रांची में अमित शाह के सुरक्षा में हुई चूक,काफिले में घुस आए दो शराबी, फिर जो हुआ...


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने रांची आए भाजपा के दिग्गज नेता वह देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। वहीं रांची एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल जाने के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री की सुरक्षा में चूक की बात सामने आई है।  

भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे अमित शाह के काफिले का कुछ लोगों ने पीछा किया। एयरपोर्ट से जब अमित शाह का काफिला आयोजन स्थल जा रहा था इसी बीच बिरसा चौक के पास बाइक सवार उनके काफिले के बीच में घुस गया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया। पुलिस ने बताया कि ये सभी नशे में थे। इस मामले पर हटिया डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा ने कहा कि आरोपी गृह मंत्री अमित शाह के काफिले में नहीं घुस पाए थे। हालांकि, वह तेज गति से गाड़ी चला रहा था और उनके काफिले का पीछा कर रहा था। इस वजह से उसे गिरफ्तार किया गया। वह नशे में धुत है।

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में शामिल हुए हैं। कार्यक्रम का आयोजन रांची के धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में किया गया था। जहां गृह मंत्री अमित शाह,आसाम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा शर्मा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, अर्जुन मुंडा, बाबूलाल मरांडी के अलावा कई लोग मौजूद थे। फिलहाल गृह मंत्री अमित शाह पार्टी कार्यालय में सभी नेताओं के साथ कोर कमिटी कि बैठक में हिस्सा ले रहे।

JAC ने जारी की JTET के लिए निकली विज्ञप्ति, झारखंड में आयोजित होगी शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET), जाने कब से कर सकते है आवेदन

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में करीब 8 साल बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इसकी तैयारी झारखंड एकेडमिक काउंसिल यानी JAC ने पूरी कर ली है। इसको लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा JAC की ओर से आयोजित की जाएगी। इसके लिए अभ्यर्थी 23 जुलाई से 22 अगस्त तक झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जारी विज्ञप्ति के अनुसार कक्षा 1 से 5 और 6 से 8 के लिए अलग-अलग परीक्षाएं होंगी। जिसमें प्राथमिक कक्षा 1 से 5 और उच्च प्राथमिक कक्षा 6 से 8 के लिए दो घंटे 30 मिनट की परीक्षा होगी। इस परीक्षा में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को न्यूनतम 60% अंक लाना अनिवार्य होगा। 

वही अत्यंत पिछड़ा वर्ग और पिछड़ा वर्ग के लिए 55% और अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए 50% अंक लाना अनिवार्य होगा। 

गौरतलब है कि राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2016 में आयोजित की गई थी। 2016 के बाद झारखंड सरकार 2024 में 8 वर्षों के बाद परीक्षा ले रही है। शिक्षक पात्रता परीक्षा में राज्य सरकार द्वारा उल्लेखित 15 भाषाओं में से किसी एक में परीक्षा देना अनिवार्य होगा। वहीं परीक्षा के लिए आवेदन शुल्क की बात करें तो सामान्य वर्ग अति पिछड़ा वर्ग एवं पिछड़ा वर्ग के लिए ₹1300 आवेदन शुल्क रखा गया है। जबकि दिव्यांग अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए 700 रुपए निर्धारित किया गया है।

पुलिस ने सीएम आवास घेराव कर रहे सहायक पुलिसकर्मियों पर किया लाठीचार्ज।


18 दिनों से मोराबादी मैदान में दे रहे थे धरना, जाने रांची डीसी राहुल सिन्हा ने क्या कहा*

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में अपनी सेवा नियमितीकरण और अन्य मांगों को लेकर सहायक पुलिसकर्मी पिछले कई दिनों से मोराबादी मैदान में धरना दे रहे थे। इसी क्रम में प्रदर्शन कर रहे सहायक पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरा तोड़ कर शुक्रवार को सीएम आवास तक आ पहुंचे। जिसके कारण प्रशासन को उनके ऊपर लाठी चार्ज करना पड़ा। इससे कोई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

दरअसल आज सुबह में सहायक पुलिस कर्मियों का एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के वरीय अधिकारियों के साथ वार्ता के लिए गया था। जहां 1 साल अनुबंध बढ़ाने और वेतन बढ़ोतरी पर सहमित बनी। वहां से वापस लौटने के बाद वे सभी उठकर सीएम आवास का घेराव करने पहुंच गये। इस दौरान रांची पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारियों के द्वारा सहायक पुलिसकर्मियों को रोकने की पूरी कोशिश की गई। लेकिन वह सुरक्षा घेरे को तोड़कर आगे बढ़ने लगे थे। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने लाठी चार्ज कर दिया और भगदड़ से कई सहायक पुलिसकर्मी के साथ-साथ पुलिस वाले भी घायल हो गए।

सीएम आवास घेराव व सहायक पुलिस कर्मियों पर हुई लाठी चार्ज की घटना को लेकर रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि आज सहायक पुलिस कर्मियों द्वारा उनकी मांगों को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल डीजीपी के साथ वार्ता हुई थी। जिसमें इन्हें 1 साल अनुबंध बढ़ाने व वेतन में 25% बढ़ोतरी के साथ ही आने वाले पुलिस की बहालियों में इन्हें उम्र सीमा में छूट दी जाएगी , इसके साथ उनकी जो अन्य मांगे थी उस पर भी विचार किया जा रहा था। इसी बीच इनके द्वारा मुख्यमंत्री आवास के घेराव किया गया। बैरिकेडिंग तोड़कर ये लोग सीएम आवास तक पहुंचे। इस दौरान भी पुलिस के वरीय पदाधिकारी के द्वारा उन्हें समझाया गया। अभी वर्तमान में सभी सहायक पुलिसकर्मी सीएम आवास से वापस लौट कर मोरहाबादी चले गए है , उनके धरने को खत्म करने के लिए उनसे वार्ता की जा रही है।

अमित शाह के रांची दौरे कोलेकर JMM ने कहा भरष्ट्राचार में लिप्त लोगो का सम्मान कैसे किया जाता है , यह बीजेपी में देखने को मिला

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार 20 जुलाई को रांची आ रहे हैं। उनके आगमन को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देश के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल राँची आ रहे है, उनका राज्य में स्वागत है .....

उन्होंने कहा कि झारखंड में जांच एजेंसियों की कारवाई जारी है , लेकिन यह करवाई केवल विपक्ष के नेताओ पर ही हो रही है, बाकी लोगो को ऐसा लगता है राहत देने का काम किया जा रहा है। सुप्रियो ने फोटो जारी करते हुए कहा पिछले दिनों जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राँची आयी थी तब बाबूलाल मरांडी के द्वारा एक जमानत पर चल रहे व्यक्ति विष्णु अग्रवाल को उनसे मिलाया गया था। इतना ही नही एक कमलेश कुमार नमक व्यक्ति जो ईडी की रडार पर होने के बाउजूद फरार है। वह भी बाबूलाल के साथ एक तस्वीर में दिख गया है।

अब कल गृहमंत्री अमित शाह आ रहे है , कल कौन कौन से दागी लोगो को मिलवाया जाएगा , यही हम आज जानना चाहते है। भाजपा में भ्रष्टाचार से लिप्त लोगो को सम्मान कैसे किया जाता है यह हम जानते है। केंद्रीय गृह मंत्री अपने कार्यकर्ताओ को राजनीतिक टिप्स देंगे या कैसे राज्य में नफरत औऱ भ्रम की स्थिति उतपन्न हो ये सिखाएंगे।

Big breaking/सहायक पुलिसकर्मियों की वार्ता विफल, तोड़ा बैरिकेडिंग, सीएम आवास का किया घेराव


 रांची के मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों का आंदोलन दो जुलाई से जारी है. आज शुक्रवार को सहायक पुलिसकर्मियों और सरकार के बीच वार्ता हुई.

 लेकिन यह विफल हो गया. आंदोलन पर बैठे सहायक पुलिसकर्मी बैरिकेडिंग तोड़ सीएम आवास घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं. इस दौरान सहायक पुलिसकर्मियों ने वहां मौजूद गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की और पलट दिया. 

मौके पर दो पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं.

अमित शाह कल 20 जुलाई को रांची पहुंचेंगे, उनके आगमन पर पक्ष विपक्ष में बयान बाजी तेज

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची ; देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार 20 जुलाई को रांची आ रहे हैं। जहां भाजपा कार्यकारिणी समिति के बैठक को संबोधित करेंगे और वह झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का चुनावी शंखनाद भी करेंगे।

रांची के प्रभात तारा मैदान में प्रदेश की कार्यकारिणी समिति की बैठक में शामिल होंगे वहीं कार्यकर्ताओं व पार्टी पदाधिकारी को संबोधित भी करेंगे। इस सभा में प्रदेश, जिला, मंडल स्तर की कार्यसमिति और पार्टी के विभिन्न मोर्चों-प्रकोष्ठों के 25 हजार से ज्यादा पदाधिकारी और सदस्य शामिल होंगे।

 इस बैठक के जरिए भाजपा राज्य में अपने मजबूत संगठनात्मक ढांचे को दिखाने की योजना बना रही है। गृह मंत्री का दौरा विधानसभा चुनाव एकजुट होकर लड़ने की पार्टी की प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा। भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह रांची आकर अपने कार्यकर्ताओं को कितना राजनीतिक गुण सीख पाते हैं यह तो देखने वाली बात होगी। 

अमित शाह के रांची आगमन को लेकर झारखंड के सत्तारूढ़ पार्टी झामुमो के मनोज पांडे ने कहा कि गृह मंत्री के नाते उनका झारखंड में स्वागत है, लेकिन वह राजनीतिक कारणों से यहां आ रहे हैं ऐसे में झारखंड की जनता भाजपा की मनसा समझ गई है। उनके झांसे में आने वाली नहीं है। लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी और दिल्ली में अमित शाह का राजनीतिक मंत्र काम नहीं आया। झारखंड की जनता भी गोल बंद है और उन्हें सिरे से नाकार देगी।

NEET पेपर लीक मामला : CBI ने रांची के रिम्स से एक और पटना के एम्स से चार मेडिकल स्टूडेंट्स को किया गिरफ्तार


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : NEET पेपर लीक मामले सीबीआई जांच पहुंची रांची। सीबाआइ ने गुरुवार को देर शाम रांची रिम्स से एक और पटना एम्स से चार मेडिकल स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया है। पेपर लीक मामला अब पहुंचा प्रश्न पत्र सॉल्व करने वालों तक।

सीबीआई का पेपर लीक गिरोह की जांच सॉल्वर्स कनेक्शन तक पहुंच गई है और इस मामले में पटना एम्स के चार डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। बुधवार को सीबीआई ने पटना एम्स के चार मेडिकल स्टूडेंट को हिरासत में लिया था। इनमें से तीन को पहले हिरासत में लिया गया था। एक मेडिकल स्टूडेंट आज खुद सीबीआई के सवालों का जवाब देने पहुंचा है। 

पूछताछ के बाद सीबीआई ने चारों को गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया और सभी को रिमांड पर ले लिया है। सीबीआई जिन चारों डॉक्टरों को ले गई है, इनमें तीन डॉक्टर चंदन सिंह, कुमार शानू और राहुल आनंद 2021 बैच के मेडिकल स्टूडेंट्स हैं, जबकि 1 डॉक्टर करण जैन सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। सीबीआई ने इन तीनों डॉक्टरों का कमरा भी सील कर दिया है और इनका लैपटॉप और मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है। इन चारों छात्रों के ईमेल एकाउंट और सोशल मीडिया एकाउंट को भी खंगाला जा रही है।

नीट की जांच अब रिम्स तक पहुंची, एक छात्रा को किया गिरफ्तार

रिम्स के हॉस्टल नंबर-3 में छात्रा सुरभि कुमारी तक सीबीआई की जांच पहुंची। गुरुवार की सुबह से ही लंबी पूछताछ के बाद आखिरकार सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया। सुरभि कुमारी को हिरासत में लिये जाने की जानकारी रिम्स प्रबंधन के जरिये उसके अभिभावकों को दी गयी। गुरुवार को उसके अभिभावक सीधे सीबीआइ के कार्यालय पहुंचे थे। बता दें कि नीट यूजी-2024 पेपर लीक मामले में झारखंड के किसी मेडिकल कॉलेज से यह पहली गिरफ्तारी है।

नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया तक सीबीआई पहुंचने की कोशिश कर रही है। धीरे-धीरे यह तार जुटता नजर आ रहा है। सीबीआई मेडिकल के छात्र और डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। पटना एम्स से पहले जोधपुर एम्स के तीसरे वर्ष के छात्र हुकमा राम का नाम भी इस मामले में सामने आया है। हालांकि वह फिलहाल फरार है।

20 जुलाई को गृहमंत्री अमित शाह का झारखंड के रांची दौरे को लेकर सुरक्षा के किए गए पुख्ता इंतजाम*


रिपोर्टर जयंत कुमार रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह 20 जुलाई को रांची पहुंचेंगे। बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह राज्य में चुनाव से पहले पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में जीत का मंत्र देंगे। झारखंड की राजधानी रांची के प्रभात तारा मैदान में होने वाली इस बैठक में अमित शाह के आगमन को लेकर प्रशासन के साथ-साथ भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। सुरक्षा में कहीं कोई चूक ना हो जाए इसलिए एयरपोर्ट से लेकर भाजपा कार्यालय और प्रभात तारा में खास इंतजाम किया गया है। रांची के प्रभात तारा मैदान में अमित शाह भाजपा कार्यकारिणी की बैठक राज्य के शीर्ष नेताओं के साथ-साथ ब्लॉक और मंडल स्तर के के करीब 25 हजार से अधिक कार्यकरता को चुनाव के गुरु मंत्र सिखाएंगे।
रांची CID ने साइबर क्राइम और क्रिप्टोकरंसी के द्वारा 4 से 5 करोड रुपए की ठगी मामले को किया उजागर, दो लोगो की हुई गिरफ्तारी

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : पैसे कमाने की होड़ में लोग आजकल गलत झांसे में पड़कर क्रिप्टो करेंसी की ओर लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं अगर आप भी क्रिप्टो करेंसी में पैसा इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं तो हो जाएं सावधान। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसकी जानकारी देते हुए अनुसंधान विभाग के DIG अनुराग गुप्ता ने बताया कि आरोपी शशि शंकर उर्फ विक्की के द्वारा पीड़ितों को प्रारंभ में गोल्ड बॉन्ड के माध्यम से मौद्रिक लाभ पहुंचाया गया से आरोपी को उन पर विश्वास हो जाता था। इसी आरोपी के एक मित्र अमित जायसवाल द्वारा पीड़ितों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर अधिक पैसे कमाने की लालच दी जाती थी। लोग उनके प्रलोभन में आ जाते थे। 

दरअसल OROPAY नामक वेबसाइट के माध्यम से भ्रमित करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से उनके निवेश की गई राशि का रिटर्न आश्वासन देने की बात कह कर झांसे में लिया जाता था। शुरुआती दौड़ में मुनाफा वापस किया गया जिससे निवेशकों का भरोसा इस पर बढ़ने लगा और निवेशक लोग अन्य लोगों को भी इस मुनाफे के स्कीम से लाभान्वित होने के लिए प्रेरित करने लगे। धीरे-धीरे यह सिलसिला बढ़ता गया और झारखंड के कई शहर के लोग इस झांसे में पड़ने लगे।

 इस पूरे मामले में भुक्तभोगी ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि विक्की और अमित जायसवाल शहर के कुछ स्थानों में बड़े-बड़े आयोजन होटल एवं अन्य स्थानों पर करते थे साथ ही वह zoom app के माध्यम से वर्चुअल मीटिंग भी किया करते थे। दोनों आरोपी और उनके साथियों के द्वारा कमाए गए कमीशन के पैसे से लोगों को दुबई और रूस की यात्रा भी करवाई थी। इसी क्रम में अभियुक्तों द्वारा DGFI/OPAY नाम का टोकन लॉन्च किया गया जिसके माध्यम से इन्वेस्टर को ट्रस्ट वॉलेट पर इन्वेस्ट करने को कहा गया और एक दिन अचानक से इन्वेस्टर ने खरीदे हुए टोकन को बेचना चाह तो उनको वैल्यू जीरो हो गया इसके बाद उन्हें मालूम चला कि उनके साथ ठगी हो चुकी है। इस तरह आरोपियों के द्वारा झारखंड राज्य से करीब 4-5 करोड़ रुपए की ठगी हो चुकी है।

इस अपराध शैली से अगर आप बचाना चाहते हैं तो आप कुछ इन तरीकों को अपनाकर बच सकते हैं

1 किसी भी अनजान इंटरनेशनल वर्चुअल नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आने पर पैसे का आदान-प्रदान करने से बचें।

2 SMS के माध्यम से कोई अनजान लिंक प्राप्त होने पर उसे पर क्लिक न करें। 

3 निवेश के नाम पर अनजान बैंक खातों/ Cryptocurrency wallet में पैसे निवेश करने से बचें।

4 Cryptocurrency के माध्यम से निवेश कर अत्यधिक रिटर्न का प्रलोभन, जोखिम भी हो सकता है पहले जानकारी प्राप्त कर ले। 

5 किसी भी फ्रॉड का शिकार होने पर साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज कराए।

झारखंड हाईकोर्ट ने सीबीआई और ईडी को क्यों जारी किया नोटिस, जानिए पूरा मामला

डेस्क: झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य के पलामू प्रमंडल में अवैध माइनिंग की जांच की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया है। चीफ जस्टिस डॉ. बीआर षाडंगी और जस्टिस एसएन प्रसाद की बेंच ने दोनों केंद्रीय एजेंसियों से इस मामले में मंतव्य मांगा है। जनहित याचिका सोशल एक्टिविस्ट पंकज यादव की ओर से 2019 में दाखिल की गई थी, जिसमें पलामू प्रमंडल में अवैध माइनिंग की जांच करवाकर रोक लगाने की मांग की गई थी। पूर्व में हाईकोर्ट ने इस पर सुनवाई करते हुए अवैध माइनिंग की जांच के लिए राज्य सरकार को आईजी लेवल के अफसर के नेतृत्व में एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था। इसके बाद आईपीएस असीम विक्रांत मिंज की अध्यक्षता में एसआईटी गठित कर जांच कराई गई। इस एसआईटी में खनन पदाधिकारी तथा भूतत्व अधिकारी भी शामिल थे।

ये है पूरा मामला

स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने हाईकोर्ट को जो रिपोर्ट सौंपी, उसमें पलामू प्रमंडल में पत्थर, कोयला और बालू की माइनिंग में अनियमितता की बात सामने आई थी। याचिकाकर्ता ने इस रिपोर्ट पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि अवैध माइनिंग की बात तो स्वीकारी गई परंतु ग्राउंड लेवल पर बड़े पैमाने पर हो रही गड़बड़ियों को नजरअंदाज कर दिया गया। याचिकाकर्ता ने दावा किया कि पलामू के छतरपुर, हरिहरगंज, चैनपुर, सतबरवा और गढ़वा जिले के रंका, चिनिया, बिश्रामपुर लातेहार के महुआडांड़, बालूमाथ, हेरगंज आदि इलाकों में नियमों के विरुद्ध पत्थरों और बालू का अवैध उत्खनन लगातार जारी है। सैकड़ों पत्थर क्रशर नियमों के विरुद्ध संचालित हो रहे हैं। कई पत्थर क्रशर स्कूल और हाईवे के नजदीक या ग्रामीण बसावट के बीच संचालित हो रहे हैं। इस पूरे अवैध नेटवर्क को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।

झारखंड हाईकोर्ट का CBI और ईडी को नोटिस

याचिकाकर्ता के वकील राजीव कुमार ने कोर्ट में कहा कि खनन माफिया को सरकार का संरक्षण प्राप्त है, इसलिए सरकार इस पर चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती। इसकी जांच सीबीआई और ईडी से कराई जानी चाहिए। झारखंड के साहिबगंज में ईडी ने सैटेलाइट इमेजरी के माध्यम से अवैध खनन की जांच की है और पलामू प्रमंडल में भी इसी पैटर्न पर जांच जरूरी है। कोर्ट ने इस मांग को मंजूर करते हुए ईडी और सीबीआई को नोटिस जारी किया है।