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Aug 13 2024, 16:08

आज 91वें जन्मदिन पर विशेष :अपने जमाने की सुपरस्टार थी वैजयंती माला 3 बच्चों के पिता से की थी शादी,


नयी दिल्ली : वैजयंती माला उस जमाने की फेमस अदाकार रही हैं। उन्होंने तमिल, तेलुगू और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर खूब राज किया। लेकिन एक्टिंग से ज्यादा पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में रहीं। दिलीप कुमार और राज कपूर तक से नाम जुड़ा और फिर तीन बच्चों के बाप पर दिल आया तो करियर के पीक पर शादी कर ली।

वैजयंती माला अपनी फिल्मों से ज्यादा लव अफेयर्स के लिए खूब चर्चा में रहीं

भगवान विष्णु द्वारा पहना जाने वाला एक दुर्लभ मोतिया का हार- वैजयंती माला। फिल्म इंडस्ट्री की दिग्गज एक्ट्रेस को यही नाम दिया गया। अपनी एक्टिंग के साथ-साथ क्लासिकल डांस और बड़े-बड़े फैसलों के कारण हमेशा चर्चा में रहीं। 

पर्दे पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस, तीन बच्चों के बाप से शादी की। उन्हें घर तोड़ने वाली कहा गया। खूब आलोचना हुई। कहते हैं कि दिलीप कुमार तक उन्हें दिल दे बैठे थे। उन्होंने 'गंगा जमुना' (1961) के हर सीन में वैजयंतीमाला द्वारा पहनी जाने वाली साड़ी का रंग खुद चुना था।

सायरा बानो उनकी केमिस्ट्री से खूब जलती थीं। उनका नाम राज कपूर के साथ भी जुड़ा था, जिस पर ऋषि कपूर ने खुलासा किया था कि पापा के अफेयर के कारण उनकी मां उन्हें लेकर घर छोड़कर चली गई थीं। आइये आज उनके 91वें जन्मदिन पर उनसे जुड़ी अनसुनी बातें जानते हैं।

16 साल की उम्र में अरंगेत्रम में दी थी परफॉर्मेंस

वैजयंती माला ने 16 साल की उम्र में अपने अरंगेत्रम (भरतनाट्यम की पहली परफॉर्मेंस) के बाद फिल्मी दुनिया में कदम रखा। उसके बाद उन्होंने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई। कई रूढ़िवादी परंपराओं को चुनौती दी।

तमिल मूवी से वैजयंतीमाला ने की एक्टिंग की शुरुवात 

तमिल मूवी से वैजयंतीमाला ने की एक्टिंग की शुरुआत

उन्होंने 1949 में तमिल मूवी 'वाजकाई' से एक्टिंग की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने तेलुगू और हिंदी फिल्मों में भी कदम रखा। उन्होंने बिमल रॉय की 'देवदास' (1955) में चंद्रमुखी का ऐसा किरदार निभाया कि आज तक लोगों के जहन में छपा हुआ है। हालांकि, वो इस किरदार के लिए पहली पसंद नहीं थीं। नरगिस, सुरैया और बीना राय ने वेश्या की भूमिका निभाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद वैजयंतीमाला के पास ये ऑफर गया।

वैजयंतीमाला ने ठुकरा दिया था सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड

जिस समय वैजयंतीमाला को कास्ट किया गया था, मेकर्स को उनपर बिल्कुल भरोसा नहीं था। फिल्म के राइटर नबेंदु घोष भी उन्हें कास्ट करने के खिलाफ थे, क्योंकि उन्हें लगता था कि वो इस किरदार के लिए बहुत छोटी हैं। लेकिन वैजयंतीमाला की असाधारण एक्टिंग ने ना सिर्फ सभी को गलत साबित कर दिया, बल्कि बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी जीता। यहां चौंकाने वाली बात ये थी कि उन्होंने इस अवॉर्ड को लेने से इनकार कर दिया। 

उनका दावा था कि वे सुचित्रा सेन (जिन्होंने पारो का किरदार निभाया था) जितनी ही बेहतरीन हीरोइन हैं। इसलिए वो सपोर्टिंग एक्ट्रेस की कैटेगरी में अवॉर्ड नहीं लेंगी।

स्क्रीन पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस

आपको शायद ही पता होगा कि स्क्रीन पर स्विमसूट पहनने वाली पहली साउथ एक्ट्रेस वैजयंतीमाला ही थीं। उन्होंने ये हिम्मत भरा कदम उठाया था, जबकि वो चेन्नई के एक रूढ़िवादी तमिल ब्राह्मण अयंगर परिवार से थीं। एक समय था, जब एक्ट्रेसेस को संस्कारी आदर्शों का पालन करना होता था और अगर वो ऐसा ना करें तो इसे बवाल मचता था। 

वैजयंतीमाला ने राज कपूर की फिल्म 'संगम' में स्विमसूट पहना था। वो यकीनन भारत की पहली महिला सुपरस्टार थीं, जिन्होंने तीन इंडस्ट्री पर राज किया और पहली पैन-इंडिया स्टार में से एक थीं।

तीन बच्चों के बाप पर आया था दिल, की शादी

अपने करियर के पीक पर वैजयंतीमाला ने संन्यास ले लिया, क्योंकि उन्होंने अपनी जिंदगी के प्यार डॉक्टर चमनलाल बाली से शादी कर ली थी। अपने संस्मरण 'बॉन्डिंग' में उन्होंने खुलासा किया कि कश्मीर में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान वो बीमार पड़ गई थीं। चमनलाल उनका इलाज करने के लिए बॉम्बे (अब मुंबई) से आए थे। उन्हें उनसे प्यार हो गया था। वो शादीशुदा थे। तीन बच्चों के पिता थे। लेकिन प्यार परवान चढ़ने के बाद चमनलाल ने अपनी पहली बीवी को तलाक देकर वैजयंतीमाला से शादी कर ली। उनका एक बेटा है, जिसका नाम सुचिंद्र बाली है।

राजनीति में भी अव्वल रहीं वैजयंती माला

वैजयंती माला न सिर्फ एक सक्सेसफुल एक्ट्रेस और डांसर हैं, बल्कि राजनीति में भी अव्वल हैं। वो 1984 में कांग्रेस में शामिल हुईं और उसी साल तमिलनाडु के आम चुनाव में हर मुश्किलों को पार करते हुए जीत हासिल की थी। वह अपने संस्मरण में बताती हैं कि संसद सदस्य होने का ये मतलब भी था कि उन्हें लोगों के जहन में बसी धारणाओं का भी सामना करना था। लोगों के तंज भरे सवालिया लहजे होते थे। लेकिन वो हमेशा जीतती गईं और सबकी बोलती बंद करती गईं। 

1989 में वो फिर जीतीं। 1993 में उन्हें 6 साल के कार्यकाल के लिए राज्यसभा के लिए नामित किया गया। 1999 में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में एक्ट्रेस ने लिखा, 'राजीव गांधी की मौत के बाद पार्टी को अपने सिद्धांतों से भटकते हुए देखना दुखद है। पार्टी ने अपनी जमीनी स्तर से संपर्क खो दिया है और हर दिन यह देखा जा सकता है कि ईमानदार पार्टी कार्यकर्ताओं को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।' इसके बाद 1999 में ही वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं।

पद्म श्री और पद्म विभूषण का सम्मान

वैजयंतीमाला को 1968 में भारत सरकार ने पद्म श्री से नवाजा था। उन्हें हाल ही में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, जो भारत का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है।

91 साल की हैं वैजयंती माला

अब वो 91 साल की हैं। 13 अगस्त को अपना जन्मदिन मना रही हैं। उम्र के इस पड़ाव पर भी वो अभी भी क्लासिकल डांस करती हैं और फैंस के दिलों में बसती हैं।

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Aug 13 2024, 11:37

झारखंड का मौसम: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आज हो सकती है दिनभर हल्की से मध्यम बारिश


झा. डेस्क 

झारखंड में आज न्यूनतम तापमान 26.38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 30.1 सेल्सियस रहने की उम्मीद है।

झारखंड में कल का न्यूनतम तापमान 26.59 सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 31.85 सेल्सियस दर्ज किया गया था। सुबह आर्द्रता 70% दर्ज की गई। सूर्योदय 05:22:50 बजे हुआ है और सूर्यास्त 18:23:04 बजे होगा।

झारखंड में AQI 19.0 है।

वायु की गुणवत्ता अच्छी है और वायु प्रदूषण से कोई खतरा नहीं है। AQI जितना अधिक होगा, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंता उतनी ही अधिक होगी। 50 या उससे कम का AQI अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जबकि 300 से अधिक का AQI खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है।

झारखंड में पूरे हफ्ते के मौसम का ब्योरा नीचे है।

बुधवार : झारखंड में 14 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 31.85 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26.59 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

गुरुवार : झारखंड में 15 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 32.43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

शुक्रवार : झारखंड में 16 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 32.31 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.85 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

शनिवार : झारखंड में 17 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 29.83 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.69 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

रविवार : झारखंड में 18 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 29.22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.78 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

सोमवार : झारखंड में 19 अगस्त 2024 का मौसम, अधिकतम तापमान 30.77 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25.12 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। दिनभर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

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Aug 13 2024, 11:30

आज का इतिहास:1795 में आज ही के दिन भारत की वीरांगना अहिल्याबाई होलकर का हुआ था निधन


नयी दिल्ली : देश और दुनिया में 13 अगस्त का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई हैं।1795 में आज ही के दिन भारत की वीरांगना अहिल्याबाई होलकर का निधन हुआ था।

1910 में 13 अगस्त के दिन ही आधुनिक नर्सिंग आंदोलन की जन्मदाता फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का निधन हुआ था। 

1936 में आज ही के दिन प्रसिद्ध भारतीय महिला क्रांतिकारी भीकाजी कामा का निधन हुआ था।

2012 में आज ही के दिन लंदन में 30वें ओलंपिक खेलों का समापन हुआ था।

2008 में 13 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध अर्थशास्त्री व रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर चक्रवर्ती संगराजन को राज्यसभा के लिए नामित किया गया था।

2008 में आज ही के दिन भारत ने मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) वेपन सिस्टम पिनाका का सफल परीक्षण किया था।

2002 में 13 अगस्त के दिन ही इंटरपोल ने नेपाल के 8 माओवादी आतंकवादियों की तलाश के लिए ‘रेड कार्नर’ नोटिस जारी किया था।

1994 में आज ही के दिन अमेरिका और उत्तरी कोरिया के बीच जेनेवा में परमाणु निरस्त्रीकरण के संबंध में ऐतिहासिक सहमति हुई थी।

1993 में 13 अगस्त के दिन ही वाशिंगटन में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति समझौता हुआ था।

1960 में आज ही के दिन अफ्रीका फ्रांस के कब्जे से आजाद हुआ था।

1956 में 13 अगस्त के दिन ही राष्ट्रीय राजमार्ग लोकसभा में विधेयक पारित हुआ था।

1951 में आज ही के दिन भारत में निर्मित पहले विमान हिंदुस्तान ट्रेनर-2 ने पहली उड़ान भरी थी।

1913 में आज ही के दिन इंग्लैंड के हैरी ब्रेअर्ली और शेफील्ड ने स्टेनलेस स्टील का आविष्कार किया था।

1902 में 13 अगस्त के दिन ही इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को एक विकेट से हराकर ओवल की प्रसिद्ध जीत दर्ज की थी।

1898 में आज ही के दिन जार्ज डेवी के नेतृत्व में अमेरिकी सेना ने फिलीपींस की राजधानी मनीला पर कब्जा किया था।

1784 में 13 अगस्त के दिन ही भारत में प्रशासनिक सुधारों के लिए पिट्स इंडिया विधेयक ब्रिटिश संसद में पेश हुआ था।

13 अगस्त को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1848 में आज ही के दिन अंग्रेज़ी और बंग्ला भाषा के प्रसिद्ध लेखक व महान् शिक्षाशास्त्री रमेश चन्द्र दत्त का जन्म हुआ था।

1863 में 13 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ गंगाप्रसाद वर्मा का जन्म हुआ था।

1887 में आज ही के दिन भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी नरेन्द्र मोहन सेन का जन्म हुआ था।

1899 में 13 अगस्त के दिन ही प्रख्यात फिल्म निर्माता एल्फ़्रेड हिचकॉक का जन्म हुआ था।

1936 में आज ही के दिन भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री वैजयंती माला का जन्म हुआ था।

13 अगस्त को हुए निधन

1795 में आज ही के दिन भारत की वीरांगना अहिल्याबाई होलकर का निधन हुआ था।

1910 में 13 अगस्त के दिन ही आधुनिक नर्सिंग आंदोलन की जन्मदाता फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का

निधन हुआ था।

1936 में आज ही के दिन प्रसिद्ध भारतीय महिला क्रांतिकारी भीकाजी कामा का निधन हुआ था।

13 अगस्त को प्रमुख उत्सव

अंगदान दिवस।

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Aug 13 2024, 11:29

हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर भाजपा सांसद कंगना रनौत कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भड़की।


नई दिल्ली:- हिंडनबर्ग रिपोर्ट ने सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इसकी वजह से विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर हमला कर रहा है। इस बीच भाजपा सांसद कंगना रनौत ने कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला किया है।

मंडी से लोकसभा सांसद कंगना ने सोमवार को राहुल गांधी को सबसे खतरनाक इंसान बताया। उन्होंने कहा कि देश कभी आपको नेता नहीं चुनेगा। कंगना ने एक्स पर लिखा, "राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी हैं, वे कटु, जहरीले और विनाशकारी हैं, उनका एजेंडा है कि अगर वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते तो वे इस देश को नष्ट कर सकते हैं।"

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट शेयर बाजार को लक्षित करती है

भाजपा सांसद ने कहा, "हिंडनबर्ग की रिपोर्ट हमारे शेयर बाजार को लक्षित करती है जिसका राहुल गांधी कल रात समर्थन कर रहे थे, वह एक बेकार की बात साबित हुई है।"

अर्थव्यवस्था को अस्थिर की कोशिश कर रहे राहुल- कंगना

उन्होंने कांग्रेस सांसद पर हमला करते हुए आगे कहा, "वे देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को अस्थिर करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी जीवन भर विपक्ष में बैठने के लिए तैयार हो जाइए और जिस तरह से आप पीड़ित हैं, इस देश के लोगों के गौरव, विकास और राष्ट्रवाद को पीड़ित करने के लिए तैयार हो जाइए। आपको कभी अपना नेता नहीं बनाएंगे। आप एक कलंक हैं।

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Aug 13 2024, 11:28

भारत के प्रमुख वैज्ञानिक रहे होमी भाभा के दुर्लभ सामानों की मुंबई में नीलामी होगी विशिष्ट शेफर पेन की बोली 50 हजार से शुरू।


नई दिल्ली:- भारत के प्रमुख वैज्ञानिक रहे होमी भाभा के दुर्लभ सामानों की मुंबई में नीलामी होगी। इसमें 14-कैरेट सोने की निब वाला शेफर पेन, एक कलाकृति और मोती के तीन विशिष्ट बटन का एक सेट शामिल है। 'नेशनल सेंटर फार परफार्मिंग आ‌र्ट्स' (एनसीपीए) ने सोमवार को बताया कि भाभा के माता-पिता ने उन्हें ये वस्तुएं उपहार में दी थीं।

17 अगस्त को आयोजित की जाएगी निलामी

नीलामी 'एन इवनिंग विद द माइस्ट्रो' जमशेद भाभा थिएटर में 17 अगस्त को आयोजित की जाएगी। डा. होमी भाभा के पास रहे विशिष्ट शेफर पेन के लिए बोली 50 हजार रुपये से शुरू होगी। होमी भाभा द्वारा 1928 में बनाई गई प्राकृतिक ²श्य वाली पेंटिंग कला व विज्ञान के लिए उनके जुनून को दर्शाती है। इसके लिए बोली पांच लाख रुपये से शुरू होगी।

'मिक्स्ड मीडिया न्यूड स्टडी' वाली कलाकृति होगी निलाम

भाभा द्वारा कैम्बि्रज में बनायी गयी 'मिक्स्ड मीडिया न्यूड स्टडी' वाली कलाकृति की भी नीलामी की जाएगी। इसकी नीलामी के लिए बोली एक लाख रुपये से शुरू होगी। डा. भाभा के माता-पिता द्वारा 1936 में दिए गए एक भावनात्मक पत्र के साथ मोती के तीन विशिष्ट बटन का एक सेट नीलामी में आकर्षण का केंद्र होगा। इस बटन सेट के लिए बोली एक लाख रुपये से शुरू होगी।

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Aug 12 2024, 12:03

आज का इतिहास:2000 में आज ही के दिन हुई थी ‘अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस’ मनाने की शुरुआत

नयी दिल्ली : देश और दुनिया में 12 अगस्त का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।

12 अगस्त का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1919 में आज ही के दिन इंडियन स्पेस प्रोग्राम के जनक वैज्ञानिक विक्रम साराभाई का जन्म हुआ था।

1960 में 12 अगस्त को ही नासा ने अपना पहला सफल संचार उपग्रह ईको-ए प्रक्षेपित किया था। 

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस हर साल 12 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन युवा लोगों के योगदान और उनकी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। इसे पहली बार 2000 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया गया था। 

1981 में 12 अगस्त को ही IBM ने अपना पहला पर्सनल कंप्यूटर पेश किया, जिसकी कीमत 16 हजार डॉलर रखी गई थी।

2012 में आज ही के दिन 30वें ओलंपिक खेलों का लंदन में समापन हुआ था।

2008 में 12 अगस्त के दिन ही आमिर ख़ान को उनकी ‘फिल्म तारे जमीं पर’ के लिए गोलापुड़ी श्रीनिवास मेमोरियल अवार्ड दिया गया था।

2007 में आज ही के दिन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के यान एण्डेवर से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों ने स्टेशन पर नई बीम लगाई थी।

2004 में 12 अगस्त को ही फ्रांस के मशहूर स्ट्राइकर जिनेदिन जिदान ने अंतरराष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास लिया था।

2003 में आज ही के दिन संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत और इजराइल के बीच फाल्कन सौदे को मंजूरी दी थी। 

1991 में 12 अगस्त को ही विव रिचर्ड्स, डुजोन और मार्शल के लिए टेस्ट क्रिकेट में अंतिम दिन था।

1984 में आज ही के दिन लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में 23वें ओलंपिक खेलों का समापन हुआ था।

1981 में 12 अगस्त को ही IBM ने अपना पहला पर्सनल कंप्यूटर पेश किया, जिसकी कीमत 16 हजार डॉलर रखी गई थी।

1972 में आज ही के दिन इयान और ग्रेग चैपल ने क्रिकेट टेस्ट मैच की एक ही पारी में शतक बनाया था।

1971 में 12 अगस्त को ही सीरिया ने जॉर्डन से राजनयिक संबंध तोड़ा था।

1908 में आज ही के दिन हेनरी फोर्ड की कार कंपनी ने पहला कार मॉडल बनाया था।

1833 में 12 अगस्त को ही अमेरिका में शिकागो शहर की स्थापना हुई थी।

1831 में आज ही के दिन नीदरलैंड और बेल्जियम ने शांति समझौते पर साइन किए थे।

12 अगस्त को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1919 में आज ही के दिन भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक और भारतीय भौतिक वैज्ञानिक विक्रम साराभाई का जन्म हुआ था।

1972 में 12 अगस्त के दिन ही भारतीय क्रिकेटर ज्ञानेंद्र पांडेय का जन्म हुआ था।

12 अगस्त को हुए निधन

1945 में आज ही के दिन भारत के लिए अपना जीवन समर्पित कर देने वाले अंग्रेज़ व्यक्ति जॉर्ज सिडनी अरुंडेल का निधन हुआ।

1982 में 12 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध इतिहासवेत्ता, विचारक और निबंधकार भगवतशरण उपाध्याय का निधन हुआ था।

12 अगस्त को हुए प्रमुख उत्सव

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस।

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Aug 11 2024, 11:19

हरियाणा में प्राइमरी टीचर के बंपर पदों पर भर्ती का एलान, 12 अगस्त से शुरू होंगे आवेदन

नई दिल्ली:- सरकारी टीचर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ओर से प्राइमरी टीचर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर भर्ती का एलान किया गया है। जो भी अभ्यर्थी इस में शामिल होना चाहते हैं वे 12 अगस्त 2024 से एप्लीकेशन फॉर्म भर सकेंगे।

आवेदन पत्र केवल ऑनलाइन माध्यम से जेएसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in पर जाकर ही भरा जा सकेगा। फॉर्म भरने की लास्ट डेट 21 अगस्त तय की गई है वहीं फीस जमा करने की लास्ट डेट 23 अगस्त 2024 निर्धारित है।

योग्यता एवं मापदंड

इस भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों ने सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 2 प्रारंभिक शिक्षा में वर्ष डिप्लोमा या सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) और कम से कम 45% अंकों के साथ और 2 एनसीटीई के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा में वर्ष डिप्लोमाअथवा सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 4-वर्ष प्रारंभिक शिक्षा स्नातक (बी.एल.एड.) या सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 2 वर्ष शिक्षा में डिप्लोमा (विशेष शिक्षा) या बी.ए./बी.एससी./बी.कॉम. और प्रारंभिक शिक्षा में 2-वर्षीय डिप्लोमा प्राप्त किया हो।

इसके साथ ही अभ्यर्थी ने हिंदी/संस्कृत के साथ मैट्रिक या 10+2/ बीए/ एमए (एक विषय हिंदी के साथ) उत्तीर्ण किया हो। उम्मीदवार ने हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की हो। अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष एवं अधिकतम आयु 42 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग को ऊपरी आयु में छूट दी जाएगी।

कैसे कर सकेंगे आवेदन

इस भर्ती के लिए आवेदन 12 अगस्त से शुरू होंगे। आप इस डेट से ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in पर जाकर भर्ती से पोर्टल पर जाकर पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार लॉग इन के माध्यम से अन्य डिटेल भरकर फॉर्म भर सकेंगे।

एप्लीकेशन फॉर्म भरने के साथ ही जनरल श्रेणी के उम्मीदवारों को 150 रुपये जमा करना होगा। हरियाणा राज्य के सामान्य श्रेणी के पुरुष उम्मीदवारों को 150 रुपये एवं महिला उम्मीदवारों को 75 रुपये जमा करना होगा। इसके अतिरिक्त हरियाणा राज्य से आने वाले एससी/ ईडब्ल्यूएस/ ईबीसी वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को 35 रुपये एवं महिला उम्मीदवारों को 18 रुपये का भुगतान करना होगा।

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Aug 11 2024, 11:17

भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में असिस्टेंट एवं असिस्टेंट फाइनेंस पदों पर सरकारी नौकरी पाने का मौका, ये रही भर्ती डिटेल


नई दिल्ली:- भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में नॉन-टीचिंग पदों के अंतर्गत असिस्टेंट एवं असिस्टेंट फाइनेंस के रिक्त पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो भी अभ्यर्थी सरकारी नौकरी की तलाश में हैं और इस भर्ती के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे ऑनलाइन माध्यम से 30 अगस्त 2024 तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। 

एप्लीकेशन फॉर्म IMU की ऑफिशियल वेबसाइट imu.edu.in पर जाकर भर सकते हैं। आवेदन केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है, अन्य किसी भी प्रकार से फॉर्म स्वीकार नहीं किये जाएंगे।

पात्रता एवं मापदंड

इस भर्ती में असिस्टेंट पदों पर आवेदन के लिए अभ्यर्थी ने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी/ संस्थान से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन उत्तीर्ण किया हो। इसके अलावा असिस्टेंट फाइनेंस के लिए उम्मीदवार का 50 प्रतिशत अंकों के साथ कॉमर्स/ मैथमेटिक्स/ स्टैटिक्स से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 35 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ऊपरी आयु में उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट दी जाएगी।

आवेदन की स्टेप्स

इस भर्ती में आवेदन के लिए सर्वप्रथम ऑफिशियल वेबसाइट imu.edu.in पर विजिट करें।

वेबसाइट के होम पेज पर रिक्रूटमेंट में जाकर भर्ती से संबंधित "डिटेल" में जाकर अप्लाई ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करें।

अब नए पोर्टल पर आपको पहले फ्रेश कैंडिडेट लिंक पर क्लिक करके मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण करना है।

रजिस्ट्रेशन होने के बाद अभ्यर्थी लॉग इन के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें।

अंत में अभ्यर्थी निर्धारित शुल्क जमा करके पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म को सबमिट कर दें।

कितना लगेगा शुल्क

इस भर्ती में आवेदन पत्र भरने के साथ जनरल/ ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों को 1000 रुपये एवं एससी/ एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को शुल्क के रूप में 700 रुपये का भुगतान करना होगा। भर्ती से जुड़ी विस्तृत डिटेल के लिए अभ्यर्थी एक बार ऑफिशियल वेबसाइट का अवलोकन अवश्य कर लें।

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Aug 11 2024, 11:07

बांग्लादेशी जलाशय में खड़े होकर बीएसएफ से कर रहे मिन्नते उन्हें भारत में प्रवेश की दी जाए इजाजत।


नई दिल्ली:- बांग्लादेश में भले ही नई सरकार बन गई है, लेकिन वहां हिंसा अभी भी जारी है प्रदर्शनकारी, अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश से कई हिंदू परिवार अपने घर छोड़कर भारत आना चाहते हैं।हजारों की तादाद में हिंदू समुदाय के लोग भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद हैं। 

बंगाल के कूचबिहार के सितालकुची में करीब 1000 बांग्लादेशी जलाशय में खड़े होकर बीएसएफ से अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें भारत में प्रवेश की इजाजत दी जाए।

'जय श्री राम' के नारे लगा रहे लोग 

हालांकि, सीमा सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ भी अलर्ट है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि अब तक भारत में प्रवेश करने की कोशिश करने वालों का यह सबसे बड़ ग्रुप है। कूचबिहार के काशियार बरुनी इलाके के पठानटुली गांव में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे लोगों में इतनी हताशा थी कि वे बाड़ के पार जलाशय में घंटों इंतजार करते रहे। कुछ लोग 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे।

अलर्ट पर बीएसएफ

बीएसएफ कर्मियों ने इन लोगों को सीमा के जीरो पॉइंट (नो मैन्स लैंड) से 150 गज की दूरी पर बाड़ पार करने से रोक दिया । बीएसएफ जवानों की कई बार की गई अपील के बावजूद ये लोग बांग्लादेश के रंगपुर जिले के दोई खावा और गेंदुगुरी गांवों में अपने घरों को लौटने के लिए तैयार नहीं थे।

बीएसएफ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “यह उभरती चुनौती बीएसएफ के लिए नई है। बंगाल के उत्तर 24 परगना के पेट्रापोल में पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश से लोगों का आना जारी है।

सीमा की सुरक्षा के लिए समिति का गठन

बता दें कि सीमा पर नजर रखने की खातिर सरकार ने एक समिति का गठन किया है। सीमा सुरक्षा बल के पूर्वी कमान के एडीजी को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने सतर्कता बढ़ा दी है। बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं ने भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है।

Delhincr

Aug 11 2024, 11:07

अजीत डोभाल के बेटे शौर्य का बड़ा खुलासा कहा 'बचपन में पता नहीं था, मेरे पिता सुपर जासूस हैं'

नई दिल्ली:- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल ने अपने पिता से जुड़ी कई चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बचपन में नहीं पता था कि उनके पिता एक आईपीएस हैं। मुझे लगता था कि वह विदेश सेवा में हैं।भारत आने पर मुझे इसके बारे में जानकारी हुई। 

शौर्य को अपने पिता के गुप्त अभियान की जानकारी बहुत बाद में हुई। शौर्य डोभाल का अन्य परिचय यह है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और विचार मंच ‘इंडिया फाउंडेशन’ के संस्थापक हैं। इससे पहले वह बैंकर रह चुके हैं।

जब पिता के साथी से पूछा सवाल

शौर्य डोभाल ने बताया कि एक बार उन्होंने अपने पिता के साथ काम करने वाले व्यक्ति से पूछा था कि पाकिस्तान की आईएसआई की तुलना में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की गतिविधियों के बारे में कम खबरें आती हैं। शौर्य के इस सवाल पर सहकर्मी ने कहा था कि चूंकि आपको पता नहीं चल पाता है, इसी वजह से हम अपना काम कर पाते हैं।

अजीत डोभाल से जुड़ी अहम बातें

अजीत डोभाल की पहचान जाने माने जासूस के रूप में होती है। वर्तमान में वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। यह उनका तीसरा कार्यकाल है। डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। अजीत डोभाल कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले पहले पुलिसकर्मी भी हैं। 

डोभाल ने कई सफल खुफिया अभियान में हिस्सा लिया। इनमें मिजो नेशनल आर्मी में पैठ बनाना और ऑपरेशन ब्लैक थंडर में अहम भूमिका निभाना शामिल है।

अमेरिकी राजदूत ने की थी तारीफ

शौर्य ने बताया कि पिता के जासूस होने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर एक सुपर जासूस के बच्चों को उनके काम के बारे में पता होगा तो वह भला किस प्रकार का सुपर जासूस हुआ? भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने पिछले साल अजीत डोभाल की जमकर प्रशंसा की थी। उन्होंने डोभाल को पूरे विश्व की निधि कहा था।

शौर्य ने की थी इंडिया फाउंडेशन की स्थापना

शौर्य डोभाल दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में पढ़ाई कर चुके हैं। उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल और शिकागो विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री है। शौर्य ने निवेश बैंकिंग की अपनी शानदार नौकरी छोड़कर 2009 में भारत लौटे थे। इसके बाद उन्होंने इंडिया फाउंडेशन की स्थापना की थी।

देश के लिए कुछ करने का इरादा

शौर्य ने कहा कि देश में इंडिया फाउंडेश की स्थापना एक अच्छी शुरुआत थी, क्योंकि यहां राजनीतिक ‘थिंक टैंक’ की संस्कृति नहीं थी। मैं अपने जीवन में केवल व्यावसायिक गतिविधियां ही नहीं चाहता था, यही वजह थी कि मैंने देश के लिए कुछ करने के मकसद से यह छोटी सी कोशिश की।