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Aug 13 2024, 11:28

भारत के प्रमुख वैज्ञानिक रहे होमी भाभा के दुर्लभ सामानों की मुंबई में नीलामी होगी विशिष्ट शेफर पेन की बोली 50 हजार से शुरू।


नई दिल्ली:- भारत के प्रमुख वैज्ञानिक रहे होमी भाभा के दुर्लभ सामानों की मुंबई में नीलामी होगी। इसमें 14-कैरेट सोने की निब वाला शेफर पेन, एक कलाकृति और मोती के तीन विशिष्ट बटन का एक सेट शामिल है। 'नेशनल सेंटर फार परफार्मिंग आ‌र्ट्स' (एनसीपीए) ने सोमवार को बताया कि भाभा के माता-पिता ने उन्हें ये वस्तुएं उपहार में दी थीं।

17 अगस्त को आयोजित की जाएगी निलामी

नीलामी 'एन इवनिंग विद द माइस्ट्रो' जमशेद भाभा थिएटर में 17 अगस्त को आयोजित की जाएगी। डा. होमी भाभा के पास रहे विशिष्ट शेफर पेन के लिए बोली 50 हजार रुपये से शुरू होगी। होमी भाभा द्वारा 1928 में बनाई गई प्राकृतिक ²श्य वाली पेंटिंग कला व विज्ञान के लिए उनके जुनून को दर्शाती है। इसके लिए बोली पांच लाख रुपये से शुरू होगी।

'मिक्स्ड मीडिया न्यूड स्टडी' वाली कलाकृति होगी निलाम

भाभा द्वारा कैम्बि्रज में बनायी गयी 'मिक्स्ड मीडिया न्यूड स्टडी' वाली कलाकृति की भी नीलामी की जाएगी। इसकी नीलामी के लिए बोली एक लाख रुपये से शुरू होगी। डा. भाभा के माता-पिता द्वारा 1936 में दिए गए एक भावनात्मक पत्र के साथ मोती के तीन विशिष्ट बटन का एक सेट नीलामी में आकर्षण का केंद्र होगा। इस बटन सेट के लिए बोली एक लाख रुपये से शुरू होगी।

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Aug 12 2024, 12:03

आज का इतिहास:2000 में आज ही के दिन हुई थी ‘अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस’ मनाने की शुरुआत

नयी दिल्ली : देश और दुनिया में 12 अगस्त का इतिहास कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी है और कई महत्वपूर्ण घटनाएं इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गई है।

12 अगस्त का इतिहास काफी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि 1919 में आज ही के दिन इंडियन स्पेस प्रोग्राम के जनक वैज्ञानिक विक्रम साराभाई का जन्म हुआ था।

1960 में 12 अगस्त को ही नासा ने अपना पहला सफल संचार उपग्रह ईको-ए प्रक्षेपित किया था। 

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस हर साल 12 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन युवा लोगों के योगदान और उनकी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। इसे पहली बार 2000 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मनाया गया था। 

1981 में 12 अगस्त को ही IBM ने अपना पहला पर्सनल कंप्यूटर पेश किया, जिसकी कीमत 16 हजार डॉलर रखी गई थी।

2012 में आज ही के दिन 30वें ओलंपिक खेलों का लंदन में समापन हुआ था।

2008 में 12 अगस्त के दिन ही आमिर ख़ान को उनकी ‘फिल्म तारे जमीं पर’ के लिए गोलापुड़ी श्रीनिवास मेमोरियल अवार्ड दिया गया था।

2007 में आज ही के दिन अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के यान एण्डेवर से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे यात्रियों ने स्टेशन पर नई बीम लगाई थी।

2004 में 12 अगस्त को ही फ्रांस के मशहूर स्ट्राइकर जिनेदिन जिदान ने अंतरराष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास लिया था।

2003 में आज ही के दिन संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत और इजराइल के बीच फाल्कन सौदे को मंजूरी दी थी। 

1991 में 12 अगस्त को ही विव रिचर्ड्स, डुजोन और मार्शल के लिए टेस्ट क्रिकेट में अंतिम दिन था।

1984 में आज ही के दिन लॉस एंजिल्स, कैलिफोर्निया में 23वें ओलंपिक खेलों का समापन हुआ था।

1981 में 12 अगस्त को ही IBM ने अपना पहला पर्सनल कंप्यूटर पेश किया, जिसकी कीमत 16 हजार डॉलर रखी गई थी।

1972 में आज ही के दिन इयान और ग्रेग चैपल ने क्रिकेट टेस्ट मैच की एक ही पारी में शतक बनाया था।

1971 में 12 अगस्त को ही सीरिया ने जॉर्डन से राजनयिक संबंध तोड़ा था।

1908 में आज ही के दिन हेनरी फोर्ड की कार कंपनी ने पहला कार मॉडल बनाया था।

1833 में 12 अगस्त को ही अमेरिका में शिकागो शहर की स्थापना हुई थी।

1831 में आज ही के दिन नीदरलैंड और बेल्जियम ने शांति समझौते पर साइन किए थे।

12 अगस्त को जन्में प्रसिद्ध व्यक्ति

1919 में आज ही के दिन भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक और भारतीय भौतिक वैज्ञानिक विक्रम साराभाई का जन्म हुआ था।

1972 में 12 अगस्त के दिन ही भारतीय क्रिकेटर ज्ञानेंद्र पांडेय का जन्म हुआ था।

12 अगस्त को हुए निधन

1945 में आज ही के दिन भारत के लिए अपना जीवन समर्पित कर देने वाले अंग्रेज़ व्यक्ति जॉर्ज सिडनी अरुंडेल का निधन हुआ।

1982 में 12 अगस्त के दिन ही प्रसिद्ध इतिहासवेत्ता, विचारक और निबंधकार भगवतशरण उपाध्याय का निधन हुआ था।

12 अगस्त को हुए प्रमुख उत्सव

अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस।

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Aug 11 2024, 11:19

हरियाणा में प्राइमरी टीचर के बंपर पदों पर भर्ती का एलान, 12 अगस्त से शुरू होंगे आवेदन

नई दिल्ली:- सरकारी टीचर बनने का सपना देख रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खबर है। हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ओर से प्राइमरी टीचर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर भर्ती का एलान किया गया है। जो भी अभ्यर्थी इस में शामिल होना चाहते हैं वे 12 अगस्त 2024 से एप्लीकेशन फॉर्म भर सकेंगे।

आवेदन पत्र केवल ऑनलाइन माध्यम से जेएसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in पर जाकर ही भरा जा सकेगा। फॉर्म भरने की लास्ट डेट 21 अगस्त तय की गई है वहीं फीस जमा करने की लास्ट डेट 23 अगस्त 2024 निर्धारित है।

योग्यता एवं मापदंड

इस भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों ने सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 2 प्रारंभिक शिक्षा में वर्ष डिप्लोमा या सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) और कम से कम 45% अंकों के साथ और 2 एनसीटीई के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा में वर्ष डिप्लोमाअथवा सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 4-वर्ष प्रारंभिक शिक्षा स्नातक (बी.एल.एड.) या सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ और 2 वर्ष शिक्षा में डिप्लोमा (विशेष शिक्षा) या बी.ए./बी.एससी./बी.कॉम. और प्रारंभिक शिक्षा में 2-वर्षीय डिप्लोमा प्राप्त किया हो।

इसके साथ ही अभ्यर्थी ने हिंदी/संस्कृत के साथ मैट्रिक या 10+2/ बीए/ एमए (एक विषय हिंदी के साथ) उत्तीर्ण किया हो। उम्मीदवार ने हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की हो। अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 18 वर्ष एवं अधिकतम आयु 42 वर्ष होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग को ऊपरी आयु में छूट दी जाएगी।

कैसे कर सकेंगे आवेदन

इस भर्ती के लिए आवेदन 12 अगस्त से शुरू होंगे। आप इस डेट से ऑफिशियल वेबसाइट hssc.gov.in पर जाकर भर्ती से पोर्टल पर जाकर पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद उम्मीदवार लॉग इन के माध्यम से अन्य डिटेल भरकर फॉर्म भर सकेंगे।

एप्लीकेशन फॉर्म भरने के साथ ही जनरल श्रेणी के उम्मीदवारों को 150 रुपये जमा करना होगा। हरियाणा राज्य के सामान्य श्रेणी के पुरुष उम्मीदवारों को 150 रुपये एवं महिला उम्मीदवारों को 75 रुपये जमा करना होगा। इसके अतिरिक्त हरियाणा राज्य से आने वाले एससी/ ईडब्ल्यूएस/ ईबीसी वर्ग के पुरुष उम्मीदवारों को 35 रुपये एवं महिला उम्मीदवारों को 18 रुपये का भुगतान करना होगा।

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Aug 11 2024, 11:17

भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में असिस्टेंट एवं असिस्टेंट फाइनेंस पदों पर सरकारी नौकरी पाने का मौका, ये रही भर्ती डिटेल


नई दिल्ली:- भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय में नॉन-टीचिंग पदों के अंतर्गत असिस्टेंट एवं असिस्टेंट फाइनेंस के रिक्त पदों पर भर्ती निकाली गई है। जो भी अभ्यर्थी सरकारी नौकरी की तलाश में हैं और इस भर्ती के लिए पात्रता पूरी करते हैं वे ऑनलाइन माध्यम से 30 अगस्त 2024 तक ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। 

एप्लीकेशन फॉर्म IMU की ऑफिशियल वेबसाइट imu.edu.in पर जाकर भर सकते हैं। आवेदन केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है, अन्य किसी भी प्रकार से फॉर्म स्वीकार नहीं किये जाएंगे।

पात्रता एवं मापदंड

इस भर्ती में असिस्टेंट पदों पर आवेदन के लिए अभ्यर्थी ने किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी/ संस्थान से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ ग्रेजुएशन उत्तीर्ण किया हो। इसके अलावा असिस्टेंट फाइनेंस के लिए उम्मीदवार का 50 प्रतिशत अंकों के साथ कॉमर्स/ मैथमेटिक्स/ स्टैटिक्स से स्नातक उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 35 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ऊपरी आयु में उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट दी जाएगी।

आवेदन की स्टेप्स

इस भर्ती में आवेदन के लिए सर्वप्रथम ऑफिशियल वेबसाइट imu.edu.in पर विजिट करें।

वेबसाइट के होम पेज पर रिक्रूटमेंट में जाकर भर्ती से संबंधित "डिटेल" में जाकर अप्लाई ऑनलाइन लिंक पर क्लिक करें।

अब नए पोर्टल पर आपको पहले फ्रेश कैंडिडेट लिंक पर क्लिक करके मांगी गई डिटेल भरकर पंजीकरण करना है।

रजिस्ट्रेशन होने के बाद अभ्यर्थी लॉग इन के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूर्ण कर लें।

अंत में अभ्यर्थी निर्धारित शुल्क जमा करके पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म को सबमिट कर दें।

कितना लगेगा शुल्क

इस भर्ती में आवेदन पत्र भरने के साथ जनरल/ ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस वर्ग के उम्मीदवारों को 1000 रुपये एवं एससी/ एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को शुल्क के रूप में 700 रुपये का भुगतान करना होगा। भर्ती से जुड़ी विस्तृत डिटेल के लिए अभ्यर्थी एक बार ऑफिशियल वेबसाइट का अवलोकन अवश्य कर लें।

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Aug 11 2024, 11:07

बांग्लादेशी जलाशय में खड़े होकर बीएसएफ से कर रहे मिन्नते उन्हें भारत में प्रवेश की दी जाए इजाजत।


नई दिल्ली:- बांग्लादेश में भले ही नई सरकार बन गई है, लेकिन वहां हिंसा अभी भी जारी है प्रदर्शनकारी, अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश से कई हिंदू परिवार अपने घर छोड़कर भारत आना चाहते हैं।हजारों की तादाद में हिंदू समुदाय के लोग भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद हैं। 

बंगाल के कूचबिहार के सितालकुची में करीब 1000 बांग्लादेशी जलाशय में खड़े होकर बीएसएफ से अनुरोध कर रहे हैं कि उन्हें भारत में प्रवेश की इजाजत दी जाए।

'जय श्री राम' के नारे लगा रहे लोग 

हालांकि, सीमा सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ भी अलर्ट है। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि अब तक भारत में प्रवेश करने की कोशिश करने वालों का यह सबसे बड़ ग्रुप है। कूचबिहार के काशियार बरुनी इलाके के पठानटुली गांव में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे लोगों में इतनी हताशा थी कि वे बाड़ के पार जलाशय में घंटों इंतजार करते रहे। कुछ लोग 'जय श्री राम' और 'भारत माता की जय' के नारे लगा रहे थे।

अलर्ट पर बीएसएफ

बीएसएफ कर्मियों ने इन लोगों को सीमा के जीरो पॉइंट (नो मैन्स लैंड) से 150 गज की दूरी पर बाड़ पार करने से रोक दिया । बीएसएफ जवानों की कई बार की गई अपील के बावजूद ये लोग बांग्लादेश के रंगपुर जिले के दोई खावा और गेंदुगुरी गांवों में अपने घरों को लौटने के लिए तैयार नहीं थे।

बीएसएफ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “यह उभरती चुनौती बीएसएफ के लिए नई है। बंगाल के उत्तर 24 परगना के पेट्रापोल में पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश से लोगों का आना जारी है।

सीमा की सुरक्षा के लिए समिति का गठन

बता दें कि सीमा पर नजर रखने की खातिर सरकार ने एक समिति का गठन किया है। सीमा सुरक्षा बल के पूर्वी कमान के एडीजी को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल ने सतर्कता बढ़ा दी है। बता दें कि बांग्लादेश में हिंसा की घटनाओं ने भारत सरकार की चिंता बढ़ा दी है।

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Aug 11 2024, 11:07

अजीत डोभाल के बेटे शौर्य का बड़ा खुलासा कहा 'बचपन में पता नहीं था, मेरे पिता सुपर जासूस हैं'

नई दिल्ली:- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल ने अपने पिता से जुड़ी कई चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि बचपन में नहीं पता था कि उनके पिता एक आईपीएस हैं। मुझे लगता था कि वह विदेश सेवा में हैं।भारत आने पर मुझे इसके बारे में जानकारी हुई। 

शौर्य को अपने पिता के गुप्त अभियान की जानकारी बहुत बाद में हुई। शौर्य डोभाल का अन्य परिचय यह है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और विचार मंच ‘इंडिया फाउंडेशन’ के संस्थापक हैं। इससे पहले वह बैंकर रह चुके हैं।

जब पिता के साथी से पूछा सवाल

शौर्य डोभाल ने बताया कि एक बार उन्होंने अपने पिता के साथ काम करने वाले व्यक्ति से पूछा था कि पाकिस्तान की आईएसआई की तुलना में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की गतिविधियों के बारे में कम खबरें आती हैं। शौर्य के इस सवाल पर सहकर्मी ने कहा था कि चूंकि आपको पता नहीं चल पाता है, इसी वजह से हम अपना काम कर पाते हैं।

अजीत डोभाल से जुड़ी अहम बातें

अजीत डोभाल की पहचान जाने माने जासूस के रूप में होती है। वर्तमान में वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं। यह उनका तीसरा कार्यकाल है। डोभाल केरल कैडर के 1968 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। अजीत डोभाल कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले पहले पुलिसकर्मी भी हैं। 

डोभाल ने कई सफल खुफिया अभियान में हिस्सा लिया। इनमें मिजो नेशनल आर्मी में पैठ बनाना और ऑपरेशन ब्लैक थंडर में अहम भूमिका निभाना शामिल है।

अमेरिकी राजदूत ने की थी तारीफ

शौर्य ने बताया कि पिता के जासूस होने के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा कि अगर एक सुपर जासूस के बच्चों को उनके काम के बारे में पता होगा तो वह भला किस प्रकार का सुपर जासूस हुआ? भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने पिछले साल अजीत डोभाल की जमकर प्रशंसा की थी। उन्होंने डोभाल को पूरे विश्व की निधि कहा था।

शौर्य ने की थी इंडिया फाउंडेशन की स्थापना

शौर्य डोभाल दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में पढ़ाई कर चुके हैं। उनके पास लंदन बिजनेस स्कूल और शिकागो विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री है। शौर्य ने निवेश बैंकिंग की अपनी शानदार नौकरी छोड़कर 2009 में भारत लौटे थे। इसके बाद उन्होंने इंडिया फाउंडेशन की स्थापना की थी।

देश के लिए कुछ करने का इरादा

शौर्य ने कहा कि देश में इंडिया फाउंडेश की स्थापना एक अच्छी शुरुआत थी, क्योंकि यहां राजनीतिक ‘थिंक टैंक’ की संस्कृति नहीं थी। मैं अपने जीवन में केवल व्यावसायिक गतिविधियां ही नहीं चाहता था, यही वजह थी कि मैंने देश के लिए कुछ करने के मकसद से यह छोटी सी कोशिश की।

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Aug 11 2024, 09:48

हेल्थ टिप्स:हाई ब्लड प्रेशर के मरीज रोज खाएं ये चीजे बिना दवा के कंट्रोल रहने लगेगा बीपी

हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक सामान्य लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्या है। इसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह दिल, किडनी और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि दवाइयों के जरिए इसे नियंत्रित किया जा सकता है, लेकिन कुछ प्राकृतिक उपाय और आहार में बदलाव भी आपके बीपी को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं।

1. लहसुन (Garlic):

लहसुन को एक प्राकृतिक औषधि के रूप में जाना जाता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है। इसमें एलिसिन नामक तत्व होता है, जो रक्त वाहिकाओं को रिलैक्स करता है और ब्लड प्रेशर को कम करता है। रोज़ाना एक या दो कच्ची लहसुन की कलियाँ खाने से बीपी नियंत्रण में रहता है।

2. मेथी के बीज (Fenugreek Seeds):

मेथी के बीजों में फाइबर और पोटेशियम होता है, जो शरीर से सोडियम को बाहर निकालने में मदद करता है। यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मददगार है। मेथी के बीजों को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं।

3. पालक (Spinach):

पालक में पोटेशियम और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक है। पालक का नियमित सेवन रक्तचाप को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है।

4. केला (Banana):

केला पोटेशियम का एक बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर में सोडियम के प्रभाव को संतुलित करता है। रोज़ाना एक या दो केले खाने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

5. अलसी के बीज (Flaxseeds):

अलसी के बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड्स से भरपूर होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मददगार हैं। रोज़ाना अलसी के बीजों का सेवन हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रख सकता है।

6. बेर्रीज़ (Berries):

ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, और अन्य बेर्रीज़ में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो रक्तचाप को कम करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से बेर्रीज़ खाने से हृदय स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।

7. दही (Yogurt):

दही में कैल्शियम और प्रोटीन होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। रोज़ाना एक कटोरी दही खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है।

समापन

ऊपर बताए गए खाद्य पदार्थ न केवल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। हालांकि, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को अपनी दवाइयों को बंद नहीं करना चाहिए, बल्कि डॉक्टर की सलाह के साथ ही प्राकृतिक उपायों को अपनाना चाहिए। स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम, और संतुलित आहार के साथ आप अपने ब्लड प्रेशर को प्राकृतिक तरीके से नियंत्रित रख सकते हैं।

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Aug 10 2024, 17:02

बेवफाई की सजा:बीमार पति से लिया 10 साल पुरानी बेवफाई का बदला डॉक्टर से बोलीं लाइफ सिस्टम हटाओ और मरने दो...



शादी दो आत्माओं का मिलन कहते है ना जोड़ी आसमान में बनती है और जमीन पे मिलती है। पर आजकल शादी करके चीट करना चलन बनता जा रहा ना लोगो के आंखों में शर्म रही ना समाज का डर किसी को धोखा देना और खास कर शादी के बाद धोखा इंसान को अंदर तक तोड़ देता हैं।इंसान धोखा खाने के बाद जो नहीं करना चाहता वो भी कर गुजरता हैं अभी हाल में चीन से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जिसमें एक महिला ने अस्पताल में भर्ती अपन पति से ऐसा बदला लिया कि उसकी मौत ही हो गई.

पूर्वोत्तर चीन के लियाओनिंग प्रांत का 38 साल का एक व्यक्ति शादीशुदा होते हुए भी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रह रहा था. वहीं एक दिन उसे सेरिब्रल हैमरेज हुआ तो उसकी गर्लफ्रेंड उसे इमरजेंसी में अस्पताल ले आई. उसे आईसीयू में भर्ती किया गया तो डॉक्टरों ने सर्जरी के कंसेंट के लिए उसकी गर्लफ्रेंड को खोजना शुरू किया लेकिन वह गायब हो गई।

 

इसके बाद एक अन्य महिला अस्पताल पहुंची और उसने डॉक्टरों को बताया कि वह उस आदमी की पत्नी है. चेन नाम के एक डॉक्टर ने उसे बताया कि मरीज की हालत गंभीर है और वह कोमा में है और ऑपरेशन के बाद उसके बचने की संभावना बहुत कम है.

 

इसके अलावा, मौजूदा मेडिकल एक्विपमेंट उसे केवल टेंपररी सपोर्ट दे सकते थे, और सर्जरी की लागत बहुत अधिक थी. पत्नी ने कहा कि वह जानती है कि उसका पति एक दशक से अधिक समय से बेवफा रहा है और उसके मन में उसके लिए कोई भावना नहीं थी.उसने सर्जरी के कंसेंट लेटर पर साइन करने से मना कर दिया. साथ ही उसने डॉक्टरों से उसके पति की लाइफ सपोर्टिंग ट्यूब को हटाने के कह दिया. उसने डॉक्टरों से कोई भी कोशिश न करने और उसे मरता छोड़ देने के लिए कहा।

चीनी कानून के अनुसार, जब कोई मरीज निर्णय लेने में असमर्थ होता है तो डॉक्टरों को मरीज के करीबी रिश्तेदारों को सर्जरी के जोखिमों के बारे में बताकर उनसे लिखित सहमति लेनी होती है. 

यहां महिला के फैसले के चलते शख्स की मौत हो गई. पत्नी की इस हरकत से सोशल मीडिया पर चर्चा छिड़ गई. कई लोगों ने उसे हार्टलेस कहा. एक यूजर ने कहा- कितनी हार्टलेस है, चाहे कुछ भी हो, इलाज छोड़ना एक जीवन ले लेने जैसा है. एक अन्य ने कहा- एक बेवफा आदमी को अपने कर्मों का सही फल मिल गया.

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Aug 10 2024, 12:24

हादसा:साउथ अमेरिका के देश ब्राजील के विनहेडो में 62 लोगों को ले जा रहा प्लेन क्रैश,सभी की मौत


साउथ अमेरिका के देश ब्राजील के विनहेडो में 62 लोगों को ले जा सकने की क्षमता वाला एक पैसेंजर प्लेन क्रैश हो गया है।स्थानीय मीडिया आउटलेट्स ने शुक्रवार को बताया कि ब्राजील के विनहेडो में 62 लोगों को ले जा रहा एक यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. ब्राजील की क्षेत्रीय एयरलाइन VOEPASS ने साओ पाउलो राज्य के विनहेडो क्षेत्र में उड़ान 2283-PS-VPB से जुड़ी दुर्घटना की पुष्टि की, कैस्कवेल से ग्वारूलहोस हवाई अड्डे के लिए रवाना हुए इस विमान में 58 यात्री और 4 चालक दल के सदस्य सवार थे.

अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि साओ पाओलो महानगर से लगभग 80 किलोमीटर (50 मील) उत्तर-पश्चिम में विनहेडो शहर में जिस जगह विमान उतरा, वहां ज़मीन पर कोई मारा गया या नहीं. लेकिन घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय निवासियों में से कोई भी पीड़ित नहीं था. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे प्लेन क्रैश कर रहा है. पहले प्लेन हवा में तैरा फिर मानो किसी कटी पतंग की तरह जमीन पर जा गिरा.

VOEPASS ने एक बयान में कहा, ‘कंपनी को यह बताते हुए दुख हो रहा है कि फ्लाइट 2283 में सवार सभी 62 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. इस समय, वोएपास पीड़ितों के परिवारों को अप्रतिबंधित सहायता प्रदान करने को प्राथमिकता दे रहा है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए अधिकारियों के साथ प्रभावी ढंग से सहयोग कर रहा है।

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Aug 10 2024, 11:47

हिंदी साहित्य को व्यंग्य विधा से सुशोभित करने वाले हरिशंकर परसाई की आज पुण्यतिथि, आईए जानते है उनसे जुड़ी बाते


नयी दिल्ली : हरिशंकर परसाई कहते हैं कि लेखक को व्यवस्था विरोधी होना चाहिए, यह सही नहीं है. यानी कि जो मौजूदा सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था में जो खामियां हैं, उन्हें दूर करने का प्रयास एक लेखक को करना चाहिए

हिंदी साहित्य जगत इस वर्ष को हरिशंकर परसाई जन्मशती वर्ष के रूप में मना रहा है. 22 अगस्त 1924 को उनका जन्म हुआ था. उल्लेखनीय है कि अगस्त के महीने में ही उन्होंने प्राण त्यागे थे. 10 अगस्त 1995 को उनका निधन हुआ था।हिंदी साहित्य को व्यंग्य विधा से सुशोभित करने वाले हरिशंकर परसाई की आज पुण्यतिथि है. वे हिंदी के पहले रचनाकार हैं जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया.

हरिशंकर परसाई का शुरूआती जीवन बहुत ही कष्टों में बीता.मैट्रिक नहीं हुए थे कि प्लेग के कारण उनकी मां की मृत्यु हो गई.होशंगाबाद जिले टिमरनी से हरिशंकर परसाई ने 1939 में मैट्रिक पास की. मैट्रिक करने के बाद उन्होंने छह महीने तक वन विभाग में नौकरी की.हरिशंकर परसाई बचपन से ही बहुत ही संवेदनशील, न्यायशील तथा विवेकशील थे. वे बचपन से ही बहुत पढ़ाकू थे.हरिशंकर परसाई के पिता उन्हें रेलवे में बाबू तथा रिश्तेदार सिपाही बनाना चाहते थे. लेकिन उनका सपना एक अच्छा अध्यापक बनने का था. उन्होंने रेलवे क्लर्क की परीक्षा पास की और उनका चयन भी हो गया, लेकिन परसाई जी ने वहां नौकरी नहीं की.

हरिशंकर परसाई की पहली रचना जबलपुर से प्रकाशित होने वाले साप्ताहिक पत्र 'प्रहरी' में प्रकाशित हुई. उस समय वे वहां एक हाईस्कूल में टीचर थे।

पगडंडियों का जमाना, जैसे उनके दिन फिरे, सदाचार की ताबीज, शिकायत मुझे भी है, ठिठुरता हुआ गणतंत्र, अपनी-अपनी बीमारी, वैष्णव की फिसलन, भूत के पाँव पीछे, बेईमानी की परत, सुनो भाई साधो, तुलसीदास चंदन घिसे, हँसते हैं रोते हैं, तब की बात और थी, ऐसा भी सोचा जाता है, पाखण्ड का अध्यात्म, आवारा भीड़ के खतरे और प्रेमचंद के फटे जूते उनके चर्चित व्यंग्य संग्रह हैं.