प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक के सभी सरकारी स्कूलों का बदला टाइम टेबल, 1 जुलाई से ऐसा होगा शेड्यूल

डेस्क: प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक स्तर तक के सभी विद्यालय (संस्कृत विद्यालय, मदरसा सहित) सुबह नौ बजे से शाम 4.30 तक संचालित किए जाएंगे। विभाग के निर्देशानुसार, इसे लेकर तैयारी अंतिम चरण में है।

अब छात्रों को छुट्टी दोपहर 3.15 बजे होगी। इसके बाद मिशन दक्ष एवं अन्य के लिए विशेष कक्षाओं का संचालन 45 मिनट के लिए होगा। शाम चार बजे से 4.30 बजे तक बच्चों के होमवर्क चेक किए जाएंगे। इसी अवधि में लेसन प्लान, चाइल्ड प्रोफाइल, साप्ताहिक मूल्यांकन आदि कार्य निपटाए, जाएंगे। इसके बाद शिक्षक अपने घर जा सकेंगे।

शिक्षा विभाग से प्राप्त शिड्यूल के अनुसार, प्रारंभिक विद्यालयों के बच्चों के लिए सुबह 11.55 से दोपहर 12.35 तक मध्याह्न भोजन का समय निर्धारित किया गया है। वहीं, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में यह समय मध्यांतर का होगा। प्रधानाध्यापक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को विद्यालय शुरू होने के 10 मिनट पूर्व पहुंचना होगा।

विभाग द्वारा जारी नई समय सारणी के अनुसार, शिक्षकों के लिए प्रति सप्ताह न्यूनतम 45 घंटे की कार्यावधि निर्धारित है। ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन 7:30 घंटे की न्यूनतम कार्यावधि का अनुपालन करना होगा।

सुबह नौ बजे से 9.15 तक होगा प्रार्थना व योगाभ्यास

नए समय सारणी के अनुसार सुबह से 9:15 बजे तक प्रार्थना, योगाभ्यास, आयाम और माकड्रिल होगा। जबकि, 9:15 से 9:55 बजे तक पहली घंटी होगी।

9:55 से 10:35 बजे तक दूसरी, 10:35 से 11:15 बजे तक तीसरी घंटी, 11:15 से 11:55 बजे तक चौथी घंटी, 11:55 से 12:35 तक छात्रों को एमडीएम दिया जाएगा।

12:35 से 1:15 बजे तक पांचवीं घंटी, 1:15 से 1:55 बजे तक छठवीं घंटी, 1:55 से 2:35 बजे तक सातवीं घंटी 235 से 3:15 बजे तक आठवीं 3:15 बजे छात्रों को छुट्टी दी जाएगी। 3:15 से चार बजे तक मिशन दक्ष के अंतर्गत विशेष कक्षा आयोजित होगी।

चार से 4:30 बजे तक शिक्षक बच्चों के होमवर्क को चेक करना पाठ टीका तैयार करना मिशन दक्ष के बच्चों का प्रोफाइल तैयार करना एवं साप्ताहिक मूल्यांकन के आधार पर छात्र छात्राओं की प्रोफाइल तैयार करना इत्यादि कार्यों को करेंगे।

परीक्षा के दौरान वर्ग संचालन नहीं होने पर होगी कार्रवाई

स्कूल में परीक्षा के दौरान वर्ग संचालन नहीं होने पर संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई होगी।

किसी भी वर्ग की परीक्षा होने पर अन्य वर्गों की कक्षाएं किसी भी परिस्थिति में स्थगित नहीं होगी। बता दें कि शिक्षकों को अब ऑनलाइन उपस्थिति भी दर्ज करनी है।

समय सारणी बदलने पर प्रधानाध्यापक पर होगी कार्रवाई

किसी भी विद्यालय के प्रधानाध्यापक अपने स्तर से विद्यालय के समय सारणी में कोई बदलाव नहीं करेंगे। इस तरह का मामला सामने आने पर प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

रद्द हुए तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का नया शेड्यूल जारी, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बीते 15 मार्च को बीपीएससी द्वारा तीसरे चरण की शिक्षक बहाली के लिए दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई थी लेकिन इसका पेपर लीक हो गया था। झारखंड के हजारीबाग में एक होटल के कई कमरों में 270 से अधिक शिक्षक अभ्यर्थियों को उत्तर रटवाया गया था। मामले का खुलासा तब हुआ था जब सभी अभ्यर्थियों को बस से बिहार लाया जा रहा था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद 20 मार्च को पूरी परीक्षा रद्द कर दी गई थी।

अब बीपीएससी ने रद्द हुए तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का नया शेड्यूल जारी कर दिया है। बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से जारी शेड्यूल के मुताबिक, यह परीक्षा 19 जुलाई से 22 जुलाई के बीच आयोजित होगी। इसको लेकर आयोग की तरफ से नोटिस जारी किया गया है। 

बीपीएससी की तरफ से जारी शेड्यूल के मुताबिक, 19 जुलाई, 20 जुलाई और 21 जुलाई को एक ही पाली में दोपहर 12 बजे से ढाई बजे तक परीक्षा आयोजित की जाएगी जबकि 22 जुलाई को दो पालियों में शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। 22 जुलाई को पहली पाली की परीक्षा सुबह साढ़े 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा ढाई बजे से शाम पांच बजे तक ली जाएगी।

नीट पेपर लीक के मास्टर माइंड संजीव मुखिया का सिपाही बहाली पेपर लीक मे रहा है बड़ा हाथ, ईओयू की टीम ने किया खुलासा

डेस्क : नीट पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड संजीव मुखिया का अब बिहार के सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में हाथ होने का खुलासा हुआ है। साल 2023 के बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा हुई थी। उसमें भी नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का हाथ था। नालंदा के संजीव मुखिया ने कोलकाता में रहकर सिपाही भर्ती परीक्षा के पेपर को लीक कराया था। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने सिपाही भर्ती परीक्षा में हुई धांधली का खुलास किया है।

दरअसल ईओयू की टीम ने सिपाही बहाली पेपर लीक मामले में 4 मुख्य आरोपियों को 26 जून को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें गुरुवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से इनको दबोचा गया है। पकड़े गए शातिरों में पश्चिम बंगाल के 24 परगना के कौशिक कुमार, लखनऊ में जानकीपुरम के सौरभ बंदोपाध्याय, कोलकाता के न्यू बैरकपुर के सुमन बिस्वास और नार्थ 24 परगना के संजय दास शामिल हैं। 

ये सभी कोलकाता की कालटेक्स मल्टीवेंचर प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। इसी कंपनी को सिपाही बहाली के प्रश्न-पत्र छापने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जांच में पता चला कि इसके पास अपनी कोई प्रिंटिंग प्रेस नहीं है। कंपनी का रजिस्टर्ड कार्यालय एक कमरे में चलता है। असल में यह फर्जी कंपनी है।

ठेका मिलने के बाद इस कंपनी ने प्रश्न पत्र छापने का काम ब्लेसिंग सिक्योर्ड प्रेस प्राइवेट लिमिटेड को दिया, जो नियम विरुद्ध है। इस कंपनी का मालिक कौशिक कर पहले से गिरफ्तार है। इस कंपनी का नाम दूसरे कई राज्यों के पेपर लीक से जुड़ा हुआ है।

एनडीए प्रत्याशियों को कम मत मिलने का कारण बीजेपी के मंत्रियों ने बताया समन्वय की कमी, अब प्रदेश नेतृत्व ने दिया यह बड़ा टास्क

डेस्क : लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद पहली बार बीते गुरुवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े के नेतृत्व में भाजपा कोटे के राज्य सरकार में मंत्रियों और पार्टी के महामंत्रियों साथ चुनाव परिणा की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा सहित भाजपा कोटे के लगभग सभी मंत्री मौजूद रहे।

इस समीक्षा बैठक लोकसभा चुनाव में मंत्रियों के क्षेत्र में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा हुई। जिस मंत्री के क्षेत्र में एनडीए प्रत्याशियों को कम मत मिले, इसका कारण भी पूछा गया। मंत्रियों ने समन्वय की कमी को कम वोट का कारण बताया।

इस दौरान सभी मंत्रियों ने उनके विभाग की दो-दो महत्वपूर्ण योजनाओं के बारे में चर्चा की। जनता से जुड़ी महत्वपूर्ण योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करने पर सहमति बनी, ताकि आम लोगों में एनडीए सरकार के प्रति अधिक आकर्षण हो। वहीं प्रदेश नेतृत्व ने भाजपा कोटे के मंत्रियों को सप्ताह में एक दिन जिलों में प्रवास करने और संगठन में भी सभी मंत्री सहभागिता सुनश्चित का निर्देश दिया है। मंत्रियों को जनता से सीधे संपर्क में रहने के लिए कहा गया है।

उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने बैठक में कहा कि उद्योग का नया रोडमैप लागू किया जाएगा, ताकि राज्य में कपड़ा, चमड़ा सहित विभिन्न उद्योग तेजी से लगें। राज्य में उद्योग के विकास के लिए इससे जुड़े केंद्रीय मंत्रियों से भी मिल कर मदद ली जाएगी।

राजस्व व भूमि सुधार मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि भूमिहीन परिवार को आवास के लिए 3-3 डिसमिल जमीन उपलब्ध कराई जा रही है। इसमें और तेजी लायी जाएगी। जमीन से जुड़ी समस्याओं को लोगों को आसानी से समाधान हो जाए, इसके लिए काम किया जा रहा है। 

नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि शहरी क्षेत्र के सभी आवासहीन परिवार को आवास की सुविधा उपलबध कराने की योजना पर काम तेज होगा। पटना सहित सभी शहरों में जलनिकासी की समस्या दूर की जाएगी।

मौसम का हाल : बिहार के 18 जिलों में मानसून की दस्तक, राजधानी पटना में झमाझम बारिश ने प्रचंड गर्मी से दी बड़ी राहत*

डेस्क : प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे बिहारवासियों को मानसून के दस्तक से बड़ी राहत मिली है। प्रदेश के 18 जिलों में मानसून की दस्तक के कारण हुई बारिश ने भीषण गर्मी से लोगों को राहत दी है। बीते गुरुवार को राजधानी पटना में मानसून के प्रवेश करते ही झमाझम बारिश हुई। सुबह से ही बादल मंडराने लगे थे, लेकिन दोपहर में पहले हल्की फिर झमाझम बारिश हुई। बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। वहीं शहर के कई इलाकों में जलजमाव का भी सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को पटना में 43 मिमी बारिश हुई। आज शुक्रवार को भी गरज और चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है। मानसून ने गुरुवार को पटना और वैशाली में दस्तक दी। इसके साथ ही राज्य के 18 जिलों में मानसून पहुंच गया है। प्रदेश में मानसून के प्रसार की परिस्थितियां धीरे-धीरे अनुकूल बन रही हैं। गुरुवार को पटना और वैशाली में मानसून के प्रसार के साथ राज्य के 11 जिलों के 30 स्थानों पर झमाझम बारिश हुई। बिहार में 20 जून को मानसून किशनगंज और पूर्णिया के रास्ते प्रवेश करते हुए 14 जिलों में फैला था। इसके बाद मानसून कमजोर पड़ गया, लेकिन 24 जून को एक बार फिर सक्रिय होकर आगे बढ़ाने लगा। राज्य के शेष 20 जिलों में रविवार तक मानसून के दस्तक देने की उम्मीद है। *गुरुवार को झमाझम बारिश* मौसम विभाग के अनुसार पटना, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सुपौल, मुजफ्फरपुर, किशनगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, वैशाली जिलों में 30 जगहों पर 108.2 से 27.2 मिमी बारिश हुई। *इन जिलों में आज हल्की बारिश का अलर्ट* वहीं मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, बक्सर, आरा, पटना, बेगूसराय, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, गया, औरंगाबाद, रोहतास, कैमूर में गरज व चमक के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।
कल 29 जून को दिल्ली में जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की होगी बैठक, आज सीएम नीतीश कुमार दिल्ली के लिए होंगे रवाना*


डेस्क : मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने दिल्ली में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कल यानि 29 शनिवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे से बुलायी है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीन दिवसीय दौरे पर आज शुक्रवार की दिल्ली के लिए रवाना होंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिये जा सकते हैं। साथ ही लोकसभा चुनाव परिणाम, भविष्य की रणनीति आदि पर मुख्य रूप से विचार-विमर्श होंगे। बैठक के अगले दिन 30 जून को मुख्यमंत्री पटना लौट आएंगे। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान ने बताया कि सुबह 10.30 बजे पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एजेंडें तय किये जाएंगे। फिर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। बैठक में पार्टी के सभी मंत्री, सांसद, सभी प्रदेशों के अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भाग लेंगे। मालूम हो कि संसद सत्र चल रहा है, जिसको लेकर पार्टी के सभी सांसद पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं। बैठक में भाग लेने वाले अन्य सभी नेता शुक्रवार तक दिल्ली पहुंच जाएंगे। *जदयू कार्यकारिणी की बैठक में लिए जाते रहे हैं अहम फैसले* जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकों में अहम फैसले होते रहे हैं। ठीक छह माह पहले पहले 29 दिसंबर, 2023 को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसमें नीतीश कुमार सर्वसम्मति से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये गये थे। तब ललन सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। तीन सितंबर, 2002 को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, जिसके दो दिनों बाद ही नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं से मुलाकात करने दिल्ली पहुंचे थे। इसके पहले 31 जुलाई, 2021 को दिल्ली में र्हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। तब, तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। वहीं, 27 दिसंबर, 2020 को पटना में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आरसीपी सिंह को नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान सौंपी थी।

अब सुप्रीम कोर्ट से भी बिहार के नियोजित शिक्षकों को लगा बड़ा झटका : सक्षमता परीक्षा को रद्द करने की मांग करने वाली याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने कही यह बड़ी बात


डेस्क : बिहार के नियोजित शिक्षकों को हाईकोर्ट के बाद अब सुप्रीम कोर्ट से भी बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के प्रारंभिक शिक्षक संघों की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने सक्षमता परीक्षा को रद्द करने की मांग की थी। 

गौरतलब है कि इससे पहले नियोजित शिक्षकों ने सरकार के फैसले को पटना हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने उनकी याचिकाओं का खारिज कर दिया था। हाई कोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद शिक्षक संघ ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली।

सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सख्त लहजे में कहा कि सरकार के नियमों के मुताबिक, उन्हें सक्षमता परीक्षा देनी ही होगी, अगर परीक्षा नहीं दे सकते तो उन्हें नौकरी छोड़ देनी चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने दोनों शिक्षक संघों की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और उन्हें अपने कौशल को और भी बेहतर करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

शीर्ष अदालत ने सख्त लहजे में कहा कि हम देश और खासकर बिहार के बच्चों की शिक्षा के प्रति काफी गंभीर हैं। ऐसे में अगर कोई शिक्षक नियमों के अनुसार नहीं चलना चाहते हैं तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। सुनवाई के दौरान बिहार सरकार ने स्पष्ट किया कि नियोजित शिक्षकों से ली जाने वाली सक्षमता परीक्षा पूरी तरह से वैकल्पिक है। 

इस परीक्षा को पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा लेकिन जो शिक्षक परीक्षा नहीं देना चाहते हैं उन्हें सरकार नौकरी से नहीं निकालेगी। 

बता दें बिहार प्रारंभिक शिक्षक संघ और परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने बिहार सरकार के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसमें सरकार ने नियोजित शिक्षकों को स्थाई करने के लिए सक्षमता परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया था।

नीट पेपर लीक मामले पर बिहार में जमकर हुई सियासत : अब मामला सीबीआई के हाथ*

डेस्क : बिहार में नीट पेपर लीक मामले को लेकर राजनीतिक घमासान जारी है। विपक्ष लगातार सत्ता पक्ष पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगा रहा है। वही सत्ता पक्ष इसमें विपक्ष की संलिप्तता बता रहा है। वहीं बीते दिनों बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के गंभीर आरोप के बाद तेजस्वी यादव ने भी ताबड़तोड़ पलटवार किया। तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से केंद्र और बिहार सरकार को चुनौती दे डाली। हालांकि बिहार की नीतीश सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दिया और वहीं सीबीआई को जांच सौंपे जाने से पहले बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनो ओर से इस मामले को लेकर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाया गया। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी पर निशाना साधा था कि उनके आप्त सचिव प्रीतम कुमार ने सिकन्दर यादवेंदु के लिए एनएचएआई का गेस्ट हाउस बुक कराया था। विजय सिन्हा ने पूरे मामले में तेजस्वी से सफाई मांगी थी। वहीं तेजस्वी ने विजय सिन्हा के बयान पर कहा कि उनको कोई ज्ञान नहीं है। वे गलत तरीके से बातों को ब्रीफ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूरे मामले को डायवर्ट किया जा रहा है और हमसे जोड़ा जा रहा है। हम तो स्पष्ट तौर पर बोलते हैं कि जिनको जो जांच करनी है कर लें। मामला यहां तक ही नही थमा राजद ने भी बीजेपी के तर्ज पर उसे घेरा है। राजद ने बिहार के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी की तस्वीर जारी की। जिसमें सम्राट चौधरी पेपरलीक के आरोपी अमित आनंद के साथ दिख रहे हैं। इतना ही नहीं इस मामले का मास्टर माइंड बताए जा रहे नालंदा निवासी संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी के साथ सीएम नीतीश कुमार की फोटो को भी राजद की ओर से जारी किया गया और विपक्ष की ओर से इसका जवाब मांगा गया। जिसपर बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि हम हमेशा जनता के बीच रहते हैं. साथ में फोटो खिंचवाने पर कोई रोक नहीं है। पेपर लीक मामले में जो भी लोग संलिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इन सब घमासान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले की ईओयू की जगह सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई जांच का जिम्मा लेते ही पूरे एक्शन में है। नीट पेपर लीक कांड की जांच कर रही सीबीआई ने बिहार में पहला बड़ा एक्शन लिया है। सीबीआई की टीम ने पूछताछ के बाद पेपर लीक कांड के दो आरोपियों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने दोनों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था और पूछताछ के बाद सीबीआई की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। नीट पेपर लीक कांड की जांच कर रही सीबीआई ने मनीष प्रकाश और आशुतोष को पूछताछ के लिए बुलाया था। सीबीआई का मानना है कि दोनों की पेपर लीक में संलिप्तता है। कहा जा रहा है कि मनीष प्रकाश ने ही पटना के खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल में अभ्यर्थियों को ठहराया था और उसने ही अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र लाकर दिया था। प्ले स्कूल में चार मई की रात अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र का उत्तर रटवाया गया था।

वाल्मीकिनगर में 120 करोड़ की लागत से बने अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर और गेस्ट हाउस का सीएम नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण, अच्छा काम करने पर डीएम, एसडीएम और संवेदक को किया सम्मानित

डेस्क : आज भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बगहा पुलिस जिला के वाल्मिकि नगर पहुंचे। जहां उन्होंने 120 करोड़ की लागत से बने अंतरराष्ट्रीय कन्वेशन सेंटर के साथ अतिथि गृह का लोकार्पण किया। । साथ ही सीएम ने इस परिसर में स्थापित महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा का लोकार्पण कर वहां पौधारोपण किया। साथ ही नीतीश कुमार ने कन्वेशन सेंटर का निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भवन निर्माण मंत्री जयंत राज और जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी शामिल रहे। 

मुख्यमंत्री ने कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में कुशल मानिटरिंग करने व गुणवत्ता पूर्ण काम करने के लिये डीएम, एसडीएम, संवेदक को अच्छा काम करने पर उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। 

बता दें 6 मई 2022 को मुख्यमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का शिलान्यास वीसी के माध्यम से किया गया था। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने अपने दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ सीएम आवास से मार्च में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उद्घाटन किया था। 25 एकड़ में निर्मित कन्वेंशन सेंटर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और इसका निर्माण 120 करोड़ की लागत से किया गया है। कन्वेंशन सेंटर की क्षमता 500 लोगों की है। 

कन्वेंशन सेंटर में बहुउद्देशीय सभागार, आधुनिक ऑडियो और वीडियो उपकरण लगाए गए हैं। पार्किंग की भी विशेष व्यवस्था की गई है। पूरे भवन को भूकंप रोधी बनाया गया है साथ हीं इस कन्वेंशन सेंटर में बराज के किनारे 100 कमरों का अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अतिथि ग्रह का निर्माण कराया गया है। सबसे बड़ी बात यह है की यहां ठहरने वाले पर्यटक अपने कमरों से हीं जल, जंगल और पहाड़ का दीदार कर सकेंगे।

ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से शिक्षकों को हाजिरी बनाने में हो रही परेशानी को लेकर बीईपी ने उठाया बड़ा कदम, संबंधित एजेंसी को चेतावानी के साथ लगाया अर्थ दंड


डेस्क : बिहार के शिक्षा विभाग ने 25 जून से शिक्षकों की हाजिरी ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से करने का निर्देश दिया है पर एप के ठीक से कार्य नहीं करने से शिक्षकों को ऑनलाइन हाजिरी बनाने में दिक्कत हो रही है। स्थिति यह रही कि सर्वर डाउन होने के कारण बीते बुधवार 25 जून को पहले दिन महज 16 फिसद शिक्षक ही इस एप से अपनी हाजिरी बना पाए। 

इधर इस परेशानी को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी) ने बड़ा कदम उठाया है। परिषद ने संबंधित एजेंसी को निर्देश दिया कि 28 जून तक एप में आ रही कठिनाई दूर करें। साथ ही एजेंसी पर 50 हजार रुपये का आर्थिक दंड भी लगाया है।

बीईपी ने एजेंसी पर बीईपी ने अपने पत्र में साफ कहा है कि मोबाइल एप ठीक से काम नहीं कर रहा है। लोकेशन की भी समस्या आ रही है। बहुत सारे मोबाइल में एप का नया वर्सन इंस्टॉल करने के बाद भी कैमरा कार्य नहीं कर रहा है। शिक्षक के हाजिरी बना लेने के बाद उनके आईडी से उपस्थिति दर्ज दिखती है, पर स्कूल के आईडी में वे अनुपस्थित दिखाई देते हैं। बहुत सारे मोबाइल में एप खुल ही नहीं रहा है। हाजिरी का सर्वर भी बहुत धीमा कार्य कर रहा है। 28 तक तकनीकी समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो एजेंसी पर आर्थिक दंड लगाया जाएगा। 

एजेंसी को लिखे एक-दूसरे पत्र में बीईपी ने कहा है कि ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर हाजिरी बनाने में आ रही दिक्कत पर बात करने के लिए आपके प्रतिनिधि को बुधवार को कार्यालय में बुलाया गया था, पर वे उपस्थित नहीं हुए। इस कारण आपकी एजेंसी पर 50 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया जाता है।