स्वप्निल कुसाले ने मेडल जीतने के लिए बनाया धोनी को ‘गुरु’,

स्वप्निल कुसाले…ये नाम भारतीय खेल इतिहास में ये नाम अमर हो गया है. स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक कारनामा में वो कारनामा कर दिखाया है जो कभी कोई भारतीय ना कर सका. महाराष्ट्र के इस शूटर ने भारत को पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल जिताया और ये पदक उन्हें 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस में हासिल हुआ. क्वालीफिकेशन में सातवें नंबर पर रहे स्वप्निल ने 451.4 स्कोर करके तीसरा स्थान हासिल किया. आज देश स्वप्निल कुसाले को सलाम कर रहा है लेकिन आपको बता दें इस खिलाड़ी ने इस सफलता को हासिल करने के लिए बहुत कुछ झेला है.

स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए पूरे 12 सालों का इंतजार किया है. ये खिलाड़ी 2012 से प्रोफेशनल शूटिंग कर रहा है लेकिन वो पिछले दो ओलंपिक में क्वालिफाई नहीं कर पाए. लेकिन इस खिलाड़ी ने अपनी कोशिश जारी रखी और आखिरकार इस खिलाड़ी को सफलता मिली. कुसाले पिछले 10-12 सालों से घर से बाहर ही रहते हैं और ये सब उन्होंने निशानेबाजी में ओलंपिक मेडल जीतने के लिए किया है. इस खिलाड़ी के पिता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनका बेटा घरवालों से दूर ही रहता है और मेडल मैच से पहले किसी ने भी कुसाले से फोन पर बातचीत नहीं की.

स्वप्निल कुसाले के बारे में दिलचस्प ये है कि वो धोनी के बड़े फैन हैं. उन्होंने बताया कि शूटिंग में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्होंने धोनी से प्रेरणा ली है. कुसाले ने एक इंटरव्यू में बताया कि वो निशानेबाजी में किसी खास खिलाड़ी से मार्गदर्शन नहीं लेते. लेकिन अन्य खेलों में धोनी ही उनके फेवरेट हैं. कुसाले ने कहा कि शूटिंग में शांत रहना जरूरी है और धोनी की ये खूबी उन्हें खूब भाई. बड़ी बात ये है कि धोनी ने भी रलवे में बतौर टीसी अपने करियर की शुरुआत की थी और कुसाले भी सेंट्रल रेलवे में टीसी ही हैं. वैसे पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए कुसाले ने मनु भाकर से प्रेरणा ली. उन्होंने कहा कि मनु भाकर को देखकर उनका आत्मविश्वास जागा. उन्होंने कहा कि अगर मनु जीत सकती है तो वो भी जीत सकते हैं और हुआ भी ऐसा ही.

क्या आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों पर लग सकती है प्रतिबंध

नीलामी से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अपने मुख्यालय में फ्रेंचाइजी के मालिकों के साथ बैठक की। इस बैठक में फ्रेंचाइजी के मालिकों ने नीलामी, प्लेयर को रीटेन करने और राइट टू मैच आदि नियमों में बदलाव करने की मांग की। इस बीच फ्रेंचाइजियों ने बीसीसीआई से कुछ विदेशी खिलाड़ियों के खिलाफ एक्शन लेने का अनुरोध किया है। अगर बीसीसीआई फ्रेंचाइजियों की ये मांग मान लेता है तो आईपीएल से कुछ विदेशी खिलाड़ियों की छुट्टी हो सकती है।

इन खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग

क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार आईपीएल टीम के फ्रेंचाइजी मालिकों ने बीसीसीआई से उन खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की है जो फ्रेंचाइजियों का नुकसान करते हैं। आईपीएल की नीलामी में कई विदेशी खिलाड़ियों को ये टीमें खरीदती हैं, लेकिन ये विदेशी खिलाड़ी संस्करण शुरू होने से पहले अपना नाम वापस ले लेते हैं। इससे फ्रेंचाइजियों को काफी नुकसान होता है और नए सिरे से रणनीतियां तैयार करनी पड़ती है।

इस कारण छोड़ देते हैं संस्कण

आईपीएल के पिछले संस्करण में जेसन रॉय, एलेक्स हेल्स और वानिंदु हसरांगा जैसे खिलाड़ियों ने आईपीएल से अपना नाम वापस ले लिया था। हालांकि, इन्होंने आईपीएल छोड़ने का कारण अपनी चोट और फिटनेस को बताया था लेकिन माना जा रहा था कि इन खिलाड़ियों ने कम बोली लगने पर अपना नाम वापस लिया था।

इस वजह से भी लौट जाते हैं विदेशी खिलाड़ी

आईपीएल के दौरान कई बार अहम मैचों से पहले विदेशी खिलाड़ी अपनी टीम की ओर से खेलने के लिए स्वदेश लौट जाते हैं।

 ऐसे में इन खिलाड़ियों के चले जाने से टीम के प्रदर्शन पर भी काफी असर पड़ता है। फ्रेंचाइजियां इन तमाम खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग कर रही हैं ताकि जो भी आईपीएल में खेलने के लिए अपना नाम नीलामी में दे तो वो पूरा संस्करण टीम की बेंच के साथ शामिल रहे।

ऐसे में टीम रणनीति में भी कोई फर्क नहीं होगा। फ्रेंचाइजियों की इस मांग पर बीसीसीआई अगर फैसला ले लेता है तो विदेशी खिलाड़ियों पर इसका गहरा असर पड़ेगा। एक बार वह टूर्नामेंट छोड़ेंगे तो वह प्रतिबंध के दायरे में शामिल हो जाएंगे। इससे उन्हें तगड़ा नुकसान होगा।

लवलीना-पीवी सिंधु समेत इन एथलीट्स ने जगाई मेडल की उम्मीद,कैसा रहा भारत का प्रदर्शन?

पेरिस ओलंपिक का 5वां दिन समाप्त हो चुका है. भारतीय एथलीट्स ने पांचवे दिन बैडमिंटन, शूटिंग, बॉक्सिंग, घुड़सवारी, तीरंदाजी और टेबल टेनिस जैसों खेलों के अलग-अलग इवेंट्स में हिस्सा लिया. चौथे दिन कुछ मेडल गंवाने के बाद पेरिस ओलंपिक का 5वां दिन काफी मनोबल बढ़ाने वाला रहा. कई खिलाड़ियों ने प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल में एंट्री की, वहीं कुछ इवेंट्स में प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा. पीवी सिंधु, लक्ष्य सेन और लवलीना समेत कई इवेंट्स में मेडल की उम्मीदें जगी हैं. आइये विस्तार से जानते हैं ये दिन भारत के लिए कैसा गुजरा

बैडमिंटन में रहा शानदार प्रदर्शन

पांचवें दिन की शुरुआत पीवी सिंधु के मैच से थी. उन्होंने जीत के साथ भारत के लिए दिन का आगाज किया. महिला बैडमिंटन सिंगल्स में सिंधु ने एकतरफा जीत हासिल की. उन्होंने एस्टोनिया की शटलर कुबा को 21-5, 21-10 से हराया. इस धमाकेदार जीत के साथ पेरिस ओलंपिक में पीवी सिंधु ने मेडल की ओर एक कदम और बढ़ा लिया है. वो अब प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी हैं.

सिंधु के बाद लक्ष्य सेन ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया. उन्होंने इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी जीत हासिल की और प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाया. लक्ष्य के लिए ये एक बेहद मुश्किल मुकाबला था. जोनाथन क्रिस्टी को लक्ष्य सेन के लिए बड़ा खतरा थे. उनका रिकॉर्ड क्रिस्टी के खिलाफ बहुत खराब था. हालांकि, उन्होंने इसे खुद पर हावी नहीं होने दिया और मुकाबले को 21-18, 21-12 से जीत लिया. लक्ष्य के अलावा एचएस प्रणॉय ने भी अपना ग्रुप स्टेज मुकाबला जीता.

मेडल से एक कदम दूर लवलीना-स्वप्निल

महिला बॉक्सिंग 75 Kg कैटगरी में लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलंपिक के बाद पेरिस में भी मेडल की उम्मीद जगा दी है. उन्होंने राउंड 16 का मुकाबला जीतकर क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है. अब अगला बाउट जीतते ही उनके नाम एक मेडल पक्का हो जाएगा. राउंड 16 के मुकाबले में उन्होंने नॉर्वे की सुन्नीवा हॉफस्टैड को 5-0 से मात दी. लवलीना बोरगोहेन का क्वार्टर फाइनल मुकाबला 4 अगस्त को 3.02 बजे होगा. इस दौरान वो चीन की बॉक्सर ली कियान से भिड़ेंगी.

पेरिस ओलंपिक में भारत पहले ही दो मेडल अपने नाम कर चुका है. पांचवें दिन स्वप्निल कुसाले के धमाकेदार प्रदर्शन के बाद एक और मेडल की उम्मीद जगी है. भारतीय शूटर स्वपनिल कुसाले ने ओलंपिक के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशंस के फाइनल में एंट्री की. इस इवेंट के फाइनल में पहुंचने वाले वो पहले भारतीय बन गए हैं. क्वालिफिकेशन में स्वपनिल 7वें स्थान पर रहे. फाइनल में टॉप 8 निशानेबाजों को जगह मिली है. इसी इवेंट में भारत के एश्वर्य तोमर 9वें स्थान पर रहे और फाइनल में पहुंचने से चूक गए. फाइनल 1 अगस्त को दोपहर डेढ़ बजे होगा.

ये खिलाड़ी प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचे

महिला टेबल टेनिस सिंगल्स में एक ओर खुशखबरी मिली, वहीं दूसरी ओर दिल तोड़ने वाला रिजल्ट भी देखने को मिला. सबसे बड़ी खुशखबरी ये रही कि श्रीजा अकुला ने राउंड ऑफ 32 में 5वां गेम जीता और प्री क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया. मनिका बत्रा के बाद ऐसा करने वाली वो दूसरी भारतीय बन गई हैं. 26 साल की श्रीजा ने ये इतिहास अपने जन्मदिन पर रचा. राउंड ऑफ 32 में उन्होंने सिंगापुर की जेंग जियान को 4-2 से मात दी.

महिला तीरंदाजी के इंडिविजुअल इवेंट के दीपिका कुमारी प्री क्वार्टर फाइनल यानी राउंड 16 में पहुंच चुकी हैं. राउंड 32 में उन्होंने नीदरलैंड्स की क्विंटी रोफेन को 6-2 से हराया. इस मैच में उन्होंने एकतरफा जीत हासिल की है. प्री क्वार्टर फाइनल में उनका मुकाबला टोक्यो ओलंपिक की मेडलिस्ट जर्मनी की मिशेल क्रोपेन से होगा.भजन कौर ने क्वालिफाई किया है. उनके अलावा भजन कौर ने इस इवेंट में प्री क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है. इन दोनों का मुकाबला अब शनिवार 3 अगस्त को खेला जाएगा.

क्वार्टर फाइनल में भारतीय हॉकी टीम

भारतीय हॉकी टीम ने भी मेडल की ओर एक और कदम बढ़ा दिया है. टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ग्रुप बी से क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है. भारत को न्यूजीलैंड और आयरलैंड के खिलाफ जीत मिली थी. वहीं टीम ने अर्जेंटिना के खिलाफ ड्रॉ खेला था. अब इस ग्रुप में बेल्जियम ने ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया है. इससे भारत की टीम क्वार्टर फाइनल में चली गई है. ग्रुप स्टेज में भारत को अभी बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया के साथ एक-एक मैच खेलने हैं.

ये एथलीट्स पेरिस ओलंपिक से हुए बाहर

पेरिस ओलंपिक के 5वें दिन बिहार के जुमई विधानसभा से महिला विधायक श्रेयसी सिंह महिला शूटिंग के शॉटगन ट्रैप इवेंट से बाहर हो गईं. वो 2010, 2014 और 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए जीत चुकी हैं. हालांकि, पेरिस ओलंपिक में उन्हें कामयाबी नहीं मिली.

इसी इवेंट में उनके साथ हिस्सा लेने वाली राजेश्वरी कुमारी भी बाहर हो गई हैं. श्रेयसी सिंह 23वें स्थान, राजेश्वरी ने 22वें पर स्थान पर रहकर फिनिश किया. महिला टेबल टेनिस सिंगल्स के इवेंट में मनिका बत्रा को प्री क्वार्टर फाइनल में जापान की म्यू हिरानो के हाथों हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही वो पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने की रेस से बाहर हो गईं.

तीरंदाजी और रोविंग में भी निराशा

भारतीय घुड़सवार अनुश अग्रवाल घुड़सवारी के पहले स्टेज यानी क्वालिफायर राउंड से ही बाहर हुए. ग्रुप ई में वो 9वें स्थान पर रहे. हालांकि, पेरिस ओलंपिक से बाहर होने के बावजूद उन्होंने इतिहास रच दिया है. 24 साल के अनुश पहले भारतीय हैं, जिन्होंने इस खेल में ओलंपिक में हिस्सा लिया है.

उनके अलावा पुरुष तीरंदाजी के इंडिविजुअल इवेंट से तरूणदीप राय बाहर हुए. राउंड 64 में उन्हें ग्रेट ब्रिटन के टॉम हॉल के हाथों 6-4 से हार का सामना करना पड़ा. तरूणदीप से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. वहीं इस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले बलराज पंवार भी रोविंग के सेमीफाइनल मुकाबले से बाहर हो गए.

पेरिस ओलंपिक: छठे दिन भारत के पास है 3 मेडल जीतने का मौका, देखे यहां आज का पूरा शेड्यूल

पेरिस ओलंपिक 2024 में 5 दिनों बीत चुके हैं. भारत ने अब तक कुल दो मेडल हासिल किए हैं. ये दोनों ही मेडल ब्रॉन्ज थे, जिसे मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने शूटिंग में जीते. 5वें दिन भारत का एक भी मेडल मैच नहीं था. हालांकि, इस दिन भारतीय एथलीट्स ने शानदार प्रदर्शन किया. कई एथलीट्स ने प्री क्वार्टर फाइनल और क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है. ओलंपिक के छठे दिन भारतीय एथलीट्स 15 इवेंट्स में हिस्सा लेने वाले हैं. इनमें से दो इवेंट भारत के पास मेडल जीतने का मौका होगा. आइये जानते 1 अगस्त को भारत के खिलाड़ी किन मुकाबलों में अपनी दावेदारी पेश करने वाले हैं.

एथेलेटिक्स और शूटिंग में मेडल का मौका

भारत के लिए छठे दिन की शुरुआत एथलेटिक्स के खेल से होने वाली है. 11 बजे से पुरुष 20 किमी रेस वॉक में भारत की तरफ से आकाशदीप सिंह, परमजीत सिंह और विकास सिंह हिस्सा लेने वाले हैं. इसका मेडल मैच भी आज ही होना है, इसलिए अगर वो इस इवेंट में आगे के लिए क्वालिफाई करते हैं, तो उनके पास मेडल जीतने का सुनहरा मौका होगा. उन दोनों के अलावा प्रियंका गोस्वामी भी एक मेडल हासिल कर सकती हैं, क्योंकि वो इस खेल के महिला इवेंट में हिस्सा लेंगी, जो दोपहर 12.50 बजे आयोजित होगा. एथलेटिक्स के बाद स्वप्निल कुसाले के पास भारत के लिए मेडल जीतने का मौका होगा. वो पुरुष 50 मीटर राइफल 3 पोजिशंस के फाइनल में भाग लेंगे, जो दोपहर 1 बजे से खेला जाएगा

वहीं दोपहर 12 बजे से लक्ष्य सेन और एचएस प्रणॉय पुरुष बैडिमिंटन सिंगल्स में चुनौती पेश करेंगे. शुभांकर शर्मा और गगनजीत भुल्लर दोपहर 12:30 बजे से गोल्फ से क्वालिफिकेशन के पहले राउंड में हिस्सा लेंगे. क्वार्टर फाइनल में एंट्री कर चुकी भारतीय हॉकी टीम दोपहर 1.30 बजे ग्रुप स्टेज के मुकाबले में बेल्जियम से भिड़ेगी. इसके 1 घंटे बाद यानी दोपहर 2.30 बजे से निकहत जरीन महिला बॉक्सिंग में राउंड ऑफ 16 में चुनौती पेश करेंगी.

पीवी सिंधु और चिराग-सात्विक का भी मुकाबला

पुरुष तीरंदाजी के इंडिविजुअल इवेंट में प्रवीण जाधव राउंड ऑफ 64 में दोपहर 2.31 बजे शामिल होंगे. अगर वो इसे जीतते हैं तो 3.10 बजे वो इसका राउंड ऑफ 32 भी खेलेंगे. वहीं 3.30 बजे महिला शूटिंग के 50 मीटर राइफल 3 पोजिशंस के क्वालिफिकेशन राउंड में नजर आएंगी और 3.45 बजे विष्णु सरवनन पुरुष नौकायन में चुनौती पेश करेंगे. वहीं इस खेल के महिला इवेंट में नेत्र कुमानन शाम 7.05 बजे हिस्सा लेंगी. इन सभी के अलावा शाम को बैडमिंटन के दो बड़े मुकाबले होने हैं. एक में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी शाम 4.30 बजे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उतरेगी. वहीं रात 10 बजे से महिला बैडमिंटन के सिंगल्स में राउंड 16 मुकाबले के लिए पीवी सिंधु कोर्ट में मौजूद रहेंगी

दिग्गज क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ का निधन,PM मोदी ने भी जताया दुख

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और टीम इंडिया के कोच रहे अंशुमान गायकवाड़ का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. वो 71 साल के थे. अंशुमान गायकवाड़ पिछले काफी वक्त से ब्लड कैंसर से जूझ रहे थे और लंदन में उनका इलाज चल रहा था. लेकिन एक वक्त में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के घातक तेज गेंदबाजों का डटकर सामना करने वाला ये दिग्गज बल्लेबाज जिंदगी की जंग में हार गया. बीसीसीआई के सचिव जय शाह और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अंंशुमान गायकवाड़ के निधन पर दुख जताते हुए इसे भारतीय क्रिकेट के लिए सदमा बताया.

1970-80 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे अंशुमान गायकवाड़ का लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में ब्लड कैंसर का इलाज चल रहा था. इस इलाज में उनकी आर्थिक मदद के लिए पूर्व कप्तान कपिल देव और संदीप पाटिल जैसे उनके साथियों ने बीसीसीआई से अपील की थी. इसके बाद बीसीसीआई ने 14 जुलाई को गायकवाड़ के इलाज के लिए 1 करोड़ का ऐलान किया था.

मोदी-शाह ने जताया दुख

लंदन में इलाज के बाद पिछले महीने ही गायकवाड़ देश वापस लौटे थे और मुंबई के अपने घर में रह रहे थे. यहीं बुधवार 31 जुलाई को इस बीमारी से 71 साल की उम्र में उनका निधन हो गया. गायकवाड़ के निधन की खबर आते ही भारतीय क्रिकेट में मातम पसर गया. बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर उनके निधन पर शोक जाहिर किया. शाह ने गायकवाड़ के निधन को पूरे क्रिकेट के लिए दुखद बताते हुए उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

वहीं टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और अंशुमान गायकवाड़ की कोचिंग में खेल चुके सौरव गांगुली भी इस खबर से टूट गए. उन्होंने अपने ‘अंशु भाई’ के निधन की खबर को बेहद दुखद बताते हुए आत्मा की शांति की प्रार्थना की.

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 

अंशुमान गायकवाड़ के निधन से बेहद दुखी हो गए. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए अंशुमान गायकवाड़ को एक ‘गिफ्टेड प्लेयर’ और शानदार कोच बताया और कहा कि उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा.

कैसा रहा गायकवाड़ का करियर?

23 सितंबर 1952 को मुंबई में जन्मे अंशुमान गायकवाड़ ने 1974 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बाद 1985 तक उन्होंने भारत के लिए 40 टेस्ट मैच और 15 वनडे मैच खेले. गायकवाड़ ने इस 40 टेस्ट मैचों में 30 की औसत से 1985 रन बनाए, जिसमें 201 रन के हाई स्कोर के साथ 2 शतक और 10 अर्धशतक थे. पाकिस्तान के खिलाफ जालंधर टेस्ट में उन्होंने 201 रन की पारी खेली थी. वहीं 15 वनडे मैचों में उन्होंने 269 रन बनाए थे. अंशुमान घरेलू क्रिकेट में बड़ौदा के लिए खेलते थे. कुल मिलाकर उन्होंने 206 फर्स्ट क्लास मैचों में 41 की औसत से 12136 रन बनाए.

क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने टीम इंडिया की कोचिंग की जिम्मेदारी भी उठाई. वो 1998 में टीम इंडिया के हेड कोच बने थे और 2000 तक इस पद पर बने रहे थे. उनके कार्यकाल में ही अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ दिल्ली टेस्ट की एक पारी में सभी 10 विकेट हासिल किए थे. वहीं शारजाह में सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाते हुए भारत को कोका-कोला कप जिताया था. साथ ही 2000 की नॉक आउट ट्रॉफी में टीम इंडिया रनर-अप रही थी.

कब एक्शन में दिखेंगे नीरज चोपड़ा,जाने पूरा शेड्यूल

नीरज चोपड़ा 06 अगस्त को पेरिस ओलंपिक में एक्शन में दिखाई देंगे. नीरज 06 अगस्त को जैवलिन थ्रोअर इवेंट में भारत का प्रतिनिधत्व करेंगे. जैवलिन के ग्रुप-ए का क्वालीफिकेशन राउंड दोपहर में 1:50 बजे से शुरू होगा, जबकि ग्रुप-बी का क्वालीफिकेशन राउंड दोपहर में 3:20 बजे से शुरू होगा. 

अगर नीरज चोपड़ा क्वालीफिकेशन राउंड पार कर लेते हैं तो वह 08 अगस्त को फाइनल के लिए मैदान पर उतरेंगे. भारत एक बार फिर नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल की उम्मीद करेगा

कहां लाइव देख सकेंगे नीरज चोपड़ा का एक्शन?

ओलंपिक 2024 को भारत में टीवी पर स्पोर्ट्स 18 के ज़रिए लाइव प्रसारित किया जा रहा है. वहीं भारत में खेलों के महा कुंभ की लाइव स्ट्रीमिंग जियो सिनेमा के ज़रिए हो रही है. जियो सिनेमा पर आप सारा एक्शन फ्री में देख सकते हैं. नीरज चोपड़ा का एक्शन भी स्पोर्ट्स 18 और जियो सिनेमा पर देखने को मिलेगा. 

टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर जीता था गोल्ड

इससे पहले टोक्यो में हुए ओलंपिक खेलों में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था. नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया था. अब एक बार फिर नीरज से उम्मीद की जाएगी कि वह इतिहास दोहराएं और भारत की झोली में गोल्ड डालें.

बॉयफ्रेंड के साथ रात में घूमने जाना इस खिलाड़ी को पड़ा महंगा, पेरिस ओलंपिक से किया बाहर

पेरिस ओलंपिक से एक महिला एथलीट को इसलिए बाहर कर दिया गया क्योंकि वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ रात में ओलंपिक्स विलेज के बाहर घूमने चली गई. हम बात कर रहे हैं ब्राजील की महिला तैराक एना कैरोलिना विएरा की, जिनका पेरिस ओलंपिक में सफर थम चुका है. एना कैरोलिना विएरा को ब्राजील ओलंपिक समिति ने ओलंपिक्स 2024 से बाहर कर दिया गया है. हालांकि, उन पर ये कार्रवाई नहीं होती अगर वो इजाजत लेकर ओलंपिक्स विलेज के बाहर गईं होती. लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया. उलटे जब ओलंपिक्स विलेज में वापस लौटीं तो इस बारे में पूछने वाले कोच पर ही भड़क उठीं.

अब एक तो चोरी, ऊपर से सीनाजोरी. ऐसे में मामला ब्राजील ओलंपिक समिति के पास पहुंचा. जिसने बिना वक्त लिए ही कैरोलिना को पेरिस ओलंपिक से बाहर करने का फैसला कर लिया.

ब्राजील की महिला स्विमर पेरिस ओलंपिक से बाहर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्राजील के महिला तैराक से जुड़ी ये घटना 26 जुलाई की है. इसके अगले दिन ही एना कैरोलिना को 4×400 मीटर फ्री स्टाइल रिले इवेंट में शिरकत करना था. उन्होंने मैच में हिस्सा लिया, जहां उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. वो 12वें स्थान पर रहीं.

बॉयफ्रेंड पर नहीं हुई कार्रवाई

एना कैरोलिना की तरह उनके ब्रियल सैंटोस भी पेरिस ओलंपिक में ही ब्राजील का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वो भी पुरुष टीम के 4×100 फ्रीस्टाइल इवेंट में नहीं जीत सके. हालांकि, उन पर कैरोलिना जैसी सख्त कार्रावाई नहीं हुई क्योंकि उन्होंने माफी मांग ली थी. एना कैरोलिना को लेकर स्विमिंग टीम के हेड गुस्तावो ओत्सुका ने ब्राजील ओलंपिक समिति से की थी. गुस्तावो ओत्सुका ने बताया कि कैरोलिना ने टीम लीड के टेक्निकल फैसले पर भी सवाल खड़ा किया था.

कैरोलिना पर कार्रवाई के बाद ब्राजील स्विमिंग टीम के हेड गुस्तावो ओत्सुका ने एक अलग से बयान जारी और कहा कि हम ब्राजील के 20 करोड़ टैक्सपेयर की तरफ से खेलने आए हैं. हम यहां छुट्टी मनाने नहीं आए हैं. साफ है कि टीम के लिए खेल और अनुशासन पहले हैं और बाकी चीजें बाद में.

एशियन क्रिकेट काउंसिल के नए अध्यक्ष के रूप में जय शाह की जगह लेगा कौन,जाने

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह साल 2021 से एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने पिछले कई समय से पूरे एशिया में क्रिकेट के लिए बेहतर काम कर रहे हैं. लेकिन उनका कार्यकाल इस साल के अंत में खत्म होने जा रहा है. ऐसे में एशियन क्रिकेट काउंसिल के नए अध्यक्ष के रुप में जय शाह की जगह कौन लेगा इसको लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है. इस रेस में पाकिस्तान का एक दिग्गज सबसे आगे चल रहा है.

ACC को मिलने वाला है नया अध्यक्ष

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एसीसी का नया अध्यक्ष मोहसिन नकवी को बनाया जा सकता है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष नकवी को रोटेशन नीति के तहत एसीसी का नया अध्यक्ष बनाए जाने की तैयारी है. बता दें, हाल में एसीसी की बैठक में अध्यक्ष पद के मामले पर चर्चा हुई थी जिसमें नकवी अगले अध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं. एसीसी इस साल के अंत में बैठक करेगी, जहां इस मुद्दे पर फैसला सुनाया जा सकता है.

जय शाह जनवरी 2021 में सबसे पहले एसीसी के चेयरमैन बने थे. उन्होंने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजमुल हसन की जगह ये पद संभाला था. इसके बाद इसी साल की शुरुआत में जय शाह को कार्यकाल के लिए एक साल का एक्सटेंशन मिला था. वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने फरवरी 2024 में ही सैयद मोहसिन रजा नकवी को तीन साल के कार्यकाल के लिए अपना अध्यक्ष नियुक्त किया था.

जय शाह के कार्यकाल में दो सफल टूर्नामेंट

जय शाह के कार्यकाल में एसीसी ने 2022 में टी20 फॉर्मेट में और 2023 में वनडे फॉर्मेट में एशिया कप का सफलतापूर्वक आयोजन किया, जिससे प्रमुख क्रिकेट आयोजनों की मेजबानी में एशिया की क्षमता का प्रदर्शन हुआ. इसके अलावा हाल ही में अगले दो एशिया कप की मेजबानी पर भी बड़ी खबर आई है. 2025 पुरुष एशिया कप की मेजबानी भारत करेगा. ये टूर्नामेंट 20 ओवर के फॉर्मेट में खेला जाएगा. जिसमें 6 टीमें हिस्सा लेंगी. वहीं, 2027 का एशिया कप बांग्लादेश की मेजबानी में होगा. 2027 का एशिया कप वनडे फॉर्मेट में ही होगा.

हार्दिक पंड्या को प्लेइंग-11 से भी किया बाहर

टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या के लिए ये महीना बिल्कुल भी अच्छा नहीं रहा है. टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने के बावजूगद हार्दिक को टीम इंडिया की कप्तानी की दौड़ से बाहर कर दिया गया. नए कोच गौतम गंभीर ने अपनी पहली ही सीरीज में इस बड़े फैसले में अहम भूमिका निभाई थी. अब सीरीज के आखिरी मैच से भी हार्दिक को बाहर कर दिया गया है. पल्लेकेले में खेले जा रहे आखिरी टी20 मैच की प्लेइंग इलेवन में हार्दिक को जगह नहीं दी गई, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया.

मंगलवार 30 जुलाई को सीरीज के आखिरी मैच में भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव टॉस हार गए और टीम इंडिया को पहले बैटिंग के लिए उतरना पड़ा. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस के दौरान प्लेइंग इलेवन पर जो खबर सुनाई वो थोड़ा चौंकाने वाली साबित हुई. सूर्या ने बताया कि इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में 4 बदलाव किए गए हैं, जिसमें हार्दिक पंड्या को इस मैच से बाहर कर दिया गया. उनके अलावा ऋषभ पंत, अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल को भी इस मैच के लिए जगह नहीं दी गई.

अब सवाल ये है कि कोच और कप्तान ने ऐसा क्यों किया? इसका जवाब सीरीज के नतीजे में हैं. टीम इंडिया ने पहला और दूसरा मैच जीतने के साथ ही सीरीज पर कब्जा कर लिया था. ऐसे में सीरीज के इस आखिरी मैच में सीनियर खिलाड़ियों को रेस्ट देने के साथ ही स्क्वॉड के बाकी खिलाड़ियों को भी मैच प्रैक्टिस देने का मौका था. इसलिए गंभीर और सूर्या ने मिलकर इन 4 खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन से बाहर करते हुए शुममन गिल, शिवम दुबे, खलील अहमद और वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने का फैसला किया.

हार्दिक को आराम देना कितना सही?

देखा जाए तो ये फैसला सही लगता है क्योंकि इससे बाकी खिलाड़ियों को भी खेलने का मौका मिलेगा. अर्शदीप, पंत और अक्षर के मामले में बात समझ आती है लेकिन हार्दिक को इस मैच से रेस्ट देना सवाल खड़े करने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि वो इस दौरे पर सिर्फ टी20 सीरीज का ही हिस्सा हैं और वनडे सीरीज में वो नहीं खेलेंगे. वहीं पंत, अक्षर और अर्शदीप वनडे सीरीज का हिस्सा हैं. ऐसे में हार्दिक को आखिरी मैच में भी खिलाया जा सकता था. उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में आए शिवम दुबे भी वनडे सीरीज का हिस्सा हैं, जहां उन्हें हार्दिक की गैरहाजिरी में मौका मिलना लगभग तय ही है. ऐसे में हार्दिक को प्लेइंग इलेवन से बाहर करना सवाल खड़े करता है.

ऐसी है भारत की प्लेइंग 11

सूर्यकुमार यादव (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, संजू सैमसन (विकेटकीपर), रिंकू सिंह, शिवम दुबे, रियान पराग, वॉशिंगटन सुंदर, खलील अहमद, रवि बिश्नोई और मोहम्मद सिराज

श्रीलंका से सीरीज जीतते ही सूर्यकुमार यादव ने दिया बड़ा बयान

भारत ने श्रीलंका से तीसरा और आखिरी T20 भी रोमांचक अंदाज में जीत लिया. इसी के साथ टीम इंडिया ने श्रीलंका दौरे पर खेली T20 सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया है. 3 T20 की सीरीज में मिली 3-0 की जीत के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव का दिया बयान चर्चा में हैं. उन्होंने पोस्ट मैच प्रजेन्टेशन के दौरान कहा कि वो कप्तान नहीं बनना चाहते. सवाल है क्यों? सूर्या ने ऐसा क्यों कहा? उनके इस बयान का मतलब क्या है? सूर्यकुमार यादव को श्रीलंका दौरे से पहले ही टीम इंडिया का नया T20 कप्तान बनाया गया है.

सूर्यकुमार यादव ने फिर वही बात दोहराई

जाहिर है अगर पूरी सीरीज में टीम के बेजोड़ प्रदर्शन के बाद अगर उसका कप्तान इस तरह का बयान देगा तो अचरच तो होगा ही. लेकिन, सूर्यकुमार यादव के मामले में हैरान होने जैसी कोई चीज नहीं है. क्योंकि, ये कोई पहली बार नहीं जब उन्होंने ऐसा बयान दिया है. वो कप्तान नहीं बनना चाहते, इस तरह की बातें उन्होंने श्रीलंका से T20 सीरीज के शुरू होने से पहले भी कही थी. सीधे शब्दों में कहें श्रीलंका से सीरीज जीतने के बाद उन्होंने अपने पुराने बयान को ही दोहराया है.

सूर्यकुमार क्यों कप्तान नहीं बनना चाहते?

दरअसल, सूर्यकुमार यादव ने जो कहा है उसके भाव अच्छे हैं. उसके पीछे ऐसा कुछ भी नहीं जिससे टीम इंडिया को झटका लग सकता है या फिर नुकसान पहुंच सकता है. अब सबसे पहले तो भारत के T20 कप्तान सूर्यकुमार यादव का वो पूरा बयान सुन लीजिए, जो उन्होंने श्रीलंका से सीरीज जीतने के बाद फिर से दिया है. और, फिर जानेंगे कि उसके पीछे की वजह क्या है?

कप्तान नहीं, लीडर है बनना- सूर्या

सूर्यकुमार यादव ने कहा कि वो कप्तान नहीं बनना चाहते. वो लीडर बनना चाहते हैं. उन्होंने ऐसा कहते हुए ये भी बताया कि इस तरह के बयान वो सीरीज शुरू होने से पहले भी दे चुके हैं. सूर्यकुमार यादव के इस बयान के पीछे की वजह है टीम इंडिया के खिलाड़ियों का प्रदर्शन और ड्रेसिंग रूम का माहौल. सूर्या ने माना कि खिलाड़ियों की काबिलियत और आत्मविश्वास के चलते उनका काम आसान हो गया है. उन्हें बस उनकी क्षमताओं का सही इस्तेमाल करते रहना है. उन्होंने कहा कि वो ड्रेसिंग रूम के माहौल से खुश हैं, जहां हर खिलाड़ी एक-दूसरे के प्रदर्शन का जश्न मना रहा है.

साफ है कि सूर्या जो बताने की कोशिश कर रहे हैं, उसे अमलीजामा पहनाना बगैर लीडर बने संभव नहीं है. लीडर फ्रंट से लीड करता है और ये काम सूर्यकुमार यादव तीसरे T20 में आखिरी ओवर डालकर गेंद से करते दिखे तो पूरी सीरीज में अपने बल्ले से, जिसके लिए वो प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुने गए.