Gorakhpur

Jul 21 2024, 18:12

गाय चराने गए किशोर की गहरे पानी में फिसलकर डूबने से मौत

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के कोठां ग्रामसभा के भलुआन गांव के निवासी किशोर की आमी नदी के किनारे गहरे पानी में फिसलकर गिरने और डूबने से मौत हो गई।

मिली जानकारी के अनुसार भलुआन गांव के निवासी राममिलन यादव का सबसे छोटा बेटा शुभम यादव 15 वर्ष आज सबेरे 11 बजे गाय चराने गया था। गांव के सीवान में (छोर पर) बहने वाली आमी नदी उफान पर है और आसपास के इलाकों में नदी की बाढ़ का पानी फैला हुआ है। किशोर गहरे पानी की ओर जा रही गाय को किनारे लाने का प्रयास कर रहा था कि इस दौरान वह फिसलकर गहरे पानी में जा गिरा और डूबने से उसकी मौत हो गई। किशोर के पानी में गिरते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े और उसे बचाने और बाहर निकलने का प्रयास करने लगे किन्तु गहरे पानी में उसका कोई पता नहीं चला।

इस बीच कुछ लोगों ने किशोर के घर हादसे की सूचना पहुंचा दी।परिवारीजनों के साथ बड़ी संख्या में गांव के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े देखते ही देखते मौके पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला, सूचना पा कर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामे के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव मिलते ही गांव में कोहराम मच गया परिजनों का रो कर बुरा हाल था, लोग उन्हें धैर्य बंधाते नजर आए।

बताया गया कि मृतक किशोर तीन भाइयों में सबसे छोटा था और कक्षा 8वीं का छात्र था। युवक के पिता सूरत गुजरात में पेंट पालिश का काम करते हैं। खेती का सीजन होने के कारण गांव आए हुए हैं।

ग्रामप्रधान प्रतिनिधि प्रदीप सिंह ने मौके पर पहुंचकर मदद की और प्रशासन से गरीब परिवार के लिए समुचित मुआवजे की मांग की है।

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Jul 21 2024, 17:59

लोक और राष्ट्र कल्याण से जुड़ी है भारत की ऋषि परंपरा : सीएम योगी

गोरखपुर। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की सनातन ऋषि परंपरा व गुरु परंपरा लोक और राष्ट्र कल्याण की परंपरा है। यह परंपरा हमें इस बात के लिए प्रेरित करती है कि हमारे जीवन का एक-एक कर्म, एक-एक क्षण सनातन के लिए, समाज के लिए, राष्ट्र के लिए समर्पित होना चाहिए। ऐसा करके ही हम गुरु परंपरा के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर सकते हैं। गोरक्षपीठ भी उसी गुरु परंपरा की पीठ है जो अहर्निश लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण के लिए कार्य कर रही है। सीएम योगी रविवार को गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में विगत 15 जुलाई से चल रही श्रीरामकथा के विश्राम सत्र और गुरु पूर्णिमा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। गोरक्षपीठ के ब्रह्मलीन महंतद्वय दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के चित्र पर पुष्पार्चन करने तथा व्यासपीठ का पूजन करने के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन संस्कृति में ऋषि के साथ गोत्र की परंपरा भी साथ में चलती है। जब गोत्र की बात होती है तो जाति भेद समाप्त हो जाता है। हर गोत्र किसी न किसी ऋषि से जुड़ी है और ऋषि परंपरा जाति, छुआछूत या अश्पृश्यता का भेदभाव नहीं रखती है। एक ऋषि के गोत्र को कई जातियों के लोग अनुसरित करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति दुनिया में सर्वाधिक और समृद्ध और प्राचीन है और सनातन पर्व-त्योहार इसके उदाहरण हैं। ये पर्व-त्योहार भारत को और सनातन धर्मावलंबियों को इतिहास की किसी न किसी कड़ी से जोड़ते हैं। *ग्रंथों को पीढ़ियों के अनुकूल मार्गदर्शक बनाया महर्षि वेदव्यास ने* सीएम योगी ने कहा कि गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। यह महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास की जयंती है जिनकी कृपा से वैदिक साहित्य प्राप्त हुए हैं। जिन्होंने वेदों, पुराणों और अनेक महत्वपूर्ण शास्त्रों को उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि 5000 वर्ष पहले महर्षि व्यास इस धराधाम पर थे। उस कालखंड में उन्होंने कई पीढ़ियों का प्रतिनिधित्व किया। अनेक ग्रंथों की रचना कर उसे वर्तमान पीढ़ी के मार्गदर्शन के लिए भी अनुकूल बना दिया। भारत के अलावा 5000 वर्ष का इतिहास दुनिया में किसी के पास नहीं है। वर्तमान समय द्वापर और कलयुग का संधिकाल है। महाभारत के युद्ध के बाद महर्षि वेदव्यास ने श्रीमद्भागवत पुराण रचा जो मुक्ति और मोक्ष के मार्ग पर चलने को प्रेरित करने वाला पवित्र ग्रंथ है। *जैसा कर्म करेंगे, उसी के अनुरूप मिलेगा फल* गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माता-पिता पहले गुरु हैं। इसके बाद स्कूली शिक्षक, पुरोहित-कुलगुरु, बड़ा भाई, और ऋषि-संतों की परंपरा, गोत्रों की परंपरा भी गुरु परंपरा में सम्मिलित होती है। गुरु परंपरा का उद्देश्य मनुष्य को अच्छे मार्ग पर अग्रसर करना है। माता-पिता, बड़ा भाई, पुरोहित-कुलगुरु, संत, ऋषि इसी उद्देश्यपरक कार्य के हितैषी होते हैं। उन्होंने कहा कि हम जैसा कार्य करेंगे, परिणाम भी उसी के अनुरूप मिलेगा। अच्छा कार्य करेंगे तो अच्छा फल मिलेगा और गलत काम करेंगे तो उसका फल भी हमें ही भुगतना होगा। इस संबंध में उन्होंने महर्षि वाल्मीकि के संत बनने से पूर्व के जीवन की कथा भी सुनाई और संदेश दिया कि कोई भी गलत काम में हासिल होने वाले पाप में भागीदारी नहीं बनना चाहता है। सीएम योगी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने जीवन में मर्यादा को महत्व दिया। हर कार्य की लक्ष्मण रेखा तय की, संबंधों को मर्यादित तरीके से जीना सिखाया। इसी तरह भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म की प्रेरणा दी। आज अधिकतर लोग कम कर्म के बदले अधिक हाईलाइट होने के प्रयास में रहते हैं। जबकि भगवान श्रीकृष्ण ने निष्काम कर्म की प्रेरणा दी है। यानी कर्म करो, फल की चिंता मत करो। हमारे शास्त्र और गुरु परंपरा में भी कहा गया है- अवश्यमेव भोक्तव्यं कृतं कर्म शुभाशुभम्। अर्थात जैसा कर्म करेंगे, उसके अनुरूप फल से वंचित नहीं रहेंगे। जो करेंगे, उसके अनुरूप परिणाम अवश्य भोगना पड़ेगा। *सही मार्ग पर चलने को प्रेरित करता है सच्चा गुरु* सीएम योगी ने कहा कि सच्चा गुरु वही है जो सही मार्ग पर चलने को प्रेरित करे। हमारे जीवन में महत्व धन-धान्य का नहीं है बल्कि सद पुरुषार्थ से हासिल उस समृद्धि से है जो लोक कल्याण के कार्य आ सके। यदि हम गलत तरीके से समृद्धि अर्जित करेंगे तो पाप कृत्य के भागी होंगे। जबकि यदि हम वंचितों पर उपकार करेंगे, जीवमात्र के प्रति दया का भाव रखेंगे तो उसका पुण्य लाभ अवश्य प्राप्त होगा। गुरु का कार्य सही और गलत में अंतर बताकर सही मार्ग दिखाने का होता है। *मनुष्य सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ कृति, इसे अपने कर्म से साबित भी करना होगा* मुख्यमंत्री ने कहा कि मान्यता है कि मनुष्य इस सृष्टि की सर्वश्रेष्ठ कृति है। इस मान्यता को अपने कार्यों से साबित करने का दायित्व भी मनुष्य का ही है। हमारे शास्त्र और हमारी ऋषि परंपरा इसी दायित्व का बोध कराने वाली है। ऋषि परंपरा और अवतारी विभूतियों के मार्ग का अनुसरण करते हुए हमें ऐसा कार्य करना चाहिए जो समाज, राष्ट्र और धर्म के अनुकूल हो। ऐसा कार्य खुद व परिवार के अनुकूल आप ही हो जाता है। *आरती के साथ हुआ श्रीरामकथा का विश्राम* गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में 15 जुलाई से चल रही श्रीरामकथा का विश्राम व्यासपीठ पर विराजमान श्रीरामचरितमानस ग्रंथ की आरती के साथ हुई। सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरती उतारी। इस अवसर पर उन्होंने कथाव्यास बाबा बालकदास के प्रति आभार भी व्यक्त किया और कहा कि हर व्यक्ति को कुछ समय ऐसी कथाओं के श्रवण के लिए जरूर निकालना चाहिए। कार्यक्रम में गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत मिथिलेशनाथ, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, श्रीरामजानकी हनुमान मंदिर के महंत रामदास समेत कई जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद, प्रबुद्धजन व बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। *चार स्थानों पर लगा भंडारा, श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद* श्रीरामकथा के विश्राम और गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर परिसर के चार स्थानों महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने, साधना भवन, मंदिर के मुख्य भंडारा भवन और प्रथम तल पर भंडारा का आयोजन किया गया। इन सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

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Jul 21 2024, 13:37

सीएम योगी ने अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ समेत नाथपंथ के सभी गुरुजन के प्रति निवेदित की श्रद्धा, जताई कृतज्ञता
गोरखपुर। गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर रविवार को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शिवावतार गुरु गोरक्षनाथ का नाथपंथ की परंपरा के अनुसार विशिष्ट पूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ, दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ समेत नाथपंथ के सभी गुरुजन का भी पूजन-अर्चन कर श्रद्धा निवेदित की और लोक कल्याण के पथ पर मार्गदर्शन के लिए उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की।


साथ ही गुरु पूर्णिमा पर गुरुजन को समर्पित रुद्राभिषेक कर देवाधिदेव महादेव से लोकमंगल की प्रार्थना की और गोवंश की सेवा कर उन्हें गुड़ खिलाया। गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा का विशेष अनुष्ठान तड़के ही प्रारंभ हो गया और सामूहिक आरती के साथ अनुष्ठान की पूर्णता हुई। गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं भी दीं।

यूं तो गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जब भी गोरखनाथ मंदिर में होते हैं, गुरु गोरखनाथ जी तथा नाथपंथ के गुरुजन का दर्शन-पूजन उनकी दिनचर्या का हिस्सा होता है। पर, गुरु पूर्णिमा का अवसर गोरखनाथ मंदिर में विशिष्ट पूजा का होता है। रविवार को गोरक्षपीठाधीश्वर एवं सीएम योगी ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महायोगी गोरखनाथ, मंदिर परिसर में मौजूद सभी देव विग्रहों और नाथपंथ के गुरुओं की प्रतिमाओं के समक्ष विधि विधान के साथ पूजन किया।

आनुष्ठानिक कार्यक्रमों के क्रम में उन्होंने सबसे पहले नाथपंथ के आदिगुरु भगवान गोरखनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच उनकी पूजा की। वह परिसर में मौजूद सभी देव-विग्रहों के पास पहुंचे और उनका पूजन किया। उसके बाद वह बारी-बारी से बाबा गंभीरनाथ, अपने दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ समेत ब्रह्मलीन गुरुओं की समाधि पर गए। सभी का वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजन कर आशीर्वाद लिया।
गोरखनाथ मंदिर में नाथपंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने गुरु गोरखनाथ को रोट का महाप्रसाद अर्पित किया। पूजा-अर्चना की आनुष्ठानिक प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद गुरु पूर्णिमा पर होने वाली परंपरागत सामूहिक महाआरती हुई तथा सभी गुरुओं के प्रति आस्था निवेदित की गई।

*गोवंश को दुलारकर खिलाया गुड़*
गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा की तरह मंदिर की गोशाला भी गए। यहां उन्होंने गोवंश को उनके नाम से पुकारा और उनके पास आने पर खूब दुलारा। अपने हाथों से उन्हें गुड़ खिलाया। योगी का दुलार पाकर गोवंश भाव विह्वल नजर आए।

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Jul 21 2024, 13:36

मंदिर की शक्तिपीठ में सीएम योगी ने किया रुद्राभिषेक

गोरखपुर। गुरु पूर्णिमा के पवित्र पर्व पर मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर की शक्तिपीठ में भगवान भोलेनाथ का विधि विधान से रुद्राभिषेक किया।

रुद्राभिषेक पूर्ण होने पर उन्होंने देवाधिदेव महादेव शिव शंकर से चराचर जगत के कल्याण और सभी नागरिकों के सुखमय, समृद्धमय और शांतिमय जीवन की कामना की।

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Jul 21 2024, 13:32

तिलक लगाकर नाथ योगियों ने लिया गोरक्षपीठाधीश्वर से आशीर्वाद
गोरखपुर। रविवार को गोरखनाथ मंदिर में गुरु पूर्णिमा पर श्रद्धा और आस्था का उल्लास देखते ही बनता है। इस अवसर पर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ द्वारा विशेष अनुष्ठान पूर्ण किए जाने के साथ गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत योगी मिथिलेशनाथ समेत सभी नाथ योगियों ने भी गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ को नाथपंथ की परंपरा के अनुसार उन्हें तिलक लगाया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

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Jul 21 2024, 09:36

पीएचसी में कैंप लगाकर 12 महिलाओं और एक पुरुष की नसबंदी

खजनी गोरखपुर।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आज कैंप लगाकर कुल 13 लोगों की नसबंदी की गई। सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश की तेजी से बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए कुल 12 महिलाओं और एक पुरुष ने नसबंदी कराई।
इस दौरान कोटियां बैजनाथपुर गांव की रम्भा देवी झरकटहां की बबुनी साहनी कुंईंकोल की मीना सिरूआपार की सरिता यादव नैपुरा की ज्योति बढ़नी की दुर्गावती सहसीं गांव की चमेली देवी भिटहां कुंवर की अर्चना महमूदपुर की रेशमा और राजीव चौहान नटिनी की सोनी सेमरा की नीतू शर्मा हरनहीं महुरांव की रंजू की सफलता पूर्वक नसबंदी की गई।


सभी लाभार्थियों को 4 घंटे तक पीएचसी में मेडिकल आब्जर्वेशन में रोका गया फिर उन्हें दवाएं देकर एंबुलेंस से घर भेज दिया गया।
पीएचसी के एमओआईसी डाॅक्टर प्रदीप तिवारी ने बताया कि नसबंदी कैंप का आयोजन सफल रहा। आशाओं ने गांवों में लोगों को नसबंदी के लिए जागरूक किया था।

Gorakhpur

Jul 21 2024, 09:35

चचेरी बहन से दुष्कर्म के आरोपित के खिलाफ त्वरित कार्रवाई


खजनी गोरखपुर।बीते दिनों थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती को उसके ही चचेरे भाई ने अपनी हवस का शिकार बनाया था। लड़की के 8 माह की गर्भवती होने पर इस घृणित अपराध का खुलासा हुआ था।

जिसमें पुलिस ने क्राइम नंबर 286/2024 की संज्ञेय धाराओं 376(2एन) 504,5/6 पाॅक्सो एक्ट में केस दर्ज किया था। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए थाने के एसएसआई बलराम पांडेय ने घटना के आरोपित जयराम मौर्या के पुत्र रामनवल मौर्य को गिरफ्तार कर जेल भेजने एक महज तीन दिनों बाद ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।

घृणित अपराध में थानाध्यक्ष खजनी शैलेन्द्र कुमार शुक्ला के निर्देश पर की गई इस त्वरित कार्रवाई पर जांच अधिकारी एसएसआई की महकमे में और इलाके में खूब तारीफ हो रही है।

Gorakhpur

Jul 20 2024, 19:24

पुलिस प्रशासन मनमानी कर कार्यकर्ताओं का कर रहा है उत्पीड़न : ई सरवन निषाद


चौरी चौरा।चौरी चौरा विधायक ई. सरवन निषाद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया कि भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दीपक कुमार जायसवाल के साथ चौरी चौरा पुलिस का व्यवहार घोर निंदनीय और मनमानी पूर्ण रवैया है। राजनीति में मुकदमे दर्ज होते हैं इसका यह मतलब नहीं है कि वह अपराधी है और चौरी चौरा पुलिस ने जो दुर्व्यवहार किया है वह सरासर गलत है कार्यालय में घुसकर एक सम्मानित व्यक्ति को अपराधी करना यह कहीं से भी सही नहीं है इससे समाज में गलत संदेश जाता है और कार्यकर्ताओं में निराशा होती है ।उन्होंने बताया की एक वर्ष पूर्व मुझे जेल से जान से मारने की धमकी दिया गया था जिसके बाद मुझे सुरक्षा प्रदान किया था जिस सुरक्षा को जिला प्रशासन मनमानी तरीके से हटा लिया है राजनीति में हम लोग अपने समाज के हक और अधिकारों की लड़ाई लड़ते हैं तमाम विरोधी दल एवं विरोधियों की आंखों में खटकते हैं । तमाम निषाद समाज के नेताओं की निर्मम तरीके से हत्या हुई चाहे वह जमुना निषाद सहित दर्जनों निषाद समाज के नेताओं की हत्या हुई है अभी हाल ही में बिहार में निषाद समाज के नेता मुकेश सहनी के पिता की निर्मम हत्या हुई है इसके बावजूद भी शासन प्रशासन मेरी सुरक्षा हटाकर मनमानी रवैया अपना रहा है और सुरक्षा हटाकर जिला प्रशासन मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है। उत्तर प्रदेश और पूरे देश में निषाद समाज के जोड़ने और उनके हक और अधिकारों की लड़ाई में लगातार हम लोग संगठन के कार्यों और अन्य गतिविधियों में पूरे प्रदेश और देश में भ्रमण करते हैं। जहां सुरक्षा जरूरी होती है लेकिन सुरक्षा हटाकर गोरखपुर जिला प्रशासन मनमानी कर रहा है।विधायक ने कहा कि जल्द मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले को अवगत कराऊंगा दोषी पर कार्रवाई की मांग करूंगा।

Gorakhpur

Jul 20 2024, 18:44

*बड़े पैमाने पर हुआ पौधरोपण*

खजनी गोरखपुर: प्रदेश शासन के निर्देशानुसार आज इलाके में बड़े पैमाने पर पौधरोपण किया गया। इस दौरान खजनी तहसील, ब्लॉक, थाना परिसर, क्षेत्राधिकारी, बीईओ, सीडीपीओ, कार्यालय आंगनवाड़ी केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरनहीं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खजनी, सरकारी परिषदीय स्कूलों, कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत क्षेत्र सरकारी और मान्यता प्राप्त तथा प्राइवेट शिक्षण संस्थानों, बैंकों, पोस्ट आॅफिस, ग्राम सभाओं में अभियान चला कर पौधे लगाए गए। जिसमें एसडीएम कुंवर सचिन सिंह तहसीलदार कृष्ण गोपाल तिवारी राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा समेत सभी लेखपाल तहसीलकर्मी और अधिवक्ता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभी चिकित्सकों कर्मचारियों पीएचसी के चिकित्साधिकारी डॉक्टर प्रदीप तिवारी के नेतृत्व में सभी डॉक्टर्स व स्वास्थ्यकर्मियों ने बीडीओ खजनी रमेश शुक्ला के नेतृत्व में ब्लॉक परिसर एवं गांवों में क्षेत्राधिकारी ओंकारदत्त तिवारी थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला बीईओ सावन कुमार दूबे सीडीपीओ रचना पांडेय चेयरमैन प्रतिनिधि उमेश दूबे के नेतृत्व में सभी प्रजाति के पौधे लगाए गए। इस अवसर पर आयोजित संक्षिप्त संगोष्ठियों में पर्यावरण संतुलन एवं संरक्षण में पौधों की अमूल्य एवं महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई। वन क्षेत्राधिकारी खजनी संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि रोपड़ के लिए कुल 7 लाख 93 हजार 500 पौधे खजनी परिक्षेत्र में वितरित किए गए। वहीं बड़ी संख्या में अन्य स्थानों से भी पौधे रोपड़ के लिए मंगाए गए थे।

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Jul 19 2024, 20:47

सामाजिक सरोकार भी खूब निभा रहा गोरखपुर का खाद कारखाना


गोरखपुर, 19 जुलाई। हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड द्वारा स्थापित गोरखपुर का खाद कारखाना विकास में भरपूर योगदान तो दे ही रहा है, सामाजिक सरोकारों को निभाने में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। अपनी स्थापना के महज तीन साल के भीतर इस खाद कारखाने ने कॉरपोरेट एन्वॉयरमेंट रिस्पांसिबिलिटी (सीईआर) फंड से 70 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि शिक्षा, स्वास्थ्य और नगरीय सुविधाओं के ढांचागत विकास पर खर्च किए हैं। इस खाद कारखाने को पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संघर्ष के सुखद परिणाम का प्रतीक मानते हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास से करीब तीन दशक बाद दोबारा शुरू एचयूआरएल के खाद कारखाने के नाम यूरिया उत्पादन के साथ सामाजिक दायित्व निर्वहन की सतत उपलब्धियां दर्ज होती जा रही हैं। एचयूआरएल गोरखपुर इकाई के परियोजना प्रमुख दिप्तेन रॉय का कहना है कि हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) का यह खाद कारखाना यूरिया के लिए किसानों की दिक्कत को कम करने में मील का पत्थर साबित हुआ है तो साथ ही गोरखपुर के शिक्षा और स्वास्थ्य की आधारभूत संरचना को भी मजबूत बना रहा है। एचयूआरएल ने अपने सीईआर फंड से गोरखपुर में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सिजन प्लांट की स्थापना कराई है तो 16 स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों के इलाज के लिए हाईटेक पीडियाट्रिक आईसीयू का निर्माण कराया है। इसके साथ ही उसने मानीराम के समीप स्थित सोनबरसा गांव को मॉडल विलेज के रूप में विकसित किया है, 12 प्राइमरी स्कूलों में आरओ प्लांट लगवाया है, कई सरकारी प्राथमिक विद्यालयों का जीर्णोद्धार कर उन्हें स्मार्ट बनाया है।

एचयूआरएल के महाप्रबंधक (सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग, मुख्यालय) संजय चावला और गोरखपुर यूनिट के उप महाप्रबंधक (मानव संसाधन) सुबोध दीक्षित ने बताया कि इनमें से कई कार्य पूरे हो गए हैं तो कुछ निर्माणाधीन हैं। ताजा पहल करते हुए एचयूआरएल अब नगर निगम के माध्यम से शहर में 27 स्थानों पर इंटीग्रेटेड सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम की स्थापना करने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कई मंचों से एचयूआरएल की तारीफ करते हुए कह चुके हैं कि यह कारखाना खाद उत्पादन के साथ ही अपनी सामाजिक प्रतिबद्धताओं को आगे बढ़ा रहा है।

गोरखपुर में एचयूआरएल के खाद कारखाना की स्थापना का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। गोरखपुर में पूर्व में स्थापित खाद कारखाना 1990 में एक हादसे के बाद बंद कर दिया गया था। सांसद बनने के बाद 1998 से ही योगी आदित्यनाथ ने इसे दोबारा चलाने के लिए संघर्ष किया। इसकी साक्षी समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता है। योगी की पहल पर 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुराने खाद कारखाना परिसर में ही नये कारखाने का शिलान्यास किया। 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इसके निर्माण का रास्ता और प्रशस्त हो गया। सात दिसम्बर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर आकर खाद कारखाने को राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। करीब 600 एकड़ में 8603 करोड़ रुपये की लागत से बने और प्राकृतिक गैस आधारित इस खाद कारखाने की अधिकतम उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 3850 मिट्रिक टन और प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन यूरिया उत्पादन की है। कमर्शियल उत्पादन शुरू होने के बाद कई दिन ऐसे भी रहे हैं जब खाद कारखाने में सौ प्रतिशत क्षमता से भी अधिक उत्पादन हुआ है। मसलन, 13 अक्टूबर 2023 को एचयूआरएल गोरखपुर यूनिट में 110 प्रतिशत क्षमता से एक दिन में रिकॉर्ड 4224 मीट्रिक टन यूरिया का उत्पादन हुआ था। यहां बड़े पैमाने पर उत्पादन से देश के सकल खाद आयात में कमी आई है। साथ ही उत्तर प्रदेश, बिहार व यूपी से सटे अन्य राज्यों में नीम कोटेड यूरिया की बड़े पैमाने पर आपूर्ति सुनिश्चित हो रही।गोरखपुर के खाद कारखाने की स्थापना व संचालन करने वाली हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) एक संयुक्त उपक्रम है जिसमें कोल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी, इंडियन ऑयल कोर्पोरेशन लीड प्रमोटर्स हैं जबकि इसमें फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कॉर्पोरेशन लिमिटेड भी साझीदार हैं।

गोरखपुर के खाद कारखाने में बेस्ट क्वालिटी की नीम कोटेड यूरिया बन रही है। कारण, इस कारखाने की प्रीलिंग टावर की रिकार्ड ऊंचाई। यहां बने प्रिलिंग टॉवर की ऊंचाई 149.2 मीटर है। तुलनात्मक विश्लेषण करें तो यह कुतुब मीनार से भी दोगुना ऊंचा है। कुतुब मीनार की ऊंचाई 72.5 मीटर है। प्रीलिंग टावर की ऊंचाई जितनी अधिक होती है, यूरिया के दाने उतने छोटे व गुणवत्तायुक्त बनते हैं।

*एचयूआरएल द्वारा निभाए गए सामाजिक सरोकार*
- हरनही और कैम्पियरगंज सीएचसी पर ऑक्सिजन प्लांट की स्थापना (जरिये एयरनॉक्स) - 72 लाख रुपये
- 12 प्राथमिक विद्यालयों पर शुद्ध पेयजल के लिए आरओ प्लांट की स्थापना - 14 लाख रुपये
- रामगढ़ताल का सुंदरीकरण (जरिये जीडीए) - 3 करोड़ 29 लाख रुपये
- सोनबरसा गांव का मॉडल विलेज के रूप में विकास (जरिये जीडीए) - 12 करोड़ 30 लाख रुपये
- 16 सीएचसी पर पीडियाट्रिक आईसीयू की स्थापना (जरिये जीडीए) - 26 करोड़ 43 लाख रुपये
- विभिन्न सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प, शिक्षा क्षेत्र में आधारभूत ढांचे का विकास (जरिये जिला प्रशासन) - 6 करोड़ 35 लाख रुपये
- 27 स्थानों पर इंटीग्रेटेड सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम की स्थापना (जरिये नगर निगम) - 21 करोड़ 13 लाख रुपये