*राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का शुभारंभ, बच्चों को किया गया स्वास्थ्य के प्रति जागरुक*
आशीष कुमार
मुजफ्फरनगर- बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति गंभीर बनाने और पेट के कीड़ों की बीमारी से उनको सुरक्षित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चलाये जाने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का शुभारंभ नगर पालिका परिषद् की अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप ने किया। इस दौरान उन्होंने आर्य एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहकर बच्चों को एल्बेंडाजोल की टैबलेट खिलाकर उनको स्वास्थ्य और पौष्टिक खानपान के प्रति जागरुक करते हुए जंक और फास्ट फूड की आदत को त्यागने के लिए प्रेरित किया।
जनपद के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा शनिवार को जनपद में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के रूप में मनाया गया, जिसके अंतर्गत जनपद के समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों, सरकारी, अ(र् सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पेट के कीड़ों की दवाई खिलाई गई। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ एटूजेड रोड स्थित आर्य एकेडमी इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के द्वारा बच्चों को अपने हाथों से पेट के कीड़ों की दवाई एल्बेंडाजोल टैबलेट खिलाकर किया गया।
इस अवसर पर पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा बच्चों के उत्तम स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है जो की अत्यंत सराहनीय है। उन्होंने सभी बच्चों से कहा कि वे अवश्य साल में दो बार पेट के कीड़ों की बीमारी से सुरक्षित रहने के लिए यह दवा अवश्य खाएं। उन्होंने कहा कि जंक फूड और फास्ट फूड की आदत को त्यागकर स्वस्थ एवं पौष्टिक खानपान की आदत को अपनायें। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि वो बच्चों के लंच बॉक्स में हेल्दी डिश के साथ ही एक फल अवश्य रूप से देने का काम करें।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि प्रत्येक वर्ष दो बार राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष पहले यह फरवरी माह में मनाया गया था। आज हम वर्ष का दूसरा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मना रहे हैं, जिसके अंतर्गत एक से 19 वर्ष के सभी बच्चों, किशोर किशोरियों को कृमि मुक्ति के लिए एल्बेंडाजोल की यह गोली खिलाई जाती है। उन्होंने बताया कि इस बार पूरे जनपद में 5 लाख 36 हजार 386 बच्चों को पेट की बीमारी से सुरक्षित करने के लिए पेट के कीड़ों की यह दवाई खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।
कार्यक्रम में उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कुमार, जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. गीतांजलि वर्मा, विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती सोनिका आर्य, विद्यालय के प्रबंधक सुघोष आर्य, डॉ. उमंग श्रीवास्तव, संजीव मलिक आदि उपस्थित रहे।
Aug 14 2024, 15:24