बड़ी खबर : बिहार सरकार की केन्द्र से मांग, प्रदेश के विकाश के लिए मिले विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज
डेस्क : केन्द्र में एनडीए की तीसरी बार सरकार बनाने में बिहार एनडीए और खासकर जदयू की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद बिहार का विपक्षी दल इसबात को जोर-शोर से उठा रहा था कि प्रदेश की नीतीश सरकार को राज्य के विषेष दर्जे की मांग करनी चाहिए। अब जदयू ने इस बात की मांग केन्द्र सरकार से कर दी है।
बीते शनिवार को दिल्ली मे जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किये गए। जदयू ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। कार्यकारिणी की बैठक में जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि बिहार के करोड़ों लोगों के विकास और कल्याण के लिए ज्यादा मजबूती से काम किया जा सके, इसके लिए विशेष राज्य का दर्जा अथवा विशेष पैकेज मिलना चाहिए।
कार्यकारिणी ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार चलाने से लेकर केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने में नीतीश कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका है। प्रस्ताव में उम्मीद जताई गई कि केंद्र सरकार महंगाई और बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर प्रभावशाली कदम उठाएगी। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पर्यावरण, समाज कल्याण, महिला उत्थान एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्रों में पहले से अधिक सक्रियता और गुणात्मक सुधार की पहल करेगी।
बैठक में कहा गया कि हमें गर्व है कि पूरा देश नीतीश कुमार की राजनीतिक सूझबूझ और सकारात्मक रणनीति की सराहना कर रहा है। बिहार में एनडीए की सरकार चलाने से लेकर लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में तीसरी बार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार के गठन में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। जदयू ने 16 सीटों पर चुनाव लड़कर 12 सीटों पर विजय प्राप्त की है। हमारे नेता अपने समाजवादी पुरखों की इस वैचारिक विरासत को बचाने और बढ़ाने में दिन-रात लगे रहते हैं। इनके सभी चाहने वाले इस बार को समझते हैं, इसलिए समय आने पर हमारे नेता मौन भाव से अपनी ताकत का अहसास करा देते हैं। इस साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। इन राज्यों में पार्टी-संगठन को और मजबूती देने की जरूरत है। इनमें झारखंड प्रमुख है, जहां पहले भी हमारे प्रत्याशी चुनाव लड़े हैं और जीते भी हैं। झारखंड पर विशेष ध्यान देते हुए हमें पहले ही वहां की उन सीटों को चिह्नित कर लेना चाहिए, जहां से हमारे प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने की संभावना सबसे ज्यादा है। इसके बाद चुनाव के लिए आगे की रणनीति बनाकर गंभीरता से जुट जाना चाहिए।
Jun 30 2024, 19:08