कभी पेयजल के लिए तरसते थे लखीसराय जिले के इस पंचायत के लोग : सरकार ने समस्या का निवारण किया तो ऐसे कर रहे दुरुपयोग
डेस्क : ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़े ही आसानी से किसी समस्या के लिए सरकार पर दोषारोपण करने लगते है। इतना ही नहीं इसके लिए वे सड़क पर उतर हंगामा भी करते है। लेकिन जब सरकार उस समस्या का निवारण करती है तो उसी का वे दुरुपयोग करने लगते है। कुछ ऐसा ही मामला है लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड के बुधौली और उरना पंचायत का।
जिले के इस पंचायत में सदियों से गंभीर जल संकट रहा है। पहाड़ी इलाका होने के वजह से यहां भू-जल की बड़ी समस्या है। आलम यह है कि यहां तकरीबन 10 किमी दूर इलाके में भू-जल का स्तर मिलता है। यहां के 22 वार्ड गंभीर पेयजल के संकट से जूझते रहे है। गर्मी के दिनों लोगों को पानी के लिए 1000 मीटर दूर कुआं पे आर्शित रहना पड़ता था। ग्रामीणों की इस समस्या से निजात दिलाने के लिए पीएचईडी के द्वारा बहु ग्रामीण बुधौली बंकर जलापूर्ति योजना शुरु की गई।
बुधौली बंकर एवं उरैन पंचायत में पीएचईडी ने बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पेयजल की समस्या का स्थाई समाधान कर लिया गया। इसके लिए 14 करोड़ 75 लाख रुपये की योजना तैयार कर उसपर तेजी से कार्य दैताबांध के समीप चार बोरिंग कराया गया। साथ ही उरैन पंचायत के नवकाडीह एवं बुधौली बनकर पंचायत के लय और नौकाडीह गांव में जलमीनार का निर्माण कराया गया। पाइप लाइन बिछाकर बुधौली बंकर एवं उरैन पंचायत के लोगों के घर-घर शुद्ध पेयजल की सीधी जलापूर्ति भी की जाने लगी।
बहु ग्रामीण जलापूर्ति योजना से बुधौली बंकर एवं उरैन पंचायत के 22 वार्ड के लोगों को इससे लाभान्वित किया गया है। इसमें बुधौली बनकर पंचायत के लय गांव स्थित वार्ड संख्या 10, 11 एवं 12, धबोखर गांव स्थित वार्ड संख्या 13, मंझियांवा गांव स्थित वार्ड संख्या छह एवं सात, चंपानगर गांव स्थित वार्ड संख्या आठ एवं नौ तथा खैरा गांव स्थित वार्ड संख्या 14, 15 एवं 16 जबकि उरैन पंचायत के उरैन गांव स्थित वार्ड संख्या एक, दो, तीन, चार, पांच, छह, सात एवं आठ, नवकाडीह गांव स्थित वार्ड संख्या नौ एवं 10 तथा बसुहार गांव स्थित वार्ड संख्या 11 शामिल हैं
लेकिन अब इस योजना का यहां के ग्रामीण दुरुपयोग कर रहे है। सरकार के तरफ से इनके घर तक पानी पीने और घरेलू काम के लिए पहुंचाया गया तो लोग उस पानी को बरबाद कर रहे हैं। पीने और घरेलू कामों में उपयोग की जगह इससे लोग खेत का पटवन कर रहे है। पीएचईडी की ओर से जो पाइप लाइन इनके घरों तक घरेलू उपयोग के लिए पहुंचाया गया है उसमें मोटर जोड़कर उससे खेतों का पटवन और अन्य दूसरा काम कर रहे। जिसकी वजह से जल दबाव कम होने लगा है और इसकी वजह से कई घरों में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है।
इस समस्या को लेकर कई बार अधिक्षण अभियंता बेगूसराय, कार्यपालक अभियंता, लखीसराय, सहायक अभियंता लखिसाराय, कनिया अभियंता लखीसराय, संवेदक प्रतिनिधी और प्रशासन के द्वारा लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं है। नतीजा यह है कि एकबार फिर से दोनो पंचायतों में पानी की काफी किल्लत होनी शुरु हो गई है।
Jun 26 2024, 18:51