कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सख्त हुआ राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, 400 सीओ समेत 37 जिलों के इन पदाधिकारियों को शोकॉज नोटिस

डेस्क : बिहार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कार्य में कोताही बरतने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ सख्ती शुरु कर दिया है। विभाग ने योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं करने वाले सीओ समेत संबंधित पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। जमीन से संबंधित दस्तावेज और अभिलेख की ऑनलाइन कॉपी मुहैया कराने को लेकर डिजिटल हस्ताक्षर करने में लापरवाही बतरने वाले 400 सीओ और 37 जिलों के जिला अभिलेखागार पदाधिकारी को विभाग ने शोकॉज किया गया है। इन्हें 15 दिनों में इसका कारण बताने का निर्देश दिया गया है।

हाल ही विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद सचिव जय सिंह के स्तर से इससे संबंधित आदेश जारी किया गया है। 

गौरतलब है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जमीन से संबंधित दस्तावेज या अभिलेखों की स्कैन कॉपी ऑनलाइन मुहैया कराने की योजना शुरू कर रखी है। दस्तावेजों की श्रेणी के आधार पर जिला अभिलेखागार पदाधिकारी और सीओ (अंचलाधिकारी) का डिजिटल हस्ताक्षर अनिवार्य है, तभी यह दस्तावेज वैध माना जाता है। मगर इसमें लापरवाही बरतने के मामले उजागर हुए हैं। 

विभागीय समीक्षा में यह बात सामने आई कि जमीन दस्तावेजों की ऑनलाइन कॉपी जारी करने से संबंधित अब तक 14 हजार 495 आवेदन आए हैं। इनमें 4 हजार 888 आवेदन डिजिटल हस्ताक्षर करके सीओ और संबंधित जिला अभिलेखागार पदाधिकारी ने जारी किए। मगर 9 हजार 408 मामले ऐसे हैं, जो 90 दिनों यानी 3 महीने से अधिक समय से लंबित पड़े हैं। इसके मद्देनजर सभी संबंधित पदाधिकारियों से कारण पूछा गया है। ऑनलाइन दस्तावेज जारी करने वाली इस योजना में सीओ समेत संबंधित पदाधिकारी के पास आवेदनों को रद्द करने का अधिकार नहीं होता है।

इस कारण इनके पास ये सभी आवेदन लंबित दिख रहे हैं। पदाधिकारियों को नियमानुसार, दो से तीन दिन में इन्हें जारी कर देना होता है।

स्वतंत्रता दिवस पर गांधी मैदान के आसपास सुरक्षा का होगा पुख्ता इंतजाम, 98 मजिस्ट्रेट और एक हजार जवान रहेंगे तैनात

डेस्क : कल गुरुवार 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को लेकर पटना जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा को पुख्ता इंतजाम किए गए है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गांधी मैदान के आसपास 98 मजिस्ट्रेट और एक हजार जवान तैनात रहेंगे। आम जनता का प्रवेश गेट संख्या 4,5, 6 और 7 से होगा। इसस बाबत परेड का अंतिम पूर्वाभ्यास मंगलवार को किया गया।

सुबह आठ बजे पूर्वाभ्यास शुरू हुआ। शहीद-ए- करगिल स्मृति स्थल पर माल्यार्पण करने के बाद आयुक्त कुमार रवि ने परेड के अंतिम पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया। कुल 20 टुकड़ियां भाग ले रही हैं। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा है कि सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी सजग और तत्पर रहेंगे। मौके पर डीएम डॉ.चंद्रशेखर सिंह, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।

पूरे गांधी मैदान को चार सेक्टर एवं सब-सेक्टर में बांटा गया है। इसमें अपर जिला दंडाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक को वरीय प्रभार में रखा गया है। गांधी मैदान एवं कारगिल स्मृति चौक में विधि-व्यवस्था के लिए कुल 60 विभिन्न स्थानों पर 98 दंडाधिकारियों की तैनाती की गई है। 4 सेक्टर दंडाधिकारी भी मुस्तैद रहेंगे। दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों को भी तैनात किया गया है। महिला बल, लाठी बल एवं अन्य पुलिस बल भी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे। सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल 15 अगस्त को सुबह 6 बजे प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुंच जाएंगे। तब तक मुस्तैद रहेंगे जब तक भीड़ चली न जाए।

जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि लगभग साठ हज़ार वर्ग फीट में दर्शक दीर्घा के ऊपर शेड का निर्माण हो रहा है। इससे दर्शकों को बदलते मौसम में गर्मी तथा बरसात से राहत मिलेगी। गांधी मैदान में 13 झांकियां दिखाई जाएगी। वहीं ऊंची इमारतों के ऊपर भी जवान तैनात रहेंगे। सादे लिवास में भी रहेंगे।

जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने को लेकर एसएसपी से मुलाकात कर सौंपा आवेदन, लगाया न्याय के गुहार

गया जिले के बोधगया थाना क्षेत्र के न्यू तारिडीह भागलपुर के रहने वाला सुनील कुमार, पिता स्वर्गीय भुवनेश्वर प्रसाद यादव ने जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने को लेकर गया के एसएसपी आशीष भारती से मुलाकात कर आवेदन देकर गुहार लगाया है।

उनका कहना है कि मेरे पिता स्वर्गीय भुवनेश्वर प्रसाद यादव के दो पत्नी थे। पहले पत्नी का नाम अनरावा देवी और दूसरे पत्नी का नाम शांति देवी है। मेरे पिता दूसरी शादी करने से पहले अनरावा देवी को 24 डिसमिल जमीन उनके नाम से खरीद दिए थे, जिसका खाता संख्या 413 खेसरा संख्या 441 है।

अनरावा देवी की मृत्यु 1987 में हुआ था। इस जमीन पर मेरे पिता के दूसरी पत्नी शांति देवी और दूसरा लड़का राजेश यादव, शांति देवी ही अनरावा देवी बनकर उस जमीन को बिक्री कर दिया और जितने भी खतियान है उसका अभी तक कोई बंटवारा भी नहीं हुआ है। उन्होंने एसएसपी से मांग किया है कि जो भी जमीन का बिक्री किया गया है उसको रद्द किया जाए और इसका उच्च स्तरीय जांच कराकर न्याय दिलाया जाए। उन्होंने यह भी कहां कि इस संबंध में बंटवारा बाद संख्या 190/11 सब जज 6 के न्यायालय में लंबित है।

शेरघाटी में भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा जेपी चौक से तिरंगा बाइक रैली निकाली गई

गया। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के प्रतिमा पर माल्यार्पण करके जेपी चौक से तिरंगा बाइक रैली शेरघाटी भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, ग्रामीण अध्यक्ष रवि सिंह, और युवा मोर्चा अध्यक्ष शुभांशु सिंह के नेतृत्व में निकाली गई।

तिरंगा यात्रा जेपी चौक से आरंभ होकर शेखपुरा, रमना, गोलबाजार, राम मंदिर, नगर परिषद, नया बाजार होते हुए चिताब जाकर समाप्त हुई।इस तिरंगा यात्रा में सैकड़ों बाइक पर सवार होकर लोग भारत माता की जय और वन्दे मातरम के गगनभेदी नारे लगा रहे थे।

इस तिरंगा यात्रा में अन्य लोगों के अलावा अरुण चंद्रवंशी, सुशील कुमार गुप्ता, दीनानाथ पांडे, वार्ड वार्ड पार्षद संतोष सिंह एवं परमानंद मनी, अनुज सिंह, संजय चौधरी, विवेक कुमार सिंह, उदय नारायण सिंह, गोविंद कुमार, सनी कुमार, गुड्डू पांडे, उत्कर्ष सिंह, उत्तम कुमार, साकेत सिंह, ऋतु सिंह इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

सुप्रीमो कोर्ट के आदेश के बाद बिहार सरकार के बड़ा फैसला, इन जातियों को एससी से हटाकर ईबीसी मे किया शामिल

डेस्क : बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तांती, तंतवा जाति को अनुसूचित जाति (एससी) से बाहर करके इसे फिर से अति पिछड़ा वर्ग यानी ईबीसी में शामिल कर दिया है। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों इस जाति को अनुसूचित वर्ग (एससी) से बाहर करने का आदेश दिया था। जिसके बाद बिहार की नीतीश सरकार ने अधिसूचना जारी कर तांती समाज को फिर से अति पिछड़ा वर्ग यानी ईबीसी में शामिल कर दिया है। 

 

बताते चले कि साल 2015 में तांती और तंतवा जाति को ईबीसी से बाहर कर एससी में शामिल किया गया था। जिसके बाद इसके खिलाफ अदालत में याचिका दाखिल की गई थी और अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि इनको अनुसूचित जाति से बाहर करके अति पिछड़ा में रखा जाए। इसके बाद अब कोर्ट के आदेश के अनुसार बिहार सरकार ने यह निर्णय लिया है। 

राज्य सरकार द्वारा सोमवार को जारी अधिसूचना में कहा गया कि तांति और तंतवा जाति को 1 जुलाई 2015 को पान और स्वासी जाति में समायोजित किया गया था। इसके बाद तांति समाज को अनुसूचित जाति के आरक्षण का लाभ मिलने लगा। हालांकि, भीमराव अंबेडकर विचार मंच की ओर से इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई। इस मामले में सुनवाई करते हुए 15 जुलाई 2024 को शीर्ष अदालत ने नीतीश सरकार की साल 2015 वाली अधिसूचना को रद्द करने का आदेश सुनाया।

डाकघरों में राष्ट्रीय झंडा की बिक्री शुरू : ऑनलाइन खरीदारी से डाकघर के डाकियों द्वारा घर पर किया जाएगा डिलीवरी

गया। प्रधान मंत्री की महात्वकांछी योजना "हर घर तिरंगा" के तत्वाधान में गया प्रमंडल अंतर्गत सभी डाकघरों में राष्ट्रीय झंडा की बिक्री शुरू हो चुकी है।वरीय डाक अधीक्षक रास बिहारी राम के द्वारा बताया गया की ग्राहकों के द्वारा ऑनलाइन की भी खरीदारी की जा रही है। जिसका डिलीवरी संबंधित डाक घरों के डाकियों के द्वारा उनके द्वारा दिए गए पते पर की जा रही है। 

एक राष्ट्रीय झंडा का मूल्य 25/रुपया है। सभी डाकघरों से भी काउंटर से राष्ट्रीय झंडा की बिक्री की जा रही है। वरीय डाक अधीक्षक रास बिहारी राम ने बताया कि राष्ट्रीय झंडा की ऑनलाइन बिक्री दिनांक 1 अगस्त से की जा रही है।

उन्होंने पुनः बताया कि जितनी भी झंडे की मांग होगी, विभाग उसको पूरा करने की पूरी कोशिश करेगी। बाजार से सस्ता और अच्छी गुणवत्ता होने के कारण इसका डिमांड ज्यादा है। इस साल भी हर घर तिरंगा योजना के तहत दिनांक 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक अपने अपने घरों में तिरंगा फहराने के लिए लोग बहुत उत्साहित है। वरीय डाक अधीक्षक ने लोगों से अपील किया है की ज्यादा से ज्यादा लोग राष्ट्रीय झंडे की खरीदारी करें।

सीता कुंड से आजाद पार्क तक भाजपा युवा मोर्चा के द्वारा भव्य तिरंगा यात्रा का किया गया आयोजन

गया। भारतीय जनता युवा मोर्चा गया के द्वारा गया शहर के सीता कुंड से आजाद पार्क तक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया। यह तिरंगा यात्रा का नेतृत्व भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष आकाश यादव देव गिरी ने किया।

वही, इस यात्रा के साथ-साथ गया जिला के भाजपा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश उर्फ चिंटू शर्मा, जिला प्रभारी रत्नेश कुशवाह, युवा मोर्चा जिला प्रभारी अमीत पांडे, प्रदेश मंत्री अमित दांगी,

युवा मोर्चा के जिला मंत्री विभा कुमारी, सिकंदर चंद्रवंशी, अमर शेखर, कौशल कुमार, राकेश कुमार, राज पांडे सहित सैकड़ों की संख्या में इस तिरंगा यात्रा में शामिल हुए। वही, इस तिरंगा यात्रा को सफल बनाने के लिए जिला मंत्री विभा कुमारी ने सभी का आभार जताया।

अरशद नदीम के पाकिस्तान पहुंचने से पहले ही उन पर अजीबोगरीब इनामों की बौछार,जाने

पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर अरशद नदीम इस वक्त पाकिस्तान के हीरो बन चुके हैं. पिछले कुछ दिनों में उनकी फैन फॉलोइंग में भारी उछाल देखने को मिला है. पाकिस्तान को ओलंपिक में मेडल जीते हुए 32 साल हो गए थे. वहीं गोल्ड मेडल को 40 साल बीत चुके थे.

इस सूखे को अब अरशद नदीम ने खत्म किया है. जिसके बाद अरशद नदीम पर लगातार इनामों की बारिश जारी है. उनके लिए कई लोग प्राइज मनी का ऐलान कर चुके हैं. लेकिन इस सब के बीच उन्हें कुछ अजीबोगरीब इनाम भी मिल रहे हैं.

भैंस के बाद गिफ्ट में मिली ये सस्ती कार

अरशद नदीम को ससुराल वालों की तरफ से गोल्ड मेडल जीतकर लाने की खुशी में भैंस भेंट की गई है. अरशद नदीम के ससुर का कहना है कि उनके गांव में भैंस उपहार में देना बहुत मूल्यवान और सम्मानजनक माना जाता है. वहीं, अब पाकिस्तानी-अमेरिकी बिजनेसमैन अली शेखानी ने अरशद को ऑल्टो कार देने का ऐलान किया है. बता दें, ऑल्टो कार पाकिस्तान की सबसे सस्ती कारों में से एक हैं. उनकी इस ऐलान के बाद फैंस उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं. ऑल्टो कार का साइज छोटा होता है, ऐसे में फैंस का मानना है कि अरशद नदीम इस कार में फिट नहीं हो पाएंगे.

पाकिस्तानी-अमेरिकी बिजनेसमैन अली शेखानी को भारत में भी ट्रोल किया जा रहा है. एक भारतीय फैन ने अली शेखानी का मजाक उड़ाते हुए लिखा कि हमारे यहां लोग ओल्टो कार को कैब में भी बुक नहीं करते हैं. वहीं, एक फैन ने लिखा, इससे अच्छा तो महिंद्रा स्कॉर्पियो दे दो.

अभी तक मिल चुकी है करोड़ों रुपए की प्राइज मनी

नदीम के लिए अभी तक 150 मिलियन पाकिस्तानी रुपए से ज्यादा की प्राइज मनी का ऐलान हो चुका है, जो भारतीय रुपए में 4.5 करोड़ है. पाकिस्तान के पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने कुल प्राइज मनी में से 100 मिलियन पाकिस्तानी रुपए का इनाम घोषित किया है. इसके अलावा, पंजाब के गवर्नर सरदार सलीम हैदर खान ने नदीम के लिए 2 मिलियन पाकिस्तानी रुपए का ऐलान किया है. सिंध के सीएम ने भी नदीम के लिए 50 मिलियन पाकिस्तानी रुपए देने की बात कही है. नदीम को सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा भी उन्हें बहुत कुछ मिलने वाला है.

जीबीएम कॉलेज की 71वीं वर्षगाँठ पर एनसीसी कैडेटों ने किया पौधारोपण

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज की एनसीसी इकाई ने जीबीएम कॉलेज की स्थापना की 71वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ सहदेब बाउरी के संरक्षण एवं कॉलेज की एनसीसी केयरटेकर ऑफिसर डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण किया।

एनसीसी सीटीओ डॉ रश्मि की देखरेख में एनसीसी यूओ अनुराधा कुमारी, आकृति सिंह, कैडेट संजना, मुस्कान, वैष्णवी, सोनम, काजल, अवनि राज, पूनम ने महाविद्यालय परिसर में आम, अमरूद, नीम, सागवान और महोगनी के पौधे लगाये। ज्ञात हो वर्ष 1953 में 14 अगस्त को ही गौतम बुद्ध महिला कॉलेज की स्थापना हुई थी। डॉ. रश्मि ने पौधारोपण करतीं कैडेटों को प्रकृति संरक्षण में युवतियों एवं महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका से अवगत कराया। कहा कि धरती को पहले की तरह हरा-भरा बनाने, पारिस्थितिकी तथा जैव विविधता को संरक्षित तथा सुरक्षित रखने के लिए देश की युवतियों एवं महिलाओं को पौधारोपण अभियान में बढ़चढ़कर भाग लेना होगा एवं पेड़ों को कटने से रोकने हेतु प्रयत्न करने होंगे।

पौधारोपण करके कॉलेज की एनसीसी कैडेटों ने समाज को यही संदेश देना चाहा है। डॉ. रश्मि ने बताया कि आने वाले दिनों में सावन महोत्सव के तहत एनसीसी कैडेटों द्वारा सीता कुंड परिसर में भी पौधे लगाये जायेंगे। प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी ने एनसीसी कैडेटों को पौधारोपण के इस पुनीत कार्य हेतु हार्दिक बधाइयाँ दीं। उन्होंने कॉलेज की एनसीसी इकाई सहित समस्त महाविद्यालय परिवार को कॉलेज के 71 वर्ष पूर्ण हो जाने पर ढेर सारी शुभकामनाएं दीं।

पौधारोपण कार्यक्रम में प्रो. अफशाँ सुरैया, डॉ. नूतन कुमारी, डॉ शगुफ्ता अंसारी, डॉ अमृता कुमारी घोष, डॉ प्रियंका कुमारी, प्रीति शेखर डॉ. फरहीन वजीरी, डॉ रुखसाना परवीन, डॉ प्यारे माँझी, डॉ. सुरबाला, डॉ. सुनीता कुमारी, अभिषेक कुमार, नीरज कुमार, रौशन, अजय कुमार, महेन्द्र पताप, रंजीत कुमार, आदि ने भी भाग लिया।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

“भारत के साथ रिश्ते अच्छे, लेकिन कुछ मसले हैं”, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता किन मसलों की कर रहे बात?

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भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हलचल मची हुई है।देश में हिंसक आंदोलन के बाद तख्तापलट हुआ। हालांकि, इसके बाद भी देश के हालात बदले नहीं है। बदली है तो सिर्फ सरकार।बांग्लादेश में एक हफ़्ते में तेज़ी से चल रहे घटनाक्रमों में शेख हसीना सत्ता से बेदल हो गईं और अंतरिम सरकार का गठन हुआ। अब चुनाव का इंतजार है। हालांकि ये तय नहीं है कि चुनाव कब होंगे, लेकिन यह तय है कि देश की दो बड़ी राजनीतिक पार्टियों में से एक खालिदा ज़िया के नेतृत्व वाली बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) इनमें अहम भूमिका निभाएगी। बीएनपी के बांग्लादेश की सत्ता में वापसी के बाद भारत के साथ रिश्तों के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।

इस बीच बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के जनरल सचिव मिर्जा इस्लाम आलमगीर ने कहा भारत के साथ हमारे रिश्ते बहुत अच्छे हैं, लेकिन कुछ ऐसे मुद्दे हैं जिन पर कुछ मसलों को हल किया जाना जरूरी है। खालिदा जिया की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के महासचिव मिर्जा इस्लाम आलमगीर ने एक इंटरव्यू में कहा कि भारतीय मीडिया यह प्रचारित कर रहा है कि बांग्लादेश में सांप्रदायिक अत्याचार हो रहे हैं जबकि कोई सांप्रदायिक अत्याचार नहीं हो रहे है।

मिर्जा इस्लाम आलमगीर ने दुनियाभर की मीडिया पर प्रोपेगैंडा फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने भारत को संबोधित करते हुए कहा कि 'राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर और विशेष रूप से आपके देश की विभिन्न मीडिया द्वारा एक तरह की गलतफहमी और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण प्रचार किया जा रहा है- मीडिया सांप्रदायिक अत्याचारों को बढ़ावा दे रहा है। 

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो चल रहा है वह बिल्कुल भी सच नहीं है। यह सांप्रदायिक नहीं है, धार्मिक नहीं है। यह पूरी तरह से एक राजनीतिक मुद्दा है। उन्होंने भारत की मीडिया को आमंत्रित करते हुए कहा कि आप ढाका आएं और खुद देखें कि बांग्लादेश में क्या हुआ है।

इन मुद्दों को सुलझाना चाहते बीएनपी

बीएनपी के महासचिव मिर्जा इस्लाम आलमगीर ने एक इंटरव्यू में भारत के साथ रिश्तों के सवाल पर कहा कि 'बेशक दोनों देशों के रिश्ते मजबूत होंगे क्योंकि हम (बीएनपी) बतौर राजनीतिक पार्टी भारत को अपना दोस्त और पड़ोसी मानते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि दोनों देशों के बीच कुछ मुद्दों को सुलझाया जाए जिनमें जल बंटवारे का मुद्दा, सीमा पर बीएसएफ द्वारा बांग्लादेशी लोगों की हत्याएं, दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन को दूर करने जैसे मुद्दे शामिल हैं। हम भारत से अच्छे रिश्ते चाहते हैं।'

हसीना सरकार पर गंभीर आरोप

बीएनपी नेता आलमगीर ने कहा कि 'पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और अपनी पार्टी और लोगों को छोड़कर देश से भाग गई हैं। उन्हें लोगों के साथ रहना चाहिए था, लेकिन उन्होंने देश छोड़ दिया। जहां तक हमारी जानकारी है, वे दिल्ली में हैं। एक छात्र और नागरिक विद्रोह हुआ यह एक क्रांति थी और उससे पहले, शेख हसीना की पुलिस ने लगभग 1,000 छात्रों को मार डाला और लगभग 12,000 लोगों को गिरफ्तार किया था। लाखों लोग सड़कों पर थे और वे प्रधानमंत्री के आधिकारिक निवास की ओर बढ़ रहे थे और फिर वह अपने हेलीकॉप्टर से देश छोड़कर चली गईं। 

जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव का लक्ष्य

शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद देश में अंतरिम सरकार बनी, जिसका नेतृत्व नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर यूनुस कर रहे हैं। अंतरिम सरकार निश्चित रूप से स्थिति को स्थिर करेगी और शांति और व्यवस्था लाएगी, कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर होगी। अंतरिम सरकार का मुख्य कार्य एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना है।