उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विवि की विशिष्ट पहचान : डॉ. जीएन सिंह

गोरखपुर, 16 जुलाई। भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने अनुशासन, नवाचार, परिसर संस्कृति और मानव सेवा के भाव से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। अपने अभिनव शिक्षण पद्धति से बहुत ही कम समय में यह विश्वविद्यालय रोल मॉडल के रूप में प्रतिष्ठित हो गया है।

डॉ. सिंह मंगलवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नवीन सत्र के विद्यार्थियों के लिए आयोजित दीक्षारंभ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी बहुत ही सौभाग्यशाली हैं। यहां विद्यार्थियों को संस्कार और अद्यानुतन तकनीक के साथ शिक्षित होकर सशक्त नागरिक बनने का अवसर प्राप्त होगा।

दीक्षारंभ समारोह में सम्मिलित सभी नवांकुरो के उच्च शिक्षा के प्रथम संस्कार की बधाई देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि पूर्ण विश्वास है किआप सभी इस विश्वविद्यालय की मान मर्यादा को अपने नवाचारों से और प्रतिष्ठत करेंगे।

नवागत विद्यार्थियों का परिसर में स्वागत करते हुए कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद शिक्षा के क्षेत्र में लब्ध प्रतिष्ठित संस्थान है। इसके अंतर्गत संचालित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने चार वर्षो की यात्रा में कई प्रतिमान स्थापित किए हैं। यहां के शिक्षको के कुशल नेतृत्व में निरंतर नवाचारों से कई विषयों में अन्वेषण जारी है। डॉ. राव ने कहा कि अनुशासन की ताप में तपे यहां के विद्यार्थी अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं। इस विश्वविद्यालय की परिकल्पना एक ऐसी व्यवस्था को जन्म देना है जो स्वचालित हो। जिसमे विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारी स्वतः संज्ञान लेते हुए एक ऐसे विश्वविद्यालय का निर्माण करें जो लोकार्थ की भावना से ओत- प्रोत होते हुए सभी के लिए अनुकरणीय हो। उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्य के लिए अनुशासन, कार्य निष्ठा, स्वयं के कार्य के प्रति ईमानदारी, सात्विक भाव अर्पण होना चाहिए। दीक्षारंभ संस्कार की पहली पाठशाला है जहा पहली बार विश्वविद्यालय के आंगन में ज्ञान अर्जन के लिए गुरु शिष्य का परिचय साक्षात्कार होता है। पूर्ण विश्वास है अकादमिक सत्र में नए विद्यार्थी विश्वविद्यालय का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेंगे ।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 1932 में शिक्षा के जिस बीज का अंकुरण किया था आज वह विशाल वट के रूप में स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा कि दीक्षारंभ से नए विद्यार्थियों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिलता है। नए विद्यार्थी कोमल माटी के समान होते हैं, उन्हे जिस आकर में ढाला जायेगा वो उसी में ढल जायेंगे। इसलिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे सभी विद्यार्थियों को उनकी क्षमता के अनुरूप भविष्य के लिए तैयार करें।

दीक्षारंभ समारोह में मुख्य अतिथि,कुलपति, कुलसचिव आदि ने मां सरस्वती, गुरु गोरखनाथ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। धन्यवाद ज्ञापन नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डीएस अजीथा ने किया। दीक्षारंभ समारोह में प्रमुख रूप से फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, अधिष्ठता प्रो. सुनील कुमार सिंह, डॉ. विमल कुमार दूबे, डॉ. रोहित श्रीवास्तव, डॉ. अमित दूबे, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. विकास यादव, धनंजय पांडेय, डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ. संदीप श्रीवास्तव, श्वेता अल्बर्ट सहित सभी विभागों के शिक्षक उपस्थित रहे।

इमाम हुसैन व कर्बला के शहीदों की याद में घर-घर हुई फातिहा

गोरखपुर। नौवीं मुहर्रम को अकीदतमंदों ने विविध तरीकों से हज़रत सैयदना इमाम हुसैन व कर्बला के शहीदों को खिराजे अकीदत पेश किया। उलमा किराम ने इमाम हुसैन व कर्बला के शहीदों पर रोशनी डाली।

इमाम हुसैन, अहले बैत व कर्बला के शहीदों की याद में क़ुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हुई। जिन लोगों ने नौवीं मुहर्रम को रोज़ा रखा था उन्होंने शाम को रोज़ा खोलकर अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए इबादत की। अकीदतमंदों ने घर व मस्जिद में क़ुरआन शरीफ़ की तिलावत की। अल्लाह का जिक्र किया। दरूदो सलाम का नज़राना पेश किया। पूरा दिन हज़रत इमाम हुसैन की कुर्बानियों को याद करते हुए बीता।

--------------------

नौवीं मुहर्रम को हुआ सामूहिक रोजा इफ़्तार

गोरखपुर। मंगलवार को ग़ौसे आज़म फाउंडेशन की ओर से सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद में रोजा इफ्तार का आयोजन हुआ। जिसमें अकीदतमंदों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। रोज़ा इफ़्तार में जिलाध्यक्ष समीर अली, मो. फैज, मो. जैद कादरी, अमान अहमद, रियाज़ अहमद, मो. जैद चिंटू, अली गज़नफर शाह, मो. शारिक, एहसन खान, अब्दुर्रहमान, नूर मोहम्मद दानिश आदि ने महती भूमिका निभाई। बुधवार दसवीं मुहर्रम को भी शाम 6:55 बजे सामूहिक रोजा इफ़्तार होगा। वहीं रहमतनगर में लंगरे हुसैनी बांटने का सिलसिला जारी रहा।

---------------

आज पूरी दुनिया इमाम हुसैन को याद कर रही है : उलमा किराम

मुहर्रम की दसवीं तारीख़ बहुत फजीलत वाली

गोरखपुर। ‘जिक्रे शोहदाए कर्बला’ महफिल के तहत मंगलवार को गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी ने कहा कि मुहर्रम बरकत व अजमत वाला महीना है। मुहर्रम की 10वीं तारीख़ जिसे आशूरा कहा जाता है वह बहुत ही फजीलत वाली है। इसी दिन इमाम हुसैन व उनके साथियों को शहीद किया गया। तारीख़ गवाह है कि आज तक दुनिया में हजारों जंग हुईं। उन सारी जंगों को लोगों ने एकदम से भुला दिया मगर मैदाने कर्बला में हुई हक़ व बातिल की जंग रहती दुनिया तक याद रखी जाएगी।

मकतब इस्लामियात चिंगी शहीद इमामबाड़ा तुर्कमानपुर में नायब काजी मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी ने कहा कि अल्लाह की रज़ा के लिए अपने आपको और अपनी औलाद को कुर्बान करना और उस पर सब्र करना हज़रत इमाम हुसैन और उनके हौसले की ही बात थी। हज़रत इमाम हुसैन ने धर्म व सच्चाई की हिफाजत के लिए खुद व अपने परिवार को कुर्बान कर दिया, जो शहीद-ए-कर्बला की दास्तान में मौजूद है। हम सब को भी उनके बताए रास्ते पर चलने की जरूरत है।

गाजी मस्जिद गाजी रौजा में मुफ्ती-ए-शहर अख़्तर हुसैन मन्नानी ने कहा कि कर्बला की जंग मनसब नहीं इंसानियत की जंग थी। यही वजह है कि हज़रत इमाम हुसैन ने उस जंग में अपने पूरे खानदान को कुर्बान तो कर दिया मगर जालिम यजीद जो बातिल और बुराई का प्रतीक था, उससे समझौता नहीं किया। दुनिया में कोई ऐसा इंसान नहीं है जो अपने बच्चे, जवान और बुजुर्ग सभी को अल्लाह की रज़ा की खातिर कुर्बान कर दे। साथ ही साथ हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा करता रहे। हमें प्रण लेना चाहिए कि हम अपनी पूरी ज़िंदगी इमामे हुसैन के नक्शे कदम पर चलकर गुजारेंगे, तभी हमें कामयाबी मिलेगी।

बेलाल मस्जिद इमामबाड़ा अलहदादपुर में कारी शराफत हुसैन कादरी ने कहा कि इमाम हुसैन की जंग हुकूमत हासिल करने के लिए नहीं बल्कि इंसानों को सही रास्ते पर लाने के लिए थी। हज़रत इमाम हुसैन की अजमतों को लाखों सलाम जान तो कुर्बान कर दी लेकिन रूहे इस्लाम बचा ली।

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद क़ादरी ने कहा कि इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों ने कर्बला की तपती रेत पर भूखे प्यासे रहकर अज़ीम कुर्बानियां पेश की। 10वीं मुहर्रम (आशूरा) के दिन रोज़ा रखना, सदका करना, नफ़्ल नमाज पढ़ना, एक हजार मर्तबा सूरह इख्लास पढ़ना, यतीमों के सर पर हाथ रखना, घर वालों के लिए अच्छा खाना बनवाना, सुर्मा लगाना, गुस्ल करना, नाखून तराशना और मरीजों की बीमार पुर्सी करना, इमाम हुसैन व कर्बला के शहीदों के लिए फातिहा-नियाज करना अच्छा काम है। खिचड़ा और सबीले इमाम हुसैन वगैरा बांटने में सवाबे खैर है। दसवीं मुहर्रम को गुस्ल करें, क्योंकि उस रोज ज़मज़म का पानी तमाम पानियों में पहुंचता है।

रसूलपुर जामा मस्जिद में मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने ‘खुतबा हज्जतुल विदा’ में फरमाया है कि ऐ लोगों मैंने तुममें वह चीज छोड़ी है कि जब तक तुम उनको थामें रहोगे, गुमराह न होगे। पहली चीज ‘अल्लाह की किताब’ और दूसरी ‘मेरे अहले बैत’।

नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में मौलाना असलम ने कहा कि इमाम हुसैन दीन-ए-इस्लाम को बचाने के लिए शहीद हुए। इमाम हुसैन ने कर्बला में शहादत देकर बता दिया कि जुल्म दीन-ए-इस्लाम का हिस्सा नहीं है।

सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में मौलाना अली अहमद ने कहा कि इमाम हुसैन का मकसद दुनिया को दिखाना था कि अगर इंसान सच्चाई की राह पर साबित कदम रहे और सहनशीलता का दामन न छोड़े तो उसे कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता है। आज इमाम हुसैन को पूरी दुनिया याद कर रही है।

मुकीम शाह जामा बुलाकीपुर में मौलाना फिरोज निजामी ने कहा कि हज़रत इमाम हुसैन के पुत्र इमाम ज़ैनुल आबेदीन जो कर्बला के मैदान में बीमारी की हालत में मौजूद थे, उन्होंने कर्बला में तमाम शहादतों के बाद वहां से शाम तक के सफर में अपने खुतबों से हज़रत इमाम हुसैन के मिशन को आगे बढ़ाया। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई।

-----------

इमाम चौकों पर रखी गई ताजिया

गोरखपुर। नौवीं मुहर्रम को हज़रत सैयदना इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद करते हुए शाम के समय तमाम इमाम चौकों पर छोटे-बड़े ताजिया रख कर फातिहा पढ़ी गई। इमाम चौकों पर शर्बत व मलीदा पर भी फातिहा ख्वानी की गई। हज़रत इमाम हुसैन और उनके साथियों के वसीले से दुआ व मन्नत मांगी गई। विभिन्न इमाम चौकों व घरों में मलीदा, शर्बत, खिचड़ा व बिरयानी बनाकर अकीदतमंदों में बांटा गया। अकीदतमंदों ने इमाम चौकों पर बड़े ताजिया के साथ छोटे ताजिया मन्नत के तौर पर रखे। कई क्षेत्रों में अकीदतमंद छोटी-छोटी ताजिया खरीदते दिखे। मियां बाज़ार स्थित इमामबाड़ा व जाफ़रा बाजार स्थित कर्बला में फातिहा ख्वानी के लिए अकीदतमंदों की भीड़ उमड़ी। जुलूसों का सिलसिला भी जारी रहा। देर रात तक लाइन की ताजिया का जुलूस निकलता रहा। देश विदेश की मस्जिदों व दरगाह का अक्स ताजिया में नजर आया। एक से बढ़कर एक ताजिया सड़कों पर नज़र आई। लाइन की ताजिया का केंद्र गोलघर रहा। लोग मोबाइल में ताजिया की फोटो व वीडियो कैद करते दिखे।

मुहर्रम सकुशल संपन्न कराने हेतु थाने में बैठक हुई

खजनी गोरखपुर।बुद्धवार को मोहर्रम की दसवीं का जुलूस सकुशल संपन्न कराने के लिए मंगलवार को क्षेत्राधिकारी खजनी की अध्यक्षता में थाना परिसर में पीस कमेटी की बैठक की गई। जिसमें थानाध्यक्ष सभी चौकियों के प्रभारी, थाने के पुलिसकर्मी और मुस्लिम समुदाय के प्रबुद्धजन मौजूद रहे।

क्षेत्राधिकारी ने मोहर्रम के जुलूस के दौरान क्षेत्र में किसी प्रकार का विवाद न हो इसे सुनिश्चित करने का आह्वान किया।

क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी तरह से कानून उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के हवाले से किसी को भी तेज आवाज में डीजे नहीं बजाने का आदेश दिया। कहा कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में क्षेत्राधिकारी ओंकारदत्त तिवारी, थानाधक्ष शैलेन्द्र शुक्ला ने मोहर्रम को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने और आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की। इस दौरान कुछ ताजिएदारों ने रास्ते में हाईटेंशन तार और रास्ते के विवाद और अन्य की समस्याओं से अवगत कराया। सीओ ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।

इस दौरान चौकी इंचार्ज उनवल, महुआडाबर थाने के एसआई एवं सभी चौकीदार भी मौजूद रहे।

बाइक से सड़क पार कर रहे युवक को बाइक सवार ने मारी टक्कर, गंभीर

खजनी गोरखपुर।थाने की उनवल चौकी क्षेत्र के पावर हाउस के समीप रोड क्रास कर रहे युवक को बाइक सवार ने टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल युवक को शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

पुलिस को दी गई तहरीर में उनवल नगर पंचायत के वार्ड संख्या-3 के निवासी ओमप्रकाश के पुत्र मुन्ना ने बताया है कि आज अपराह्न 4.30 बजे खजनी बांसगांव मार्ग पर उनवल पावर हाउस के पास बाइक से सड़क पार कर रहे उनके चचेरे भाई श्रीप्रकाश के पुत्र अजीत कुमार को बाइक यूपी 53 बीएम 0746 पर सवार एक व्यक्ति ने विपरीत दिशा से आ कर जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए जिले के एक निजी अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है।

उनवल चौकी इंचार्ज सोनेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना मिली है जल्दी ही आरोपित बाइक सवार को तलाश कर लिया जाएगा।

मोहर्रम शांति पूर्ण संपन्न कराने हेतु उनवल कस्बे में पुलिस का रूट मार्च

खजनी गोरखपुर।थाने की उनवल चौकी क्षेत्र अंतर्गत नगर पंचायत कस्बा संग्रामपुर उनवल में मोहर्रम त्योहार के मौके पर बुद्धवार को निकालने वाले दसवीं के जुलूस के दौरान शांति सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से आज खजनी पुलिस ने पीएसी बल के जवानों के साथ सघन रूट मार्च करते हुए स्थानीय लोगों को प्रशासन की मुस्तैदी और सुरक्षा का भरोसा दिलाया।

टीम ने कस्बे के विभिन्न वार्डों में जुलूस निकलने वाले सभी संपर्क मार्गों पर भ्रमण किया।

इस दौरान थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला के नेतृत्व में थाने और चौकी की पुलिस टीम तथा पीएसी बल के जवान मौजूद रहे।

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विवि की विशिष्ट पहचान : डॉ. जीएन सिंह

गोरखपुर, 16 जुलाई। भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने अनुशासन, नवाचार, परिसर संस्कृति और मानव सेवा के भाव से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। अपने अभिनव शिक्षण पद्धति से बहुत ही कम समय में यह विश्वविद्यालय रोल मॉडल के रूप में प्रतिष्ठित हो गया है।

डॉ. सिंह मंगलवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नवीन सत्र के विद्यार्थियों के लिए आयोजित दीक्षारंभ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी बहुत ही सौभाग्यशाली हैं। यहां विद्यार्थियों को संस्कार और अद्यानुतन तकनीक के साथ शिक्षित होकर सशक्त नागरिक बनने का अवसर प्राप्त होगा। दीक्षारंभ समारोह में सम्मिलित सभी नवांकुरो के उच्च शिक्षा के प्रथम संस्कार की बधाई देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि पूर्ण विश्वास है किआप सभी इस विश्वविद्यालय की मान मर्यादा को अपने नवाचारों से और प्रतिष्ठत करेंगे।

नवागत विद्यार्थियों का परिसर में स्वागत करते हुए कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद शिक्षा के क्षेत्र में लब्ध प्रतिष्ठित संस्थान है। इसके अंतर्गत संचालित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने चार वर्षो की यात्रा में कई प्रतिमान स्थापित किए हैं। यहां के शिक्षको के कुशल नेतृत्व में निरंतर नवाचारों से कई विषयों में अन्वेषण जारी है। डॉ. राव ने कहा कि अनुशासन की ताप में तपे यहां के विद्यार्थी अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं। इस विश्वविद्यालय की परिकल्पना एक ऐसी व्यवस्था को जन्म देना है जो स्वचालित हो। जिसमे विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारी स्वतः संज्ञान लेते हुए एक ऐसे विश्वविद्यालय का निर्माण करें जो लोकार्थ की भावना से ओत- प्रोत होते हुए सभी के लिए अनुकरणीय हो। उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्य के लिए अनुशासन, कार्य निष्ठा, स्वयं के कार्य के प्रति ईमानदारी, सात्विक भाव अर्पण होना चाहिए। दीक्षारंभ संस्कार की पहली पाठशाला है जहा पहली बार विश्वविद्यालय के आंगन में ज्ञान अर्जन के लिए गुरु शिष्य का परिचय साक्षात्कार होता है। पूर्ण विश्वास है अकादमिक सत्र में नए विद्यार्थी विश्वविद्यालय का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेंगे ।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 1932 में शिक्षा के जिस बीज का अंकुरण किया था आज वह विशाल वट के रूप में स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा कि दीक्षारंभ से नए विद्यार्थियों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिलता है। नए विद्यार्थी कोमल माटी के समान होते हैं, उन्हे जिस आकर में ढाला जायेगा वो उसी में ढल जायेंगे। इसलिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे सभी विद्यार्थियों को उनकी क्षमता के अनुरूप भविष्य के लिए तैयार करें।

दीक्षारंभ समारोह में मुख्य अतिथि,कुलपति, कुलसचिव आदि ने मां सरस्वती, गुरु गोरखनाथ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। धन्यवाद ज्ञापन नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डीएस अजीथा ने किया। दीक्षारंभ समारोह में प्रमुख रूप से फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, अधिष्ठता प्रो. सुनील कुमार सिंह, डॉ. विमल कुमार दूबे, डॉ. रोहित श्रीवास्तव, डॉ. अमित दूबे, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. विकास यादव, धनंजय पांडेय, डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ. संदीप श्रीवास्तव, श्वेता अल्बर्ट सहित सभी विभागों के शिक्षक उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण

गोरखपुर। जनपद में लगातार रोहिणी और राप्ती नदी अपना विकराल रूप दिखा रही हैं. ऐसे में तेजी के साथ बढ़ रहे जलस्तर ने दर्जनों गांवों को अपने आगोश में ले लिया है. ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधाएं और सरकारी निर्देश के बाद पहुंचने वाले लाभ को लेकर अधिकारी सक्रिय नजर आ रहे हैं।

इसी क्रम में मंडलायुक्त अनिल ढींगरा के नेतृत्व में अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का एनडीआरएफ व एसडीआरएफ से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की. साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार नजर बनाए रखने के साथ ही बाढ़ चौकिया को भी सक्रिय रखा जाए।

जिससे किसी भी विषम परिस्थितियों से तत्काल निपटा जा सके. वही मंडलायुक्त ने कहा कि सभी विभाग आपसे सामंजन स्थापित कर बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करें और शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों का पूरी गंभीरता के साथ पालन किया जाए. इस मौके पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर, एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

भोजपुरी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता इमामबाड़ा स्टेट पहुंच बाबा रोशन अली शाह की मजार पर पढ़ा फतिया

गोरखपुर। भोजपुरी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता अयाज खान पिछले कई दिनों से आपकी फिल्म की शूटिंग को लेकर गोरखपुर में मौजूद है ।

इसी दौरान मोहर्रम का समय है जिस पर उन्होंने गोरखपुर स्थित इमामबाड़ा स्टेट में पहुंचकर सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत बाबा रोशन अली शाह की मजार पर फातिहा पढ़ी और सोने और चांदी की ताजी की जियारत की साथ ही साथ इस अवसर पर पूरे परिसर में बहुत सारे लोगों ने अयाज खान के साथ फोटो क्लिक कराई और वीडियो बनवा सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम मंच समाज की क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहम्मद वाजिक शिबू एवं गोरखपुर शहर के सुप्रसिद्ध समाजसेवी वह कई इंजीनियर मिनट गोरखपुरी ने संपूर्ण इमाम बड़ी की विस्तृत जानकारी अयाज खान जी को दी।

इस अवसर पर युवा गीतकार दिनेश फैसल खान, पत्रकार इमरान खान एवं एडवोकेट अनीस अहमद उपस्थित रहे|

नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को शहर में और मजबूत करेंगी नर्सिंग की छात्राएं


गोरखपुर।गोरखपुर जिले के शहरी क्षेत्र में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को और मजबूत करने के लिए नर्सिंग छात्राओं की मदद ली जाएगी । मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की पहल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य सहयोगी संस्थाओं की मदद से करीब 200 छात्राओं का क्षमता संवर्धन करवा दिया है।

यह छात्राएं गोरखनाथ, जाफरा बाजार, निजामपुर और हुमायूंपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ घर घर जाकर सर्वे करेंगी और नियमित टीकाकरण के पात्र लाभार्थियों को चिन्हित करेंगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग इन सभी लाभार्थियों पर फोकस करके उनका टीकाकरण कराएगा।

प्रशिक्षक और उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ हरिओम पांडेय का कहना है कि नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं के साथ प्रत्येक कॉलेज से दो नोडल शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया गया है। यह छात्राएं स्थानीय आशा कार्यकर्ता की मदद से घर घर जाएंगी। साथ ही लोगों को टीकाकरण का महत्व बताएंगी। समुदाय में संदेश देंगी कि बच्चों का पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाता है। किशोर किशोरियों और गर्भवती को टिटनेस व डिप्थीरिया से बचाव के लिए टीडी का टीका लगना अनिवार्य है।

लोगों के मन से टीके के प्रति व्याप्त भ्रांति को दूर कर बताएंगी कि सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित कोल्ड चेन में रहता है और काफी असरदार है। कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आना स्वाभाविक है, जो अपने आप ठीक हो जाता है।

नर्सिंग छात्राओं को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ के अधिकारी डॉ मुनेंद्र, डॉ विनय, यूनिसेफ संस्था से डॉ हसन फहीम, यूएनडीपी संस्था से पवन सिंह आदि ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्राओं को सर्वे का तरीका भी सिखाया गया है। प्रशिक्षण लेने वालों में गोरखनाथ नर्सिंग स्कूल, सावित्री नर्सिंग स्कूल, गंगोत्री देवी नर्सिंग कॉलेज, फातिमा नर्सिंग कॉलेज और पैसिफिक नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं शामिल हैं।

उच्च जोखिम क्षेत्रों पर जोर

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिन चार इलाकों में सर्वे होने जा रहा है वह उच्च जोखिम क्षेत्र भी हैं। इन इलाकों में नियमित टीकाकरण के प्रति इंकार की भी शिकायते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने पांच कॉलेज के प्रधनाचार्यों को पत्र लिख कर इस संबंध में सहयोग मांगा था। प्रशिक्षण का कार्य सोमवार को एनेक्सी भवन में पूरा कर लिया गया। शीघ्र ही यह छात्राएं घर घर सर्वे का काम शुरू कर देंगी। साथ में यह भी संदेश देंगी कि नियमित टीकाकरण की सुविधा शहर में सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है। टीकाकरण के लिए यूविन पोर्टल के जरिये ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा का भी प्रचार प्रसार किया जाएगा।

वृद्धों, दिव्यांग जनों, बेसहारों व युवाओं में निशुल्क आठ दिवसीय पारंपरिक लोकगीत कि कार्यशाला प्रारंभ

गोरखपुर। सोमवार से प्रारंभ हुई वृद्धावस्था के वृद्धों, दिव्यांग जनों, एवं बेसहारों व युवाओं में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से नवभारत निर्माण ट्रस्ट के द्वारा 15 से 22 जुलाई तक निशुल्क आठ दिवसीय पारंपरिक लोकगीत कि कार्यशाला। यह कार्यशाला गोकुलधाम वृद्धाश्रम बढ़गो गोरखपुर में आयोजित हो रही है रही है ।

मुख्य ट्रस्टी नवभारत निर्माण ट्रस्ट विक्रमादित्य नारायण सिंह ने बताया कि वृद्धाआश्रम में लगभग सौ से ज़्यादा वृद्धजनों संग दिव्यांगजन एवं युवाओं ने आज प्रथम दिन इस कार्यशाला मे प्रशिक्षण लिया आठवें दिन सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट एवं प्रशिक्षकों को सम्मान पत्र का वितरण अंतिम तिथि पर वृद्धाश्रम में किया जाएगा  ।आज के कार्यक्रम में विक्रमादित्य नारायण सिंह के संघ ध्यान चंद कुमार अनजान, राम सिंह निशाद अधीक्षक गोकुल धाम वृद्धाश्रम संग अभिषेक तिवारी गोलु अर्पिता सिंह आकाश कुमार पटेल श्री सिंह व अन्य मौजूद रहे ।