Uzma

Jul 23 2024, 07:39

रेवाड़ी में बुआ के बेटों ने युवक को मारी गोली
घायल मनीष को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे जांघ में गोली लगी है। हरियाणा में रेवाड़ी जिले के गांव भवाड़ी में प्लॉट के विवाद में बुआ के बेटों ने एक युवक को गोली मार दी। गोली उसकी जांघ से आर-पार हो गई। आरोपियों ने पांच राउंड गोलियां चलाई, जिससे वहां मौजूद अन्य लोगों की जान बाल-बाल बच गई। घायल युवक को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

दरअसल, शहर से सटे गांव भवाड़ी निवासी मनीष (36) ने बताया कि वह सोमवार शाम को छोटे भाई नितिन और गुरुग्राम के कादरपुर निवासी बिल्लू, बिरेन्द्र उर्फ कालू के साथ भवाड़ी में ही रिलाइंस तेल डिपो के पास भूपेन्द्र के प्लॉट के पास बैठकर हुक्का पी रहे थे। इसी दौरान उसकी बुआ का लड़का रविन्द्र स्कॉर्पियों गाड़ी लेकर पहुंचा और उनके पास आकर खड़ा हो गया।

पांच मिनट बाद उसका छोटा भाई दीपक अपनी बुलेट बाइक और राजकुमार उर्फ राजू बोलेरो गाड़ी लेकर पहुंचा।

तीनों आरोपी बुआ के बेटे

मनीष के मुताबिक, तीनों उसकी बुआ के बेटे हैं। उनके पास आते ही राजू ने पहले बिल्लू के साथ हाथापाई करनी शुरु कर दी और कहने लगा कि दो मिनट रुक अभी तेरे को जान से खत्म करता हूं। यह कहकर राजू ने अपनी बोलरो गाड़ी से पिस्टल निकाली और बिल्लू की छाती पर लगा दी।

मनीष ने राजू की पिस्टल पर हाथ मारा तो पिस्टल नीचे गिर गई। उसी समय दीपक ने अपनी पिस्टल निकाली और मनीष पर जान से मारने की नियत से गोली चला दी। आरोपी दीपक ने भी उस पर 3 गोलियां चलाई।

तीन गोलियां मारी, एक जांघ में लगी

जिसमें एक गोली उसके कान के पास से निकल गई और दूसरी गोली उसकी पीठ को छूते हुए निकली। तीसरी उसके पैर पर मारी, ये गोली उसकी जांघ से आरपार हो गई। आरोपी राजू ने भी इस दौरान पिस्टल से दो राउंड गोलियां चलाई।

हालांकि ये गोली किसी को नहीं लगी। गोली लगने के बाद मनीष लहुलुहान हो गया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। मनीष के साथ मौजूद अन्य लोगों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना के बाद पुलिस टीम पहले मौके पर पहुंची और फिर अस्पताल पहुंचकर घायल के बयान दर्ज किए।

प्लॉट के विवाद हुई वारदात

पुलिस ने मनीष की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। घायल मनीष ने बताया कि कुछ दिन पहले गांव भवाड़ी में ही एक प्लॉट को लेकर उनका विवाद हुआ था। वे प्लॉट की चारदिवारी करा रहे थे। तभी आरोपी पहुंचे और काम को रूकवा दिया। इसके बाद से ही आरोपी उसे जान से मारने की फिराक में घूम रहे थे। पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी फरार हैं।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

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Jul 23 2024, 07:32

रोहतक MP दीपेंद्र हुड्डा ने उठाया पहलवानों का मुद्दा
रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज संसद में पहलवानों के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ियों को सम्मान मिले। हमारे खिलाड़ी अपने देश का झंडा उठाने के लिए दूसरे देश के खिलाड़ियों से लड़ेगे, तो उनको सिस्टम और सरकार से ना लड़ना पड़े। उन्होंने कहा कि देश को ओलंपिक में पदक दिलाने वाले पहलवानों को न्याय के लिए आंदोलन करना पड़ा था। जब पहलवान अपने पदकों को नदी में बहाने के लिए चले, तब भाजपाइयों ने अनाप-शनाप बयान बाजी की और इन पदकों को मामूली बताया। यहां तक कि देश के खेल मंत्री ने पहलवानों को न्याय दिलाने तक का आश्वासन नहीं दिया।

यह दुर्भाग्य की बात है कि भाजपा सांसद एवं WFI अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण को बचाने के लिए पूरी सत्ताधारी भाजपा की उतर आई। वहीं, हरियाणा प्रदेश की बात करें तो भाजपा के खेल मंत्री पर उनके ही विभाग की एक महिला कोच ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। लेकिन भाजपा ने खेल मंत्री को पद से हटाने तक से मना कर दिया।

पदक लाओ-पद पाओ नीति का जिक्र किया

संसद में दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने पदक लाओ पद पाओ की नीति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जो ‘पदक लाओ पद पाओ’ की नीति थी, दुर्भाग्य से पिछले 10 साल से भाजपा सरकार ने इस पर रोक लगा दी। पिछले ओलंपिक विजेता हमारे खिलाड़ियों को अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई।

जबकि पहले से नियुक्त किए गए खिलाड़ियों को पदोन्नति नहीं मिली। ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ी हो या पदक लाने वाले, सभी में हरियाणा पूरे देश में अव्वल रहा है। लेकिन भाजपा सरकार खिलाड़ियों की अनदेखी कर रही है।

समय पर नहीं मिलती राशि -दीपेंद्र

खिलाड़ियों को मिलने वाली राशि भी समय पर नहीं मिलती। जिसके कारण खेलों में नंबर वन रहने वाला हरियाणा आज नशे में नंबर वन बन गया है, जबकि हुड्डा सरकार में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए उनके भविष्य को सुरक्षित करने के उद्देश्य से पदक लाओ पद पाओ की नीति शुरू की थी।

इसका असर यह हुआ कि हरियाणा के युवा खेल की तरफ बड़े और वर्ष 2008 के बाद ओलंपिक में हरियाणा के पदकों की संख्या बढ़ी है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

Uzma

Jul 21 2024, 20:12

दरभंगा में 4363 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित
दरभंगा में बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर सरकार भले ही गंभीर है, लेकिन जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत काफी खराब है। सैकड़ों केंद्रों में शौचालय, पानी से लेकर बिजली तक की व्यवस्था नहीं है। इससे वहां आने वाले बच्चों को जहां परेशानी का सामना करना पड़ता है। वहीं अभिभावक भी केंद्रों पर बच्चों को भेजने से कतराते हैं। शिशु एवं मातृ मृत्यु दर रोकने के लिए सरकार की ओर से तमाम योजनाएं चलाई जा रही है। अति कुपोषित और कुपोषित बच्चों को पोषणयुक्त सामग्री देने के लिए बाल विकास और पोष्टाहार विभाग की ओर से हर गांव में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं।

केंद्रों पर पोषाहार, दवाएं देने के साथ ही खेल-खेल में बच्चों को पढ़ाया भी जाता है। करीब एक से डेढ़ दशक पहले से चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों पर सुविधाओं के नाम पर हर साल लाखों रुपए खर्च होते हैं। इनमें से अधिकांश पर मूलभूत सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं है। समुचित देखरेख नहीं होने से एक से डेढ़ दशक पहले बने आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन जर्जर हो चुके हैं। कई भवन तो बैठने लायक तक नहीं है।

आंगनबाड़ी केंद्रों की बदहाली का आलम यह है कि शून्य से 5 साल तक के बच्चों को हवा पानी तक के लिए तरसना पड़ता है। जिले के 4363 आंगनबाड़ी केंद्रों में मात्र 669 के पास अपना भवन है। इसे लेकर मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी को सूचना के अधिकार के तहत ICDS कार्यालय की ओर से यह सूचना उपलब्ध कराई गई है।

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगाना है विद्युत कनेक्शन

आइसीडीएस निदेशालय की ओर से पत्र जारी कर नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंधक निदेशक को कहा है कि सभी संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्री- पेड सिंगल फेज गैर-घरेलू विद्युत कनेक्शन लगाया जाना है।

प्रतिमाह प्रति आंगनबाड़ी केंद्र विद्युत उपभोग की अधिकतम सीमा 50 यूनिट निर्धारित की गई है। विपत्र का भुगतान आईसीडीएस निदेशालय करेगी। इसकी जानकारी सभी जिला के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दे दी गई है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

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Jul 21 2024, 14:58

दरभंगा की युवती से सीतामढ़ी में रेप,घर पहुंचाने का झांसा देकर कार में बैठाया, आरोपी चालक गिरफ्तार
दरभंगा की एक युवती से स्कॉर्पियो में दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। मामला, डुमरा थाना क्षेत्र की है। घटना को लेकर बताया जा रहा है की रास्ता भटकने के कारण सोनबरसा सीतामढ़ी मुख्य पथ के परसौनी फोरलेन किनारे खड़ी युवती को झांसा देकर पहले स्कॉर्पियो में बैठा लिया। जिसके बाद उसे उसके पते पर पहुंचाने का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। स्कॉर्पियो चालक पर प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। वही, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए स्कॉर्पियो चालक को गिरफ्तार कर लिया है।

डुमरा थाना पुलिस ने युवती से दुष्कर्म मामले में चालक को गिरफ्तार कर लिया है। चालक की पहचान नगर थाना के कांटा चौक निवासी राकेश के रूप में की गई है।

आरोपी चालक गिरफ्तार

पुलिस युवती के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। बता दे की युवती दरभंगा जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है। वह, किसी काम को लेकर सीतामढ़ी आई थी। इसी दौरान रास्ता भटकने के कारण सोनबरसा-सीतामढ़ी परसौनी फोर लेन किनारे खड़ी थी।

तभी स्कॉर्पियो चालक ने उसको घर पहुंचा देने का झांसा देकर गाड़ी में बैठा लिया। जहां कुछ दूर आगे जाने के बाद चालक ने गाड़ी रोककर युवती के साथ दुष्कर्म किया। पुलिस गश्ती गाड़ी आते देख चालक गाड़ी लेकर भागने लगा। पुलिस को शक हुआ, गाड़ी का पीछा कर स्कॉर्पियो को रोका। युवती ने पुलिस को अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया। युवती की मेडिकल जांच करवा मामले की जांच में जुट गई है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

Uzma

Jul 20 2024, 21:12

दरभंगा में BPSC TRE सेंटर पर अभ्यर्थियों का हंगामा
दरभंगा में BPSC TRE 3 परीक्षा के दौरान जिला स्कूल सेंटर पर अभ्यर्थियों ने नकल कराने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि कुछ कैंडिडेट को परीक्षा हॉल में तैनात वीक्षक द्वारा चोरी कराया जा रहा था। इसका विरोध करने पर एक छात्रा ने अपना चिट बाथरूम में फेंका। इस दौरान महिला परीक्षार्थी ने आरोपी छात्रा को पकड़ लिया। छात्रा ने अपना एडमिट कार्ड भी फाड़ दिया। इस दौरान छात्राओं के बीच हाथापाई भी हुई।

हंगामे के दौरान आरोपी छात्रा प्रिंसिपल चेंबर में घुस गई। मामले की सूचना मिलते ही सदर SDPO अमित कुमार, सदर SDM विकास कुमार अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। SDPO ने कहा कि आरोपी छात्रा से पूछताछ की जा रही है। वहीं उन्होंने कहा कि सेंटर सुप्रीटेंडेंट के बयान पर मामला दर्ज होता है। उसकी जांच कराई जा रही है।


CCTV की जांच कर रहे हैं मजिस्ट्रेट

SDPO अमित कुमार ने कहा कि हॉल में CCTV लगे हुए हैं। मजिस्ट्रेट CCTV की जांच कर रहे हैं। सेंटर सुप्रीटेंडेंट की मौजूदगी में पूरे मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है।

इसके बाद अगर कुछ सामने आता है तो सेंटर सुपरिंटेंडेंट के आवेदन और वीक्षक के बयान पर केस दर्ज किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि अभी तक एक ही स्टूडेंट के खिलाफ शिकायत आई है। जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

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Jul 20 2024, 20:55

वापस नहीं हुए नामांकन में वसूले गए रुपए
ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के अधीन 41 अंगीभूत कॉलेजों के एससी-एसटी और महिला छात्र-छात्राओं से नामांकन के समय ली गई राशि डेढ़ वर्ष बाद भी वापस नहीं की गई है। सभी कॉलेजों के खाते में डेढ़ वर्ष पूर्व छात्रों के नामांकन मद में 25 करोड़ रुपए वापस किए गए थे। दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और बेगूसराय के 41 कॉलेजों समेत पीजी अध्ययन वाले विभागों की ओर से अनुसूचित जाति, जनजाति व सभी वर्ग की महिला छात्रों से वित्तीय वित्तीय वर्ष 2016-17, 2017-18, 2018-19 और 2019-20 में ली गई नामांकन शुल्क की राशि अबतक नहीं लौटाई जा सकी है।

2023 के मार्च में 25 करोड़ रुपए लौटा दी थी

विश्वविद्यालय की ओर से वर्ष 2016 से 20 तक इस मद के लिए सरकार से 74 करोड़ 21 लाख 41 हजार 1 सौ 33 रुपए की मांग की गई थी। इसके आलोक में सरकार ने विभिन्न 41 कॉलेजों के लिए वर्ष 2023 के मार्च माह में ही 25 करोड़ रुपए लौटा दी थी।

इसके बाद भी अब तक वापसी मद की राशि छात्र-छात्राओं को नहीं लौटाई जा सकी है। इधर 18 जुलाई को उच्च शिक्षा विभाग की निदेशक डॉ. रेखा कुमारी ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय समेत राज्य के सभी विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र जारी करते हुए बताया है कि विभागीय स्तर पर सभी विश्वविद्यालयों के साथ वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट की स्वीकृति की समीक्षा बैठक की जा रही है।

मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर अजय कुमार पंडित ने बताया कि सरकार की ओर से अबतक शत-प्रतिशत प्रतिपूर्ति राशि नहीं मिली है। उक्त श्रेणी के जिन छात्रों से राशि ली गई हो, वे अपने कॉलेजों में दावा कर सकते हैं, राशि उपलब्ध होने पर लौटाई जानी चाहिए।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

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Jul 19 2024, 21:23

जीतन सहनी मर्डर केस उलझा, शक के दायरे में परिजन
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी(70) का मर्डर केस उलझता जा रहा है। दो दिन पहले पुलिस इस मामले में कासिम अंसारी को गिरफ्तार की है। इसे मुख्य आरोपी बताया गया है। अब पुलिस को शक है कि इस हत्याकांड में मुकेश सहनी के रिश्तेदार का भी हाथ है। पुलिस उनके रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है। इसमें एक-दो परिजन शक के दायरे में हैं। हालांकि दरभंगा के एसएसपी जगरनाथ रेड्डी फिलहाल इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। पुलिस ने इस मर्डर केस को लगभग सॉल्व करने का दावा किया था। थ्योरी थी कासिम सूद का पैसा देने में असमर्थ था। इसलिए अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी। लेकिन मुकेश सहनी का कहना है कि उनके पिता लोगों की मदद करते थे। सूद की बात को उन्होंने नकार दिया है।

जिसने मदद की उसी का मर्डर यह सोचनीय- मुकेश सहनी

मुकेश सहनी ने पुलिसिया जांच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने जल्दबाजी में फैसला लेने के बजाय डिटेल्ड तहकीकात करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि दिवंगत जीतन सहनी ब्याज का धंधा करते थे, इस विषय पर स्थानीय लोगों से जब पूछा जाएगा, तो लोग खुद कहेंगे, नहीं करते थे। वे स्थानीय लोगों की मदद जरूर करते थे। अगर कोई किसी की मदद करे और वही फिर मार दे तो यह सोचनीय है, कोई किसी को क्यों मदद करेगा?

शक के घेरे में कई लोग- SSP

एसएसपी जगरनाथ रेड्डी ने बताया कि हत्या में इस्तेमाल हथियार अब तक बरामद नहीं किया गया है। पुलिस हथियार बरामद करने में जुटी है। वहीं, गिरफ्तार आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। इसको लेकर प्रक्रिया शुरू की गई है।

उन्होंने आगे कहा कि अगल-बगल लगे सभी सीसीटीवी की जांच की है। अब तक कोई अलग से सबूत नहीं मिले है। कुछ लोग संदिग्ध के घेरे में हैं, उन लोगों की भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही कई लोग शक के घेरे में है। अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दे सकते हैं।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट

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Jul 19 2024, 21:04

दरभंगा में पुल का डायवर्सन बहा
दरभंगा के जाले के विवादित बेलबाड़ा कमतौल में ग्रामिणों ने वोट का वहिष्कार किया था। अधिकारियों के आग्रह पर फिर वोटिंग हुई थी। वहीं अब पुल का डायवर्सन बह गया है। सड़क बंद हो गई है। यहां कमर से उपर पानी है। दस मिनट का सफर अब एक घंटे का हो गया है। गौतम आश्रम और मौनीबाबा आश्रम का चक्कर लगाकर उस पार जाना होगा। इससे काफी परेशानी हो रही है।

क्या बोला राहगीर

राहगीर ने बताया की कल अपने एक मित्र के बेटे के फलदान में अहियारी जाना था। सोचा शाॅटकट इसी रास्ते निकल जाउंगा, यहां पुल के नीचे काफी पानी था। हारकर गौतम आश्रम वाली सड़क का सहारा लिया।

अभी कुछ कदम गया था की बारिश आ गई। मिनटों का सफर घंटों का बन गया, पुरी दायी तटबंध की स्थिती जर्जर है। कई जगह दरारें पड़ी हुई हैं।

दरभंगा से आरफा प्रवीन की रिपोर्ट