Gorakhpur

Jun 29 2024, 20:39

*पाक अधिकृत कश्मीर में तिरंगा फहराना ही डॉ मुखर्जी को होगी सच्ची श्रद्धांजलि: पूर्व राष्ट्रीय मंत्री विनोद पांडेय

गोरखपुर- डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पखवाड़ा पर संगोष्ठी का आयोजन रानीडीहा स्थित क्षेत्रीय भाजपा कार्यालय पर जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह की अध्यक्षता में किया गया। जहाँ मुख्य अतिथि पूर्व एमएलसी पूर्व राष्ट्रीय मन्त्री भाजपा विनोद पाण्डेय उपस्थित थे।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि विनोद पाण्डेय ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को देश सदैव याद रखेगा। उन्होंने देश की एकता और अखंडता को लेकर बलिदान दिया। उन्होंने कहा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रवादी विचार धारा के नेता थे, उन्होंने प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के मुस्लिम परस्त नीतियों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री पद से स्तीफा दे दिया फिर उनकी अगुआई में राष्ट्रवादी संगठन भारतीय जन संघ की स्थापना हुई। राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर में देश से अलग विधान प्रधान और निशान का विरोध किया। वह पूरे देश में एक विधान एक प्रधान एक निशान की हिमायत करते हुए जम्मू कश्मीर के लिए कूच कर गये। तत्कालीन वहाँ की शेख अब्दुल्ला सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। जेल की सलाखों में प्रताड़ना के शिकार डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की चालीसवें दिन साजिश के तहत हत्या कर दी गई।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को भारतीय जन संघ से लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने संकल्प के रूप में लिया इस संकल्प को जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरा किया। उन्होंने कहा कि अभी भी जम्मू कश्मीर का बड़ा हिस्सा पाक के कब्जे में है जिस दिन पाक अधिकृत कश्मीर में तिरंगा झंडा फहरायेगा यही डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह ने कहा डॉ मुखर्जी राष्ट्रवादी नेता थे उन्होंने अपना सर्वस्व जीवन देश की एकता और अखंडता के लिये समर्पित किया। संगोष्ठी को खजनी विधायक पूर्व मंत्री श्रीराम चौहान, पिपराइच विधायक महेन्द्रपाल सिंह ने भी सम्बोधित किया।

कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री राजाराम कन्नौजिया ने किया। संगोष्ठी में वरिष्ठ नेता राधेश्याम सिंह, महंत सिंह, मायाशंकर शुक्ल, डॉ नवीन पाण्डेय, मनोज कुमार शुक्ल, छोटेलाल मौर्य, जगदीश चौरसिया, हरिकेश राम त्रिपाठी, संजय सिंह, डॉ आरडी सिंह, सबल सिंह पालीवाल, राम उजागिर शुक्ल, नरेंद्र सिंह, के एम मझवार, इन्द्र कुमार निगम, कमलेश पटेल सहित जिला पदाधिकारी, नगर पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख, मण्डल अध्यक्ष उपस्थित थे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 19:16

*मॉब लिंचिंग में मारे गये युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग ने डीएम को सौंपा ज्ञापन*

गोरखपुर- छत्तीसगढ़ में पशु को ट्रक में लेकर जाते समय रास्ते में आसामाजिक तत्वों ने ट्रक को रोकर युवकों की बेरहमी से पीट कर मौत घाट उतार दिया गया। अभी तक मॉब लिंचिंग में मारे गये युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिलाध्यक्ष हिफजुर्रहमान अजमल एवं महानगर अध्यक्ष जामिन अली के संयुक्त नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा गया।

ज्ञापन में छत्तीसगढ़ में मॉब लिंचिंग में मारे गए युवकों के हत्यारों की गिरफ्तारी, पीड़ित परिवारों के किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी एवं क्षतिपूर्ति देने की मांग की गयी है। साथ ही अभी तक हत्यारों की गिरफ्तारी ना होना हास्यास्पद बताया है। ज्ञापन सौंपने के बाद कांग्रेसियों को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिलाध्यक्ष हिफजुर्रहमान अजमल ने कहा की यूपी के दो युवकों की छत्तीसगढ़ में मॉब लिंचिंग में हत्या कर दी गई। एक युवक की हालत गंभीर थी, उसकी भी इलाज के दौरान मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि तीनों युवक सहारनपुर और शामली के रहने वाले थे। तीनों युवक एक ट्रक में पशु लेकर ओडिशा जा रहे थे। घेराबंदी की भनक मिलने पर उन्होंने ट्रक रायपुर की ओर मोड़ दिया। जहां पर 15 से ज्यादा लोगों ने ट्रक को रोका और उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। अजमल ने कहा कि सहारनपुर के थाना गंगोह क्षेत्र के गांव लखनौती के रहने वाले ड्राइवर चांद मिया (22) पुत्र नौशाद और शामली के गांव बनत के रहने वाले तहसीम उर्फ गुड्‌डू खान की मौत हो गई है। जबकि गांव लखनौती के रहने वाले सद्दाम का इलाज के दौरान रायपुर के एक अस्पताल में मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि कोतवाली क्षेत्र के गांव लखनौती के मोहल्ला कुरैशियान निवासी चांद (22) पुत्र नौशाद और इसी मोहल्ला निवासी उसका रिश्तेदार सद्दाम (23) पुत्र नौशाद छत्तीसगढ़ के रायपुर में मजदूरी का काम करते थे। रोजमर्रा की तरह ट्रक में पशु लेकर जा रहे थे। तभी हमलावरों ने उन पर हमला कर दिया था। जिसमें चांद की पीटने और गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि हेल्पर सद्दाम और शामली के गांव बनत निवासी गुड्डू (24) को पीट-पीटकर गहरी नदी में फेंक दिया गया। अजमल ने कहा कि पशु के नाम पर इंसानियत का कत्ल कर रहे हैं। ऐसे आसामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी होना अति आवश्यक है।

इस मौके पर महानगर अध्यक्ष जामिन अली ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि माॅब लिंचिंग में मारे गये निर्दोष युवकों की हत्या असहनीय है। उन्होंने कहा कि माॅब लिंचिंग की घटनाएं भाजपा सरकार में सर चढ़कर बोल रहा है। अली ने कहा कि अक्सर डराने-धमकाने के साथ सरेआम आसामाजिक तत्व द्वारा कानून को हाथ में लेकर सजा दी जाती है, जो गैर-कानूनी है। उन्होंने कहा कि ऐसा कृत करने वालों को सख्त सजा मिलना चाहिए।

ज्ञापन सौंपने में मुख्य रूप से हिफजुर्रहमान अजमल एडवोकेट जिलाध्यक्ष, जामिन अली महानगर अध्यक्ष, मुहम्मद अकील प्रमुख जिला महासचिव जावेद वसीम, जिला उपाध्यक्ष लल्लन खान, मुहम्मद आजम एडवोकेट, दीदार अहमद, हाशिम अली खान एडवोकेट, अब्दुल हई, निरंजन सिंह जिला उपाध्यक्ष, सचिदानंद राय गोलू, संदीप यादव, अवधेश यादव, तौकीर आलम, अब्दुल मजीद, अतहर जमाल, अमित यादव, अब्दुल हमीद सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 19:16

*सीआरसी गोरखपुर में 100 से अधिक दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल का वितरण*

गोरखपुर- सीआरसी गोरखपुर में 47वें प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र द्वारा मोटराइज्ड ट्राई साइकिल एवं अन्य उपकरण वितरण किया गया। इस अवसर पर पहले से चिन्हित 100 से अधिक दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरित की गई। सीआरसी गोरखपुर और एलिम्को कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गोरखपुर के सांसद रवि किशन शुक्ला उपस्थित रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विकलांगों को न केवल दिव्यांगजन नाम प्रदान किया बल्कि उनके जीवन को सुलभ बनाने के लिए जरूरी उपकरण और सहायक उपकरण भी प्रदान करवा रहे हैं। उसी क्रम में शनिवार प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रयास सीआरसी गोरखपुर में प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का कार्य प्रारंभ हो रहा है। स्थानीय सांसद होने के नाते सीआरसी को यह भरोसा दिलाता हूं कि किसी भी रूप में कैसे भी जरूरत पड़ने पर मैं हमेशा सीआरसी के साथ खड़ा रहूंगा और प्रधानमंत्री के प्रयासों को आगे बढ़ता रहूंगा। दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में पहले जहां दिव्यांगजनों को परंपरागत सहायक उपकरण मिलते थे, आज वहीं प्रधानमंत्री के प्रयास से उनको आधुनिक तकनीक से लैस मोटराइज्ड ट्राई साइकिल जैसे उपकरण मिल रहे हैं। जो उनके जीवन को और सुगम बना रहा है। इस अवसर पर पूर्व राज्यसभा सांसद माननीय जयप्रकाश निषाद भी उपस्थित रहे। उन्होंने सीआरसी में संचालित गतिविधियों की सराहना की और कहा सीआरसी को भविष्य में किसी भी प्रकार की जरूरत के लिए वह हमेशा सीआरसी गोरखपुर को सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार हैं।

संगम नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डॉ वाई सिंह भी इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। डॉ सिंह ने कहा कि सीआरसी का दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र का प्रयास सराहनीय है। इस संदर्भ मे संगम नेत्र चिकित्सालय सीआरसी को हमेशा सहयोग के लिए तैयार है। इस अवसर पर बतौर विशिष्ट अतिथि डॉ शिव शंकर शाही भी उपस्थित रहे।

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ राम कुमार जायसवाल ने बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पुनर्वास की सेवाएं बहुत सीमित थी। परन्तु अब बीआरडी मेडिकल कॉलेज परिसर में सीआरसी स्थापित हो जाने के बाद पुनर्वास सेवाओं को और विस्तार मिलेगा तथा दिव्यांगता की शीघ्र पहचान शीघ्र हस्तक्षेपण हो सकेगा। हालांकि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के अलग-अलग विभाग पहले से ही सीआरसी में मरीज़ों रेफर करते रहे हैं। इस अवसर पर आईसीएमआर के उपनिदेशक डॉ अशोक पांडे भी उपस्थित रहे। डॉक्टर पांडे ने कहा कि आईसीएमआर सीआरसी गोरखपुर के साथ मिलकर दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। जिससे दिव्यांगता पुनर्वास के क्षेत्र में नए शोध कार्य को प्रोत्साहन मिल सके।

कार्यक्रम में सीआरसी गोरखपुर के निदेशक जितेंद्र यादव ने कहा कि बहुप्रतीक्षित प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र का आज सीआरसी गोरखपुर में कार्य एवं प्रथम उपकरण वितरण शुरू हो गया। सीआरसी गोरखपुर के लिए यह अत्यंत गौरव का छण है कि उद्घाटन के इस अवसर पर सीआरसी गोरखपुर ने पहले ही दिन 100 से ज्यादा दिव्यांगजनों को मोटराइज्ड ट्राई साइकिल वितरित किया है। आज जब दिव्यांगजन मोटराइज्ड ट्राई साइकिल लेकर निकल रहे थे तो उनके चेहरे की प्रसन्नता देखकर एक आत्म संतुष्टि का भाव महसूस होता है कि हम लोग सीआरसी के पार्ट हैं, और सीआरसी के माध्यम से दिव्यांगजनों तक समुचित पुनर्वास सेवाओं को पहुंचा पा रहे हैं।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 18:37

*ब्लॉक प्रमुख की अध्यक्षता में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक,पौधरोपण अभियान सफल बनाने की अपील*

गोरखपुर- पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज खजनी ब्लाॅक मुख्यालय में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की बैठक ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि खजनी ब्लॉक मोदी और योगी के सपनों को साकार करने में निरंतर अग्रसर है, इसके लिए ब्लॉक प्रमुख एवं ब्लॉक के सभी अधिकारी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। ब्लॉक प्रमुख ने कहा कि विकास कार्यों से कोई गांव और क्षेत्र पंचायत वंचित नहीं रहेगा। पौधरोपण महा अभियान को शत् प्रतिशत सफल बनाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार खजनी ब्लॉक में सर्वाधिक पौधरोपण का रिकॉर्ड बनाना है।

इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्यों से कुल 2 करोड़ 15 लाख रूपए के विकास कार्यों का प्रस्ताव लिया गया। कार्यक्रम का संचालन बीडीओ रमेश शुक्ला ने किया। इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य अटल बिहारी सिंह, अरविंद दूबे, पंकज कुमार, संदीप सिंह, आदित्य सिंह, नीलम देवी, माया, सुनीता देवी, अनीता देवी समेत बड़ी संख्या में ग्रामप्रधान, ग्रामविकास अधिकारी मौजूद रहे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 18:37

*पत्रकार को मातृ शोक*

गोरखपुर- स्थानीय पत्रकार उमेश राम त्रिपाठी की 94 वर्षीया वयोवृद्ध माता अवधराजी देवी का आज प्रातः 11.30 बजे दु:खद देहावसान हो गया। पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही उनकी मां का घर में ही इलाज चल रहा था।

पत्रकार की माता के गोलोकवासी होने की सूचना क्षेत्र में तेजी से प्रसारित हुई। बड़ी संख्या स्थानीय संभ्रांत जनों उनवल नगर पंचायत में स्थित उनके पैतृक निवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी।

उमेश राम त्रिपाठी ने बताया कि माता जी का अंतिम संस्कार सरयू तट अयोध्या में संपन्न होगा।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 10:00

गोरखपुर के अजीम ओ शान शक्सियत 96 साल की उमर में सादगी से अलविदा कह गए सबको

गोरखपुर- शहर में फतवे लिखना, दारुलकज़ा के सारे विवादों को मुस्कराते हुए निपटाना, सरकारी अभिलेखों का हिंदी में रूपांतरण करने के लिए अगर कोई नाम जुबां पर आता है, तो वे हैं शहर-ए-क़ाज़ी मुफ़्ती मौलाना वलीउल्ला हैं। जिन्हें एक नहीं सात भाषाओं का ज्ञान है। पिछले 14 वर्षों से वे दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी के पर्सियन (फ़ारसी) विषय परास्नातक और स्नातक के तकरीबन 700 छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष शिक्षा देकर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास कर रहे हैं। हैरत की बात तो यह है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इन्हें आज तक एक भी पैसा पारिश्रमिक के तौर पर नहीं दिया है।

एक शिक्षक के भरोसे चल रहा यूनिवर्सिटी का उर्दू विभाग
यूनिवर्सिटी का उर्दू विभाग वर्षों से एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहा है। इन पर बीए, एमए और छात्रों को पीएचडी कराने की भी जिम्मेदारी है। इससे पहले के वर्ष 2000 में यूनिवर्सिटी के विभागाध्यक्ष ने मौलाना के बारे में जानकारी हासिल की और उनसे बच्चों को तालीम देने के लिए सहयोग मांगा, मुफ़्ती मौलाना वलीउल्लाह सहर्ष तैयार हो गए। न तो विश्वविद्यालय  प्रशासन ने वेतन की बात की और ना ही इन्होंने कभी विश्वविद्यालय प्रशासन से वेतन के बारे मे कहा।

*फैज़ाबाद के टांडा के मूल निवासी क़ाज़ी*
फैज़ाबाद जिले की टांडा तहसील के मीरानपुरा गांव निवासी मुफ़्ती मौलाना वलीउल्लाह 1968 में गोरखपुर आए और अपने परिवार के साथ महानगर के तुर्कमानपुर मोहल्ले में स्थित अंजुमन के भवन में किराए पर रहने लगे। अंजुमन इस्लामिया कॉलेज के छात्रों को वे अरबी और पर्सियन की तालीम देने लगे। यहां वे 1993 में स्थायी शिक्षक बने और 2000 में सेवानिवृत्त हो गए। महज सात साल की सरकारी सेवा होने के कारण इन्हें पेंशन भी नहीं मिलती है।

तालीमशुदा इनके चार बेटे खर्च में इनकी मदद करते हैं। मौलाना वलीउल्लाह बेहद ही शालीनता के साथ रहते हैं और सादगी के साथ अपना जीवन गुजर-बसर करते हैं। बुजुर्ग होने के बावजूद वे आज भी साइकिल से ही चलते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ समय पहले उन्होंने अपने गुजारे के लिए बॉक्स बनाने की एक छोटी सी दूकान खोल रखी थी।

मुस्लिम पर्सनल लॉ के वजूद में आने के बाद उसके सदस्यों ने 1984 में उन्हें शहर-ए-काजी चुन लिया। तब महराजगंज गोरखपुर जनपद का ही हिस्सा था। अब तक मुफ्ती मौलाना वलीउल्लाह दोनों जनपदों में मजहबी फैसले करते रहे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 09:59

गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों का स्वागत, खिलाया गया हलवा

गोरखपुर- गर्मी की छुट्टियां समाप्त होने के बाद नए शैक्षणिक सत्र वर्ष 2024-25 में आज कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय भिउरी बांसगांव में पहुंचे बच्चों का स्वागत अभिनन्दन करते हुए छुट्टी के दौरान उन्होंने क्या किया, कहां गए और छुट्टीयों में उन्होंने क्या सीखा इस विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें हिस्सा लेते हुए बच्चों ने शिक्षकों और ग्राम प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों के समक्ष अपने अनुभव साझा किए।

बच्चों के रोचक अनुभव की जानकारी मिलने पर उपस्थित शिक्षकों एवं ग्राम प्रबंध समिति के सदस्यों ने तालियां बजा कर उनका उत्साह वर्धन किया। इस दौरान ग्राम प्रबंध समिति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों की उपस्थिति में सभी बच्चों को हलवा खिला कर उनका मुंह मीठा कराया गया। साथ ही सभी बच्चों को सोमवार से 8 बजे प्रातः से अपराह्न 2 बजे तक नियमित स्कूल में उपस्थित रहने की जानकारी दी गई।

इस दौरान अध्यक्ष बैजू प्रसाद प्रधानाचार्य चंद्रप्रकाश पांडेय सहित वंदना सिंह, दिव्या पाण्डेय, संगीता देवी, माया देवी, पुष्पा देवी किरन देवी, असर्फी देवी, मीना देवी, सुमित्रा देवी, तीर्था देवी, मंशा, उजाला, प्रीती, अजीत कुमार और अंगद कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

Gorakhpur

Jun 29 2024, 09:58

बाल विकास परियोजना की आंगनबाड़ियों ने बांटे पुष्टाहार
गोरखपुर- तहसील क्षेत्र के नगर पंचायत उनवल के वार्ड 3 टेकवार में शासन के निर्देशानुसार बच्चों तथा धात्री,गर्भवती महिलाओं और स्कूल जाने वाली किशोरियों का कुपोषण दूर करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्तीयों सिरजावती यादव के नेतृत्व में प्रत्येक को एक किग्रा चना दाल, दलिया, रिफाइन का तेल, 7 माह से 3 वर्ष के बच्चों को एक किग्रा दाल, दलिया ,1/2 किग्रा रिफाइन तेल, 3 वर्ष से 6 वर्ष के बच्चों को 1/2 किग्रा दाल, दलिया गर्भवती एवं धात्री को एक किलो दाल, डेढ़ किग्रा दलिया आधा किलो रिफाइन तेल तथा कुपोषित बच्चों को 2 किलो दाल, डेढ़ किलो दलिया तथा एक पैकेट तेल दिया गया।

इस दौरान दर्जनों लाभार्थियों को सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ प्राप्त हुआ। इस दौरान आँगनवाड़ी सहायिका मुन्नी देवी, सुधा, मोमिना खातून, प्रियंका, काजल, वंदना, अंजनी, दिव्या समेत आदित्य, आरबी, ऋषि, आर्यन, आस्तिक, आयंसी, कार्तिक आदि लाभार्थी मौजूद रहे।

Gorakhpur

Jun 28 2024, 19:18

घर से निकलने का रास्ता रोक रहे पड़ोसी, 2 वर्ष से न्याय की गुहार लगा रही महिला

खजनी गोरखपुर। समस्याओं से पीड़ित लोग अपने हक के लिए अधिकारियों से गुहार लगाते हैं। बड़े और संवेदनशील अधिकारियों द्वारा तत्काल उनकी समस्या के समाधान हेतु अधिनस्थ अधिकारियों को आदेशित किया जाता है, किंतु लापरवाह अधिकारी आदेश नहीं मानते। ऐसा ही मामला खजनी तहसील के लालमनपुरा गांव की निवासी महिलाओं शालू विश्वकर्मा और सुनीता यादव का है। जिन्हें उनके पड़ोसी सोमनाथ यादव अपने घरों से बाहर निकलने का रास्ता नहीं दे रहें। सार्वजनिक रास्ते में दीवार बना कर, नाबदान का गंदा पानी बहा कर तथा अपने पशुओं गाय, भैंस, घोड़ा बांधकर पड़ोसियों को घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं।

पीड़ित महिलाएं बीते 2 वर्षों से सीएम योगी जनता दरबार से लगायत उप जिलाधिकारी खजनी से न्याय की गुहार लगा रही हैं। मामले में क्रमश: 13 जून और 19 जून को नायब तहसीलदार बेलघाट हरीश यादव की अध्यक्षता में राजस्व निरीक्षक देवनरायण मिश्रा लेखपाल राधेश्याम सिंह, संजय सिंह और मुनेंद्र कैम की संयुक्त टीम बना कर सिकरीगंज पुलिस के साथ मौके पर पहुंच कर समस्या का निस्तारण कराने का स्पष्ट आदेश दिया गया है। किंतु लापरवाह अधिकारी एसडीएम के आदेश को ताक पर रख कर टालमटोल कर रहे हैं।

बीते 9 दिनों से महिलाएं रोज खजनी तहसील मुख्यालय का चक्कर लगा रही हैं। पीड़ित महिलाओं शालू विश्वकर्मा को अपनी 19 वर्ष पुरानी रजिस्ट्री बैनामे की जमीन में घर से बाहर निकलने का तथा सुनीता यादव को अपनी ही पैतृक जमीन में रास्ता नहीं मिल रहा है। उक्त मामले में एसडीएम खजनी शिवम सिंह ने कहा कि आदेश की प्रति हमें व्हाट्स एप पर भेजें तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

Gorakhpur

Jun 28 2024, 19:17

एनक्वास सर्टिफाइड हुये जनपद के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिर

गोरखपुर। गोरखपुर जिले के तीन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) प्रमाणन हुआ है। इसमें आकांक्षी ब्लॉक ब्रह्मपुर का राजधानी और राघो पट्टी व खोराबार का लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर शामिल है । इन्हें 1.26 लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी, जिसे यह मरीजों की सुविधाओं के लिए व्यवस्था सुदृढ़ीकरण और कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार के लिए खर्च कर सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जनपद में अब एनक्वास सर्टिफाइड आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की संख्या पांच हो गयी है। हाल ही में पिपरौली ब्लॉक का कालेसर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी प्रमाणित हुआ है । इससे पहले भटहट ब्लॉक का जैनपुर आयुष्मान आरोग्य मंदिर भी एनक्वास सर्टिफाइड हो चुका है।

डॉ दूबे ने बताया कि इस समय जिले में 460 सक्रिय आयुष्मान आरोग्य मंदिर समुदाय को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कर रहे हैं। वहां बीमारियों की स्क्रीनिंग, टेलीकंसल्टेशन से चिकित्सकों से परामर्श और दवा उपलब्ध कराना, मातृ शिशु स्वास्थ्य जांच की सुविधा प्रदान करना, गैर संचारी बीमारियों की स्क्रीनिंग और संचारी रोगों की रोकथाम के कार्य किये जा रहे हैं। कुछ केंद्रों पर संस्थागत प्रसव भी होते हैं। जनसमुदाय को स्वास्थ्य देने में इन केंद्रों की अहम भूमिका है और इनका एनक्वास प्रमाणीकरण गुणवत्तापूर्ण सेवा की गारंटी है।

सीएमओ ने बताया कि इस प्रमाण पत्र को हासिल करने में वहां के स्थानीय ग्राम प्रधान, सीएचओ, एएनएम, आशा, अधीक्षक व प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, नोडल अधिकारी डॉ एके चौधरी और जिला व ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई और जिला व मंडलीय क्वालिटी टीम एवं कंसल्टेंट ने प्रमुख भूमिका निभाई है। क्वालिटी कार्यक्रम के प्रमुख सहयोगी विजय श्रीवास्तव का भी सबसे अहम योगदान रहा है । जिले में क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट का पद खाली है और इन विपरीत परिस्थितियों में भी इन इकाइयों का सहयोग कर उन्हें प्रमाणन दिलवाने में उन्होंने भरपूर मदद की।

एनएचआरसी के पत्र से मिली जानकारी

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एनएचआरसी) के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल प्रोफेसर अतुल कोटवाल की तरफ से जारी पत्र में एनक्वास सर्टिफिकेशन की जानकारी दी गयी है। पत्र के मुताबिक ब्रह्मपुर ब्लॉक के राजधानी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 87.3 फीसदी, जबकि राघो पट्टी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 86.79 फीसदी अंक मिले हैं। इन दोनों का राष्ट्रीय स्तर का मूल्यांकन इसी साल मई में हुआ था। खोराबार ब्लॉक के लहसड़ी आयुष्मान आरोग्य मंदिर को 83 फीसदी अंकों के साथ सशर्त प्रमाणन मिला है। इसका मूल्यांकन फरवरी 2024 में हुआ था। इन केंद्रों को जो पुरस्कार मिलेंगे उनकी 75 फीसदी रकम अस्पताल में गुणात्मक सेवा देने के उपायों पर खर्च करनी है, जबकि 25 फीसदी की धनराशि कर्मचारियों के प्रोत्साहन व पुरस्कार में खर्च करने का प्रावधान है।

इन सात सेवाओं का हुआ मूल्यांकन

- गर्भावस्था एवं प्रसव के दौरान देखभाल

- नवजात और शिशु स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं

-बाल और किशोर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं

- परिवार नियोजन, गर्भनिरोधक सेवाएं एवं अन्य प्रजनन देखभाल सेवाएं

- संचारी रोगों का प्रबंधन (राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम)

- सामान्य संक्रामक रोगों का प्रबन्धन और तीव्र साधारण बीमारियों और छोटी बीमारियों के लिए सामान्य बाह्य रोगी देखभाल

-गैर संचारी रोगों और टीबी व कुष्ठ रोग जैसी दीर्घकालिक संचारी बीमारियों की जांच, रोकथाम, प्रबन्धन और नियंत्रण