सावन के तीसरे सोमवार पर शिव मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़‚ जानिए सावन में क्या है तीसरे सोमवार का महत्व

पंकज कुमार श्रीवास्तव,श्रावण के महीने में भगवान शंकर के सभी मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ सुबह से ही नजर आने लगती है और आज सावन के तीसरे सोमवार पर शिव भक्तों ने गंगा स्नान करने के बाद शिव मंदिर पहुंचकर भगवान भोले शंकर की पूजा अर्चना की और उनसे अपने जीवन में सुख शांति के लिए मनोकामना की।

कुछ भक्त ऐसे भी थे‚ जिनकी मनोकामना पूर्ण होने पर वह भोले बाबा को कांवर में गंगाजल भरकर चढ़ाने जा रहे थे‚ जो अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर काफी प्रसंन्न दिख रहे थे और हर हर महादेव की गूंज के साथ सभी शिवभक्त सावन के तीसरे सोमवार पर भक्ति रस में डूबे दिखे तो आइए जानते है विद्वान पंडित जी से इस सावन के तीसरे सोमवार का क्या है विशेष महत्व।

विद्वान पंडित आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि आज मंदिर पर बहुत ही भक्तों का आना जाना और मंदिर पर भीड़ है। भगवान शंकर से संसार के लोगों का ऐसा लगाव है क्यों कि भगवान शिव कल्याण करने वाले और समस्त संसार के कल्याण के भूपति है इसलिए समस्त भक्त आज आकर सोमवार के दिवस में भगवान से अपनी प्रार्थना कर रहे है और बड़ी भीड़ है भक्तों की।

सावन में तीसरे सोमवार का है बड़ा महत्व

विद्वान पंडित आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि श्रावण का महीना वैसे भी बड़ा पावन और पुण्य है और भगवान शिव को समर्पित है इसलिए भगवान शंकर सारे कण कण में विद्यमान है और विशेष प्रकाश स्वरूप है इसलिए मंदिर में बड़ा आना जाना लोगों की भीड़ है और सोमवार का तो वैसे भी बड़ा महत्व है क्यों कि चन्द्र मौली भगवान शंकर और साक्षात चन्द्रमा भगवान शंकर के मस्तक पर विराजित है। इसलिए भगवान शंकर के इस सोमवार पर जो तीसरा है‚ इस बार सावन में पांच सोमवार है और उसका भी बड़ा महत्व है आज का योग बड़ा सुन्दर है। तीसरा आज सोमवार है तो सभी भक्त आकर आज भगवान शंकर से अपनी मनोरथ पूर्ति के लिए प्रार्थना कर रहे है तो भगवान शिव शंकर सबका कल्याण करें। इस भाव के साथ आप सभी को भी श्रावण मास की हार्दिक शुभकामनाएं । शिव सदैव सबका कल्याण करें। शिव सदैव सबकी रक्षा करें और शिव सदैव सम्पत्ति‚ उन्नति और आपको मोक्ष पद पर आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहें‚ क्यों कि सतत समाधि में भगवान शंकर रहते है।

कोई ऐसा अन्य त्रिदेव है ही नही जो भगवान शंकर से विरक्त हो अलग हो

विद्वान पंडित आशुतोष त्रिपाठी ने आगे बताया कि ऐसा शास्त्रों का वर्णन है कि भगवान शंकर सदैव भगवान श्री हरि और रम्भा जो मूल आधार रूप है वह तीनों भगवान शिवलिंग में ही विराजित है। कोई ऐसा अन्य त्रिदेव है ही नही जो भगवान शंकर से विरक्त हो अलग हो। भगवान शंकर सबने है और सब भगवान शंकर में ही है। इसमें शिव संसार के कल्याण के प्रतीक है। यह शिवलिंग ज्योति स्वरूप है। शिव अर्थात शक्ति के सहित शिव अर्थात संसार में कर्म और भक्ति सहित आप कर्म से जुड़े रहिए और भक्ति पद पर चलकर अपनी शक्ति का सदुपयोग करते हुए संसार के कल्याण के लिए आप सबके कार्य आ सके और सभी के लिए आप कुछ न कुछ ऐसा परमार्थ कर सकें जिससे सृष्टि में सदैव आपके नाम और भगवान शिव के प्रेम की यह गूंज बनी रहे। आप सबको पुनः एक बार श्रावण मास की बहुत–बहुत शुभकामनाएं‚ जय शिव शम्भू ।

कन्नौज में अघोषित बिजली कटौती के विरोध में किसानों ने किया प्रदर्शन

पंकज कुमार श्रीवास्तव,अघोषित बिजली कटौती के विरोध में आज भारतीय किसान यूनियन किसान के जिला अध्यक्ष राजा शुक्ला के नेतृत्व में संगठन के सैकड़ो पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के साथ बिजली घर छिबरामऊ को घेर लिया गया और प्रदर्शन किया गया जिसका मुख्य विषय अघोषित बिजली कटौती है।

धान की फसल का समय चल रहा है ऐसे में किसानों को पानी की सख्तआवश्यकता है और किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है और जितनी बिजली मिल रही है उसमें भी अधिकतर बिजली कटौती में चली जाती है जिस कारण और किसान बहुत ज्यादा परेशान है और लाइनमैन जेई एसडीओ के कोई भी अधिकारी कर्मचारी किसानों का दुख दर्द नहीं समझ रहे हैं ऊपर से लेकर नीचे तक बिजली विभाग में भ्रष्टाचार प्राप्त है जिस कारण आज भारतीय किसान यूनियन किस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में बिजली घर का घेराव कर सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया ।

जिसके फलस्वरुप अधिशासी अभियंता के साथ जिला अध्यक्ष जी ने वार्ता के दौरान कहा गया कि छिबरामऊ शहर रणधीरपुर, हरिहरपुर, जाफराबाद , बरौली ,अतरौली, सकरवा , मिघौली फीडर पर अघोषित बिजली कटौती की व्यवस्था फैली हुई है ग्रामीण क्षेत्रों में लाइन मैन द्वारा अवैध वसूली कर किसानों का शोषण किया जा रहा है कई बार शिकायत तो करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है अगर इन सभी समस्याओं का जल्द समाधान ना हुआ तो हमारा संगठन एक उग्र आंदोलन को बाध्य होगा।

जैसा कि उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा भी कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली तहसील स्तर पर साढ़े 21 घंटे बिजली और जिला मुख्यालय पर 24 घंटे बिजली देने के निर्देश हैं लेकिन इन निर्देशों का पालन सिर्फ कागजों पर हो रहा है जबकि इसकी भौतिक स्थिति यह है ग्रामीण क्षेत्रों में 10 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है और तहसील क्षेत्र में बामुश्किल 15-16 घंटे बिजली आ रही है जिला मुख्यालय में भी यही स्थिति है 24 घंटे बिजली देने का वादा केवल एक ढ़कोशला है और सरकार ने किसानों को मुक्त बिजली देने का भी वादा किया था इसके एवज में उन्होंने बिजली देना ही बंद कर दिया जिससे किसानों को कोई बिल नहीं आएगा और बिजली अपने आप मुफ्त हो जाएगी सरकार किसानों को बेवकूफ बना रही है मेरा सरकार को यह संदेश है की अपनी कार्य शैली में सुधार लाएं अन्यथा आने वाले समय में ऐसी सरकार को जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया जाएगा और किसान के हितों की बात करने वालों को सत्ता की चाबी से भी जाएगी।

इस मौके पर नवाजिश अंसारी प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल प्रताप सिंह जिला प्रमुख महासचिव आनंद तिवारी जिला महासचिव अरुण कुमार सैनी जिला महासचिव विवाह मोर्चा गेहू मिश्रा जिला उपाध्यक्ष युवा मोर्चा अभिषेक शर्मा तहसील संगठन मंत्री शांतनु यादव तहसील अध्यक्ष शान कुमार उपाध्यक्ष रामचरण सानू गोपाल सनी अजय पाठक ऋषभ यादव भूपेंद्र कुमार सुधीर तिवारी रजत तिवारी दीवान सिंह कश्यप नवनीत आदि उपस्थित रहे

कन्नौज में एक कलयुगी मां ने अपने ही कोख से जन्मे पुत्र को अपने प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट,खुलासा

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज में एक कलयुगी मां ने अपने ही कोख से जन्मे पुत्र को अपने प्रेमी के साथ मिलकर मौत के घाट उतार दिया । मां अपने 12 वर्षीय पुत्र के साथ दो माह पहले ही अपने अपने पति को छोड़कर प्रेमी के घर आ गई थी और वहीं रह रही थी । पुलिस ने पिता की तहरीर पर मां और उसके प्रेमी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया ।

बताते चले कि सौरिख थाना क्षेत्र के सौरिख देहात के मजरे नगला जमाली निवासी शिवशंकर उर्फ गुड्डू (40) मजदूरी करता है। शराब पीने का आदी होने के कारण वह अक्सर सकरावा रोड गिहार बस्ती में जाता है। यहां उसकी मुलाकात शिवराजपुर निवासी सोनी से हो गई। सोनी अपने पति धर्मेंद्र व बच्चों के साथ कस्बे की गिहार कॉलोनी में रह रही थी । उसके एक बेटी जानवी (10) व दिव्यांग बेटा जतिन (12) था। तीन महीने पहले सोनी ने अपने पति को छोड़कर शिवशंकर से शादी कर ली और दिव्यांग बेटे जतिन के साथ उसके साथ गांव जमाली नगला में ही आकर रहने लगी।

इसी बीच सोमवार की रात सोनी और शिवशंकर ने जतिन की हत्या कर दी। जानकारी होने पर सोनी का पूर्व पति धर्मेंद्र जमाली नगला पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। घर के बाहर उपद्रव शुरू होते ही शिवशंकर मौके से फरार हो गया। हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।पुलिस ने मृतक जतिन के पिता एवं सोनी के पूर्व पति धर्मेंद्र ने सोनी व शिवशंकर पर बेटे की हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने दी गई तहरीर पर 31 जुलाई को मुकदमा दर्ज कर लिया ।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट मैं गला दबाकर हत्या किए जाने की बात सामने आने के बाद पुलिस ने सोनी और उसके प्रेमी को हिरासत मे ले लिया और मामले की जानकारी की तो दोनों ने हत्या किए जाने को लेकर अपना जुर्म कबूल कर लिया । मामले में पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने मीडिया के सामने एक प्रेस पता करते हुए दोनों हत्यारोंपियों को जेल भेज दिया ।

मामले में एसपी अमित कुमार आनंद ने बताया कि पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था जिसमें दोनों हत्यारोपियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया और उनको जेल भेज दिया गया ।

17 दिन बाद कब्र में दफन शव को निकाला गया बाहर

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज। सत्रह दिनों बाद दफन किये गये युवक का शव निकाला गया तो हड़कंप मच गया।

जिन परिजनों ने पहले युवक के शव को बिना पोस्टमार्टम के दफन कर दिया था, अब वही परिजन कार्यवाही को लेकर शव निकाले जाने के बाद कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। बताते चलें कि मामला कन्नौज जिले के कोतवाली तिर्वा क्षेत्र के अकुड़िया गांव का है।

बीती 12 जुलाई को उपरोक्त गांव के निवासी बेंचेलाल के पुत्र आशीष लोहामढ़ गांव के सामने दुर्घटना में एक ट्रैक्टर चालक की टक्कर से घायल हो गये थे। स्थानीय चिकित्सालय में उपचार के दौरान हालत में सुधार ना होने पर आशीष को हायर हॉस्पिटल कानपुर के लिये भेजा गया था। यहां एक निजी हॉस्पिटल में आशीष की मौत हो गई थी।

स्वजन ने बिना पोस्टमार्टम कराये ही शव को कन्नौज स्थित गंगा नदी किनारे महादेवी घाट पर आशीष का अंतिम संस्कार कर दिया था।

उधर जब घटना को लेकर मृतक के भाई दिलीप ने दुर्घटना करने वाले ट्रैक्टर चालक राजप्रताप के खिलाफ पुलिस को कार्यवाही के लिये तहरीर दी, तो बिना पोस्टमार्टम के कार्यवाही का पेंच फंस गया। आखिर ट्रैक्टर चालक पर कार्यवाही को लेकर जिले के एसपी अमित कुमार आनंद से जब परिजनों ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई तो अंतिम संस्कार किये गये आशीष का शव घाट स्थित जमीन से पुलिस बल की मौजूदगी में बाहर निकाला गया।

परिजनों के मुताबिक मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।

परिजनों के मुताबिक अब शायद उनको न्याय मिलने के साथ ही दोषी पर कार्यवाही हो सकेगी।

अनिश्चितकालीन सत्याग्रह पर बैठने जा रहे पूर्व आईपीएस और उनकी पत्नी को कन्नौज प्रशासन ने रोका

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज। पूर्व आईपीएस अधिकारी और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर उनकी पत्नी नूतन ठाकुर सहित उनके साथ मौजूद कई लोगों को कन्नौज में सत्याग्रह शुरू करने से पहले ही कन्नौज जिला प्रशासन ने जिले की सीमा पर रोक दिया। उपरोक्त सभी लोग जिले के पूर्व बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक पर लगे आरोपों पर कार्यवाही ना होने पर सत्याग्रह करने जा रहे थे। पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर के मुताबिक उन्होंने पूर्व बीजेपी सांसद पर 2 जून 2023 को घटी घटना के बारे में बताया कि पूर्व सांसद द्वारा उस दिन कन्नौज मंडी समिति में घुसकर पुलिस वालों को पीटा गया था, इसके अलावा चौकी इंचार्ज को जूतों से मारने की धमकी, के अलावा फरवरी 2024 में हिंदू देवता को गली दी गई थी।

इन आरोपों को लेकर प्रदेश सरकार से कार्यवाही की मांग की गई थी, लेकिन उनकी मांग पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।इसके बाद एक बार फिर पूर्व आईपीएस द्वारा पूर्व सांसद पर कार्यवाही को लेकर बीती 16 जुलाई को पुनः प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्यवाही की मांग की गई थी। कन्नौज जिला प्रशासन को भी अल्टीमेटम दिया गया था, कि अगर समय रहते पूर्व सांसद पर कार्यवाही नहीं होती है तो वह अपनी पत्नी सहित सेना के साथ कन्नौज मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू करेंगे।

आज 28 जुलाई को प्रस्तावित सत्याग्रह को लेकर पूर्व आईपीएस जैसे ही अपनी पत्नी नूतन ठाकुर सहित अन्य शैलेंद्र अस्थाना, शहजाद अली, रणजीत सिंह के साथ जिले की सीमा पर पहुंचे। तभी सी.ओ सदर कमलेश कुमार ने बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस बल के साथ अमिताभ ठाकुर और उनके साथ मौजूद अन्य लोगों के जिले में आने पर रोक लगा दी। प्रशासन ने उपरोक्त लोगों को धारा 168 के तहत बी. एन. एस. एस. के तहत नोटिस थमा दिया।

प्रशासन के अधिकारियों का कहना था कि, जहां धरना प्रस्तावित है, वहां बाजार है, जिससे आम जनमानस की दिनचर्या और यातायात व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा असामाजिक प्रकृति के कार्यकर्ताओं द्वारा नारेबाजी से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इसके अलावा पूर्व आईपीएस और उनके साथ मौजूद साथियों के माध्यम से संज्ञेय अपराध किये जाने की भी सूचना है, जिससे कानून व्यवस्था की अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

इसलिए उपरोक्त लोगों को जिले में आने से रोक जाने का आदेश है, इस कारण नोटिस भी दिया गया है।जिला प्रशासन के उपरोक्त रुख और कार्यवाही को लेकर पूर्व आईपीएस का कहना था, कि उनकी न्याय के लिये लड़ी जा रही लड़ाई थमेगी नहीं, उपरोक्त मामले में कार्यवाही करवाकर ही शांत बैठा जा सकेगा। इसके अलावा अमिताभ ठाकुर ने दिये गये नोटिस और जिला प्रशासन की कार्यवाही को अलोकतांत्रिक आदेश बताया।

इसके उपरांत पूर्व आईपीएस का काफिला जिले की सीमा से वापस लौट गया। उपरोक्त संधर्व में पूर्व बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक का कहना था कि, उनके ऊपर लगाये गये आरोप निराधार हैं, उनके द्वारा कोसी से भी मारपीट नहीं की गई है, इसकी जांच भी की जा चुकी है। उनके खिलाफ षडयंत्र रचकर कुछ लोग सुर्खियों में रहने को यह सब कर रहे हैं।

कन्नौज में नाबालिग गैंगरेप पीड़िता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या‚ दुष्कर्म के आरोपियों से परेशान छात्रा ने उठाया यह कदम‚  दरोगा निलंबित
पंकज कुमार श्रीवास्तव ,यूपी के कन्नौज जिले में एक नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म के मामले में पुलिस की लापरवाही के कारण एक गैंगरेप पीड़िता ने अपनी जान दे दी। पीड़ित पिता ने बताया कि उनकी बेटी को दो युवक जबरदस्ती उठा ले गये थे और दिल्ली ले जा करके दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया‚ जिसके बाद फिर वापस छोड़कर फरार हो गये। इस बात की सूचना पुलिस को दी‚ जिस पर पुलिस ने लापरवाही करते हुए इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की‚ जिससे अभियुक्त पीड़िता और उसके परिवार पर समझौते का दबाव बनाने लगे। इस बात से परेशान पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पूरे मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए एक अभियुक्त को गिरफ्तार करते हुए विवेचना में लापरवाही पाये जाने पर दरोगा को निलंबित कर दिया है।

सौरिख थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी 17 वर्षीय हाईस्कूल की अनुसूचित जाति की छात्रा 11 जुलाई की सुबह घर से करीब पांच बजे खेतों के लिए निकली थी। पड़ोसी गांव के दो युवक उसे अगवा करके ले गए। परिजनों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने 14 जुलाई को छात्रा को नोएडा से खोज निकाला। तीन दिन बाद छात्रा ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए, जिसमें उसने युवकों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उसका अपहरण कर दुष्कर्म किया। बयान दर्ज कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया था।

मंगलवार दोपहर छात्रा ने अपने घर में फंदा लगाकर उसने जान दे दी। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जमकर हंगामा किया। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया। शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर पहले अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। अब तहरीर में दो आरोपियों का नाम लिखकर दुष्कर्म की शिकायत की गई है। मामले की जांच की जा रही है। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


एसपी अमित कुमार आनंद ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 23 जुलाई को थाना सौरिख अन्तर्गत एक नाबालिग  लड़की उम्र करीब 17 वर्ष की सुसाइड करने की सूचना प्राप्त हुई थी‚ तत्काल मौके पर पुलिस पहुंची और पंचायतनामा भरकर शव को मोर्चरी के लिए भेजा गया है। उक्त लड़की के सम्बन्ध में 11 जुलाई को थाना सौरिख में गुमशुदगी के सम्बन्ध में थाना सौरिख में मुकदमा पंजीकृत किया गया था। लड़की को 14 जुलाई में बरामद कर लिया गया था और 18 जुलाई को 183 के एनएसएस के अन्तर्गत कोर्ट के समक्ष इसका बयान कराया गया था।

जिसमें लड़की ने बताया था कि दो लड़के थे जो इसे दिल्ली ले गये थे‚ जहां पर इसके साथ दुष्कर्म किया था और वापस खड़नी थाना सौरिख क्षेत्र अन्तर्गत छोड़ कर चले गये थे और आज इनके परिजनों ने तहरीर दिया है कि जो अभियुक्तगण थे इन बैठक पर समझाैते का दबाव बना रहे थे‚ जिसके चलते लड़की ने सुसाइड कर लिया है। उक्त प्रकरण में एक अभियुक्त को हिरासत में लिया जा चुका है‚ अन्य जाे अभियुक्त है‚ उनकी भी शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित की जायेगी। इस पूरी विवेचनात्मक कार्रवाई में विवेचक की प्रथम दृष्टया लापरवाही दृष्टिगोचर होती है‚ जिस कारण में इसमें एसआई मानसिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है और इनके विरूद्ध अलग से विभागीय कार्यवाही प्रचलित की गयी है।
फसल बीमा को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक, किसानों को दिए आवश्यक निर्देश

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल ने कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में आज मंगलवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को लेकर एक बैठक का आयोजन किया। बैठक मे किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनपद के सभी किसान भाई अपनी खरीफ फसल का बीमा जरूर करा लें। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्र्तगत 2023 में जनपद में कुल 24106 कृषकों ने अपनी फसल का बीमा कराया दावों उपरान्त 20400 कृषकों को बीमा की धनराशि दी गयी।

मंगलवार को जिलाधिकारी ने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पीएमएफबीवाई को संचालित किया गया है। इस फसल बीमा योजना से किसान भाई खरीब फसल की सुरक्षा कवच प्राप्त कर सकते हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य है कि प्राकृतिक आपदाओं से अनुसूचित क्षेत्र में बोई गई अधिसूचित फसल को बीमा कवर प्रदान करना, कृषि में उन्नत तकनीक के प्रयोग को बढ़ावा देना, आपदा वर्षों में कृषि आय को स्थिर रखना है।

प्राकृतिक आपदा व अन्य कारणों से किसानों की फसलें खराब हो जाती हैं। जिसे देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई है। इसके तहत किसान फसल का बीमा कराते हैं। यदि उनकी फसल आपदा की वजह से खराब होती है तो बीमा कंपनी उसका मुआवजा देती है। उन्होंने कहा कि किसान भाई फसल नुकसान के संबंध में टोल फ्री नंबर 14447, संबंधित बैंक शाखा, कृषि/उद्यान विभाग कार्यालय, क्राप इंश्योरेंस ऐप में सूचित कर सकते हैं।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस समय खरीफ की फसल जैसे धान, मक्का, बाजरा,ज्वार, उड़द, तिल,अरहर, मूंगफली आदि अधिसूचित फसल में शमिल कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मौसम खरीफ 2024 के अंतर्गत जनपद कन्नौज में धान की बीमित राशि 98400 एवं कृषक प्रीमियम राशि 1968 रु, मक्का की बीमित राशि 67600 व कृषक प्रीमियम राशि 1352, बाजरा की बीमित राशि 43700 व कृषक प्रीमियम राशि 874 एवं तिल फसल की बीमित राशि 27200 व कृषक प्रीमियम राशि 544 है।उन्होंने बैंक व कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, किसानों को फसल बीमा कराने के लिए जागरूकता कार्यक्रम किए जाएं।

उन्होंने कहा कि संबंधित बैंक शाखा, जन सेवा केंद्र, भारत सरकार पीएमएफबीवाई पोर्टल, क्रियान्वयक अभिकरण के अधिकृत बीमा मध्यस्थध् कार्यालय से बीमा करा सकते हैं एवं पूर्ण जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। बीमा कराने के लिए आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक खाता संबंधी प्रपत्र, भूमि स्वामित्व संबंधी प्रपत्र, बटाई प्रमाण पत्र, फसल बुवाई का प्रमाण पत्र स्वसत्यापित एवं मोबाइल नंबर आवश्यक है। बैठक के दौरान कृषि उप निदेशक प्रमोद सिरोही, जिला कृषि अधिकारी आवेश कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रंबधक एचडीएफसी एर्गाे कमल तिवारी, जिला प्रंबधक मयंक शर्मा सहित संबंधित बैक अधिकारी रहे।

इस बार बजट को लेकर क्या कहते है कन्नौज जिले के इत्र व्यापारी

पंकज कुमार श्रीवास्तव,देश और दुनियां में अपनी खूशबू से पहचान बनाने वाला यह हैं इत्र नगरी कन्नौज, जी हां कन्नौज का नाम लेते ही इत्र की खुशबू महकने लगती है और आज यही इत्र की खुशबू टैक्स की मार झेल रही जिसका इत्र के व्यापार पर सीधा असर देखने को मिल रहा है, पहले जो इत्र के व्यापार पर 5 प्रतिशत टैक्स इत्र व्यापारियों को देना होता था आज वह बढ़कर 18 प्रतिशत हो गया है, इस कारण इत्र व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गई है उनका कहना है कि बढ़ते टैक्स की वजह से उनके व्यापार में फायदा कम हो रहा है।

इस बार जो बजट आये उसमें उनको टैक्स में छूट दी जाये। इस नये बजट को लेकर आखिर क्या कहते हैं कन्नौज इत्र नगरी के व्यवसायी आइये जानते हैं उनकी इस नये बजट को लेकर राय आपको बताते चलें कि देश में इस बार फिर से तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी है, जिसके बाद मंत्रीमंडल का गठन होने के बाद अब वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी को निभाने वाली निर्मला सीतारमण अपना पहला बजट पेश करने वाली है, जिसको लेकर तैयारियां की जा रही है हालांकि यह बजट जुलाई मे पेश होने जा रहा है,जिसके लिए सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया है, लेकिन इसको लेकर व्यापारियों में खास उत्सुकता देखने को मिल रही है।

खासकर यूपी के कन्नौज जिले की बात करें तो यहां इत्र व्यापारियों का कहना है कि इस बार के बजट में इत्र व्यापारियों का ख्याल रखा जाये क्यों कि इत्र व्यापार पर 18 प्रतिशत टैक्स की मार काफी महंगी पड़ रही है। इत्र व्यापारी सैफी मुस्तफा ने मोदी को तीसरी बार सरकार बनाने पर बधाई देते हुए इत्र पर अधिक टैक्स होने की बात कही। उनका कहना है कि सरकार ने इत्र व्यापार को लेकर कुछ भी नही किया। जो गुलाब जल टैक्स फ्री था आज उस पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दी गई है। इससे छोटे व्यापारियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है, क्यों कि वह गुलकंद जैसे इत्र से जुड़े व्यापार को कम पूंजी लगाकर शुरू कर लेते थे, लेकिन अब उस पर टैक्स लग जाने से छोटे व्यापारियों की परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।

भले ही सरकार ने कन्नौज के इत्र व्यवसाय को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत लेकर इत्र व्यवसाय को बढ़ावा दिया हो लेकिन इत्र व्यापारियों को इसका भरपूर लाभ नही मिल पा रहा है, इत्र व्यवसाय से जुड़े व्यापारी आज भी सरकार से यही मांग कर रहे है कि उनकी समस्याओं को दूर किया जाये और इस बार के बजट में कन्नौज के इत्र को प्राथमिकता देते हुए कन्नौज जिले में जो इत्र पार्क निर्माणाधीन है उसको बजट में लेकर पूरा किया जाये ताकि इत्र व्यापारियों को उसका लाभ मिल सके।

व्यापारियों का कहना है कि अगर इस बार कन्नौज इत्र नगरी के लिए अच्छा बजट आता है और परफ्यूम पार्क के लिए बजट दिया जाता है तो इत्र व्यापारी अपनी शाॅप और फैक्ट्री उसमें खोलकर व्यापार को अच्छे आयाम तक ले जा सकते है।

इत्र एसोसिएशन अध्यक्ष पवन त्रिवेदी ने इस बजट को लेकर कहा कि हम सभी व्यापारियों की तरफ से यह मांग है कि जो इत्र पर जीएसटी 18 प्रतिशत लगता है, वह 5 प्रतिशत की दर से लगे क्यों कि इत्र हमारा जो है ज्यादातर मेडिसीन में और पूजा में जाता है। क्यों कि कन्नौज का जो उद्योग है उसके संरक्षण के लिए 5 प्रतिशत जीएसटी कर दिया जाये, तो बहुत अच्छा रहेगा। इत्र पार्क के लिए बराबर हम लोग मांग कर रहे है। जिसको लेकर बहुत जल्द इत्र पार्क कम्पलीट हो जायेगा। इसमें कई चीजें है जिसकी हम लोगों ने मांग गई है।

*‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत मंत्री ने लगाया अपनी माँ के नाम का पौधा*

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज: पेड़ पौधे मानव जाति के लिए प्रकृति का अनमोल उपहार है।वृक्ष लगाना ही हमारी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि उनकी देखभाल करना भी हमारा उत्तरदायित्व है। देश के प्रधानमत्री की प्रेरणा से आज कन्नौज सहित पूरे प्रदेश में जनसहभागिता से ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत 36 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाये जा रहे हैं।

सदर विधायक व मंत्री असीम अरुण ने शनिवार को उमर्दा क्षेत्र में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में बीजेपी जिला अध्यक्ष, वीर सिंह भदौरिया और जिला पंचायत अध्यक्ष प्रिया शाक्य ने इस मौके पर वृक्ष लगाया।

बढ़ते तापमान से सचेत होने पर

इस वर्ष देश के कई स्थानों पर तापमान 50 डिग्री से अधिक पहुँच गया था। ये हम सब के लिए खतरे की घंटी है जो प्रकृति के प्रति सचेत होने की चेतावनी दे रहा है।ऐसे में वृक्ष लगा कर धरती के तापमान को नियंत्रित किया जा सकता है। इसी क्रम में करीब 30 हेक्टेयर भूमि पर वृक्षारोपण किया गया।

औषधीय पौधे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

कार्यक्रम के दौरान मंत्री असीम अरुण ने कहा कि औषधीय पौधों का हमारे जीवन में काफी अहम रोल है। कोविड काल में इनसे होने वाले लाभ को पूरी दुनिया ने देखा।अब कई संस्थान अपने परिसर में औषधीय वाटिका और नक्षत्र वाटिका को विकसित कर रहे हैं। ये पौधे हमारी सेहत के लिए उपयोगी तो हैं ही, साथ में सकारात्मक उर्जा भी प्रदान करते हैं।

कन्नौज जिले मे तिर्वा में बारिश के बाद जलभराव, कोतवाली बनी टापू

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज में शुक्रवार की सुबह एक घंटे की बारिश से कन्नौज के तिर्वा नगर में कई मोहल्लों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई।

इतना ही नहीं तिर्वा कोतवाली टापू बनी नजर आई।सुबह साढ़े नौ बजे के करीब शुरू हुई बारिश से तिर्वा नगर के सर्राफा गली, महात्मा गांधी मार्ग, दुर्गा नगर, अन्नपूर्णा नगर, खैरनगर मार्ग, तिर्वा ठठिया मार्ग सहित कई मोहल्लों में जलभराव के हालात देखने को मिले। इतना ही नहीं तिर्वा सुजानसराय मार्ग पर नगर स्थित कोतवाली का आलम भी देखने लायक था।


यहां कोतवाली के सामने स्थित तालाब का पानी पहले सड़क पर आ गया और उसके बाद कोतवाली तक पहुंच गया। हालात यह हो गये कि, कोतवाली टापू सी बनी हुई नजर आई। जलभराव से यहां पहुंचने वाले फरियादियों से लेकर पुलिस कर्मियों तक को पानी पार करने के लिये कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जलभराव के दौरान कोतवाली में एक गाड़ी फंस जाने के कारण लोग पानी में घुसकर धक्का लगाते देखे गये।

एक घंटे की वारिश ने जैसे नगर की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी। उपरोक्त संधर्व में नगर पंचायत चेयरमैन मिताली गुप्ता के प्रतिनिधि सौरव गुप्ता का कहना था, पिछले कार्यकाल में अगर काम हुआ होता तो यह दिक्कतें नहीं आती। फिर भी सफाई कर्मियों को अलर्ट किया गया है। काम शुरू करवा दिया गया है। जल्द ही समस्या से लोगों को निजात मिल जायेगी।