उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महायोगी गोरखनाथ विवि की विशिष्ट पहचान : डॉ. जीएन सिंह

गोरखपुर, 16 जुलाई। भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने अनुशासन, नवाचार, परिसर संस्कृति और मानव सेवा के भाव से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। अपने अभिनव शिक्षण पद्धति से बहुत ही कम समय में यह विश्वविद्यालय रोल मॉडल के रूप में प्रतिष्ठित हो गया है।

डॉ. सिंह मंगलवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में नवीन सत्र के विद्यार्थियों के लिए आयोजित दीक्षारंभ समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी बहुत ही सौभाग्यशाली हैं। यहां विद्यार्थियों को संस्कार और अद्यानुतन तकनीक के साथ शिक्षित होकर सशक्त नागरिक बनने का अवसर प्राप्त होगा। दीक्षारंभ समारोह में सम्मिलित सभी नवांकुरो के उच्च शिक्षा के प्रथम संस्कार की बधाई देते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि पूर्ण विश्वास है किआप सभी इस विश्वविद्यालय की मान मर्यादा को अपने नवाचारों से और प्रतिष्ठत करेंगे।

नवागत विद्यार्थियों का परिसर में स्वागत करते हुए कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद शिक्षा के क्षेत्र में लब्ध प्रतिष्ठित संस्थान है। इसके अंतर्गत संचालित महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय ने चार वर्षो की यात्रा में कई प्रतिमान स्थापित किए हैं। यहां के शिक्षको के कुशल नेतृत्व में निरंतर नवाचारों से कई विषयों में अन्वेषण जारी है। डॉ. राव ने कहा कि अनुशासन की ताप में तपे यहां के विद्यार्थी अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय के रूप में अपनी पहचान स्थापित कर रहे हैं। इस विश्वविद्यालय की परिकल्पना एक ऐसी व्यवस्था को जन्म देना है जो स्वचालित हो। जिसमे विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी एवं अधिकारी स्वतः संज्ञान लेते हुए एक ऐसे विश्वविद्यालय का निर्माण करें जो लोकार्थ की भावना से ओत- प्रोत होते हुए सभी के लिए अनुकरणीय हो। उन्होंने कहा कि बड़े लक्ष्य के लिए अनुशासन, कार्य निष्ठा, स्वयं के कार्य के प्रति ईमानदारी, सात्विक भाव अर्पण होना चाहिए। दीक्षारंभ संस्कार की पहली पाठशाला है जहा पहली बार विश्वविद्यालय के आंगन में ज्ञान अर्जन के लिए गुरु शिष्य का परिचय साक्षात्कार होता है। पूर्ण विश्वास है अकादमिक सत्र में नए विद्यार्थी विश्वविद्यालय का नाम अंतराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेंगे ।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 1932 में शिक्षा के जिस बीज का अंकुरण किया था आज वह विशाल वट के रूप में स्थापित हो चुका है। उन्होंने कहा कि दीक्षारंभ से नए विद्यार्थियों को एक-दूसरे को जानने का अवसर मिलता है। नए विद्यार्थी कोमल माटी के समान होते हैं, उन्हे जिस आकर में ढाला जायेगा वो उसी में ढल जायेंगे। इसलिए शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे सभी विद्यार्थियों को उनकी क्षमता के अनुरूप भविष्य के लिए तैयार करें।

दीक्षारंभ समारोह में मुख्य अतिथि,कुलपति, कुलसचिव आदि ने मां सरस्वती, गुरु गोरखनाथ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित किया। धन्यवाद ज्ञापन नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डीएस अजीथा ने किया। दीक्षारंभ समारोह में प्रमुख रूप से फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शशिकांत सिंह, अधिष्ठता प्रो. सुनील कुमार सिंह, डॉ. विमल कुमार दूबे, डॉ. रोहित श्रीवास्तव, डॉ. अमित दूबे, डॉ. अनुपमा ओझा, डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. विकास यादव, धनंजय पांडेय, डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, डॉ. संदीप श्रीवास्तव, श्वेता अल्बर्ट सहित सभी विभागों के शिक्षक उपस्थित रहे।

मंडलायुक्त सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया निरीक्षण

गोरखपुर। जनपद में लगातार रोहिणी और राप्ती नदी अपना विकराल रूप दिखा रही हैं. ऐसे में तेजी के साथ बढ़ रहे जलस्तर ने दर्जनों गांवों को अपने आगोश में ले लिया है. ग्रामीणों तक स्वास्थ्य सुविधाएं और सरकारी निर्देश के बाद पहुंचने वाले लाभ को लेकर अधिकारी सक्रिय नजर आ रहे हैं।

इसी क्रम में मंडलायुक्त अनिल ढींगरा के नेतृत्व में अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का एनडीआरएफ व एसडीआरएफ से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से वार्ता कर उन्हें मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी भी प्राप्त की. साथ ही संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों पर लगातार नजर बनाए रखने के साथ ही बाढ़ चौकिया को भी सक्रिय रखा जाए।

जिससे किसी भी विषम परिस्थितियों से तत्काल निपटा जा सके. वही मंडलायुक्त ने कहा कि सभी विभाग आपसे सामंजन स्थापित कर बाढ़ पीड़ितों की हर संभव मदद करें और शासन से प्राप्त दिशा निर्देशों का पूरी गंभीरता के साथ पालन किया जाए. इस मौके पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश, एसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर, एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

भोजपुरी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता इमामबाड़ा स्टेट पहुंच बाबा रोशन अली शाह की मजार पर पढ़ा फतिया

गोरखपुर। भोजपुरी फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता अयाज खान पिछले कई दिनों से आपकी फिल्म की शूटिंग को लेकर गोरखपुर में मौजूद है ।

इसी दौरान मोहर्रम का समय है जिस पर उन्होंने गोरखपुर स्थित इमामबाड़ा स्टेट में पहुंचकर सुप्रसिद्ध सूफी संत हजरत बाबा रोशन अली शाह की मजार पर फातिहा पढ़ी और सोने और चांदी की ताजी की जियारत की साथ ही साथ इस अवसर पर पूरे परिसर में बहुत सारे लोगों ने अयाज खान के साथ फोटो क्लिक कराई और वीडियो बनवा सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं अखिल भारतीय पसमांदा मुस्लिम मंच समाज की क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहम्मद वाजिक शिबू एवं गोरखपुर शहर के सुप्रसिद्ध समाजसेवी वह कई इंजीनियर मिनट गोरखपुरी ने संपूर्ण इमाम बड़ी की विस्तृत जानकारी अयाज खान जी को दी।

इस अवसर पर युवा गीतकार दिनेश फैसल खान, पत्रकार इमरान खान एवं एडवोकेट अनीस अहमद उपस्थित रहे|

नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को शहर में और मजबूत करेंगी नर्सिंग की छात्राएं


गोरखपुर।गोरखपुर जिले के शहरी क्षेत्र में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को और मजबूत करने के लिए नर्सिंग छात्राओं की मदद ली जाएगी । मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा की पहल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य सहयोगी संस्थाओं की मदद से करीब 200 छात्राओं का क्षमता संवर्धन करवा दिया है।

यह छात्राएं गोरखनाथ, जाफरा बाजार, निजामपुर और हुमायूंपुर में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ घर घर जाकर सर्वे करेंगी और नियमित टीकाकरण के पात्र लाभार्थियों को चिन्हित करेंगी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग इन सभी लाभार्थियों पर फोकस करके उनका टीकाकरण कराएगा।

प्रशिक्षक और उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ हरिओम पांडेय का कहना है कि नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं के साथ प्रत्येक कॉलेज से दो नोडल शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किया गया है। यह छात्राएं स्थानीय आशा कार्यकर्ता की मदद से घर घर जाएंगी। साथ ही लोगों को टीकाकरण का महत्व बताएंगी। समुदाय में संदेश देंगी कि बच्चों का पांच साल में सात बार नियमित टीकाकरण उन्हें गंभीर बीमारियों से बचाता है। किशोर किशोरियों और गर्भवती को टिटनेस व डिप्थीरिया से बचाव के लिए टीडी का टीका लगना अनिवार्य है।

लोगों के मन से टीके के प्रति व्याप्त भ्रांति को दूर कर बताएंगी कि सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित कोल्ड चेन में रहता है और काफी असरदार है। कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आना स्वाभाविक है, जो अपने आप ठीक हो जाता है।

नर्सिंग छात्राओं को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ नंदलाल कुशवाहा, सहयोगी संस्था डब्ल्यूएचओ के अधिकारी डॉ मुनेंद्र, डॉ विनय, यूनिसेफ संस्था से डॉ हसन फहीम, यूएनडीपी संस्था से पवन सिंह आदि ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की महत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। छात्राओं को सर्वे का तरीका भी सिखाया गया है। प्रशिक्षण लेने वालों में गोरखनाथ नर्सिंग स्कूल, सावित्री नर्सिंग स्कूल, गंगोत्री देवी नर्सिंग कॉलेज, फातिमा नर्सिंग कॉलेज और पैसिफिक नर्सिंग कॉलेज की छात्राएं शामिल हैं।

उच्च जोखिम क्षेत्रों पर जोर

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जिन चार इलाकों में सर्वे होने जा रहा है वह उच्च जोखिम क्षेत्र भी हैं। इन इलाकों में नियमित टीकाकरण के प्रति इंकार की भी शिकायते हैं। मुख्य विकास अधिकारी ने पांच कॉलेज के प्रधनाचार्यों को पत्र लिख कर इस संबंध में सहयोग मांगा था। प्रशिक्षण का कार्य सोमवार को एनेक्सी भवन में पूरा कर लिया गया। शीघ्र ही यह छात्राएं घर घर सर्वे का काम शुरू कर देंगी। साथ में यह भी संदेश देंगी कि नियमित टीकाकरण की सुविधा शहर में सभी 23 शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मौजूद है। टीकाकरण के लिए यूविन पोर्टल के जरिये ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा का भी प्रचार प्रसार किया जाएगा।

वृद्धों, दिव्यांग जनों, बेसहारों व युवाओं में निशुल्क आठ दिवसीय पारंपरिक लोकगीत कि कार्यशाला प्रारंभ

गोरखपुर। सोमवार से प्रारंभ हुई वृद्धावस्था के वृद्धों, दिव्यांग जनों, एवं बेसहारों व युवाओं में संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश के सहयोग से नवभारत निर्माण ट्रस्ट के द्वारा 15 से 22 जुलाई तक निशुल्क आठ दिवसीय पारंपरिक लोकगीत कि कार्यशाला। यह कार्यशाला गोकुलधाम वृद्धाश्रम बढ़गो गोरखपुर में आयोजित हो रही है रही है ।

मुख्य ट्रस्टी नवभारत निर्माण ट्रस्ट विक्रमादित्य नारायण सिंह ने बताया कि वृद्धाआश्रम में लगभग सौ से ज़्यादा वृद्धजनों संग दिव्यांगजन एवं युवाओं ने आज प्रथम दिन इस कार्यशाला मे प्रशिक्षण लिया आठवें दिन सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट एवं प्रशिक्षकों को सम्मान पत्र का वितरण अंतिम तिथि पर वृद्धाश्रम में किया जाएगा  ।आज के कार्यक्रम में विक्रमादित्य नारायण सिंह के संघ ध्यान चंद कुमार अनजान, राम सिंह निशाद अधीक्षक गोकुल धाम वृद्धाश्रम संग अभिषेक तिवारी गोलु अर्पिता सिंह आकाश कुमार पटेल श्री सिंह व अन्य मौजूद रहे ।

वर्तमान पत्रकारिता और समाज" विषय पर संगोष्ठी व सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

गोरखपुर। सीमांचल प्रहरी समाचार पत्र के प्रकाशन के प्रथम वर्षगांठ पर "वर्तमान पत्रकारिता और समाज" विषय पर एक संगोष्ठी व सम्मान समारोह का आयोजन गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के सभागार में किया गया।

 कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उमेश चंद्र शर्मा (सेवानिवृत्त) उच्च न्यायालय, इलाहाबाद, विशिष्ट अतिथियों में एस एन भट्ट, चीफ टेक्निकल ऑफीसर, वरुण बेवरेज लिमिटेड (पेप्सीको), मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी, अध्यक्ष गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब, मुख्य वक्ता चन्द्र किशोर शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार, विशिष्ट वक्ता पंकज कुमार सिंह मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे, विद्यानंद, प्रधान महाप्रबंधक, भारतीय संचार दूर निगम लिमिटेड, 

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीमांचल प्रहरी के प्रधान संपादक श्याम नारायण भट्ट, ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

 सीमांचल प्रहरी के संपादक विनय कुमार शर्मा ने स्वागत संबोधन एवं विषय प्रवर्तन करते हुए कहा कि पत्रकारिता आधुनिक सभ्यता का एक प्रमुख व्यवसाय है, जिसमें समाचारों का एकत्रीकरण, लिखना, जानकारी एकत्रित करके पहुँचाना, सम्पादित करना और सम्यक प्रस्तुतीकरण आदि सम्मिलित हैं। बदलते वक्त के साथ बाजारवाद और पत्रकारिता के अन्तर्सम्बन्धों ने पत्रकारिता की विषय-वस्तु तथा प्रस्तुति शैली में व्यापक परिवर्तन किए।

वर्तमान में पत्रकारिता सरकारी गजट या नोटिफ़िकेशन बनकर रह गई है।‌ इक्कीसवीं सदी में दुनिया विज्ञान और टेक्नोलॉजी पर बात कर रही है परन्तु मीडिया धर्म, जातिवाद, मन्दिर मस्जिद की तथाकथित राजनीति से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। इस तरह की पत्रकारिता भारतीय समाज में अन्धविश्वास, धार्मिक उन्माद, सामाजिक विघटन ही पैदा करेगी। वर्तमान समय में मीडिया की नजरों में सेक्युलर, उदारवादी या संविधानवादी होना स्वयं में एक गाली हो गया है। यह पत्रकारों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है।

 इसके लिए कहीं ना कहीं समाज भी जिम्मेदार है। बतौर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उमेश चंद्र शर्मा ने कहा कि सामाजिक सरोकारों तथा सार्वजनिक हित से जुड़कर ही पत्रकारिता सार्थक बनती है। सामाजिक सरोकारों को व्यवस्था की दहलीज तक पहुँचाने और प्रशासन की जनहितकारी नीतियों तथा योजनाओं को समाज के सबसे निचले तबके तक ले जाने के दायित्व का निर्वाह ही सार्थक पत्रकारिता है। जो आज की पत्रकारिता में बहुत ही काम देखने को मिलता है। 

विशिष्ट अतिथि मार्कंडेय मणि त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान पत्रकारिता पर पूंजी हावी हो गई है जो पत्रकारों के लिए एक चुनौती है। वर्तमान पत्रकारिता सत्ता के इर्द-गिर्द ही घूमती रहती है। मुख्य वक्ता चंद्र किशोर शर्मा ने कहा कि पत्रकारिता को लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। पत्रकारिता ने लोकतन्त्र में यह महत्त्वपूर्ण स्थान अपने आप नहीं प्राप्त किया है बल्कि सामाजिक सरोकारों के प्रति पत्रकारिता के दायित्वों के महत्त्व को देखते हुए समाज ने ही दर्जा दिया है। कोई भी लोकतन्त्र तभी सशक्त है जब पत्रकारिता सामाजिक सरोकारों के प्रति अपनी सार्थक भूमिका निभाती रहे। सार्थक पत्रकारिता का उद्देश्य ही यह होना चाहिए कि वह प्रशासन और समाज के बीच एक महत्त्वपूर्ण कड़ी की भूमिका अपनाये।

विशिष्ट वक्ता मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने कहा कि आज की पत्रकारिता को बहुआयामी और अनन्त बना दिया है। आज कोई भी जानकारी पलक झपकते उपलब्ध की और कराई जा सकती है। मीडिया आज बहुत सशक्त, स्वतन्त्र और प्रभावकारी हो गया है। पत्रकारिता की पहुँच और आभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का व्यापक इस्तेमाल आमतौर पर सामाजिक सरोकारों और भलाई से ही जुड़ा है, किन्तु कभी कभार इसका दुरपयोग भी होने लगा है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता श्याम नारायण भट्ट एवं संचालन डॉक्टर प्रेम नारायण भट्ट ने किया। अंत में अतिथियों व आगंतुकों के प्रति समाचार पत्र की प्रकाशिका अनीता भट्ट ने आभार व्यक्त किया।उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों को किया गया सम्मानित कार्यक्रम के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रोफेसर रामनरेश चौधरी, गोरख लाल श्रीवास्तव, चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में डॉ राहुल राय, के के पांडे, संस्कृत साहित्य के क्षेत्र में पंडित अमरनाथ शर्मा, समाज सेवा के क्षेत्र में पुष्प दंत जैन, पंडित राजेश शर्मा,बृजेश राम त्रिपाठी, रणजीत सिंह, मनीष जैन, उत्तम जायसवाल शिव शंकर शर्मा, पत्रकारिता के क्षेत्र में मार्कंडेय मेडिकल त्रिपाठी, चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर अश्विनी अग्रवाल, डॉक्टर विजय प्रताप सिंह, अभियांत्रिकी के क्षेत्र में इंजीनियर आशुतोष द्विवेदी, उत्तरीय, सम्मान पत्र वह मोमेंटो को देखकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सैकड़ो की संख्या में पत्रकार, साहित्यकार, चिकित्सक, रंगकर्मी, अधिवक्ता आदि उपस्थित रहें।

कर्बला के शहीदों की याद में लबों पर जारी 'या हुसैन' की सदा
गोरखपुर। मुहर्रम की 8वीं तारीख़ को मस्जिदों व घरों में हज़रत सैयदना इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों की याद में महफिलों का दौर जारी रहा। मस्जिदों, घरों व इमाम चौकों पर फातिहा ख्वानी हुई। उलमा किराम ने ‘शहीद-ए-आज़म इमाम हुसैन’ व कर्बला के शहीदों की कुर्बानियों पर तकरीर की। जिसे सुनकर अकीदतमंदों की आंखें नम हो गईं और लबों से 'या हुसैन' की सदा जारी हुई।

सोमवार को जामा मस्जिद रसूलपुर में मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि इमाम हुसैन ने दीन-ए-इस्लाम की खातिर सब कुछ कुर्बान कर दिया लेकिन जुल्म करने वालों के आगे सिर नहीं झुकाया। इमाम हुसैन ने दीन-ए-इस्लाम का झंडा बुलंद कर नमाज़, रोजा, अज़ान व दीन-ए-इस्लाम के तमाम कवानीन की हिफाजत की।

मकतब इस्लामियात चिंगी शहीद इमामबाड़ा तुर्कमानपुर में हाफिज रहमत अली निजामी ने कहा कि कर्बला से हक़ की राह में कुर्बान हो जाने का सबक मिलता है। कर्बला के शहीदों की कुर्बानियों से ताकतवर से ताकतवर के सामने हक़ के लिए डटे रहने का जज्बा पैदा होता है। यदि आपको इमाम हुसैन से सच्ची मुहब्बत है तो उनके नक्शे कदम पर चलने की पूरी कोशिश कीजिए।

नूरी मस्जिद तुर्कमानपुर में मौलाना असलम ने कहा कि जो लोग अल्लाह की राह में अपनी जान कुर्बान कर देते हैं वह शहीद हो जाते हैं और शहीद कभी नहीं मरता बल्कि वह ज़िंदा रहता है। इमाम हुसैन व उनके जांनिसार आज भी ज़िंदा हैं।

गाजी मस्जिद गाजी रौजा में मुफ्ती-ए-शहर अख्तर हुसैन ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया हसन और हुसैन दोनों दुनिया में मेरे दो फूल हैं। पैग़ंबरे इस्लाम से पूछा गया कि अहले बैत में आपको सबसे ज्यादा कौन प्यारा है? तो आपने फरमाया हसन और हुसैन। पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत फातिमा से फरमाते थे कि मेरे पास बच्चों को बुलाओ, फिर उन्हें सूंघते थे और अपने कलेजे से लगाते थे।

गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी ने कहा कि कर्बला के मैदान में जबरदस्त मुकाबला हक़ और बातिल के बीच शुरू हुआ। तीर, नेजा और तलवार के बहत्तर ज़ख्म खाने के बाद इमाम हुसैन सजदे में गिरे और अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए शहीद हो गए।

बेलाल मस्जिद इमामबाड़ा अलहदादपुर में कारी शराफत हुसैन कादरी ने कहा कि हज़रत सैयदना इमाम हुसैन ने अज़ीम कुर्बानी पेश कर बातिल कुव्वतों को करारी शिकस्त दी। इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों को सलाम जिन्होंने हक़ की आवाज़ बुलंद की और दीन-ए-इस्लाम को बचा लिया। करीब 56 साल पांच माह पांच दिन की उम्र शरीफ में जुमा के दिन मुहर्रम की 10वीं तारीख़ सन् 61 हिजरी में इमाम हुसैन इस दुनिया को अलविदा कह गए। साहबजादगाने अहले बैत (पैग़ंबरे इस्लाम के घर वाले) में से कुल 17 हज़रात इमाम हुसैन के हमराह हाजिर होकर रुतबा-ए-शहादत को पहुंचे। कुल 72 अफराद ने शहादत पाईं। यजीदी फौजों ने बचे हुए लोगों पर बहुत जुल्म किया।

मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि हज़रत सैयदना इमाम हुसैन ने हमें पैग़ाम दिया कि जो बुरा है उसकी बुराई दुनिया के सामने पेश करके बुराई को खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए चाहे जिस चीज की कुर्बानी देनी पड़े, ताकि दुनिया में जो अच्छी सोसाइटी के ईमानदार लोग हैं वह अमनो-अमान के साथ अपनी ज़िंदगी गुजार सकें। अंत में सलातो सलाम पढ़कर मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। शीरीनी बांटी गई। वहीं गौसे आजम फाउंडेशन ने शहर में कई जगहों पर अकीदतमंदों में लंगरे हुसैनी बांटा। लंगर बांटने में फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली, मो. फैज, मो. जैद, रियाज़ अहमद, अमान अहमद, मो. शारिक, मो. जैद कादरी, एहसन खान, अली गजनफर शाह, अब्दुर्रहमान आदि ने महती भूमिका निभाई।
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रहमतनगर में सामूहिक रोज़ा इफ़्तार आज व कल

गोरखपुर। गौसे आजम फाउंडेशन की ओर से मंगलवार (नौवीं मुहर्रम) व बुधवार (दसवीं मुहर्रम) को शाम 6:55 बजे सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर पर सामूहिक रोज़ा इफ़्तार का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली ने दी है।

मकतब इस्लामियात के कारी मो. अनस रजवी व हाफिज रहमत अली निजामी ने मुस्लिम समाज से अपील की है कि नौवीं व दसवीं मुहर्रम को सभी लोग रोज़ा रखें। इबादत करें। नौवीं व दसवीं मुहर्रम का रोज़ा रखने की हदीस में बहुत फज़ीलत आई है। नौवीं व दसवीं मुहर्रम दोनों दिन का रोज़ा रखना अफ़ज़ल है।

चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर के इमाम मौलाना महमूद रज़ा क़ादरी ने बताया कि नौवीं मुहर्रम (16 जुलाई) को सहरी का आख़िरी वक्त सुबह 3:41 बजे व इफ़्तार का वक्त शाम में 6:55 बजे है। वहीं दसवीं मुहर्रम (17 जुलाई) को सहरी का आख़िरी वक्त सुबह 3:41 बजे व इफ़्तार का वक्त शाम में 6:55 बजे है।

नाचते हुए बारातियों में मारपीट जमकर चले लात-घूंसे,घायलों को पुलिस ने इलाज के लिए भेजा
खजनी गोरखपुर।कस्बे के निकट स्थित सिंह मैरेज हॉल में बीती रात नशे के हाल में नाचते गाते बारातियों के बीच मारपीट हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाद को शांत कराया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

मिली जानकारी के अनुसार सिंह मैरेज हॉल खजनी के एक ही मैरेज हॉल में दो शादियां थीं। जहां थाना क्षेत्र के बेलडांड़ गांव से और गुलहरियां थाना क्षेत्र के बनगांईं गांव से बारात आई थी। अचानक नशे की हालत में नाचते हुए बारातियों के बीच मारपीट हो गई। इस दौरान जमकर लात घूंसे चले तथा एक दूसरे को ईंट पत्थर मारने लगे। आरोप है कि नाचते हुए बारातियों के द्वारा किसी युवती से छेड़छाड़ को लेकर विवाद की शुरुआत हुई।

विवाद बढ़ता देख कर किसी ने स्थानीय थाने में इसकी सूचना दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाद शांत कराया और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इस दौरान बनगांईं पक्ष के लोग महिलाओं के साथ घटना की शिकायत लेकर थाने पहुंचे किंतु फिर शादी के कारण अगले दिन थाने में पहुंच कर तहरीर देने की बात कही और चले गए।थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि मारपीट की घटना की जानकारी मिली है, शिकायत मिलने पर जांच और कार्रवाई की जाएगी।
किशोरी से जबरन दुष्कर्म,8 माह की गर्भवती हुई, आरोपित चचेरे भाई के खिलाफ पिता ने दी तहरीर

खजनी गोरखपुर। थाना क्षेत्र के एक गांव में समाज को शर्मसार कर देने वाली घटना प्रकाश में आई है। नाबालिग किशोरी को डरा धमकाकर और बहला फुसलाकर उसका चचेरा भाई जबरन दुष्कर्म करता रहा। 8 माह की गर्भवती होने के बाद पेट में दर्द और उभार आता हुआ देखकर किशोरी ने जब अपने पिता को बताया तो वह उसे लेकर डॉक्टर के पास इलाज के लिए पहुंचा। जांच के बाद जैसे ही किशोरी के 8 माह की गर्भवती होने की जानकारी मिली पिता के पांव तले से जमीन खिसक गई। बिलखते हुए किशोरी ने अपने पिता को अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी, जिसके बाद खजनी थाने में पहुंच कर बाप बेटी ने आरोपित युवक के खिलाफ तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।

मिली जानकारी के अनुसार किशोरी की मां का वर्षों पहले निधन हो चुका है। पत्नी के न होने से गम में डूबे पिता को शराब पीने की बुरी लत है। पड़ोस में रहने वाला किशोरी का चचेरा भाई रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करते हुए अपनी ही बहन पर बुरी नीयत रखने लगा मौका देखकर उसने पहले किशोरी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए और फिर आए दिन उसे डरा धमकाकर और बहला फुसलाकर लगातार संबंध बनाता रहा इस बीच किशोरी 8 माह की गर्भवती हो गई। घर में किसी समझदार महिला के न होने से किशोरी को गर्भावस्था और इस दौरान होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की जानकारी नहीं हो पाई।

मामले में थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपित की तलाश की जा रही है।

गांव में घुसा आमी नदी के बाढ़ का पानी,तहसीलदार कूड़ा भरत गांव में उपलब्ध कराई नाव

खजनी गोरखपुर। तहसील क्षेत्र के कूंड़ा भरत गांव के एक मौजे में निचले इलाके के कुछ घर आमी नदी के बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। गांव के समीप से बहने वाली आमी नदी पर पीपे का पुल बना था जो कि पानी के तेज बहाव से बह चुका है। वहीं गांव के कई मजदूर नदी पार करके 7/8 किलोमीटर की दूरी तय कर रोज शहर में मजदूरी करने के लिए आते जाते हैं। समस्या की जानकारी मिलते ही आज गांव में पहुंचे तहसीलदार खजनी कृष्ण गोपाल तिवारी ने गांव के लिए छोटी डोंगीं नाव उपलब्ध कराई। इस दौरान लेखपाल राजीव रंजन शर्मा ग्राम प्रधान रमेश पासवान सहित बड़ी संख्या में गांव के निवासी मौजूद रहे। समस्या का समाधान मिलने पर लोगों ने तहसील प्रशासन के प्रति आभार जताया।

बता दें कि पहाड़ो पर हो रही बारिश और पड़ोसी देश नेपाल से पानी छोड़े जाने के साथ ही इलाके में पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण घाघरा राप्ती जैसी बड़ी नदियों के साथ ही उनसे जुड़ी छोटी और सहायक नदियां भी उफान पर हैं। नदियों का पानी लगातार बढ़ने के कारण उनके किनारे बसे गांवों के निचले इलाकों में पानी भर चुका है, गांवों के किसानों के खेत जलमग्न हो गए हैं।