यूपी में नौ आईएएस व पांच पीसीएस अधिकारियों का तबादला,आईएएस प्रेरणा सिंह को ग्रेटर नोएडा अथारिटी की एसीईओ नियुक्त 
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश में आईएएस व आईपीएस का तबादला जारी है। इसी क्रम में नौ आईएएस व पांच पीसीएस अफसरों के तबादले कर दिए गए हैं। कानपुर नगर और फिरोजबाद के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) बदले गए हैं। आईएएस सुधीर कुमार  नगर आयुक्त कानपुर नगर बनाया गया है वो अभी तक सीडीओ कानपुर नगर थे। आईएएस दीक्षा जैन सीडीओ कानपुर नगर बनाया गया है अभी तक वह सीडीओ फिरोजबाद थीं।
आईएएस शत्रुघ्न बैश्य सचिव कानपुर विकास प्राधिकरण कानपुर नगर को सीडीओ फिरोजाबाद बनाया गया है। आईएएस प्रेरणा सिंह को ग्रेटर नोएडा अथारिटी की एसीईओ नियुक्त किया गया है। इसी तरह आईएएस शिव प्रसाद को प्रबन्ध निदेशक अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम बनाया गया है वह अभी तक विशेष सचिव विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी के पद पर कार्यरत थे।

आईएएस डॉ कंचन शरण अपर आयुक्त अलीगढ़ मंडल को अपर आयुक्त आगरा मंडल बनाया गया है। आईएएस अरुण कुमार अपर आयुक्त बरेली मंडल को अपर आयुक्त अलीगढ़ मंडल बनाया गया है। इसी तरह शीलधर सिंह यादव अपर आयुक्त लखनऊ मंडल को विशेष सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। आईएएस रणविजय यादव अपर आयुक्त लखनऊ मंडल को विशेष सचिव सिंचाई विभाग नियुक्त किया गया है।


इन पीसीएस अफसरों का हुआ तबादला

इसी प्रकार से पीसीएस अफसरों का भी तबादला किया गया है। सिटी मैजिस्ट्रेट लखनऊ पीसीएस सिद्धार्थ कानपुर के नये एडीएम एफआर बनाये गये हैं।सिटी मैजिस्ट्रेट गोरखपुर पीसीएस मंगलेश दुबे को एडीएम प्रशासन नोएडा बनाया गया है।एसडीएम बुलन्दशहर पीसीएस विमल किशोर गुप्ता को मेरठ का एडीएम न्यायिक बनाया गया है।पीसीएस पंकज दीक्षित एसडीएम बहराइच को एसडीएम आजमगढ़ बनाया गया है।  पीसीएस शालिनी सिंह तोमर सहायक निदेशक स्थानीय निकाय को एसडीएम उन्नाव बनाया गया है।
खेत की जुलाई करते वक्त निकला प्राचीन अद्भुत शिवलिंग, लोगों ने शुरू की पूजा अर्चना
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लखनऊ । उत्तर प्रदेश के आगरा में खेत की जुताई करते समय ट्रैक्टर के कल्टीवेटर में एक पत्थर टकराया। लोगों ने देखा तो प्राचीन अद्भुत शिवलिंग निकली। इसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। लोगों ने इसे स्थापित करके पूजा-अर्चना शुरू कर दी।

सावन माह भगवान शिव की आराधना के लिए जाना जाता है। मंदिरों में पूजा-अर्चना के साथ बम बम भोले के जयकारे गूंजते रहते हैं। इसी कड़ी में पिनाहट क्षेत्र के पातीरामपुरा गांव निवासी किसान राधेश्याम बुधवार की सुबह खेत की जुताई करा रहे थे। ट्रैक्टर के कल्टीवेटर से एक पत्थर टकराया। देखा तो एक अद्भुत प्राचीन शिवलिंग थी। इसकी लंबाई करीब डेढ़ फुट गोलाकार है।

खबर फैलते ही मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। शिवलिंग की महिलाओं ने सफाई शुरू कर दी। भजन कीर्तन और बम-बम भोले के जयकारे गूंजने लगे। लोगों ने शिवलिंग स्थापित करके पूजा अर्चना शुरू कर दी। आसपास के गांव में भी शिवलिंग निकलने की खबर फैल गई तो लोग दर्शन को आने लगे।


सावन माह में शिवलिंग निकालने की सूचना मिलते ही सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण पातीरामपुरा में शिवलिंग को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। प्राचीन शिवलिंग ग्रामीणों के लिए आस्था का केंद्र बन गई है। लोग पूजा अर्चना करने के साथ चढ़ावा भी चढ़ा रहे हैं। और भजन कीर्तनों का दौर शुरू हो गया है।

वहीं ग्रामीण राधेश्याम, सुनील कुमार, और रामदेवी ने बताया कि गांव में भगवान शिव का कोई मंदिर नहीं था पूजा अर्चना करने के लिए दूसरे दूर मंदिरों में जाना पड़ता था। सावन माह में अचानक शिवलिंग निकलने से भगवान शिव उनके गांव पधारे हैं।

उन्हें स्थापित कर पूजा अर्चना शुरू कर दी गई है। जल्द ही मंदिर का निर्माण भी कराया जाएगा। सावन पवित्र माह में शिवलिंग प्राप्त होना बहुत ही पुण्य की बात है। भगवान गांव पर कृपा बनकर निकले हैं। जिसे लेकर बहुत धन्य हो गए हैं।
मरीज की मौत पर भड़के तीमारदारों ने डॉक्टर को पीटा

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लखनऊ। राजधानी के गोमतीनगर स्थित एक अस्पताल में पूर्व केजीएमयू के प्रोफेसर डॉक्टर रवि देव के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। डॉक्टर के साथ मारपीट करने वाले मरीज की मौत पर तीमारदार भड़क गए और जमकर हंगामा काटा। पूरी घटना अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।

गोमतीनगर विस्तार में इग्निस हॉस्पिटल है। अस्पताल में एक मरीज भर्ती था। देर रात उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस पर मृतक मरीज के तीमारदारों (परिजनों) ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पहले तो बवाल काटा और फिर डॉक्टर और अस्पताल स्टॉफ के साथ मारपीट शुरू कर दी। मरीज की मौत से गुस्साएं परिजनों ने इस दौरान केजीएमयू के पूर्व प्रोफेसर डॉ. रवि देव से भी बदसलूकी और पिटाई कर दी।

तीमारदारों की यह हरकत अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। वीडियो में आधा दर्जन से अधिक लोग डॉ. रवि के साथ मारपीट करते दिखे। इस बीच सूचना पर गोमतीनगर थाना पुलिस पहुंची। लेकिन तब तक मारपीट करने वाले तीमारदारी शामिल लोग भाग निकले। हालांकि पुलिस ने अन्य परिजनों से पूछताछ करते हुए मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। गोमतीनगर थाना पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटैज में मारपीट करने वालों की पहचान करते हुए कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।

लखनऊ मेें भतीजे ने चाचा की लाइसेंसी पिस्टल से खुद को मारी गोली, मौत

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लखनऊ। गाजीपुर थाना क्षेत्र में बुधवार को भतीजे ने चाचा के लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर हत्या कर ली है। सूचना पर पहुंची पुलिस फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल से जांच कर साक्ष्य एकत्र करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

पुलिस उपायुक्त उत्तरी अभिजीत आर शंकर ने बताया कि इंदिरानगर के हरियर नगर में किराये के मकान में रहने वाले सत्येन्द्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि उनके भतीजे प्रत्यूषराज सिंह (18) ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। सूचना पाकर मौके पर थाना प्रभारी गाजीपुर, फोरेंसिक टीम पहुंचकर घटनास्थल की बारीकी से जांच पड़ताल की। चाचा ने पुलिस को बताया कि भतीजे का लखनऊ के कल्याण सिंह कैंसर हॉस्पिटल में चल रहा था। इससे वह काफी परेशान था, जिसके चलते उसने उनकी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से पिस्टल, खाली बुलेट बरामद कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम भेजकर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।

तेज रफ्तार ट्रक ने छात्र को रौंदा,मौत से गुस्साएं लाेगाें ने चक्का जाम किया, साइकिल से विद्यालय पढ़ाई करने जा रहा था छात्र

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लखनऊ /वाराणसी। शहर के सारनाथ थाना क्षेत्र के चंद्रा चौराहे के समीप बुधवार को तेज रफ्तार ट्रक ने साइकिल सवार छात्र को रौंद दिया। छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। हृदय विदारक घटना से गुस्साएं लोगों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया। सूचना पाते ही पुलिस भी वहां पहुंच गई। बताया जा रहा कि छात्र साइकिल से स्कूल पढ़ने के लिए जा रहा था। पुलिस ने समझा बुझाकर किसी तरह से परिजनों को शांत कराने के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है।

हादस के बाद ट्रक को छोड़कर भाग निकला चालक

जानकारी के लिए बता दें कि रमरेपुर पहड़िया निवासी अजीत कुमार जायसवाल का इकलौता पुत्र भावेश जायसवाल (15) प्रतिदिन की भांति आज सुबह स्कूल जाने के लिए घर से निकला था।छात्र साइकिल से चंद्रा चौराहे के समीप पहुंचा ही था कि अचानक आई तेज रफ्तार बालू लदी ट्रक ने उसे रौंद दिया। हादसे के बाद चालक कुछ दूर आगे जाकर वाहन छोड़कर भाग निकला। इस हृदय विदारक घटना में छात्र की माैके पर ही मौत हाे गई। इसकी जानकारी पाते ही पिता अजीत और छात्र के परिजन मौके पर पहुंच गए। मृत छात्र के परिजनों और मां का करूण विलाप देख आक्रोशित क्षेत्रीय लोगों ने चक्का जाम कर दिया। इससे सारनाथ पंचक्रोशी मार्ग पर वाहनों की कतार लग गई। मौके पर पहुंचे सारनाथ थाना प्रभारी ने लोगों को समझा बुझा कर उन्हें शांत कराया। थाना पुलिस मामले में अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है।

लखनऊ में प्रॉपर्टी डीलर की मौत के मामले में तीन पुलिसकर्मी निलंबित, जांच में लापरवाही आयी सामने
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लखनऊ । राजधानी के बंथरा गांव में रविवार रात बिजली को लेकर हुए विवाद में 22 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर रितिक पांडेय की मौत के मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिसकर्मियों को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। इनमें दो दरोगा और एक सिपाही है। बंथरा इंस्पेक्टर भी जांच में दोषी पाए गए हैं। डीसीपी ने उन पर कार्रवाई की संस्तुति कर पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी है। जल्द इंस्पेक्टर पर भी गाज गिर सकती है। इस बड़ी कार्रवाई से पुलिस में हड़कंप मच गया है। चूंकि इससे स्पष्ट हो गया कि अगर थाने आने के बाद पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो फिर कार्रवाई होनी तय है।

जानकारी के लिए बंथरा में लाइट न आने से लोग परेशान थे। इसलिए रविवार की रात में बिजली कर्मी को बुलाकर फाल्ट ठीक करा रहे थे। बताया जाता है कि इस दौरान ऋतिक का हिमांशु सिंह व उसके साथियों से विवाद हो गया। आरोप है कि कुछ देर बाद ऋतिक के घर पर हिमांशु व अन्य लोगों ने धावा बोलकर पूरे परिवार को पीटा। कुछ घंटे बाद ऋतिक की मौत हो गई। पुलिस ने पांच नामजद व दस अज्ञात पर केस दर्ज किया था। घटना के दौरान परिजनों ने इस पूरे मामले में पुलिस पर लापवाही का आरोप लगाते हुए शव रखकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

जांच में पुलिस व दरोगा की लापरवाही आयी सामने

मामला शांत होने के बाद जब जांच कराई गई तो पुलिस की लापरवाही उजागर हुई । एसीपी कृष्णानगर की जांच में दरोगा सुभाष यादव, दरोगा सुशील यादव और सिपाही यतेंद्र सिंह दोषी पाए गए। डीसीपी साउथ तेज स्वरूप ने इन सभी को निलंबित कर दिया है। विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। प्रकरण में बंथरा इंस्पेक्टर हेमंत राघव भी लापरवाही बरतने में दोषी पाए गए हैं।पीड़ित परिजनों का कहना है कि वारदात की रात थाने के नाइट इंचार्ज एसएसआई इब्ने हसन थे। पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिलने पर वह और अन्य पुलिसकर्मी पहुंचे भी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। पीड़ित परिजन ने इस पर सवाल उठाते हुए एसएसआई पर भी कार्रवाई की मांग की है। डीसीपी का कहना है कि जांच जारी है। अगर दोषी पाए गए तो कार्रवाई होगी।

आरोपियों को अभी तक पकड़ नहीं पायी पुलिस

इस पूरी घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी। पीड़ित परिजनों की तरफ से दी गई तहरीर के आधार अवनीश सिंह, हिमांशु सिंह, प्रियांशु सिंह, शनि सिंह और दस अज्ञात पर केस दर्ज किया गया था। पुलिस की तीन टीमें रायबरेली, अमेठी और सुल्तानपुर में दबिश दे रही हैं। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पूरा परिवार गांव से गायब है। हालांकि पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

एक्शन में सीएम योगी, लापरवाह पांच एडीएम एफआर और तीन एसडीएम से जवाब तलब
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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने प्रदेश में विभिन्न आपदाओं में हुई जनहानि एवं क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा देने में लापरवाही करने वाले छह से ज्यादा अधिकारियों से जवाब तलब किया है।
इसमें पांच जिलों के एडीएम एफआर को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है, जबकि तीन एसडीएम से स्पष्टीकरण मांगा गया है। बाढ़ संबंधी कार्यों में लापरवाही पर कानपुर देहात के आपदा विशेषज्ञ को निलंबित कर दिया।

सीएम योगी ने सभी लापरवाह अधिकारियों को दो दिनों में अपना स्पष्टीकरण शासन को सौंपने के निर्देश दिये हैं। अगर जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो सीएम योगी सख्त कार्रवाई कर सकते हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश है कि आपदा से हुई जनहानि का मुआवजा 24 घंटे के अंदर प्रदान किया जाए। इन लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ की गयी कार्रवाई राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप प्रदेश भर में आपदा से हुई जनहानि का सर्वे पूरा कर 24 घंटे में मुआवजा दिया जा रहा है। वहीं इसमें लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश में विभिन्न आपदाओं के दौरान हुई जनहानि और क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा देने में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर एक्शन लिया गया है। इनमें बांदा, चित्रकूट, सिद्धार्थनगर, सुल्तानपुर और मुजफ्फरनगर के एडीएम एफआर क्रमश: संतोष सिंह, उमेश चंद्र निगम, उमा शंकर, एस सुधाकरन और गजेंद्र कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि सौंपी गयी है। इसके साथ ही लापरवाही पर सिद्धार्थनगर की सदर तहसील के एसडीएम ललित कुमार मिश्रा, हाथरस की शादाबाद तहसील के एसडीएम संजय कुमार सिंह और अलीगढ़ की अतरौली तहसील के एसडीएम अनिल कुमार कटियार से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। वहीं बाढ़ संबंधी कार्यों में लापरवाही पर कानपुर देहात के आपदा विशेषज्ञ अश्विनी कुमार को निलंबित कर दिया है। सभी को दो दिनों के अंदर अपना जवाब शासन को सौंपना होगा।
केंद्रीय बजट में शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास पर बल : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को लोकसभा में प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2024-25 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आम बजट अमृत काल के लिहाज से बहुत ही अहम है। यह देश के 140 करोड़ लोगों को सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक न्याय दिलाने वाला है।

राज्यपाल ने कहा कि बजट में किसान, गरीब, युवा तथा महिला सभी के लिए कुछ न कुछ है। इसलिए मैं कह सकती हूं कि आज प्रस्तुत बजट देश को आर्थिक एवं सामाजिक न्याय देने वाला है। इसमें मध्यम वर्ग को न्याय, औद्योगीकरण को बढ़ावा, बेरोजगारों को रोजगार तथा गरीब आदिवासी एवं अल्पसंख्यकों को न्याय देने की व्यवस्था है।

बजट में कृषि एवं सामाजिक क्षेत्र का विशेष ध्यान रखने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास एवं युवाओं के कौशल विकास पर बल देने से अधिक से अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

राज्यपाल ने कहा कि बजट में नौ प्राथमिकताएं निर्धारित की गयी हैं, जिसमें खेती में उत्पादकता, रोजगार और क्षमता विकास, समग्र मानव संसाधन विकास, सामाजिक न्याय, विनिर्माण एवं सेवाएं, शहरी विकास, ऊर्जा सुरक्षा, नवाचार, शोध और विकास तथा अगली पीढ़ी के सुधार के लिए अनेक कारकों का प्राथमिकता दिया जाना शामिल है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना को पांच साल के लिए बढ़ाये जाने से 80 करोड़ से अधिक लोग लाभन्वित होंगे। इसके साथ-साथ शिक्षा, रोजगार और कौशल विकास के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
बजट में बेरोजगारों के लिए झुनझुना, किसानों के लिए कुछ नहीं : माले
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लखनऊ। भाकपा (माले) ने मंगलवार को कहा है कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले आम बजट में बेरोजगारों के लिए झुनझुना, जबकि किसानों के लिए कुछ नहीं है। बढ़ती खाद्य महंगाई को कम करने का भी उपाय नहीं किया गया है।

पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट पर त्वरित प्रतिक्रिया में मंगलवार को कहा कि दस सालों में बढ़ी भयानक बेरोजगारी की समस्या के लिए ठोस उपाय नहीं किये गए हैं।

अग्निवीर जैसी योजना के बदले स्थायी रोजगार का प्रबंध होना चाहिए था। किसानों के लिए कानूनी गारंटी वाला एमएसपी लोकप्रिय मांग बन चुकी है लेकिन इसे एकबार फिर नजरअंदाज किया गया है। किसानों की आय दोगुनी करने के वादे को पूरा नहीं किया गया। मजदूर वर्ग की बजट में उपेक्षा है। आशा, आंगनबाड़ी, रसोइया आदि स्कीम वर्करों को एकबार फिर छला गया है। खेत मजदूरों, ग्रामीण गरीबों और मनरेगा जैसी योजनाओं की बदहाली पर ध्यान नहीं दिया गया है, न ही शहरी गरीबों के लिए रोजगार गारंटी का कोई प्रावधान है। कारपोरेट मित्रों को खुश करने पर ध्यान जरूर रखा गया है।
किसानों महिलाओं व युवाओं को समर्पित है बजट : केशव प्रसाद मौर्य
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'उम्मीद से अच्छा बजट आया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट गरीबों, किसानों, महिलाओं, युवाओं के लिए समर्पित है। बजट के माध्यम से देश को तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए एक मजबूत नींव रखने का काम किया गया है। "वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट शानदार, जानदार है।

विपक्ष की आलोचना करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को दृष्टिदोष है। उम्मीद से अच्छा बजट है। विकसित भारत की ?नींव पड़ी है।

उन्होंने कहा कि आन्ध्र प्रदेश में तो चुनाव नहीं है। बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा या देश का वह ?हिस्सा विकास से पीछे है, उसे विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास किया जा रहा तो उसमें कमी खोजना ठीक नहीं है।

केन्द्रीय बजट देश की 140 करोड़ जनता की आशाओं का प्रतिबिम्ब : जयवीर सिंह

उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने केन्द्रीय बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह बजट देश की 140 करोड़ जनता की अपेक्षाओं, आकांक्षाओं का दर्पण है। यह बजट भारत को तीसरी आर्थिक अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प को साकार करने वाला दस्तावेज है।

जयवीर सिंह ने कहा कि इस बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ है। इसके साथ ही भारत को आत्मनिर्भर बनाने का एक रोड मैप भी है। उन्होंने कहा कि इस बजट में गांव, गरीब, किसान, युवा, महिलाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। उ0प्र0 को जनसंख्या के अनुरूप अधिक आवंटन प्राप्त हुआ है। मंत्री ने कहा कि यह बजट सर्वसमावेशी एवं सर्वस्पर्शी है। यह बजट विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।