मुख्यमंत्री ने ग्राम बगिया और बंदरचुआ के स्कूल को आदर्श विद्यालय बनाने की घोषणा की

रायपुर-   राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ग्राम बगिया के उसी स्कूल कैंपस में पहुंचे जहां कई बरस पहले उन्होंने अपनी पांचवी कक्षा की पढ़ाई की थी। उन्होंने बताया कि स्कूल को साफसुथरा रखने हम लोग घर से गोबर लाकर लिपाई करते थे। स्कूल के रखरखाव की पूरा गांव चिंता करता था और छत की मरम्मत गांव वाले मिलकर करते थे। टाटपट्टी भी नहीं थी, घर से बोरी लेकर आते थे, सीसी रोड भी नहीं था। पांचवी बोर्ड का सेंटर भी नहीं था और सेरामोंगरा जाना पड़ता था। अब शिक्षा के लिए इतनी सुविधाएं उपलब्ध हुई हैं तो अच्छा लगता है। चूंकि शिक्षा हमारे विकास का मूलमंत्र है अतएव इसकी बेहतरी के लिए हम लगातार काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जशपुर में दिव्यांग आदर्श आवासीय विद्यालय की घोषणा के साथ ही ग्राम बगिया और बंदरचुआ के स्कूल को आदर्श विद्यालय बनाने की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने फरसाबहार में हायरसेकेंडरी स्कूल की घोषणा भी की। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन मेरे और बगिया वासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है। मैंने बगिया में पांचवीं तक की पढ़ाई की है। शिक्षा मात्र डिग्री या नौकरी हासिल करने के लिए नहीं है। यह जीवन बदलता है। आप शिक्षित और अशिक्षित व्यक्ति के जीवन स्तर को देखकर स्वयं भी अंदाजा लगा सकते हैं कि शिक्षा का जीवन में कितना महत्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन काल से ही हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में विश्वगुरु रहा है। नालंदा और तक्षशिला से शिक्षा प्राप्त कर बहुत से लोग आगे बढ़े।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नई शिक्षा नीति के माध्यम से शिक्षा के विकास को आगे बढ़ाया है। इससे अब साल में दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित होगी। इससे विद्यार्थियों को अपनी दक्षता सुधारने का बेहतर अवसर मिलेगा। विद्यार्थियों की समझ और ज्ञान को विकसित करने किताबों में उनकी स्थानीय भाषाओं का समावेश किया गया है। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने राज्य में 211 पीएमश्री विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। समर कैंप का आयोजन कर विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने और आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने मंच से सभी को बताया कि 6 अगस्त को सभी स्कूलों में पीटीएम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें बच्चों के अभिभावकों को शिक्षक बताएंगे कि उनके बच्चे कैसे पढ़ाई करते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में न्योता भोज का आयोजन भी किया जा रहा है। कोई भी अपने जन्मदिन और अन्य विशेष दिन में स्कूली विद्यार्थियों को न्यौता भोज दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने जशपुर जिले के पदमश्री जागेश्वर यादव को मंच पर अपने पास बुलाकर कहा कि इन्होंने हॉफ पेंट पहनकर और बिना चप्पल पहने विशेष पिछड़ी जनजाति के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर जनजाति समाज की निरंतर सेवा की। उनकी सेवा के बदौलत उन्हें राष्ट्रपति ने पद्मश्री से सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक व्यक्ति चाहे तो दूसरों की भलाई करके भी बहुत आगे बढ़ सकता है। आप भी इनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। शाला प्रवेशोत्सव के मौके पर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि अभिभावक बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर ही ध्यान दें, अन्य बच्चों से तुलना न करें। हर बच्चे की अपनी क्षमता और विशिष्टता होती है। इसे ध्यान देकर बच्चों की पढ़ाई पर फोकस करें।

इस अवसर पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि सच्चे संकल्प के साथ किये गये प्रयत्न से मुख्यमंत्री जी ने निश्चित ही सफलता मिलती है। आज जिस स्कूल में खड़े हैं इसी स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की है और प्रदेश का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे समय भी संसाधन कम थे लेकिन मेरी मां ने मुझे हमेशा पढ़ने के लिए प्रेरित किया। समाज को बदलने का एकमात्र माध्यम शिक्षा है। इस मौके पर सांसद राधेश्याम राठिया ने कहा कि सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए सभी सुविधाएं प्रदान कर रही हैं। आप खूब पढ़े और आगे बढ़ें। विधायक जशपुर रायमुनी भगत ने कहा कि शिक्षकों के साथ अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई के लिए मेहनत करें, इससे निश्चित रूप से शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। विधायक पत्थलगांव गोमती साय ने कहा कि सबसे बड़ा धन विद्या धन है। हमें शिक्षा को बेहतर करने के लिए लगातार काम करना है। इस मौके पर विधायक आरंग गुरु खुशवंत साहेब, जिला पंचायत अध्यक्ष जशपुर शांति भगत, उपाध्यक्ष उपेन्द्र यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। साथ ही स्कूल शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेसी, संचालक समग्र शिक्षा संजीव झा, संचालक डीपीआई दिव्या उमेश मिश्रा, संभागायुक्त जीआर चुरेंद्र, आईजी अंकित गर्ग, कलेक्टर रवि मित्तल एसपी शशिमोहन सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

छात्राओं को मुख्यमंत्री ने दी साइकिल

इस मौके पर हाईस्कूल छात्राओं को मुख्यमंत्री श्री साय ने साइकिल वितरित की। छात्राओं ने घंटी बजाकर अपनी खुशी का इजहार किया। साथ ही उन्होंने मेधावी बच्चों को सम्मानित भी किया। यही नहीं होनहार छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का भी सम्मान किया। साथ ही विनोबा एप के माध्यम से बेहतर शिक्षण कर रहे शिक्षकों का भी सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने बच्चों से मुलाकात कर उनकी बनाई सामग्री देखी।

एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत माँ के सम्मान में रूद्राक्ष का पौधा रोपा

मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एक पेड़ मां के नाम अभियान अंतर्गत मां के सम्मान में रुद्राक्ष का पौधा रोपा। साथ ही उन्होंने लोगों से प्रधानमंत्री के आग्रह पर एक पेड़ मां के नाम लगाने का आग्रह भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कोई अपनी मां के सम्मान में पेड़ लगाएगा तो भारत की जनसंख्या के बराबर पेड़ लग जाएंगे, इससे हरियाली का दायरा बहुत बढ़ जाएगा।

आईआईटी भिलाई में आयोजित "हेल्थ इनोवेशन केयर इन छत्तीसगढ़" के दूसरे राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्री

रायपुर-  छत्तीसगढ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल आज IIT भिलाई में आयोजित "हेल्थ इनोवेशन केयर इन छत्तीसगढ़" के दूसरे राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए। इस कॉन्फ्रेंस में IIT, IIM, AIIMS, NIT और मल्टी नेशनल कंपनी के पदाधिकारियों के साथ छत्तीसगढ़ के दूरस्थ अंचल तक बेहतर मेडिकल सुविधा कैसे पहुंचे इस पर सकारात्मक चर्चा हुई। कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए सुझाव और तकनीक को लेकर चर्चा हुई जो आने वाले दिनों में राज्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होंगे।

कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है जो इंसान के साथ ताउम्र जुड़ा रहता है , लिहाजा एक बीमारी को ठीक करना हे स्वास्थ्य नहीं है बल्कि व्यक्ति बीमार ही न हो यह ज्यादा आवश्यक है। ऐसी स्थिति लाने की लिए युवा पीढ़ी को शादी से पहले जन्म कुंडली ही नहीं बल्कि जेनेटिक कुंडली भी मिला लेनी चाहिए ताकि सिकल सेल एनीमिया जैसी बीमारी पूरी तरह से खत्म हो जाए।

श्री जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य के क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है और इसका लाभ भी दूरस्थ अंचल के लोगों को मिल रहा है। अंबिकापुर से उदयपुर तक ड्रोन चिकित्सा सेवा और रायपुर के मेकाहारा में रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत नई तकनीक का ही उदाहरण है।

श्री जायसवाल ने भारत की अग्रणी संस्थाओं से कहा कि वो स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए तकनीक की खोज करें जिसके लिए राज्य सरकार का हर संभव सहयोग रहेगा। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य सरकार दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए कार्य कर रही है जिसमें रायपुर और बिलासपुर में 700 बेड के अस्पताल तथा बस्तर और सरगुजा में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निर्माण की घोषणा शामिल हैं।

कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ धीरेंद्र तिवारी, IIT भिलाई के निदेशक प्रो.डॉ. राजीव प्रकाश , AIIMS रायपुर के कार्यकारी निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल , NIT रायपुर के निदेशक प्रो. एन. वी. रमन्ना राव सहित IIM रायपुर और स्टैनफोर्ड बायर्स सेंटर फॉर बायोडिजाइन के पदाधिकारी और IIT भिलाई के रिसर्च स्कॉलर्स उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में भीम आर्मी चीफ ने भरी हुंकार : चंद्रशेखर आजाद ने कहा – बलौदाबाजार हिंसा मामले में निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ें नहीं तो होगा बड़ा

सारंगढ़-बिलाईगढ़-   नगीना लोकसभा के सांसद व भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद गुरुवार को बिलाईगढ़ जिले के भटगांव पहुंचे, जहां दशहरा मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. सांसद चंद्रशेखर ने बलौदाबाजार की घटना पर प्रदेश सरकार और पुलिस पर जमकर निशाना साधा उन्होंने कहा, कानून सबके लिए समान है. बेगुनाहों को दोषी न बनाएं. निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ें नहीं तो प्रदेश में बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

सांसद चंद्रशेखर ने कहा, आज राज्यपाल से मुलाकात कर निर्दोषों को छोड़ने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. बलौदाबाजार घटना में शासन-प्रशासन अपनी कमजोरी छिपाने निर्दोषों पर कार्रवाई कर रही. घटना में पुलिस ने निर्दोषों को जमकर पीटा है, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस घटना में जो जख्म मिले हैं उन्हे कभी नहीं भुलाया जा सकता.

चंद्रशेखर आजाद ने कहा, जैसी व्यवस्था आज पुलिस ने किया है वैसी पहले करती तो बलौदाबाजार में घटना घटित नहीं होती. हम संविधान पर भरोसा रखने वाले हैं. हम लड़ाई नहीं करते. यदि करते तो इस पंडाल में कोई घुसने की हिम्मत नहीं करता. हमारी विनती है कि निर्दोषों को जेल से निशर्त छोड़ दिया जाए नहीं तो स्वयं चद्रशेखर आजाद, भीम आर्मी का एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर आंदोलन का प्रचार कर छत्तीसगढ़ में वृहद आंदोलन करेगा.

राजस्व पखवाड़ा : फौती, नामांतरण, बंटवारा के प्रकरणों के निराकरण के लिए गांवों में लगेंगे शिविर

रायपुर-   अब किसानों और भू-स्वामियों को फौती, नामांतरण, बंटवारा जैसी समस्याओं को लेकर दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा. राजस्व प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने 6 से 20 जुलाई तक राजस्व पखवाड़ा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों की जानकारी देने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी कराई जाएगी. 

राजस्व पखवाड़े के दौरान आयोजित होने वाले शिविरों में प्राप्त होने वाले आवेदनों जैसेः फौती, नामांतरण एवं बटवारा, अभिलेख त्रुटि सुधार के प्रकरणों का मौके पर ही आनलाइन अपलोड कर हल्का पटवारी द्वारा प्रतिवेदन, पंचनामा कर प्रविष्टि एवं मौके पर ही नोटिस ईश्तहार जारी कर पक्षकारों को तामिली कराकर निराकरण करने को कहा गया है. शिविर स्थल पर ही बी-1, खसरा एवं किसान किताब के प्राप्त आवेदनों का निराकरण किया जाएगा.

इसी तरह आय, जाति, निवास प्रमाण-पत्र संबंधी समस्त आवेदनों का शिविर स्थल पर ही लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से आनलाइन प्रविष्टि एवं समय-सीमा में शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं. शिविर में प्राप्त होने वाले आवेदनों एवं उन पर की गई कार्यवाही की जानकारी प्रत्येक दिवस निर्धारित प्रपत्र में कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं.

समय-सीमा के भीतर होगी कार्रवाई

सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग अविनाश चंपावत से प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत राजस्व न्यायालय से संबंधित लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत लोक सेवाओं की अदायगी हेतु समय-सीमा में कार्यवाही की जाएगी. इसी तरह अविवादित नामांतरण और खाता विभाजन, सीमांकन, व्यपवर्तन, वृक्ष कटाई का समय-सीमा के बाहर प्रकरणों तथा सभी राजस्व न्यायालय में शून्य आदेश पत्र वाले प्रकरणों का 15 जुलाई तक शत-प्रतिशत निराकरण करने के निर्देश दिए गए हैं.

इसके साथ ही नगरीय क्षेत्रों के सीमांकन प्रकरणों का भी पूर्ण निराकरण किया जाना है. विवादित नामांतरण, विवादित खाता विभाजन और धारा 115 अंतर्गत अभिलेख त्रुटि हेतु आवेदन प्राप्त कर तथा इसके लिए जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाए. निराकरण नहीं करने वाले राजस्व अमले पर अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जाएगा.

आवेदनों का होगा त्वरित निराकरण

राजस्व विभाग के सचिव ने बताया कि इसी तरह सभी राजस्व न्यायालय में दर्ज ऐसे प्रकरण जिनकी सुनवाई तिथि अद्यतन नहीं है, उनका शत-प्रतिशत सुनवाई तिथि अद्यतन किया जाना सुनिश्चित करने कहा गया है. इसके साथ जनहानि-पशुहानि, फसल क्षति से संबंधी आर.बी.सी.6-4 के तहत प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण करने कहा गया है. राजस्व अधिकारी अधीनस्थ टेबल का निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन 15 जुलाई तक कलेक्टर को उपलब्ध कराएंगे. राजस्व पखवाड़ा में भू-अर्जन संबंधी प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण तथा भू-अर्जन के प्रकरणों में लिये गये सेवा शुल्क की जानकारी अद्यतन करने सुनिश्चित करेंगे.

कोटवारी और सेवाभूमि पर होगी कार्रवाई

राजस्व पखवाड़ा में भू-अभिलेख संबंधी कार्यों के अंतर्गत स्वामित्व योजनांतर्गत भारतीय सर्वेक्षण विभाग से प्राप्त मैप-02 का 31 जुलाई 2024 तक प्रारंभिक प्रकाशन किया जाना है. इसी तरह कोटवारो द्वारा विक्रय की गई कोटवारी और सेवाभूमि के विरूद्ध 31 जुलाई 2024 तक समुचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं. वार्षिकी कृषि सांख्यिकी सारणी तथा ऋतु एवं फसल प्रतिवेदन (जिंसवार) वर्ष 2023-24 का 15 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत जानकारी उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे.

अभिलेख शुद्धता के अंतर्गत संकलन हेतु शेष खसरा, विलोपन योग्य संदिग्ध खसरा, शून्य रकबा वाले खसरा, भूमिस्वामी विहीन खसरा, भूमिस्वामी के विवरण में स्पेशल कैरेक्टर युक्त खसरा, संयुक्त खातेदार का नाम पृथक-पृथक दर्ज न होकर एक साथ दर्ज होने, त्रुटिपूर्ण खसरा, भूमिस्वामी क्रमांक निर्धारण हेतु शेष खसरा की संख्या अंतर्गत 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत निराकरण किया जाना सुनिश्चित करेंगे.

नक्शा बटांकन अंतर्गत जुलाई माह में प्रत्येक तहसील में 05 प्रतिशत की प्रगति करना अनिवार्य है, तथा भूमिस्वामी के खातों में आधार, मोबाईल नं. किसान किताब एवं जेण्डर की प्रविष्टि 31 जुलाई 2024 तक शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित करेंगे.

जांजगीर जहरीली गैस हादसे में मृतकों के परिजनों को विष्णु सरकार ने की 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा

रायपुर-  जांजगीर-चांपा के बिर्रा थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम किकिरदा में 5 लोगों की दम घुटने से हुई मौत के मामले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मृतक के परिजनों को पांच - पांच लाख रुपए आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री ने अपने X हैंडल पर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि जांजगीर के ग्राम किकिरदा में कुंए की जहरीली गैस की चपेट में आने से 5 लोगों की दु:खद मौत की सूचना मिली थी। इस घटना में मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा करता हूं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने लिखा है कि हमारी सरकार पीड़ित परिजनों के हर संभव मदद के लिए तत्पर है। हादसे में मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं।

गौरतलब है कि जांजगीर जिला स्थित बिर्रा क्षेत्र के किकिरदा गांव में एक पुराना कुआं है। जिसे काफी समय से उपयोग में नहीं लाया जा रहा था। गांव के ही लोगों ने पुरानी लकड़ियों का छप्पर बनाकर कुएं को ढंक दिया था। बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में बारिश और तेज हवा चलने के कारण कुएं के ऊपर बना लकड़ी का छप्पर कुएं के अंदर गिर गया था। जिसे निकालने गांव का एक आदमी कुएं के अंदर गया, जो काफी देर तक वापस नहीं आया। इसके बाद एक-एक कर 4 लोग और कुएं में उतरे और वापस बाहर नहीं आ सके। आशंका जताई जा रही है कि काफी दिनों से बंद रहने के कारण कुएं में जहरीली गैस निकलने लगी है, जिसकी चपेट में आने से 5 लोगों की मौत हो गई।

छत्तीसगढ़ : जहरीली गैस के रिसाव से 5 की मौत, सीएम ने जताया शोक

रायपुर-  छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा से बेहद दुःखद घटना सामने आई है। एक कुएं में गिरी लकड़ी 5 लोगों के मौत का कारण बन गई। दरअसल इस लकड़ी को निकालने एक जो भी कुएं में उतरा वो वापस बाहर नहीं आ सका। घटना छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र की है।

दरअसल कुएं में जहरीली गैस के रिसाव के कारण पहले पिता, फिर दो बेटों समेत 5 लोगों की मौत हो गई। दरअसल शुक्रवार सुबह करीब 7.30 बजे एक व्यक्ति को बचाने के चक्कर में लोग कुएं के अंदर एक के बाद एक व्यक्ति उतरते गए।

इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक जताया है। घटना बिर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव किकिरदा की है। जानकारी के अनुसार लंबे समय से ढके होने के कारण कुएं में बनी जहरीला गैस के कारण उतरे लोगों की मौत हो गई। मृतकों ने रामचंद्र जायसवाल, रमेश पटेल, जितेंद्र पटेल, राजेंद्र पटेल और टिकेश्वर चंद्र शामिल है।

बता दें कि 14 जनवरी 2024 राजधानी दिल्ली में अंगीठी ने फिर 6 लोगों की जान ले ली थी। ठंड से बचने के लिए रात में आग जलाना दो परिवारों के लिए जानलेवा साबित हो गया। पहली घटना आउटर नॉर्थ दिल्ली के खेड़ा इलाके की थी, जहां घर में 4 लोगों की लाश मिली। इनमें पति-पत्नी और दो बच्चे शामिल थे। पुलिस का कहना है कि घर का दरवाजा अंदर से बंद था। कमरे में अंगीठी जली हुई थी। घटना में जिन दो बच्चों की मौत हुई है, उनमें एक की उम्र 7 साल और दूसरे की 8 साल है। इस बीच पश्चिमी दिल्ली के इंद्रपुरी इलाके में भी घर के अंदर दो लोग मृत हालत में मिले। उनके घर के अंदर अंगीठी जली हुई थी। दोनों नेपाली मूल के थे।

आवास मंत्री खट्टर से मिलकर लौटे उप मुख्यमंत्री अरुण साव, कहा- 20 हजार पीएम आवास पर हुई चर्चा…

रायपुर-   दिल्ली दौरे से लौटे उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात को लेकर कहा कि प्रदेश के विभिन्न योजनाओं के बारे में चर्चा हुई. 20 हजार प्रधानमंत्री आवास के डीपीआर पर बात हुई. स्वच्छता के साथ पेयजल आपूर्ति से संबंधित योजनाओं पर चर्चा हुई. मंत्री ने गंभीरता से बातों को सुनने के बाद अधिकारियों को निर्देशित किया है. 

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने दिल्ली से लौटने के बाद मीडिया से चर्चा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात का हवाला देते हुए कहा कि आजादी के बाद छत्तीसगढ़ में जैसी रेल कनेक्टिविटी होनी चाहिए, वैसी नहीं है. कई योजनाएँ तैयार हो रही हैं. जल्द ही रेल कनेक्टिविटी का छत्तीसगढ़ में विस्तार करेंगे. वहीं छत्तीसगढ़ में ट्रेनों का रद्द होने के सिलसिले पर कहा कि देश की तुलना में प्रदेश में रेल कनेक्टिविटी कम है. कई परियोजनाएं स्वीकृत हुई हैं, जिसके कारण व्यवधान आ रहे हैं. विकास का काम हो जाने पर लोगों को अच्छी सुविधा मिलेगी.

धान संग्रहण केंद्रों में अनियमितताओं पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि उसका वेरिफिकेशन हो रहा है. परमीसिबल लिमिट से अधिक शॉर्टेज पाया गया तो प्रशासन कार्रवाई करेगा. वहीं दंतेवाड़ा विधायक भवन के जीर्णोद्धार पर पीसीसी चीफ दीपक बैज के बयान पर उप मुख्यमंत्री साव ने पलटवार करते हुए कहा कि 5 साल में दीपक बैज को कुछ दिखा था या नहीं. वे अपने सरकार की समय की बातों को जनता को बताएं.

छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ का दो दिवसीय प्रादेशिक अधिवेशन 27 व 28 जुलाई को कवर्धा में,मुख्यमंत्री सहित दोनों उप मुख्यमंत्री अतिथि होंगे

पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर एवं राजेश बादल होंगे मुख्य वक्ता, भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ पत्रकार, पत्रकार संघों के अध्यक्ष होंगें अतिथि वक्ता

रायपुर-  छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ का दो दिवसीय प्रादेशिक अधिवेशन कवर्धा जिला मुख्यालय में 27 व 28 जुलाई को आयोजित होने जा रहा है। इस वृहद आयोजन में छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री माननीय विष्णु देव साय मुख्य अतिथि एवं उप मुख्यमंत्री द्वय माननीय अरूण साव एवं विजय शर्मा विशिष्ट अतिथि होगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार भारत के सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित माननीय विजय दत्त श्रीधर करेंगे और मुख्य वक्ता के रूप में राज्य सभा टेलीवीज़न दिल्ली के पूर्व एक्जक्युटिव डायरेक्ट माननीय राजेश बादल उपस्थित रहेंगे। साथ ही भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतों के वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार, शिक्षाविद, पत्रकार संघों के अध्यक्ष इस अधिवेशन में शामिल होकर अपने अनुभवों से उपस्थित पत्रकारों को संबोधित कर शिक्षित करेंगे। इस भव्य आयोजन में आने की स्वीकृति माननीय मुख्यमंत्री दोनों उप मुख्यमंत्री सहित बाहरी प्रांतों से आने वाले अतिथि पत्रकार ने दे दी है।

भारतवर्ष के लगभग सभी राज्यों के पत्रकार साथी इस आयोजन में सम्मलित होने विभिन माध्यमों से २६ जुलाई को कवर्धा पहुंच रहे हैं। जिसमे प्रमुख रूप से पद्मश्री विजय दत्त श्रीधर, संस्थापक, माधवराव सप्रे समाचार संग्रहालय एवं शोध संस्थान भोपाल, राजेश बादल, पूर्व एक्जक्युटिव डायरेक्ट राज्य सभा टेलीवीज़न दिल्ली, डा. सुधीर सक्सेना, एडीटर इन चीफ, दुनियां इन दिनों दिल्ली, प्रेम शंकर अवस्थी, प्रधान सम्पादक, दैनिक युगांतर प्रवाह लघनऊ उप्र , टी रमेश बाबू, वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार, हैदराबाद पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पत्रकार फैडरेशन , सिद्धांत सिंह एडीटर द ओपन दिल्ली, आर आर गोस्वामी, न्यूज एडीटर ,दैनिक इकोनामिक टाइम्स अहमदाबाद ,गुजरात , राधावल्लभ शारदा, प्रदेश अध्यक्ष , एमपी वर्किग जर्नलिस्ट यूनियन भोपाल मप्र ,निषांत कांबले, प्रदेश अध्यक्ष ,महाराष्ट्र वर्किग जर्नलिस्ट यूनियन नागपुर महाराष्ट्र ,अविनाश मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष उडी़सा पत्रकार संघ भुवनेश्वर ,उडी़सा ,विनोद पांचाल, अध्यक्ष हरियाणा पत्रकार संघ, पानीपत हरियाणा,लीलाधर शर्मा प्रेस क्लब अध्यक्ष,फजिल्का , पंजाब ,अनिल ज्यानी, वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार पंजाब, रितेश चौरसिया, दैनिक भास्कर रांची, झारखंड, सहित उनके साथी पत्रकार हैं।

बुधवार को मुख्यमंत्री निवास में छत्तीसगढ़ सक्रिय पत्रकार संघ का प्रतिनिधि मंडल आरक्षित समय पर मुख्यमंत्री से मिला और अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का आमंत्रण दिया। इस अवसर पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राज गोस्वामी ने मुख्यमंत्री को अधिवेशन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। लंबी चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में आना सहर्ष स्वीकार किया है। दोनों उप मुख्यमंत्री माननीय अरूण साव और विजय शर्मा ने पूर्व में हुई मुलाकात में कार्यक्रम में आने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस अवसर पर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राज गोस्वामी एवं कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मनोज सिंह बघेल, महासचिव चंकी तिवारी, संभागीय अध्यक्ष स्वरूप भट्टाचार्यजी, उपाध्यक्ष एस के सिंह, सचिव मनीष शर्मा, देवेन्द चंद्रवंशी, जांजगीर जिलाथ्यक्ष हरि अग्रवाल, सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य गण उपस्थित थे।

जिला प्रशासन की टीम ने व्यापारी के ठिकाने पर दी दबिश, 150 बोरी से अधिक पीडीएस चना और गुड़ जब्त

बीजापुर-  जिला प्रशासन ने अवैध पीडीएस चना और गुड़ के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. शिकायत मिलने पर कलेक्टर अनुराग पाण्डेय के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने व्यापारी के ठिकाने पर दबिश देकर मौके पर जांच की. इस दौरान डेढ़ सौ से अधिक बोरी पीडीएस चना और गुड़ जब्त किया गया. बीजापुर एसडीएम जागेश्वर कौशल ने इस कार्रवाई की जानकारी दी.

एसडीएम जागेश्वर कौशल ने बताया कि सूचना के आधार पर हमारी टीम गई हुई थी. इस दौरान मौके से व्यापारी हरिश्चन्द्र जायसवाल के यहां अवैध पीडीएस की चना लगभग 111 बोरी और 50 से ज्यादा बोरी गुड़ को जब्त किया गया है. इस कार्रवाई में खाद्य विभाग और पुलिस की टीम थी. यह कार्रवाई खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत की गई है.

NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय का सख्त फरमान, बिना सूचना के प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने पर रोक



रायपुर-   NSUI प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने प्रदेश के सभी छात्र नेताओं को सख्त फरमान जारी किया है. उन्होंने संगठन को बिना सूचना दिए किसी भी तरह के प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपने पर रोक लगाई है. इस संबंध में एनएसयूआई अध्यक्ष ने सभी पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है. अब एनएसयूआई पदाधिकारियों को किसी भी प्रदर्शन या ज्ञापन सौंपने से पहले संगठन को अवगत कराकर अनुमति लेनी पड़ेगी.

एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने सभी पदाधिकारियों लेटर जारी कर कहा है कि किसी भी शासकीय और निजी संस्थाओं में धरना प्रदर्शन और ज्ञापन देने के पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री और अपने जिला अध्यक्ष को कार्यक्रम से अवगत करायें और अनुमति प्राप्त करें. इसके साथ ही बिना पूर्व सूचना के कोई भी कार्यक्रम आयोजित करने पर संगठनात्मक कार्रवाई की बात कही है.