बिहार के तीन जिलों को मिले 27 थाने, बेगूसराय, बक्सर और मुजफ्फरपुर को मिली सौगात

डेस्क: अपराध नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था को बेहतर करने के लिए ओपी (आउटपोस्ट) को पुलिस थानों में अपग्रेड करने का सिलसिला जारी है। गृह विभाग ने हाल ही में ओपी से अपग्रेड हुए 27 नवसृजित थानों से जुड़ी अधिसूचना जारी की है। इन सभी थानों का क्षेत्राधिकार तय कर दिया गया है।

बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और बक्सर को मिले नए थाने

जिन थानों का क्षेत्राधिकार तय किया गया है, उनमें बेगूसराय का रिफाईनरी थाना, छौड़ाही थाना, लाखो थाना, सिंघौल थाना, लोहियानगर थाना, रतनपुर थाना, एफसीआइ थाना, परिहारा थाना, चकिया थाना, गढ़हारा थाना और मंझौल थाना शामिल हैं।

इसके अलावा मुजफ्फरपुर का जैतपुर थाना, बरियारपुर थाना, हत्था थाना, फकुली थाना, तुर्की थाना, पानापुर थाना, बेनीबाद थाना और सिकंदरपुर थाना का भी क्षेत्र तय किया गया है।

वहीं, बक्सर का चक्की, नैनीजोर, रामदास राय का डेरा थाना, नया भोजपुर थाना, वासुदेवा थाना, कृष्णाब्रह्म थाना, तिलक राय का हाता थाना और सोनवर्षा थाने का भी क्षेत्र तय कर अधिसूचना जारी की गई है। गृह विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है।

पुलिस मुख्यालय के अनुसार, थानों में अपग्रेड किए गए ओपी पहले किसी थाने से जुड़े थे और उसके अंतर्गत ही काम करते थे। यहां पुलिस पदाधिकारी और सिपाही तो होते थे मगर प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाती थी।

थानों में अपग्रेड होने के बाद यहां प्राथमिकी तो दर्ज होगी ही, पुलिसकर्मियों की संख्या और संसाधन भी बढ़ेंगे। डायल-112 सेवा को भी इन थानों से टैग किया जाएगा। मालूम हो कि राज्य में हाल ही में 176 ओपी को थानों में अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है। इनके गठन के बाद राज्य में थानों की कुल संख्या 1242 हो गई है।

मोतिहारी में भीषण गर्मी से छठी क्लास के छात्र की मौत, स्कूल में की थी सीने में दर्द की शिकायत

डेस्क: मोतिहारी में भीषण गर्मी से छठी क्लास के छात्र की मौत होने की सूचना मिली है. मामला अरेराज अनुमंडल क्षेत्र के बीआरसी अरेराज राजकीय मध्य विद्यालय का है. बताया जा रहा है कि शुक्रवार की दोपहर में लंच के बाद छात्र ने आइसक्रीम खरीद कर खाया जिसके बाद छात्र के सीने में तेज दर्द हुआ. प्रभारी प्रधानाध्यापक ने उसे नजदीकी निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. अस्पताल के डॉक्टर ने छात्र को मृत घोषित कर दिया. इस घटना की सूचना पर छात्र के परिजन अस्पताल पहुंचे. वहीं, मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

वहीं, घटना के बाद प्रभारी प्रधानाध्यापक ने स्कूल के बच्चों की छुट्टी कर दी. मृतक छात्र की पहचान सोनेलाल साह के पुत्र रवि राज के रूप में हुई है. स्कूल के एक छात्र ने बताया टिफिन के समय रवि राज ने आइसक्रीम खाया था जिसके बाद उसे तेज दर्द होने लगा था. इसकी शिकायत उसने की थी.

इस मामले को लेकर अरेराज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुधा कुमारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भीषण गर्मी के कारण रवि राज की तबीयत बिगड़ी जिसका इलाज कराने के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर ने छात्र को मृत घोषित कर दिया. उसकी जान नहीं बच सका.

मृतक छात्र रवि राज की मां ने विद्यालय प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बेटे की तबीयत स्कूल में बिगड़ी है. उसके बेटे का इलाज स्कूल वालों ने नहीं कराया. बर्फ का गोला खाने उसके बेटे की तबीयत बिगड़ी थी और मौत हो गई. वहीं, इस घटना के बाद शिक्षा विभाग के प्रशासन में हड़कंप मच गया है.

बिहार में मानसून हुआ कमजोर, आने वाले तीन से चार दिनों में बारिश की संभावना नहीं के बराबर

डेस्क: प्रदेश में मानसून के कमजोर होने का असर उत्तर बिहार के मौसम पर पड़ने लगा है। आने वाले तीन से चार दिनों में बारिश की संभावना नहीं के बराबर है। ऐसे में उमस भरी गर्मी का दौर जारी रहेगा। इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है।

पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले तीन से चार दिनों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। वहीं अगले चार से पांच दिनों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।

तापमान 33-35 डिग्री सेल्सियस के बीच होगा। न्यूनतम तापमान 26-28 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। इस अवधि में पुरवा चलेगी। इसकी रफ्तार 15 किमी प्रति घंटे हो सकती है।

वरीय मौसम विज्ञानी डा. ए सत्तार ने बताया कि मानसून के कमजोर पड़ने के कारण बारिश की संभावना में कमी आई है। इस कारण उमस और गर्मी का दौर जारी रहेगा। कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है।

दूसरी ओर शुक्रवार को उमस भरी गर्मी से बेचैनी रही। धूप की तेजी के कारण त्वचा के जलन का एहसास हो रहा था। शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर ट्रैफिक लाइट को पार करने के समय में इंतजार में खड़े लोग गर्मी और उमस से त्रस्त नजर आए।

दूसरी ओर किसानों के लिए मौसम विभाग की ओर से जारी किए गए सुझाव में कहा गया है कि आने वाले दिनों में बारिश की संभावना काफी कम है। ऐसे में किसान निचले इलाके वाले खेतों में धान की रोपनी करें।

साथ ही अरहर, मिर्च और प्याज की रोपाई के लिए यह समय सबसे बेहतर है। आम, लीची और केला की रोपाई के लिए यह मौसम काफी उपयुक्त है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड

MLC सुनील सिंह की सदस्यता खत्म किए जाने पर गरमाई प्रदेश की सियासत, राजद ने इसे बताया लोकतंत्र की हत्या

डेस्क : राजद के बिहार विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह को आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिमिक्री करना भारी पड़ गया। आज शुक्रवार को उनके बिहार विधान परिषद की सदस्यता समाप्त कर दी गई। उनके खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस पर आचार समिति ने अपनी रिपोर्ट सभापति को सौपी दी थी जिसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनके निलंबन को लेकर आदेश जारी किया। 

वहीं इस मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमा हई है। राजद नेता आज के दिन को लोकतंत्र की हत्या और काला अध्याय के रुप में बता रहे हैं।

सभापति के इस फैसले से राबड़ी देवी सहित राजद पार्टी गुस्से में है। राबड़ी देवी ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताई है। उन्होंने कहा कि है लोकतंत्र की हत्या हुई है, काला अध्याय है। इसे इतिहास में लिखा जाएगा। बता दें राजद के निलंबित एमएलसी सुनील सिंह राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई हैं। राबड़ी देवी उन्हें राखी भी बांधती हैं। 

वहीं अपनी सदस्यता जाने पर राजद के निलंबित एमएलसी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने नीतीश सरकार के ऊपर अपनी भड़ास निकाली है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार उनको चुप्प कराना चाहते हैं तो उनके पास एक ही रास्ता है कि वो उनको गोली मारवा दें। 

अपनी सदस्यता जाने पर निलंवित एमएलसी सुनील सिंह ने कहा कि, लोकतंत्र के मंदिर में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है, और यह पूर्व नियोजित रिजल्ट है। यह चौंकाने वाला नहीं है। इसकी पटकथा एक अन्य मार्ग में 19 अप्रैल के पहले ही तैयार कर दी गई थी और यह तय कर दिया गया था कि आप लोग जाइए इस कार्य को अंजाम दीजिए, नियम क्या कहता है इससे कोई लेना-देना नहीं है, प्रक्रिया से कोई लेना देना नहीं है।  

उन्होंने कहा कि, एक को उपसभापति बनाने और दूसरे को लोकसभा का टिकट देने का लोभ दिया गया। उसी के तहत नियम के खिलाफ जाकर, सारे नियमों की धज्जि उड़ाकर आज हमारी सदस्यता ले ली गई है। आपने ये भी देखा होगा कि सभापति से मैंने अनुरोध किया, नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने भी डिमांड किया कि हमें हमारा पक्ष रखने का समय दीजिए.. लेकिन दो मिनट का भी समय नहीं दिया गया। इस तरह के कृत्य में जो शामिल हैं उन्हें भी पता है कि नियम विरुद्ध कार्रवाई हुई, सदन का एक एक ईंट इस बात को बोल रहा है कि सुनील सिंह के खिलाफ नियम विरुद्ध कार्रवाई हुई है। एक एक स्टॉफ से बात करिए सब इसको गलत कहेंगे, यह नियमावली और संवैधानिक पद का उलंघन हैं, और यह इस दिन के काला अध्याय के रुप में शामिल होगा।

दरभंगा में प्रस्तावित जमीन पर ही बनेगा एम्स, केन्द्र सरकार ने दी मंजूरी

डेस्क : बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। दरभंगा में एम्स का निर्माण शोभन स्थित बायपास के पास स्थित प्रस्तावित जमीन पर ही होगा। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने इसकी मंजूरी दे दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर जल्द से जल्द भूमि को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। राज्यसभा सांसद संजय झा ने इसकी जानकारी दी है।

जेडीयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्य सभा सांसद संजय झा ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है, “हमें शेयर करते हुए खुशी है कि दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए राज्य सरकार द्वारा शोभन-एकमी बाईपास के निकट प्रस्तावित भूमि का सर्वेक्षण करने 18-19 मार्च 2024 को दरभंगा आई केंद्र सरकार की तकनीकी टीम ने अपनी रिपोर्ट में उक्त भूमि को एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त बताया है। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रस्तावित भूमि पर एम्स के निर्माण को मंजूरी दे दी है”।

उन्होंने आगे लिखा, “इस मंजूरी के लिए मैं आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जेपी नड्डा डी तथा मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के प्रति अपनी ओर से तथा संपूर्ण मिथिलावासियों की ओर से कोटि-कोटि आभार प्रकट करता हूं। हमें विश्वास है, दरभंगा में एम्स का निर्माण अब जल्द शुरू होगा”।

जेडीयू के कार्यकारी अक्ष्यक्ष ने लिखा, “प्रस्तावित भूमि पर एम्स निर्माण की मंजूरी मिल जाने के बाद, राज्य सरकार अब जल्द ही संपूर्ण भूमि (150 एकड़ से अधिक) केंद्र को नि:शुल्क हस्तांतरित कर देगी। साथ ही, अपने संसाधनों से उक्त स्थल पर बिजली और पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने तथा वहां तक फोर लेन कनेक्टिविटी देने के लिए भी जरूरी कदम उठाएगी”।

विधान परिषद में अपनी ही सरकार के खिलाफ जदयू-बीजेपी का हल्ला बोल, इस विभाग में बड़े घोटाले का लगाया आरोप

डेस्क : बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र के आज अंतिम दिन की कार्रवाई दोनो ही सदनो में हंगामेदार रही। विधानसभा में जहां विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसकी वजह से विधान सभा अध्यक्ष को सख्त चेतावनी देनी पड़ी। वहीं विधान परिषद में सत्ताधारी जदयू और बीजेपी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। 

दरअसल बिहार का शिक्षा विभाग आए दिन अलग अलग कारणों से सुर्खियों में बना रहता है। इसमें शिक्षा विभाग द्वारा हाल के समय में स्कूलों में पठन-पाठन से जुडी सामग्री की आपूर्ति और ढांचागत निर्माण के कार्यों में घोटाले के कथित आरोप से जुड़े मामले शामिल रहे हैं। इसी को लेकर आज शुक्रवार को बिहार विधान परिषद में एनडीए के सदस्यों ने अपनी ही सरकार को घेर लिया। भाजपा और जदयू के एमएलसी एक साथ सदन में शिक्षा विभाग के कथित घोटालों की पोल खोलने लगे। विधान मंडल के मानसून सत्र में शिक्षा विभाग के कथित भ्रष्टाचार को लेकर कई तरह के मौखिक आरोप लगाए गए। 

जदयू के संजीव कुमार ने शिक्षा विभाग में बड़ा घोटाले होने का आरोप लगाया। संजीव कुमार सिंह ने कहा कि 100 रुपए का बैग 1200 रुपए में, 2000 हजार का बैंच डेस्क को 5000 हजार में आपूर्ति किया गया। यही नहीं कई और बड़ा घोटाले किया गया है। उन्होंने स्कूलों में बोरिंग सहित ऐसे कई अन्य व्यवस्था में धांधली को लेकर आरोप लगाए। वहीं भाजपा के नवल किशोर यादव ने भी शिक्षा विभाग में कई किस्म के भ्रष्टाचार के आरोप की बात कही।

सदस्यों की शिकायतों पर शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने आश्वान दिया कि सदस्यों द्वारा जिन मुद्दों को सदन में उठाया गया है उस पर विभाग गंभीर है। इस पर कार्रवाई की जा रही है। हालांकि भाजपा के नवल किशोर यादव ने एक उच्च स्तरीय समिति से इसकी जाँच की मांग की। इसे लेकर फ़िलहाल शिक्षा मंत्री ने कुछ भी आश्वासन नहीं दिया।

बड़ी खबर : राजद MLC सुनील सिंह को सीएम नीतीश का मिमिक्री करना पड़ा भारी, विधान परिषद से किए गए निलंबित

पटना : राजद के बिहार विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह को आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मिमिक्री करना भारी पड़ गया। आज शुक्रवार को उनके बिहार विधान परिषद की सदस्यता समाप्त कर दी गई। उनके खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मिमिक्री करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस पर आचार समिति ने अपनी रिपोर्ट सभापति को सौपी दी थी जिसके बाद सभापति अवधेश नारायण सिंह ने उनके निलंबन को लेकर आदेश जारी किया। 

दरअसल पिछले सत्र के दौरान सदन में सुनील सिंह ने सीएम नीतीश को लेकर अभद्र आचरण किया था। इसी के बाद भीष्म सहनी ने इसकी शिकायत की थी। आचार समिति ने इस पर कुल 5 बैठके की जिसमें चार बार सुनील सिंह नहीं पहुंचे। वहीं उनके खिलाफ समिति ने अपनी रिपोर्ट में उनके आचरण को उचित नहीं पाया और उनकी सदस्यता समाप्त करने की अनुशंसा की गई। समिति ने अपनी 112 पन्नों की रिपोर्ट दी। समिति के प्रतिवेदन कल ही सदन में रख दिया गया था, जिसपर आज मुहर लगनी थी और आज अंतिम मुहर लगा दिया गया। 

इसके पहले बिहार विधान परिषद में शुक्रवार को राजद एमएलसी काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन किए। राजद एमएलसी और नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी के मुंहबोले भाई सुनील सिंह की विधान परिषद सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर की जा रही कार्रवाई के विरोध में काला बिल्ला लगाया गया। राबड़ी देवी ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कहा कि यह बदले की कार्रवाई है। सदन नई प्रकार की परम्परा की शुरुआत कर रहा है जो उचित नहीं है। राबड़ी देवी ने कहा कि इतिहास को बदला जा रहा है। इसलिए काला बिल्ला लगाकर हम लोग विरोध करने पहुंचे हैं। राजद के काला बिल्ला विरोध पर अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह ने कहा कि सदन कोई नई परम्परा शुरू नहीं कर रहा है। पहले भी सदस्यों की सदस्यता गई है।

बिहार विधान मंडल मॉनसून सत्र : विपक्ष के हंगामे पर गुस्से से लाल हुए विधान सभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, दी यह सख्त चेतावनी

पटना : बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के आज शुक्रवार को अंतिम दिन की कार्यवाही भी विपक्ष के भारी हंगामे और शोरगुल के साथ शुरू हुआ। सदन की कार्यवाही आज शुक्रवार को जैसे ही शुरू हुई विपक्षी विधायकों ने फिर से शोर गुल करना शुरू कर दिया। कांग्रेस माले और राजद विधायकों ने विशेष राज्य की मांग उठाई। हालांकि सदन में प्रश्न काल का समय था लेकिन विपक्षी सदस्यों का भारी हंगामा शुरू हो गया। 

सदन की व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्पीकर नंदकिशोर यादव ने कहा कि प्रश्न काल चलने दीजिए। लेकिन विपक्षी सदस्यों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और वे पोस्टर लहराने लगे। नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायक वेल में पहुंच गए। 

राजद सहित विपक्षी दलों के विधायकों के भारी हंगामे पर स्पीकर नंद किशोर यादव जोरदार गुस्से में दिखे। खासकर राजद विधायक कामरान को स्पीकर ने सख्त चेतावनी दी। दरअसल, हंगामा कर रहे राजद विधायक टेबल उठाने की बात कर रहे थे। इस पर स्पीकर ने तुरंत सख्ती दिखाई और राजद विधायक को स्पीकर ने चेताते हुए कहा कि हिम्मत है तो टेबल उठाइए, धमकी देते हैं की टेबल उठाएंगे, हिम्मत है तो उठाइए, तुरंत बाहर कर देंगे। आपकी अराजकता बर्दास्त नहीं करेंगे। सीधे बाहर कर देंगे। जिस दौरान स्पीकर ने अपना गुस्सा दिखाया उस समय कामरान टेबल उठाने की कोशिश कर रहे थे,इसी पर स्पीकर गुस्से में लाल हो गए।

वहीं स्पीकर की धमकी के बाद विपक्षी विधायक सहम गए। कुछ अपनी सीट पर चले गए। इस दौरान स्पीकर ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से कहा,आप आसान पर रहे हैं, अपने सदस्यों को बिठाइए। नंद किशोर यादव के तल्ख तेवर के बाद डरे विधायक अपनी सीट पर गए। हालांकि वेल में आकर कुछ सदस्य उसके बाद भी हंगामा करने लगे। इस पर बार बार स्पीकर ने सदस्यों को चेतावनी दी कि वे अपनी सीट पर जाएं। इस तरह से उनकी बातें नहीं सुनी जाएगी।

जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन के निधन पर सीएम नीतीश ने जताया गहरा शोक, पार्टी और समाज के लिए बताया अपूर्णिय क्षति*

डेस्क : जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता तथा इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन का गुरुवार को दिल्ली में आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर के बाद राजनीतक और सामाजिक क्षेत्र में शोक का लहर व्याप्त है। इधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजीव रंजन के असामयिक निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि श्री राजीव रंजन एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति एवं उनके परिजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बता दें कि राजीव रंजन सिंह की गिनती सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी लोगों में की जाती थी। यही कारण है नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। राजीव रंजन सिंह इस्लामपुर के पूर्व विधायक थे। साथ ही पिछले साल ही नीतीश कुमार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता बनाया था।
बिहार बीजेपी में बड़ा बदलाव, मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल को बनाया गया प्रदेश अध्यक्ष*

डेस्क : बिहार बीजेपी में बड़ा बदलाव हुआ है। पार्टी ने बिहार के प्रदेश अध्यक्ष को बदल दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वैश्य समाज से आने वाले दिलीप जायसवाल को सम्राट चौधरी की जगह प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी है। सम्राट को करीब 16 माह पहले 23 मार्च 2023 को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। गुरुवार देर रात राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की ओर से गुरुवार देर रात जारी पत्र की जानकारी एमएलसी संजय मयूख ने मीडिया को दी। दिलीप जायसवाल के पिछले दिनों आलाकमान से मुलाकात के बाद से ही उन्हें बिहार की कमान सौंपने के कयास लगाये जा रहे थे। 61 वर्षीय डॉ. जायसवाल को गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है। खगड़िया के मूल निवासी दिलीप जायसवाल पूर्णिया अररिया, किशनगंज क्षेत्र से तीसरी बार विधान पार्षद हैं। कई वर्षों तक वह प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष रहे। अभी सिक्किम के प्रभारी हैं। डॉ. जायसवाल को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप कर पार्टी ने बड़ी सधी चाल चली है। अति पिछड़ा वोट बैंक को साधने के साथ पार्टी ने अपने कोर वोटर का ख्याल रखा है। कुशवाहा समाज से आने वाले सम्राट के ठीक पहले संजय जायसवाल भी प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। दिलीप जायसवाल के प्रदेश अध्यक्ष बनने के साथ ही उनका मंत्री पद छोड़ना तय है।