बेटे ने पिता, सौतेली मां और भाई-बहन का किया था मर्डर, पुलिस ने किया गिरफ्तार

बेगूसराय : जिले में चार लोगों की हत्या का कातिल पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। संजीवन महतो के बड़े बेटे (नाबालिग) ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। आरोपी, संजीवन महतो की पहली पत्नी का बेटा है। 10 अगस्त की रात हुई इस वारदात में संजीवन महतो (40), उसकी दूसरी पत्नी संजीता देवी (33) और बेटी सपना कुमारी (10) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं, इस घटना में जख्मी 7 साल के बेटे ने मंगलवार को पीएमसीएच में दम तोड़ दिया। आरोपी, पिता और सौतेली मां के दुर्व्यवहार से दुखी था और इस वजह से उसने निर्मम तरीके से पिता और अपनी सतौली मां, भाई-बहन की हत्या कर डाली। बांस और चाकू से सभी के सिर पर वार किया था। खून के छींटे उसके कपड़े पर पड़े थे। इसलिए हत्या के बाद नहाया, फिर सो गया।

एसपी मनीष ने बताया कि 'रसीदपुर पंचायत के चिरंजीवीपुर चक्का गांव में नाबालिग आरोपी ने चाकू और बांस से सभी के सिर पर हमला कर दिया था। हत्या‎ इस तरह से की गई थी कि पति, पत्नी और बेटी की मौके‎ पर मौत हो गई। वहीं, बेटा भी जख्मी हालत में वहीं पड़ा‎ रहा। लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। फिर उसे पीएमसीएच में रेफर कर दिया गया, जहां मंगलवार को उसने भी दम तोड़ दिया।

एसपी मनीष के अनुसार, 'आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि एक साल का था तो मां छोड़ कर भाग गई थी। पिता संजीवन महतो ने दूसरी शादी कर ली। जब हम 7वीं क्लास में पढ़ रहे थे, तभी पिता ने खाना-पीना और खर्चा देना बंद कर दिया‌। तब से हम चाचा-चाची और दादा-दादी के साथ रह रहे थे।

छोटी-छोटी बातों पर सौतेली मां, पिता से पिटवाती थी। घटना से तीन दिन पहले भी पिता ने बुरी तरह से पीटा था। पिता और सौतेली मां के दुर्व्यवहार से काफी परेशान था। आरोपी के अनुसार, उसने इस हत्याकांड को अकेले ही अंजाम दिया।

इधर, पुलिस ने इस हत्याकांड के खुलासे के लिए मृतक के घर के पास एक स्पाई लगाया। यहां से पुलिस ने आरोपी की चाची को उठाया और पूछताछ शुरू की। इसके बाद मामला परत-दर-परत खुलता चला गया। पुलिस ने आरोपी को पकड़ा और कड़ाई से पूछताछ की। इसके बाद उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।

आरोपी ने पुलिस को बताया कि 'घटना की रात 12 बजे सभी के सो जाने के बाद अपने घर से निकले। इसके करीब एक घंटे के बाद छत के रास्ते से संजीवन महतो के घर में गया और पूरे परिवार पर हमला कर दिया। इस दौरान उसके कपड़े पर खून लग गया। कपड़े और हत्या में शामिल सभी सामान उसने बलान नदी के गड्ढे में छिपा दिया और स्नान कर फिर से घर में सो गया।

एसपी ने बताया कि 'हत्या के आरोपी को बाल कल्याण समिति (CWC) को सुपुर्द किया जा रहा है। इसी ने तीनों को मुखाग्नि दी थी। इसलिए अगर परिजन लिखित रूप में देंगे तो किशोर न्यायालय के आदेश पर पुलिस अभिरक्षा में श्राद्ध कर्म के लिए गांव भेजा जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर, कई प्रखंडो पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

बेगूसराय - जिले के सात प्रखंडों की स्थिति धीरे-धीरे गंभीर होती जा रही है। गंगा के उस पार शाम्हो प्रखंड चारों ओर पानी से घिर चुका है। बछवाड़ा, मटिहानी, तेघरा, बरौनी, बलिया और साहेबपुर कमाल के दियारा इलाकों में गंगा के बढ़े जलस्तर से लोग परेशान हैं।

जलस्तर खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर है। जिस कारण ग्रामीण सड़कें प्रभावित हो गई है। शाम्हो और बछवाड़ा प्रखंड में बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जाने को मजबूर हैं। शिक्षक व बच्चे पानी से होकर ही स्कूल जा रहे हैं। निचले इलाके में बसे लोगों ने ऊंचे स्थान पर शरण लेना शुरू कर दिया है। सिमरिया बिंद टोली से सीतारामपुर जाने वाली सड़क का डायवर्सन पानी के दबाव से टूट गया है।

10 गांव की आबादी लंबी दूरी तय करने को मजबूर हो गई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने प्रभावित लोगों को सुविधा मुहैया कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इधर, बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों ने जिला प्रशासन से सभी स्कूलों में बाढ़ की छुट्टी देने की मांग की है। लोगों का कहना है कि पहले दियारा क्षेत्र में बाढ़ की छुट्टी होती थी। पिछले बार से वह छुट्टी कैंसल कर दी गई है, जिसके कारण बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल जा रहे हैं। इसलिए सभी विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर छुट्टी दे दी जाए।

डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि बाढ़ प्रभावित सभी प्रखंडों में नाव का परिचालन शुरू कराया जा रहा है। हर गतिविधि पर जिला प्रशासन की नजर है।

डीएम ने कहा है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है, उन्हें किसी प्रकार की भी असुविधा नहीं होने दी जाएगी। सिविल सर्जन को बाढ़ग्रस्त इलाकों में टीम बनाकर प्रभावित लोगों की स्वास्थ्य जांच करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, जिला पशुपालन पदाधिकारी को टीम बनाकर बाढ़ग्रस्त इलाकों में पशुओं की जांच करने का निर्देश दिया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

पीएम का बुलावा...पहली बार दिल्ली जा रहीं दो जीविका दीदियां

बेगूसराय की दो जीविका दीदियां प्रधानमंत्री के विशेष बुलावे पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली जा रहीं हैं। जीविका की तरफ से बिहार का प्रतिनिधित्व करने वाली 10 दीदियों में बेगूसराय की दो दीदी निशा और रीना भी शामिल हैं। दोनों दीदियां पहली बार दिल्ली जा रही हैं और काफी खुश हैं।

निशा ने हैदराबाद से ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग ली है। अब वो ड्रोन से ही खेतों में खाद का छिड़काव करतीं हैं। वहीं, रीना ने सिलाई-कटाई का प्रशिक्षण लिया। जीविका से लिए ऋण की मदद से सिलाई मशीन खरीदकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधारी।

उनकी खुशी में चार चांद और लग गया, क्योंकि उनके साथ पति को भी दिल्ली जाने का अवसर मिल रहा है। बेगूसराय से दिल्ली जाने वाली एक दीदी मटिहानी की निशा कुमारी व बरौनी की रीना देवी हैं। दोनों जीविका दीदी 2014 से ही जीविका से जुड़ी हैं।

ओम जीविका स्वयं सहायता समूह मटिहानी की निशा कुमारी 2014 से जीविका समूह से जुड़ी है। समूह में जुड़ने से पहले वह एक सामान्य घरेलू महिला थीं। लोगों से मिलने की बात तो दूर, घर से बाहर तक नहीं निकलती थी। समूह में जुड़ाव के बाद निशा की दुनिया ही बदल गई। समूह से ऋण लेकर निशा ने अगरबत्ती बनाने का कार्य शुरू किया और उसकी बचत से खेती व गो पालन भी करने लगी।

निशा की यात्रा यहीं नहीं रुकी, बिहार के ड्रोन ध्वज वाहिका के रूप में अपनी नई पहचान स्थापित की है। हैदराबाद में ड्रोन चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया और ड्रोन लेकर खेतों में खाद का छिड़काव कर रहीं हैं। ड्रोन चलाने में वह इतनी पारंगत हो गई है कि अब लोगों को भी ड्रोन का संचालन सीखने और उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहीं हैं।

निशा के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और उनका परिवार अब बेहतर जीवन जी रहा है। 15 अगस्त के स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह में दिल्ली जाने की बात पर निशा कहती हैं कि अपनी खुशी को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। यह मेरे सपने के साकार होने जैसा है। प्रधानमंत्री से रूबरू होने का मौका मिलेगा।

दूसरी दीदी है बरौनी प्रखंड के अमरपुर गांव निवासी और शिव जीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी रीना देवी हैं। रीना की जीविका के साथ 2014 से यात्रा प्रारम्भ हुई। रीना कहती हैं कि जीविका में जुड़ने के बाद मेरे जीवन में बदलाव आना शुरू हुआ। जीविका की मदद से सिलाई-कटाई का प्रशिक्षण प्राप्त किया और जीविका से लिए ऋण की मदद से सिलाई मशीन खरीदी।

सिलाई-कटाई के काम से मेरी आर्थिक स्थिति में बदलाव आना शुरू हुआ। आज अपने कार्य के बदौलत रीना अपनी दोनों बेटियों व एक बेटे को पढ़ा रहीं हैं। वे कहती हैं कि जीविका ने हम जैसे हजारों दीदियों को रोजगार का अवसर उपलब्ध करवाया है। दिल्ली जाने के सवाल पर रीना कहती हैं पहली बार दिल्ली जा रही हूं। कभी सोचा नहीं था कि स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह की साक्षी बनूंगी, जीविका के कारण यह संभव हो पाया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

पुल से गिरकर डूबे युवक का शव आज गोताखोरो ने किया बरामद, परिवार मे मचा कोहराम

बेगूसराय : जिले में बीते रविवार देर शाम बलिया थाना क्षेत्र के बलिया-मधुसुदनपुर सड़क पर चेचियाही ढ़ाब में मुरला पुल से गिरकर डूबे युवक का शव आज गोताखोरों ने बरामद कर लिया है।

शव मिलते ही लोगों ने पुल पर बैरिकेडिंग करने, बाढ़ के दौरान चौकीदार को प्रतिनियुक्त करने और मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। सड़क जाम की सूचना मिलते ही पहुंचे अधिकारियों ने सभी बिंदुओं पर कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।

बलिया थाना क्षेत्र के भवानंदपुर पंचायत के शाहपुर दियारा निवासी परमानंद ठाकुर उर्फ पारो ठाकुर का पुत्र अमरजीत ठाकुर (30) रमजानपुर में दुकान चलाता था। कल देर शाम वह दुकान बंद कर अपनी बाइक से घर लौट रहा था। इसी दौरान चेचियाही ढ़ाब में बने मुरला पुल पर बाढ़ के कारण सड़क का अंदाजा नहीं लगा।

जिसके कारण वह बाइक सहित पुल से नीचे पानी में गिर गया। पीछे से गुजर रहे एक ग्रामीण ने उसे पानी में गिरता देखकर शोर मचाया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। बलिया सीओ और थानाध्यक्ष पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों को बुलाकर उसकी खोजबीन कराई गई, लेकिन कुछ पता नहीं चला।

थोड़ी देर बाद अमरजीत की बाइक पानी से बरामद की गई थी। रात हो जाने के कारण उसका कुछ पता नहीं चल सका, आज फिर जब ग्रामीण और अधिकारियों की उपस्थिति में गोताखोरों ने खोजबीन शुरू की तो घटनास्थल से थोड़ी दूर पर अमरजीत का शव मिला है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में अपराधियों ने युवक को गोली मारकर किया घायल, अस्पताल में भर्ती

बेगूसराय में अपराधियों ने गोली मारकर युवक को घायल कर दिया। घायल की पहचान बारो नया टोला निवासी मो. सहमत के पुत्र मो. शमी (26) के रूप में की गई है।

 बताया जा रहा कि रात में वो बाजार से वापस घर लौट रहा था।

इसी दौरान रास्ते में उसे अपराधियों ने घेर लिया और कंधे पर गोली दाग दी। घटना के संबंध में परिजनों का कहना है कि शमी मद्रास में रहकर कपड़ा सिलाई का काम करता था। मोहर्रम में वह घर आया, इसी दौरान मोहल्ले के ही कुछ युवकों से विवाद हो गया था।

जिसमें उन लोगों ने देख लेने की धमकी दी थी। उन्हीं लोगों ने गोली मारी है। घटना फुलवरिया थाना क्षेत्र के बारो गांव की है।

फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो बदमाश फरार हो गए। लोगों ने मामले की सूचना परिजनों को दी। घायल को निजी निर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। फुलवरिया थानाध्यक्ष ने बताया कि युवक को गोली मारने की सूचना मिली है। सूचना मिलते ही हम लोग मामले की छानबीन कर रहे हैं। जल्द ही घटना का खुलासा कर लिया जाएगा।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

गांधी स्टेडियम में परेड का पूर्वाभ्यास शुरू, फ्रेंडली क्रिकेट मैच का होगा आयोजन

बेगूसराय में स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी शुरू हो गई है। कार्यक्रम को लेकर गांधी स्टेडियम में परेड का रिहर्सल शुरू हो गया है। आज भी सीआईएसफ सहित छह अलग-अलग टीम ने परेड का पूर्वाभ्यास किया है।

डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की शुरुआत प्रभात फेरी के साथ की जाएगी। समारोह में शामिल होने के लिए गणमान्य व्यक्तियों को ई-कार्ड के माध्यम से आमंत्रित किया जाएगा। गांधी स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह को लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से देखा जा सकेगा। इसके लिए संबंधित पदाधिकारियों को ऑनलाइन लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है। जिससे जिलेवासी घर में रहकर मुख्य समारोह का आयोजन देख सकें।

15 अगस्त को दोपहर एक बजे जिला प्रशासन और आम नागरिक एकादश के बीज फ्रेंडली क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया है। शाम 6 बजे से 8 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। परेड में जिला पुलिस बल, डीएपी के जवान, सीआईएसएफ, बीएमपी, बिहार होम गार्ड के अलावा स्काउट गाइड व एनसीसी की टीम भी भाग लेगी।

गांधी स्टेडियम में झंडोत्तोलन मंच के समीप और मुख्य समारोह स्थल पर विधि-व्यवस्था, आवश्यकता के अनुसार बैरिकेडिंग करने, मंच निर्माण के साथ ही अन्य सभी आवश्यक तैयारियों के संबंध में भी निर्देश दिए गए हैं। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों की साफ-सफाई, शहीद स्मारकों और विभिन्न महापुरूषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया जाएगा।

गांधी स्टेडियम, विभिन्न कार्यालयों और महादलित टोलों में ध्वजारोहण कार्यक्रम होगा। गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम की प्रतिनियुक्ति व पेयजल के लिए पानी टंकी गांधी स्टेडियम में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में स्मैक के साथ तस्कर गिरफ्तार

बेगूसराय जिले की पुलिस टीम ने मुंगेर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर छापेमारी कर साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव में छापेमारी कर 99 ग्राम स्मैक के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। बरामद स्मैक की कीमत करीब 12 लाख रुपए आंका गया है।

मिली जानकारी के अनुसार मुंगेर जिले के कोतवाली थाना की पुलिस ने चार स्मैक तस्कर को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। उससे हुई पूछताछ में पता चला कि यह सभी लोग साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर गांव निवासी सुमित कुमार से स्मैक खरीद कर लाते हैं और मुंगेर में बेचते हैं। पूछताछ में इनपुट मिलते ही मुंगेर एसपी के निर्देश पर बनी विशेष टीम ने साहेबपुर कमाल थाना की पुलिस के साथ रघुनाथपुर गांव में छापेमारी कर दिया, इसमें सुमित नहीं मिला। लेकिन बाद में फिर पहुंची साहेबपुर कमाल थाना की पुलिस ने तस्कर को गिरफ्तार कर लिया।

साहेबपुर कमाल थानाध्यक्ष-सह-प्रशिक्षु डीएसपी हिमांशु कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि रघुनाथपुर गांव में स्मैक की खरीद-बिक्री का धंधा चल रहा है। सूचना के आधार पर बलिया डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने मजिस्ट्रेट (सीओ) के साथ रघुनाथपुर पछियारी टोला निवासी सुबोध राय के मकान को चारों तरफ से घेरकर छापेमारी की। जिसमें एक छोटे बैग में भारी मात्रा में स्मैक के साथ एक वेट मशीन और मोबाइल बरामद हुआ। बरामद स्मैक का वजन 99 ग्राम है‌। मौके पर से सुबोध राय के तस्कर पुत्र आर्यन कुमार उर्फ सुमित को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने कुछ और तस्कर का नाम बताया है।

जिसकी जांच की जा रही है और उसकी भी गिरफ्तारी शीघ्र कर ली जाएगी। गिरफ्तार तस्कर का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है, बरामद मोबाईल की भी जांच और अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। तस्कर का बैकवर्ड और फोरवर्ड लिंक खंगाला जा रहा है, ड्रग्स कारोबार के पूरे रैकेट का उद्भेदन कर लिया जाएगा।इधर, साहेबपुर कमाल थाना की पुलिस द्वारा बरामद स्मैक का वजन 99 ग्राम बताए जाने के बाद बेगूसराय और मुंगेर पुलिस के बयानों की सच्चाई पर सवाल उठ गए हैं। साहेबपुर कमाल थानाध्यक्ष हिमांशु कुमार ने देर शाम दिए गए अपने बयान में मात्र 99 ग्राम स्मैक मिलने की बात कही है।

जबकि, मुंगेर के एसपी ने अपने बयान में कहा है कि हमने अपने यहां चार तस्कर को पकड़ा था। उसी से हुई पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर करीब 350 से 400 ग्राम स्मैक साहेबपुर कमाल थाना की पुलिस ने रघुनाथपुर में बरामद किया गया है। अब सवाल उठने लगे हैं कि साहेबपुर कमाल थानाध्यक्ष का बयान सही है या मुंगेर एसपी का बयान।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

75 पीस डेटोनेटर के साथ आर्मी जवान अरेस्ट

बेगूसराय : जिले की पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ सेना के एक जवान को गिरफ्तार किया है। बेगूसराय पुलिस को यह सफलता गुप्त सूचना के आधार पर लोहिया नगर ब्रिज के पास देर रात मिली है।

पकड़ा गया युवक मटिहानी थाना क्षेत्र के खोरमपुर चकोर निवासी सिकंदर यादव का बेटा राज किशोर कुमार (25) है। उसके पास से 75 पीस डेटोनेटर एक्सप्लोसिव और 90 पीस डेंजर एक्सप्लोसिव स्टिक बरामद किया गया है। 

एसपी मनीष ने बताया कि आज अहले सुबह लोहिया नगर ओवरब्रिज के समीप से गिरफ्तारी हुई है। इसके पास से 75 डेटोनेटर और भारी मात्रा में डेंजर एक्सप्लोसिव स्टिक बरामद किए गए हैं। यह थल सेना में मणिपुर में कार्यरत है। पूछताछ और अनुसंधान जारी है। एक्सप्लोसिव लाने और ले जाने का बैकवर्ड-फॉरवर्ड लिंक पर काम चल रहा है। सभी पहलुओं की जांच चल रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सभी सामान लेकर वह कार से जा रहा था। पुलिस को देखते ही कार पर सवार दो युवक भाग निकला। जबकि, राजकिशोर को पकड़ लिया गया। तलाशी के दौरान गाड़ी से विस्फोटक सामान बरामद किया गया। भारी मात्रा में विस्फोटक मिलते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। 

एसपी मनीष ने लोहिया नगर थाना में उससे पूछताछ की है। उसके पास से बरामद मोबाइल की भी जांच चल रही है। पटना से भी अधिकारी पूछताछ और मामले की जांच के लिए बेगूसराय पहुंचे हैं।

एसपी मनीष ने बताया कि आज अहले सुबह लोहिया नगर ओवरब्रिज के समीप से गिरफ्तारी हुई है। इसके पास से 75 डेटोनेटर और भारी मात्रा एक्सप्लोसिव बरामद किए गए हैं। यह थल सेना में मणिपुर में कार्यरत है। पूछताछ और अनुसंधान जारी है। एक्सप्लोसिव लाने और ले जाने का बैकवर्ड-फॉरवर्ड लिंक पर काम चल रहा है। सभी पहलुओं की जांच चल रही है।

बताया जा रहा है कि देर रात पुलिस को सूचना मिली कि भारी मात्रा में डेंजर एक्सप्लोसिव लेकर एक व्यक्ति जा रहा है। इसके बाद पुलिस टीम ने घेराबंदी कर ओवरब्रिज के पास से उसे पकड़ लिया। 

बताया जा रहा है कि पकड़ा गया राज किशोर कुमार करीब डेढ़ वर्ष पहले सेना में बहाल हुआ था। वह पिछले तीन-चार दिन से गांव में ही रह रहा था।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में रफ्तार का कहर : तेज रफ्तार ट्रैक्टर से कुचलकर एक बच्चे की मौत

बेगूसराय : जिले में तेज रफ्तार का कहर लगातार जारी है। शुक्रवार की दोपहर भी एनएच-31 फोरलेन पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर से कुचलकर एक बच्चे की मौत हो गई। घटना बलिया थाना क्षेत्र के जानीपुर ढ़ाला के समीप की है। मृतक की पहचान छोटी बलिया निवासी रामजी यादव के पुत्र गोलू कुमार (8) के रूप में की गई है।

घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि गोलू अपने साइकिल से बलिया बाजार जा रहा था। इसी दौरान जानीपुर ढ़ाला के समीप खगड़िया की ओर से आ रहे अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उसे कुचल दिया। जिससे घटनास्थल पर ही मौत हो गई। गोलू को कुचलते हुए ट्रैक्टर एनएच किनारे खाई में उतर गया। इसके बाद दौड़े आसपास के लोगों ने ट्रैक्टर चालक औरंगाबाद जिला के उफहरा थाना क्षेत्र निवासी शंभू यादव को लोगों ने पकड़ लिया। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही पहुंची बलिया थाना की पुलिस ने ट्रैक्टर चालक को हिरासत में ले लिया है।

घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है‌। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया कर रही है। 

बताया जा रहा है कि फाइनेंस कंपनी द्वारा उक्त ट्रैक्टर खगड़िया में जब्त किया गया था‌। जिसके बाद ड्राइवर ट्रैक्टर लेकर बेगूसराय की ओर जा रहा था, इसी दौरान हादसा हुआ है। आक्रोशित लोगों का कहना है कि जानीपुर ढ़ाला के समीप बराबर हादसा होते रहता है। इसके बाद भी ट्रैफिक नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा कोई उपाय नहीं किया जा रहा है। यहां ट्रैफिक नियंत्रण के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए। 

थानाध्यक्ष ने बताया कि ट्रैक्टर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया चल रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट

बेगूसराय में एक ही परिवार के 4 लोगों के जिंदा जलाने के मामले का हुआ खुलासा, बेटी के साथ अफेयर से नाराज लड़की के घरवालो ने घटना को दिया था अंजाम

बेगूसराय : जिले में 22 जुलाई की रात एक ही परिवार को जिंदा जलाने का मामला सामने आया था। पुलिस की जांच में स्पष्ट हुआ है कि युवक का एक लड़की के साथ अफेयर चल रहा था, जिसका लड़की के परिवार वाले विरोध करते थे। युवक ने लड़की के परिवारवालों की बात नहीं मानी तो उसे उसके परिवार के साथ जिंदा जला दिया गया। इस घटना में युवक के पिता की मौत हो गई। वहीं, युवक, उसकी मां और बहन अस्पताल में भर्ती हैं

घटना की शिकार युवक की मां ने बताया कि घटना से कुछ दिन पहले मेरे बेटे को आरोपियों ने कहा था- मार देंगे, काट देंगे, जला देंगे। पुलिस ने युवक की प्रेमिका के पिता और भाई को साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मृतक मोहम्मद साबिर (55) कोलकाता में फल की दुकान चलाता था। जबकि, साबिर की पत्नी, बेटा और एक बेटी के साथ बलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती थी। साबिर बकरीद के मौके पर अपने परिवार के पास पहुंचे थे। 22 जुलाई की रात आरोपियों ने चारों पर हमला कर दिया था।

पुलिस ने बताया कि लड़की के पिता और भाई को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। आग लगाने वालों की पहचान की जा चुकी है। इनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मोहम्मद साबिर के बेटे मोहम्मद अरमान (25) का प्रेम संबंध घर से करीब 100 मीटर दूर छोटे मियां के बेटे साबिर की 15 साल की बेटी से करीब एक साल से चल रहा था। दोनों में खूब बातें होती थी, जहां-तहां मिलते भी थे। अरमान अभी ग्रेजुएशन पार्ट-2 में है। वह उर्दू में फाजिल डिग्री हासिल कर चुका है। 11 मार्च से 9 अप्रैल तक स्थानीय मस्जिद में कुरान सुनाने के लिए रहा था। इसी दौरान उसके प्रेम संबंध की जानकारी सभी लोगों को हुई थी।

9वीं में पढ़ने वाली प्रेमिका जब स्कूल जाती थी तो रास्ते में भी दोनों की मुलाकात होती थी। रात में फोन पर खूब बातें होती थी‌। लेकिन, अरमान घर पर रहता था तो उसे बात करने में कुछ परेशानी होने लगी। रमजान के दौरान अरमान ने घर के बदले मस्जिद में ही रहना शुरू कर दिया। मस्जिद में रहता था तो फोन पर बात करने से कोई रोकने-टोकने वाला नहीं था। पर इसी बीच अरमान के प्रेम-प्रसंग की जानकारी उसकी प्रेमिका के पिता और भाई को हो गई। वो इससे काफी आक्रोशित हो गए। अपनी बेटी को रोक-टोक करने के साथ ही उन्होंने अरमान को भी बात नहीं करने की धमकी दी थी। 

कहा था कि सुधर जाओ नहीं तो इसका अंजाम बहुत बुरा होगा। अरमान के पिता को भी इसकी जानकारी दी गई थी। अरमान अपनी हर गतिविधि की जानकारी अपनी प्रेमिका को देता था। 21 जुलाई को जब वह किसी काम से बेगूसराय शहर आया था तो इसकी भी जानकारी उसने प्रेमिका को दे दी थी। शहर से लौटने के बाद रात में करीब 11 बजे उसने अपनी प्रेमिका को फोन किया और सुबह 4 बजे तक दोनों में खूब लंबी बातें हुईं। इसकी भनक जब लड़की के पिता मोहम्मद साबिर और भाई तनवीर को लग गई तो दोनों ने क्विक एक्शन लेने का निर्णय लिया और अपने रिश्तेदार को 22 जुलाई की रात में हमला करने के लिए तैयार कर लिया।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, रात में जब गांव के सभी लोग सो गए तो करीब 1:15 बजे प्रेमिका के पिता द्वारा भेजे गए रिश्तेदार गैलन में पेट्रोल लेकर अरमान के घर पहुंचे। उस वक्त एक बेड पर पिता-बेटे और दूसरे पर मां-बेटी सोई हुई थी। आरोपियों ने पिता-बेटे की चौकी पर पेट्रोल छिड़का और मशाल से आग लगा दी। इसी बीच पिता की नींद खुल गई और उन्होंने एक बदमाश को पकड़ कर शोर मचाना शुरू कर दिया। पर वो किसी तरह भाग निकला। लेकिन, उसकी हवाई चप्पल मौके पर ही छूट गई। इधर, आग पूरे घर में लग गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने साबिर, उसकी पत्नी और बेटा-बेटी को अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान 23 जुलाई की दोपहर साबिर की मौत हो गई। 

इधर, डीएसपी नेहा कुमारी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू किया। एसपी मनीष घटनास्थल पर पहुंचे तो प्रेम प्रसंग का एंगल सामने आया। इसके बाद डॉग स्क्वायड को बुलाया गया तो खोजी कुत्ता अरमान की प्रेमिका के घर पहुंचा और चौकी पर जाकर बैठ गया। इसके बाद मामला परत दर परत खुलता चला गया। मौके से अरमान की प्रेमिका को पुलिस ने पहले उठाया, उसके बाद उसके पिता और भाई को थाने ले गई। कड़ाई से पूछताछ में घटनाक्रम का खुलासा हो गया। इसके बाद पुलिस ने लड़की को छोड़ दिया। जबकि, उसके पिता मोहम्मद साबिर और उसके भाई तनवीर को जेल भेज दिया। अब घटना को अंजाम देने वालों की तलाश हो रही है। पुलिस इस घटना को लेकर कई स्तर पर जांच कर ही रही है।

इधर, जख्मी अरमान की मां मोमिना खातून ने बताया कि मेरा लड़का जवान था, आरोपी की बेटी भी जवान थी। दोनों बात करते थे। अगर गलती की तो पंचायत बैठाना चाहिए था, केस कर देते, कोर्ट मैरिज करवा देते। दो-तीन महीना पहले मेरे बेटे अरमान को कहा था- मार देंगे, काट देंगे, जला देंगे। मैंने बेटे को समझा दिया था। उसे दो महीना घर से बाहर निकलने नहीं दिया। सोई अवस्था में दोनों बाप-बेटा को जला दिया। आग लगने के बाद बेटा जलती हुई हालात में घर से भाग कर मस्जिद के बगल में लगे पानी में जाकर लोटने लगा। हमारे शौहर घर में ही जलते हुए चिल्ला रहे थे। आरोपी लकड़ी में कपड़ा लपेट (मशाल) कर लाए थे, लाइटर और गैलन में पेट्रोल लेकर पहुंचे थे। आग लगाने के लिए जो आए थे, उनमें से एक काफी मोटा-तगड़ा और लंबा था।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट