डायरिया से 5 बैगा आदिवासियों की मौत, मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने बनाई कमेटी

रायपुर-  कवर्धा जिले में डायरिया से बैगा आदिवासियों की मौत मामले की जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है. डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू के नेतृत्व में 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी गांव का दौरा कर ग्रामीणों से बातचीत करेंगे और अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपेंगे.

जांच कमेटी में विधायक इंद्रशाह मंडावी, जनकध्रुव, पूर्व विधायक ममता चंद्राकर, जिला कांग्रेस अध्यक्ष होरी राम, नेता महेश चंद्रवंशी, नीलकंठ चंद्रवंशी शामिल हैं. बता दें कि सोनवाही और बोड़ला में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है. डायरिया से 5 बैगाओं की मौत हुई है.

एक पेड़ मां के नाम : कलेक्टर दीपक सोनी ने आंगनबाड़ी केंद्र में मां के नाम लगाया आम का पौधा…

बलौदाबाजार-    कलेक्टर दीपक सोनी आज ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान अंतर्गत ग्राम सोनपुरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र परिसर में अपनी मां सुमन सोनी के नाम आम का पौधा लगाया. इसके साथ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटी अरायना एवं अनाइशा के नाम आवला व बरगद के पौधे लगाए. इस दौरान उन्होंने महिलाओं और बच्चों को जल संचय के लिए शपथ भी दिलाई. 

कलेक्टर दीपक सोनी का ग्राम सोनपुरी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में पहुंचने पर बच्चों ने गुलदस्ते के साथ स्वागत किया. केंद्र में कलेक्टर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से केंद्र में मिलने वाले पूरक पोषण आहार, कुपोषित बच्चों की संख्या आदि की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने खेल-खेल में पढ़ाई के साथ बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने के लिए पालकों को जागरूक करने कहा.

कलेक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशानुरूप प्रदेश में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पेड़ लगाए जा रहे है. इसी तारतम्य में ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत बेटियों के सम्मान में भी पौधे लगाए जा रहे है. उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे भी अपनी मां और बेटियों के नाम से पौधे जरूर लगाएं.

कार्यक्रम के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी टिकवेन्द्र जाटवर, सहायक जिला अधिकारी आदित्य शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे.

छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने 21 जिलों के लिए जारी किया अलर्ट

रायपुर- छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. प्रदेश के 21 जिलों के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई गई है. अगले 24 घंटे उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा, बलरामपुर और जशपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट एवं 19 जिलों में 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

जशपुर, सूरजपुर, गौरेला पेंड्रा मारवाही, बिलासपुर, रायगढ़, सारंगढ़, बिलाईगढ़, सक्ती, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, बलौदाबाजार, गरियाबंद, धमतरी, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर और नारायणपुर के कुछ स्थान के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

प्रदेश में अब तक औसत से 31 फीसदी कम हुई बारिश

पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश कोरबा जिले में 95 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई है. वहीं सरगुजा जिले में 75.7 मिमी, बलरामपुर जिले में 70, दंतेवाड़ा में 63.1, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में 47.9 मिलीमीटर बारिश हुई है। प्रदेश में अब तक औसत से 31 फीसदी बारिश कम हुई है.

*16 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष सहित सदस्यों ने पंचायत प्रतिनिधियों से की चर्चा



रायपुर-   16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया और आयोग के सदस्यों ने पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए पंचायतों के तेजी से समग्र विकास का खांका खींचा। बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों ने बस्तर के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

पंचायत प्रतिनिधियों के सुझावों पर वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री पनगढ़िया ने कहा कि 16 वें वित्त आयोग का कार्यकाल 2026-27 से 2030-31 तक प्रभावी रहेगा l इस अवधि को ध्यान में रख कर स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरुप हमें विकास की आगामी कार्ययोजना तैयार करना है। उन्होंने बस्तर के पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यहां जो सुझाव दिए गए हैं, वे सभी वित्त आयोग के कार्यक्षेत्र से संबंधित हैं तथा इन पर निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा जनसरोकार से जुड़े ऐसे मुद्दों पर बात की गई, जिनका यथासंभव समाधान करने का प्रयास किया जाएगा।

बस्तर जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि 15 वें वित्त आयोग अन्तर्गत 90 प्रतिशत जनसंख्या एवं 10 प्रतिशत क्षेत्रफल के आधार पर आवंटन जारी किया जाता है। बस्तर जिला अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में आश्रित ग्राम एवं पारा दूर-दूर तक फैले हुए हैं, इस कारण क्षेत्रफल को ध्यान में रखते हुए 16 वें वित्त आयोग अन्तर्गत 70 प्रतिशत जनसंख्या एवं 30 प्रतिशत क्षेत्रफल के आधार पर आबंटन प्रदाय किया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा हमारा बस्तर संस्कृति से भरपूर है,चाहे देवगुड़ी हो. मेला, मंडई हो. बस्तर में इसकी अत्यधिक मान्यता है। इसे ध्यान में रखते हुए देवगुड़ी, मेला, मंडई एवं खेलकूद क्षेत्र के लिए भी आबंटन का प्रावधान किया जाना चाहिए।

बस्तर जिला पंचायत उपाध्यक्ष मनीराम कश्यप ने कहा बस्तर में पेसा एक्ट लागू होने के साथ-साथ नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। 16 वें वित्त आयोग अन्तर्गत जनसंख्या, क्षेत्रफल के साथ-साथ नक्सल एवं पेसा जिले को अतिरिक्त आबंटन प्रदान करने की बात कही। साथ ही बस्तर की अधिकांश आबादी इन वन क्षेत्र में रहती है तथा अधिकांश आदिवासियों के आय का मुख्य स्त्रोत लघु वनोपज होता है। लघु वनोपज की सामग्री को वैल्यू एडिशन कर सह उत्पाद की श्रेणी में लाने की व्यवस्था करने हेतु अतिरिक्त आबंटन की व्यवस्था की जानी चाहिए।

इसके साथ ही अन्य पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा बस्तर जिले में पथरीली एवं पहाड़ी जमीन को देखते हुए कृषि एवं सिंचाई क्षेत्र में कार्य करने के लिए, पेयजल एवं स्वच्छता के सेक्टर की बाध्यता को समाप्त कर अन्य 09 थीम से सेक्टर चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करने, ऑनलाईन भुगतान प्रणाली के सरलीकरण, किसानों को सामूहिक फेंसिंग एवं नलकूप की स्थापना हेतु सहायता प्रदान करने, प्राकृतिक आपदा की स्थिति में तत्काल सहायता देने, ग्राम पंचायतों में अधोसंरचनाओं के विकास हेतु आश्रित ग्रामों के आधार पर आबंटन प्रदान करने के संबंध में सुझाव दिए गए। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अंचल के जनजाति संस्कृति के आस्था केन्द्र देवगुड़ी, मातागुड़ी, मृतक स्मारकों का संरक्षण करने, पर्यटन स्थलों में सुविधाओं का विकास करने के संबंध में भी सुझाव दिए गए। इसके साथ ही आधुनिक सूचना तकनीक के माध्यम से लोगों को त्वरित सेवा प्रदान करने के लिए भी आवश्यक उपकरण एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराने के सुझाव दिए भी गए। पुलिस महानिरीक्षक सुंदरदाज पी ने इस दौरान वामपंथियों से हुई जनहानि के साथ ही क्षेत्र के विकास में पड़े विपरीत प्रभाव के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने इसके साथ ही इस समस्या के निदान के लिए बनाई गई रणनीतियों के संबंध में भी बताया तथा क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शिक्षा, स्वास्थ्य, मूलभूत संरचना के लिए तेजी से कार्य किए जाने हेतु अतिरिक्त आर्थिक सहायता के संबंध में आयोग के समक्ष अपनी प्रस्तुति दी।

कलेक्टर विजय दयाराम के. ने इस अवसर पर बस्तर की भौगोलिक, आर्थिक, सामाजिक परिस्थितियों से अवगत कराते हुए वामपंथी उग्रवाद, तकनीकी, प्रशासनिक, आर्थिक भौगोलिक चुनौतियों के संबंध में भी जानकारी दी। उन्होंने पंचायतों के आय के रुप में वित्त आयोग के अनुदान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने इसके साथ ही विगत वित्त आयोगों की राशि से बस्तर में किए गए उल्लेखनीय कार्यों के संबंध में जानकारी भी दी तथा बस्तर में तेजी से विकास हेतु मानव संसाधन, सूचना तकनीकी उपकरण, अंचल के लिए विशेष सहायता तथा जनजातीय कल्याण के कार्य को प्राथमिकता दिए जाने पर जोर दिया।

अध्यक्ष ने प्रजेंटेशन की प्रशंसा कर व्यवस्थाओं को सराहा

केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरविंद पनगढ़िया ने जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा दी गई पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि प्रजेंटेशन पूरी तरह से स्थानीय आधारभूत जरुरतों पर केंद्रित कर तैयार किया गया था। प्रजेंटेशन से बस्तर को समझने के साथ ही विकास के आगे बढ़ाने वाले कदमों की जानकारी भी मिलती है। इसके साथ ही उन्होंने आउटकम डाटा को भी जिला स्तर में संग्रहण संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। उन्होंने इसके साथ ही आयोग के अध्ययन भ्रमण हेतु बेहतर व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए इस दौरान जिला प्रशासन तथा स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों की सहभागिता को बस्तर के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया।

कलेक्टोरेट परिसर में किया वृक्षारोपण

इस अवसर पर 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया सहित उपस्थित सदस्यों ने कलेक्टोरेट परिसर में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण किया। यहां आम, कदम, खम्हार आदि पौधे लगाए गए। इस दौरान आयोग के सदस्य अजय नारायण झा, एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पाण्डा, डॉ.सौम्यकांति घोष तथा आयोग के सचिव ऋत्विक पाण्डेय, संयुक्त सचिव कमल कुमार मिश्रा, संयुक्त संचालक राघवेन्द्र सिंह, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया तथा वित्तआयोग के सदस्यों को स्वामी विवेकानंद विमानतल पर स्मृति चिन्ह भेंट कर दी गई बिदाई

रायपुर-  वित्त आयोग के अध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया तथा आयोग के अन्य सदस्यों को नई दिल्ली रवाना होने के पहले रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर प्रतीक चिन्ह भेंट कर बिदाई दी गई। इस अवसर पर वित्त सचिव मुकेश बंसल, एनआरडीए के सीईओ सौरभ कुमार, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, नगरीय विकास विभाग के संचालक कुंदन कुमार, वित्त कोष लेखा विभाग के संचालक महादेव कावरे सहित अन्य अधिकरी उपस्थित थे।

संविधान हत्या दिवस’ पर कांग्रेस को आपत्ति, कहा- यह बाबा साहब का अपमान…

रायपुर- केंद्र द्वारा “संविधान की हत्या” दिवस घोषित करने पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. कांग्रेस संचार सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी ने संविधान के साथ हत्या शब्द जोड़कर बाबा साहब का अपमान किया है. संविधान को खत्म करने और बदलने की साजिश बीजेपी कर रही है. भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं देकर देश की जनता ने संविधान को बचा लिया.

कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने साय मंत्रिमंडल के अयोध्या दर्शन की तुलना कालनेमी से की है. उन्होंने कहा कि यह कालनेमी के समान भक्ति हैं. भाजपा का प्रोपोगेंडा है. भाजपा सरकार बने 6 माह हो गए, लेकिन अब तक चंदखुरी नहीं गए.

भाजपा सरकार ने राम वन गमन परिपथ का काम रोक दिया.

रामविचार नेताम के कांग्रेस में जूतमपैजार के आरोप पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रामविचार नेताम भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, मुख्यमंत्री से भी सीनियर हैं, फिर भी उनकी उपेक्षा हो रही है, इससे वे फ्रस्टेट हो गए हैं. उलूल-जुलूल बयानबाजी करना उनकी आदत हो गई है.

वहीं प्रदेश में निकाय चुनाव की सुगबुगाहट के बीच कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि निकाय चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस सर्वे करवाएगी.

उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में 3000 से अधिक वार्ड हैं. स्थानीय स्तर के नेताओं की भूमिका वहां के चयन में महत्वपूर्ण रहेगी. उनकी अनुशंसा पर ही प्रत्याशी चयनित होंगे. प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है, लेकिन नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए निचले स्तर के नेताओं को निर्देशित कर दिया गया है.

बैगा बाहुल्य गांवों में डायरिया, मलेरिया और मौसमी बीमारियों रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करें- उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

रायपुर-   प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा कल शुक्रवार को कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखण्ड के सुदूर वनांचल ग्राम सोनवाही पहुंचकर ग्रामीणों सहित पीड़ित परिवार के परिजनों से मुलाकात की। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्राम सोनवाही में 10 जुलाई को हुई दो ग्रामीणों की आकस्मिक मृत्यु पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने ग्राम सोनवाही के आदिवासी बालक छात्रावास में बनाए गए अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और उपचार कराने आए मरीजों से चर्चा की। उन्होंने चिकित्सकों को बेहतर उपचार करने के निर्देश दिए। श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशानुरूप एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय द्वारा जिस तरह से प्रधानमंत्री जनमन योजना पर जिस तरह से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। उस पर तेजी से कारवाई करते हुए योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

उपमुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में मौसमी बीमारी, डायरिया, उल्टी दस्त और जलजनित बीमारियों का संक्रमण न हो इसके लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने की जरूरत है। उन्हांने कलेक्टर को वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और और मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सुदूर वनांचल क्षेत्र चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन डीएमएफ से शीघ्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने वनांचल सभी गांवों में स्वास्थ्य शिविर, जल स्त्रोतो का क्लोनिशेन कराने के निर्देश दिए।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से पूरे घटना की विस्तृत जानकारी भी ली। कलेक्टर श्री महोबे ने बताया कि ग्राम सोनवाही में 10 जुलाई को दो ग्रामीणों की मौत हुई है। पांच ग्रामीणों की मृत्यु होने की बात सामने आई थी। इस विषय पर बोड़ला एसडीएम और सीएमएचओ को जांच और घर-घर पहुंच कर सर्वें करने के निर्देश दिए गए थे। सोनवाही में जो पांच ग्रामीणों की मौत की खबर थी, वह अलग-अलग कारणों से और अलग-अलग जगह में हुई है। सभी का मृत्यु का कारण डायरिया या उल्टी-दस्त नहीं हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने बताया कि 10 जलाई को गांव में दो ग्रामीणों की मृत्यु होने की सूचना मिली। सूचना मिलते ही पास के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला के चिकित्सक और स्वास्थ्य अमला 10 जुलाई को पहुंचकर गांव के आदिवासी बालक आश्रम छात्रावास में अस्थायी रूप से अस्पताल बनाया गया और वहां ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण का काम शुरू किया गया। दूसरे दिन 11 जुलाई को कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्तर और चिल्फी के और अतिरिक्त स्वास्थ्य टीम को भेजकर ग्राम सोनवाही में तैनात किया गया।

सीएमएचओ डॉ राज ने बताया कि 10 जुलाई को गांव के सोनसिंह पिता ईतवारी उम्र लगभग 45 वर्ष और एक महिला श्रीमती फूलबाई पति मंगल सिंह उम्र लगभग 35 वर्ष की मृत्यु की सूचना मिली। ग्रामीणों के मुताबिक सोनसिंह अपने खेत से काम कर घर लौटा था, उन्होंने अपने तबियत खराब होने की जानकारी अपने घर वालों को दी। इसके बाद उन्होने उल्टियां शुरू हुई और तीन से चार घंटे के दौरान उनकी घर पर ही हो गई। ग्रामीणों के मुताबिक इसी प्रकार महिला फूलबाई की मृत्यु भी उल्टी से हुई। दो ग्रामीणों की अकास्मिक मृत्यु के बारे में ग्रामीणों से चर्चा की गई। जांच और पूछताछ के प्रथम दृष्टयता में जहरीले मशरूम से फूड पायजिनिंग की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, रिपोर्ट आने के बाद कारण स्पष्ट हो जाएगी। ग्रामीणों से पूछताछ और चर्चा के दौरान तीन और ग्रामीणों की मौत की जानकारी दी गई है। ग्रामीणों के मुताबिक 8 जुलाई को सुरेश कुमार की मृत्यु अज्ञात करणों से हुई है। इसी प्रकार 8 जुलाई लिलेश्वरी पति पुसु राम की मृत्यु मध्यप्रदेश के ग्राम लालखार में हुई है। ग्राम सोनवाही मृतक का ससुराल था। जचकी होने के बाद उनके परिवार के लोग अपने घर लालखार ले गए, वहां उनकी मृत्यु हुई है। 4 जुलाई को शांति बाई पति राजकुमार की मृत्यु सहसपुर लोहारा के पड़की पारा में हुई है। मृतक महिला का ससुराल ग्राम सोनवाही था। ग्रामीणों द्वारा इन सभी की मौत को उल्टी-दस्त या डायरिया से बताई जा रही थी। सभी मृतकों की मृत्यु की वजह अलग-अलग है।

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अस्थाई स्वास्थ्य केन्द्र का किया निरीक्षण, उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती मरीजों का बेहतर स्वास्थ्य उपचार करने के दिए निर्देश

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और उपचार कराने आए मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि ग्राम सोनवाही में 194 घर है, जिसकी कुल आबादी 580 है। इस गांव में 12 कुंआ और 02 हैंडपंप है। एक मितानिन भी कार्यरत है। उन्होंने बताया कि बिमारी के लक्षण मिलने पर गांव में लोगों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। 11 जुलाई को 194 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था, जिसमें 08 लोगों का स्वास्थ्य खराब होने के कारण उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती किया गया। इनमें 07 लोगों को मौसमी बुखार के लक्षण और 01 को उल्टी हो रही थी। जांच के दौरान 19 मलेरिया पॉजिटीव पाए गए। इसी प्रकार 12 जुलाई को 144 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें 12 को मौसमी, सर्दी बुखार के लक्षण पाए गए है, जिनक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झलमला में भर्ती कराया गया है। जांच के दौरान 10 मलेरिया पॉजिटीव पाएं गए। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी मरीजों का बेहतर स्वास्थ्य उपचार करने के निर्देश दिए।

जयसिंह के वर्षों का घर बनाने का सपना हुआ साकार, पक्के मकान में एकल बत्ती कनेक्शन की दी गई सुविधा

रायपुर-  अपने खुद के घर का सपना सभी देखते हैं। स्वयं का एक पक्का मकान हो, जिसमें वह परिवार के साथ सुख से जीवन यापन करें। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार में इस दिशा में बेहतर कार्य करते हुए सुकमा जिले में जरुरतमंदों के लिए पीएम आवास योजना के तहत पहली प्राथमिकता के साथ आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई। इसके परिणामस्वरुप पूरे सुकमा जिले में तेजी से पीएम आवास योजना के तहत निर्माण कार्य जारी है। पीएम आवास योजना शहरी एवं ग्रामीण के तहत हजारों लाभार्थियों को बकाया किश्त जारी होने के बाद अब अधिकांश लोगों का मकान पूर्ण हो गया है।

सुकमा जिले के जनपद पंचायत छिन्दगढ़ के ग्राम पंचायत किन्दरवाड़ा निवासी लाभान्वित हितग्राही जयसिंह उर्फ राजूराम ने बताया कि पहले अपने परिवार में पत्नी श्यामबती नाग और पुत्र अमित नाग के साथ पुराने कच्ची छत और मिट्टी की दीवार वाले झोपड़ी में रहते थे। जिसमें रहने के लिए परिवार के साथ काफी कठिनाई का सामना करना पडता था, कच्ची छत होने के कारण हमेशा बारिश के समय छत से पानी टपकने के कारण हम पूरे परिवार कई रात ठीक से सो भी नहीं पाते थे। उन्होंने बताया कि हमारी आय खेती एवं गांव में ही मजदूरी पर निर्भर है। साीमित आय होने के कारण आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि हम पक्का बना पाये। उन्होंने बताया कि गांव में ही ब्लॉक कोर्डिनेटर नेहा मंडावी ने पीएम आवास के बारे में जानकारी दी।

हितग्राही श्री जयसिंह ने बताया कि शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास की स्वीकृति पश्चात् देखते ही देखते पूरी किश्त मिलने से हमारे बरसों का घर बनाने का सपना पूरा हुआ। अपने पक्के आवास का निर्माण कर लिया एवं अपने पक्के मकान में मनरेगा से मजदूरी भुगतान पाए साथ ही स्वच्छ भारत मिशन से शौचालय निर्माण एवं दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत एकलबत्ती कनेक्शन से बिजली सहित सभी आवश्यक सुविधाएं मिली है। पक्के मकान में अपने परिवार के साथ खुशी से जीवन यापन करते हैं। श्री जयसिंह ने स्वयं के पक्के आवास में निवास कर खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का धन्यवाद व्यक्त किया।

अयोध्या के लिए रवाना हुआ मुख्यमंत्री साय के साथ उनका पूरा मंत्रिमंडल, रामलला को शिवरीनारायण के बेर के साथ भेंट करेंगे यह सामग्री…

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अगुवाई में आज उनका पूरा मंत्रिमंडल अयोध्या रवाना हुआ. जहां रामलला के दर्शन कर छत्तीसगढ़ की ख़ुशहाली की कामना करेंगे. इस दौरान रामलला को शिवरीनारायण से बेर फल के साथ विष्णुभोग चावल, कोसा वस्त्र, करी लड्डू, अनरसा और सीताफल सहित अन्य सामग्री भी भेंट करेंगे.

अयोध्या के लिए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मंत्री लखनलाल देवांगन, मंत्री टंकराम वर्मा, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, मंत्री दयाल दास बघेल विशेष विमान से रवाना हुए.

मुख्यमंत्री साय ने रवाना होने से पहले मीडिया से चर्चा में कहा कि आज पूरे मंत्रिमंडल के साथ अयोध्या जा रहे हैं. भगवान राम अपने वनवास काल में शबरी के झूठे बेर खाये थे. इस लिहाज से हम रामलला के लिए शिवरीनारायण के बेर, विष्णुभोग चावल, कोसा वस्त्र, करी लड्डू समेत अन्य सामग्री लेकर जा रहे हैं.

कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि भगवान राम से प्रदेश की सुख समृद्धि की प्रार्थना करेंगे. लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम का दर्शन का अवसर मिला है. इसके साथ ही उन्होंने रामलला के दर्शन के साथ अच्छी बारिश की कामना की. वहीं अयोध्या दर्शन पर कांग्रेस के तंज पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में जो जूतमपैजार चल रहा है, उसे पहले देखना चाहिए. महंतजी खुद जीत गए, लेकिन दूसरों को हरा दिए. यह देखना चाहिए.

बस्तर की लोक संस्कृति की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुआ केन्द्रीय वित्त आयोग का दल

रायपुर-  केंद्रीय वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया के नेतृत्व में बस्तर पहुँचे आयोग के सदस्यों के सम्मान में जिला प्रशासन द्वारा बस्तर के लोक गीतों और लोक नृत्यों पर रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोक कलाकारों की शानदार प्रस्तुति देखकर वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. पनगढ़िया और आयोग के सदस्य अजय नारायण झा, एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पाण्डा, डॉ. सौम्यकांति घोष मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने बस्तर की लोक संस्कृति और कलाकारों की मुक्तकंठ से सराहना की। कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने गौर नृत्य, परब गीत और नृत्य, बादल अकादमी की प्रस्तुति, दोरला नृत्य, बस्तर बैड की प्रस्तुति दी। प्रस्तुति के दौरान अतिथियों ने बस्तर के प्रसिद्ध गौर नृत्य में उपयोग की जाने वाले गौर मुकुट को पहनकर फोटो लेते हुए लम्हों को यादों में संजोया। इस अवसर पर कलेक्टर विजय दयाराम के., पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा भी उपस्थित थे।