सरकार द्वारा सड़क नहीं बनाई गयी तो श्रमदान द्वारा सुखराम हेंब्रम के अगुवाई में बनी सड़क

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के नीमडीह प्रखण्ड अंतर्गत चिंगड़ा पारकीडीह पंचायत के आदिवासीबहुल गांव रांगाडीह से चिंगड़ा पारकीडीह बीच तीन से चार किलोमीटर सड़क का निर्माण नहीं होने के कारण दोनों गांव के ग्रामीणों को मुख्यालय जाने के लिए , कठिनाई का सामना करना पड़ता था। 

बरसात के समय गर्भवती महिलाएं या किसी महिलाए एवं पुरुष की तबियत बिगड़ जाने से खटिया से नीमडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पांच किलोमीटर दूरी कांधे में उठाकर चार आदमी की जरूरत पड़ती थी ।

इस सम्बन्ध में राजू हेंब्रम ने कहा कि प्रदेश में भी आदिवासी सरकार है परंतु आज तक हमारे गांव में सड़क निर्माण का कार्य नही किया परंतु सुखराम हेंब्रम की आगवाई में हमारे गांव जाने के लिए सड़क का निर्माण किया गया।बहुत ही सरायनीय बात इससे पहले बरसात के समय सांप बिच्छू,जंगली हाथी आदि का डर लगा रहता था।

 आज ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के समाजसेवी व झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेंब्रम को 30 जून को इसकी सूचना दिया। जिसके बाद सुखराम हेंब्रम के प्रयास से 2 किलोमीटर की कच्ची सड़क का निर्माण किया गया है। दोनों गांव के ग्रामीणों के चेहरे में मुस्कान के साथ खुशी का लहर दौड़ने लगा । आज उक्त सड़क का विधिवत फीता काटकर और नारियल फोड़कर उद्घाटन किया गया । साथ ही ग्रामीण द्वारा जोरदार स्वागत किया गया।

 इस मौके पर राजू हेम्ब्रम,लोचन माडी॔,जगत लाल सिंह, गौर हरि सिंह,सनातन सिंह सरदार, प्रभु राम सिंह,रसराज सिंह, प्रकाश माडी॔,सुनील माडी॔, कांग्रेस किस्कू, महादेव सिंह,भजन माडी॔, शिवचरण सिंह, लीलमण माडी॔, सुमित्रा सिंह, काजल सिंह और हाजारों ग्रामीण मौजूद थे।

नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई

सरायकेला : जिला के नारायण आईटीआई लुपुंगडीह परिसर में डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती मनाई गई एवं उनके चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं उनके जीवनीपर प्रकाश डालते हुए डॉक्टर जटाशंकर पांडे ने कहा कि 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी का जन्म हुआ। उनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे एवं शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। 

डॉ॰ मुखर्जी ने 1917 में मैट्रिक किया तथा 1921 में बी०ए० की उपाधि प्राप्त की। 1923 में लॉ की उपाधि अर्जित करने के पश्चात् वे विदेश चले गये और 1926 में इंग्लैण्ड से बैरिस्टर बनकर स्वदेश लौटे। अपने पिता का अनुसरण करते हुए उन्होंने भी अल्पायु में ही विद्याध्ययन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएँ अर्जित कर ली थीं। 33 वर्ष की अल्पायु में वे कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने। इस पद पर नियुक्ति पाने वाले वे सबसे कम आयु के कुलपति थे। 

एक विचारक तथा प्रखर शिक्षाविद् के रूप में उनकी उपलब्धि तथा ख्याति निरन्तर आगे बढ़ती गयी।डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। डॉ॰ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। उन्होने बहुत से गैर कांग्रेसी हिन्दुओं की मदद से कृषक प्रजा पार्टी से मिलकर प्रगतिशील गठबन्धन का निर्माण किया। इस सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए।

मुस्लिम लीग की राजनीति से बंगाल का वातावरण दूषित हो रहा था। वहाँ साम्प्रदायिक विभाजन की नौबत आ रही थी। साम्प्रदायिक लोगों को ब्रिटिश सरकार प्रोत्साहित कर रही थी। ऐसी विषम परिस्थितियों में उन्होंने यह सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया कि बंगाल के हिन्दुओं की उपेक्षा न हो। 

अपनी विशिष्ट रणनीति से उन्होंने बंगाल के विभाजन के मुस्लिम लीग के प्रयासों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। 1942 में ब्रिटिश सरकार ने विभिन्न राजनैतिक दलों के छोटे-बड़े सभी नेताओं को जेलों में डाल दिया।

डॉ॰ मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। वे मानते थे कि विभाजन सम्बन्धी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे मानते थे कि आधारभूत सत्य यह है कि हम सब एक हैं। हममें कोई अन्तर नहीं है। हम सब एक ही रक्त के हैं। एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। 

परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनैतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया। बावजूद इसके लोगों के दिलों में उनके प्रति अथाह प्यार और समर्थन बढ़ता गया। अगस्त, 1946 में मुस्लिम लीग ने जंग की राह पकड़ ली और कलकत्ता में भयंकर बर्बरतापूर्वक अमानवीय मारकाट हुई। उस समय कांग्रेस का नेतृत्व सामूहिक रूप से आतंकित था। इस अवसर पर मौजूद रहे प्रोफेसर स्वदिष्ट कुमार, वकील निखिल कुमार, जीयदीप पांडे,देव कृष्णा महतो, पवन महतो,कृष्णा पद महतो,अरुण पांडे, गौरव महतो, आदि मौजूद थे।

मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद चंपाई सोरेन अपने गृह जिला राजनगर पहुंचे जहां क्षेत्र के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया


सरायकेला : मुख्यमंत्री पद छोड़ने के बाद चंपाई सोरेन अपने गृह जिला राजनगर पहुंचे जहां क्षेत्र के लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके पांच माह के कार्यकाल को अबतक का सबसे बेहतर कार्यकाल बताते हुए उनका इस्तकबाल किया. पूर्व मुख्यमंत्री के स्वागत में जगह- जगह लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. 

इस दौरान लोगों की आंखें नम थीं, मगर पूर्व मुख्यमंत्री के चेहरे पर संतुष्टि के भाव थे, हालांकि वे थोड़े भावुक दिखे.उन्होंने बताया कि पांच महीने में तीन महीना चुनाव में बीत गया. काम करने का मौका मात्र दो महीना ही मिला. हमारी सरकार ने कैलेंडर बनाकर राज्य की जनता के विकास का खाका तैयार कर दिया है. 

यदि थोड़ा वक्त मिल गया होता तो सारी योजनाओं को अमलीजामा पहना देता. हमारी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए एक रोड मैप तैयार किया था जिसके क्रियान्वयन की तैयारी चल रही थी. जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा के 26 हजार शिक्षकों की बहाली का मार्ग प्रशस्त है. इसके अलावा 15 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा और 21 से 50 वर्ष की सभी महिलाओं को एक हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन देने की योजना से विपक्ष हिल गया था इसका आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को लाभ मिलता, मगर अचानक से पार्टी आलाकमान ने उन्हें पद से हटा दिया अब वर्तमान सरकार को देखना है कि आगे क्या करना है. 

उन्होंने वर्तमान सरकार को जनता के मुद्दों पर आधारित योजनाओं पर समीक्षा करते हुए उसे धरातल पर उतारने की नसीहत दी है. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने पर हेमंत सोरेन को शुभकामनाएं दी और उम्मीद जताया कि सरकार बेहतर विजन के साथ बढ़िया काम करेगी. उन्होंने कहा कि किसी से कोई गिला- शिकवा नहीं है जो मिला उसे ईमानदारी पूर्वक निभाया. 

संगठन ने जिम्मेदारी दी थी संगठन ने वापस ले लिया आगे कुछ नहीं कहना है.साथ ही साथ चम्पई सोरेन से कल से होने वाले रथ यात्रा की झारखण्ड के देश वाशियो को शुभकामनाएं दिए.

कादलाकोचा के प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में ग्राम वन प्रमंडल एवं संरक्षण समिति के बीच पौधा का वितरण किया


सरायकेला : जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ के सुखराम हेंब्रम ने चांडिल प्रखण्ड अंतर्गत मातकमडीह स्थित कादलाकोचा के प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में ग्राम वन प्रमंडल एवं संरक्षण समिति के बीच पौधा का वितरण किया.

साथ ही पौधारोपण कर प्रकृति को हरा भरा व पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए संकल्प दिलाया गया ,इस कार्यक्रम के दौरान मातकमडीह मुखिया सुकलाल मुर्मू, मांझी बाबा रविन्द्र टुडू, श्यामल माडी॑, नेपाल बेसरा, हाड़ीराम सोरेन, भास्कर टुडू राजेन टुडू, शंकर हांसदा, नारायण किस्कू, जगदीश माडी॑ आदि लोग उपस्थित थे।

डिजिटल पंचायत परियोजना से जुड़े सीएससी संचालकों को मिला प्रशिक्षण

सरायकेला : जिला सरायकेला खरसावां के टाउन हाल सरायकेला सभागार में डिजिटल पंचायत परियोजना अंतर्गत कार्यरत सीएससी संचालकों के ऑनलाइन उन्मुखीकरण हेतु एकदिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। 

उक्त कार्यशाला जिला पंचायती राज पदाधिकारी अविनाश कुमार के द्वारा किया गया । पंचायत स्तर पर आम जनों को सभी प्रकार की सरकारी सेवा प्रदान कराने एवं उनका निष्पादन पंचायत स्तर पर ही करने हेतु डिजिटल पंचायत परियोजना अंतर्गत प्रशिक्षण का विशेष आयोजन किया गया। 

 उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में डिजिटल पंचायत परियोजना से जुड़े सीएससी संचालकों को सीएसी द्वारा नामित मास्टर ट्रेनर हर्ष कुमार, डीपीएम पंचायती तनुश्री पांडा, जिला प्रभारी प्रमोद कुमार वर्मा,जिला प्रबंधक कामेश्वर प्रामाणिक और ओम शरण प्रसाद एवं ब्लॉक समन्वयक पंचायती गणेश महतो,भूपेन्द्र महतो,मनोरंजन मांझी,पंकज कुम्भकार, राशि तोपनो, अखिलेश पांडे,विजय सरदार मनोज तिऊ, द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 

स्टेट टीम से आए मास्टर ट्रेनर द्वारा उपस्थित प्रतिभागियों को पंचायत अंतर्गत मनरेगा की गतिविधियों एवं उसके पोर्टल पर एंट्री की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई साथ ही पंचायत विकास सूचकांक के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई एवं ग्राम पंचायत विकास कार्यक्रम से संबंधित रूपरेखा एवं उसमें पंचायती राज से जुड़े सीएससी संचालकों की भूमिका से उन्हें अवगत कराया गया एवं ई ग्राम स्वराज पोर्टल परऑनलाइन प्रविष्टि के विभिन्न चरणों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। सीएससी के जिला प्रबंधक कामेश्वर प्रमाणिक और ओम शरण के द्वारा गवर्नमेंट टू सिटीजन सेवाओं एवं अन्य सेवाओं का ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया जिसमें पैन कार्ड की सेवा,बिजली एवं अन्य यूटिलिटी बिल भुगतान, डाक मित्र पोर्टल, एमएसएमई उद्यम रजिस्ट्रेशन, ई स्टैंप सेवा, आइटीआर फाइलिंग, इलेक्शन कमीशन सेवा, जीवन प्रमाण पत्र, पासपोर्ट सेवा एवं गवर्नमेंट ई-मार्केट प्लेस से संबंधित विविध सेवाओं का ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 

मौके पर सभी पंचायत शिफ्टेड प्रज्ञा केंद्र संचालक एवं सभी प्रखंडों के प्रखंड समन्वयक उपस्थित थे अंत में जिला पंचायती राज पदाधिकारी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर प्रशिक्षण सह कार्यशाला का समापन किया गया। मौके पर सरायकेला जिला के सभी पंचायत भवन में कार्यरत प्रज्ञा केंद्र संचालक ( वी एल ए) उपस्थित थे।

सरायकेला : दलमा वाइल्ड सेंचुरी में सबा आलम अंसारी किया पदभार ग्रहण, अभिषेक को दी गयी विदाई

सरायकेला खरसावां जिला के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी चांडिल मकुलाकोचा चेकनाका स्थित संग्रहणालय में बिदाई समारोह की आयोजन किया गया। कार्यक्रम दौरान सभापति का प्रस्ताव नवीन कुमार सहायक ने किया, समर्थन उदय शंकर सहायक सभा को संचालक सबा आलम अंसारी भा०व०से० रखा, बिदाई कार्यक्रम के समय डीएफओ श्री अभिषेक कुमार गुलदस्ता भेंट करते हुए दलमा सेंचुरी के पूर्वी रेंजर अपर्णा चंद्रा वन क्षेत्र पदाधिकारी साथ ही पश्चिम रेंज चांडिल के दिनेश चंद्रा वन क्षेत्र पदाधिकारी ,नवीन कुमार सहायक ,उदय शंकर सहायक सुजाता द्वारा गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। 

पूर्वी रेंजर अर्पणा चंद्रा ने चादर और अटैची देकर अभिनन्दन किया ।वहीं नव निर्मित डीएफओ सबा आलम अंसारी को भी गुलदस्ता देकर आभार प्रकट किया गया।

नए डीएफओ को चेखनाका में म्यूजियम के साथ विभिन्न जगह में पर्यटकों को बढ़ावा देने के लिए बनाए गया ,कॉटेज आदि की जानकारी और दिखाया गया।

वन प्रमण्डल जमशेदपुर साथ ही गज परियोजना जमशेदपुर में डूयेल पोस्टिंग में पदभार लेने के दौरान सबा आलम अंसारी ने कहा कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने का काम किया जाएगा जैसे पहले दलमा में हाथी आता था अब वैसे ही हाथी आने लगेगा । समर सीजन में हाथियों का आवागमन होता है और बरसात के समय हाथी पश्चिम बंगाल की ओर उड़ीसा आदि जगह चला जाता है। 

पूर्व के डीएफओ लोहरदंगा में पदभार लिया । गज परियोजना जमशेदपुर वर्ष 2020 से 2024 तक अभिषेक कुमार भा० व० से० कार्यरत था ।साढ़े तीन वर्षो कार्यकाल में दलमा सेंचुरी में कार्य करने के दौरान सभी दैनिक भोगी मजदूर हो मानगो कार्यालय में कार्यरत कर्मी सभी को बधाई दिया । साथ ही वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में कार्य करना बड़ी मुश्किल होता हे,जो सीखने को मिलता है।वही अभिषेक कुमार ने कहा सभी वन रक्षित और वन पाल को अपने ड्यूटी के प्रति ईमानदार रहने की जरुरत है तभी जाकर कुछ अच्छा हो सकता है.सभी भावुकता पूर्ण बिदाई दिया ,इस दौरान सेंचुरी कार्यरत कर्मी उपस्थित थे।

आद्रा मंडल में अगामी 08 जुलाई से 14 जुलाई 2024 तक साप्ताहिक रोलिंग ब्लॉक के कारण ट्रेनों का विनियमन।

सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा प्रमंडल में अगामी 08 जुलाई ;(सोमवार) से 14 जुलाई 2024 (रविवार) तक की अवधि के लिए संयुक्त (इंजीनियरिंग, ट्रैक्शन तथा सिग्नल) साप्ताहिक रॉलिंग ब्लॉक के कारण ट्रेनों का विनियमन आद्रा मंडल में नियोजित किया गया है । 

परिणामस्वरूप कोचिंग ट्रेनों पर प्रभाव इस प्रकार होगा।

रदद् की गई ट्रेन

(1) 08680/08679 (आद्रा- मिदनापुर-आद्रा) मेमू दिनांक- 09.07.2024, 12.07.2024 और 14.07.2024को रद्द रहेगी।

मार्ग परिवर्तन

(1) 18601 (टाटा-हटिया) एक्सप्रेस दिनांक- 10.07.2024, 12.07.2024 और 14.07.2024 को चांडिल -पुरूलिया- कोटशिला-मुरी के बजाय चांडिल -गूंडा बिहार-मुरी के रास्ते चलेगी।

शार्ट-टर्मिनेशन/शॉर्ट-ओरिजिनेशन*

(1)08174/08652 (टाटानगर-आसनसोल-बाराभूम) मेमू दिनांक- 09.07.2024 को आद्रा में ही शॉर्ट-टर्मिनेटेड/शॉर्ट-ऑरिजिनेटेड होगी। इस दौरान इस ट्रेन की परिसेवा आद्रा-पुरूलिया-आद्रा के मध्य रदद् रहेगी।

(2) 03594/03593 (आसनसोल-पुरूलिया-आसनसोल) मेमू दिनांक-08.07.2024 से 14.07.2024 तक को आद्रा में ही शॉर्ट-टर्मिनेटेड/शॉर्ट-ऑरिजिनेटेड होगी। इस दौरान इस ट्रेन की परिसेवा आद्रा-आसनसोल-आद्रा के मध्य रदद् रहेगी।

चांडिल प्रखंड मुख्यालय में हल्ला बोल कार्यक्रम के बाद आजसू की ओर से अंचलाधिकारी को 16 सूत्री मांगों पत्र सौंपा


सरायकेला : आजसू पार्टी द्वारा राज्यभर में किए जा रहे हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत चांडिल प्रखंड मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पहले बीते तीन दिन में ईचागढ़, कुकडू तथा नीमडीह प्रखंड मुख्यालय में कार्यक्रम हुआ। चांडिल प्रखंड मुख्यालय में हल्ला बोल कार्यक्रम के बाद आजसू पार्टी की ओर से अंचलाधिकारी को 16 सूत्री मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा गया।  

हल्ला बोल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो ने कहा कि राज्य सरकार तानाशाह बनकर जनता को परेशान कर रही हैं। राज्य सरकार के तानाशाही रवैया का छवि हर प्रखंड एवं अंचल मुख्यालय में देखा जा रहा है। ऊपर से नीचे तक हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पार कर गई हैं। पेंशन, छात्रवृत्ति, राशन, प्रमाण पत्र जैसे कामों के लिए लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अपना वाजिब अधिकार पाने के लिए भी जनता को रिश्वत देना पड़ रहा है, यह जनता की मजबूरी है क्योंकि शासन प्रशासन तानाशाह बन गई हैं। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के भ्रष्ट और जनविरोधी आचरण को जनता समझ चुकी हैं। इस आचरण को उखाड़ फेंकना और राज्य में जनहितैषी व्यवस्था स्थापित करना आजसू पार्टी का दायित्व है और पार्टी इस दायित्व का निर्वहन कर रही हैं। आजसू पार्टी राज्य के जनता के अधिकारों के लिए लगातार आंदोलन कर रही हैं, आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम मिलेगा। हरेलाल महतो ने कहा कि आए दिन हाथियों द्वारा ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और सरकार के प्रतिनिधि पीड़ितों को तिरपाल और राशन बांट रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने तिरपाल और राशन बांटने के लिए जनप्रतिनिधि चुनाव नहीं किया था। उन्होंने कहा कि हाथी द्वारा जिन लोगों के घर तोड़े गए हैं उन पीड़ित परिवार को तत्काल पक्का मकान मिलना चाहिए। 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सचिन महतो ने कहा कि वर्तमान झारखंड सरकार के कार्यकाल में हर सरकारी कार्यालय में टेबल के नीचे से वसूली चल रही हैं। उन्होंने कहा कि जमीन मालिकों को उनके जमीन का विवरण ऑनलाइन चढ़ाने के लिए भी रिश्वत देना पड़ रहा है। यह राज्य के लिए दुर्भाग्य की बात है। 

इस मौके पर केंद्रीय सचिव सत्यनारायण महतो, दुर्गा महतो, आरती सिंह, तत्कालीन प्रमुख अमला मुर्मू, भरत महतो, प्रखंड अध्यक्ष दुर्योधन गोप, बासुदेव प्रमाणिक, पुलक सथपति, अजय महतो, बुद्धेश्वर महतो, माधव सिंह मुंडा, रेणुका पुराण, रेखा प्रमाणिक, दिलीप प्रमाणिक, आशुतोष महतो, शिवचरण महतो, गोपेश महतो, तुलसी महतो, भगत सिंह मुंडा, प्रदीप गिरी, काला चाँद कुम्हार, देवा कुम्हार, सुभाष महतो, रामप्रसाद महतो, कानगू महतो, गुरुपद मंडल आदि मौजूद थे।

सरायकेला : नारायण आई टी आई लुपुंगडीह परिसर में किया गया वृक्षारोपण


सरायकेला : नारायण आई टी आई लुपुंगडीह परिसर में वृक्षारोपण

किया गया जिसमे संस्थान के चेयरमैन एवं झारखण्ड प्रदेश भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य डॉक्टर जटा शंकर पाण्डेय ने एक पेड़ अपनी माँ के नाम लगाते हुए भारत के यशस्वी प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के इस अनुपम पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह पर्यावरण की रक्षा तो करेगा ही साथ ही अपनी माँ ही नहीं भारत माता के प्रति भी सच्ची श्रद्धां व्यक्त करता है.

इस अवसर पर प्रो सुदीस्ट कुमार. जयदीप पाण्डेय.शांति राम महतो. पवन कुमार महतो अजय कुमार मण्डल. कृष्णा महतो. गौरव महतो. मोहन. देवकृष्णा महतो आदि उपस्थित थे।

झारखंड हाई कोर्ट के विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना के विस्थापितों के पुनर्वास स्थल का किया गया निरीक्षण


सरायकेला : झारखंड हाई कोर्ट के झारखंड विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) के निर्देश पर सुवर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना (चांडिल डैम) के विस्थापितों के पुनर्वास स्थल के निरीक्षण पर पहुंची. 

हाई कोर्ट के आदेश पर झालसा ने सरायकेला खरसावां में कार्यरत जिला विधिक सेवा प्राधिकार (डालसा) को जांच का जिम्मा सौंपा. डालसा के निर्देश पर चांडिल अनुमंडल कोर्ट में सेवा दे रही डालसा की टीम चांडिल डैम के पुनर्वास स्थल पहुंच कर वहां मिल रही सुविधा, समस्या से निरीक्षण करते हुए अपनी रिपोर्ट तैयार किया.

 टीम के समक्ष विस्थापितों ने जमीन पट्टा नहीं होने की वजह से आवासीय नहीं बन पाने की समस्या को भी रखा. टीम का नेतृत्व सचिव अमित खन्ना कर रहे थे. वहीं चांडिल डैम के विस्थापितों का मामला लगातार उठा रहे झारखंड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार किनू प्रतिनिधि के तौर पर मौजूद रहे. टीम के सदस्यों ने किनू से भी विस्थापितों की समस्या के संबंध में जानकारी हासिल की. 

अनुमंडल की यह टीम डालसा सरायकेला खरसवां को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी, डालसा इसे आगे बढ़ाते हुए झालसा को रिपोर्ट करेगी. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

 इस दौरान निरीक्षण करने आई टीम से मीडिया प्रतिनिधियों ने बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने मामला जांच में होने का हवाला देकर किसी तरह की पूर्ण जानकारी देने से इनकार किया।