधानी रांची की हालत ऐसी है की कब बिजली आता है और कब जाता है यह पता ही नहीं चलता। JBVNL अपना T&D loss 35% दीखा रही है। जमशेदपुर में जो प्राइवेट कंपनी है इसका T&D loss 2% है। भंडारी जी कहा कि अगर JBVNL अपना ये लॉस रोक ले यानी कि अपनी व्यवस्था सुधार ले तो टैरिफ बढ़ाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। 

तो आप ने यहां समझा T&D loss को, अगर विभाग सिर्फ इसे ही सुधार देता है तो शायद टैरिफ बढ़ाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। वहीं पड़ोसी राज्यों की व्यवस्था भी आपने समझा इससे यह सवाल उठता है कि क्या हम लोग सिर्फ टैरिफ भरने के लिए है या बदले में हमें बिजली की व्यवस्था सुचारू रूप से मिलेगी। JBVNL जन विरोधी तो थी ही अब सरकार विरोधी भी हो गई है। सरकार के द्वारा घोषणा की थी 200 यूनिट बिजली फ्री देने का तो JBVNL अब बैक डोर से पैसे लेने की तैयारी में लग गई है। सरकार को शायद भनक तक नहीं है इसकी।