आज हाथरस का दौरा कर सकते है सीएम योगी आदित्यनाथ, घटना में अब तक 116 की जा चुकी है जान
लखनऊ। हाथरस हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज  इलाके का दौरा कर सकते हैं। सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ऐसा संकेत दिया है। घटना में अब तक 116 लोगों की जान जा चुकी है।  
मुख्यमंत्री योगी ने हाथरस के हादसे मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया है। उन्होंने पीड़ित परजिनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीध्र स्वस्थ्य होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने हादसे के मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का एलान करते हुए पीड़ित परिवारों को तत्कार राहत राशि मुहैया कराने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों का बेहतर उपचार करने को कहा है।

घटना की खबर मिलने के ततत्काल बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार मौके के लिए रवाना हो गए। वहीं, मुख्यमंत्री ने घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ के नेतृत्व में जांच टीम का गठन कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने और कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर कराने के भी निर्देश दिए हैं।
सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक के निधन पर शोक सभा

लखनऊ । मंगलवार को पुलिस मुख्यालय, गोमतीनगर विस्तार, लखनऊ स्थित सभागार में पीसी कक्कड़ (आईपीएस-1953) सेवानिवृत्त पुलिस महानिदेशक के18 जून 2024 को हुये निधन के परिपेक्ष्य में शोक-सभा का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर  प्रशान्त कुमार, पुलिस महानिदेशक, उप्र सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा दिवंगत पुलिस अधिकारी को श्रद्वांजलि अर्पित की गयी।
सीएम योगी ने हाथरस में हुए हादसे पर जताया दुख, गहन जांच के दिए निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री योगी ने मुआवजे का ऐलान करते हुए मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी जारी किए हैं। घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री की सीधी नजर है और वह पल पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा है। इसके साथ ही उन्होंने एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी तलब की है। इसके अतिरिक्त सरकार कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर के साथ ही बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।

प्रदेश सरकार के मंत्रियों व अधिकारियों को घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश

सीएम योगी ने एक्स पर लिखा, "जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।

सत्संग के दौरान मची भगदड़

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को नारायण साकार विश्व हरि के नाम से प्रसिद्ध भोले बाबा के कार्यक्रम में लाखों की संख्या में भक्तो की भीड़ जुटी। कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन की परमिशन से ज्यादा भक्त सत्संग कार्यक्रम में पहुंचे। भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। घायलों को इलाज के लिए एटा भेजा गया। घटना सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित गांव फुलराई के पास की है।
हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़, 120 लोगों के मौत होने की खबर, राष्टÑपति व पीएम ने जताया शोक
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। भगदड़ में अब तक 120 लोगों की मौत की खबर है। हालांकि प्रशासन द्वारा इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।

हादसे में अब तक सौ से अधिक  लोगों की मौत की खबर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है।यूपी सरकार के मंत्री संदीप सिंह का कहना है, 'सीएम ने निर्देश दिया है कि हाथरस में जहां हादसा हुआ है वहां पहुंचें और मामले को देखें। साथ ही सरकार की ओर से आवश्यक निर्णय लें। मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है।हाथरस, डीएम आशीष कुमार ने हादसे में 50 से 60 लोगों के मरने की पुष्टि की है। उनका कहना है कि अभी भी मृतकों की संख्या के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, जिस वक्त भगदड़ हुई उस समय हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे में धार्मिक आयोजन चल रहा था। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। अभी घायल अस्पताल नहीं पहुंचे हैं। आगे की जांच की जा रही है। इन 27 शवों की पहचान की जा रही है।

हाथरस में बड़ा हादसा, सत्संग खत्म होने के बाद मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत, कई घायल
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को सिकंदराराऊ कोतवाली क्षेत्र स्थित रतिभानपुर में सत्संग समापन के बाद मची भगदड़ में 23 लोगों की मौत हो गई। भगदड़ में कई लोग घायल हो गए हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।

बताया जा रहा है कि सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ के निकलने के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 23 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं। घायलों को एटा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। मौके पर पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित प्रजाति के वन्यजीवों व उनके अंगों की तस्करी करने वाला गिरफ्तार
लखनऊ । एसटीएफ यूपी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर संरक्षित प्रजाति के वन्यजीवों व उनके अंगो की तस्करी करने वाले गिरोह के तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से प्रतिबंधित व संरक्षित प्रजाति के 505 पक्षी, तीन  लोहे का पिंजरा, एक मोटर साइकिल बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम शहजाद पुत्र इकलाख,  सैदगोरारी, पो. खेतासराय, थाना खेतासराय, जिला जौनपुर।

एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश

वन्य जीव अपराध नियन्त्रण ब्यूरो (WCCB) भारत सरकार की पहल पर एसटीएफ यूपी  द्वारा पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश में वन्यजीवों एवं संरक्षित प्रजाति के जीवों एवं उनके शारीरिक अंगों की तस्करी करने वाले गिरोहांे के विरूद्ध वाइल्ड लाईफ संरक्षण हेतु अभिसूचना संकलन का कार्य एवं उनके विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही किया जाता रहा है। इसी क्रम में श्री प्रमेश कुमार शुक्ल, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन का कार्य किया जा रहा था। ज्ञात हुआ कि जनपद बस्ती में वन्यजीवों एवं संरक्षित प्रजाति के जीवों का अवैध व्यापार किया जा रहा है।

बस्ती से एसटीएफ ने अभियुक्त को दबोचा

उप निरीक्षक सौरभ मिश्रा के नेतृत्व में मु0आ0 संतोष सिंह, मु0आ0 अंजनी कुमार यादव, मु0आ0 राजकुमार शुक्ला, मुख्य आरक्षी नीरज सिंह व मु0आ0 रजनीश सिंह की एक टीम जनपद बस्ती पहुँचकर जमीनी सूचना एवं अन्य स्रोतों से अभिसूचना संकलन का कार्य कर रही थी, इस दौरान मुखबिर द्वारा ज्ञात हुआ कि राम जानकी मार्ग से प्रतिबंधित/संरक्षित प्रजाति के पक्षियों को अवैध व्यापार हेतु ले जाया जा रहा है। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा शारदा नंद तिवारी, क्षेत्रीय वन अधिकारी, हर्रैया रेंज, हर्रैया, जनपद बस्ती मय हमराहियान को साथ लेकर सूचना विकसित करते हुए एक जुलाई को समय लगभग 07ः58 बजे सायं अभियुक्त उपरोक्त को रामजानकी मार्ग, रानीबगिया के पास, हर्रैया, जनपद बस्ती से गिरफ्तार कर लिया गया।

जानैपुर लेकर जा रहा था प्रतिबंधित पक्षियों को

जिसके कब्जे से 505 अदद पक्षी (Chestnut muniya, Scaly-breasted) एवं अन्य बरामदगी (उपरोक्तानुसार वर्णित) हुई।गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह बरामद प्रतिबन्धित पक्षियों को लेकर जनपद जौनपुर जा रहा था। प्रतिबन्धित पक्षियों की तस्करी का कार्य वह पिछले कई वर्षो से कर रहा है। गिरफ्तार अभियुक्त के विरूद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1977 की धारा 2, 16ख, 9, 39, 48, 49 बी, 50, 51, 52 क, 57 भारतीय वन अधिनियम के अनुसार कार्यवाही क्षेत्रीय वन अधिकारी, हर्रैया रेंज कार्यालय द्वारा की जा रही है।

योगी कैबिनेट : कृषि और पशुधन समेत अन्य विभागों के 11 प्रस्तावों पर लगी मुहर
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभवन में कैबिनेट बैठक में यूपी एग्रोटेक नीति-2024 समेत कुल 11 प्रस्तावों पर मुहर लगी है। कैबिनेट बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही और पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेसवार्ता कर सरकार के फैसलों के बारे में जानकारी दी।कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि उत्तर प्रदेश एग्रीटेक नीति 2024 पर कैबिनेट की लग गयी है। किसान हित में सरकार का यह बड़ा कदम है। किसानों हेतु डिजिटल रजिस्ट्री कार्यक्रम की शुरुआत, कृषि विकास दोगुना करने का लक्ष्य है।

उत्तर प्रदेश चारा नीति 2024 को मंजूरी प्रदान की गयी

पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि पशुधन कुक्कुट एवं मत्स्य आहार प्रोत्साहन नीति 2024 व उत्तर प्रदेश चारा नीति 2024 को मंजूरी प्रदान की गयी है। पशुओं हेतु संतुलित आहार को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। भारत सरकार योजनांतर्गत मवेशियों को कृत्रिम गर्भाधान के लिए पंजीकृत करने वाले कृषकों को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य लिया गया है। दुग्ध उत्पादन के लिए अच्छी नस्ल की गायों के वृद्धि के लिए आहार नीति लाई गई है। प्रदेश के किसान समृद्ध होंगे।

मानदेय पर शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति को मंजूरी

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि वेतन समिति की संस्तुतियों को मंजूरी मिल गयी है। 656 सिक्योरिटी गार्ड्स, 2130 अध्यापकों के मानदेय में वृद्धि, सिक्योरिटी गार्ड्स के प्रोत्साहन भत्ते में वृद्धि का फैसला लिया गया है। इस फैसले के तहत राज्यपाल व मुख्यमंत्री के अंतर्गत आने वाले सिक्योरिटी गार्ड्स को लाभ मिलेगा। इसके अलावा माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षकों हेतु फैसला हुआ है।माध्यमिक शिक्षा विभाग के एक अन्य फैसले में अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के तदर्थ शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती हेतु 2200 शिक्षकों को 25 हजार, 30 हजार मानदेय पर पुनर्नियुक्ति को मंजूरी मिली है।

दिल्ली की तर्ज़ पर बनेगा  कन्वेंशन सेंटर

कानपुर देहात में माध्यमिक शिक्षा विभाग की 5 एकड़ भूमि को समाज कल्याण विभाग को हस्तांतरित करने को मंजूरी प्रदान की गयी है। जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय निर्माण हेतु भूमि की जरूरत थी। इसके निर्माण हेतु प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है।सुरेश खन्ना ने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन हेतु एमएसएमई के साथ आईटीपीओ के साथ एमओयू को मंजूरी मिली है। इसके तहत लखनऊ वाराणसी में भारत मण्डपम दिल्ली की तर्ज़ पर कन्वेंशन सेंटर बनाने हेतु कार्य होगा।

स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन एक्ट बनाने के लिए प्रस्ताव को मंजूरी

स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन एक्ट बनाने के लिए प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी है। इसके तहत उत्तर प्रदेश देश का चौथा राज्य होगा जिसमें यह एक्ट लागू होगा। उत्तर प्रदेश में इसका नाम NIRMAN ACT (नोडल इन्वेस्टमेंट रीजन फ़ॉर मैन्युफैक्चरिंग) होगा। वर्तमान में तीन राज्य (गुजरात, कर्नाटक, राजस्थान) राज्यों में यह एक्ट है। इसके अतिरिक्त 2 प्रस्ताव गृह विभाग के थे जिन्हें मंजूरी मिली। तीन इलेक्ट्रिक वाहन खरीद व रूटीन पट्टा व ध्वस्तीकरण के लिए प्रस्ताव भी पास हुआ।
भाजपा के एमएलसी उम्मीदवार बहोरन लाल मौर्य ने दाखिल किया नामांकन

लखनऊ। भाजपा के विधान परिषद के उम्मीदवार बहोरन लाल मौर्य ने मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में विधानभवन पहुंचकर नामांकन दाखिल किया।इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक,वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर व बीकापुर के विधायक अमित सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।


नामांकन दाखिल करने से पूर्व भाजपा प्रदेश कार्यालय पहुंचे एमएलसी प्रत्याशी बहोरन लाल मौर्य का स्वागत किया गया। इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ वह नामांकन दाखिल करने गये। विधान परिषद चुनाव के लिए सोमवार को भाजपा ने उन्हें प्रत्याशी घोषित किया था। विधान परिषद में इस सीट का कार्यकाल जुलाई 2028 तक होगा। सीएम योगी ने कहा कि बहोरन लाल मौर्य चुनाव जीतकर विधान परिषद में पहुंचेंगे और आमजन की समस्याओं को प्रमुखता से रखेंगे।

नामांकन दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बहोरन लाल मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला।बहोरन लाल मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव का 'पीडीए' से कोई लेना देना नहीं। उन्हें अपने घर के अलावा किसी की चिंता नहीं। अखिलेश ने यादव परिवार के लोगों को टिकट दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्ण रूप से दलितों व पिछड़ों के साथ है। विपक्ष ने पिछड़े, दलित को भड़काने की कोशिश की।
सत्ता और विपक्ष दोनों को सदन के भीतर व बाहर गंभीर होने की जरूरत : मायावती


लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि संसद में नेता विपक्ष राहुल गांधी के बयान का भाजपा फायदा उठाने में जुट गई है। उन्होंने नसीहत दी है कि सत्ता व विपक्ष दोनों को सदन के भीतर व बाहर गंभीर होने की जरूरत है।

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि सोमवार को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने हिन्दू व हिन्दुत्व को लेकर जो कुछ भी कहा उसका भाजपा फिर से राजनीतिक फायदा उठाने में लग गयी है। कांग्रेस द्वारा इनको ऐसा करने का अवसर प्रदान करना कितना उचित? यह सोचने की बात है।

उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर ने देश में विभिन्न धर्मों के करोड़ों लोगों के हित, कल्याण, भाईचारा आदि के लिए धर्मनिरपेक्ष्ता के आधार पर संविधान बनाकर सभी धर्मों का सम्मान सुनिश्चित किया है। इसके प्रति सत्ता व विपक्ष दोनों को सदन के भीतर व बाहर गंभीर होने की जरूरत।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपचुनाव बैठक से ओमप्रकाश राजभर को रखा गया दूर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक में दस विधानसभा पर 16 मंत्रियों को मुख्यमंत्री ने लगाया। उपचुनाव को लेकर हुई बैठक में तमाम मंत्रियों को देखा गया लेकिन ओमप्रकाश राजभर को इस महत्वपूर्ण बैठक से दूर रखा गया।

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदी राम के पेपर लीक मामले में नाम आने के बाद से पार्टी अध्यक्ष व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर चुप है। बेदी राम पर चुप्पी को ही मुख्यमंत्री के चुनावी बैठक से उन्हें दूर रखने का कारण बताया जा रहा है। इससे पहले बेदी राम की पैरवी लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह से ओमप्रकाश राजभर मिले थे। राजभर ने बेदी राम को बचाने की गुहार लगायी थी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में दस सीटों पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा व सहयोगी दलों की जीत सुनिश्चित हो। इसको लेकर मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को अहम जिम्मेदारी दी है और अच्छे छवि वाले अपने मंत्रियों को एक-एक सीट पर मंथन और फोकस रखने की जिम्मेदारी सौंपी हैं। इस बैठक से दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक को भी दूर रखा गया है।