लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के भाषण को लेकर राजनीति गरम, बिहार के एनडीए नेताओं ने तीखी आलोचना करते हुए की यह मांग

डेस्क : बीते सोमवार को लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के भाषण को लेकर राजनीति गरम हो गई है। पूरे देश में एनडीए नेताओं द्वारा हिंदुओं को लेकर दिए गए बयान की तीखी आलोचना की जा रही है। इधर बिहार के नेताओं ने भी राहुल गांधी की भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नेता प्रतिपक्ष के तौर पर संसद में दिए राहुल गांधी के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि सभी हिन्दुओं को हिंसक और नफरती बता कर उन्होंने सम्पूर्ण हिन्दू समाज का अपमान किया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि सनातन और हिन्दुओं को गाली देना, हिन्दुओं को हिंसक, आतंकवादी बताना राहुल की पुरानी फितरत रही है। दरअसल, राहुल गांधी मानसिक रूप से बीमार हैं। ऐसे मानसिक रोगियों का कोई इलाज नहीं है। राहुल गांधी पूरी तरह से बीमार हो गए हैं। जैसी बातें उन्होंने संसद में कही है वह कोई मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति की कहेगा। संसद के पहले सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी ने बचकानी भाषण देकर संसद और नेता प्रतिपक्ष की गरिमा को भी गर्त में गिराया है। कभी प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को नकारना, कभी हिन्दू युवकों को मंदिरों में लड़की छेड़ने वाला बताने वाले राहुल गम्भीर रूप से मानसिक बीमार है। कोट के ऊपर जनेऊ पहनने से राहुल गांधी हिन्दुओं के ठेकेदार नहीं हो जाएंगे। उन्हें हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। बिहार सरकार के स्वास्थ्य और कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने राहुल गांधी के ‘हिन्दू समाज हिंसक होते हैं’ वाले बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर संसद में उनका संबोधन न सिर्फ गैरजिम्मेदाराना और संविधान के खिलाफ है, बल्कि पूरे देश के हिन्दुओं का अपमान है। इसके लिए उन्हें देश और हिन्दू समाज से माफी मांगनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि आसन के समक्ष उनके भड़काऊ संबोधन से ऐसे लगता है कि उन्हें अभी संसदीय प्रणाली का पूरा ज्ञान नहीं हुआ है। वे क्या बोलेंगे उनको खुद पता नहीं रहता है और न ही राहुल गांधी इसकी तैयारी करके आते हैं। आखिर राहुल गांधी बार-बार हिन्दू समाज की खामियां क्यों गिनाते हैं। राहुल साबित कर चुके हैं कि उनके दिल में हिन्दू धर्म के प्रति नफरत है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर सोमवार को निशाना साधते हुए यहां कहा कि कांग्रेस नेता ने सरकार का विरोध करने के प्रयास में भगवान शिव के भक्तों का विरोध करना शुरू कर दिया है। पासवान ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर नेता प्रतिपक्ष पद की गरिमा को घटाने का भी आरोप लगाया। लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के बारे में पूछे जाने पर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग ने कहा कि कोई भी शिव भक्त यह बर्दाश्त नहीं करेगा, जिस तरह उन्होंने लोकसभा में भगवान की तस्वीर लहराई।कहा, नेता प्रतिपक्ष के पद की गरिमा होती है। आप इस तरह के बयान नहीं दे सकते। उन्होंने कहा, सरकार का विरोध करते-करते उन्होंने शिवभक्तों का विरोध करना शुरू कर दिया। मैं भी शिव भक्त हूं। भगवान शिव में आस्था रखता हूं।
पटना शहर को जलजमाव से निजात दिलाने की तैयारी, नगर आयुक्त ने जारी किया यह निर्देश*

डेस्क : राजधानी पटना को बरसात के दिनों में जल जमाव से निजात दिलाने की पूरी तैयारी की गई है. शहर में जलजमाव वाले इलाकों में नगर निगम के अधिकारियों को हर दिन दो घंटे निरीक्षण करना होगा। यह निर्देश नगर आयुक्त ने जारी किया है। उन्होंने कहा कि जहां भी जलजमाव है वहां अधिकारी मौजूद रहकर समस्या का समाधान करें। सोमवार को नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने राजेंद्रनगर रेलवे स्टेशन और गांधी मैदान इलाके में चल रहे मेट्रो निर्माण कार्य से होने वाले व्यवधान को देखा। दरअसल, अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों का कहना था कि दोनों जगहों पर मेट्रो के काम से जलनिकासी में परेशानी हो रही है। नगर आयुक्त ने अधिकारियों से कहा कि क्षेत्र में रहने पर कर्मचारी भी सक्रिय रहते हैं। गांधी मैदान में मेट्रो निर्माण स्थल पर जलजमाव हो गया है। इससे यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। उन्होंने मेट्रो अधिकारियों से गांधी मैदान और राजेंद्रनगर रेलवे स्टेशन पर नगर निगम के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर जलनिकासी कराने को कहा। नगर आयुक्त ने आम लोगों से कहा कि यदि जलजमाव से परेशानी है तो नगर निगम के वाट्सअप चैटबोट और हेल्पलाइन नंबर 155304 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। शनिवार और रविवार को कुल 33 शिकायतें दर्ज कराई गई थीं। सभी समस्या का समाधान कर दिया गया।
*अब नहीं बच पायेंगे भगोड़े अपराधी : नये कानून के तहत अब फरारी में भी चलेगा मुकदमा*

डेस्क : बीते सोमवार 1 जुलाई से पूरे देश में तीन नया कानून लागू हो गया। इस नये कानून में कई ऐसे नियम है। जिससे अब अपराध कर लंबे समय तक सजा से बचे रहना मुश्किल होगा। नये कानून से अब बिहार के भगोड़े अपराधियों की खैर नहीं है, उनकी फरारी में भी मुकदमा चलेगा। नये आपराधिक कानून के अंतर्गत अभियुक्त के फरार होने के बाद भी कोर्ट को सुनवाई करने का अधिकार दिया गया है। दरअसल पहले अभियुक्तों की अनुपस्थिति में मुकदमे में कोई कार्रवाई का प्रावधान नहीं था। मामले लंबित रहते थे, सिर्फ साक्ष्य की रिकार्डिंग होती थी। मामला इससे आगे नहीं बढ़ पाता था। इससे मामलों में देरी और लंबित रहने की समस्या बढ़ी और न्यायतंत्र पर से जनता का भरोसा कम हुआ। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार धारा 356 के तहत भगोड़े अपराधियों की समस्या का समाधान करने और न्यायिक निश्चितता को सुनिश्चित करने के लिए भगोड़े अपराधियों की अनुपस्थिति में उनके खिलाफ मुकदमे की एक पूरी रूपरेखा स्थापित की गयी है। अब, कानून की धारा 86 के अनुसार विदेश में उनकी संपत्तियों को कुर्क करने से फरार अपराधी उपस्थित होने पर मजबूर करेगा। धारा 107 के अंतर्गत, अदालतों को आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त संपत्तियों की जांच करने के बाद, एक निश्चित समय में पीड़ितों के बीच उनकी आय आनुपातिक रूप से वितरित करने का आदेश दिया गया है।
बिहार मानसून हुआ मेहरबान : पटना सहित प्रदेश के इन 13 जिलों में आज मंगलवार को भारी बारिश का अलर्ट*

डेस्क : देर से ही सही आखिरकार बिहार में मानसून मेहरबान हो गया है। भीषण गर्मी की मार झेल रहे प्रदेशवासियों को बीते कुछ दिनों से हो रही रिमझिम बारिश ने भीषण गर्मी से बड़ी राहत दी है। वहीं आज मंगलवार को राजधानी पटना समेत प्रदेश के 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया है। वहीं राज्य के शेष भाग में गरज व चमक के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। वहीं सोमवार को 21 जिलों के 34 शहरों में भारी से मध्यम बारिश हुई। इस बीच पटना सहित सूबे में बादल घनीभूत हो रहे हैं। इससे बारिश की उम्मीदें जगी हैं। कुछ जिलों को छोड़ दें, तो प्रदेश के अधिकतर जिलों में अब तक मानसून की झमाझम बारिश देखने को नहीं मिली है। हालांकि मौसम विभाग ने जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश की संभावना जताई है।
राजद ने नये कानून का किया विरोध, पीएम मोदी पर यह आरोप लगाते हुए दो दिनों में केन्द्र और राज्य सरकार के कई कारनामों का खुलासा करने का किया दावा

डेस्क : पूरे देश में आज से केन्द्र सरकार द्वारा लाया गया तीन नया कानून लागू हो गया है। वहीं इधर राजद ने इस नये कानून का विरोध करते हुए दो दिनों के बाद केंद्र सरकार और बिहार सरकार को लेकर बड़ा खुलासा करने का दावा किया है। 

राजद नेता व मनेर से विधायक भाई वीरेंद्र ने दावा किया है कि दो दिनों के बाद वो बड़ा खुलासा करने वाले हैं। अपराधियों को संरक्षण, ट्रांसफर पोस्टिंग में हुई गड़बड़ी इन सभी मामलों में सरकार की पोल खोलने की बात भाई वीरेंद्र ने की है। आज सोमवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान भाई वीरेंद्र ने आज से देश में लागू हुए तीन आपराधिक कानूनों का विरोध किया। 

उन्होंने कहा कि, तीन नए कानून से लोगों को न्याय नहीं मिलेगा, सरकार जिसको चाहेगी फंसा देगी, जिसको चाहेगी निकाल देगी। सरकार अपने जिम्मे में कानून के दायरे को रखा है, इसलिए कानून पर लोगों को विश्वास नहीं रहा है। केंद्र सरकार जो भी कानून बना रही है। इससे जनता से परेशानी है। जो उनके खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, चुनाव लड़ रहे हैं उनको फंसाने की कोशिश की जा रही है। इसलिए ही यह कानून बना हुआ है। 

भाई वीरेंद्र ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार का खुलासा करने की बात कहते हुए कहा कि, आज जो स्थिति है और ग्राफ जो अपराध का बढ़ा है, इसमें कौन लोग शामिल है, इसका खुलासा मैं दो दिन के बाद करुंगा और आंकड़े पेश करुंगा, कि किस तरह से ट्रांसफर पोस्टिंग किया जा रहा है और कैसे अपराधियों को छूट मिल रही है, और किनके द्वारा छूट मिल रही है। कुछ ऐसे आपराधिक तत्व के लोग जो आपराधिक मामलों में कई बार जेल जा चुके हैं, वैसे लोग आज सरकार में शामिल हैं। वैसे लोगों को सरकार तर्जी दे रही हैं, और वैसे लोग बदमाशों को क्रिमिनल को तर्जी देने का काम कर रहे हैं। दो दिनों में खुलासा करुंगा, कैसे ट्रासफर्र पोस्टिंग हुआ है, किसको कहां भेजा गया है। 

वहीं उन्होंने पुल गिरने मामले में हुई कार्रवाई को लेकर पीएम मोदी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि, मोदी जी से पूछना पड़ेगा की कितने रिश्वत लिए हैं, उनको सस्पेंड किया जा रहा है जो आदमी वहां नहीं था या था भी तो जेई के पद पर था एसडीओ के पद पर था। जो मोटा माल लिया है उसको टच भी नहीं किया गया है,क्योंकि वो सरकार का आदमी है, इन सभी मामलों का खुलासा मैं करुंगा। 

भाई वीरेंद्र के इस बयान से सियासी भूचाल आ सकता है। वहीं अब देखना होगा की दो दिनों के बाद भाई विरन्द्र कौन सा बड़ा खुलासा करते हैं।

कई बार शारीरिक संबंध बनाने के बाद भी शादी से मुकरना प्रेमी को पड़ा महंगा, डॉक्टर प्रेमिका ने दी यह खौफनाक सजा

डेस्क : बिहार के छपरा जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां कई बार शारीरिक संबंध बनाने के बाद शादी से मुकरना एक शख्स को महंगा पड़ गया। प्रेमी के धोखे से नाराज प्रेमिका ने सजा के तौर पर उसके गुप्तांग को काट डाला है। फिलहाल शख्स को पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। वही महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। 

घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है की लेडी डॉक्टर और मढ़ौरा नगर पंचायत के वार्ड संख्या 12 के पार्षद वेद प्रकाश के बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन, वार्ड पार्षद वादा करने के बावजूद लेडी डॉक्टर से शादी नहीं कर रहा था। इससे नाराज लेडी डॉक्टर ने आज उसे अपने घर पर बुलाया और बेडरूम में ही उसका गुप्तांग काट दिया। 

प्रेमी का प्राइवेट पार्ट काटने के बाद प्रेमिका ने खुद इस मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और वार्ड पार्षद को इलाज के अस्पताल में भर्ती कराया। 

लेडी डॉक्टर के अनुसार लंबे समय से दोनों लिव इन रिलेशन में थे और दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध भी स्थापित हो गए थे। इस दौरान वह तीन बार प्रेग्नेंट भी हो गयी थी। इसके बावजूद वेद प्रकाश शादी का वादा करने के बावजूद उसके साथ शादी नहीं कर रहा था और आए दिन उसके साथ शारीरिक संबंध बनाता था। 

हालांकि अस्पताल संचालिका ने किसी तरह से वार्ड पार्षद वेद प्रकाश को शादी के लिए राजी किया था। दोनों की कोर्ट में शादी होने थी। महिला शादी के जोड़े में कोर्ट पहुंची और वार्ड पार्षद का इंतजार करती रह गई लेकिन वह नहीं पहुंचा। प्रेमी के धोखे से आहत अस्पताल संचालिका ने उसे सबक सिखाने की सोंची और प्लान के तहत प्रेमी वार्ड पार्षद को अपने घर बुलाया और घटना को अंजाम दिया।

फिलहाल पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ कर रही है।

बिहार में बेखौफ अपराधियों का तांडव, दिन-दहाड़े एक्सिस बैंक से लूट लिए 50 लाख

डेस्क : बिहार में अपराधिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बेखौफ अपराधी एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामला शेखपुर जिले से सामने आया है। जहां दिन-दहाड़े एक्सिस बैंक से अपराधियों ने करीब 50 लाख से अधिक रुपए की लूट की घटना को अंजाम दिया है। बताया जा रहा है कि 10 से ज्यादा बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया है। अपराधियों ने पहले बैंक कर्मियों को बंधक बनाया जिसके बाद बैंक में बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया।

मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के बरबीधा के श्रीकृष्ण चौक के पास स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में बदमाशों ने इस लूट की घटना को अंदाम दिया है। बैंक खुलते ही अपराधी आ धमके और कर्मियों को पिस्टल की नोंक पर बंधक बना लिया और जमकर लूटपाट मचाई। इस दौरान बैंक आए ग्राहकों के साथ भी लूटपाट की गई है।

लूट को अंजाम देने के बाद अपराधी आराम से मौके से फरार हो गए। बदमाश कितने रुपए लूटकर ले गए हैं इसका आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है हालांकि 50 लाख रुपए से अधिक की लूट की बात कही जा रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। दिनदहाड़े लूट की इस बड़ी वारदात के बाद हड़कंप मच गया है।

पटना जिला प्रशासन के अलग-अलग विभागों में 3 साल से जमें बड़े पैमाने पर कर्मियों का हुआ स्थानांतरण, डीएम ने जारी किया आदेश

डेस्क : पटना जिला प्रशासन के कर्मियों का बड़े पैमाने पर स्थानांतरण किया गया है। पटना जिला प्रशासन के अलग-अलग कार्यालयों में तीन वर्ष से अधिक समय से जमे 273 कर्मियों का तबादला कर दिया गया है। पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने रविवार को इन कर्मियों का तबादला संबंधी आदेश जारी किया है।

स्थानांतरित किए गए कर्मी पटना जिला स्थित विभिन्न कोषागारों, अनुमंडलों, प्रखंडों और अचंलों में तीन वर्ष या अधिक समय से कार्यरत थे। इनमें 197 लिपिक, 17 प्रधान लिपिक, 34 सहायक प्रशाखा पदाधिकारी व 15 राजस्व कर्मचारी और 10 पंचायत सचिव शामिल हैं। 

डीएम ने कहा कि कार्यहित और प्रशासनिक दृष्टिकोण से समाहरणालय अंतर्गत विभिन्न शाखाओं, पटना जिला स्थित विभिन्न कोषागार, अनुमंडलों, प्रखंडों और अंचल कार्यालयों में तीन वर्ष या अधिक समय से कार्यरत कर्मियों का सरकार के प्रावधानों के आलोक में स्थानांतरण किया गया है। निर्धारित स्थानांतरण और पदस्थापन नीति तथा प्रक्रिया के तहत जिला-स्तरीय समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में स्थानांतरण किया गया है। 

इस समिति में अपर समाहर्ता, विशेष कार्यक्रम; अपर समाहर्ता सहित जिला राजस्व शाखा, जिला स्थापना शाखा के प्रभारी पदाधिकारी शामिल थे।

पटना में घर में घूसकर बुजुर्ग महिला की गला दबाकर हत्या, किराए पर मकान देखने के नाम पर घटना को दिया अंजाम

डेस्क : राजधानी पटना में अपराधियों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिन-दहाड़े हत्या और लूट की बड़ी घटना को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे है। ताजा मामला शहर के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के नेहरू नगर इलाके से सामने आया है। जहां बैखौफ बदमाशों ने घर में घुसकर इंजीनियर की बुजुर्ग विधवा रंजना कुमारी (63) की गला दबाकर हत्या कर दी। तीन की संख्या में आए बदमाश किराए का कमरा दिखाने के बहाने वृद्धा को तीसरी मंजिल पर ले गए। वहां गमछी से गला घोंट मार डाला।

बताया जा रहा है कि घटना के वक्त महिला की बड़ी बेटी अंकिता नीचे के तल पर मौजूद थी। पुलिस ने मौके से गमछा बरामद किया है। पुलिस पूर्व विवाद सहित अन्य कोणों से पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। सिटी एसपी सेंट्रल चंद्र प्रकाश ने बताया कि महिला की बेटी के बयान पर मुकदमा दर्ज किया गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त इंजीनियर चंद्रशेखर की छह महीने पहले बीमारी से मौत हो गई थी। स्वर्गीय कुमार चंद्रशेखर का नेहरू नगर में चार मंजिला मकान है। उनकी मौत के बाद उनकी पत्नी रंजना देवी अपनी छोटी बेटी के साथ मकान संख्या 378 के प्रथम तल पर रह रही थी। बीते रविवार की शाम करीब पांच बजे तीन युवक किराए का मकान ढूंढ़ते उनके घर पर आए थे। महिला उन्हें कमरा दिखाने तीसरी मंजिल पर चली गईं। बेटी अपने कमरे में ही थी। करीब 20 मिनट बाद तीनों युवक नीचे आए और महिला की बेटी से कहा कि वे उन्हें ऊपर बुला रही है। तीसरी मंजिल पर जाने पर बेटी ने पाया कि मां कमरे में अचेत पड़ी हुई हैं। उनके मुंह से खून निकल रहा था।

घटना से घबराई युवती ने शोर मचा आस-पास के लोगों को बुलाया। बाद में बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने रंजना देवी को मृत घोषित कर दिया। बाद में डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीम ने जांच की।

नीट के बाद अब शिक्षक बहाली परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का मास्टरमाइंड निकला संजीव मुखिया और उसका बेटा, ईओयू की जांच में हुआ खुलासा

  

डेस्क : नीट पेपर लीक के मास्टर माइंड संजीव मुखिया को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आई है। बीपीएससी से तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक का मास्टरमाइंड भी संजीव मुखिया और उसका बेटा डा. शिव ही निकला है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की जांच में यह खुलासा हुआ है। 

ईओयू सूत्रों के अनुसार इस परीक्षा का प्रश्न पत्र भी दोनों पिता-पुत्र ने ही लीक किया। जांच एजेंसी को संजीव मुखिया गिरोह से जुड़े अलग-अलग स्थानों के सेटरों के पूरे गैंग का भी पता चल गया है। अब इसकी तहकीकात की जा रही है कि इतने बड़े सेटिंग के धंधे को अंजाम देने में संजीव मुखिया की मदद किस स्तर और किन-किन लोगों ने की है। जानकारी के मुताबिक ईओयू जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करने वाली है। 

गौरतलब है कि इससे पहले ईओयू ने खुलासा किया था कि इसी गिरोह ने सिपाही बहाली परीक्षा का पेपर लीक किया था। शिक्षक बहाली परीक्षा का प्रश्न पत्र कहां छपने वाला है, इसे छापने का ठेका किस प्रेस को मिला है, किस कूरियर कंपनी के पास प्रश्न पत्र को ढोने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जैसे गोपनीय तथ्यों की जानकारी इस गिरोह तक कैसी पहुंची, इसका जवाब जांच एजेंसी को मिल चुकी है। ईओयू जल्द ही ऐसी संवेदनशील जानकारी लीक करने वाले तत्वों तक पहुंचेगी। जांच में बीपीएससी पर भी सवाल उठे हैं। आयोग के स्तर पर भी गड़बड़ी की बात सामने आ रही है।

ऐसे खुला राज

दरअसल 27 जून को इस मामले में गिरफ्तार 7 मुख्य अभियुक्तों को चार दिनों की रिमांड पर लेकर ईओयू ने पूछताछ की। 30 जून को इन्हें वापस जेल भेज दिया गया। संजीव मुखिया के बेटे डॉ. शिव के साथ-साथ प्रदीप कुमार, सुमित कुमार, अभिषेक केशरी, संदीप पासवान के अलावा प्रश्न पत्र ढोने वाली कूरियर कंपनी जेनिथ लॉजिस्टिक एंड एक्सप्रेस लिमिटेड के मुंशी राहुल पासवान और रमेश कुमार से पूछताछ में संजीव मुखिया गैंग की पूरी कार्य प्रणाली सामने आ गई।

कूरियर कंपनी के मुंशी झांसा देकर प्रश्न पत्र को निकलवाया

संजीव के बेटे डॉ. शिव सहित अन्य से पूछताछ में पता चला कि कोलकाता के पास ‘दरबारी’ नाम के जिस प्रिंटिंग प्रेस को शिक्षक भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र छापने का ठेका दिया गया था, उसके मालिक का नजदीकी संबंध सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र छापने का ठेका लेने वाली फर्जी कंपनी कॉलटेक्स के मालिक कौशिक कुमार कर, सौरभ बंदोपाध्याय समेत अन्य से है। संजीव गैंग के लोगों ने इस प्रिंटिंग प्रेस की तीन महीने तक रेकी भी की थी। इन्हें किसी खास स्रोत से जेनिथ नाम की कूरियर कंपनी का पता चला, जिसे इस प्रश्न पत्र को प्रिंटिंग प्रेस से लाकर बिहार में सभी स्थानों पर वितरित करने का ठेका दिया गया था। फिर इस गैंग ने कूरियर कंपनी के मुंशी रमेश और राहुल पासवान को उनके परिजनों को मुफ्त में परीक्षा पास कराने का झांसा देकर प्रश्न पत्र को निकलवाया।