सड़कों की स्थिति खराब होने पर मण्डलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को लगायी फटकार

मीरजापुर। मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल डाॅ मुथुकुमार स्वामी बी ने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड वाले विकास कार्यो, कानून व्यवस्था, एवं कर करेत्तर, राजस्व वसूली व वादो के निस्तारण के प्रत्येक बिन्दुओ के प्रगति कार्य की समीक्षा आयुक्त कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, मुख्य विकास अधिकारी व सभी मण्डलीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जानकारी प्राप्त की। बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत तीनो जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले स्थलों की ग्रामवार समीक्षा कर बाढ़ से बचाव की पूर्ण तैयारी करा ली जाए।

उन्होने बाढ़ प्रभावित परिवारो हेतु खाद्यान पैकेट वितरण हेतु खाद्यान टेण्डर की कार्यवाही यदि नहीं की गयी हो तो समय रहते टेण्डर आदि करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान नावों की व्यवस्था एवं नाविकों की दैनिक मजदूरी की व्यवस्था करा लें। उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी समस्त तटबंधों का निरीक्षण तथा राहत शिविरों का सत्यापन करा लें। उन्होंने कहा कि तीनो जनपदों में कुल कितने ब्रिज है और उनकी क्या स्थिति है एक सप्ताह के अन्दर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि ओवरलोड वाहनों प्रभावी पर अंकुश लगाये जाने हेतु अभियान चलाकर ओवरलोड वाहनों पर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाए। मण्डलायुक्त ने कहा कि शास्त्री सेतु की जांच हेतु प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्राचार करते हुये टीम बनाकर इसकी पुनः जांच आईआईटी कानपुर से कराया जाए।

नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति की समीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त ने कहा कि टैप कनेक्शन में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो, इसके लिये आवश्यक है मण्डल के सभी जिलाधिकारीगण समय-समय पर पानी की टेस्टिंग कराते रहें तथा पाइप लीकेज की समस्या की भी समीक्षा कर लें।

बदहाल सड़कों को दस दिन करें दुरुस्त

उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत खोदी गयी सड़कों की बहाली अधिक से अधिक 10 दिनों के अन्दर करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सरकारी, अर्द्ध सरकारी भवनों यथा-प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन, स्वास्थ्य केन्द्र आदि में वर्षा जल संचयन संरचनाओ का निर्माण अवश्य कराया जाए। कृषि विभाग की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने कहा कि हीट बेब से बचाव हेतु डीएसआर तकनीकी को अधिक से अधिक उपयोग हेतु प्रचार प्रसार कराया जाए। कहा कि जल संचयन हेतु निजी खेत, तालाब स्वीकृत किये गये है जिलाधिकारी भूमि संरक्षण अधिकारी के साथ समीक्षा कर जल्द से जल्द तालाबों की खुदाई करा दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाए। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि सड़को पर घूम रहे गौवंशो को पकड़कर गौ आश्रय स्थलों पर रखा जाए। उन्होेने कहा कि शत प्रतिशत पशुओं टीकाकरण कराया जाना मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुनिश्चित कराए। उन्होंने कहा कि सम्भावित बाढ़ के दृष्टिगत पशुओं के लिये भूषा हरे चारे आदि का समुचित प्रबन्ध पहले करा लिया जाए। विद्युत विभाग की समीक्षा में अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि उपभोक्ताओं त्रुटिपूर्ण विद्युत बिल उपलब्ध कराते हुये बकाया बिलो का भुगतान कराना सुनिश्चित करें।

मण्डलायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कहा कि दुघर्टना वाले स्थल पर एम्बुलेंस कितने समय पर पहुंच रही है, जनपद के तीनों जिलाधिकारी इसकी जांच करे कि पुलिस के बाद एम्बुलेंस पहुंच रही है या पहले यदि बाद में तो कार्यवाही करें तथा सभी मुख्य चिकित्साधिकारी एक वर्ष के दौरान कितनी मौत हुयी है इसकी आख्या उपलब्ध कराए। मण्डलायुक्त ने बायोमेडिकल उपकरण रखरखाव कार्य की समीक्षा में तीनो जिलाधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि एक कमेटी गठित करते हुये उप जिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों से जाचं कराते हुये फोटोग्राफ के साथ आख्या उपलब्ध कराए।

भदोही में मोबाइल मेडिकल यूनिट न होने पर शासन को पत्राचार के निर्देश

मोबाइल मेडिकल यूनिट भदोही में न होने पर जिलाधिकारी भदोही को शासन में पत्राचार करने का निर्देश दिया गया। सड़क निर्माण की समीक्षा मे बताया गया कि जनपद सोनभद्र में 50 सड़को में 32 पूर्ण शेष पर कार्य चल रहा है, जनपद भदोही में 24 में 18 पूर्ण शेष पर कार्य एवं जनपद मीरजापुर में 130 सड़को में 82 पूर्ण शेष पर कार्य होना बताया गया। पर्यटन विभाग की समीक्षा में क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी के बैठक में अनुपस्थित रहने पर शासन में पत्राचार करने का निर्देश एवं प्रगति खराब होने पर सहायक क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की गयी।

सम्पत्ति का विवरण न देने वालों का रोकें वेतन

मण्डलायुक्त ने कहा कि मानव सम्पदा पोर्टल पर सभी अधिकारी कर्मचारी 30 जून 2024 तक सम्पत्ति का विवरण अपलोड कर दे, 30 जून 2024 के बाद ऐसे अधिकारी कर्मचारी जिन्होंने अपनी सम्पत्ति का विवरण नही दिया है उनका वेतन रोक दिया जाए। बैठक में ग्राम्य विकास की समीक्षा में बीसी सखी के अन्तर्गत कुल बीसी सखी के सापेक्ष अभी अधिक संख्या में सखी का परिचालन जनपद स्तर पर लम्बित है, मुख्य विकास अधिकारी समीक्षा कर शत प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित कराए। अमृत सरोवर योजनान्तर्गत चिन्हित सभी साईटो पर कार्य प्रारम्भ कर पूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि जल संचयन हेतु मनरेगा योजनान्तर्गत अथवा राज्य वित्त, 15वां वित्त के मध्य कन्वर्जेस करते हुये निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप नियमानुसार सरोवरो की साफ-सफाई करायी जाए। हीटवेब की समीक्षा में मण्डलायुक्त ने कहा कि इससे बचाव हेतु रेडियों जिंगल, पोस्टर एवं पम्पलेट के माध्यम से प्रचार प्रसार कराया जाए। हीटवेब के सम्बन्ध में जिलाधिकारी विभागों द्वारा कराये जा रहे कार्यो की समीक्षा करे तथा किसी प्रकार जन हानि न हो इसके लिये चिकित्सालयों में दवाओं आदि का समुचित प्रबन्ध कराया जाए। उन्होने कहा कि अस्पतालो में आने वाले मरीज और उनके तीमारदारो के पर्चे, दवा वितरण काउंटर पर पंखे कूलर और ठण्डे पानी की व्यवस्था करायी जाए। उन्होंने कहा कि ओआरएस पैकेटस, पैरासिटामाल टैबलेट आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए।

भदोही के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई के लिए पत्र लिखा

मुख्य विकास अधिकारी भदोही ने मण्डलायुक्त कोे बताया कि मुख्य पशु चिकित्साधिकारी भदोही के द्वारा सरकारी भवन में रहते हुये मकान किराया भत्ता लिया जा रहा है व टेण्डर आदि की प्रक्रिया के बिना दवाओ का क्रय किया जा रहा है जिस पर मण्डलायुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी भदोही व अपर निदेशक पशुपालन को इनके विरूद्ध जांच कर कार्यवाही हेतु पत्र प्रेषित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि इस प्रकार का कोई प्रकरण संज्ञान में आता है तो सम्बन्धित कि विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही की जायेगी।

बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा काननू व्यवस्था की समीक्षा के दौरान मण्डल के जनपदों में काननू व्यवस्था बनाये रखने के दृष्टिगत गुण्डा एक्ट, गैंगेस्टर, वादो के निस्तारण आदि की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया तथा विभिन्न मदो में कर करेत्तर, विविध देय, मुख्य देय में राजस्व वसूली लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत करने का निर्देश देते हुये मण्डलायुक्त तीन वर्ष व पांच वर्ष से लम्बित मुकदमो के निस्तारण में तेजी लाने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी सोनभद्र चन्द्र विजय सिंह, भदोही विशाल कुमार, मीरजापुर प्रभारी जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, पुलिस अधीक्षक मीरजापुर अभिनन्दन, पुलिस अधीक्षक सोनभद्र, पुलिस अधीक्षक भदोही मीनाक्षी कात्यान, मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र सौरभ गंगवार, भदोही यशवंत कुमार, मीरजापुर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, वित्त एवं राजस्व शिव प्रताप शुक्ल, मुख्य राजस्व अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह, अपर जिलाधिकारी सोनभद्र, अपर जिलाधिकारी भदोही, मुख्य अपर निदेशक स्वास्थ्य, चिकित्साधिकारी मीरजापुर सीएल वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र, भदोही, प्रभागीय वनाधिकारी अरवन्दि राज मिश्र, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग सुनील दत्त, संयुक्त आयुक्त उद्योग वीरेन्द्र कुमार, उप निदेशक बेसिक शिक्षा, उप निदेशक पंचायत राम जियावन सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

छत्रपति शाहूजी महाराज ने सभी को प्राथमिक शिक्षा उनकी सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक थी: डां. जमुना प्रसाद सरोज

मिजार्पुर। रेलवे स्टेशन द्वितीय प्रवेश द्वार के सामने पथरहिया में आरक्षण के जनक महान समाज सुधारक वंचितों के सच्चे हितैषी राजर्षि छत्रपति शाहूजी महाराज की 150 वीं जन्म जयंती के शुभ अवसर पर कार्यवाहक जिलाध्यक्ष इं. राम लौटन बिदं की नेतृत्व में जयंती मनाई गई। इस दौरान छत्रपति शाहूजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।

जयंती के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व विधायक डॉ जमुना प्रसाद सरोज जी उपस्थित रहें। जयंती के दौरान मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महासचिव सरोज ने कहा कि शाहू "जिन्हें राजर्षि शाहू महाराज, छत्रपति शाहू महाराज या शाहू महाराज" भी कहा जाता है मराठा के भोंसले राजवंश के (26 जून, 1874 - 6 मई, 1922) राजा (शासनकाल 1894 - 1900) और कोल्हापुर की भारतीय रियासतों के महाराजा (1900-1922) थे। उन्हें एक वास्तविक लोकतान्त्रिक और सामाजिक सुधारक माना जाता हैं।

कोल्हापुर की रियासत राज्य के पहले महाराजा, वह महाराष्ट्र के इतिहास में एक अमूल्य मणि थे। सामाजिक सुधारक ज्योतिराव गोविंद राव फुले के योगदान से काफी प्रभावित, शाहू महाराज एक आदर्श नेता और सक्षम शासक थे जो अपने शासन के दौरान कई प्रगतिशील और न्याय पथ गतिविधियों से जुड़े थे। 1894 में अपने राजनेता से 1922 में उनकी मृत्यु तक, उन्होंने अपने राज्य में निचली जाति के विषयों के कारण अथक रूप से काम किया। जाति और पन्थ के बावजूद सभी को प्राथमिक शिक्षा उनकी सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं में से एक थी।

छत्रपति शाहूजी महाराज ने 1902 में अपने कोल्हापुर राज्य में कमजोर वर्गों के लिए 50% पहला आरक्षण देने का काम किया। और आप सभी से बड़े हर्ष के साथ बताना चाहता हूं कि आगामी दो जुलाई को अपना दल एस पार्टी के संस्थापक यशा: कायी: डॉ सोनेलाल पटेल जी की जन्म जयंती पर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जन स्वाभिमान दिवस के रूप में मनाई जाएगी, आयोजित होने वाले समारोह में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने का आह्वान किया।

जिला अध्यक्ष ने बताया कि हम सबकी नेता पिछड़ों कमेरों वंचितों एवं समाजिक न्याय की बुलंद आवाज अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल के निदेर्शानुसार प्रदेश के हर जिले में बतौर मुख्य अतिथि नियुक्त किए गए हैं। जिनके नेतृत्व में छत्रपति शाहूजी महाराज जी की 150 वीं जन्म जयंती दिवस को बड़े हर्ष के साथ मनाई जा रही हैं। उसी के क्रम में हम आज पथरहिया में छत्रपति शाहू जी महाराज की जयंती दिवस बड़े हर्ष के साथ मना रहें हैं।

कार्यक्रम का संचालक उदय पटेल ने की। जयंती कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय सचिव व्यापार मंच रमेश सिंह पटेल, राष्ट्रीय सचिव किसान मंच रमाकांत पटेल, आनंद सिंह पटेल, रवि शंकर सिंह पटेल, सुजीत पटेल, घनश्याम पटेल, रामवृक्ष बिंद, राजेंद्र सिंह, डॉ आर पटेल, सूर्य प्रकाश सिंह, पुर्व बैंक डायरेक्टर अरुणेश पटेल, विजय सिंह प्रधान, रामवृक्ष बिंद, राजेंद्र प्रसाद सिंह, डॉ प्रशांत सिंह, गुलाब बहादुर पटेल, संतोष विश्वकर्मा, शंकर सिंह चौहान, धनंजय सिंह, गिरीश चंद पटेल, विजय शंकर केसरवानी, श्रीमती राधिका वेलदार, श्रीमती अर्चना अग्रहरि, श्रीमती मनीषा सिंह पटेल, श्रीमती पिंकी सिंह, कुमारी नीलम सिंह, श्रीमती मनु प्रियदर्शनी, रतन सिंह पटेल, मनोज कुमार बिंद, अखिलेश बिंद, वरुण सिंह पटेल, विनोद कुमार पटेल, रामसहाय सिंह, कमलेश सिंह, सुखराज पटेल, डॉ श्याम कुशवाहा, राजेश कुमार मौर्य, डॉ रणजीत सिंह, कमल कुमार बिंद, सुनील पटेल, दुर्गा प्रसाद केसरवानी, मनीष सिंह पटेल, सतीश सिंह, रोहित सोनकर, गौरव पटेल, प्रशांत शुक्ला, वीरेंद्र केसरवानी, राहुल ओझा, ओम प्रकाश पटेल, पंकज सिंह पटेल, शिवकुमार बिंद, योगेश शर्मा, बनारसी बिंद, लव दुबे, सनी मौर्य, मुसाफिर मौर्य, अशोक पटेल मड़िहान, लाखन सिंह, अनिल सिंह पटेल, मनीष सिंह पटेल, दिनेश कुमार सिंह, संदीप पटेल, जय शंकर पटेल, उमाशंकर सोनी, श्रवण कुमार मौर्य, ओम प्रकाश सिंह, अशोक पटेल, अशोक गुप्ता, दुर्गा प्रसाद केसरवानी, अवधेश कुमार बिंद, शिव शंकर भारती, आदि अनेक लोग उपस्थित रहें।

मानसून की पहली बारिश ने किया पानी-पानी, कई रेलवे अंडर पास पुल में भरा पानी, हुआ बुराहाल

मिर्ज़ापुर। बीती रात से लेकर सुबह तक हुई झमाझम बारिश ने पानी-पानी कर दिया है। जिले में हुई मानसून की पहली बरसात ने जमकर भिगोया है। बावजूद इसके उमस बरकरार है। छानबे विकास खंड क्षेत्र के गैपुरा विजयपुर में मां दुलारो देवी मंदिर डेरवा व भटेवरा कर्णावती नदी पर बने पुल का नजारा बदल उठा है। पहली ही बारिश में पुल डूब गया है जहां पानी पुल के ऊपर से बह रहा है।

सर्वाधिक बुरी स्थिति रेलवे अंडरब्रिज की बताई जा रही है जहां पानी भर जाने से कई गांवों के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। छानबे विकास खंड के ही अकोढ़ी गांव के दोनों रेलवे अंडरपास के अंदर पानी भर जाने की वजह से कई गांवों का जुड़ाव मुख्य मार्ग से कट गए हैं। यह समस्या हर साल बारिश में होती है। जिससे क्षेत्र के लोगों को गंभीर समस्याओं से गुजरना पड़ता हैं, आखिर इसका निजात कब मिलेगा। जनता सवाल दर सवाल दागती आई है लेकिन अभी तक इसका समाधान नहीं निकल पाया है।

मिर्ज़ापुर के नटवा, विंध्याचल, रेहड़ा पटेंगरा समेंत आसपास कई रेलवे अंडर पास पुल में पानी भर जाने से आवागमन दुरुह हो गया है। पहली बारिश में ही पानी भरने से कई गांवों का बुराहाल हो उठा है। आश्चर्य की बात है कि हर वर्ष बरसात पूर्व जलजमाव से बचने और जल निकासी की व्यवस्था को लेकर योजना बनाई जाती है, लेकिन बरसात आते आते सारी योजनाएं धरी की धरी रह जाती है। लोगों को हर बार समस्याओं से निजात नहीं मिल पाता है।
मिर्जापुर:  आकाशीय बिजली ने जमकर ढाया कहर, चपेट में आने से एक महिला समेत दो की मौत, 5 झुलसे
मिर्ज़ापुर। मानसून की पहली बरसात ने जमकर पानी बरसाते हुए गर्मी से लोगों को राहत जरूर दिया है लेकिन उमस बरकरार होने से लोग पसीने से लथपथ नज़र आएं हैं। दूसरी ओर आकाशीय बिजली ने भी जमकर कहर ढाया है। जिले के अलग-अलग हिस्सों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक महिला समेत दो की मौत हो गई है, जबकि 5 लोग झुलसे होने बताते जा रहें हैं। सभी झुलसे हुए लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पुलिस ने आकाशीय बिजली से हताहतों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। पहली घटना विंध्याचल कोतवाली के गोपालपुर मड़गुड़ा गांव की बताई जा रही है, जहां एक पुरुष की मौत हुई है। जबकि दूसरी घटना लालगंज कोतवाली क्षेत्र के कोल्हुआ गांव में घटित होनी बताई जा रही है जहां महिला की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हुई है।

कई मवेशियों की की भी आकाशीय बिजली से हुई मौत

जिगना थाना क्षेत्र के गौरा इण्डियन बैक के बगल में आकाशीय बिजली गिरने से राजाराम हरिजन की दो भैसों की मौत हो गई है। जबकि ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के बबुरा रघुनाथ सिंह गांव के किरका मोहल्ला में मंगलवार की देर रात गरज चमक के साथ हो रही बारिश में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से पशुपालक की खूंटे से बंधी दो भैंसों की मौत होनी बताई जा रही है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की एक और मांग हुई पूरी, मुख्यमंत्री ने वादा निभाया

संतोष देव गिरि ,मिर्ज़ापुर। राज्य सरकार ने संयुक्त परिषद की एक पुरानी मांग को आज पूरा कर दिया है। 31 मार्च 2004 तक विज्ञापित पदों के विरुद्ध चयनित उन कर्मचारियों को जिन्हें किन्हीं कारणों से सेवा में कार्यभार 1 अप्रैल 2005 के बाद ग्रहण कराया गया, ऐसे सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन में जाने का सरकार ने विकल्प खोल दिया है।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी एवं महामंत्री अरुणा शुक्ला ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि 1 अप्रैल 2005 से नई पेंशन योजना उत्तर प्रदेश में लागू कर दी गई है। 1 अप्रैल 2005 के बाद से नियुक्त किसी भी कर्मचारी को उत्तर प्रदेश सरकार पुरानी पेंशन का लाभ नहीं दे रही है। केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों केलिए जिनकी नियुक्ति 1 जनवरी 2004 के बाद तथा जिनका चयन 31. 12. 2003 तक पूरा हो चुका है, को पुरानी पेंशन में जाने का विकल्प की सुविधा प्रदान किया है ।

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के माध्यम से हम उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों को भी नई पेंशन में निरंतर सुधार किए जाने तथा पुरानी पेंशन का लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं ।संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने कहा है कि मुख्य सचिव स्तर पर 24 फरवरी 2023 को इस पर सहमति बन गई थी ,लेकिन वित्त विभाग के कारण प्रकरण में अभी तक विलंब हुआ। 11 जून को जब राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद का प्रतिनिधिमंडल संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी के नेतृत्व में माननीय मुख्यमंत्री जी से मिला था, तो पुरानी पेंशन में आने के लिए विकल्प खोले जाने तथा आउटसोर्स कर्मचारी का न्यूनतम वेतन निर्धारण करने पर विस्तार से चर्चा हुई थी।

मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया था कि वह संयुक्त परिषद की इस मांग जल्दी ही निर्णय करेंगे। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष जे एन तिवारी ने प्रदेश के लाखों कर्मचारियों तरफ से मुख्यमंत्रीजी का आभार व्यक्त किया है। परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र एवं अपर मुख्य सचिव कार्मिक देवेश चतुर्वेदी का भी आभार व्यक्त किया है, जिनकी सकारात्मक सोच के कारण 2005 के बाद नियुक्त कार्मिकों को पुरानी पेंशन में जाने का विकल्प प्राप्त करने का अवसर मिला है।

संयुक्त परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारी अध्यक्ष जे एन तिवारी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण जी दुबे, महामंत्री अरुणा शुक्ला, उपाध्यक्ष निरंजन कुमार श्रीवास्तव, त्रिलोकी नाथ चौरसिया, हर गोविंद यादव, नितिन गोस्वामी, स्वाति सिंह, लक्ष्मी आर्या सहित परिषद के दर्जनों पदाधिकारियों ने पुरानी पेंशन का विकल्प खोले जाने के लिए कैबिनेट के निर्णय पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

शास्त्री सेतु के समानांतर ने पुल निर्माण की मांग

मीरजापुर। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रतिनिधि मण्डल के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन पत्र जिलाधिकारी मीरजापुर कार्यालय में एसडीएम को सौंपते हुए शास्त्री सेतु का मुद्दा उठाया है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक अनु.जाति, अनु. जनजाति के जिलाध्यक्ष अरविन्द कुमार ने कहा कि जर्जर शास्त्री सेतु पक्का पुल के पटरी का कुछ हिस्सा टूटने से शास्त्री सेतु के टूट जाने का लोगों में भय पैदा हो गया है।

ऐसी स्थिति में नए पुल का निर्माण जनहित में कराया जाना नितांत आवश्यक हो चला है। बताया गया कि इस पुल से कई राज्यों के वाहनों का आवागमन होता है जिसके बाधित होने से ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। इस अवसर पर प्रतिनिधि मण्डल में अंकित मौर्या, मनीष शर्मा, अर्जुन कुमार, सूरज भारती मौजूद रहे।

मिजार्पुर वेब सीरीज को प्रतिबंधित करने की मांग, मिजार्पुर वेब सीरीज' से मिजार्पुर की छवि हो रही खराब: राजपति ओझा

संतोष देव गिरि ,मिर्ज़ापुर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के अध्यक्ष राजपति ओझा व अन्य सदस्यों ने मिजार्पुर वेब सीरीज से मिजार्पुर की खराब हो रही छवि के सम्बन्ध में नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी को ज्ञापन सौंपा है। राजपति ओझा ने बताया कि मिजार्पुर साहित्यिक, सांस्कृतिक व धार्मिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण जनपद है। मिजार्पुर आचार्य रामचंद्र शुक्ल, प्रेमधन, पाण्डेय बेचन शर्मा (उग्र), बंग महिला जैसे प्रतिष्ठित साहित्य मनीषियों का कर्मक्षेत्र रहा है तो वहीं मिजार्पुर में जगत- जननी मां विंध्यवासिनी का विश्व प्रसिद्ध पावन धाम है। जिससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है।

वहीं 'मिजार्पुर वेब सीरीज' मिजार्पुर की छवि को ठेस पहुंचा रही है। मिजार्पुर वेब सीरीज में हिंसा, अपराध और गैंगवार को प्रमुखता दी गई है, जिससे असल मिजार्पुर की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। लोग मिजार्पुर शहर को भी इसी तरह के अपराध और हिंसा से जोड़कर देखने लगे हैं। मिजार्पुर के निवासियों को कई बार बाहर के लोग नकारात्मक दृष्टिकोण से देख रहे हैं। इससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा और सम्मान पर असर पड़ रहा है। सीरीज में अपराधियों और उनके कार्यों को ग्लोरीफाई किया गया है, जिससे युवा पीढ़ी पर इसका नकारात्मक असर हो रहा है। उन्हें गलत प्रेरणा मिल रही है और वे अपराध की दुनिया की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

'मिजार्पुर वेब सीरीज' के दो सीजन के अनेक एपिसोड पूर्व में ही प्रसारित हो चुके हैं और तीसरा सीजन 5 जुलाई को रिलीज होने जा रहा है। यदि इस सीजन के एपिसोड में भी मिजार्पुर की गलत छवि प्रस्तुत होगी तो यह हम सभी मिजार्पुर वासियों के लिए बहुत ही नकारात्मक होगा। अत: 'मिजार्पुर वेब सीरीज' के सीजन 3 को प्रतिबंधित करने के लिए उचित कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर कवयित्री सृष्टि राज व समाजसेवी आनंद अग्रहरि आदि उपस्थित रहे। श्याम सुंदर केसरी ने इस संबंध में उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।

संचारी रोगों के नियंत्रण एवं अभियान को लेकर नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने की बैठक

मीरजापुर। नगर पालिका अध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत लालडिग्गी स्थित पालिका के प्रधान कार्यालय पर ईओ, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं सफाई नायको के साथ बैठक किया। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार के निर्देश पर सभी निकायों में संचारी रोग के रोकथाम हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

संचारी रोग में मच्छरों की वजह से डेंगू, मलेरिया आदि जैसे बीमारी होने का खतरा बना रहता है। इसलिए सफाई निरीक्षक एवं सफाई नायक नगर के सभी वार्डो में जागरूकता अभियान चलाने के साथ जलजमाव इलाको में को चिन्हित कर जलनिकासी कराएंगे। वार्डो में नियमित रूप से नालियो की सफाई, बढ़े हुये घासों की कटाई के साथ, मलिन बस्तियों में विशेष अभियान चलाकर साफ सफाई कराएं। नगर के वार्डो में फॉगिंग, एन्टी लार्वा एवं कीटनाशक का छिड़काव कराए।

उन्होंने नगर के लोगो से अपील करते हुए कहा है की अपने घरों के आसपास पानी का जमाव न होने दे, घरों में भी कूलर के पानी को सप्ताह में एक बार साफ करें, यदि कहीं मच्छरों के लार्वा पनपते हैं तो उन्हें तुरंत नष्ट कर दें। घर की खिड़कियों पर जाली लगाये पूरी आस्तीन के कपड़े पहने एवं पानी को उबाल कर पियें। इस मौके पर सफाई नायकों को आधुनिक कूड़ा निकालने वाला हैंड मशीन वितरण भी किया गया। बैठक में अधिशासी अधिकारी जी लाल, सफाई इंस्पेक्टर मनोज सेठ, सफाई निरीक्षक, सफाई नायक सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 13 जुलाई को

महेश चंद्र गुप्ता ,बहराइच। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार 13 जुलाई 2024 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन प्रस्तावित है। यह जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बहराइच के सचिव विराट शिरोमणि ने आमजन से अपील की है कि लोक अदालत का अधिकाधिक लाभ उठायें।

सचिव श्री शिरोमणि ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद न्यायालय में लम्बित वादों यथा आपराधिक शमनीय वाद, धारा 138 परक्राम्य लिखित अधिनियम, बैंक/धन वसूली वादों, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाएं, श्रम वादों, विद्युत एवं जल बिल विवाद (चोरी से सम्बन्धित विवादों सहित), वैवाहिक वादों (तलाक सम्बन्धी मामलों को छोड़कर), भूमि अधिग्रहण वादों, सर्विस में वेतन एवं भत्तों सम्बन्धित विवाद, सेवानिवृतिक लाभों से सम्बन्धित विवाद, राजस्व वाद व अन्य सिविल वादों (किराया, सुखाधिकार, व्यादेश, विनिर्दिष्ट अनुपालन वाद इत्यादि), प्री-लिटिगेशन वाद बैंक वसूली, टेलीफोन बिल्स प्रकरणों, श्रम विवादों, विद्युत एवं जल बिल विवाद, वैवाहिक व भरण पोषण वाद, अन्य अपराधिक शमनीय वाद एवं अन्य सिविल वादों का अधिकाधिक संख्या में निस्तारण किया जायेगा।

मगरमच्छ ने नाले के पास चर रही बकरी को बनाया निवाला, गांव में दहशत, ग्रामीणों ने लाठी डंडे से मगरमच्छ को खदेडा

मिथिलेश कुमार तिवारी , हलिया, मीरजापुर। जिले के पहाड़ी अंचल हलिया में पानी का संकट गहराने के साथ ही जलीय जीव जंतुओं के जीवन पर भी खतरा मंडराने लगा है। खिसकते जलस्तर और सूखते नदी नाले, तालाब की वजह से जलीय जीव मगरमच्छ हिंसक हो आबादी की ओर भाग रहे हैं। मंगलवार को सुबह एक मगरमच्छ ने नाले के किनारे चर रही बकरियों पर हमला बोल कर एक बकरी को अपना निवाला बना लिया है।

हलिया थाना क्षेत्र के बस कुड़ियां नाला के पास हलिया निवासी रामसागर हरिजन की चर रही बकरियों को सुबह तकरीबन 9 बजे नाले के पास की झाड़ियों के बीच से होते हुए मगरमच्छ ने एक बकरी को घात लगा कर अपना निवाला बना लिया। बकरी की आवाज पर पहुंचे चरवाहों ने शोर मचाना शुरू किया तो मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने लाठी डंडे से मगरमच्छ पर हमला बोल दिया। तब जाकर मगरमच्छ बकरी को छोड़ते हुए नाले में छलांग लगा दिया। तब तक बकरी की मौत हो गई थी।

बकरी को मरा देख बकरी पालक का रो-रो कर बुराहाल हो उठा था। लोगों ने जहां बकरी पालन को मुआवजा दिलाने की गुहार लगाई है वहीं इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी अवध नारायण मिश्रा ने बताया कि नाले में पानी था वहां पर मगरमच्छ का निवास होता है। जंगल में मवेशियों को लेकर लोगों को नहीं जाना चाहिए, ऐसे में पशुपालक को शासन से कोई लाभ नहीं दिया जा सकता है।