48 घण्टे के अंदर डकैती की घटना का सफल अनावरण

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज।थाना घूरपुर पुलिस व एस०ओ०जी० यमुनानगर की संयुक्त टीम द्वारा 48 घण्टे के अंदर डकैती की घटना का सफल अनावरण करते हुए डकैती व लूट की घटना से संबंधित 04 अभियुक्त गिरफ्तार, कब्जे से 06 जोड़ी पायल, 41 जोड़ी बिछिया, 03 नथिया, 01 काले मोतियों की माला (हाय का लाकेट लगा हुआ), घटना मे प्रयुक्त 02 मोटरसाइकिल व रुपये 5630/- नकद बरामद।

ऐरा प्रथा किसानों के लिए बनी अभिशाप,खेतों में रतजगा की तैयारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,बारा, प्रयागराज। समूचे क्षेत्र में प्रचलित ऐरा प्रथा दिन प्रति दिन किसानों के लिए अभिशाप बनती चली जा रही है। क्षेत्र का किसान जहां एक तरफ खरीफ की फसलों की तैयारी में लगा है वहीं दूसरी तरफ क्षेत्र में ऐरा प्रथा के कारण वह खेतों में मडहा , छप्पर आदि डालकर रतजगा की भी तैयारी करने में लग गया है।

बता दे कि बारा क्षेत्र के कपारी, शिवराजपुर, शंकरगढ़, हडही,गाढ़ा, कटरा , लेदर, बिहरिया, अभयपुर, छिपिया, नौढिया , भडीवार, गदामार, रानीगंज , पगुआर, बेमरा, गोरखा, खान सेमरा , जनवा, वैसा आदि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मवेशियों को वर्ष भर छुट्टा छोड़ें रहते हैं । इस ऐरा प्रथा के कारण किसान खासे परेशान हैं। कहने को तो विकासखंड शंकरगढ़ के टिकरौंही कला, कोहडिया, अकौरिया, बेमरा , गाढ़ा कटरा, कोहड़िया आदि ग्राम पंचायतों में अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया है। लेकिन उनकी इतनी क्षमता नहीं है वे क्षेत्र के सभी मवेशियों को समाहित कर सकें । जब तक खेतों में खेती-बाड़ी का कार्य प्रारंभ नहीं होता तब तक ये मवेशी हाईवे, स्टेट हाईवे ,संपर्क मार्ग तथा ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों पर ही अपना डेरा जमाए देखे जाते हैं। जैसे ही खेतों में फसलों की हरियाली दिखती है।

यह फसलों पर टूट पड़ते हैं जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इनसे निपटने के लिए किसानों ने अभी से जगह की तैयारी शुरू कर दी है। किसान खेतों पर छप्पर, मडहा,अस्थाई आश्रय स्थल आदि का निर्माण करने में लग गए हैं।

खरीफ की मुख्य फसलें और किसानों की समस्याएं

बारा। खरीफ की फसल का समय आ गया । इस सीजन में मुख्य रूप से कपास, मूंगफली, धान, बाजरा, मक्‍का, शकरकन्‍द, उर्द, मूंग, मोठ लोबिया (चंवला), ज्‍वार, अरहर, ढैंचा, गन्‍ना, सोयाबीन,भिण्डी, तिल, ग्‍वार, जूट, सनई आदि फसलें बोई और लगाई जाती हैं। क्षेत्र के किसानों के सामने अनेकों समस्याएं हैं । सर्वप्रथम तो कई इलाके असिंचित हैं जिससे केवल भगवान भरोसे खेती होती है। वहीं जहां नहर भी है तो, कहीं सिल्ट से पटी हुई तो कहीं देर से पानी चलने की शिकायतें आए दिन आती रहती हैं। इसके अलावा धान की फसल लगाने के बाद आवारा आवारा पशुओं से बचाना सबसे बड़ी चुनौती है । आए दिन नीलगाय तथा अन्य जानवर भी किसानों को परेशान करते रहते हैं। अगर इन सबसे फसल बच भी जाती है तो मौसम की मार भी किसानों को रुलाती रहती है जिसका हल निकलता नजर नहीं आ रहा है।

कृषि विभाग की तरफ से किसानों को जागरूक करने के लिए होते हैं कई कार्यक्रम

बारा। किसानों के लिए खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित करने और उनके लिए संसाधन जुटाने के बड़े-बड़े दावे और वादे आए दिन सेमिनारों में किए जाते हैं। लेकिन किसानों की मूल समस्याओं को समाप्त करने की दिशा में जमीनी स्तर पर काम नहीं होते। यही कारण है कि इन दिनों खरीफ की फसलों को लेकर प्रशासन द्वारा पीटे जा रहे ढोल का गांवों में मखौल उड़ रहा है। क्योंकि इन फसलों की राह में सबसे बड़ा रोड़ा ऐरा प्रथा है, जिसे लेकर प्रशासन के पास कोई कार्ययोजना नहीं है। आवारा मवेशियों को बंद करने गांवों में कोई बाड़ा नहीं हैं। कृषि विभाग भी किसानों की जमीनी समस्या को ही चिन्हित नहीं कर पाया है।

ऐरा प्रथा और छुट्टा मवेशियों के लिए प्रतिवर्ष स होता है विचार

विभाग और सरकार द्वारा दावे हर साल होते हैं कि ऐरा प्रथा पर रोक लगाने के लिए इस वर्ष प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। लेकिन हकीकत में कुछ होता नहीं है। जिससे किसानों की समस्याएं कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है।

जानकारों ने कहा – यह होना चाहिए नियम

क्षेत्र में लागू ऐरा प्रथा को जड़ से समाप्त करने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर मुनादी कराकर किसानों को अपने पशु बांधने की अपील की जानी चाहिए। इसके बाद क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशुओं को चिन्हित करके नुकसान की भरपाई के लिए

उन्ही लोगों पर जुर्माना लगाना चाहिए।

क्या कहते हैं अधिकारी

आवारा और छुट्टा मवेशियों पर सवाल पूछे जाने पर सीधे-सीधे कोई भी अधिकारी जवाब देने को तैयार नहीं है। लेकिन कुछ विभाग के अधिकारियों ने गोलमोल जवाब देते हुए बताया कि यह समस्या बड़ी जटिल है ।पशुओं को चिन्हित करना और उनके मालिकों की पहचान करना बड़ा ही मुश्किल काम है। किसानों को खुद अपने मवेशी बांध लेने चाहिए। लेकिन सवाल अभी भी वहीं है कि इन आवारा और छुट्टा मवेशियों के कारण किसानों को हो रहे नुकसान की भरपाई कौन करेगा और इसका जिम्मेदार कौन है। फिलहाल तो इलाके के किसानों के लिए इन आवारा और छुट्टा मवेशियों से निजात मिलने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।

संगमनगरी में मॉं गंगा ने लेटे हनुमानजी का किया जलाभिषेक

प्रयागराज। संगमनगरी प्रयागराज में बुधवार की सुबह 6ः50 बजे मॉं गंगा ने यहां लेटे हनुमानजी का जलाभिषेक कर इस वर्ष भी उनके पांव पखारे। महंत बलवीर गिरी ने पूजा अर्चना कर मंदिर के कपाट बंद कर दिये।

बीते मंगलवार से ही गंगाजी तेजी से हनुमानजी की ओर आ रही थी। लगता था जल्द ही हनुमानजी स्नान करेंगे। बुधवार की प्रातः मॉं गंगा का जल मंदिर में प्रवेश किया। इस दौरान मंदिर के महंत बलवीर गिरी महाराज ने पूजा अर्चना की। साथ ही सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मंदिर पहुंच कर पूजन अर्चन किया और इस विशेष मिलन के गवाह बने। मॉं गंगा द्वारा जलाभिषेक के साथ ही लेटे हनुमानजी के मंदिर के कपाट बंद कर दिये गये।

बता दें कि, जहां एक ओर लोग बाढ़ के नाम से भयभीत हो जाते हैं, वहीं संगमनगरी के लोग हर वर्ष यही कामना करते हैं कि मॉं गंगा हनुमानजी का जलाभिषेक करें। ऐसी मान्यता है कि जिस वर्ष मॉं गंगा जलाभिषेक करती हैं, उस वर्ष प्रयागराज और उसके आसपास सुख-समृद्धि बढ़ती है।

उल्लेखनीय है कि, अभी गंगा मैईया बाढ़ के खतरे के निशान से काफी नीचे हैं। डेंजर लेवल 84.73 मीटर है। जबकि आज बुधवार की सुबह 8 बजे तक का लेवल फाफामऊ में 78.62, छतनाग में 80.91 और नैनी में 81.66 मीटर पर है।

दूषित पानी पीने से दो बच्चों समेत चार की मौत, दो दर्जन बीमार

प्रयागराज : लचर व्यवस्था और जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही ने चार लोगों की जान ले ली। यहां हंडिया तहसील के भादवा गांव में दूषित पानी पीने से दो बच्चों समेत चार की मौत हो गई। दो दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हंडिया के भदवा गांव में हैंडपंप नहीं लगा है।

एक कुंआ है, जिसमें से पानी निकालकर लोग पीते हैं। दो दिन पहले ढाई साल की संजना, 12 वर्ष के दिवाकर को बुखार और दस्त की शिकायत हुई। घरवाले उन्हें अस्पताल ले गए, जहां बाद में मौत हो गई। रविवार को दो बच्चों की मौत के बाद सोमवार को 55 वर्षीय चंदरी देवी और 72 साल की सुंदरी की भी मौत हो गई। इसके अलावा राजन प्रजापति, सत्यम, दिव्यांशु, सुंदरम, छब्बू, शिव प्रसाद, अयान, आनंद, प्रकाश, सब्बू, उर्मिला समेत दो दर्जन बीमार हैं। सभी को अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सीएचसी प्रभारी डा. सुधीर कुमार का कहना है कि दो बच्चों की मौत हुई है, लेकिन मौत का कारण साफ नहीं है। शुरुआती जांच में पता चला है कि गांव के लोग कुंए का पानी पीते हैं। इस आधार पर दूषित पानी से मौत की आशंका है, मगर पूरी जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

वकीलों ने सीआरओ के पेशकार को पीटा, कर्मचारियों ने किया कार्य बहिष्कार

प्रयागराज। कलेक्ट्रेट स्थित मुख्य राजस्व अधिकारी ( सीआरओ) के कार्यालय में तैनात पेशकार सुशील कुमार बिंद की मंगलवार दोपहर न्यायालय की वाद पत्रावली पर जबरन दबाव बनाने के विरोध पर अधिवक्ताओं ने पिटाई कर दी।

सीआरओ के सामने हुई इस घटना के बाद कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। सभी कार्यालय बंद कर दिए गए। अधिकारी भी कर्मचारियों के साथ उतर आए हैं। मुकदमा दर्ज कराकर आरोपित अधिवक्ताओं का पंजीकरण रद करने की माँग पर अड़े हैं।

एक सत्यनिष्ठ एवं न्यायप्रिय व्यक्ति को कोई धन-दौलत से खरीद नहीं सकता: जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज।एक सत्यनिष्ठ एवं न्यायप्रिय व्यक्ति को कोई धन-दौलत से खरीद नही सकता यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ पत्रकार इशरार अहमद से हण्डिया के मानस हाल के सम्मुख बने बजरंग बली के मन्दिर परिसर में कही।स्पष्ट कराते चले कि चले जिला मंत्री एवं वरिष्ठ पत्रकार इशरार अहमद के बीच बहुत ही मधुर घरेलू सम्बन्ध हैं और जिला मंत्री वरिष्ठ पत्रकार इशरार भाई से मिलने मेजा से चलकर आए थे।

सर्वप्रथम सभी सम्भ्रान्त जनों ने प्रभू बजरंग बली के दर्शनोंपरान्त एक-दूसरे से कुशल-क्षेम जाना और आपस में काफी साहित्यिक एवं कलात्मक विषयों पर परिचर्चा की।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि एक सत्यनिष्ठ एवं न्यायप्रिय व्यक्ति को कोई धन-दौलत से खरीद नही सकता क्योंकि मनुष्य को सत्य एवं न्याय से पूर्णत: प्रेम तभी होता है जब ईश्वर की साक्षात कृपा उस व्यक्ति पर होती है।इस संसार में जब कोई व्यक्ति ईश्वर की कृपा में अभिलक्षित रहता है तब वह सदैव एवं न्याय के पथ पर ही अग्रसरित रहता है क्योंकि इस स्थिति में उस व्यक्ति को पृथ्वी पर सभी उत्पन्न भौतिक वस्तुएं केवल और केवल मिट्टी ही प्रतीत होती हैं।

जिला मंत्री ने वरिष्ठ पत्रकार इशरार भाई के सम्बन्ध में बतलाया कि इशरार भाई बहुत ही ईमानदार एवं न्यायप्रिय व्यक्ति हैं और उनके पत्रकारिता की कलम सच्चाई की लेखनी लिखते समय डगमगाती नही और अपनी लेखनी में उच्चकोटि के शब्दों को पिरोकर खबर में एक अद्भुत एवं परिकल्पनात्मक खबर बना देते है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि जब इशरार भाई किसी का इन्टरव्यू लेते हैं तो इतने सहजता एवं मूल्यात्मक शब्दों का प्रयोग कर उस इन्टरव्यू को पाठकों एवं दर्शकों के सम्मुख ऐसे रखते हैं जिसे पढ़कर एवं सुनकर वे उमंगित भावनाओं अचम्भित रह जाते हैं और यही एक अच्छे जर्नलिस्ट की पहचान है।

इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० रामशिरोमणि तिवारी ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि जिला मंत्री ने मनुष्य को सदैव सत्य एवं न्याय के पथ पर चलने हेतु प्रेरित करते रहते हैं क्योंकि वे इस मार्ग पर चलकर ईश्वर के अधीन हो परमानन्द में विलीन हैं और वास्तव में सत्य एवं न्याय पथ पर गमन करने वाला ही मनुष्य असिला मानव कहलाने योग्य है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा जिला मंत्री हमारे मेजा की आन-बान और शान है जो स्वयं सत्य एवं न्याय के पथ पर चलकर सभी मानव जाति को इसी मार्ग पर चलने हेतु प्रेरित करते रहते हैं।इस साहित्यिक एवं कलात्मक वार्ता के दौरान शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस-पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

शंकरगढ रेलवे स्टेशन पर रेल नीर की जगह बिक रहा नकली पानी

विश्वनाथ प्रताप सिंह,शंकरगढ(प्रयागराज) ट्रेनों की पेंट्रीकार व रेलवे स्टेशन पर रेल नीर ब्रांड का पानी बेचने का नियम है । इसके बावजूद शंकरगढ स्टेशन सहित स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में भी दूसरे ब्रांड के पानी की बिक्री खुलेआम हो रही है । अनाधिकृत ब्रांड के पानी की बिक्री से रेलवे के राजस्व को नुकसान के साथ ही यात्रियों के स्वास्थ्य पर भी खतरा मंडरा रहा है । हालांकि रेल नीर के अलावा भी कुछ अन्य ब्रांडों को बिक्री की स्वीकृति दी गयी हैं लेकिन इनके अलावा ओरिजिनल ब्रांडों के नाम से ही मिलते जुलते बोतलों को ओरिजिनल बताकर धड़ल्ले से बिक्री की जा रही है ।

स्टेशन पर रेल प्रशासन से स्वीकृत खान - पान की सामग्री बिके, इसकी जिम्मेदारी जिन जिम्मेदारों पर हैं, वो भी इस अवैध कारोबार को अनदेखा कर रहे हैं । कभी - कभार जिम्मेदार जागकर पेंट्रीकारों में पानी बोतलों की जांच करते भी हैं , लेकिन महज जुमार्ना की कार्रवाई तक ही मामला सिमट कर रह जाता है, और फिर इसी धंधे की धांधली शुरू हो जाती है । कर रहे मनमानी कंज्यूमर वॉइस की ओर से जागो ग्राहक जागो कैंपेन के तहत कराए गए सर्वे में रेल नीर को देश भर में क्वालिटी की पानी मे नंबर वन ब्रांड बताया गया । यात्रा में अधिकतर यात्री पीने के लिए बोतलबंद पानी का ही सहारा लेते हैं।

ऐसे में शुद्धता के मानकों को ध्यान रखते हुए उचित मूल्य की बिक्री के साथ रेल नीर का प्रचलन बढ़ाया गया । रेल नीर ही बोतलबंद पानी का एक ऐसा ब्रांड है जिसे 15 रुपये से ज्यादा का बेचने पर कार्रवाई का प्रावधान है । अभी तक यात्रियों को 15 रुपए में एक लीटर बोतल बंद पानी रेल नीर आसानी से मिल जाता है । इसमें वेंडरों को 1.50 रुपए कमीशन मिलता था, लेकिन अब वेंडर रेल नीर को दरकिनार कर निजी कंपनियों का पानी बेचने में ज्यादा रुचि दिखाते है । चूंकि निजी कंपनियों के प्रोडक्ट बेचने पर वेंडरों को अधिक कमीशन मिलता है । ऊपर से मनमाने रेट की उगाही ।

ऐसे में जरूरतमंद यात्रियों को एक लीटर बोतलबंद पानी के लिए 15 रुपए के बजाय 20 रुपए तक भी चुकाना पड़ता है । कई बार हुई शिकायत अधिकारियों को यात्रियों ने इस मामले की कई बार शिकायत भी की है , मगर अधिकारियों ने शिकायतों को केवल अनदेखा कर इक्के - दुक्के स्टेशनों पर छापेमारी हुई भी तो उसका कोई खासा असर नही पड़ा । रेल नीर अपनी शुद्धता के लिए सर्वोपरि माना जाता है । इसका टीडीएस यानी शुद्धता का पैमाना संख्या 100 से 120 के बीच होता है । विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इस टीडीएस का पानी पीने के लिए सबसे उपर्युक्त है, वही अनधिकृत रूप से बेचे जा रहे बोतलबंद पानी की शुद्धता का कोई ठिकाना नही होता । इनके पानी की टीडीएस गुणवत्ता सूचकांक पर 200 से 450 तक के बीच होती हैं। वहीं इसके अनधिकृत बिक्री से रेलवे के राजस्व पर भी खासा असर पड़ रहा है ।

आज अखिल एकता उधोग व्यापार मंडल की सघनात्म बैठना नारी बारी में संपन्न हुई

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। देश में आज भी व्यापारी विभिन्न समस्यायों से जूझ रहे हैं। उन सब असंगठित व्यापारियों को संगठित कर समस्यायों का निराकरण कराया जाएगा। उक्त बातें अखिल एकता उद्योग व्यापार मंडल के ,प्रदेश महामंत्री रोहित त्रिपाठी ने सोमवार के दिन नारीबारी में आयोजित बैठक में कही। आगे कहा कि जब तक व्यापारी समस्या से ग्रसित रहेंगे तब तक उनका सम्पूर्ण विकास नही हो पायेगा। इसलिए सभी व्यापारियों को संगठित होना अति आवश्यक है।

बताया कि अखिल एकता उद्योग व्यापार मंडल व्यापारिक उत्थान के लिए उनके आत्म गौरव,आत्म सुरक्षा,आत्मसम्मान व्यापारिक अधिकार,नीति कर,प्रणाली,टैक्स, आत्मनिर्भर भारत स्वदेशी स्वरोजगार, की तरफ अग्रसर है।अखिल एकता उद्योग व्यापार मंडल संगठन आगामी अक्टूबर माह में लगभग सम्पूर्ण भारत में 100 प्रकल्प खोलने का कार्य करेगी। और इस प्रकल्प के माध्यम से युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के माध्यम से जोड़ने का काम किया जाएगा।

इस बैठक में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शिवम द्विवेदी ने बताया कि यह व्यापारिक संगठन संपूर्ण भारत में लगभग 3 लाख व्यापारी समाज को जोड़ने का कार्य अपने प्रदेश जिला व मंडल इकाई के माध्यम से करेगी। और जल्द ही व्यापारियों की समस्याओं का निराकरण कर उनको समुचित विकास करने का अवसर प्रदान किया जाएगा।

इस बैठक में,मनोज केसरवानी, विवेक कुमार केसरवानी, दीपचंद केसरवानी, लव कुश केसरवानी ,राकेश केसरवानी ,सूरत केशरवानी, साहिल केसरवानी, ओम प्रकाश केसरवानी आदि लोग मौजूद रहे।

छात्राओं की सुरक्षा का पुलिस रखेगी पूरा ध्यान : थाना प्रभारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह ,नवांगतुक थाना प्रभारी नितेंद्र कुमार शुक्ला दारा आयोजित एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि जो कोरांव में एक छात्रा के साथ घटना हुई उसका उन्हें खेद है लेकिन उनका पहला प्रयास विद्यालयों के आसपास छात्राओं पर छींटाकशी करने वाले मनचलों के खिलाफ एक अभियान चलाकर कार्रवाई करना होगा। जो आने वाले समय में किसी भी छात्रा और बेटी के साथ गलत व्यवहार न किया जा सके।

थाना प्रभारी नितेंद्र कुमार शुक्ला ने कहा कि शासन के निदेर्शानुसार एंटी रोमियो पूरी तरह से विद्यालयों और वहां पढ़ रही छात्रों के प्रति सजग रहेगी जो कोई भी संदिग्ध अवस्था में मनचलों के रूप में पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि फरियादी उनके पास बिना हिचक के आ सत्ता है और सिखाती पत्रों पर पूरी तरह जांच व तफतीश कर ही कारवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किसी भी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी। इस दौरान अतिरिक्त थाना प्रभारी शैलेंद्र सिंह जी मौजूद रहे।

मौसम हुआ मेहरबान, लेकर आया आंधी पानी तूफान

विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। स्वरूप रानी अस्पताल के गेट के सामने पेड़ गिरा। रात भर पानी और तेज हवा से जगह-जगह पेड़ गिरा। अचानक पेड़ एक तरफ गिर गया आसपास कई दुकानें थीं और कई ग्राहक खड़े थे मगर किसी प्रकार की जान माल की क्षति नहीं हुई इसी को लेकर पूरी रात लाइट गायब थी नगर निगम को सूचना दी गई मगर अभी तक कोई पहुंचा नहीं है नॉर्थ मुलाकात से आने जाने का रास्ता पूरी तरह बंद है।