आज सीएम आवास में फ्लोर टेस्ट के पूर्व गठबंधन के विधायकों कि होंगी बैठक,फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने पर होंगी चर्चा




झारखण्ड डेस्क 

रांची। , झारखंड में मुख्यमंत्री पद पर हेमंत सोरेन द्वारा शपथ लिए जाने के बाद राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने हेमंत को एक हफ्ते में पहले फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करने को कहा है।

इधर झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि, राज्यपाल ने जो न्योता दिया, उसमें एक हफ्ते में फ्लोर टेस्ट करने को कहा गया है। गठबंधन के सभी विधायक मुख्यमंत्री के साथ हैं और उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। गठबंधन की ओर से सात जुलाई को फ्लोर टेस्ट में रणनीति तय करने के लिए सीएम आवास में आज बैठक बुलाई गई है।

गठबंधन की बैठक में हेमंत सोरेन को विधायक दल का नेता चुना गया था। इसके बाद 3 जुलाई को पूर्व सीएम चंपाई सोरन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दिया था। इसके बाद हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को मुख्यमंत्री पद के लिए पद और गोपनीयता की शपथ ली।

हेमंत सोरेन ने अकेले ही शपथ ली थी। उनके साथ किसी विधायक ने शपथ नहीं ली थी। इसी को लेकर रविवार को सीएम आवास में बैठक होगी, जिसमें फ्लोर टेस्ट को लेकर रणनीति बनाई जाएगी।

गठबंधन के पास फिलहाल कुल 43 विधायक हैं। पांच विधायक या तो लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं या तो पार्टी छोड़ चुके हैं। वहीं बीजेपी के पास 24 विधायक हैं। 2 विधायक मनीष जायसवाल और ढुल्लू महतो सांसद बन गए हैं। वहीं आजसू के पास 3 और एनसीपी के पास एक विधायक हैं। 2 निर्दलीय विधायक का बीजेपी के खेमे में हैं।

पुलिस कारवाई से क्षुब्ध नक्सलियों ने 9 जुलाई की रात्रि से लेकर 10 जुलाई के रात तक किया बंद का एलान,रेल प्रशासन एलर्ट


झारखंड डेस्क 

कोल्हान में पुलिस द्वारा नक्सली के सफाया के लिए चलाये जा रहे अभियान में  नक्सली नेताओं की एनकाउंटर और गिरफ्तारी के बिरोध में विभिन्न नक्सली

संगठनों ने 9 जुलाई को रात 12 बजे से लेकर 10 जुलाई की रात 12 बजे तक कोल्हान प्रमंडल के बंद का आह्वान किया है।

कोल्हान में सबसे ज्यादा नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. यही वजह है कि नक्सलियों के रेड जोन से गुजरने वाली ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है.

9 से 10 जुलाई की रात तक नक्सलियों के इस एलान से ट्रेनों की रफ्तार कम करने को कहा गया है. मुंबई, दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य स्थानों की ओर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहेंगे. ट्रेनों को स्कॉट कर चलाने को कहा गया है. चक्रधरपुर रेल मंडल के उग्रवाद प्रभावित माने जाने वाले सेक्शन में भी ट्रेनों की स्पीड कम कर दी गई है.

मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के आगे चलेंगे पायलट इंजन

गौरतलब है कि पिछले बंदी में नक्सलियों ने रेल पटरी उड़ा दी थी. आरपीएफ डीआइजी ने नक्सली बंदी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. बंद के दौरान किसी खास गतिविधि की खुफिया सूचना अब तक नहीं मिली है. बंद के दौरान नक्सली रेलवे ट्रैक और रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसको लेकर महत्वपूर्ण मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के आगे पायलट इंजन चलाने का निर्णय लिया गया है. ट्रैक मैन कीमैन अलर्ट रहेंगे. ब्रिज और रेलवे ट्रैक पर नियमित पेट्रोलिंग करेंगे.

 स्टेशन मास्टर, केबिन मैन, ड्राइवर गार्ड समेत सभी स्टेशन कर्मचारी अलर्ट रहेंगे. चक्रधरपुर रेल मंडल के सरायकेला, खरसावां, चाईबासा, चक्रधरपुर, मनोहरपुर, पोसैता समेत अन्य स्थानों के सारे रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा बल रहेंगे.

बंद को लेकर नक्सलियों प्रेस रिलीज जारी किया है. जिसमें लिखा है कि 23 मई को लोवादा गांव के पास कॉमरेड बुधवाम समेत तीन लोगों को पुलिस ने मार डाला. इसके अलावा लिपुंगा में भी 17 जून को उनके साथियों को मारा गया. जिसका नक्सली संगठन विरोध करता है.

रेल एसपी टाटानगर रेल एसपी प्रवीण पुष्कर ने बताया कि नक्सली बंदी को लेकर अलर्ट पर पूरी पुलिस टीम है. आरपीएफ के साथ समन्वय स्थापित कर सुरक्षा के बंदोबस्त किये जा रहे हैं.

धनबाद में लोकसभा सीट की हार, और आगामी विधानसभा में सभी 6 सीटों पर जीत को लेकर किया कांग्रेस ने बैठक,डॉ प्रदीप बालमुचू

झा.डेस्क

 धैया स्थित पंचशील विवाह भवन में हुई इस बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री डॉ प्रदीप कुमार बलमुचु ने की. उन्होंने कहा कि धनबाद में संगठन बेहतर काम कर रहा है. वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी नेता व कार्यकर्ताओं ने मजबूती के साथ काम किया और परिणाम स्वरूप चुनाव में वोट की वृद्धि हुई है.

 उन्होंने सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में मजबूती के साथ जुट जाने का आह्वान किया. संगठन में अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि संगठन में अनुशासन सर्वोपरि है. बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में डॉ बलमुचु ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा की जा रही है. प्रखंड अध्यक्षों की बातों को सुना गया है. कई कार्यकर्ताओं ने लिखित रूप में भी अपनी बातें रखी हैं.

 सभी का अध्ययन करने बाद किसी नतीजे पर पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति व कार्यकर्ताओं के उत्साह को किस तरह से आनेवाले विधानसभा चुनाव में लगाया जाये, इस पर पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ मंथन किया जा रहा है.

डॉ बलमुचु ने कहा कि वर्तमान में धनबाद लोकसभा क्षेत्र का दो विधानसभा सीट इंडिया गठबंधन के पास है, कैसे अगले चुनाव में अन्य चार विस क्षेत्र भी इंडिया गठबंधन के पाले में आये, इस पर मंथन किया जा रहा है. धनबाद की सभी छह सीटों पर पार्टी की जीत सुनिश्चित करना लक्ष्य है.

 हेमंत सोरेन को फिर से मुख्यमंत्री बनाये जाने के सवाल पर श्री बलमुचु ने कहा कि यह गठबंधन का निर्णय है. भाजपा बेवजह हाय तौबा मचा रही है, क्योंकि उसको लग रहा है कि चंपाई सोरेन सीएम रहते, तो आगामी विधानसभा चुनाव में ज्यादा फायदा मिलता.

बंद कमरे में कार्यकर्ताओं के साथ किया मंथन :

कांग्रेस के चुनाव परिणाम समिति की समीक्षा बैठक में आरोप-प्रत्यारोप का भी दौर चला. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हंगामा भी किया, पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आग्रह पर वो शांत हो गये. इसके बाद परिणाम समिति ने पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ बंद कमरे में रायशुमारी की. श्री बलमुचु ने धनबाद जिले के सभी नेताओं व प्रखंड व नगर अध्यक्षों के साथ बंद कमरे में ही बारी-बारी से रायशुमारी की. किसी ने बाहरी प्रत्याशी होने, तो किसी ने टिकट वितरण में देरी का मुद्दा उठाया. इस पर डॉ बलमुचु ने सभी की मेहनत की सराहना करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया. मौके पर पूर्व सांसद सह परिणाम समिति के सदस्य प्रदीप तुलस्यान, भीम कुमार, सुल्तान अहमद, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, रशीद राजा अंसारी, मदन महतो, रवींद्र वर्मा, शमशेर आलम, दुर्गा दास, आमिर हाशमी, मनोज यादव, लक्ष्मण तिवारी, शाहिद कमर, राजेश्वर सिंह यादव, रमेश जिंदल, अक्ष्यवर प्रसाद, जावेद राजा, उपेंद्र सिंह, अशोक मालाकार, शेखर सहाय, पप्पू कुमार तिवारी, मसूद आलम, कुमार गौरव, गोपाल कृष्णा चौधरी, जहीर अंसारी, राजू दास, सीता राणा, डीके सिंह, प्रसाद निधि, मृत्युंजय सिंह, जयप्रकाश चौहान, पप्पू पासवान, रोशन कुमार, इम्तियाज अली व अजय कुमार के अलावा बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे.

कुर्सी नहीं रहने पर नाराज हुईं झरिया विधायक :

कांग्रेस की समीक्षा बैठक में झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह जब पहुंचीं, तो उनके लिए कुर्सी खाली नहीं थी. इस पर वह नाराज हो गयीं. उन्होंने कहा कि उनके लिए कुर्सी नहीं है, तो वह जा रही हैं. इसी दौरान जिलाध्यक्ष संतोष सिंह व अन्य नेता उठे और उन्हें कुर्सी उपलब्ध करायी. बैठक को संबोधित करते हुए विधायक श्रीमती सिंह ने पार्टी के पदाधिकारियों को एक दूसरे की बुराई छोड़ पार्टी की भलाई के लिए काम करने की सलाह दी.

 उन्होंने कहा कि पार्टी व संगठन को मजबूत करना चाहते हैं, तो एक दूसरे की टांग खींचना बंद करें. अगर पार्टी ने कोई निर्णय लिया है, तो सबकी जिम्मेदारी बनती है, उस निर्णय के आलोक में काम करे. इस दौरान अनवर शमीम, मनोज सिंह, हुमायू राजा, मोइन अंसारी समेत अन्य कांग्रेस के कुछ लोगों ने पार्टी की हार के लिए जिलाध्यक्ष व कार्यकारी अध्यक्ष को जिम्मेदारी ठहराया.

झारखंड में गरीबों को राशन देने के लिए बने पूर्व सीएम चम्पई सोरेन की तस्वीर वाली झोले को लेकर डीलर संशय में ..?


झा. डेस्क 

रांची :चम्पई सोरेन को सीएम रहते समय गरीबों को राशन देने के लिए झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन की तस्वीर और राज्य सरकार का लोगो लगे 66 लाख झोले बनाये गये.

 सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से 14 रुपये प्रति झोला की दर से इसे प्रिंट कराया गया था जिस पर करीब 9.24 करोड़ रुपये खर्च हुए थे. 

इन झोलों पर चंपाई सोरेन की ओर से स्वीकृत योजनाओं का विवरण लिखा है. इन झोलों में करीब 22 लाख झोले गरीबों को राशन के साथ बांटे जा चुके हैं. अब भी 44 लाख झोले नहीं बांटे गये हैं. सीएम बदल जाने के बाद खाद्य आपूर्ति विभाग के डीलर संशय में है.कि इन झोलों का क्या होगा.

 यह भी जानकारी आ रही है कि कई डीलरों ने अभी ग्राहकों को झोला दिया ही नहीं. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से झोला को प्रिंट कराया गया था. योजना थी कि राशन लेनेवाले लाभुकों को इसी झोले में राशन दिया जाये. मार्च में झोला कई डीलरों को भेज दिया गया था.

53 करोड़ की लागत से तस्वीर लगे टैब भी बांटा था रघुवर सरकार ने

तत्कालीन रघुवर दास सरकार ने भी वर्ष 2019 में 53 करोड़ की लागत से स्कूलों में शिक्षकों के बीच टैब बांटे थे. इनमें उनकी तस्वीर लगी हुई थी. जब सरकार बदली तो टैब में तस्वीर हटाने का निर्देश दिया गया था. पर प्रक्रिया जटिल थी. बाद में टैब बेकार हो गये.

सरकारी झोला के एक ओर सफेद रंग और दूसरी ओर हरे रंग का बैकग्राउंड है, जिसपर तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का फोटो लगा है. इस पर 1932 का खतियान सबसे ऊपर, ओबीसी को 27 फीसदी, एसटी को 28 व एससी को 12 फीसदी आरक्षण, सीएम उत्कृष्ट विद्यालय, सर्वजन पेंशन, मुख्यमंत्री ग्राम गाड़ी समेत राज्य सरकार की अन्य योजनाओं की जानकारी दी गयी है.

छुट्टी में घर आ रहे झारखण्ड निवासी सीमा सुरक्षा बल के जवान अमित शुक्ला की सड़क हादसे में मौत, चचरे भाई के शादी में पालमू आ रहे थे


झा. डेस्क 

छुट्टी में घर आ रहे जवान अमित शुक्ला की सड़क हादसे में मौत हो गयी। घटना जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले की है।

 चेनानी-नाशरी सुरंग के अंदर एक कैब पलट जाने से बीएसएफ जवान अमित कुमार शुक्ला (30) की जान चली गई। अधिकारियों ने बताया कि अमित शुक्ला जो जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। वह छुट्टी पर झारखंड स्थित अपने घर पलामू आ रहे थे। 

जानकारी के मुताबिक बीएसएफ जवान अमित शुक्ला ( 30) सदर प्रखंड के सिंगरा निवासी उपेंद्र शुक्ला के पुत्र थे। अमित शुक्ला के घर में चचेरे भाई की शादी है। इसी शादी में शामिल होने के लिए वह घर पर ड्यूटी से छुट्टी लेकर आ रहे थे। 

काश्मीर के छिंदवाड़ा में एक साल पहले उनकी पोस्टिंग हुई थी। रात दस बजे छिंदवाड़ा कैंप से जम्मू रेलवे स्टेशन जाने के लिए जाइलो वाहन से निकले थे। 

इसमें सीमा सुरक्षा बल के 26 वीं वाहिनी के आठ जवान सवार थे। सभी अपने घर छुट्टी में जाने के लिए स्टेशन से ट्रेन पकड़ने निकले थे। शनिवार की अहले सुबह करीब चार बजे जम्मू के चिनैनी नाशरी टनल में तेज रफ्तार जाइलो पलट गई।

देवघर में हुआ बड़ा हादसा, तीन मंजिला इमारत गिरी, एक की मौत,निशिकांत दुबे पहुंचे मौके पर

झारखण्ड डेस्क 

देवघर :शहर में रविवार को सुबह-सुबह बड़ा हादसा हो गया। एक तीन मंजिली इमारत ढह गई, जिसमें दस से बारह लोग फंसे गए। सीता होटल के पास गिरी इमारत के मलबे से अब तक दो लोगों को निकाला गया है। इनमें से एक मनीष दत्त की मृत्यु हो गई। 

जेसीबी और मजदूरों को बुलाकर गिरी हुई इमारत का मालवा हटवाया जा रहा है।

पहला रेस्क्यू सुबह 8:30 बजे हुआ। एनडीआरएफ टीम ने अनुपमा देवी को बाहर निकाला। दूसरा रेस्क्यू 9:35 बजे हुआ। अनुपमा के पति मनीष दत्त को निकालकर एनडीआरएफ टीम ने सदर अस्पताल भेजा, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

  सीता होटल के समीप बमबम बाबा पथ हंसकुप मुहल्ले में जिस वक्त हादसा हुआ, भवन में तीन परिवार की तीन महिला समेत कुल नौ लोग अंदर में थे। मुहल्ले वालों ने दो लड़कियों सुभानी कुमारी और पीहू कुमारी को निकाला, लेकिन तीन महिला सहित सात लोग फंसे रह गए।

 दिनेश वर्णवाल, दिनेश की पत्नी अनुपमा देवी, सुनील कुमार यादव, सुनील की पत्नी सोनी देवी व सुनील का पुत्र सत्यम कुमार मलबे में फंसा है। सभी को निकालने में एनडीआरएफ की टीम जुटी है। इस हादसे की सूचना मिलते ही गोड्डा के सांसद डॉ. निशिकांत दुबे घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि सुबह 6 बजे सूचना मिली कि एक इमारत गिर गई है।

 लोग परेशान हैं। सभी लोग आ गए, लेकिन रेस्क्यू टीम एक घंटे बाद पहुंची।

झारखंड के विधायक का जब्त नकद और मोबाइल फोन कलकत्ता हाईकोर्ट ने वापस करने का दिया निर्देश दिया है। आइए जानते हैं पूरा मामला…

झा. डेस्क 

पश्चिम बंगाल में हावड़ा ग्रामीण पुलिस ने विशेष नाका चेकिंग के दौरान झारखंड के विधायक के पास से करीब 55 लाख रुपये नकद बरामद किये थे। घटना के समय झारखंड के दो और विधायक राजेश कच्छप, नमन विक्सल सहित कुल पांच लोग मौजूद थे।

पुलिस ने इस मामले में वहां से बरामद नकद राशि के साथ-साथ विधायक इरफान अंसारी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया था। वहीं, हाईकोर्ट ने विधायक को जमानत देते वक्त उनका पासपोर्ट निचली अदालत में जमा करने का निर्देश दिया था।

विधायक इरफान अंसारी ने नकद, मोबाइल फोन व पासपोर्ट वापस पाने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की न्यायाधीश अमृता सिन्हा की एकल पीठ ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है।

शुक्रवार को मामले की सुनवाई करते हुए न्यायाधीश अमृता सिन्हा ने राज्य प्रशासन को एक सप्ताह के अंदर विधायक इरफान अंसारी से जब्त किये नकद 55 लाख रुपये व मोबाइल फोन को वापस लौटाने का निर्देश दिया है।

शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के अधिवक्ता ने अदालत में बताया कि विधायक का मोबाइल फोन पांचला थाने में जब्त कर रखा गया है और नकद राशि को राज्य सरकार के ट्रेजरी में रखा गया है। इसलिए नकद रुपये की वापसी के लिए अलग से संबंधित विभाग के समक्ष आवेदन करना होगा।

हाइकोर्ट ने इस प्रक्रिया को एक सप्ताह के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया। वहीं, न्यायाधीश ने विधायकों को पासपोर्ट वापस लौटाने का भी निर्देश दिया है और इसके लिए विधायक इरफान अंसारी को निचली अदालत में आवेदन करने का परामर्श दिया है।

बता दें कि, इससे पहले साल्टलेक स्थित एमपी एमएलए कोर्ट ने राज्य सरकार को विधायक के पास से जब्त किये गये नकद, मोबाइल फोन व पासपोर्ट को वापस लौटाने का निर्देश दिया था।

लेकिन राज्य प्रशासन ने इसे नहीं लौटाया था, इसलिए विधायक ने कलकत्ता हाइकोर्ट का रूख किया था, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई करते हुए एकल पीठ की न्यायाधीश अमृता सिन्हा ने एक सप्ताह के अंदर विधायक के पास से जब्त किये नकद व मोबाइल फोन को लौटाने का आदेश दिया।

रांची में सोने की कीमत में बड़ी उछाल, ₹710 बढ़कर ₹73,800 पर पहुंचा, ₹78 हजार तक पहुंचने के आसार गोल्ड


रांची : भारत में सोने की खरीदारी करना सबसे शुभ माना जाता है। खासकर, शादी-ब्याह में सोने के गहनों का सबसे अधिक इस्तेमाल होता है। शादी का सीजन शुरू हो चुका है जेसे में महज 10 दिनों में झारखंड की राजधानी रांची में सोने की कीमत में काफी तेज उछाल आया है। 

सोने के साथ साथ चांदी की कीमतों में भी आज यानी 6 जुलाई को तेजी आई है। 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 710 रुपए बढ़कर 73,800 रुपए पर पहुंच गया है। 5 जुलाई को इसकी कीमत 73,090 रुपए प्रति दस ग्राम था। जो 710 रुपए की बढ़ी, एक्सपर्ट्स के अनुसार इस साल के आखिर तक सोना 78 हजार रुपए तक जा सकता है।

रांची में इन्हीं 10 दिनों के दौरान 22 कैरेट सोना 750 रुपये बढ़कर 68,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। 25 जून 2024 को रांची शहर में 22 कैरेट सोने की कीमत 67,950 रुपये थी।अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती की वजह से दिल्ली के सर्राफा बाजार में शुक्रवार 5 जुलाई 2024 को सोने की कीमत 200 रुपये की तेजी के साथ 73,310 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई थी। 

 4 महानगरों में सोने की कीमत

• दिल्ली: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 67,800 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 73,950 रुपए है।

• मुंबई: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 67,650 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 73,800 रुपए है।

• कोलकाता: 10 ग्राम 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 67,650 रुपए और 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 73,800 रुपए है।

• चेन्नई: 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 68,200 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 74,400 रुपए है।

दुखद घटना: प्रातः आवाज के सहयोगी दीपक कुमार कश्यप की दुर्घटना में मौत,आवाज के प्रिंटिंग प्रबंधक के रूप में दिया था योगदान


झा. डेस्क 

 प्रातः आवाज की मशीन लगने से लेकर उसके लिए सारे इंतज़ाम करने वाले हंसमुख दीपक कुमार कश्यप की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी.

प्रातः आवाज प्रिंटिंग यूनिट के मैनेजर का पद संभालने वाले दीपक जी से आखिरी बात 3 जुलाई को रातः 8.50 बजे हुई, देवघर पेज का pdf भेजने को लेकर। एक घंटे बाद वे सर्कुलेशन मैनेजर ओमप्रकाश के साथ निकले और खुद उनकी मोटरसाइकिल चलाने लगे, उन्हें पीछे बिठाकर निकल गए चानो से ओरिया होते हुए सिंघानी मोड़ जाने के लिये। एक तो बिल्कुल टूटा फूटा रास्ता, दूसरा रिमझिम बारिश और गड्ढों में भरा पानी, इसी में एक ट्रक ने चपेट में ले लिया, 

 दीपक जी ट्रक की ओर गिरे और हेलमेट समेत उनका सिर ट्रक की चपेट में आ गया। घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। दूसरी ओर गिरे ओमप्रकाश ने शोर मचाया तो पीछे से आ रहे युवकों में ट्रक जेएच 02 एयू 3169 को पकड़ लिया पर चालक फरार हो गया। ट्रक चालक की लापरवाही ने एक माता पिता से उनकी एकलौती संतान छीन ली और दो मासूम बेटियों से उनके पिता। 

आज उन्हें अपने घर साड़म, गोमिया जाना था। भांजी के लिए लैपटॉप लेकर पहुंचे थे प्लांट, पर होनी को कुछ और मंजूर था। एक मेहनती, हँसमुख और ईमानदार व्यक्ति से हमलोगों का साथ छोड़ दिया, प्रातः आवाज परिवार को बड़ी क्षति।

हेमंत सोरेन द्वारा सीआरपीसी की धारा 205 के तहत छूट के लिए दायर याचिका पर आज होंगी सुनवाई


झारखंड डेस्क 

हेमंत सोरेन की ओर से अदालत में अपनी उपस्थिति से छूट के लिए सीआरपीसी की धारा 205 की याचिका दाखिल की है। उनके आवेदन पर छह जुलाई यानी आज कोर्ट में सुनवाई होगी। दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची एमपी एमएलए की विशेष न्यायिक दंडाधिकारी सार्थक शर्मा की अदालत में ईडी के समन का अवहेलना करने मामले में छठी बार भी पेश नहीं हुए थे। 

आपको बता दें कि ईडी की ओर से हेमंत सोरेन की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उनके प्रोडक्शन का आवेदन दिया गया, जिस पर सुनवाई लंबित है। पूर्व में ही सीजेएम कोर्ट ने यह मामला एमपी एमएलए कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया था। मामले सीजेएम कोर्ट के मामले में संज्ञान लिए जाने के बावजूद भी हेमंत सोरेन सीजेएम कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। अब हेमंत सोरेन की ओर से निचली अदालत के समन आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है।

हाई कोर्ट में यह मामला अभी लंबित है। 

ईडी की ओर से बताया गया है कि हेमंत को ईडी ने जमीन घोटाला मामला में दस समन किया था, जिसमें से मात्र दो समन पर ही हेमंत सोरेन ईडी के समक्ष उपस्थित हुए थे। यह ईडी के समन की अवहेलना है। 

सुनवाई के दौरान ईडी की ओर से कहा गया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के समन मामले में ईडी ने दिल्ली में सीजेएम कोर्ट में शिकायतवाद दर्ज कराया था। उसी आधार पर यहां पर भी हेमंत सोरेन के खिलाफ शिकायतवाद दर्ज कराई गई है।