सोनभद्र: श्री राम कथा के माध्यम से प्रभु श्रीराम के आदर्श भरे जीवन का होता है समागम
सोनभद्र। प्रभु श्रीराम का जीवन आदेशों से भरा हुआ रहा है। उनके जीवन को आत्मसात करने का सबसे सशक्त माध्यम श्रीराम कथा श्रवण है, जिसके माध्यम से हम अपने जीवन में में भगवान श्री राम के आदर्शों को उतार सकतें हैं।
उक्त बातें ओबरा नगर स्थित श्री राम कथा आयोजन समिति की हुई महत्वपूर्ण बैठक में वक्ताओं ने व्यक्त किए। श्री राम कथा आयोजन समिति से जुड़े देवेंद्र केसरी के आवास पर आहूत की गई बैठक में श्री रामकथा आयोजन को लेकर सभी ने अपने अपने विचार रखते हुए कार्यक्रम की भव्यता की भी रणनीति बनाई।
बैठक में आगामी 3 अक्टूबर को ओबरा नगर स्थित आरती चित्र मंदिर प्रांगण में होने वाले श्री राम कथा जो परम पूज्य श्री राजन जी महाराज के मुखारविंद से होना सुनिश्चित हुआ है को लेकर की जा रही तैयारी पर भी चर्चा हुई। इसी के साथ ही कथा को सफल बनाने के साथ ही साथ समिति से जुड़े हुए जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
अध्यक्षता कर रहे दीनदयाल केसरी ने कहा कि इस कार्यक्रम में हमारे समिति के जितने भी पदाधिकारी हैं वह सभी जी जान से जो भी उनसे हो सके वह अपनी सहभागिता दें। उन्होंने बताया कि 11 अगस्त दिन रविवार को पुनः एक बार बैठक आहूत होगी जिसमें सभी सदस्यों को उनके कार्यभार का दायित्व उन्हें सौंपा जाएगा।
इस मौके पर श्री राम कथा आयोजन समिति के वरिष्ठ सदस्य धुरंधर शर्मा, राजीव वैश्य, वीरेंद्र केसरी, जयशंकर भारद्वाज, अनिल कांत वाष्णेऺय, पुष्पराज पांडेय, अजय तिवारी, विवेक मालवीय, जयप्रकाश केसरी, समीर माली अरविंद सोनी, जीतू केसरी, जयप्रकाश केसरी, चंद्रशेखर केसरी, शिवजी प्रसाद केसरी सहित समिति से जुड़े हुए पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
Aug 06 2024, 20:19