*जीआईसी समेत 38 राजकीय स्कूलों में चलेगी स्मार्ट क्लास*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज समेत 38 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलाई जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। संसाधन और सुविधाएं बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर नए शिक्षा सत्र से स्मार्ट क्लास का संचालन शुरू हो जाएगा। जिले में पांच राजकीय इंटर कॉलेज और 33 राजकीय हाईस्कूल संचालित हैं। जिसमें सात हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। राजकीय विद्यालयों में शासन स्तर से लगातार सुविधाएं बढ़ रही हैं। पीएम श्री, कंपोजिट ग्रांट के अलावा अलग-अलग ग्रांट के माध्यम से विद्यालयों में पेयजल, शौचालय समेंत अन्य सुविधांए बेहतर की जा रही हैं।अब परिषदीय विद्यालयों की तरह राजकीय में स्मार्ट क्लास चलाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इन विद्यालयों में प्रोजेक्टर से पढ़ाई शुरु कराने के लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कराया गया था। जिसके लिए शासन स्तर से हरी झंडी मिल गई है।



अक्तूबर-नवंबर में सभी विद्यालयों को एक-एक प्रोजेक्टर मिल जाएगा। जिसके बाद विद्यालयों की तरफ से एक-एक भवन का चयन कर वहां व्यवस्थाएं बेहतर कर स्मार्ट क्लास चलाई जाएगी। जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को नई-नई जानकारी हासिल होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए विभाग की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। अक्तूबर-नवंबर में प्रोजेक्टर समेत अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध होने की संभावना है। अगर सुविधाएं मिल जाएगी तो नए सत्र से यह व्यवस्था सभी 38 राजकीय विद्यालयों में शुरू कर दी जाएगी।
*जीआईसी समेत 38 राजकीय स्कूलों में चलेगी स्मार्ट क्लास*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विभूति नारायण राजकीय इंटर कॉलेज समेत 38 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास चलाई जाएगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। संसाधन और सुविधाएं बढ़ाने के लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने पर नए शिक्षा सत्र से स्मार्ट क्लास का संचालन शुरू हो जाएगा। जिले में पांच राजकीय इंटर कॉलेज और 33 राजकीय हाईस्कूल संचालित हैं। जिसमें सात हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। राजकीय विद्यालयों में शासन स्तर से लगातार सुविधाएं बढ़ रही हैं। पीएम श्री, कंपोजिट ग्रांट के अलावा अलग-अलग ग्रांट के माध्यम से विद्यालयों में पेयजल, शौचालय समेंत अन्य सुविधांए बेहतर की जा रही हैं।अब परिषदीय विद्यालयों की तरह राजकीय में स्मार्ट क्लास चलाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इन विद्यालयों में प्रोजेक्टर से पढ़ाई शुरु कराने के लिए विभाग की ओर से प्रस्ताव तैयार कराया गया था। जिसके लिए शासन स्तर से हरी झंडी मिल गई है।



अक्तूबर-नवंबर में सभी विद्यालयों को एक-एक प्रोजेक्टर मिल जाएगा। जिसके बाद विद्यालयों की तरफ से एक-एक भवन का चयन कर वहां व्यवस्थाएं बेहतर कर स्मार्ट क्लास चलाई जाएगी। जिससे विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को नई-नई जानकारी हासिल होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि स्मार्ट क्लास के लिए विभाग की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। अक्तूबर-नवंबर में प्रोजेक्टर समेत अन्य जरूरी संसाधन उपलब्ध होने की संभावना है। अगर सुविधाएं मिल जाएगी तो नए सत्र से यह व्यवस्था सभी 38 राजकीय विद्यालयों में शुरू कर दी जाएगी।
*पांच छात्राओं ने प्रदेश के टॉप टेन में पाया स्थान, राज्यपाल करेंगी सम्मानित*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। नगर स्थित केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा स्थापित भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईसीटी) में बीटेक कर रही पांच छात्राओं ने कारपेट एंड टेक्सटाइल इंजीनियरिंग ग्रूप में प्रदेश के टाॅप टेन में स्थान बनाया है। जिसमे शेलवी तिवारी की रैकिंग प्रथम है। इसके अलावा रचना यादव तृतीय, माही प्रजापति चतुर्थ, सोनाली चौहान सातवीं तथा प्रियंबदा पाठक को प्रदेश में दसवा स्थान मिला है।डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से इसका पत्र प्राप्त होने के बाद संस्थान के स्टाफ और सभी छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई है। संस्थान के निदेशक डाॅ. राजीव कुमार वार्ष्णेय ने इसे छात्राओं की लगन और शिक्षकों की मेहनत बताया है। संस्थान में कारपेट एंड टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में चार वर्षीय बीटेक कोर्स संचालित होता है।पिछले दिनों कोर्स के अंतिम वर्ष का परिणाम जारी होने के बाद से डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ में दीक्षांत समारोह की तैयारियों के बीच वहां के परीक्षा नियंत्रक प्रो. राजीव कुमार ने इंजीनियरिंग की विभिन्न शाखाओं के प्रदेश के टाॅप टेन की सूची जारी करते हुए बताया कि 13 अगस्त को होने वाले दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल इन छात्रों को सम्मानित करेंगी। संस्थान के निदेशक ने बताया कि टाप टेन में शामिल आईआईसीटी की पांचों छात्राएं हैं।
*एसडीएम, तहसीलदार समेत 12 पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट की अदालत ने भूमिधरी जमीन पर बने पीड़ित के प्रधानमंत्री आवास गिराने के आरोप में एसडीएम और तहसीलदार समेत 12 लोगों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। कोर्ट ने 11 अक्तूबर 2023 को हुए मामले में सुनवाई करते हुए तत्कालीन औराई एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक व लेखपाल समेत 12 लोगों के खिलाफ ज्ञानपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया।औराई तहसील के जाठी, रामापुर गांव निवासी रविशंकर विशेष न्यायाधीश एससी एसटी एक्ट की अदालत में अपील दाखिल करते हुए बताया कि गांव में उसकी जमीन 50 वर्ष पूर्व उसके पिता के जमाने से है। जिस पर कच्चा मकान बनाकर रहते थे। तीन साल पहले उनकी बहू गीता देवी पत्नी रविन्द्र कुमार के नाम पर पीएम आवास आवंटित हुआ। जिसके बाद अपना पुश्तैनी कच्चा मकान गिराकर पक्का मकान बनवाया। इनके जमीन के पश्चिम तरफ गांव के ही सत्यदेव दूबे की जमीन है। जिसकी बाउंड्री उसने 10 साल पहले ही करा ली थी। आरोपी सत्यदेव ने राजस्व के द्वारा पैमाइश कराया। जिस पर लेखपाल ने रिपोर्ट लगाया कि पीड़ित ने अभियुक्त के जमीन पर तीन फीट अतिक्रमण कर लिया है। जिस पर बेदखली का आदेश जारी हुआ।आदेश के बाद 11 अक्तूबर 2023 ने सभी मौके पर पहुंचे तीन फीट की बजाय उनके पूरे पीएम आवास का ध्वस्त कर दिया और धमकी भी दी। पीड़ित ने बताया कि उसने ज्ञानपुर कोतवाली में इसकी शिकायत दर्ज कराई, लेकिन एफआईआर नहीं दर्ज की गई। कोर्ट ने पूरे मामले को संज्ञान ने आरोपी सत्यदेव दुबे के अलावा औराई के तत्कालीन एसडीएम आकाश कुमार, तत्कालीन तहसीलदार सत्यपाल प्रजापति, तत्कालीन नायब तहसीलदार बलवंत उपाध्याय के साथ राजस्व निरीक्षक बैकुंठ नाथ, लेखपाल सतीश जायसवाल, तत्कालीन एसआई धीरेन्द्र यादव, कांस्टेबल शंभूनाथ के साथ चार अन्य पुलिस व कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज करने का आदेश ज्ञानपुर कोतवाली को दिया।
*धनिया और टमाटर के दाम में वृद्धि*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। सब्जी के दाम में आग लग गई है। धनिया - अदरक और टमाटर हर रिकॉर्ड तोड़ने को आतुर हैं। दुकानों पर सब्जियों का दाम सुनते ही ग्राहक जेब टटोलने को विवश हो जा रहे हैं। टमाटर लाल हुआ तो अदरक - धनिया का तेवर स्वयं बढ़ गया है। धनिया - टमाटर और अदरक महंगा होने से थाली से चटनी खा जायका गायब हो गया है। मौसम में आए बदलाव से सब्जी का दाम एकाएक बढ़ गया है। मंडी में सब्जी का दाम बोलकर विक्रेता आवाज दे रहे हैं लेकिन खरीदारी करने ग‌ए लोग अपने बजट के हिसाब से सब्जी खरीद दबे पांव वापस लौट जा रहें हैं। सब्जी विक्रेताओं की मानें तो इन दिनों यह धंधा घाटे का सौदा साबित हो रहा है। दुकानों पर मेल बनाए रखने के लिए महंगी सब्जी सजाया जा रहा है। लेकिन दाम सुनते ही लोग किनारा कर ले रहे हैं। दुकानों पर इन दिनों हरा धनिया 300 रुपए, अदरक 200 रुपए, टमाटर 50 रुपए,‌शिमला मिर्च 160 और गाजर 80 रुपया प्रति किलो बिक रहा है। जबकि आलू 35 , प्याज 50, भिंडी 45 से 50, नेनुआ 30, लौकी 40,पालक 40,मूली 60, परवल 100 , बैंगन 40 रुपए रुपए प्रति किलो बिक रहा है।
*सुरियावां थाने का हेड कांस्टेबल वसूली में गिरफ्तार,अब होगी विभागीय कार्रवाई*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही थाना सुरियावां पर तैनात मुख्य आरक्षी के विरुद्ध एक व्यक्ति को अवैध तरीके से हिरासत में लेकर डरा-धमकाकर पैसा वसूलने शिकायत सही पाए जाने पर पुलिसकर्मी के विरुद्ध मामला पंजीकृत करते हुए आरोपी पुलिसकर्मी को किया गया गिरफ्तार किया गया। सिपाही के विरुद्ध मैनपुरी निवासिनी द्वारा जनपद भदोही के थाना सुरियांवा पर तैनात मुख्य आरक्षी सुरेन्द्र प्रताप पर गम्भीर आरोप लगाते हुए शिकायत किया गया उसके पति गिरीश कुमार को अवैध तरीके से हिरासत में लेकर, आपराधिक मामलों में संलिप्त होने का झूठा भय दिखाकर 2.5 लाख रूपये की मांग किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक की आरोपी पाया गया की मुख्य आरक्षी सुरेन्द्र प्रताप हाल तैनाती थाना सुरियावां द्वारा अपने 3-4 साथियों के साथ मिलकर वाराणसी रेलवे स्टेशन के पास से स्वयं को एसओजी पुलिस कर्मी बताकर उसके पति को जबरन कब्जे में लेने के उपरान्त उसे गम्भीर आपराधिक मामलों में लिप्त होने का आरोप लगाकर उसे डरा धमकाकर गूगल पे पर 2 लाख 30 हजार रुपये प्राप्त किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया सिपाही पर मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया उसके विरुद्ध विभागीय कार्यावाई भी की जायेगी
*आठ महीने पहले पत्राचार, अभी तक नहीं मिली*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय के एक नहीं बल्कि चार आर्थो सर्जन हड्डी से जुड़े आपरेशन नहीं कर पा रहे हैं। सर्जन सिर्फ सामान्य उपचार से लेकर प्लास्टर ही कर पाते हैं। करीब आठ महीने पहले पत्राचार करके मशीन मांगी गई थी। रिमाइंडर पत्र फिर से भेजा गया है। जिला चिकित्सालय में कुल 17 चिकित्सकों की तैनाती है। इसमें से चार हड्डी के डाॅक्टर है‌। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय पर दो से ढाई लाख आबादी के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी है। अस्पताल में संसाधन न होने के कारण सर्जन यानी हड्डी के डाॅक्टर मरीज को सिर्फ ओपीडी में उपचार कर दवाएं उपलब्ध करा रहें हैं। जबकि निजी अस्पतालों में हड्डी का आपरेशन कराने पर 30 से 35 हजार रुपए के खर्च पर आते हैं। जबकि बड़ा आपरेशन होने पर लाखों रुपए तक का बजट बन जाता है। यदि शासन स्तर से जिला चिकित्सालय में र्सी आर्म मशीन मुहैया करा दी जाए, तो अस्पताल में ही हड्डी के मरीजों का आपरेशन सुनिश्चित होगा। इसके लिए मरीजों को बाहर जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। वहीं सरपतहां स्थित सौ शैय्या अस्पताल में र्सी आर्म मशीन बीते पांच साल से धूल फांक रही है।


सी आर्म मशीन के लिए शासन को रिमाइंडर पत्र भेजा गया है। मशीन आने के बाद हड्डी के मरीजों का समुचित आपरेशन किया जाएगा। ऐसे भी जिला चिकित्सालय में व्यवस्थाएं हर दिन दुरुस्त हो रहीं हैं। डॉ राजेंद्र कुमार सीएमएस जिला चिकित्सालय



10-15 मरीजों का होता है प्लास्टर जिला अस्पताल में रोजाना एक हजार करीब मरीजों की ओपीडी होती है। इसमें से तकरीबन 100 हड्डी के मरीजों की ओपीडी होती है। इसमें रोजाना 10 से 15 मरीज को प्लास्टर किया जाता है। आपरेशन जरुरतमंद मरीजों को निजी अस्पतालों जाने की सलाह दी जाती है।
*छह दिन में तीन लाख 90 हजार पौधों की हुई जियो टैगिंग*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में 20 जुलाई को वृहद पौधरोपण अभियान के तहत 24 विभाग के समन्वय से 13 लाख 15 हजार पौधरोपण किए गए थे। इसके बाद से विभागीय अधिकारी कर्मचारी रोपे गए पौधों की जियो टैगिंग करने में जुटे हैं। शनिवार तक हरितमा एप पर 35 फीसदी करीब तीन लाख 90 हजार पौधों की जियो टैगिंग की जा चुकी है। इसकी निगरानी सीधे शासन स्तर से की जा रही है। इसमें लापरवाही बरतने पर सीधे विभागीय अधिकारी की जवाबदेही होगी। सूखे पौधों की जियो टैगिंग नहीं होगी। पौधा सूखने न पाए इसके लिए कर्मचारी तेजी से हरितमा एप पर जियो टैगिंग कर रहे हैं। इसका परिणाम है कि छह दिन में ही 35 फीसदी से अधिक जियो टैगिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है, जबकि पिछले साल पौधों की टैगिंग करने में महीने गुजर जाते थे, फिर भी टैगिंग नहीं हो पाई थी। इसके चलते कई विभागों की रिपोर्ट लगाने में प्रशासन की ओर से त्रूटियां हुई थीं। डीएफओ नीरज आर्य ने बताया कि शनिवार तक करीब 35 फीसदी पौधों की जियो टैगिंग की जा चुकी है। टैगिंग का काम अभी चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। इसमें किसी विभाग को दिक्कतें आ रही हैं तो जानकारी लेकर उसे दूर कर सकते हैं।
*आठ विद्यालय में जमा होंगे परीक्षा फॉर्म*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। माध्यमिक शिक्षा परिषद के तहत संचालित हाईस्कूल-इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2025 में व्यक्तिगत परीक्षार्थी के रूप में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं के परीक्षा फार्म को जमा करने के लिए आठ विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है। जहां वह बोर्ड परीक्षा से जुड़े फाॅर्म जमा कर सकेंगे। जिला विद्यालय निरीक्षक अंशुमान ने बताया कि विभूति नारायण राजकीय इंटर काॅलेज ज्ञानपुर व इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर काॅलेज भदोही में बालक, जिला पंचायत बालिका इंटर काॅलेज ज्ञानपुर, ज्ञानदेवी बालिका इंटर काॅलेज भदोही में बालिका का फार्म अग्रसारित होगा। जबकि पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय इंटर काॅलेज महराजगंज, राजकीय इंटर काॅलेज जगन्नाथपुर, पं. दीनदयाल राजकीय इंटर काॅलेज गिर्दबड़गांव व पं. दीन दयाल उपाध्याय राजकीय माडल इंटर काॅलेज सागर रायपुर को बालक-बालिका दोनों परीक्षार्थियों के आवेदन पत्रों को अग्रसारित करने के लिए केंद्र बनाया गया है। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में तीन हजार और इंटरमीडिएट में 1600 छात्र-छात्राओं का फाॅर्म जमा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
*500 बच्चों वाले स्कूल में शिक्षक हीं नहीं, 160 में हेडमास्टर के पद खाली*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में नौनिहालों की शिक्षा व्यवस्था का आलम यह है कि 520 बच्चों वाले कंपोजिट विद्यालय मामदेवपुर में एक भी शिक्षक नहीं हैं। यहां दूसरे विद्यालय के शिक्षक को भेजकर किसी तरह स्कूल का संचालन कराया जाता है। दूसरी तरफ पदोन्नति न होने से 160 विद्यालयों में हेडमास्टर ही नहीं हैं। इन स्कूलों में सहायक अध्यापक को ही अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। जिले में 885 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें 523 प्राथमिक, 144 उच्च प्राथमिक और 218 कंपोजिट विद्यालय हैं। प्रेरणा पोर्टल पर एक लाख 67 हजार बच्चे नामांकित हैं। इनको पढ़ाने के लिए 5463 शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र तैनात हैं। प्रतिस्पर्धा की दौड़ में परिषदीय विद्यालयों को हाईटेक बनाकर स्मार्ट कक्षाओं की संरचना तैयार की जा रही है, लेकिन धरातल पर कई विद्यालयों की हकीकत इससे काफी जुदा है। सबसे खराब हालत नगरीय विद्यालयों की ह है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं में 30 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती होनी चाहिए। इसी तरह कक्षा छह से आठ के विद्यालयों में 35 बच्चों पर एक शिक्षक होना चाहिए। बावजूद इसके शिक्षकों का समायोजन न होने से अधिकतर विद्यालयों में यह मानक पूरा नहीं हो पा रहा है।भदोही नगर में कुल 10 विद्यालय संचालित हैं। इसमें एक विद्यालय में शिक्षक ही नहीं हैं, जबकि पांच में एक-एक शिक्षक एवं शिक्षामित्र के भरोसे पढ़ाई कराई जा रही है। चार विद्यालय ऐसे हैं जहां दो-दो शिक्षक हैं। कई साल से पदोन्नति न होने से विद्यालयों से प्रधानाध्यापकों के सेवानिवृत्त होने से करीब 160 हेडमास्टर के पद रिक्त हैं। सहायक अध्यापक को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। नगर के स्कूलों की यह है स्थिति ज्ञानपुर। प्राथमिक विद्यालय अयोध्यापुरी में करीब 250 बच्चे पंजीकृत हैं। यहां दो शिक्षामित्र और एक शिक्षक हैं। घमहापुर में 215 बच्चों पर एक शिक्षक, दो शिक्षामित्र, कुशियरा में 250 बच्चों पर एक शिक्षक, रेवड़ापरसपुर में 135 बच्चों पर एक शिक्षक और एक शिक्षामित्र, प्राथमिक विद्यालय ठकुरा में 125 बच्चों पर चार शिक्षामित्र और एक शिक्षक हैं। कंपोजिट विद्यालय मामदेवपुर में कुल 520 बच्चे पंजीकृत हैं। यहां नगर के एक दूसरे विद्यालय से शिक्षक को भेजा गया है। कांशीराम आवास पास में ही होने के कारण बच्चों की संख्या यहां काफी अधिक है, लेकिन शिक्षकों के न होने से पठन-पाठन प्रभावित होता है। काशीपुर, मर्यादपट्टी और पीरखांपुर में भी सिर्फ दो-दो शिक्षक ही है।


नगरीय विद्यालयों का कैडर अलग है। भदोही ही नहीं पूरे प्रदेश के नगरीय स्कूलों में यही स्थिति है। समायोजन की प्रक्रिया चल रही है। उससे विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या बढ़ेगी। - भूपेंद्र नारायण सिंह, बीएसए