नम आँखों से सिपुर्दे खाक किया गया ताजिया
अयोध्या।अलविदा या हुसैन अलविदा या हुसैन की सादाओं के बीच राम नगरी अयोध्या में नम आँखों से ताज़िया को पवित्र सलीला सरयू की गोद में प्रवाहित किया गया। मोहर्रम के आशुरा के दिन यानी दस मोहर्रम को ताजिया को सुपूर्दे दरिया किया जाता है। ये परम्परा सदियों से चली आ रही है।
गौरतलब है कि अयोध्या के सैय्यदबाड़ा में नौ मोहर्रम को पूरी रात नौहा ख्वानी, मजलिस, सीना जनी और मातम करते हुए कर्बला के शहीदों को और मौला इमाम हुसैन को याद किया जाता है। इसके बाद 10 मोहर्रम को सुबह करीब 11 बजे सैय्यदबाड़ा से करीब 14 ताजियों का एक जुलूस निकला। जो गोलाघाट होते हुए पाप मोचनघाट पहुंचा। जहाँ पर सबसे पहले ताजिया रखकर उसकी परिक्रमा की गई। इसके बाद अस्सलाम या हुसैन की सादाओं के बीच सरयू की लहरों में सिपुर्दे दरिया किया गया।वही हैबतपुर से निकलने वाले ताजिया जुलूस का नेतृत्व समाजसेवी अब्दुल कादिर ने किया दर्जनों ताजिया प्रमुख मार्गो से होते हुए मणि पर्वत स्थित करबला पहुंचा जहां पर सुपुर्देखाक किया गया।
वहीं मणिपर्वत स्थित कर्बला में पहुंचे ताजियादार और स्थानीय लोगों ने कई स्टार लगाकर वरिष्ठ समाजसेवी मोहम्मद इरफान नन्हे मियां ने शरबत वितरण किया इस मौके पर अब्दुल कादिर, हाजी अच्छन खान, आजम कादरी, पार्षद सुल्तान अंसारी, युवा समाजसेवी इमरान अंसारी के अलावा भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतेजाम भी रहे। एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया कि पूरे शहर में मोहर्रम को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मियों की तैनात किया गया है। वहीं मजलिस को सम्बोधित करने वाले सैय्यद नसीम हैदर ने बताया कि ये बहुत पुरानी परम्परा है। सरयू को पवित्र मानते है इसलिए ताजिया को प्रवाहित किया जाता है। बता दें कि इसी क्रम में दोपहर में पूरे शहर में ताजिया जुलुस निकला। जो अपने स्थानीय कर्बला पहुंचकर सिपुर्दे खाक किया गया।
अयोध्या के मणिपर्वत स्थित कर्बला, आईटीआई के पास स्थित कर्बला वक्फ बारी तआला, सहादतगंज आदि कर्बला में या हुसैन अलविदा गई सादाओं के बीच सिपुर्दे खाक किया गया। जुलसू में शामिल अखाड़ों के युवाओें द्वारा एक से बढ़कर एक हैरतंगेज करतब भी दिखाए गए।
Jul 17 2024, 20:10